UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 गजा भगीरथ (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 गजा भगीरथ (महान व्यक्तित्व)

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पाठ का सारांश

महाराज रामचन्द्र से कई पीढ़ियों पहले अयोध्या में राजा सगर राज्य करते थे। राजा सगर ने एक बार यज्ञ किया और अपनी जिय के प्रतीक के रूप में यज्ञ का घोडा छोड़ दिया। उस घोड़े को इन्द्र ने पकड़ लिया। | राजा सगर के पुत्र घोड़े को खोजने के लिए निकले,(UPBoardSolutions.com) परन्तु घोड़ा उन्हें नहीं मिला। तब उन्होंने धरती को खोदना शुरू कर दिया। अन्त में वे एक स्थान पर पहुँचे, जहाँ मुनि कपिल बैठे हुए थे और उनके निकट ही घोड़ा बँधा हुआ था। राजा सगर के पुत्रों ने मुनि कपिल को बहुत भला-बुरा कहा। इस पर क्रोधित होकर मुनि ने उन्हें वहीं भस्म कर दिया।
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इधर राजा सगर ने बड़ी प्रतीक्षा के बाद भी जब देखा कि उनके पुत्र नहीं लौटे, तब उन्होंने अपने दूसरे पुत्र को भेजा, जो परिश्रम से वहाँ तक पहुँचा और घोड़े को वापस ले आया। अब भस्म हुए पुरखों को तारने के लिए गंगा की आवश्यकता थी। लेकिन गंगा को पृथ्वी पर लाए कौन? (UPBoardSolutions.com)
अन्त में राजा के प्रपौत्र भगीरथ ने गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए कठोर तपस्या की। लम्बी और कठोर तपस्या के बाद वह गंगा को पृथ्वी पर लाने में सफल हो गए। इस प्रकार राजा भगीरथ ने अपने भस्म हुए पुरखों को तार दिया और उनकी धार्मिक क्रिया की। उसके बाद बहुत दिनों तक उन्होंने अयोध्या में राज्य किया।

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अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1:
राजा भगीरथ कौन थे?
उत्तर:
राजा भगीरथ महाराज दिलीप के पुत्र थे।

प्रश्न 2:
राजा भगीरथ ने कौन सा महान (UPBoardSolutions.com) कार्य किया?
उत्तर:
राजा भगीरथ ने गंगा को पृथ्वी पर लाने का महान कार्य किया।

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प्रश्न 3:
गंगा को भागीरथी क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
भगीरथ की तपस्यों से ही गंगा पृथ्वी पर (UPBoardSolutions.com) आई थीं, इसलिए गंगा को भागीरथी कहा जाता है।

प्रश्न 4:
सही (✓) अथवा गलत (✘) को चिह्न लगाइए
उत्तर:
(क) भगीरथ राजा सगर के पुत्र थे। (✘)
(ख) गंगा को भागीरथी भी कहते हैं। (✓)
(ग) भगीरथ गंगा की धारा लाने में सफल हुए। (✓)

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प्रश्न 5:
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(अ) राजा सगर के घोड़े को इन्द्र (UPBoardSolutions.com) ने पकड़ लिया।
(ब) भगीरथ ने लगन और विश्वास से कार्य किया और घह पूर्ण रूप से सफल हुए।
(स) गंगा को लाने के पश्चात् और अपने पितामहों की धार्मिक क्रिया करने के पश्चात् बहुत दिनों तक महाराजा भगीरथ ने अयोध्या में राज्य किया।

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UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 24 बाल गंगाधर तिलक (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 24 बाल गंगाधर तिलक (महान व्यक्तित्व)

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पाठ का सारांश

सन् 1857 ई० की क्रान्ति भारतीय इतिहास में विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण है। इस क्रान्ति के फलस्वरूप देश स्वाधीन तो नहीं हो सका; किन्तु इससे स्वाधीनता प्राप्ति के प्रयासों को बल मिला। बाल गंगाधर तिलक एक आदर्श शिक्षक और सफल पत्रकार थे। 1881 में तिलक की सामाजिक सेवा का दूसरा दौर चला। इन्होंने मराठी भाषा में ‘केसरी’ समाचार पत्र का प्रकाशन प्रारम्भ किया। अँग्रेज़ी भाषा में ‘मराठा’ पत्र भी साथ ही निकलने लगा। ‘मराठा’ और (UPBoardSolutions.com) ‘केसरी’ समाचार पत्रों में अँग्रजों की अनुचित नीतियों और अत्याचारी का खुलकर विरोध किया जाता था।

