UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 9 हिन्द महासागर में छोटा – सा हिंदुस्तान (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 9 हिन्द महासागर में छोटा – सा हिंदुस्तान (मंजरी)

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महत्त्वपूर्ण गद्यांशों की व्याख्या

वहाँ जो कुछ ……………… ठहरे होंगे।

संदर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘हिन्द महासागर में छोटा-सा हिन्दुस्तान’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचयितां राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हैं।

प्रसंग – लेखक मॉरीशस की यात्रा पर जाते हुए अफ्रीका में एक दिन के लिए रुका। उसके मन में अफ्रीका के शेरों से मुलाकात करने की इच्छा जाग्रत हुई।

व्याख्या – काफी देर तक गाड़ी दौड़ाने के बाद लेखक और उसके साथी पर्यटक ऐसे स्थान पर पहुँचे, जहाँ सिंह आराम कर रहे थे। यह स्थान नैरोबी का नेशनल पार्क था, जो एक चिड़ियाघर न होकर एक जंगल था, जिसमें घास अधिक और पेड़ कम थे। घास पर सात-आठ सिंह लेटे हुए आराम कर रहे थे और उनके चारों तरफ पर्यटकों की मोटरें (UPBoardSolutions.com) खड़ी थीं। उनके भीतर लोग शीशे चढ़ाकर बैठे सिंहों को देख रहे थे, लेकिन सिंह उनकी परवाह न करके लेट रहे थे, मानो उपस्थित व्यक्ति उनकी नजर में कुछ भी न हों। आधे घंटे तक लेखक यह चिरस्मरणीय दृश्य देखता रहा।

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फिर यह भी बात ……………. क्यों खड़े थे।

संदर्भ – पूर्ववत् ।

प्रसंग – लेखक और उसके साथी पर्यटक मोटरगाड़ी में बैठकर नैरोबी नेशनल पार्क में सिंहों को देखने गए। उन्होंने सात-आठ शेरों को आराम करते देखा। शेरों से एक किमी दूर हिरणों का झुण्ड भी देखा। शेरों को देखकर कुछ हिरण भागे और कुछ घेरा बनाकर खड़े रहे।

व्याख्या – अभी अँधेरा नहीं हुआ था। सिंह सूर्यास्त के बाद ही शिकार करता है। दूसरी बात सिंहों के शिकार के विषय में यह है कि वे कभी झुण्ड का शिकार नहीं करते, बल्कि उनमें से जो हिरण पीछे रह जाता है, वे उसका शिकार करते हैं। इस बात से लेखक समझ गया कि हिरणों का झुण्ड घेरा बनाकर क्यों खड़ा रहा और तितर-बितर होकर भागा नहीं, क्योंकि उन्हें आपसी सुरक्षा का ध्यान था।

पाठ का सर (सारांश)

यह पाठ राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ का यात्रा वृत्तांत है, जिसमें मॉरीशस के सौंदर्य और वहाँ फैली भारतीय संस्कृति का वर्णन किया गया है।

मॉरीशस में सड़सठ प्रतिशत भारतीय मूल के लोग हैं, जिनमें अधिकतर बिहार और उत्तर प्रदेश के हैं। इनकी भाषा भोजपुरी है, जिसमें फ्रेंच भाषा के संज्ञापद शामिल हैं। मॉरीशस में हिन्दू संस्कृति की रक्षा का काम तुलसीकृत रामचरितमानस ने किया है। मॉरीशस कृषि प्रधान देश है। चीनी यहाँ का प्रमुख और एक मात्र उद्योग है।

मॉरीशस भूमध्यरेखा से 20 अंश दक्षिण में है और इसका कोई भी हिस्सा समुद्र से पन्द्रह मील से ज्यादा दूर नहीं है। इसका क्षेत्रफल 1150 वर्ग किमी० है। यह हिन्द महासागर का खूबसूरत सितारा है। (UPBoardSolutions.com) यहाँ के भारतीय अत्याचार सहकर भी अपने धर्म पर डटे रहे और इस द्वीप को उन्होंने छोटा-सा हिन्दुस्तान बना डाला, जिस पर सभी भारतीयों को गर्व होना चाहिए।

मॉरीशस के प्रत्येक ग्राम में शिवालय होता है, जहाँ ढोलक और झाँझ पर गायन करते हुए लोग तुलसीकृत रामचरितमानस का पाठ करते हैं। यहाँ के लोग मन्दिरों और शिवालयों को बहुत स्वच्छ रखते हैं।

मॉरीशस में परी तालाब एक तीर्थ और पिकनिक स्थान है। शिवरात्रि पर श्वेत वस्त्र धारण करके कंधों पर काँवरें लिए लोग परी तालाब का जल ले जाकर शिवालय में शिव जी पर चढ़ाते हैं। सभी वयस्क उजली धोतियाँ, कमीजें और गाँधी टोपियाँ पहनते हैं। परी तालाब पर यह मेला मॉरीशस के प्रमुख पर्यों में से एक है। इसे देखने अन्य धर्मों के लोग काफी संख्या में आते हैं।

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प्रश्न-अभ्यास

कुछ करने को –
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

विचार और कल्पना
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

यात्रा वृत्तांत से

प्रश्न 1.
दिए गए विकल्पों से सही विकल्प छाँटकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके) –

(क) मॉरीशस की जनसंख्या के 67 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं। (76, 67, 17, 68)।
(ख) मॉरीशस में भारतीय संस्कृति की रक्षा का काम तुलसीदास जी की रामचरितमानस ने किया है। (विनयपत्रिका, रत्नावली, रामायण, गीता)
(ग) मॉरीशस की दूसरी जनभाषा भोजपुरी को ही मानना पड़ेगा। (भोजपुरी, अँग्रेजी, क्रेयोल, फ्रेंच)

