UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 कबीर और उनके गरु रामानन्द (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 कबीर और उनके गरु रामानन्द (महान व्यक्तिव)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 कबीर और उनके गरु रामानन्द (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

कबीर – कबीर ने मानव मात्र को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। इन्होंने अपने उपदेशों से समाज में व्याप्त बुराइयों का विरोध किया और आदर्श समाज की स्थापना पर बल दिया। .. कबीर का जन्म 1398 ई० में काशी में हुआ। नीरू और नीमा नामक जुलाहे दम्पति ने इनका पालन किया। इनकी पत्नी का नाम लोई और पुत्र व पुत्री के नाम क्रमशः कमाल और कमाली थे। कबीर कपड़ा बुनते थे और रामानन्द के शिष्य थे। कबीर अनपढ़ थे। इनका ज्ञान अनुभव और साधना पर आधारित था।

कबीर बाह्य आडम्बर से चिढ़ते थे। मौलवियों व पंडितों के कर्मकाण्ड, नमाज पढ़ना, मन्दिर में माला जपना, मूर्ति-पूजा करना, रोजे और उपवास आदि को कबीर आडम्बर समझते थे। कबीर की भाषा में (UPBoardSolutions.com) अनेक बोलियों के शब्द आ जाने के कारण वह सधुक्कड़ी कही जाती है। कबीर की वाणी को साखी, सबद और रमैनी रूपों में लिखा गया, जो ‘बीजक’ नाम से प्रसिद्ध है। कबीर गुरु को भगवान से बढ़कर मानते थे और निंदक को अपना हितैषी समझते थे।

मगहर में मरने से नरक मिलता है, कबीर ने इस धारणा को तोड़ा और मगहर जाकर सन् 1518 ई० में 120 वर्ष की आयु पाकर शरीर त्याग दिया। कबीर की वाणी मानवीय एकता का रास्ता दिखाने में सक्षम है।

रामानन्द – रामानन्द क्रान्तिकारी महापुरुष थे। इन्होंने रामानुजाचार्य की भक्ति परम्परा को उत्तर भारत में लोकप्रिय बनाया तथा ‘रामावत’ सम्प्रदाय का गठन कर राममंत्र का प्रचार किया।

रामानन्द का जन्म प्रयाग में हुआ। इनकी माता का नाम सुशीला और पिता का नाम पुण्यदमन था। इनके धार्मिक संस्कारों के कारण रामानन्द बचपन से पूजा-पाठ में रुचि लेने लगे। ये मेधावी बालक थे। प्रयाग में आरम्भिक शिक्षा के बाद इन्होंने काशी जाकर धर्मशास्त्रों का ज्ञान प्राप्त किया। वैष्णव सम्प्रदाय पर विश्वास रखने वाले गुरु राघवानन्द से शिक्षा-दीक्षा लेकर रामानन्द देश भ्रमण को निकल पड़े। इन्होंने समाज में फैली ऊँच-नीच, छुआछूत और जाति-पाँति की भावना को तोड़ने का प्रयास किया।

रामानन्द ने नए मार्ग और नए दर्शन (भक्ति मार्ग) की शुरुआत की। उसे अधिक उदार और समतामूलक बनाया। भक्ति के द्वार धनी, निर्धन, नारी-पुरुष, अछूत-ब्राह्मण, सभी के लिए खोल दिए। रामानन्द के (UPBoardSolutions.com) बारह प्रमुख शिष्य थे, जिनमें अनन्तानन्द, कबीर, रैदास, धन्ना, नरहरि, पीपा, भावानन्द, पदमावती और सुरसुर के नाम शामिल हैं।

रामानन्द के विचार और उपदेशों ने दो धार्मिक मतों को जन्म दिया- रूढ़िवादी और प्रगतिवादी। प्रगतिवादी सिद्धांत हिन्दू-मुसलमान सभी को मान्य थे।

रामानन्द सिद्ध सन्त थे। इन्होंने ईश्वरभक्ति को सुखमय जीवनयापन का सबसे अच्छा मार्ग बताया। ये राम के अनन्य भक्त और भक्ति आन्दोलन के जनक थे।

UP Board Solutions

अभ्यास

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए –

प्रश्न 1.
कबीर वाह्य आडम्बर किसे कहते थे?
उत्तर :
कबीर मसजिदों में नमाज पढ़ने, मन्दिरों में माला जपने, मूर्ति पूजा करने, रोजे और उपवास रखने को बाह्य आडम्बर कहते थे।

