UP Board Class 6 Home Craft Model Paper गृहशिल्प

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Board UP Board
Class Class 6
Subject Home Craft
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 6 Home Craft Model Paper गृहशिल्प

सत्र परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय – गृह शिल्प

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
हैजा रोग किससे होता हैं?
उत्तर:
हैजा रोग दुषित खाने पीने की वस्तुओं से होता है?

प्रश्न 2.
फल एवं हरी सब्जियों से कौन सा पोषक तत्व प्राप्त होता है?
उत्तर:
विटामिन और खनिज-लवण।

प्रश्न 3.
विश्व शौचालय दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर:
विश्व शौचालय दिवस 19 नवम्बर को मनाया जाता है?

प्रश्न 4.
सूर्योदय से पूर्व उठना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
अच्छे स्वास्थ्य के लिए सूर्योदय से पूर्व उठना आवश्यक है।

प्रश्न 5.
किसी एक वंशानुगत रोग का नाम लिखिए।
उत्तर:
वर्णान्धता

प्रश्न 6.
हमें उत्तम स्वास्थ्य के लिए कितने घंटे सोना चाहिए?
उत्तर:
हमें उत्तम स्वास्थ्य के लिए कम-से-कम छह-सात घंटे तक सोना चाहिए।

प्रश्न 7.
हरे तथा नीले रंग के कूड़ेदान का प्रयोग क्यों करते है ?
उत्तर:
गीले कचरे फेंकने के लिए हरे रंग के कूड़ेदान तथा सूखे कचरे फेंकने के लिए नीले रंग के कूड़ेदान का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 8.
कार्बोहाइड्रेट का प्रमुख कार्य क्या है?
उत्तर:
कार्बोहाइड्रेट का प्रमुख कार्य है दैनिक कार्यों के लिए हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करना।

प्रश्न 9.
किशोरावस्था में बालिकाओं को किस पोषक तत्व की अधिक आवश्यकता होती है?
उत्तर:
लौह तत्व

प्रश्न 10.
विटामिन ‘A’ की कमी से कौन सा रोग होता है?
उत्तर:
रतौंधी

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
संतुलित आहार किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जिस भोजन में समस्त पोषक तत्त्व उचित मात्रा में विद्यमान रहता है तथा जो शरीर की समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति करता है, सन्तुलित भोजन कहलाता है।

प्रश्न 12.
सुखी परिवार किसे कहते हैं?
उत्तर:
उस परिवार को सुखी परिवार कहा जाता है, जिसके सदस्यों में पूर्ण तालमेल हो, सबका स्वास्थ्य उत्तम हो, परिवार की जरूरतों के अनुसार आय हो, शिक्षा का वातावरण हो और बुरी आदतों से सब दूर हों।

प्रश्न 13.
खुले में शौच करने से होने वाली बीमारियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
खुले में शौच करने से हानिकारक कीटाणु हवा में तेजी से फैलते हैं और इससे दस्त, टायफायड आँतों में कीड़े, मलेरिया, पीलिया, टिटनेस आदि रोग हो जाते हैं।

प्रश्न 14.
असंक्रामक रोग क्या होते हैं ?
उत्तर:
वे रोग हैं जो छुआछूत से नहीं फैलते। ये पोषण की कमी से होते हैं। जैसे- विटामिन ‘ए’ की कमी से रतौंधी हो जाना। कुछ असंक्रामक रोग वंशानुगत भी होते हैं, जैसे- वर्णान्धता।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
उत्तम स्वास्थ्य के लिए आप किन किन बातों का ध्यान रखेंगे ?
उत्तर:
उत्तम स्वास्थ्य के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना आवश्यक है –
प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व जागना, शौच, स्नानादि से निवृत्त होकर हल्का-फुलका व्यायाम करना, जैसे टहलना, दौड़ना, रस्सी कूदना आदि। नाश्ते में पौष्टिक चीजें जैसे- अंकुरित अन्न, फल, दूध, दलिया आदि लेना। दिनचर्या ऐसी बनाना कि उसमें दिनभर के कार्यों के अलावा खेलकूद व मनोरंजन भी अनिवार्य रूप से शामिल हो। भरपूर मेहनत करना और छः-सात घंटे की गहरी नींद लेना, भोजन में हरी-पत्तीदार सब्जियाँ, दाल, सलाद, रोटी, चावल, दही, जैसे पदार्थों को शामिल करना जरूरी है।

प्रश्न 16.
रोग कितने प्रकार के होते हैं? संक्रामक एवं असंक्रामक रोगों के बारे में संक्षेप में बताइए।
उत्तर:
रोग मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं-संक्रामक एवं असंक्रामक रोग। संक्रामक रोग वे रोग होते हैं। जो बैक्टीरिया, वाइरस, कृमि जैसे सूक्ष्म अतिसूक्ष्म जीवों से होते हैं। ये रोगं सूक्ष्म जीव, दूषित खाद्य या पेय पदार्थ, संक्रमित मिट्टी, वायु में उपस्थित सूक्ष्म जीवाणुओं, मच्छर तथा मनुष्य के स्पर्श के कारण फैलते हैं। हैजा, टायफॉइड, उल्टी, दस्त, जुकाम इन्फ्लुएन्जा, तपेदिक, मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू तथा दाद-खाज जैसे चर्म रोग संक्रमक रोग के उदाहरण हैं।

असंक्रामक रोग वे रोग होते हैं जो छुआछूत से नहीं फैलते। ये पोषण की कमी से होते हैं। जैसे-विटामिन ए की कमी से रतौंधी का होना। कुछ असंक्रामक रोग वंशानुगत भी होते हैं जो बच्चों में अपने पूर्वजों या माता-पिता से आते हैं। वर्णान्धता एक ऐसा ही वंशानुगत रोग है।

 

अर्द्धवार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय – गृह शिल्प

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रदूषण किसे कहते हैं?
उत्तर:
प्रकृति के सन्तुलन में मानव द्वारा परिवर्तन करना ही प्रदूषण कहलाता है।

प्रश्न 2.
प्राथमिक चिकित्सा क्या है?
उत्तर:
प्राथमिक चिकित्सा उस चिकित्सा को कहते हैं जो दुर्घटना स्थल पर डॉक्टर के देखने से पूर्व की जाती है।