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कलकत्ता में होने वाले कांग्रेस अधिवेशन के अवसर पर एक सार्वजनिक सभा में गीता पर इनका भाषण सुनकर छात्रों ने इन्हें मानपत्र दिया तथा इनका निर्देशक प्राप्त करना चाहा। तब से वे ‘लोकमान्य’ कहे जाने लगे। इन्होंने धार्मिक  उत्सव का आधार लेकर राजनीति की जड़ें मजबूत कीं। इस प्रकार तिलक को स्वदेशी आन्दोलन का सच्चा जन्मदाता कहा जा सकता है।
तिलक में असीम सहिष्णुता थी। देश के लिए इन्होंने बहुत यातना भोगी। जेल से छूटने के बाद ये । पुनः देश सेवा में लग गए। इन्होंने जनता को स्वशासन की प्रेरणा दी और होमरूल लीग की स्थापना की। वे देश में अपना शासन और (UPBoardSolutions.com) अपनी व्यवस्था चाहते थे। कांग्रेस में तिलक को प्रभुत्व जम रहा था। तिलक पूर्ण स्वराज्य हेतु निरन्तर संघर्ष करते रहे। 1 अगस्त, 1920 को भारतीयों को पूर्ण स्वराज्य हेतु उत्प्रेरित कर भारत-माता के ये सपूते सदा के लिए सो गए। इनकी मृत्यु के अवसर पर जन समूह की बाढ़ को देखकर विट्ठलभाई पटेल ने कहा था- “राजनीति को आराम कुर्सी वाले राजनीतिज्ञों से जनता तक ले आने का श्रेय लोकमान्य तिलक को ही है।” इनकी उँगली राष्ट्र की नाड़ी पर थी। ये जानते थे कि स्वाधीनता संग्राम में त्याग और कष्ट झेलने की (UPBoardSolutions.com) क्षमता जनता में कितनी है; इसीलिए इन्होंने राष्ट्रीय आन्दोलन को आगे बढ़ाया। वे सच्चे अर्थों में भारत के निर्माता थे।”

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अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1:
बाल गंगाधर का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर:
बाल गंगाधर का जन्म 23 जुलाई, 1856 ई० को (UPBoardSolutions.com) भारत के पश्चिमी समुद्र तट पर स्थित रत्नागिरि गाँव में हुआ था।

प्रश्न 2:
“बाल गंगाधर तिलक स्वराज के मन्त्रदाता थे’, इस कथन की पुष्टि करिए।
उत्तर:
जेल में तिलक ने ‘गीता-रहस्य’ नामक विश्वविख्यात (UPBoardSolutions.com) पुस्तक लिखी। इस पुस्तक ने देश की राजनीति को स्वराज्य की ओर उत्प्रेरित किया। तिलक ने जनता को बताया कि कर्म का राष्ट्रीय फल ‘स्वराज्य’ है।

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प्रश्न 3:
बाल गंगाधर तिलक ने किन पत्रों का सम्पादन किया?
उत्तर:
बाल गंगाधर तिलक ने मराठी भाषा में ‘केसरी’ समाचार पत्र तथा अँग्रेजी भाषा में ‘मराठा’ पत्र का भी सम्पादन किया।

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प्रश्न 4:
भारत की स्वाधीनता के लिए तिलक के योगदान का वर्णन करिए।
उत्तर:
राजनीति को आराम कुर्सीवाले राजनीतिज्ञों से जनता तक ले जाने का श्रेय लोकमान्य तिलक को ही है। इनकी उँगली राष्ट्र की नाड़ी पर थी; इसलिए ये जानते थे कि स्वतन्त्रता संग्राम में त्याग और कष्ट झेलने की क्षमता जनता में कितनी है; (UPBoardSolutions.com) इसलिए इन्होंने राष्ट्रीय आन्दोलन को आगे बढ़ाया। वे सच्चे अर्थों में भारत के निर्माता थे।