प्रश्न 2.
कबीर ने अपने उपदेशों में किन बातों पर बल दिया?
उत्तर :
कबीर ने अपने उपदेशों में समाज में फैली (UPBoardSolutions.com) बुराइयों का कड़ा विरोध किया और आदर्श समाज की स्थापना पर बल दिया।

प्रश्न 3.
सही कथन के सामने सही (✓) तथा गलत कथन के सामने गलत (✗) के निशान लगाइए (निशान लगाकर) –
उत्तर :

(क) कबीर की शिक्षा-दीक्षा काशी में हुई। (✗)
(ख) निन्दा करने वाले लोगों को कबीर अपना हितैषी समझते थे। (✓)
(ग) कबीर की वाणी को साखी, सबद, रमैनी तीन रूपों में लिखा गया है। (✓)
(घ) रामानन्द ने संस्कृत में अनेक ग्रन्थों की रचना की। (✓)

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
सही विकल्प चुनकर लिखिएकबीर की दृष्टि में गुरु का स्थान –

(क) माता-पिता के समान है।
(ख) भगवान के समान है।
(ग) भगवान से बढ़कर है।

उत्तर :
कबीर की दृष्टि में गुरु का स्थान – (ग) भगवान से बढ़कर है।

प्रश्न 5.
रामानंद के व्यक्तित्व की विशेषताओं के बारे में लिखिए।
उत्तर :
रामानंद का जन्म प्रयाग में हुआ था। बचपन से ही इनकी रुचि पूजा-पाठ में थी। रामानंद की प्रारंभिक शिक्षा प्रयाग में हुई थी। रामानंद प्रखर बुद्धि के बालक थे। रामानंद को जाति-पाँति का भेद-भाव पसंद नहीं था। उन्होंने धर्म शास्त्रों का ज्ञान काशी में प्राप्त किया। उन्होंने काशी प्रवास के दौरान गुरु राघवानंद से दीक्षा ली। रामानंद ने समाज में फैली ऊँच-नीच, छुआ छूत, जाति-पाँति के भेदभाव को दूर करने का भरसक प्रयास किया। उन्होंने एक नए मार्ग की शुरुआत की जिसे भक्ति मार्ग (UPBoardSolutions.com) की संज्ञा दी गई। रामनंद संस्कृत के विद्वान थे और संस्कृत में उन्होंने अनेक ग्रंथों की रचना की। वे हिंदी भाषा के प्रबल समर्थक थे। उनका मानना था कि हिंदी भाषा के माध्यम से सम्पूर्ण भारत को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है। ये कबीर के गुरु थे। लगभग 112 वर्ष की आयु में 1412 ई. में रामानंद का निधन हो गया।

प्रश्न 6.
रामानंद जी का दर्शन किस नाम से जाना जाता है और उसकी विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर :
रामानंद जी का दर्शन भक्ति मार्ग के नाम से जाना जाता है। इस मार्ग की विशेषता यह है कि इस मार्ग द्वारा भक्ति के द्वार धनी, निर्धन, पुरुष, नारी सबके लिए खोल दिए। धीरे-धीरे भक्ति मार्ग का प्रचार-प्रसार (UPBoardSolutions.com) इतना बढ़ गया कि इसे बौद्ध धर्म के आंदोलन से बढ़कर बताया गया।

UP Board Solutions

योग्यता विस्तार –

गुरु की महिमा तथा वाह्य आडंबर के विषय में कहे गए कबीर के एक-एक दोहे को याद कर सुनाइए।
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 कबीर और उनके गरु रामानन्द (महान व्यक्तिव) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 कबीर और उनके गरु रामानन्द (महान व्यक्तिव), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 क्रीडा – महोत्सवः (अनिवार्य संस्कृत)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 क्रीडा – महोत्सवः (अकारान्ताः पुंल्लिङ्गशब्दाः वर्तमानकालः च) (अनिवार्य संस्कृत)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 क्रीडा – महोत्सवः (अनिवार्य संस्कृत)

अद्य विद्यालयस्य ………………………. क्रीडा भवति। 

हिन्दी अनुवाद – आज विद्यालय का वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव है। क्रीड़ाक्षेत्र विद्यालय परिसर में ही है। अवनीश, उमेश, गोकुल, साधना, गीता इत्यादि लड़के-लड़कियाँ वॉलीबॉल में मॅजे हुए हैं। इस समय छठी और सातवीं कक्षाओं के छात्रों में खेल प्रतियोगिता हो रही है।

