UP Board Solutions for Class 7 Agricultural Science Chapter 2 भू-क्षरण

UP Board Solutions for Class 7 Agricultural Science Chapter 2 भू-क्षरण

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भू-क्षरण

अभ्यास

प्रश्न 1.
सही उत्तर पर सहीं (✓) का चिहून लगाइए।
(i) भू-क्षरण निम्न शक्तियों (कारकों) द्वारा होता है
(क) वर्षा
(ख) हवा
(ग) बर्फ
(ख) हवा
(घ) उपरोक्त सभी (✓)

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(ii) भू-क्षरण से तात्पर्य है-
(क) भूमि के कणों का अपने स्थान से  हटना एवं (UPBoardSolutions.com) दूसरे स्थान पर इकट्ठा होना (✓)
(ख) पानी का बहना
(ग) बर्फ का पिघलना
(घ) खेत की जुताई करना

(iii) वायु भू-क्षरण निम्न कारक द्वारा होता है-
(क) जल द्वारा
(ख) बर्फ द्वारा
(ग) वायु द्वारा (✓)
(घ) गुरुत्वाकर्षण द्वारा

(iv) बीहड़ (रेवाइन) निम्न स्थानों पर पाया जाता है
(क) नदी एवं नान्नों के किनारे (UPBoardSolutions.com) व आप पास (✓)
(ख) खेती योग्य भूमि पर
(ग) खेत के मैदान में
(घ) गाँव में

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(v) मृदा संरक्षण का अर्थ है
(क) मृदा को क्षरण से बचाना (✓)
(ख) मृदा का पानी के साथ खेत से बहना
(ग) ढाल पर खेती करना
(घ) मिट्टी खोदना।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित कथनों में सही पर (✓) और गलत पर (✗) का निशान लगाइए-
उत्तर
(i) भू-क्षरण का अर्थ मिट्टी को खोदकर अन्यत्र ले जाना है।                          (✓)
(ii) भू-क्षरण से खेत की उपजाऊ मिट्टी बह जाती है।                                    (✓)
(iii) वायु-क्षरण अधिकतर शुष्क एवं रेतीले क्षेत्रों में होता है।                        (✓)
(iv) एक हेक्टेयर खेत से औसतन 50 टन मिट्टी प्रतिवर्ष बह जाती है।             (✗)

प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
उत्तर
(i) ढालू-खेतों से भू-क्षरण अधिक होता है। (अधिक/कम)
(ii) सबसे अधिक भू-क्षरण जल से होता है। (जल/बर्फ)
(iii) त्वरित क्षरण मानव द्वारा होता है। (प्रकृति/मानव)
(iv) भूस्खलन (लैण्डस्लाइड) पहाड़ी क्षेत्रों में होता है। (पहाड़ी/मैदानी क्षेत्र)
(v) मृदा सतह की एक इंच ऊपरी परत बनाने (UPBoardSolutions.com) में प्रकृति को 300 से 100 वर्ष लगते हैं। (300/100 वर्ष)

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प्रश्न 4.
निम्नलिखित में स्तम्भ ‘क’ को स्तम्भ ‘ख’ से सुमेल कीजिए (सुमेल करके)-
उत्तर
UP Board Solutions for Class 7 Agricultural Science Chapter 2 भू-क्षरण – img-1

प्रश्न 5.
(i) खेत से पानी बहने के बाद खेत में अंगुलियों जैसी संरचना कैसे बनती हैं?
उत्तर
बरसात के दिनों में ढालू भूमि में मिट्टी, पानी के साथ बहकर अंगुलियों जैसी संरचना बनाती है।

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(ii) वर्षा की बूंद का क्षरण कैसे होता है?
उत्तर
वर्षा की बूंद भूमि के कणों को एक मीटर ऊँचा एवं एक मीटर दूर तक उछाल देती है।

(iii) बालू के टीले (सैण्डड्यून) कैसे बनते हैं?
उत्तर
बालू के टीले तेज हवा के कारण रेतीली भूमि को उड़ाने से बनते हैं।

(iv) पानी के साथ मिट्टी बहकर कहाँ चली जाती है? इसका प्रभाव क्या होता है?
उत्तर
पानी के साथ मिट्टी की ऊपरी परत (UPBoardSolutions.com) बहकर नदी, नालों एवं समुद्र में चली जाती है जिससे इसके पोषक तत्त्व नष्ट हो जाते हैं और खेत की उपजाऊ शक्ति घट जाती है।

(v) ढालू खेतों में फसलों का उत्पादन कम क्यों होता है?
उत्तर
ढालू खेतों में भू-क्षरण अधिक होने से उनकी उपजाऊ क्षमता घटती रहती है।