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UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 6 पौधों में पोषण

UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 6 पौधों में पोषण

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अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर के चार विकल्प दिये हैं। सही उत्तर चुन कर लिखिए-
(क) परपोषी पौधा है-
(i) अमरबेल (✓)
(ii) नीम
(iii) गुलाब,
(iv) सहजन

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(ख) कीटभक्षी पौधे सामान्यतः उन (UPBoardSolutions.com) स्थानों पर मिलते हैं जहाँ की भूमि में कमी होती है-
(i) आक्सीजन की
(ii) जल की
(iii) नाइट्रोजन की (✓)
(iv) कार्बन की

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) हरे पौधे अपना भोजन स्वयं बनाने के कारण स्वपोषी कहलाते हैं।
(ख) सूर्य पृथ्वी पर ऊर्जा का एकमात्र स्रोत है।
(ग) हरे पौधों द्वारा भोजन बनाने (UPBoardSolutions.com) की प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषण कहलाती है।
(घ) ऐसे पौधे जो सड़े गले पदार्थों से भोजन प्राप्त करते हैं, मृतोपजीवी कहलाते हैं।
(ङ) ड्रॉसेरा एक कीटभक्षी पौधा है।

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प्रश्न 3.
कॉलम क के शब्दों का मिलान कॉलम ख से कीजिए-
UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 6 पौधों में पोषण 3

प्रश्न 4.
संक्षिप्त उत्तर दीजिए-
(क) पत्तियों में पाये जाने वाले हरे वर्णक को क्या कहते है ?
उत्तर-
पत्तियों में पाए जाने वाले हरे वर्णक को पर्ण हरित कहते हैं।

(ख) अपना भोजन स्वयं न बनाने वाले जीव क्या कहलाते हैं ?
उत्तर-
अपना भोजन स्वयं न बनानेवाले जीव (UPBoardSolutions.com) परपोषी कहलाते हैं।

(ग) उस सम्बन्ध को क्या कहते हैं जिसमें दो जीव आपस में एक दूसरे को सहयोग करते हैं। और दोनों लाभान्वित होते हैं ?
उत्तर-
जिसमें दो जीव आपस में एक दूसरे को सहयोग करते हैं और लाभान्वित होते हैं, उस संबंध को सहजीविता कहते हैं।

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(घ) पूर्ण परजीवी पौधे अपने किस अंग के द्वारा पोषक से जल तथा खनिज लवण प्राप्त करते हैं?
उत्तर-
पूर्ण परजीवी पौधों में चूषकांग पाए जाते हैं जिनकी (UPBoardSolutions.com) सहायता से ये पोषक से ही भोजन जल तथा खनिज लवण प्राप्त करते हैं।

प्रश्न 5.
हरे पौधे में प्रकाश-संश्लेषण प्रक्रिया का वर्णन करो।
उत्तर-
पौधों की पत्तियों में पर्णहरित नामक वर्णक पाया जाता है जो सौर ऊर्जा (सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा) को ग्रहण करता है। पर्णहरित की उपस्थिति के कारण ही पत्तियाँ हरी होती हैं। मिट्टी से जल अवशोषित होकर पत्तियों तक पहुँचता है (UPBoardSolutions.com) और इस प्रकार पत्तियों में जल उपलब्ध हो जाता है। साथ ही वायुमण्डल की कार्बन डाइऑक्साइड सूक्ष्म पर्णरन्ध्रों द्वारा पत्तियों के अन्दर पहुँचती हैं। जब सूर्य का प्रकाश पत्तियों पर पड़ता है तो पत्तियों में उपस्थित पर्णहरित इन प्रकाश रश्मियों को अवशोषित करके जल तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस से मिलकर ग्लूकोज (भोजन) का निर्माण करते हैं, और साथ ही प्राणदायिनी ऑक्सीजन गैस बनती है जो पर्णरन्ध्रों द्वारा वायुमण्डल में निकाल दी जाती हैं। पौधों द्वारा भोजन (ग्लूकोज) बनाने की यह प्रक्रिया प्रकाश-संश्लेषण कहलाती है। इस क्रिया को निम्नलिखित समीकरण द्वारा प्रदर्शित करते हैं-
UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 6 पौधों में पोषण 5