प्रश्न 3.
शरीर के विभिन्न भागों के नाप लेने की विधियों के नाम लिखिए।
उत्तर:

  1. प्रत्यक्ष नाप तथा
  2. वक्ष या सीट की नाप से नाप निकालना।

प्रश्न 4.
विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर:
विश्व जल दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है।

प्रश्न 5.
वस्त्र पर नमूना छापने की विधियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
नमूना छापने की दो विधियाँ निम्नलिखित हैं

  1. कार्बन पेपर द्वारा
  2. लकड़ी के ठप्पों द्वारा

प्रश्न 6.
सिलाई कला का अर्थ लिखिए।
उत्तर:
किसी कपड़े को नाप के अनुसार काट कर उसे सुई धागे द्वारा हाथ अथवा मशीन से जोड़ना ही सिलाई कला है।

प्रश्न 7:
पागल कुत्ते के काटने से कौन सा रोग होता है?
उत्तर:
हाइड्रोफोबिया।

प्रश्न 8.
जल का रासायनिक संकेत क्या हैं?
उत्तर:
H2O

प्रश्न 9.
डॉक्टर के आने से पहले दिया जाने वाला उपचार क्या कहलाता है ?
उत्तर:
डॉक्टर के आने से पहले दिया जाने वाला उपचार प्राथमिक उपचार कहलाता है।

प्रश्न 10.
अशुद्ध जल पीने से कौन-कौन से रोग होते हैं ?
उत्तर:
अशुद्ध जल पीने से टायफॉयड, पीलिया, हैजा, डायरिया तथा पेचिश जैसी बीमारियाँ होती हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
जल का हमारे जीवन में क्या महत्व है?
उत्तर:
जल का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। जल पीने, खाना पकाने, नहाने, कपड़ा धोने, सिंचाई, बिजली उत्पादन, मछली पालन, परिवहन उद्योग आदि कामों में आता है इसलिए जल को जीवन का आधार माना गया है।

प्रश्न 12.
कढ़ाई करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर:
कढ़ाई करते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए |

  1. नमूना वस्त्र के अनुकूल हो, छोटे वस्त्र पर छोटा और बड़े पर बड़ा।
  2. थागों के रंगों का उचित चुनाव करना चाहिए।
  3. रंग पक्के और चमकदार होने चाहिए।
  4. धागे की गाँठ को कढ़ाई में छिपा देना चाहिए।

प्रश्न 13.
प्राथमिक चिकित्सा पेटी से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
प्राथमिक उपचार के दौरान उपयोग में आने वाली वस्तुओं को जिस बॉक्स में रखा जाता है। उसे प्राथमिक चिकित्सा पेटी कहा जाता है, जिसका उपयोग कर पीड़ित व्यक्ति को तत्काल आने वाली परेशानियों से बचाया जा सकता है।

प्रश्न 14.
सिलाई की आवश्यकता क्यों पड़ती है ?
उत्तर:
घर में कभी भी सिलाई का काम निकल आता है, जैसे- वस्त्र का कहीं से कट जाना, सिलाई खुल जाना, चूहों द्वारा काटा जाना आदि। ऐसे कपड़ों को ठीक करने के लिए सिलाई की आवश्यकता पड़ती है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
मधामक्खी के काटने पर क्या लक्षण होते हैं तथा उसका उपचार क्या है ?
उत्तर:
मधुमक्खी के काटने से बहुत पीड़ा होती है। जलन होती है, चकत्ते पड़ जाते हैं। इंक की नोंक शरीर में रह जाती है, जिससे विष फैलने से उस स्थान पर सूजन हो जाती है। उपचार- कटी जगह को स्प्रिट या साबुन से थोना चाहिए। डंक को नुकीली चीज से निकालना चाहिए। घाव पर हल्का अमोनिया या नौसादर और चूना बराबर-बराबर मात्रा में लेकर लगाना चाहिए। ठंडा और गर्म सेंक देना लाभदायक होता है। रोगी को प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर के पास ले जाना चाहिए।

प्रश्न 16.
कढ़ाई कला में उपयोगी उपकरणों के नाम एवं उनके प्रयोग लिखिए।
उत्तर:
कढ़ाई कला में उपयोगी उपकरणों के नाम एवं उनके प्रयोग

  1. ट्रैसिंग पेपर- यह पतला कागज होता है। चित्र पर रखने से चित्र दिखाई देता है। इसलिए इसे नमूने के ऊपर रखकर नमूना उतारते हैं।
  2. कार्बन पेपर- इससे भी कपड़े पर नमूना छापते हैं। कार्बन पेपर कई रंग के होते हैं- लाल, नीला, काला, सफेद आदि। गहरे नीले, काले वस्त्र पर लाल या सफेद कार्बन पेपर से छापते हैं। हल्के रंग के वस्त्र पर काले नीले कार्बन पेपर से छापते हैं।
  3. पेंसिल- यह नमूना उतारने और छापने के काम आती है।
  4. सुई- सुई कई प्रकार की होती है- पतली, मोटी,, मैटी एवं मशीन की सुई । साधारण वस्त्र पर कढ़ाई करने के लिए पतली सुई का प्रयोग करते हैं। मैटी के लिये मैटी की सुई प्रयोग करते हैं।
  5. धागा- विभिन्न प्रकार के रंगीन धागे कढ़ाई करने के काम आते हैं।
  6. फ्रेम- यह लकड़ी या प्लास्टिक का गोलाकार होता है जिसे फ्रेम कहते हैं। इसमें लगाकर कपड़े को तान देते हैं जिससे कढ़ाई करने में सुविधा होती है।
  7. छोटी कैंची- धागा काटने के काम आती है।
  8. कढ़ाई किट- इसमें कढ़ाई का सभी सामान एकत्रित रखते हैं ताकि सामान सुरक्षित और साफ रहे।

 

वार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय – गृह शिल्प

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
ऊनी वस्त्र कितने प्रकार से बुने जाते हैं, उनके नाम लिखिए।
उत्तर:
ऊनी वस्त्र दो प्रकार से बुने जाते हैं-

  1. हाथ द्वारा
  2. मशीन द्वारा

प्रश्न 2.
आकस्मिक आवश्यकता की किन्हीं चार वस्तुओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
टॉर्च, दवा, प्राथमिक चिकित्सा पेटी, रस्सी