प्रश्न 2.
पाठ में आए मॉरीशस के उन सभी गलियों और मोहल्लों के नाम लिखिए, जो अपने देश मैं भी हैं?
उत्तर :
पाठ में आए मॉरीशस के उन सभी गलियों और मोहल्लों के नाम, जो अपने देश में भी हैं, इस प्रकार हैं- गलियाँ–कलकत्ता, मद्रास, हैदराबाद, मुम्बई आदि। मोहल्ले- काशी, बनारस, गोकुल, ब्रह्मस्थान आदि।

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प्रश्न 3.
लेखक ने मॉरीशस को ‘छोटे पैमाने पर भारत’ ही कहा है, क्यों?
उत्तर :
मॉरीशस की जनसंख्या के 67 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं। इनकी राजधानी की गलियों एवं मोहल्लों का नाम भारतीय शहरों के नाम पर हैं। जैसे – कलकत्ता, मद्रास, गोकुल आदि। भोजपुरी यहाँ (UPBoardSolutions.com) की दूसरी जनभाषा है तथा कृषि मुख्य व्यवसाय है। कहने का अर्थ यह है कि लेखक को मॉरीशस में वे सारी चीजें मिलीं जो भारत में हैं। इसलिए उन्होंने इस द्वीप को छोटे पैमाने पर भारत कही।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्य में आई हुई क्रियाओं और संज्ञापदों को रेखांकित कीजिए (रेखांकित करके) –

मॉरीशस में ईख की खेती और उसके व्यवसाय को जो सफलता मिली है, वह भारतीय वंश के लोगों के कारण मिली है। सारा मॉरीशस कृषि प्रधान द्वीप है, क्योंकि चीनी वहाँ का प्रमुख अथवा एक मात्र उद्योग है।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन-सा अंश प्रधान वाक्य है और कौन-सा सहायक उपवाक्य है

  • वाक्य – मॉरीशस वह देश है, जिसका कोई भी हिस्सा समुद्र से पंद्रह मील से ज्यादा दूर नहीं है। मॉरीशसे वह देश है जहाँ की जनसंख्या के 67 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं।
  • प्रधान वाक्य – मॉरीशस वह देश है।
  • सहायक उपवाक्य – जिसका कोई भी हिस्सा समुद्र से पन्द्रह मील से ज्यादा दूर नहीं है।
  • वाक्य – मॉरीशस वह देश है जहाँ की जनसंख्या के 67 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं।
  • प्रथान वाक्य प्रधान वाक्य – मॉरीशस वह देश है।
  • सहायक उपवाक्य – जहाँ की जनसंख्या के 67 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए (वाक्य में प्रयोग करके) –
उत्तर :

  • लोभ का जगना = लुभावनी वस्तुएँ देखकर लोभ का जगना स्वाभाविक है।
  • सड़क छानना = आगरे में बहुत सड़क छानने पर हम मुश्किल से ताजमहल पहुँचे।
  • मोर्चे पर आगे बढ़ना = हिरणों के झुण्ड को देखकर एक जवान शेर धीरे-धीरे मोर्चे पर आगे बढ़ा।

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प्रश्न 4.
पाठ में निम्नलिखित शब्द हिन्दी भाषा में प्रचलित दूसरी भाषाओं अँग्रेजी, अरबी तथा फारसी के आए हुए हैं। इन शब्दों में से अँग्रेजी, अरबी तथा फारसी के शब्दों को अलग-अलग छाँटकर लिखिए (छाँटकर) –
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प्रश्न 5.
तुच्छ + अति + तुच्छ से ‘तुच्छातितुच्छ’ शब्द बनता है; जिसका अर्थ है- तुच्छ से भी तुच्छ। इसी प्रकार निम्नलिखित शब्दों से नए शब्द बनाइए (नए शब्द बनाकर) –
उत्तर :
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प्रश्न 6.

(क) पाठ के सबसे अन्तिम अनुच्छेद का सुलेख कीजिए।
(ख) इस अनुच्छेद पर चार प्रश्न बनाइए।
(ग) इस अनुच्छेद को उचित शीर्षक दीजिए।
(घ) इस अनुच्छेद के आधार पर एक चित्र बनाइए।

उत्तर :
(क) सुलेख विद्यार्थी स्वयं लिखें।
(ख)

  1. वहाँ का कौन-सा तालाब हिंदुओं का पुण्यधाम हो उठा है?
  2. शिवरात्रि के समय सारे मॉरीशस के हिंदू क्यों करते हैं?
  3. शिवरात्रि के दिन मॉरीशस के हिंदू वयस्क क्या पहनते हैं?
  4. कहाँ लगने वाला मेला मॉरिशस का प्रमुख आकर्षण है?

(ग) ‘मॉरीशस का परी तालाब’।
(घ) चित्र विद्यार्थी स्वयं बनाएँ।

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इसे भी जानें –
नोट – विद्यार्थी अच्छे ज्ञान के लिए ध्यान दें।

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UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 2 अपना स्थान स्वयं बनाइए (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 2 अपना स्थान स्वयं बनाइए (मंजरी)

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पाठका सर (सारांश)

एक बार एक राजा ने अपने मंत्री से कहा कि मुझे एक आदमी की जरूरत है। अगर तुम्हें कोई अच्छा आदमी मिले तो मेरे पास लेकर आना। मंत्री को काफी खोजबीन के बाद एक युवक मिला जो एक जगह अच्छी नौकरी कर रहा था। मंत्री ने उसकी नौकरी छुड़वाकर और तरक्की का आश्वासन देकर उसे राजा के सामने पेश किया। लेकिन राजा को मंत्री की कही बात याद नहीं थी। कुछ देर बाद राजा बोले कि शायद उस समय मेरे मन में कोई बात रही हो, लेकिन अभी तो मुझे किसी (UPBoardSolutions.com) आदमी की जरूरत नहीं है। तब मंत्री ने राजा से कहा कि महाराज इसे मैंने हजारों में से चुना है और मैं इसे अच्छी नौकरी छुड़वाकर लाया हूँ। राजा ने कुछ सोचकर मंत्री से कहा कि इस समय तो मेरे पास कोई काम नहीं है लेकिन अगर तुम कहते हो तो हम इसे अपने दफ्तर में चपरासी रख सकते हैं लेकिन इसे पंद्रह रुपये वेतन मिलेगा। राजा की यह बात मंत्री को बहुत बुरी लगी लेकिन वह युवक खुश था।