प्रश्न 6.
किस प्रयोग द्वारा दिखायेंगे कि प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में सूर्य का प्रकाश आवश्यक है।
उत्तर-
प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में सूर्य का प्रकाश आवश्यक है, इसे नीचे दिए गए प्रयोग द्वारा दिखाया जा सकता है-

प्रयोग- दो चौडे मुंह वाला काँच का गिलास लेंगे। दोनों में पानी भर के हाइडूिला पौधे की बराबर-बराबर लंबाई की एक-एक शाखा डाल देंगे।
एक गिलास को खुला रखेंगे ताकि उसपर सूर्य का पर्याप्त प्रकाश मिले। एक गिलास को काले कागज से इस तरह ढंक देंगे कि इस पर सूर्य का प्रकाश न पड़े। दोनों गिलासों को लगभग एक घंटे के लिए खुले स्थान में रखेंगे। लगभग एक घंटे (UPBoardSolutions.com) के बाद निरीक्षण करने पर हम पाते हैं कि वह गिलास जिस पर सूर्य का पर्याप्त प्रकाश पड़ रहा है, उसमें ऑक्सीजन गैस के बुलबुले निकल रहे हैं जो हाइड्रिला की शाखा द्वारा प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के फलस्वरूप बनती है। दूसरे गिलास के काले तरफ से थोड़ा हटाकर देखने पर हम पाएँगे कि इसमें गैस के बुलबुले नहीं दिखाई दे रहे। इसका कारण यह है कि दूसरा गिलास काले कागज से ढका है। इसमें रखी हाइड्रिला पौधे की शाखा को जल में घुलित कार्बन-डाइऑक्साइड तो मिल रहा है लेकिन सूर्य का प्रकाश नहीं मिल रहा है, फलस्वरूप इसमें प्रकाश संश्लेषण की क्रिया नहीं हो पा रही और इस कारण बुलबुले भी नहीं बन रहे।
अत: स्पष्ट है कि प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के लिए जल तथा कार्बन डाइऑक्साइड के साथ-साथ सूर्य का प्रकाश भी अति आवश्यक है।

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प्रश्न 7.
किसी कीटभक्षी पौधे का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर-
UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 6 पौधों में पोषण 7
घटपर्णी एक कीटभक्षी पौधा होता है। यह मुख्यतः दलदली या अधिक नम स्थानों में उगता है। पौधे तंतुओं के सहारे ऊपर चढ़ते हैं। तंतुओं के सिरेवाला भाग घड़े के आकार जैसा हो जाता है। घड़े के मुख के ऊपर एक और ढक्कन होता है। (UPBoardSolutions.com) घड़े का किनारा अंदर मुड़ा होता है और मुखद्वार पर बहुत सी मधुग्रंथियाँ होती हैं। यह पौधा अपने रंगीन चमकदार ढक्कन तथा मधुग्रंथियों द्वारा कीटों को अपनी और । आकर्षित करता है। आकर्षित कीट घड़े की चिकनी सतह से फिसलते हुए अंदर चले जाते हैं और घड़े का ढक्कन बंद हो जाता है। ये कीट अंदर पाए जाने वाले पाचक रसों द्वारा पचा लिए जाते हैं।

प्रोजेक्ट कार्य – नोट – विद्यार्थी स्वयं करें

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UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 8 जीवों में श्वसन

UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 8 जीवों में श्वसन

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अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में सही विकल्प (UPBoardSolutions.com) छाँटकर अपनी अभ्यास पुस्तिका में लिखिए-
(क) कॉकरोच में श्वसन होता है-
(अ) फेफड़ों द्वारा
(ब) श्वासरन्ध्रों द्वारा (✓)
(स) गिल्स द्वारा
(द) त्वचा द्वारा