प्रश्न 3.
चाय बनाने में कौन-कौन सी आवश्यक सामग्री प्रयुक्त होती हैं ?
उत्तर:
चाय बनाने में चीनी, चाय पत्ती, दूध, पानी, बनाने का बर्तन और छानने की छन्नी चाहिए।

प्रश्न 4.
बिजली से चलने वाले चूल्हों के नाम लिखिए।
उत्तर:
बिजली से चलने वाले चूल्हें हैं – हीटर, इण्डक्शन चूल्हा, माइक्रोवेव तथा टोस्टर।

प्रश्न 5.
बुनाई कला का क्या अर्थ है?
उत्तर:
कलात्मक ढंग से ऊन के फंदे बनाकर सलाइयों के माध्यम से डिजाइनदार वस्त्र तैयार करना ही बुनाई कला है।

प्रश्न 6.
आप अपने घर की दैनिक सफाई में कौन-कौन से कार्य करते हैं?
उत्तर:
हम अपने घर की दैनिक सफाई में फर्श पर झाडू देना पोंछा लगाना, बरतन धोना, कपड़े धोना आदि कार्य करते हैं।

प्रश्न 7.
वस्त्रों में सिकुड़न कैसे दूर करते हैं?
उत्तर:
वस्त्रों को प्रेस कर उनकी सिकुड़न दूर की जाती है।

प्रश्न 8.
वार्षिक सफाई में कौन-कौन से कार्य आते हैं ?
उत्तर:
वार्षिक सफाई में घर की दीवारों पर पुताई करने का कार्य तथा टूटी-फूटी दीवारों का प्लास्टर आदि ठीक करने का कार्य आता है।

प्रश्न 9.
वस्त्रों की नियमित धुलाई क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:
वस्त्र प्रयोग करने, पहनने आदि से गंदे हो जाते हैं। इस कारण वस्त्रों की नियमित धुलाई शारीरिक स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होती है।

प्रश्न 10.
हम ऊनी वस्त्र क्यों पहनते हैं?
उत्तर:
ठंड से अपने शरीर की सुरक्षा के लिए जाड़े में ऊनी वस्त्र पहनते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
नाप-तौल किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जब हम खाद्य पदार्थों की मात्रा कटोरी, गिलास व कप की सहायता से ज्ञात करते हैं, तब हम उसे नाप कहते हैं। इसी प्रकार जब हम खाद्य पदार्थों की मात्रा तराजू की सहायता से ज्ञात करते हैं, तब उसे तौल कहते हैं।

प्रश्न 12.
गृह प्रबंध से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
घर के सभी सदस्यों की आवश्यकता के अनुसार वस्तुओं की उपलब्धता तथा उनका उचित रख-रखाव या घर की समस्त वस्तुओं का उनके उपयोग के अनुसार रख-रखाव ही गृह-प्रबन्ध है। घर के सदस्यों में उचित तालमेल व सामंजस्य की दृष्टि से गृह-प्रबन्ध आवश्यक है।

प्रश्न 13.
स्वयं बुनाई करने के किन्हीं दो लाभों को लिखिए।
उत्तर:
स्वयं बुनाई करने के दो लाभ हैं-

  • अपने मनपसंद रंग व डिजाइन के वस्त्र कम दाम में बनाया जा सकता है।
  • समय का सदुपयोग होता है एवं धन कमाया जा सकता है।

प्रश्न 14.
ईंधन की बचत के दो उपाय लिखिए।
उत्तर:
ईंधन की बचत के उपाय

  1. भोजन पकाने से पूर्व भोजन की पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए। उसके बाद ही ईथन जलाना चाहिए।
  2. दो मुँह वाले चूल्हे का प्रयोग करना चाहिए। उसमें एक ही समय में 2 वस्तुएँ तैयार होती हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
गृह प्रबंधा के क्या लाभ हैं, घर के प्रबंधन में किन-किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक हैं?
उत्तर:
गृह-प्रबन्ध में वस्तुओं के उपलब्ध होने के बाद उनका रख-रखाव होता है फिर उनकी नियमित सफाई सुनिश्चित की जाती है। गृह प्रबन्ध से सम्बन्धित कुछ विशेष बातें निम्नलिखित हैं

  1. भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना गृह प्रबन्धन के लिए आवश्यक है।
  2. गृह-प्रबन्धन का सीधा सम्बन्ध हमारी सोच, हमारी आदतों से होता है। ये आदत हमें स्वयं ही विकसित करनी होती है। अच्छे गृह-प्रबन्धन के लिए घर के सभी सदस्यों को एक-दूसरे की आदतों के बारे में बातें भी करते रहना चाहिए।
  3. गृह-प्रबन्धन के लिए हमें वस्तुओं के प्रयोग के तरीकों को भी जानना चाहिए।
  4. घर के उचित प्रबन्धन में समय-पालन का महत्व होता है। सभी सदस्यों को नित्यकर्म, नाश्ता, भोजन सही समय पर करना चाहिए।

प्रश्न 16.
टमाटर के सूप बनाने की विधिा लिखिए।
उत्तर:
टमाटर का सूप- आवश्यक समग्री- टमाटर-250 ग्राम, पानी-300 मिली०, अदरक-1 इंच का टुकड़ा, पिसी काली मिर्च चौथाई छोटा चम्मच, भुना पिसा जीरा-चौथाई छोटा चम्मच।

विधि- टमाटर धोकर छोटे-छोटे टुकड़े करें। स्टील के भगोने में थोड़े पानी में डालकर आग पर रखें। अदरक, काली मिर्च, नमक डालकर पकाएँ। महीन कपड़े से छानकर बीज व छिलका अलग करें। थोड़ा भुना जीरा डालकर परोसें।

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UP Board Class 6 Agricultural Science Model Paper कृषि विज्ञान

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Board UP Board
Class Class 6
Subject Agricultural Science
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 6 Agricultural Science Model Paper कृषि विज्ञान

सत्र परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-कृषि विज्ञान

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मृदा में पाए जाने वाले घटक व उनकी प्रतिशत मात्रा लिखिए।
उत्तर:
मृदा में खनिज 45 प्रतिशत, जैविक पदार्थ 5 प्रतिशत, मृदा जल 25 प्रतिशत, मृदा वायु 25 प्रतिशत हैं।

प्रश्न 2.
प्रारम्भिक भू-परिष्करण किसे कहते हैं?
उत्तर:
खेत की तैयारी से बीज बोने तक जितने भी कृषि कार्य किए जाते हैं, उन्हें प्रारम्भिक भू-परिष्करण कहते हैं।

प्रश्न 3.
जैविक खाद का प्रयोग कब किया जाता है?
उत्तर:
जैविक खाद का प्रयोग बुआई से पूर्व किया जाता है?