उसने मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि, मैं बहुत खुश हूँ क्योंकि मुझे अपने राजा की सेवा करने का मौका मिला। मंत्री जब उस युवक को राजा के दफ्तर छोड़ने गया तो दफ्तर की हालत देखकर मंत्री बहुत परेशान हुआ क्योंकि दफ्तर में चारों तरफ धूल और गंदगी थी। राजा कभी अपने दफ्तर नहीं जाता था और न ही वहाँ बैठकर कोई काम करता था। युवक कई दिनों तक राजा के दफ्तर में सफाई करता रहा। राजा के उस दफ्तर में एक कमरा था जिसमें राजा को मिले अनेक कीमती उपहार कबाड़ के रूप में रखे हुए थे। उस युवक ने उन कीमती उपहारों का कबाड़ निकालकर बाज़ार में बेच दिया। उसे कई. हज़ार रुपये मिले। उन् रुपयों से उस युवक ने दफ्तर के लिए अच्छे फर्नीचर के साथ-साथ अन्य जरूरी सामान खरीदे।

उसने अपने मेहनत से कुछ ही दिनों में उस दफ्तर को शाही दफ्तर का रूप दे दिया। बचे पैसों को उसने सरकारी खजाने में जमा करा दिया। तभी कुछ चुगल खोरों ने राजा से उसकी शिकायत कि वह रुपये लुटा रहा है। एक दिन राजा गुस्साए हुए दफ्तर गए तो दफ्तर देखकर दंग रह गए। राजा ने उससे पूछा कि, दफ्तर की सजावट तुमने किसके पैसे से किया है। उसने राजा को ऑफिस के कबाड़ी की सारी कहानी बताई और यह भी बताया कि बचे हुए रुपयों को उसने सरकारी खजाने में (UPBoardSolutions.com) जमा करा दिया है। राजा उस युवक से बहुत प्रसन्न हुआ और उसे अपने राज्य का वित्त मंत्री बना दिया। उसके वित्त मंत्री बनने से दूसरे मंत्रियों को परेशानी होने लगी क्योंकि वह न तो स्वयं बेईमानी करता था न ही किसी मंत्री को बेईमानी करने देता था।

अब जो मंत्री राजा के पास जाता वो राजा से उस युवक की कुछ न कुछ शिकायत करता, जिससे वह राजा की मजरों में गिर जाए। एक दिन रात को दो बजे राजा ने अपने सेनापति को बुलाकर कहा कि हमारे सभी मंत्रियों को इसी समय वे जिस हालत में हों, उन्हें उनके घरों से लाकर मेरे सामने पेश करो। कुछ ही देर में सभी मंत्री राजा के सामने थे। वित्त मंत्री को छोड़कर सभी मंत्रियों ने शराब पी रखी थी। सेनापति ने राजा को बताया कि वित्त मंत्री अपने घर पर रात में जगकर खजाने का हिसाब किताब जोड़ रहे थे और बाकी मंत्री जुआ खेल रहे थे। राजा ने उस युवक से खुश होकर उसे वित्त मंत्री से अपने राज्य का प्रधानमंत्री बना दिया।

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प्रश्न – अभ्यास

कुछ करने को – विद्यार्थी स्वयं करें!
विचार और कल्पना

प्रश्न 1.
ईमानदारी से कार्य करने का क्या तात्पर्य है? आपको कैसे पता चलता है कि आपके द्वारा कार्य ईमानदारी से किये गए? ईमानदारीपूर्वक कार्य करने के क्या-क्या लाभ हैं?
उत्तर :
ईमानदारी से कार्य करने का तात्पर्य यह है कि, मुझे जो भी कार्य करने को मिले उसे हम बिना किसी लोभ लालच के पूरा करें। ईमानदारी से कार्य करने से आदमी की चारों ओर प्रशंसा होती है। ईमानदारी से काम करने के अनेक लाभ हैं; जैसे-आदमी की विश्वसनीयता बढ़ जाती है। लोग बड़े-बड़े काम देने लगते हैं और जीवन में तरक्की के (UPBoardSolutions.com) खूब अवसर मिलते हैं। साथ ही प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होती है।

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प्रश्न 2.
राजा के सात मंत्री नशे में पाए गए। नशे के क्या-क्या दुष्परिणाम होते है? अपने विचार लिखिए।
उत्तर :
नशा करना एक बुरी बात है। इससे लाभ कुछ नहीं होता, सिर्फ नुकसान ही होता है। नशा करने वाला व्यक्ति कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाता। उस पर कोई भरोसा भी नहीं करता। वह अपने परिवार का ठीक से ध्यान भी नहीं रखता। नशा करने वाले व्यक्तियों को समाज मे मान-सम्मान भी नहीं मिलता और पैसे एवं स्वास्थ्य का नुकसान होता है।

कहानी से

प्रश्न 1.
किसने किससे कहा
उत्तर :
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प्रश्न 2.
युवक ने कीमती सामान क्यों बेच दिया ?
उत्तर :
दफ्तर का फर्नीचर आदि सामान खरीदने के लिए युवक ने कीमती सामान बेच दिया।