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(ख) श्वासोच्छ्वास में किसकी भूमिका नहीं होती है-
(अ) पसलियाँ (✓)
(ब) फेफड़े
(स) डायाफ्राम
(द) नासाद्वार

(ग) ‘π’ के आकार (UPBoardSolutions.com) के छल्ले जैसी संरचना होती हैं-
(अ) श्वासनली में (✓)
(ब) मुख गुहा में
(स) ग्रसनी में
(द) फेफड़े में

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करिए-
(क) नासिका की गुहा को नासागुहा कहते हैं।
(ख) नासागुहा की दीवार पर श्लेष्म ग्रन्थियाँ होती हैं।
(ग) व्यायाम करते समय श्वसन दर बढ़ जाती है।
(घ) कॉकरोच श्वासरंध्र द्वारा (UPBoardSolutions.com) श्वसन करता है।
(ङ) श्वसन क्रिया में ऊर्जा खर्च होती है।

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प्रश्न 3.
निम्नलिखित कथनों में सही के सामने सही (✓) तथा गलत के सामने (✗) का चिह्न लगाइए-
(क) अत्यधिक व्यायाम करते समय व्यक्ति की श्वसन दर धीमी हो जाती है। (✗)
(ख) अंतः श्वसन में ऑक्सीजन (UPBoardSolutions.com) युक्त वायु ग्रहण की जाती है। (✓)
(ग) मेंढ़क, त्वचा एवं फेफड़े दोनों के माध्यम से श्वसन करते हैं। (✓)
(घ) उच्छ्वासन को निःश्वसन भी कहते हैं। (✓)
(ङ) पेड़ – पौधे रन्ध्रों द्वारा श्वसन करते हैं। (✓)

प्रश्न 4.
सही मिलान करिए-
UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 8 जीवों में श्वसन 4

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प्रश्न 5.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) श्वसन किसे कहते हैं ?
उत्तर-
वातावरण की ऑक्सीजनयुक्त वायु (UPBoardSolutions.com) को नाक से फेफड़ों तक पहुँचाने और फेफड़ों की कार्बन डाइऑक्साइड युक्त वायु को नाक द्वारा शरीर से बाहर निकालने की पूरी प्रक्रिया को श्वसन कहते हैं।

(ख) श्वासोच्छवास से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
वातावरण की ऑक्सीजनयुक्त वायु को नाक से फेफड़ों तक पहुँचाने की क्रिया अंत:श्वसन या श्वसन कहलाती है। इसके विपरीत फेफड़ों की कार्बन डाइऑक्साइड युक्त वायु को नाक द्वारा शरीर से बाहर निकालने की क्रिया को उच्छवसन या नि:श्वसन कहते हैं। (UPBoardSolutions.com) अंत:श्वसन एवं उच्छवसन की क्रिया संयुक्त रूप से श्वासोच्छवास कहलाती है।

(ग) श्वासोच्छवास एवं श्वसन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
श्वासोच्छवास में अंत:श्वसन एवं उच्छवसन की सम्मिलित क्रिया होती है। जिसमें ऑक्सीजन को नाक से फेफड़ों तक पहुँचाया जाता है और फेफड़ों की कार्बन डाइऑक्साइड को नाक द्वारा बाहर निकाला जाता है। यह प्रक्रिया श्वसन क्रिया का अंगमात्र है। (UPBoardSolutions.com) श्वसन क्रिया में अंतः श्वसन द्वारा ली गई ऑक्सीजन रक्त के माध्यम से प्रत्येक जीवित कोशिका में पहुँचकर उसमें उपस्थित भोज्य पदार्थ को विखंडित करती है। इसके परिणामस्वरूप ऊर्जा बनने के साथ-साथ कार्बन डाइऑक्साइड बनते हैं जो नि:श्वसन द्वारा शरीर से बाहर निकलती है। यह संपूर्ण प्रक्रिया ही श्वसन है।

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(घ) मानव के श्वसन अंगों का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर-
नोट- विद्यार्थी स्वयं करें।

(ङ) पौधे किस प्रकार श्वसन करते हैं ?
उत्तर-
पौधों की पत्तियों में सूक्ष्म छिद्र होते है, जिन्हें रंध्र कहते हैं। (UPBoardSolutions.com) रंध्रों से ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैसों का आदान-प्रदान होता है।