हमारे क्रीड़ा शिक्षक निर्णायक बने हैं। अवनीश के नेतृत्व में छात्र आते हैं। प्रतियोगिता देखने के लिए विद्यालय के सभी छात्र उपस्थित हैं। वे तालियों और शोर से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा रहे हैं। (UPBoardSolutions.com) खेल समाप्त होने के पश्चात प्रधानाध्यापक महोदय पुरस्कार स्वरूप गेंद प्रदान करते हैं। अध्यापक छात्रों में मिठाइयाँ बाँटते हैं। खेल से स्वास्थ्य लाभ होता है।

UP Board Solutions

अभ्यास

प्रश्न 1.
उच्चारण करें –
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं उच्चारण करें।

प्रश्न 2.
एक पद में उत्तर दें

(क) विद्यालये अद्य किम् अस्ति?
(ख) उमेशः कस्मिन् खेले निपुणः अस्ति?
(ग) कस्य नेतृत्वे छात्राः आगच्छन्ति?
(घ) छात्राः किं कुर्वन्ति?
(ङ) अध्यापकोः किं वितरन्ति?

उत्तर :

(क) वार्षिक क्रीडा महोत्सवः।
(ख) हस्तकन्दुके।
(ग) अवनीशस्य।
(घ) आगच्छन्ति।
(ङ) मिष्टान्नम्।

UP Board Solutions

प्रश्न 3.
मजूषा से उचित पदों का चयनकर रिक्त स्थानों को भरें (भरकर) –

(क) विद्यालयस्य परिसरे एव क्रीडा क्षेत्रम् अस्ति।
(ख) अस्माकं क्रीडाध्यापकाः निर्णायकाः भवन्ति।
(ग) अवनीशस्य नेतृत्वे छात्राः आगच्छन्ति।
(घ) प्रधानाध्यापकः पुरस्कारखपेण कन्दुकम् वितरति।
(ङ) अध्यापकाः छात्रेभ्यः मिष्टान्नं वितरन्ति

प्रश्न 4.
रेखांकित पदों के आधार पर प्रश्न निर्माण करें –

(क) अद्य विधयालस्य वार्षिक-क्रीडामहोत्सवः अस्ति।
उत्तर :
अद्य कस्य वार्षिक-क्रीडामहोत्सवः अस्ति?

(ख) प्रधानाध्यापकः पुरस्काररूपेण कन्दुकं वितरति।
उत्तर :
प्रधानाध्यापकः पुरस्काररूपेण किम् वितरन्ति?

UP Board Solutions

(ग) अध्यापकाः छात्रेभ्यः मिष्टान्नं वितरन्ति।
उत्तर :
के छात्रेभ्यः मिष्टान्नं वितरन्ति?

प्रश्न 5.
उत्तर :
UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 क्रीडा - महोत्सवः (अनिवार्य संस्कृत) 1

प्रश्न 6.
नीचे कर्ता, कर्म और थातु दिये गये हैं, उनसे उचित विभक्तियों को जोड़कर वाक्य रचना करें (वाक्य रचना करके) –

  • करीमः ओदनं खादति।
  • रमेशः ग्रामं गच्छति।
  • पीटरः पत्रं लिखति।
  • रमा कन्दुकं नीयते।

विशेष –
नोट –
विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 क्रीडा – महोत्सवः (अनिवार्य संस्कृत) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 क्रीडा – महोत्सवः (अनिवार्य संस्कृत), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 37 पंडित दीनदयाल उपाध्याय (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 37 पंडित दीनदयाल उपाध्याय (महान व्यक्तिव)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 37 पंडित दीनदयाल उपाध्याय (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर, सन् 1916 को राजस्थान में जयपुर के धनकिया में हुआ था। जब ये ढाई वर्ष के थे तभी इनके पिता भगवती प्रसाद का देहांत हो गया। जब ये सात वर्ष के थे तो इनकी माता रामप्यारी देवी का देहांत हो गया। उन्होंने अपने ननिहाल में रहकर प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की पढ़ाई पूरी की। कानपुर में सनातन धर्म कॉलेज से बी.ए. किया। आगरा के सेंट जॉन कालेज से अंग्रेजी साहित्य में एम.ए. करने के दौरान वे नाना जी देशमुख के सम्पर्क में आए। बीमार ममेरी बहन की सेवा करने के कारण पंडित दीनदयाल एम.ए. वितीय वर्ष की पढ़ाई पूरी नहीं कर सके। पंडित दीनदयाल समाज के लिए कुछ अलग करना चाहते थे अतः नौकरी का विचार त्याग कर समाज सेवा का स्वप्न लिए भाऊराव देवरस के पास गए और स्वयं को आजीवन समाज सेवा के प्रति समर्पित कर दिया।