(vi) बरसात के दिनों में मटमैले एवं गॅदले पानी के अन्दर क्या होता है?
उत्तर
मटमैले व गॅदले पानी में खेत की मृदा के पोषक तत्त्व होते हैं।

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(vii) पुराने पेड़ों की जड़ें मिट्टी के ऊपर दिखाई देती हैं इसका कारण बताइए।
उत्तर
बरसात के दिनों में जलीय भू-क्षरण के कारण पुराने (UPBoardSolutions.com) पेड़ के जड़ों की मिट्टी बह जाने से जड़ें दिखाई देने लगती हैं।

(viii) खेत को समतल एवं मेंड़बन्दी करने से क्या लाभ है? .
उत्तर
खेतों को समतल करके उसके चारों तरफ मेंड़बंदी करने से खेत का पानी बाहर नहीं जाता है और भू-क्षरण नहीं होता है।

(ix) ढालू भूमि में किस विधि से खेती करते हैं?
उत्तर
ढाल के विपरीत जुताई करके सीढ़ीदार खेती करते हैं।

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(x) पहाड़ी पर किस प्रकार की खेती करते हैं?
उत्तर
पहाड़ी पर सीढ़ीदार खेती करते हैं।

(xi) वनस्पतियाँ (पेड़-पौधे) किस तरह से मृदा संरक्षण में सहायक होती हैं?
उत्तर
वनस्पतियाँ (पेड़-पौधे) व घोस आदि लगने से भूमि (UPBoardSolutions.com) कटाव कम होता है और पानी धीरे-धीरे बहता है।

(xii) ढालू भूमि में ढाल के विपरीत खेती करने से क्या लाभ है?
उत्तर
मृदा संरक्षण हेतु कृषि कार्य जैसे जुताई, गुड़ाई, बोआई सदैव ढाल के विपरीत दिशा में करते हैं, जिससे पानी खेतों में रुक जाती है और खेती करने में आसानी होती है।

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(xiii) सीढ़ीदार खेती से क्या समझते हैं?
उत्तर
सीढ़ीदार खेती-अधिक ढालू एवं पहाड़ों पर ढाल के विपरीत सीढ़ीनुमा संरचना बनाकर खेती करते हैं। इससे मिट्टी का कटाव भी रुकता है।

(xiv) पशुओं द्वारा अनियमित चराई करने से मृदा संरक्षण पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर
पशुओं द्वारा अनियमित चराई से मृदा संरक्षण पर बुरा प्रभाव पड़ता है। (UPBoardSolutions.com) पशुओं के खुरों से मृदा कटकर पानी के साथ बहती है, जिससे मृदा क्षरण अधिक होता है।

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(xv) खेत व नालों से बहते हुए पानी को रोकने हेतु कौन-सी संरचना बनाते हैं?
उत्तर
खेत व नालों से बहते हुए पानी को रोकने के लिए रोक बाँध (चेक डैम) बनाना पड़ता है जिससे भू-क्षरण पर रोक लगती है।

प्रश्न 6.
भू-क्षरण की परिभाषा दीजिए। जलीय भू-क्षरण के प्रकारों (UPBoardSolutions.com) को वर्णन कीजिए।
उत्तर
भू-क्षरण की परिभाषा- भूमि के कणों का अपने मूल स्थान से हटने एवं दूसरे स्थान पर एकत्र होने की क्रिया को भू-क्षरण या मृदा अपरदन कहते हैं। बरसात में जल के द्वारा होने वाले भू-क्षरण को जलीय भू-क्षरण कहते हैं। यह निम्न प्रकार का होता है

  1. वर्षा-बूंद क्षरण
  2. परत भू-क्षरण
  3. अल्पसरिता भू-क्षरण
  4. खड्ड या अवनालिका
  5. बीहड़ भू-क्षरण,
  6. नदी तट भू-क्षरण
  7. समुद्रतट भू-क्षरण
  8. हिमनद भू-क्षरण
  9. भूस्खलन भू-क्षरण जो पहाड़ों पर चट्टानों के खिसकाने से होता है जिससे नीचे के खेत, सड़के वे बस्तियाँ दब जाती हैं।

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प्रश्न 7.
वायु-क्षरण से आप क्या समझते हैं? इसका वर्णन कीजिए।
उत्तर
वायु भू-क्षरण- जब भूमि का कटाव वायु द्वारा होता है, तो उसे वायु भू-क्षरण कहते हैं। यह कम वर्षा व शुष्क जलवायु वाले प्रदेशों में होता है। जहाँ आमतौर पर तेज हवाएँ चलती हैं और भूमि पर वनस्पतियों का आवरण नहीं होता। ऐसी स्थिति में मृदा (UPBoardSolutions.com) के छोटे-छोटे कण हवा के साथ अपने स्थान से हटकर कई किलोमीटर दूर उड़कर इकट्ठे हो जाते हैं। कभी-कभी खेतों में जमा होकर फसलें बर्बाद कर देते हैं। रेतीली भूमि में तेज हवा के कारण कभी-कभी बालू के टीले बन जाते हैं। जो वायु वेग के कारण एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होते रहते हैं।