प्रश्न 6.
रात्रि में वृक्षों के नीचे क्यों नहीं सोना चाहिए?
उत्तर-
पेड़-पौधे दिन में सूर्य के प्रकाश में प्रकाश-संश्लेषण करते हैं। इस क्रिया में वे ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते हैं। रात्रि में जब प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया नहीं हती है तो ऑक्सीजन की मात्रा वातावरण में कम हो जाती है (UPBoardSolutions.com) तथा कार्बन डाइऑक्साइड का वृक्ष द्वारा उपयोग नहीं होने से इसकी मात्रा वातावरण में बढ़ जाती है। कार्बनडाइऑक्साइड एक दूषित गैस है। इसके कारण मनुष्य बीमार हो सकता है या उसकी दम घुटने से मृत्यु भी हो सकती है। इसी कारण रात्रि में पेड़ के नीचे नहीं सोना चाहिए।

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प्रश्न 7.
मछली किस प्रकार श्वसन करती है, सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर-
मछली एक जलीय जीव है जिसमें श्वसन के लिए। एक विशेष (UPBoardSolutions.com) अंग क्लोम/गलफड़े होते हैं। इन्हीं गलफड़ों से मछलियाँ। श्वसन करती हैं।
UP Board Solutions for Class 7 Science Chapter 8 जीवों में श्वसन 7

प्रोजेक्ट कार्य – नोट – विद्यार्थी स्वयं करें

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UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 23 हमारे महान वनस्पति-वैज्ञानिक (महान व्यक्तित्व)

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पाठ का सारांश

जगदीश चन्द्र बसु-इनका जन्म 3० नवम्बर, सन् 1858 ई० को बंगाल के मैमन सिंह जिले के फरीदपुर गाँव में हुआ। इनके पिता भगवान चन्द्र बसु डिप्टी मजिस्ट्रेट थे। उन्होंने इनका दाखिला गाँव के स्कूल में ही करवाया। बालक जगदीश घुड़सवारी (UPBoardSolutions.com) करना और साहसिक कहानियाँ पसन्द करता था।
नौ वर्ष की उम्र में घर छोड़कर पढ़ने के लिए इन्हें कोलकाता भेजा गया। वहाँ ये पेड़-पौधे तथा जीव-जन्तुओं में विशेष रुचि लेते थे। सेंट जेवियर्स कॉलेज कोलकाता से स्नातक परीक्षा पास करके ये इंग्लैंड गए। सन् 1884 ई० में भौतिकी, रसायन और वनस्पति विज्ञान की शिक्षा लेकर बी०एस०सी० की उपाधि ली। सन् 1885 ई० में कोलकाता प्रेसीडेंसी कॉलेज में प्राध्यापक नियुक्त हुए।
जगदीश चन्द्र बसु ने पौधों में प्राण और संवेदनशीलता का पता लगाया। इसके लिए इन्होंने ‘क्रेस्कोग्राफ’ नामक यन्त्र बनाया। जिससे पौधों में होने वाली सूक्ष्म प्रक्रियाओं का पता लगाया जा सकता है। अँग्रेजों ने इसके लिए इन्हें ‘सर’ की उपाधि दी।
भौतिकी के क्षेत्र में भी बसु की गहरी पैठ थी। सन् 1895 ई० में मारकोनी से पहले ये बेतार का तार’ का सफल सार्वजनिक प्रदर्शन कर चुके थे। इन्होंने कोलकाता में बसु विज्ञान मन्दिर नामक प्रयोगशाला खोली। सन् 1937 ई० अर्थात् अपनी मृत्यु होने (UPBoardSolutions.com) तक ये इस संस्थान में कार्यरत रहे। प्रोफेसर बसु अपने अथक परिश्रम और अनुसंधानों के कारण विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिकों में गिने जाते हैं।