प्रश्न 4.
खाद के रूप में प्रयोग की जाने वाली तीन खलियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
खाद के रूप में प्रयुक्त होने वाली तीन खलियों के नाम हैं – नीम, महुआ’ और अलसी।

प्रश्न 5.
उत्तर प्रदेश की प्रमुख मृदाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
मृदा पृथ्वी का सबसे ऊपरी भाग है, जो चट्टानों एवं खनिजों के टूटने-फूटने व स्थानांतरित होकर एकत्रित होने से बनी है।

प्रश्न 6.
खाद किसे कहते हैं?
उत्तर:
जीव-जन्तुओं एवं पेड़-पौधों के अवशेषों के विघटित अंश को ‘खाद’ कहते हैं। गोबर और घर का कचरा सड़ने के बाद खाद बन जाता है।

प्रश्न 7.
नालों की निचली सतह में क्या जमा हो जाता है?
उत्तर :
सिल्ट

प्रश्न 8.
खेत में खरपतवार नष्ट करने के लिए क्या-क्या कार्य करेंगे?
उत्तर:
खरपतवार नष्ट करने के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए जिससे खरपतवारों की जड़े एवं कंद मृदा सतह पर आकर धूप एवं वायु से नष्ट हो सकें।

प्रश्न 9.
कार्बनिक पदार्थ का मृदा पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
कार्बनिक पदार्थ का मृदा पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इससे मृदा का उपजाऊपन बढ़ जाता है।

प्रश्न 10.
चट्टानों एवं खनिजों के टूटने से क्या प्राप्त होता है?
उत्तर:
बालू

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
पौधों में नाइट्रोजन के महत्त्व को लिखिए।
उत्तर:
नाइट्रोजन को पोषक तत्वों का राजा कहते हैं। यह एक संरचनात्मक तत्त्व है। नाइट्रोजन पौधों में हरा रंग क्लारोफिल उत्पन्न करता है। यह पौधों की तीव्र वृद्धि में सहायक होता है।

प्रश्न 12.
गर्मी की जुताई का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
गर्मी की जुताई खरीफ की फसलों की बुवाई से पहले की जाती है। भीषण गर्मी के बाद गर्म आई मौसम आता है। इस समय वर्षा रुक-रुककर होती रहती है जो घास जमने को प्रोत्साहित करती है, यद्यपि फसलों को उगने के लिए उचित दशाएँ उपलब्ध नहीं होती।

प्रश्न 13.
खादर या कछारीय मृदा किसे कहते हैं?
उत्तर:
ये नवीन जलोढ़ मृदाएँ हैं ये हल्के भूरे रंग की छिद्रयुक्त महीन कणों वाली होती हैं। चूना, पोटाश व मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।

प्रश्न 14.
गोबर गैस संयंत्र से होने वाले लाभों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
गोबर गैस संयंत्र से लाभ –

  1. भोजन पकाने के लिए ईंधन के रूप में गैस प्राप्त होती है।
  2. गैस का उपयोग गैस लैंप में प्रकाश के लिए भी किया जाता है।
  3. संयंत्र से गोबर की खाद (गाद) प्राप्त होती है।
  4. इस खाद (गाद) में सामान्य गोबर की खाद से कई गुना अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
काली मृदा के गुण-दोष लिखिए।
उत्तर:
काली मृदा के गुण व दोष

  1. यह मृदा गहरे भूरे, काले रंग की होती हैं।
  2. इस मृदा में लोहा, चूना, कैल्सियम, मैग्नीशियम तथा मृत्तिका की प्रचुरता होती है।
  3. इस मृदा में नवजन, फॉस्फोरस तथा कार्बनिक पदार्थ की न्यूनता पाई जाती है।
  4. यह मृदा स्वभाव में चिपचिपी एवं सुघट्य होती है।
  5. इस मृदा में सिकुड़ने एवं फूलने का गुण पाया जाता है तथा सूखने पर दरारें पड़ जाती हैं।
  6. यह मृदा काली, कपासी मृदा एवं रेगुर के नाम से भी प्रचलित है।

प्रश्न 16.
खाद को वर्गीकृत करते हुए हरी खाद बनाने की विधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
खाद के प्रकार – यह मुख्यतः दो प्रकार की होती है
(i) जैविक खाद

  • (क) गोबर की खाद
  • (ख) कम्पोस्ट की खाद
  • (ग) हरी खाद
  • (घ) खली की खाद
  • (ङ) मल-मूत्र की खाद

(ii) उर्वरक या रासायनिक खाद

  • (क) नाइट्रोजन उर्वरक
  • (ख) फॉस्फेटिक उर्वरक
  • (ग) पोटाश उर्वरक
  • (घ) उर्वरक मिश्रण

हरी खाद बनाने की विधि – इस विधि से जिस खेत में खाद देनी होती है, उसी में हरी खाद की फसल को लगभग एक माह पश्चात् खेत में ही पाटा लगाकर गिरा देते हैं। इसके बाद मिट्टी पलटने वाले हल से जुताई कर देते हैं। जिससे सभी हरे पौथे मिट्टी में दब जाते हैं। कुछ दिन में पौधे सड़-गलकर खाद बन जाते हैं।

 

अर्द्धवार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-कृषि विज्ञान

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
फसलों में बाड़ लगाने का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
फसलों में बाड़ लगाने से जंगली एवं पालतू जानवरों से फसल की सुरक्षा होती है।

प्रश्न 2.
साधारण बीज किसे कहते हैं?
उत्तर:
कृषक बीज को साधारण बीज कहते हैं।

प्रश्न 3.
संकर बीज का प्रयोग कितनी बार किया जाता है?
उत्तर:
संकर बीज का प्रयोग केवल एक बार किया जाता है।

प्रश्न 4.
कैंटीली झाड़ी द्वारा बाड़ लगाने में किन-किन पौधों का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर:
कैंटीली झाड़ी लगाने हेतु करौंदा, झरबेरी, बबूल इत्यादि पौधों का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 5.
उन्नतिशील बीज को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
उन्नतिशील बीज वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग कर बनाए जाते हैं।