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प्रश्न 8.
प्राकृतिक एवं त्वरित भू-क्षरण उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर

  1. प्राकृतिक भू-क्षरण – प्राकृतिक भू-क्षरण प्रकृति द्वारा होता है। इसकी गति धीमी व विनाशरहित होती है। इसमें जितनी मिट्टी बनती है उतना ही कटाव होता है। जिससे सन्तुलन बना रहता है। इससे भूपटल पर पठार, मैदान, घाटियाँ और विभिन्न प्रकार की मिटूटियाँ बनती है।।
  2. त्वरित भू-क्षरण – चरागाहों में उगी घास की अनियमित चराई, वनों की अंधाधुंध कटाई आदि से भू-सतह पर स्थित वनस्पतियाँ नष्ट हो जाती हैं। जिसके कारण त्वरित भू-क्षरण होता है। मानव इसके लिए उत्तरदायी है।

प्रश्न 9.
भू-क्षरण किन-किन कारकों द्वारा होता है? वर्णन कीजिए।
उत्तर
भू-क्षरण के कारक- भू-क्षरण की क्रिया वर्षा या वायु का मृदा से संपर्क होते ही प्रारंभ होती है। जैसे-जैसे वर्षा या वायु वेग घटता-बढ़ता है, वैसे-वैसे भू-क्षरण का रूप और प्रकार बदलता रहता है। भू-क्षरण मुख्य रूप से दो कारकों द्वारा होता है, जल एवं वायु (UPBoardSolutions.com) के द्वारा होने वाले भू-क्षरण को क्रमशः जलीय भू-क्षरण एवं वायु भू-क्षरण कहते हैं।

प्रश्न 10.
भू-क्षरण से होने वाली हानियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर
भू-क्षरण से हानियाँ-

  1. नदी, नालों व समुद्रों में मिट्टी जमा होने से वे उथले हो रहे हैं।
  2. इससे पृथ्वी के अधिकांश भू-भाग डूबने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
  3. बाढ़ एवं पर्यावरण समस्या बढ़ती (UPBoardSolutions.com) जा रही है।
  4. धन, जन और स्वास्थ्य की हानि हो रही है।
  5. भू-क्षरण के कारण पृथ्वी की उर्वरा शक्ति एवं उत्पादन क्षमता घट रही है जो देश की अर्थव्यवस्था कमजोर करती है।

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प्रश्न 11.
मृदा संरक्षण की परिभाषा एवं महत्त्व का वर्णन कीजिए।
उत्तर
मृदा संरक्षण- मृदा की सुरक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। इसके लिए हमें उचित मृदा संरक्षण विधियाँ अपनाना आवश्यक है। यदि भूमि पर घास वनस्पतियाँ नही हैं तो भू-क्षरण अधिक होता है। जिससे नदी, नालों में मिट्टी जमा होने से उनकी जल धारण (UPBoardSolutions.com) क्षमता घटती है और बाढ़ का कारण बनती है। मृदा कटाव रोकने की प्रक्रिया को ही मृदा संरक्षण कहते हैं।

प्रोजेक्ट कार्य
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 7 Sports and Fitness Chapter 8 प्रमुख खेल

UP Board Solutions for Class 7 Sports and Fitness Chapter 8 प्रमुख खेल

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प्रश्न 1.
सबसे लम्बी दौड़ कितने मीटर की होती है?
उत्तर :
सबसे लम्बी दौड़ ६०० मीटर की होती है।

प्रश्न 2.
ऊँची कूद में प्रत्येक खिलाड़ी द्वारा कितने (UPBoardSolutions.com) प्रयास किए जाते हैं?
उत्तर :
ऊंची कूद में प्रत्येक खिलाड़ी को एक निर्धारित ऊँचाई पर कृदने के लिए तीन बार मौका दिया जाता है।

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प्रश्न 3.
गोलाफेंक में गोला किस पदार्थ का बना होता है, एवं इसका वजन कितना किलोग्राम होता है?
उत्तर :
गोलाफेंक में गोला पीतल अथवा लाह के टास (UPBoardSolutions.com) पंदाथ का बना होता है। इस गोले का वजन 5 किग्रा होता है।

प्रश्न 4.
डिस्कस किस आकार का होता है? इसका वजन कितने किलोग्राम होता है?
उत्तर :
डिस्कस फाइबर या लकड़ी से बना वृत्त के आकार का होता है। इसका वजन 1.5 किलोग्राम होता है।