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बीरबल साहनी: इनका जन्म 14 नवम्बर, 1899 को पंजाब के भेड़ा कस्बे में हुआ। इनके पिता रुचिराम रसायन विज्ञान के अध्यापक थे। इनकी माता ईश्वरीदेवी कुशल गृहिणी थीं। बीरबल बपचन से ही पेड़-पौधे और भूगर्भ में रुचि लेने लगे थे। बीरबल स्वभाव से बहुत निर्भीक थे। सन् 1911 ई० में ये लन्दन गए। कैंब्रिज के प्रोफेसर सीवर्ड अपने होनहार शिष्ये बीरबल को अत्यन्त स्नेह देते थे। लन्दन से डी०एस०सी० उपाधि लेकर साहनी सन् 1919 ई० में भारत आ गए। ये काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर नियुक्त हुए । साहनी स्नातक कक्षाओं की पढ़ाई पर विशेष जोर देते थे। (UPBoardSolutions.com) छात्र इनकी उदारता, विद्वता और सादगी से बहुत प्रभावित थे। काशी के बाद साहनी लखनऊ आ गए।
प्रोफेसर साहनी को भारतीय पुरा-वनस्पति का जनक माना जाता है। इन्होंने बिहार की राजमहल पहाड़ियों में अत्यन्त महत्वपूर्ण फॉसिल-पेंटजाइली की खोज की। इन्होंने अपना सारा जीवन वनस्पतिजगत् के अनुसंधानों में लगा दिया। लखनऊ स्थित ‘साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पेलियोबॉटनी’ भारत का ही नहीं, विश्व का महत्त्वपूर्ण शोध संस्थान है। इस संस्थान के शिलान्यास के सात दिन बाद 9 अप्रैल, सन् 1949 ई० को बीरबल साहनी संसार छोड़ गए। इस महान वैज्ञानिक की स्मृति में भारत के सर्वश्रेष्ठ वनस्पति वैज्ञानिक को ‘बीरबल साहनी पदक’ प्रदान किया जाता है।

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अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1:
जगदीश चन्द्र बसु ने सर्वप्रथम किस बात का पता लगाया?
उत्तर:
जगदीश चन्द्र बसु ने सर्वप्रथम पौधों (UPBoardSolutions.com) में प्राण और संवेदनशीलता का पता लगाया।

प्रश्न 2:
जगदीश चन्द्र बसु ने आधा वेतन लेना स्वीकार क्यों नहीं किया?
उत्तर:
जगदीश चन्द्र बसु अपनी योग्यता और परिश्रम में अंग्रेजों से आगे थे।

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प्रश्न 3:
बीरबल साहनी को किसका जनक माना जाता है?
उत्तर:
बीरबल साहनी को भारतीय (UPBoardSolutions.com) पुरा-वनस्पति का जनक माना जाता है।

प्रश्न 4:
नीचे लिखे वाक्यों पर सही (✓) अथवा गलत (✘) का चिह्न लगाइए (चिह्न लगाकर )
(क) जगदीश चन्द्र बसु ने क्रेस्कोग्राफ का आविष्कार किया।                               (✓)
(ख) जगदीश चन्द्र बसु का मन चित्रकला में अधिक लगता था।                            (✘)
(ग) बीरबल साहनी की स्मृति में ‘बीरबल साहनी पदक’ दिया जाता है।                 (✓)
(घ) बीरबल साहनी ने कोलकाता में ‘साहनी इंस्टीट्यूट’ की स्थापना की।              (✘)

प्रश्न 5:
नीचे दिए विकल्पों में सही उत्तर छाँटिए ( सही उत्तर छाँटकर)

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(क) जगदीश चन्द्र बसु ने सर्वप्रथम पता लगाया कि

  • पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है।
  • पेड-पौधो निर्जीव (UPBoardSolutions.com) होते हैं।
  • पेड़-पौधों में जीवन है, वे भी हमारी तरह सुख-दुःख का अनुभव करते हैं।

(ख) बीरबल साहनी के मन में दृढ़ इच्छा थी

  •  वनस्पति विज्ञान पर पुस्तक लिखने की।
  • घर में एक बाग लगाने की।
  •  पुरा-वनस्पति विज्ञान मंदिर की स्थापना करने की।

योग्यता विस्तार:
नोट– विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिका की (UPBoardSolutions.com) सहायता से स्वयं करें।

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