एक निर्भीक पत्रकार, प्रखर लेखक, गहन अध्येता के रूप में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान को सदैव याद किया जाएगा। सन् 1947 ई० श्री भाऊराव देवरस की प्रेरणा से उन्होंने ‘राष्ट्रधर्म’ पत्रिका का प्रकाशन (UPBoardSolutions.com) शुरू किया। फिर ‘पांचजन्य’ और दैनिक ‘स्वदेश’ का प्रकाशन सुरू किया। फिर उन्होंने प्रसिद्ध उपन्यास ‘सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य’ और ‘जगत गुरु शंकराचार्य’ लिखा। ‘अखण्ड भारत क्यों’ उनकी प्रमुख कृति है।

उनका मानना था कि समाज में छुआछूत और भेदभाव राष्ट्र की एकता के लिए घातक है। वे स्वदेशी के पक्षधर थे। एक बार उन्होंने कहा था- “विश्व का ज्ञान और आज तक की संपूर्ण परंपरा के आधार पर हम ऐसे भारत का निर्माण करेंगे, जो हमारे पूर्वजों के भारत से भी अधिक गौरवशाली होगा।” हम (UPBoardSolutions.com) सभी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे तेजस्वी, तपस्वी एवं यशस्वी महापुरुष के सपनों के भारत का निर्माण करने का संकल्प लेना चाहिए।

UP Board Solutions

अभ्यास

प्रश्न 1.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय को बचपन में किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?
उत्तर :
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जब ढाई वर्ष के थे तो उनके पिता का देहांत हो गया। उनके पिता रेल कर्मचारी थे। पिता की मृत्यु के बाद उनकी माँ उन्हें लेकर उनके पिता के पैतृक गाँव चली गई। जब वे सात वर्ष के थे तब उनके माता का भी देहांत हो गया अतः उनका बचपन उनके ननिहाल में बीता। इस प्रकार उनको बचपन में अनेक (UPBoardSolutions.com) कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

प्रश्न 2.
बालक दीनदयाल ने किस प्रसंग पर यह कहा था कि मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए?
उत्तर :
पिलानी के बिरला कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के बाद जब वे समाजसेवी व उद्योगपति घनश्याम दास बिरला से मिलने गए तो बिरला जी ने उन्हें पुरस्कार में स्वर्ण पदक और दो सौ पचास रुपये देते हुए उनसे पूछा कि- “तुम्हें क्या चाहिए बेटा?” इसी प्रसंग पर उन्होंने कहा था कि- “मुझे आपका आशिर्वाद चाहिए।

प्रश्न 3.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने कौन-कौन सी पुस्तकों की रचना की?
उत्तर :
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने ‘सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य’, ‘जगत गुरु शंकराचार्य’ और ‘अखंड भारत क्यों आदि पुस्तकों की रचना की।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
राष्ट्रधर्म प्रकाशन से प्रकाशित होने वाली पत्र-पत्रिकाओं का नाम बताइए।
उत्तर :
राष्ट्रधर्म प्रकाशन से ‘राष्ट्रधर्म’ एवं पांचजन्य पत्रिका, दैनिक स्वदेश तथा सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य’, जगत गुरु शंकराचार्य उपन्यास तथा ‘अखंड भारत क्यों’ आदि पुस्तकें प्रकाशित होती थीं।

प्रश्न 5.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चरित्र की किसी एक विशेषता के बारे में लिखिए?
उत्तर :
पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक बार वाराणसी से बलिया जा रहे थे। तृतीय श्रेणी के डिब्बे में तिल रखने की भी जगह नहीं थी। कार्यकर्ताओं ने उनका बिस्तर वितीय श्रेणी में लगा दिया बलिया पहुँचने पर (UPBoardSolutions.com) उन्होंने दोनों श्रेणियों के किराये का अंतर स्टेशन मास्टर के पास जमा करा दिया।