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प्रश्न 5.
‘मल्ल युद्ध’ को वर्तमान में किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर :
‘मल्ल युद्ध’ विश्व के प्राचीनतम खेलों में से एक है। वर्तमान (UPBoardSolutions.com) समय में इसे कुश्ती के नाम से जाना जाता है।

प्रश्न 6.
“कुश्ती’ में गद्दे की ऊँचाई कितने मीटर होती है?
उत्तर :
‘कुश्ती’ में गद्दे की ऊँचाई 1 मीटर होती है।

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प्रश्न 7.
कुश्ती के कुछ खिलाड़ियों के नाम बताइए।
उत्तर :

  1. गामा पहलवान- गामा पहलवान को ‘रुस्तम-ए जहाँ’ कहा जाता है।
  2. दारा सिंहदारा सिंह फ्री स्टाइल कुश्ती के (UPBoardSolutions.com) विश्व विख्यात पहलवान रहे हैं इन्होंने भारत देश का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है।
  3. महाबली सत्यपाल महाबली सत्यपाल गुरु हनुमान के शिष्य हैं। ये भारतीय विद्यालय खेल संघ के अध्यक्ष एवं भारती कुश्ती के विकास पुरुष हैं। इन्हें महाबली एवं पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।

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प्रश्न 8.
वालीबॉल खेल में प्रत्येक टीम में कितने-कितने खिलाड़ी होते हैं?
उत्तर :
वालीबॉल खेल में प्रत्येक टीम में 12-12 खिलाड़ी होते हैं। जिनमें से 6-6 खिलाड़ी मैदान में खेलते हैं। तथा 6-6 खिलाड़ी सुरक्षित रहते है।

प्रश्न 9.
वालीबॉल खेल में मैदान की लम्बाई एवं चौड़ाई कितने मीटर होती है?
उत्तर :
वालीबॉल खेल में मैदान की लम्बाई 19 मीटर तथा (UPBoardSolutions.com) चीड़ाई 9 मीटर होती है, जिसमें एक मध्य रेखा होती है इसी मध्य रेखा के ऊपर जाली (नेट) लगाई जाती है। मध्य रेखा से दोनों ओर 9 × 9 वर्ग मीटर का वर्गाकार क्षेत्र होता है।

प्रश्न 10.
अन्तरराष्ट्रीय खेल से आप क्या समझते हैं?
उत्तर :
राष्ट्रीय स्तर पर योग्य खिलाड़ी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भाग लेकर खेलते हैं, उन्हें अन्तरराष्ट्रीय खेल कहते हैं। अन्तरराष्ट्रीय खेलों में ओलम्पिक, एशियाड एवं सैफ खेल प्रमुख हैं।

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प्रश्न 11.
ओलम्पिक ध्वज में कितने गोले होते हैं?
उत्तर :
पाँच।

प्रश्न 12.
किसी एक स्थानीय खेल के मैदान का चित्र, (UPBoardSolutions.com) नाम सहित बनाइए।
उत्तर :
नोट – विद्यार्थी अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

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प्रश्न 13.
सही विकल्प चुनें –

1. ओलम्पिक खेलों का सर्वप्रथम प्रारम्भ हुआ?

(क) ईरान
(ख) यूनान ✓
(ग) इराक
(घ) इनमें से कोई नहीं

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प्रश्न 14.
रिक्त स्थान की पूर्ति करो (पूर्ति करके) –

  1. ओलम्पिक खेलों का आयोजन प्रत्येक (UPBoardSolutions.com) चार वर्ष के उपरान्त होता है।
  2. पैरालम्पिक खेलों का श्रेय डा० गुडविन गुट्टमन को जाता है।
  3. राष्ट्रकुल खेलों का प्रारम्भ वर्ष 1930 में कनाडा में हुआ।
  4. एशियाड खेलों का प्रथम आयोजन वर्ष 1951 में नई दिल्ली में हुआ।

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प्रोजेक्ट वर्क तथा यह भी जानिए :
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 7 Sanskrit chapter 12 आदिकविः वाल्मीकिः

UP Board Solutions for Class 7 Sanskrit chapter 12 आदिकविः वाल्मीकिः

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शब्दार्थाः- व्याधेन = बहेलिया द्वारा, क्रौञ्चपक्षिणम् = क्रौंच नामक पक्षी को, उच्चैः = जोर-जोर से, क्रन्दनम् = विलाप को, चीख को, कारुणिकः = दयालु, निषाद! = हे व्याध, प्रतिष्ठाम् = सम्मान, ततः प्रभृति = से लेकर, विज्ञान = जानकर, विदित्वा = जानकर, (UPBoardSolutions.com) दाक्षिण्यम् = उदारता, अनुकूलता; जीवनमूल्यानि = आदर्श जीवन के मूल्य।