प्रश्न 6.
गेहूँ की तीन उन्नतशील किस्में लिखिए।
उत्तर:
गेहूँ की तीन उन्नतशील किस्में-एच.डी. 2285, मालवीय-234 तथा पी.बी. डब्लू-343 है।

प्रश्न 7.
गेहूं की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए नाइट्रोजन की कितनी मात्रा प्रयोग करनी चाहिए?
उत्तर:
120 किग्रा० प्रति हेक्टेयर |

प्रश्न 8.
उड़द को बुवाई से पूर्व किस रसायन से उपचारित करते हैं?
उत्तर:
उड़द को बुवाई से पूर्व अच्छी पैदावार व सही बढ़ोतरी के लिए राइजोबियम जैसे रसायन से उपचारित करते हैं।

प्रश्न 9.
सुगन्धित धान की दो प्रजातियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
टी-3, बासमती-370

प्रश्न 10.
फसलों को सिचाई की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
उत्तर:
पौधों को बढ़वार के लिए

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
पौधों की बाड़ लगाने से क्या लाभ होता है?
उत्तर:
इस विधि में जानवरों से फसलों की सुरक्षा मेड़ों के किनारे झाड़दार पौधे लगाकर की जाती है। बाड़ लगाने हेतु सरपत, मेंहदी आदि पौधों का चुनाव किया जाता है।

प्रश्न 12.
उन्नतिशील बीज कैसे बनाया जाता है?
उत्तर:
इस तरह के बीज वैज्ञानिक विधि से बनाए जाते हैं। इनको बनाने में चार पाँच साल का समय लगता है।

प्रश्न 13.
मटर की सिंचित असिंचित क्षेत्र में खेती हेतु उर्वरक की मात्रा बताइए।
उत्तर:
मटर की खेती में कम्पोस्ट खाद लगाने के बाद 25-30 किग्रा० नाइट्रोजन, 50-60 किग्रा० फॉस्फोरस तथा 40-50 किग्रा० पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से लगाना चाहिए।

प्रश्न 14.
खखड़ी द्वारा बाड़ कैसे बनायी जाती है?
उत्तर:
इस विधि में पहाड़ी क्षेत्रों में पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़ों को दीवार की तरह खेत के चारों तरफ रखकर बाड़ बनाते हैं। इसमें सीमेन्ट या मिट्टी का प्रयोग दीवार बनाने हेतु नहीं किया जाता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
फसलों के लिए जल की आवश्यकता को प्रभावित करने वाले कौन-कौन से कारक हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जल की आवश्यकता को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं

  1. गर्मी में मृदा-जल का वाष्पीकरण अधिक होने से फसलों को अधिक जल चाहिए।
  2. बलुई व बलुई दोमट में जल रिसता है, इसलिए फसलों को अधिक जल चाहिए।
  3. धान, गन्ना जैसी फसलों को अधिक जल की जरूरत होती है।
  4. वर्षा की मात्रा व वितरण सिंचाई को प्रभावित करते हैं।
  5. अधिक जैविक खाद से जल धारण क्षमता बढ़ने से सिंचाई की जरूरत घटती है।
  6. रासायनिक उर्वरकों के अधिक प्रयोग से सिंचाई की अधिक जरूरत होती है।

प्रश्न 16.
गेहूं की फसल में सिंचाई प्रबन्धन का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सामान्यत: गेहूँ में 5-6 सिंचाई की आवश्यकता होती है। पहली सिंचाई बोने के 20-25 दिन बाद की जाती है, जो महत्त्वपूर्ण होती है। इसके बाद आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहना चाहिए। अंतिम सिंचाई से पहले वाली सिंचाई दूधिया अवस्था में करनी चाहिए। अन्त में हलकी सिंचाई दाना पकते समय करनी चाहिए।

 

वार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-कृषि विज्ञान

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
लू किस मौसम में चलती है?
उत्तर:
लू गर्मी के मौसम में चलती है।

प्रश्न 2.
पाला किस मौसम में पड़ता है?
उत्तर:
पाला सर्दी के मौसम में पड़ता है।

प्रश्न 3.
नींबू में …………… प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। वाक्य पूर्ण कीजिए।
उत्तर:
नींबू में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाई जाती है।

प्रश्न 4.
परिरक्षण में 10 से 15% नमक ………. के लिए विष का काम करता है। वाक्य पूर्ण कीजिए।
उत्तर:
परिरक्षण में 10 से 15% नमक जीवाणुओं के लिए विष का काम करता है।

प्रश्न 5.
ओला वृष्टि का क्या अर्थ है?
उत्तर:
ओला वृष्टि में, बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े आसमान से गिरते हैं।

प्रश्न 6.
बाग लगाने की किस विधि में 15 प्रतिशत पौधे अधिक लगाए जाते हैं?
उत्तर:
षट्भुजाकार विधि में।

प्रश्न 7.
ऊष्मा द्वारा परिरक्षण कैसे किया जाता है?
उत्तर:
खाद्य पदार्थों के जीवाणुओं को सामान्यतः 65 डिग्री सेल्सियस ऊष्मा पर गर्म करके नष्ट किया जाता

प्रश्न 8.
बाग के लिए सबसे उपयुक्त मृदा कौन-सी होती है?
उत्तर:
दोमट

प्रश्न 9.
अमरूब की खेती किस जलवायु में अच्छी होती हैं?
उत्तर:
शुष्क जलवायु में।

प्रश्न 10.
तरल तथा पेय पदार्थों को परिरक्षित करने के लिए कौन-सा रसायन प्रयोग किया जाता है।
उत्तर:
पोटाशियम मेटाबाई सल्फेट तथा सोडियम बेन्जोएट।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
पाला पड़ने से पूर्व वातावरण में कौन-कौन से परिवर्तन होते हैं?
उत्तर:
पाला पड़ने से पूर्व आकाश का स्वच्छ होना, रात का तापमान कम होना, भूमि के निकट तापमान शून्य °C से भी कम होना, दिन में ठंडी हवा चले और रात में शांत हो जाए। जलवायु में वायु की मात्रा कम होना।

प्रश्न 12.
परिरक्षण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
फलों एवं सब्जियों को खराब होने से बचाने हेतु अथवा उनकी गुणवत्ता अधिक समय तक बनाए रखने के लिए की जाने वाली क्रियाओं को फल परिरक्षण कहते हैं।