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प्रश्न 3.
“हुजूर पैसा तो मैं भी डाल सकता था, पर यदि पैसा कम है और इसके लिए पूछताछ न हुई तो इससे अफसरों में बेईमानी और ढील पैदा होगी।” वित्तमंत्री ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर :
वित्तमंत्री ईमानदार प्रवृति का व्यक्ति है। उसे एक पैसे की भी बेईमानी पसंद नहीं है। वह खुद जैसा ईमानदार है वैसा ही सबसे उम्मीद करता है और वह चाहता है कि राज्य के सभी कर्मचारी पूरी (UPBoardSolutions.com) ईमानदारी से अपना कार्य करें। इसीलिए वित्त मंत्री ने ऐसा कहा होगा।

प्रश्न 4.
राजा ने युवक को प्रधानमंत्री क्यों बनाया ?
उत्तर :
राजा ने युवक की ईमानदारी और काम के प्रति लगन से प्रभावित होकर.उसे प्रधानमंत्री बनाया।

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प्रश्न 5.
कहानी में किस बात ने आपको सबसे ज्यादा प्रभावित किया और क्यों ?
उत्तर :
मुझे कहानी में युवक की ईमानदारी, काम के प्रति उसका लगन तथा उत्साह आदि ने मुझे बहुत प्रभावित किया। वह अपने इन्हीं गुणों के कारण एक मामूली चपरासी से पहले वित्तमंत्री और फिर प्रधान मंत्री बना।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची लिखिए – राजा, रात, सोना, दिन, खुश, निगाह
उत्तर :
राजा-नरेश, रात-निशा, सोना-स्वर्ण, दिन-दिवश, खुश-प्रसन्न, निगाह-दृष्टि।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों के विलोम लिखिएं –
उत्तर :
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प्रश्न 3.
निम्नलिखित पंक्तियों में उचित विराम चिहनों का प्रयोग कीजिए –
उत्तर :
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प्रश्न 4.
जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं उन्हें अनेकार्थी शब्द कहते हैं।
जैसे- हार-गले में पहने जाने वाली माला।
हार-पराजय।
दिये गये अनेकार्थी शब्दों के अर्थ लिखकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए –
कर, मन, सोना, पत्र
उत्तर :

  • कर – (टैक्स) – वह अपना आयकर समय से जमा करता है।
  • कर – (सँड़) – हाथी का कर लंबा होता है।
  • मन – (मन, हृदय) – वह मन का बुरा नहीं है।
  • मन – (तोल की एक इकाई) – उसने मुझे एक मन गेंहूँ दिया है।
  • सोना – (सोना-एक क्रिया) – राहुल को सोने में बहुत आनंद आता है।
  • सोना – (एक धातु) – सोने के जेवर महिलाओं को बहुत पसंद होते हैं।
  • पत्र – (पत्ता) – पतझड़ के बाद बसंत में सभी पेड़ों पर नये पत्र लगते हैं।
  • पत्र – (चिठ्ठी) – मुझे तुम्हारा पत्र मिला।

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प्रश्न 5.
संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। निम्नलिखित पंक्तियों में आये हुए विशेषणों को रेखांकित कीजिए।
उत्तर :

(क) बढ़िया नौकरी से छुड़ाकर लाया हूँ।
(ख) दफ्तर सचमुच शाही दफ्तर हो गया है।
(ग) उन्होंने तेज आवाज में पूछा।
(घ) उसने राजा को रद्दी लिफ़ाफ़ों की कहानी सुनाई।
(ङ) सभी मंत्री महल के एक बड़े से कमरे में आ गये।
(च) सभी मंत्री बहुत लज्जित हुए।

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UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 बादल चले गए वे (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 बादल चले गए वे (मंजरी)

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समस्त पधाशों की व्याख्या

बना बना कर ………………………… चले गए वे।

संदर्भ – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘बादल चले गए वे’ नामक कविता से ली गई हैं। इसके रचयिता त्रिलोचन जी हैं।

प्रसंग – प्रस्तुत कविता में बादल के माध्यम से कवि ने सुख और दुख की बात कही है। जैसे बादल आते हैं और चले जाते हैं, वैसे ही सुख भी जीवन में आता और चला जाता है।

व्याख्या – बादलों ने सुन्दर रंग-बिरंगे चित्र-से खाली आकाश को सजा दिया। आकाश में मधुर संगीत हुआ और विभिन्न रंग दिखने लगे। आकाश में हुई शोभा ने चित्त मोह लिया। वे बादल चले गए।

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आसमान अब ……………………… चले गए वे।

संदर्भ और प्रसंग – पूर्ववतु।

व्याख्या – बादलों के चले जाने पर आकाश साफ नीला-नीला स्वच्छ दिखाई दे रहा है। वह दूर-दूर तक रसयुक्त, श्यामल रंग से सजा हुआ था। धरती पीली, हरियालीयुक्त और रसवंती हो रही थी। जाड़े के दिनों में प्रातःकाल ओस के कारण भीगा हुआ, प्रकाशित नजर आ रहा था अर्थातू बादलों के बरसने के कारण ही धरती का सौंदर्य सबको आकर्षित कर पाता है। वे बादल चले गए।

दो दिन दुःखे ……………………… जैसे रहकर।

संदर्भ और प्रसंग – पूर्ववत् ।

व्याख्या – संसार में दो दिनों के लिए सुख और दो दिनों के लिए दुःख होने का क्रम चलता रहता है। वास्तव में, सुख-दुःख दोनों का आपस में संयोग लगा ही रहता है। संसार में, मनुष्य के जीवन में हँसी और आँसुओं की नई तरंगें (लहरें) आती ही रहती हैं। बादल इस प्रकार आए थे, जैसे दो दिनों के लिए मेहमान आते और चले जाते हैं।