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पूरा वाल्मीकिः ………………………………………………………… काममोहितम्॥

हिन्दी अनुवाद – पहले वाल्मीकि नाम के एक ऋषि थे। एक दिन ये शिष्यों सहित स्नान करने के लिए तमसा नदी पर गए। रास्ते में इन्होंने शिकारी द्वारा बिंधा हुआ एक हंस देखा। साथी के वियोग में हंसिनी व्याकुल हो गई और वह जोर-जोर से रोने लगी। उसकी रुलाई सुनकर और दुख देखकर ऋषि का हृदय द्रवित (पिघल) हो गया। क्रौंची (हंसिनी) के विलाप से पैदा हुआ ऋषि का शोक श्लोक के रूप में इनके मुख से इस प्रकार निकल (UPBoardSolutions.com) पड़ा हे निषाद! तुम्हें सत्य में निरन्तर कभी भी सम्मान और शान्ति प्राप्त न हो, क्योंकि तुमने क्रौंच के जोड़े में से काम से मोहित एक निर्दोष की हत्या की है।

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अयमेव श्लोकः ………………………………………………………… प्रसिद्धिम् उपगता।

हिन्दी अनुवाद – यही श्लोक लौकिक संस्कृत साहित्य की पहली काव्य रचना है। तब से ये ऋषि कवि बन गए। ऋषि के कवित्व को जानकर ब्रहमा ने आकाशवाणी से आदेश दिया। हे मुनि जी! आप रामायण काव्य लिखें और उसमें राम के चरित्र का वर्णन करें, जिससे भगवान राम के पावन चरित्र को जानकर लोग सन्मार्ग का अनुसरण करें। ब्रह्मा के आदेश के अनुसार इस मुनि ने श्लोकबद्ध रामायण की कथा लिखी, जो वाल्मीकि (UPBoardSolutions.com) रामायण नाम से प्रसिद्ध हुई।

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अत्र कविना ………………………………………………………… उच्यते।

हिन्दी अनुवाद – यहाँ (इसमें) कवि ने वैसे तथ्यों को लिखा है, जो मानव जीवन का पथ-प्रदर्शन करने वाले हैं। इस काव्य में वाल्मीकि ने पिता की आज्ञा का पालन करना, भातृ स्नेह, परोपकार, दया, उदारता, गरीबों की रक्षा करना इत्यादि (UPBoardSolutions.com) मानवता पोषी जीवन मूल्यों का वर्णन किया है। इन कवि को संस्कृत का आदिकवि और इनकी रचना को आदिकाव्य कहा जाता है।

अभ्यासः

प्रश्न 1.
उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें

प्रश्न 2.
पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) वाल्मीकिः स्नातुं कुत्र अगच्छत्?
उत्तर :
वाल्मीकिः स्नातुं तमसानद्या तीरम् अगच्छत्।।
(ख) किं श्रुत्वा किं दृष्ट्वा च ऋषि द्रवितोऽभवत्?
उत्तर :
क्रौञ्च्याः रोदनं श्रुत्वा दयनीय दशां दृष्ट्वा च ऋषिः (UPBoardSolutions.com) द्रवितो भवत्।

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(ग) ब्रह्मा आकाशवाण्या वाल्मीकिं किम् आदिशत्?
उत्तर :
ब्रह्मा आकाशवाण्या वाल्मीकिं आदिशत्-ऋषे! कुरु रामायणं काव्यम्। तत्र च रामचरितं वर्णय, येन रामस्य पुण्यं चरित्रं विदित्वा लोकाः सन्मार्गस्यानुसरणं कुर्युः।”
(घ) वाल्मीकिना श्लोकबद्धा का कथा लिखिता?
उत्तर :
वाल्मीकिः श्लोकबद्धा रामायणीकथा लिखिता।
(ङ) संस्कृतस्य आदिकवि कः? (UPBoardSolutions.com)
उत्तर :
वाल्मीकिः संस्कृतस्य आदिकविः।।

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प्रश्न 3.
निम्नलिखितपदानां विभक्तिं वचनं च लिखत (लिखकर)
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प्रश्न 4.
निम्नलिखितपदेषु प्रयुक्तं उपसर्ग पृथक् कुरुत (UPBoardSolutions.com) (उपसर्ग अलग करके)
UP Board Solutions for Class 7 Sanskrit chapter 12 आदिकविः वाल्मीकिः 2