प्रश्न 13.
अमरूद में तना छेदक कीट की रोकथाम कैसे की जाती है?
उत्तर:
अमरूद में तना छेदक कीट नियन्त्रण के लिए रुई को मिट्टी के तेल में भिगोकर कीट द्वारा बनाए छिद्रों में डालकर गीली मिट्टी से बन्द कर देते हैं।

प्रश्न 14.
नींबू के पौधे किस प्रकार तैयार किए जाते हैं?
उत्तर:
नींबू के पौधे को बीज द्वारा तथा वानस्पतिक प्रसारण की कई विधियाँ- कलिकायन, कर्तन, गूटी द्वारा तैयार की जाती है। कलिकायन विधि पौध तैयार करने की व्यावसायिक विधि हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
पौध खरीदते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
पौधा खरीदते समय बरती जाने वाली सावधानियाँ

1.प्रजाति के अनुसार चुनाव- पौधा विक्रेता एवं नर्सरी मालिक कई प्रकार की प्रजातियों के पौधों को एक में मिलाकर बेच देते हैं। जब यह पौधे दस बारह साल बाद फलते हैं तब उनकी प्रजाति का पता चलता है और पूरा बाग खराब हो जाता है। अतः पौधे खरीदते समय वांछित प्रजाति की पहचान करके ही खरीदें।

2. कलमी पौधों की जगह वेशी पौधों का रोपण- पौधा विक्रेता देशी पौधे सस्ते होने के कारण कलमी पौधे के साथ देशी पौधों को बेच देते हैं। पौधा खरीदते समय तना पर कलिकायन अथवा ग्राफ्टिंग का चीरा देखकर कलमी पौधे पहचाने जा सकते हैं तथा धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।

प्रश्न 16.
आम का मीठा अचार कैसे तैयार किया जाता है?
उत्तर:
आम का मीठा अचार
आवश्यक सामग्री- आम की फाँके – 1 किलोग्राम, नमक – 200 ग्रा, चीनी – 600 ग्रा, पीसी लाल मिर्च – 20 ग्रा, गर्म मसाला – 20 ग्रा, सोंठ – 15 ग्रा, सौंफ – 20 ग्रा, हींग – थोड़ा-सा।
बनाने की विधि- आमों को ठंडे पानी से धोते हैं। छिलका उतारकर लम्बाई में बड़े सरोते से काटकर फाँकों को स्टील के काँटों से छेदते हैं। चाशनी अचार को सुरक्षित रखती है। आम के फाँके चीनी की चाशनी को अच्छी तरह सोखते हैं। काँच के बर्तन में रखकर मसाले और चीनी को अच्छी तरह मिलाते रहें। 4-5 दिन धूप में रखते हैं।

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UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 8 शङ्कराचार्यः

UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 8 शङ्कराचार्यः

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शब्दार्थाः –

दिवंगतः = मृत्यु हो गई,
पूर्णालदी तीरे = पूर्णानदी के तट पर,
प्राविशत = प्रवेश किए,
आक्रोशत् = चिल्लाये,
श्रुत्वा = सुनकर,
सद्यः – तुरन्त,
शीघ्र, लब्ध्वा = प्राप्त किये,
निरच्छन् = निकल गए,
संस्थापितवान = संस्थापित किये,
द्वात्रिंशे वयसि = बत्तीसवें वर्ष में ।

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केरलराज्यस्य……………आसीत् ।
हिन्दी अनुवाद – केरल प्रदेश की पूर्णा नदी के किनारे पर एक शङ्कराचार्य का जन्म हुआ। इसके पिता का नाम ‘शिवगुरु’ और माता का नाम आर्याम्बा था। शङ्कर के बचपन में ही (UPBoardSolutions.com) शिवगुरु स्वर्ग सिधार गये। अतः आर्याम्बा ने ही शडूकर का पालन-पोषण किया। बाल्यकाल से ही वह अत्यधिक प्रतिभासम्पन्न था।

एकदा……………लिखितवान् ।
हिन्दी अनुवाद – एक बार शङ्कर ने स्नान के लिए नदी में प्रवेश किया। वहाँ एक मगरमच्छ ने उसको पकड़ लिया। वह जोर-जोर से चिल्लाया। माता उस (चिल्लाने) को सुनकर नदी के किनारे पर आ गयी। तब शङ्कर ने माता से कहा- माता! सन्यास ग्रहण करने के लिए मुझे अनुमति दे दो। तब ही मैं मगरमच्छ से मुक्त होऊगा।” आर्याम्बा शङ्कर का सन्यास ग्रहण करना नहीं चाहती थी। किन्तु पुत्र का कष्ट देखकर जैसा तुम चाहते हो वैसा करो’ ऐसा कहा। शीघ्र ही शङ्कर मगरमच्छ से मुक्त हो गया। सन्यास के लिए अनुमति पाकर शङ्कर घर से (UPBoardSolutions.com) निकल गया। आठ वर्षीय उसने (शङ्कर ने) ओंकारेश्वर क्षेत्र में आचार्य गोविन्द पाद से ज्ञान प्राप्त किया। बारह वर्षीय शङ्कर पूरे देश का भ्रमण करके काशी पहुँचा। सोलह वर्ष की अल्प अवस्था में उस (शङ्कर) ने ब्रह्मसूत्र का भाष्य (टीका) लिखा।

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आदिशङ्कर…………………विद्यते। |
हिन्दी अनुवाद – आदिशंकर ने अनेक प्रकार के मधुर स्तोत्रकाव्य भी रचे। उसने धर्म की रक्षा के लिए देश की चारों दिशाओं में चार मठों को संस्थापित किया। केवल बत्तीस वर्ष की अवस्था में ही शङ्कराचार्य ने ब्रह्मभाव प्राप्त किया। (अर्थातू वैकुण्ठ धाम को प्राप्त किया )। आदि शङ्कराचार्यः भारतवर्ष की एकता को बनाये रखने में और सनातन धम की प्रतिष्ठा करने में सब प्रकार से स्मरणीय हैं।

अभ्यासः

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

प्रश्न 2. यथायोग्यं योजयत (मिलान करके)
यथा-
UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 8 शङ्कराचार्यः 1