प्रश्न-अभ्यास

कुछ करने को

(क) बादल से संबंधित अन्य गीत, कविताओं का संकलन कीजिए।
उत्तर :
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(ख) बादल कैसे बनते हैं? पता लगाकर लिखिए।
उत्तर :
नदियों, झीलों, तालाबों और सागरों का पानी सूर्य की गरमी से भाप में बदल जाता है। यह भाप वाष्प के रूप में हवा से मिल नाता है। वाष्प मिली गर्म हवा हल्की हो ऊपर आसमान में चली जाती है। जब हवा से भरे वाष्प एक स्थान पर एकत्र होते हैं तो वे बादल का रूप ले लेते हैं।

विचार और कल्पना

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प्रश्न 1.
बताइए- आपको बादल कब-कब अच्छे लगते हैं, कब नहीं?
उत्तर :
बादल गर्मियों के मौसम मे बहुत अच्छे लगते हैं, खासकर तब जब धूप हो रही हो और आसमान पर काले-काले बादल अचानक से छा जाएँ और ठंडी-ठंडी हवाएँ चलने लगें। सर्दियों के मौसम में बादल अच्छे नहीं लगते क्योंकि वे सूरज को ढक लेते हैं और मौसम अधिक ठंडा हो जाता है।

प्रश्न 2.
आसमान में बादलों को उमड़ता-घुमड़ता देखकार कुछ लोग प्रसन्न हो जाते हैं और कुछ चिंचित। नीचे लिखे नामों में कौन प्रसन्न होता है और कौन चिंचित? कारण भी लिखिए –
किसान, यात्री, मोर, कुम्भकार,
उत्तर :
आसमान में उमड़ता-घुमड़ता बादल देखकर किसान इसलिए प्रसन्न होते हैं कि उनके फसलों को पानी की आवश्यकता होती है जो बादल ही बरस कर पूरी करता है मोर का प्रिय ऋतु ही वर्षा ऋतु है । बादल देखकर वह प्रसन्न होकर मनमोहक नृत्य करता है। यात्री बादल देखकर चिंतित हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें कहीं जाना होता है तो बारिश की वजह से उनकी यात्रा में व्यवधान पहुँचता है। कुम्हारों को अपने बनाए हुए मिट्टी के बरतन धूप में ही सुखाने होते हैं लेकिन बादल देखकर वे चिंतित हो जाते हैं कि कहीं बारिश हो जाए और बरतन गल न जाएँ।

प्रश्न 3.
आपने इन्द्रधनुष देखा होगा, सोचकर बताइए कि इन्द्रधनुष में कौन-कौन से रंग होते हैं तथा इन्द्रधनुष कैसे बनते हैं।
उत्तर :
इन्द्रधनुष में सात रंग होते हैं- हरा, नीला, पीला, नारंगी, बैंगनी, आसमानी और लाल। यह बरसात के दिनों में वायुमण्डलीय प्रक्रिया से बनता है।

प्रश्न 4.
यदि कुछ वर्षों तक बादल आये ही नहीं अर्थात् पानी बिलकुल न बरसे तो क्या-क्या समस्याएँ आ सकती हैं? सोचकर लिखिए।
उत्तर :
यदि कुछ वर्षों तक बादल न आए तो बारिश नहीं होगी। बारिश नहीं होने पर फसलें सूख जाएँगी, नदी-नाले कुएँ, तालाब, झील सब सूख जाएँगे। भयंकर अकाल की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। पशु-पक्षी मनुष्य सहित पेड़-पौधे सब पानी के अभाव में मरने लगेंगे।

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प्रश्न 5.
बच्चे स्वयं करें।

कविता से

प्रश्न 1.
निम्नलिखित पद्यांशों के भाव स्पष्ट कीजिए –
नोट – विद्यार्थी सम्बन्धित व्याख्या भाग पढ़ें।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए (स्पष्ट करके) –
उत्तर :

  • रंग दिखाया – रंगीन शोभा दिखाई।
  • चित्त चुराया – मन को मोह लिया।
  • श्याम-सजीला – श्याम वर्ण से सजा हुआ।
  • नवल-तरंगी – सुख-दुख की नई-नई लहरें।

प्रश्न 3.
कविता में कुल तीन पद हैं। तीनों पदों के तुकान्त शब्दों के अलग-अलग जोड़ा बनाकर लिखिए।
उत्तर :
सजाया-चुराया, सजीला-गीला, दुख-सुख

प्रश्न 4.
बादल की तुलना पाहुन से क्यों की गयी है?
उत्तर :
बादल पाहुन की तरह ही दो दिन रहकर चला जाता है; इसीलिए उसकी तुलना पाहुन से की गई है।

भाषा की बात

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प्रश्न 1.
दुःख-सुख में दोनों शब्द एक-दूसरे के विपरीतार्थी हैं। इसी तरह के पाँच शब्द-युग्म लिखिए।
उत्तर :

  • आयात – निर्यात
  • उन्नति – अवनति
  • एक – अनेक
  • मान – अपमान
  • आस्तिक – नास्तिक।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों के तीन-तीन पर्यायवाची लिखिए (लिखकर) –
उत्तर :

  • आकाश – नभ, गगन, अम्बर
  • धरती – धरा, वसुधा, पृथ्वी
  • प्रभात – सुबह, भोर, प्रातःकाल
  • बादल – मेघ, घन, जलधर

प्रश्न 3.
कविता में आए उन शब्दों को छाँटकर लिखिए जिनका अर्थ आपको नहीं पता है।

  • इन शब्दों के अर्थ शब्दकोश से ढूंढकर लिखिए।
  • अब इन शब्दों का पने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।

उत्तर :
बच्चे स्वयं करें।
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UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 13 अमर शहीद भगत सिंह के पत्र (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 13 अमर शहीद भगत सिंह के पत्र (मंजरी)