प्रश्न 5.
संस्कृतभाषायाम् अनुवादं कुरुत ( अनुवाद करके)
(क) सभी छात्र स्नान करने के लिए नदी के किनारे गए।
अनुवाद : सर्वे छात्राः स्नानाय नदी तीरे अगच्छन्।
(ख) वाल्मीकिरामायण में राम का चरित वर्णित है।
अनुवाद : वाल्मीकिरामायणे रामस्य (UPBoardSolutions.com) चरितं वर्णितम्।
(ग) वाल्मीकि ने क्रोञ्ची का रोना सुना।।
अनुवाद : वाल्मीकिः क्रौञ्च्याः रोदनं अशृणोत्।
(घ) ब्रह्मा ने वाल्मीकि को आदेश दिया।
अनुवाद : ब्रह्मा वाल्मीकिम् आदिशत्।।

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(ङ) महापुरुषों के चरित्र का अनुसरण करो।
अनुवाद : महापुरुषाणां चरित्रस्य अनुसरणं कुरु।।

प्रश्न 6.
मजूषातः पदानि चित्वा वाक्यानि पूरयत (पूर्ति करके)
(क) पुरा वाल्मीकिः नाम एक ऋषिः आसीत्।
(ख) व्याधेन विधम् एकं क्रौञ्चपक्षिणम् (UPBoardSolutions.com) अपश्यत्।
(ग) ततः प्रभृति ऋषिरय कविपदम् प्राप्तः।।
(घ) अयं कविः संस्कृतस्य आदिकविः उच्यते।

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प्रश्न 7. पदानि चित्वा कथा पूरयत (कथा पूरी करके)
एकस्मिन् पर्वते दुर्दान्त नामकः सिंहः निवसति स्म। सः मूषकैः पीडितः आसीत्। रात्रिकाले मूषकाः तस्य केशान् कर्तयन्ति स्म। प्रातः सिंहः केशान् अधः दृष्ट्वा दुःखी भवति स्म। एकदा सः मूषकानाम् उपायम् कर्तुम् संकल्पम् अकरोत्। चिन्तामग्नः (UPBoardSolutions.com) सः वने बिडालकम् अपश्यत्। बिडालकेन सह मित्रतां कृत्वा स्वगुहां प्रति अनयत् मूषकाः बिडालकस्य भयेन विवरेषु केवलं शब्दं कुर्वन्ति स्म। यदा क्षुधापीडया मूषकाः बहिः आगच्छन्ति, तदा बिडालकः तान् मारयतिस्म एवं शनैः-शनैः मूषका समाप्ताः। स्वार्थ सिद्धे सिंहः बिडालकस्य उपेक्षाम् अकरोत्। समाजे स्वार्थिभिः सावधानाः भवेम।

नोट – विद्यार्थी शिक्षण संकेत स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 7 Agricultural Science Chapter 1 मृदा विन्यास

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मृदा विन्यास

अभ्यास

प्रश्न 1.
सही उत्तर पर सहीं (✓) का चिहून लगाइये
(i) मृदा कणों का आकार होता है-
(क) गोलाकार (✓)
(ख) लंबाकोर
(ग) वर्गाकार
(घ) चौड़ा

(ii) केशिका जल होता है-
(क) बहता हुआ जल
(ख) स्थिर जल
(ग) गुरुत्वाकर्षण बल के विरुद्ध मिट्टी (UPBoardSolutions.com) में पाए जाने वाला जल (✓)
(घ) तालाब का जल

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(iii) मृदा जल संरक्षण करते हैं-
(क) कुआँ खोदकर
(ख) तालाब खोदकर
(ग) नाला बनाकर ।
(घ) जुताई के बाद पाटा लगाकर (✓)

(iv) दानेदार कणीय विन्यास होता है
(क) जब कण अलग-अलग होते हैं।
(ख) जब कण पानी में घुले होते हैं।
(ग) जब कण सूखकर ढेला बनाते हैं।
(घ) जब कण आपस में मिलकर एवं एक (UPBoardSolutions.com) झुंड बनाकर दूसरे झुंडों को चार स्थानों पर छूते हैं। (✓)

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(v) तिर्यक विन्यास में प्रत्येक कण दूसरे कणों को कितने स्थानों पर छूता है|
(क) दो
(ख) चार
(ग) छः (✓)
(घ) आठ

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
उत्तर
(i) स्तम्भी विन्यास में मृदा कण एक-दूसरे से चार स्थानों पर मिलते हैं। (दो/चार)
(ii) जब जल वाष्प में परिवर्तित हो जाता है, तो उसे गैस अवस्था कहते हैं। (ठोस/गैस)
(iii) मृदा के खाली भाग को रन्ध्रावकाश (UPBoardSolutions.com) कहते हैं। (मृदा के ठोस भाग/मृदा के खाली भाग)
(iv) उर्वरकों के लगातार अधिक प्रयोग से मृदा खराब हो जाती है। (अच्छी/खराब)
(v) पौधे केशिका जल को आसानी से ग्रहण करते हैं। (केशिका जल/आर्द्रताग्राही जल)