प्रश्न 6.
‘एकात्म मानववाद से राष्ट्र की उन्नति कैसे होगी? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ‘एकात्म मानववाद’ के प्रवर्तक थे। एकात्म मानववाद का अर्थ है, सबके लिए एक धर्म अर्थात् मानव धर्म। जहाँ मनुष्यों में कोई भेदभाव न हो। अगर समाज के प्रत्येक व्यक्ति को समान साधन, समान अवसर एवं समान स्वतंत्रता प्राप्त होगी तो भारत निसंदेह और तेजी से उन्नति करेगा।

प्रश्न 7.
राष्ट्रधर्म पत्रिका का प्रकाशन किसकी प्रेरणा से दीनदयाल जी ने किया था?
उत्तर :
राष्ट्रधर्म पत्रिका का प्रकाशन दीनदयाल जी ने भाऊराव देवरस की प्रेरणा से सुरू किया था।

UP Board Solutions

प्रश्न 8.
पंडित दीनदयाल के अनुसार राष्ट्रीयता का आधार क्या है?
उत्तर :
पंडित दीनदयाल राष्ट्रीयता का आधार भारत माता को मानते थे।

प्रश्न 9.
पंडित दीनदयाल जी के अनुसार ‘एकात्म मानववाद’ क्या है?
उत्तर :
पंडित दीनदयाल के अनुसार एकात्म (UPBoardSolutions.com) मानववाद का अर्थ है जहाँ विविध संस्कृतियाँ विकसित हों और एक ऐसे मानव धर्म का सृजन हो, जिसमें समाज के प्रत्येक व्यक्ति को समान समय, अवसर, और स्वतंत्रता प्राप्त हो।

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 37 पंडित दीनदयाल उपाध्याय (महान व्यक्तिव) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 37 पंडित दीनदयाल उपाध्याय (महान व्यक्तिव), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 15 महाराजा सुहेलदेव (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 15 महाराजा सुहेलदेव (महान व्यक्तिव)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 15 महाराजा सुहेलदेव (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

बहराइच महर्षि अष्टावक्र और भगवान बुद्ध की तपस्थली रहा है। इस जनपद में बाबागंज रेलवे स्टेशन से तीन किमी दूर चरदा नामक स्थान है। यहाँ सुहेलदेव नामक राजा राज करते थे। इन्हें सुहिरिध्वज भी कहा जाता है। ‘चरदा का डीह’ इनका किला माना जाता है। वीर राजा सुहेलदेव ने पहाड़ी राजाओं की संयुक्त सेना गठित करके चितौरा झील नामक स्थान पर महमूद गजनवी के नवासे सैयद सालार मसूद गाजी को परास्त कर मार डाला था। इन्होंने अन्य विदेशी आक्रमणकारियों से भी (UPBoardSolutions.com) लोहा लिया था और प्रजा की सुरक्षा की थी। चितौरा झील के किनारे एक मन्दिर बनाया गया है। यहीं राजा सुहेलदेव की एक मूर्ति भी स्थापित की गई है। इनकी स्मृति में इस स्थान का नाम सुहेलनगर रखा गया है। प्रतिवर्ष वसन्तपंचमी को यहाँ मेला लगता है।

UP Board Solutions

अभ्यास

प्रश्न 1.
महाराजा सुहेलदेव कहाँ के राजा थे, और वे क्यों प्रसिद्ध हैं?
उत्तर :
महाराजा सुहेलदेव चरदा के राजा थे। इन्होंने सैयद सालार मसूद गाजी को हराया था और विदेशी आक्रमणकारियों से लोहा लेकर जनता की रक्षा की थी। वे अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध हैं।

प्रश्न 2.
बहराइच जनपद किन-किन विभूतियों की तपस्थली रही है?
उत्तर :
बहराइच जनपद महर्षि अष्टावक्र और भगवान बुद्ध की तपस्थली रही है।

प्रश्न 3.
भगवान बुद्ध बहुत वर्षों तक जेतवन क्यों जाते थे ?
उत्तर :
भगवान बुद्ध कई वर्षों तक वर्षा ऋतु के चौमासे व्यतीत करने जेतवन जाते थे।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
नीचे कथनों पर सही (✓) या गलत (✗) का चिह्न लगाइए –
उत्तर :

(क) महाराजा सुहेलदेव को मकरिध्वज नाम से भी जाना जाता है। (✗)
(ख) चरदा की डीह राजा सुहेलदेव का किला माना जाता है। (✓)
(ग) सुहेलनगर में प्रतिवर्ष वसंत पंचमी को मेला लगता है। (✓)
(घ) सैयद सालार मसूद गाजी टेढ़ी नदी के किनारे युद्धा में विजयी हुआ। (✗)

योग्यता विस्तार –

अपने जनपद की उन महान विभूतियों के बारे में पता कीजिए जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रे में भारत का नाम रोशन किया है।
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

UP Board Solutions

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 15 महाराजा सुहेलदेव (महान व्यक्तिव) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 15 महाराजा सुहेलदेव (महान व्यक्तिव), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 6 English Essays (निबन्ध )

UP Board Solutions for Class 6 English Essays (निबन्ध )

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 English. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 English Essays (निबन्ध ).