प्रश्न 3. एकपदेन उत्तरत
यथा-
(क) कालडीग्रामः कस्मिन् राज्ये अस्ति?
उत्तर – केरलराज्ये।
(ख) शङ्करस्य पिता कदा दिवंगतः?
उत्तर – बाल्यकाले।
(ग) माता पुत्रं केन गृहीतम् अपश्यतु?
उत्तर – मकरेण।
(घ) शङ्करः कस्य पर्यटनं कृत्वा काशीं प्राप्तवान्?
उत्तर – सम्पूर्ण देशस्य ।
(ङ) सम्पूर्णभारतवर्षे शङ्करः कस्य प्रचारम् अकरोतु?
उत्तर – सनातन धर्मस्य

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प्रश्न 4. सन्धि–विच्छेद कृत्वा सन्धि-नाम लिखत (लिखकर)
UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 8 शङ्कराचार्यः 2

प्रश्न 5. वाक्यानि रचयत (करके) –
उत्तर
पूर्णानदीतीरे – पूर्णानदीतीरे एकः ग्रामः अस्ति।
शङ्करस्य, – शङ्करस्य माता आर्याम्बा आसीत् ।।
सन्यासाय – शङ्करः सन्यासाय मातरं न्यवेदयत् ।
धर्मरक्षार्थम् – धर्मरक्षार्थम् श्री शङ्करः मठान संस्थापयत।

प्रश्न 6. रेखांकितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत
यथा – शङ्करस्य पितुः शिवगुरुः आसीत्।                शङकरस्य पितुः कः आसीत्?
(क) आचार्यशङ्करः बाल्यकालादेव प्रतिभासम्पन्नः आसीत् ।।
आचार्यशङ्करः बाल्यकालादेव कीदृशः आसीतू? ।
(ख) मातुः अनुमतिं लध्वा शङ्करः गृहात निरगच्छत् ।
मातुः किं लब्ध्वा शङ्करः गृहात् निरगच्छतु? ।
(ग) धर्मरक्षार्थं देशस्य चतुर्दिक्षु चतुरः मठान् संस्थापितवान् ।।
धर्मरक्षार्थं कस्य चतुर्दिक्षु चतुरः मठाने संस्थापितवान्?

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प्रश्न 7. अद्योलिखितानि वाक्यानि घटनाक्रमेण पुस्तिकायां लिखत (करके) –
(क) 788 तमे वर्ष शङ्कराचर्यस्य जन्म अभवत्। ।
(ख) अष्टवर्षीयः सः ओंकारेश्वरक्षेत्रे आचार्यगोविन्दात् ज्ञानं प्राप्तवान् ।
(ग) द्वाद्वशवर्षीयः शंङ्करः सम्पूर्णदेशस्य पर्यटनं कृत्वा काश प्राप्तवान् ।
(घ) केवलं द्वात्रिंशे एव वयसि शङ्कराचार्यः ब्रह्भावम उपगतः।।

नोट – विद्यार्थी शिक्षण-सङ्केतः, ‘एतपि जानीत’ और स्मरणीयम् शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 7 विमानयानं रचयाम

UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 7 विमानयानं रचयाम

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शब्दार्थाः –

विमानयानम् = हवाई जहाज,
रचयाम = निर्माण करते हैं।
विपुले = विस्तृत।
विमले = स्वच्छ।
वायुविहारम = वायु विहार।
करवाम = करें।
उन्नतवृक्षम् = ऊँचे पेड़।
तुङ्गम् = ऊँचा।
क्रान्त्वाकाश = आकाश को पार करके।
याम = चलें ।
कृत्वा = करके।
हिमवन्तं = हिमालय को।
सोप निमु= सीढी ।
चन्दिरलोकम् = चन्द्रलोकम को।
प्रविष्ठाम = प्रवेश करें।
शुक्रश्चन्द्रः = शुक्र और चन्द्रमा ।
सूर्योगुरिति = सूर्य और गुरू।
सुन्दरताराचित्वा = सुन्दर तारों को चुनकर ।
मौक्तिकहारं = मोती का हार ।
अम्बुदमालाम् = मेघमाला को ।
अम्बरभूषाम् = आकाश की शोभा को ।
आदाय = लेकर के।
प्रतियाम = लौटें।
दुःखित = दुःख से।
गृहेषु = घरों में।
हर्षम् = खुशी ।
जनयाम = लायें।

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राघव !………………………….करवाम।।1।। 
हिन्दी अनुवाद – हे राघव, माधव हे सीता, ललिता, हवाई जहाज बनायें। विस्तृत, स्वच्छ नील गगन में वायु विहार करें।

उन्नतवृक्षं ……………………….प्रविशाम ।।2।।
हिन्दी अनुवाद – ऊँचे वृक्षों ऊँचे भवनों, आकाश को पार करके चलें । हिमालय को सीढ़ी बनाकर चन्द्रलोक में प्रवेश करें।

शुक्रश्चन्द्रः ………………..रचयाम।।3।।
हिन्दी अनुवाद – शुक्र और चन्द्र सूर्य और गुरु सारे ग्रहों की गणना करें। अनेक प्रकार के सुन्दर तारों को चुनकर मोतियों का हार बनायें ।

अम्बुदमालाम्……………..जन्याम् ।।4।।
हिन्दी अनुवाद – मेघमाला को, आकाश की शोभा को लेकर ही लौटें। दुःख से पीड़ित किसानों के गृहों में खुशी लायें।

गच्छन् ………गच्छति ।।5।।

अभ्यासः

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

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प्रश्न 2. एक पदेन उत्तरत
यथा – वयं किं रचयाम?
उत्तर – विमानयानम्
(क) कीदृशे गगने वायुविहारं करवाम?
उत्तर – विलमे
(ख) वयं विमानेन कुत्र प्रविशाभ?
उत्तर – चन्दिरलोक
(ग) वयं कीदृशं भवनं क्रान्त्वा आकाशं याम?
उत्तर – तुङ्ग

प्रश्न 3. पाठातू उचितपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत
(क) नीले गगने विपुले मिले
उत्तर – वायु विहारं करवाम् ।।
(ख) अम्बुदमालाम् अम्बरभूषाम् ।
उत्तर – आदायैव हि प्रतियाम्