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प्रश्न 3.
निम्नलिखित कथनों में सही पर सही (✓) तथा गलत पर गलत (✗) का चिह्न लगाइए-
उत्तर
(i) तिर्यक विन्यास में मृदाकण आपस में एक-दूसरे को छः स्थानों पर छूते हैं।    (✓)
(ii) जुताई, गुड़ाई, निराई करके मृदा में जल संरक्षण किया जाता है।              (✓)
(iii) खेत की मेड़बन्दी करके वर्षा जल को नष्ट होने से बचाया जा सकता है।    (✓)
(iv) जल एक अच्छा विलायक है।                                                                     (✓)
(v) कार्बनिक पदार्थ का मृदा विन्यास पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।                    (✗)
(vi) रन्ध्रावकाश पौधों को समुचित पोषक (UPBoardSolutions.com) तत्व पहुँचाने में सहायता करता है।   (✓)
(vii) रूफ-टॉप जल संचय वर्षा जल संचय की विधि नहीं है।                                 (✗)

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प्रश्न 4.
निम्नलिखित में स्तम्भ ‘क’ का स्तम्भ ‘ख’ से सुमेल कीजिए (सुमेल करके)-
उत्तर
UP Board Solutions for Class 7 Agricultural Science Chapter 1 मृदा विन्यास img-1

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प्रश्न 5.
(i) प्रकृति में जल किन-किन रूपों में पाया जाता है?
उत्तर
प्रकृति में जल ठोस (बर्फ), द्रव (पानी) व वाष्प (भाप) तीन रूपों में पाया जाता है।

(ii) मृदाकणों के चारों ओर महीन परत (UPBoardSolutions.com) के रूप में पाए जाने वाले जल को क्या कहते हैं?
उत्तर
आर्द्रताग्राही जल।।

(iii) रंधावकाश किसे कहते हैं?
उत्तर
मृदा में ठोस पदार्थों से रहित जों खाली स्थान होता है, उसे रंधावकाश कहते हैं।

(iv) भूमि के ऊपरी सतह पर भरा हुआ जल नीचे क्यों चला जाता है?
उत्तर
रन्ध्रावकाश में जल भरने के बाद जल, पृथ्वी के (UPBoardSolutions.com) गुरुत्वाकर्षण बल के कारण नीचे बह जाता है।

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(v) क्या जल को आपने ठोस अवस्था में देखा है? उसका नाम लिखिए।
उत्तर
हाँ, जल की ठोस अवस्था बर्फ होती है।

(vi) “जल ही जीवन है” क्यों कहा जाता है?
उत्तर
जल के बिना जीवन सम्भव नहीं है। इसके कारण जल को जीवन कहा गया है।

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(vii) रूफ-टॉप जल संचय से वर्षा जल को नष्ट होने से बचाने के उपाय का चित्र बनाइए।
उत्तर
विद्यार्थी स्वयं पाठ्यपुस्तक देखकर चित्र (UPBoardSolutions.com) बनाएँ।

(viii) खेत की मेड़बन्दी करके वर्षा जल को नष्ट होने से बचाने के उपाय का चित्र बनाइए।
उत्तर
विद्यार्थी स्वयं पाठ्यपुस्तक देखकर चित्र बनाएँ।

प्रश्न 6.
मृदा विन्यास को परिभाषित कीजिए।
उत्तर
मृदा, खनिजों एवं चट्टानों के टूटने-फूटने एवं उनके बारीक कणों से बनी है। ये कण बालू सिल्ट व मृत्तिका कहे जाते हैं। ये आकार में गोलाकार होते हैं और मृदा में विभिन्न प्रकार से सजे हुए होते हैं। मृदा कणों के इस प्रकार के वितरण या सजावट को (UPBoardSolutions.com) मृदा विन्यास कहते हैं।

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प्रश्न 7.
मृदा विन्यास कितने प्रकार का होता है? वर्णन कीजिए।
उत्तर
मृदा विन्यास चार प्रकार के होते हैं-

  1. स्तम्भी विन्यास
  2. तिर्यक (तिरछा) विन्यास
  3. संहत (सघन) विन्यास
  4. दानेदार (कणीय) विन्यास

स्तम्भी विन्यास वाली मृदा भुरभुरी व मुलायम होती है। यह मृदा खेती के लिए उत्तम व उपजाऊ होती है। तिर्यक विन्यास वाली मृदा में रंध्रावकाश कम होने से पैदावार कम होती है। सघन विन्यास वाली मृदा में जल और वायु का संचार मुश्किल (UPBoardSolutions.com) से होता है। दानेदार (कणीय) विन्यास सर्वोत्तम होता है। चिकनी दोमट एवं दोमट मृदाओं में यह पाया जाता है।