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महत्त्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या

आज ………………………… रहेगी।

संदर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के अमर शहीद भगतसिंह के पत्र’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक भगत सिंह हैं।

प्रसंग – बलिदान से एक दिन पहले भगत सिंह ने अपने कैदी साथियों को जो अंतिम पत्र लिखा, यहाँ उसी का वर्णन है।

व्याख्या – क्रान्तिकारी भगत सिंह ने लिखा है कि अगर मुझे फाँसी नहीं हुई, तो सभी के सामने मेरी कमजोरी प्रकट हो जाएगी और क्रान्ति का प्रतीक चिह्न कमजोर हो जाएगा या समाप्त हो जाएगा, अर्थात् हर व्यक्ति बलिदान देने की भावना को त्यागकर केवल जीने की इच्छा में लगा रहेगा। मेरी कामना है कि मैं दिलेर बनकर हँसते-हँसते फाँसी पर चढ़े, जिससे हिन्दुस्तान की माताएँ अपने बच्चों को भगत सिंह बनाने की इच्छा करेंगी, अर्थातू वे चाहेंगी कि हमारे बच्चे भी भगत सिंह के समान हों, (UPBoardSolutions.com) जिससे देश में स्वाधीनता के लिए बलिदान देने वालों की अधिकता हो जाएगी; फलतः क्रान्ति को रोक पाना ब्रिटिश साम्राज्य या किसी भी शैतानी शक्ति की क्षमता से बाहर हो जाएगा। वे हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएँगे।

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प्रश्न-अभ्यास

कुछ करने को –
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

विचार और कल्पना

प्रश्न 1.
भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर सन् 1907 ई० को हुआ तथा उन्हें फाँसी 23 मार्च सन् 1931 ई० को दी गयी। बताइए कि वे कुल कितने समय जीवित रहे ?
उत्तर :
भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर 1907 को हुआ था और उन्हें फाँसी 23 मार्च 1931 को हुई। इस प्रकार वे कुल 23 वर्ष, 5 महीने और 25 दिन जीवित रहे।

प्रश्न 2.
विद्यार्थी स्वयं करें।

पत्र से

प्रश्न 1.
भगत सिंह ने अपने पत्र में माँ के लिए क्या संदेश भेजा?
उत्तर :
भगत सिंह ने अपने पत्र में माँ के लिए संदेश भेजा कि घबराने की कोई बात नहीं, घबराने से कुछ मिलता भी नहीं।

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प्रश्न 2.
भगत सिंह किस शर्त पर जिन्दा रह सकते थे?
उत्तर :
भगत सिंह ने इस शर्त पर जिन्दा रहने की इच्छा प्रकट की कि मैं कैदी या पाबन्द होकर जीना नहीं चाहता।

प्रश्न 3.
भगत सिंह हँसते-हँसते फाँसी क्यों चढ़ना चाहते थे?
उत्तर :
भगत सिंह चाहते थे कि हिन्दुस्तानी माताएँ अपने बच्चों को भगत सिंह बनने की आरजू करें, इसलिए वह हँसते-हँसते फाँसी पर चढ़ना चाहते थे।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
‘क्रान्तिकारी दल’ में ‘दल’ संज्ञापद है। ‘दल’ की विशेषता बताने वाला शब्द ‘क्रान्तिकारी’ विशेषण है। निम्नांकित शब्दों को पढ़िए और विशेषणपदों को चुनकर लिखिए (लिखकर)
उत्तर :
विशेषण पद – प्राणघातक, दृढ़, अन्तिम, शैतानी, हिन्दुस्तानी।

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प्रश्न 2.
पाँचों प्रकार के योजक चिहून युक्त एक-एक अन्य उदाहरण दीजिए (उदाहरण देकर)

(क) भाई-बहन
(ख) बड़ी-बड़ी, शनैः-शनैः
(ग) राष्ट्र-गोन
(घ) लम्बा-सा
(ङ) हल्के-से-हल्के, कोई-न-कोई

प्रश्न 3.
‘बेचैन’ में ‘बे’ उपसर्ग लगा है। इसी प्रकार ‘प्र’ उपसर्ग की सहायता से ‘प्रबल’ शब्द बनाया गया है। ‘बे’ और ‘प्र’ उपसर्ग से बने दो-दो शब्द लिखिए (लिखकर) –
उत्तर :

  • बे – बेशर्म, बेकार
  • प्र – प्रकार, प्रसार

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इसे भी जानें – ‘इन्कलाब जिन्दाबाद’ -भगत सिंह.
नोट – विद्यार्थी यह भगत सिंह का नारा था ध्यान से पढ़ें।

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UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 12 साप्ताहिक धमाका (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 12 साप्ताहिक धमाका (मंजरी)

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महत्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या

”यह काम भी आजादी ……………… देता हूँ।”

संदर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हेमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘साप्ताहिक धमाका’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक डॉ० हरिकृष्ण देवसरे जी हैं।

प्रसंग – बच्चों के ‘साप्ताहिक धमाका’ नामक पत्र निकालने पर प्रोफेसर माथुर द्वारा कहा गया यह वक्तव्य आधुनिक सामाजिक विसंगति पर सटीक टिप्पणी है।

व्याख्या – बच्चों द्वारा निकाले गए ‘साप्ताहिक धमाका’ नामक पत्र के सम्बन्ध में प्रोफेसर कहते हैं। कि इस तरह के गोपनीय कार्य स्वाधीनता संघर्ष के दिनों में किए जाते थे; परन्तु आज भी ऐसे ही संघर्ष की (UPBoardSolutions.com) आवश्यकता है। पहले अँग्रेजों से आजादी प्राप्त करनी थी; अब समाज में छिपे शत्रुओं से; जो भ्रष्टाचार और अराजकता फैलाकर सकल समाज में अव्यवस्था की नींव रखना चाहते हैं। ऐसे सत्कार्य तो हम बड़ों को करने चाहिए थे; लेकिन कर रहे हैं ये बच्चे! मैं इन्हें बधाई देता हूँ।