प्रश्न 4. भिन्नवर्गस्य पंद चिनुत –
यथा- शुक्रः, वृक्ष, चन्द्रः, गुरुः।।
भिन्नवर्गः – वृक्षः
(क) छात्रः, शिक्षक, भिक्षुकः, प्रायार्यः।
भिन्नवर्गः – भिक्षुकः
(ख) शुकः, कपोतः, वानरः, काकः।।
भिन्नवर्गः – वानरः
(ग) पत्रम्, पुष्पम्, मित्रम्, फलम् ।।
भिन्नवर्गः – मित्रम्
(घ) सिंहः, मयूरः, मण्डूकः गजः।।
भिन्नवर्गः – मयूरः

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प्रश्न 5. पर्यायपदानि योजयत । यथा – विमले
UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 7 विमानयानं रचयाम 1

प्रश्न 6. पाठात् तुकान्त पदानि चिनुत ।
यथा –
विमले               विमले
भवनं                 सोपानं
गणयाम            एचयाम
प्रतियाम            जनयाम

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नोट – ‘शिक्षणसङ्केतः’ और ‘एतदपि जानीत’ विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 6 धरित्री रक्षत

UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 6 धरित्री रक्षत

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 6 (धरित्री रक्षत)

शब्दार्थाः –

प्रदत्तानि = प्रदान करती है,
तत्सर्वम् = ये सभी,
मातृस्वरूपा = माता के समान,
स्वगर्भ =  अपने अंदर,
क्रियमाणः = करते हुए,
विनष्टानि = समाप्त हो जाना,
छित्वा = काटकर,
अविचारितेन = बिना विचार किये हुए,
गरीयसी = बढ़कर,
पृथिव्याः = पृथिवी के,
समापतन्ति = आ जाती हैं।

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इयं धरित्री। …………………….पोषयन्ति। ।
हिन्दी अनुवाद – यह धरती है। हमारी माता के समान। (UPBoardSolutions.com) धरातल परे नदियाँ, पहाड़, वन भी है। सूर्य, चन्द्रमा, वायु, जल, प्रऔति प्रदत्त है। ये हमको पोषित करते हैं।

मनुष्यः ………………………..भवित।।
हिन्दी अनुवाद – मनुष्य स्वार्थवश प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग करता है। क्रमशः ये संसाधन समाप्त और दूषित हो जाते हैं। अब संसार की बढ़ती हुई जनसंख्या विचारणीय है। लोगों के निवास के . लिए वनों को काटकर मकान बनाये जाते हैं। पेड़ प्राणवायु देते हैं। पेड़ों के विनाश से पर्यावरण प्रदूषित होता है। प्रकृति का सौन्दर्य विलुप्त होता है। |

पर्यावरणस्य……………पृथिव्याः ।
हिन्दी अनुवाद – पंर्यावरण के विकृत हो जाने से विपत्तियाँ आती हैं। अतः विपत्तियों को दूर करने । के लिए हम सबके द्वारा पृथ्वी की रक्षा की जानी चाहिए। जब पृथ्वी सुरक्षित होती है तब मानव जीवन भी सुरक्षित हो जाता है। सत्य ही कहा गया है

‘भूमि (मेरी) माता है, मैं पृथ्वी का पुत्रा हूँ।

अभ्यासः ।

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

प्रश्न 2. एकपदेन उत्तरत
                 यथा                                                                                             उत्तर
का अस्माकम् मातृस्वरूपा?                                                                            धरित्री
(क) धरातले कानि सन्ति?                                                            नद्यः
(ख) कस्याः सौन्दर्यं विलुप्तं भवति?                                                  प्रकृतेः
(ग) शुद्धप्राणवायूं के ददति? ।                                                     वृक्षाः
(घ) विपत्तीनां निवारणाय कस्याः रक्षणम् आवश्यकम्?                              वसुधायाः

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प्रश्न 3. पूर्ण वाक्येन उत्तरत
यथा- पृथिव्याः अपरं नाम किम? – पृथिव्याः अपरं नाम धरित्री।
उत्तर- (क) प्राकृतिकसंसाधनानां दुरुपयोगं कः करोति?
प्राकृतिकसंससाधनानां दुरुपयोगं मनुष्यः करोति।
(ख) पर्यावरणस्य महती हानिः कथ भवति?
पर्यावरणस्य महती हानिः वृक्षाणां विनाशेन भवति।
(ग) का सर्वथा वन्दनीया सेवनीया च?
धरित्री सर्वथा वन्दनीया (UPBoardSolutions.com) सेवनीया च।

प्रश्न 4. मजूषातः उचितविशेषणशब्दान् चित्वा वाक्यानि पूरयत (पूरा करके) –
UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 6 धरित्री रक्षत 1
यथा– इयं अस्माकम् मातृस्वरूपा।।
(क) अधुना विश्वस्य वर्धमाना जनसंख्या सोचनीया। ।
(ख) अस्माभिः वसुधायाः रक्षणं कर्तव्यम् ।।
(ग) वृक्षाणां विनाशेन पर्यावरणं प्रदूषितं भवति।

प्रश्न 5. चित्रानुसारं संस्कृतपदानि रचयत (रचकर) –
UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 6 धरित्री रक्षत 2
उद्याने एकः आमृवृक्षः अस्ति।
वृक्षातु पत्रं पतति ।
वृक्षात् फलं पतति ।
उद्यानं सुन्दरम् अस्ति।

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प्रश्न 6. संस्कृत भाषायाम् अनुवादं कुरुत
(क) यह पृथ्वी हमारी माता के समान है।
अनुवाद – इयं धरित्री अस्माकं मातृस्वरूपा अस्ति।
(ख) इस पृथ्वी को वसुधा भी कहते हैं।
अनुवाद – पृथिव्याः अपरं नाम वसुधा अपि अस्ति।
(ग) हम सूर्य से ऊर्जा पाते हैं।
अनुवाद – सूर्यातू अस्मभ्यम् ऊर्जा प्राप्नोति।।
(घ) माता और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है।
अनुवाद – जननी, जन्मभूमिश्चय स्वर्गादपि गरीयसी।

प्रश्न 7. पाठात शब्दं चित्वा स्वमित्रैः सह अन्त्याक्षरीं कुरुत
यथा –
प्रथम वर्ग               द्वितीय वर्ग

पवनः                     नद्यः
यदा                        दृषितानि

उत्तर – विद्यार्थी स्वयं करें ।
शिक्षण संङ्केतः और एतदपि जानीत –

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नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

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