Essays (निबन्ध)

THE Cow (गाय)

The cow is a pet animal. It is a gentle animal. Its colour is white. It has four legs. It has two horms. It has two eyes. It has two ears. It has a long tail. It eats grass. It gives us milk. We call it mother.

हिन्दी अनुवाद- गाय एक पालतू जानवर है। वह एक सीधा पशु है। उसका रंग सफेद है। उसकी चार टाँगें होती हैं। उसके दो सींग होते हैं। उसकी दो आँखें होती हैं। उसके (UPBoardSolutions.com) दो काम होते हैं। उसकी एक लम्बी पूँछ होती है। वह घास खाती है। वह हमें दूध देती है। हम उसे माँ कहकर पुकारते हैं।

UP Board Solutions

THE DOG (कुत्ता)

The dog is a faithful animal. I have a black dog. Some dogs are brown. Some are white. It has four legs. It has two eyes. It has two ears. It has one tail. It eats bread and meat. It runs very fast.

हिन्दी अनुवाद- कुत्ता एक वफादार पशु है। मेरे पास काला कुत्ता है। कुछ कुत्ते भूरे होते हैं। कुछ सफेद होते हैं। उसकी चार टाँगें होती हैं। उसकी दो आँखें होती हैं। उसके दो कान होते हैं। उसकी एक पूँछ होती हैं। वह रोटी और मांस खाता है। वह बहुत तेज दौड़ता है।

THE ELEPHANT ( हाथी)

The elephant is a big animal. It has four legs. It has two eyes. Its eyes are very small. It has two ears. Its ears are like fans. It eats grass, leaves and bread. It is very fond of sugarcane.

हिन्दी अनुवाद- हाथी एक बड़ा पशु है। उसकी चार टाँगें होती हैं। उसकी दो आँख होती हैं। उसकी आँखें बहुत छोटी होती हैं। उसके दो कान होते हैं। उसके कान पंखे के (UPBoardSolutions.com) समान होते हैं। वह घास, पत्तियाँ और रोटी खाता है। वह गन्ने का बहुत शौकीन होता है।

MY FRIEND ( मेरा मित्र)

He is Anil. He is my friend. He is my class fellow. He lives near my house. His father is a teacher. He is very wise. He plays with me. He works hard. His teachers love him. He always helps me.

हिन्दी अनुवाद- वह अनिल है। वह मेरा मित्र है। वह मैरी सहपाठी है। वह मेरे घर के पास रहता है। उसके पिता जी एक अध्यापक हैं। वह बुद्धिमान है। वह मेरे साथ खेलता है। वह कठिन परिश्रम करता है। उसके अध्यापक उसे प्रेम करते हैं। वह सदा मेरी सहायता करता है।

UP Board Solutions

MY SCHOOL( मेरा विद्यालय)

I read in Gove. Inter School. The building of my school is very big. There are fifty.. rooms. There are vast fields. There is a beautiful garden. There (UPBoardSolutions.com) are sixty teachers in my school. There are nine hundred fifty students. It shows good results every year. Sh. Gyan Chand is the Principal of our school. All teachers love the students.

हिन्दी अनुवाद- मैं राजकीय इन्टर विद्यालय में पढ़ता हूँ। मेरे विद्यालय की इमारत बहुत बड़ी है। इसमें 50 कमरे हैं। इसमें विस्तृत मैदान हैं। इसमें एक सुन्दर बाग है। इसमें 60 अध्यापक हैं। इसमें 950 विद्यार्थी हैं। प्रतिवर्ष इसका परीक्षाफल अच्छा होता है। श्री ज्ञानचन्द हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य हैं। सभी अध्यापक विद्यार्थियों से प्रेम करते हैं।

We hope the UP Board Solutions for Class 6 English Essays (निबन्ध ) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 English Essays (निबन्ध ), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.