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पाठ का सार (सारांश)

समाज की बुराइयाँ, अव्यवस्था, भ्रष्टाचार, अनीतियाँ आदि दुर्गुण मिटाने के लिए कुछ बच्चे ‘साप्ताहिक धमाका’ नामक हस्तलिखित अखबार निकालते हैं। लाला धनीराम, मुंशी शादीलाल, डॉ० चेलाराम जैसे कई नाम हैं; जो सफेदपोश बनकर स्याह (काले) धंधे करते हैं। बच्चे पूरी तरह गोपनीय रहकर प्रत्येक सप्ताह अखबार का अंक निकाल हर घर के दरवाजे पर बँटवा देते हैं। समाज के तथाकथित ठेकेदार गुमनाम संपादक बच्चों को खोजने की भरपूर कोशिश करते हैं; लेकिन विफल हो जाते हैं। समाज के बुद्धिजीवी बच्चों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हैं। अन्ततः मोहल्ले में सुधार की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती है।

प्रश्न-अभ्यास

कुछ करने को

प्रश्न 1.
अखबार से जुड़े निम्नलिखित शब्दों को देखिए और पता कीजिए कि किसी अखबार में इनकी क्या भूमिका होती है- सम्पादक, संवाददाता, निज प्रतिनिधि, फोटोग्राफर।
उत्तर :
सम्पादक – अखबार का सम्पादन सम्पादक द्वारा किया जाता है। सम्पादक के अनेक कार्य होते हैं, जैसे समाचार के सत्यता की जाँच करना, समाचार शुद्ध लिखें हैं कि नहीं, इसकी जाँच करना, कौन समाचार किस पृष्ठ पर छपेगा यह तय करना, कौन सा समाचार प्रमुख है और किस समाचार को अगले पृष्ठ पर स्थान देना है, इन सभी की जिम्मेदारी संपादक की होती है। अखबार में अगर कुछ गलत छपता है तो इसके लिए जवाबदेह संपादक ही होता है।

संवाददाता – संवाददाता का कार्य है अखबार के कार्यालय में रोज नये समाचार भेजना। सभी अखबार के अपने-अपने संवाददाता होते हैं। जो देश या दुनिया के सभी शहरों में रहते हैं उनका एक दायरा तय होता है। उनका काम होता है वहाँ रोज घटने वाली घटनाओं की जानकारी अखबार के कार्यालय को भेज़ना।

निज प्रतिनिधि – ये अखबार के पत्रकार होते हैं और ये अखबार के कार्यालय में नियुक्त होते हैं। इनका काम होता है चर्चित लोगों का साक्षात्कार लेना या देश में कहीं कोई गंभीर घटना घटने पर वहाँ (UPBoardSolutions.com) जाकर पूरी जाँच-पड़ताल कर घटना के संबंध में विशेष जानकारी प्राप्त कर अखबार के कार्यालय को उपलब्ध कराना।

फोटोग्राफर – ये भी पत्रकार की तरह ही अखबार के कर्मचारी होते हैं। ये पत्रकार के साथ ही रहते हैं। इनका काम इनके नियक्ति के क्षेत्र में घटने वाली घटनाओं, दुर्घटनाओं, जनसभाओं आदि का फोटो खींचकर अखबार के कार्यालय में भेजना होता है। आप अखबार में किसी घटना से संबंधित जो तस्वीर देखते हैं वे इन्हीं के द्वारा भेजे हुए होते हैं।

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प्रश्न 2.
विद्यार्थी स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 3.
विद्यार्थी स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 4.
अखबार (समाचार पत्र) प्रायः दैनिक, साप्ताहिक अथवा पाक्षिक होते हैं और पत्रिकाएँ साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक अथवा वार्षिक होती हैं। निम्नलिखित शीर्षकों के आधार पर तीन-तीन पत्र-पत्रिकाओं के नाम लिखिए|
उत्तर :

(क) दैनिक – हिंदुस्तान, दैनिक जागरण, नवभारत टाइम्स।
(ख) साप्ताहिक – रोजगार समाचार, सहारा समय, कादंबिनी।
(ग) पाक्षिक – इंडिया टूडे, आउटलाइन, कादंबिनी।
(घ) मासिक – गृहशोभा, निरोगधाम, प्रतियोगिता दर्पण।
(ङ) वार्षिक – मनोरमा वार्षिक अंक, सामान्य ज्ञान दर्पण, खेल-दर्पण।

प्रश्न 5.
नीचे एक अखबार में छपी खबर के मुख्य शीर्षक दिए गए हैं। शीर्षक पढ़कर आगे की खबर पूरी कीजिए –

(क) मानक से 20 गुना ज्यादा दूषित हवा : बढ़ रहा है वायु प्रदूषण।
उत्तर :
दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुँच चुका है। हवा मानक से 20 गुना ज्यादा दूषित हो गई है। लोगों में साँस की बीमारी बढ़ती जा रही है। वृद्ध एवं बच्चे साँस की समस्या से अधिक परेशान हैं। दिल्ली सरकार ने लोगों को मास्क लगाकर घर से बाहर जाने की सलाह दी है।

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(ख) सड़क दुर्घटना में साइकिल सवार की मौत : मोबाइल का प्रयोग एवं हेलमेट न पहनना बना मृत्यु का कारण।
उत्तर :
देश में सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सड़कों पर रोज नये । हजारों वाहन बढ़ रहे हैं। लोग भी बिना हेलमेट मोटर साइकिल, स्कूटर चला रहे हैं और दुर्घटना में अपनी जान भी गॅवा रहे हैं। नई पीढ़ी सड़कों पर चलते समय मोबाइल का प्रयोग कर दुर्घटना का शिकार हो जान आँवा रही है।

(ग) उच्च प्राथमिक विद्यालय में जगी स्वच्छता की अलख : बच्चों ने लिया आस-पास को स्वच्छ रखने का संकल्प।
उत्तर :
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी नागरिकों एवं विद्यार्थियों से पूरे भारत वर्ष में स्वच्छता अभियान चलाकर देश को स्वच्छ करने की अपील की है। इस अभियान में विद्यार्थी वर्ग का पूरा (UPBoardSolutions.com) सहयोग मिल रहा है। पूरे देश के गाँवों, शहरों एवं विद्यालयों में स्वच्छता अभियान चला कर सभी विद्यालयों एवं उनके आस-पास के स्थानों को स्वच्छ किया जा रहा है। प्रधान मंत्री ने विद्यार्थियों को बहुत-बहुत बधाई दी है।

विचार और कल्पना

प्रश्न 1.
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अन्तर्गत कौन-कौन-से समाचार माध्यम सम्मिलित हैं, उन्हें लिखिए।
उत्तर :
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अन्तर्गत टी०वी०, सिनेमा, इन्टरनेट आदि समाचार माध्यम सम्मिलित हैं।

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प्रश्न 2.
नोट – विद्यार्थी उत्तर स्वयं लिखें।

कुहानी से

प्रश्न 1.
‘साप्ताहिक धमाका’ क्यों निकाला गया?
उत्तर :
मोहल्ले में फैले भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए ‘साप्ताहिक धमाका’ अखबार निकाला गया।

प्रश्न 2.
‘साप्ताहिक धमाका’ के निकालने वाले कौन थे और वे किस प्रकार अनेक प्रतियाँ तैयार करते थे?
उत्तर :
‘साप्ताहिक धमाका’ निकालने वाले चार बच्चे थे। पहले अखबार की एक मूले प्रति तैयार की जाती थी, फिर चार प्रतियाँ और बाद में कार्बन द्वारा कई प्रतियाँ बनाई जाती थी।

प्रश्न 3.
पहले अंक की खास-खास खबरें क्या-क्या थीं तथा लाला धनीराम की दुकान में सुबह-सुबह हंगामा क्यों हो गया?
उत्तर :
पहले अंक की खास-खास खबरें थीं- लाला धनीराम के मसालों में मिलावट, गुटकू भटनागर बैगन की सब्जी से चिढ़ते हैं, ठेकेदार हजारा सिंह ने लड़की की शादी में पचास हजार नकद दहेज दिया, हेडमास्टर के घर स्कूल के चपरासी काम करते हैं, क्लास टीचर सोहनलाल ने तीन महीनों की फीस अब तक स्कूल में जमा नहीं की आदि। लाला धनीराम की पोल खुल जाने के कारण ही सुबह-सुबह उसकी दुकान में हंगामा हो गया।

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प्रश्न 4.
चिरंजीलाल ने अपने भाषण में क्या कहा और क्यों कहा?
उत्तर :
चिरंजीलाल ने गुमनाम संपादक बच्चों की पहचान करने के लिए अपने भाषण में कहा- हम ‘साप्ताहिक धमाका’ के संपादक बच्चों की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हैं। उन्होंने हमारी गलतियाँ बताकर (UPBoardSolutions.com) हमें सही राह दिखाई है। हमने तय किया है कि हर बच्चे को इस काम के लिए पाँच-पाँच सौ रुपयों का इनाम दिया जाए, लेकिन हम नहीं जानते कि वे बहादुर बच्चे कौन हैं; इसलिए उनसे निवेदन करते हैं कि वे सब मंच पर आएँ; अपना परिचय दें और पुरस्कार लें।

प्रश्न 5.
“साप्ताहिक धमाका’ अखबार के दूसरे अंक की प्रमुख खबर थी
उत्तर :
साप्ताहिक धमाका’ अखबार का दूसरा अंक बँटा तो ऐसा लगा जैसे किसी ने मिर्ची का पैकेट खोलकर हवा में उछाल दिया हो। मोहल्ले के कई सम्मानित कहे जाने वाले लोगों की पोल खुल चुकी थी। चंदा खाने वाले और चोरी-छिपे शराब पीने वाले बेनकाब हो चुके थे। शादी लाल बच्चों को झूठा बता रहे थे।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
‘विशेष’ में ‘अंक’ जोड़कर ‘विशेषांक’ शब्द बनाया गया है। इसी प्रकार, निम्नलिखित शब्दों में ‘अंक जोड़कर शब्द बनाएँ (शब्द बनाकर) –
उत्तर :
क्रम – क्रमांक, प्रवेश – प्रवेशांक, जन्म – जन्मांक, गत – गतांक

प्रश्न 2.
निम्नलिखित वाक्यों को ध्यान से पढ़ें

(क) खबरें न केवल सच्ची थीं, बल्कि कान खड़े करने वाली थीं
(ख) बाते न केवल झूठी थी; बल्कि शर्म से गड़ने वाली थी।

इसी प्रकार नीचे दिए गए जोड़ों से एक-एक वाक्य बनाइए (वाक्य बनाकर) –

(क) संदेश न केवल दुखदायी था; बल्कि सुनते ही सिंर पर आसमान टूट पड़ा था।
(ख) आतंकवादियों ने जनता को न केवल त्रस्त कर दिया है, बल्कि नाक में दम कर रखा है।
(ग) वह न केवल दुष्ट है; बल्कि सिर पर सवार हो जाता है।

इसे भी जानें –
नोट – विद्यार्थी अतिरिक्त जानकारी के लिए ध्यान से पढ़ें।

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शिक्षकों हेतु –
नोट – शिक्षक बच्चों से कराएँ।

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