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प्रश्न 8.
मृदा जल को पारिभाषित करते हुए उसके विभिन्न रूपों का विस्तार से वर्णन कीजिए-
उत्तर
मृदा जल तीन प्रकार के होते हैं-

  1. गुरुत्वीय जल
  2. केशिका जल,
  3. आर्द्रताग्राही जल

(i) गुरुत्वीय जल- मिट्टी के रंधावकाश में पानी भरने के बाद बाकी जल को रोकने की शक्ति मृदा में नहीं होती और वह जल पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण नीचे चला जाता है। यह जल पौधों के लिए अप्राप्य होता है। इसे गुरुत्वीय जल या स्वतंत्र जल कहते हैं।

(ii) केशिका जल- गुरुत्वाकर्षण बल के विरुद्ध पर्याप्त जल मिट्टी के रंध्रावकाश में रुका रहता है जिसे केशिका जल कहते हैं। यह जल विलयन के रूप में सुगमता से पौधों को प्राप्त होता है।

(iii) आर्द्रताग्राही जल- मिट्टी में कुछ जल ऐसा भी होता है, जो मृदा कणों के मध्य इतनी मजबूती से एक महीन परत के रूप में जकड़ा रहता है कि पौधों को प्राप्त नहीं होता। इस जल को आर्द्रताग्राही जल कहते हैं। सिंचाई के जल का कम भाग ही (UPBoardSolutions.com) पौधों को मिल पाता है। उसका अधिकांश भाग रिसाव द्वारा बेकार चला जाता है और गुरुत्वीय जल या आर्द्रताग्राही जल के रूप में पौधों को अप्राप्य होता है।

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प्रश्न 9.
वर्षा जल को नष्ट होने से बचाने के उपायों का वर्णन कीजिए।
उत्तर
वर्षा जल को नष्ट होने से बचाने के उपाय निम्न हैं

  1. खेत को समतल करना व मेड़बंदी करना- इससे वर्षा जल बाहर जाने से रुकता है और जल निकास धीरे-धीरे होता है।
  2. गहरी जुताई करना- इससे भूमि में जल का अवशोषण अधिक होता है।
  3. ढाल के विपरीत जुताई करना- इससे खेत में पानी रुक-रुककर निकलता है।
  4. छोटे-छोटे बाँधों का निर्माण- ढालू भूमि के निचले स्थानों में पानी को छोटे-छोटे बाँधों द्वारा रोककर संरक्षित किया जाता है।
  5. वृक्षारोपण- जल के तेज बहाव को रोका जाता है। (UPBoardSolutions.com)
  6. झीलों, तालाबों व पोखरों को गहरा करके अधिक वर्षा जल एकत्रित किया जाता है। जो बाद में सिंचाई के काम आता है।
  7. छत जल संचय- कम वर्षा वाले क्षेत्रों में वर्षा जल को नष्ट होने से बचाने हेतु यह एक ऐसी विधि है जिसमें मकानों की छत से गिरने वाले पानी को मकान के पास ही गड्ढे बनाकर रोक लेते हैं जिसका प्रयोग घरेलू कार्य व बागबानी हेतु करते हैं।

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प्रश्न 10.
निम्नलिखित वर्ग पहेली में सही शब्दों को भरिए-
उत्तर
ऊपर से नीचे की ओर                                                     बाएँ से दाएँ
1. केशिका जल                                                               5. रन्ध्रावकाश
2. स्तम्भीविन्यास                                                             6. जलचक्र
3. मेंड़बंदी                                                                       7. गुरुत्वाकर्षण
4. आर्द्रताग्राही जल

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प्रोजेक्ट कार्य
नोट- विद्यार्थी स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 7 Sports and Fitness Chapter 7 माचिंग, खेल भावना एवं अनुशासन

UP Board Solutions for Class 7 Sports and Fitness Chapter 7 माचिंग, खेल भावना एवं अनुशासन

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 7 Sports and Fitness. Here we have given UP Board Solutions for Class 7 Sports and Fitness Chapter 7 माचिंग, खेल भावना एवं अनुशासन

प्रश्न 1.
माचिंग क्या है? माचिंग करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर :
मार्किंग वह क्रिया है जिसमें आदेशों को सुनते हुए ध्यान से मार्च किया जाता है, जैसेसेना व पुलिस के जवानों को कदम-ताल करते चलना व विद्यालयों में बच्चों की ड्रिल। माचिंग करते समय निम्न बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है- सावधानी (UPBoardSolutions.com) की मुद्रा में खड़ा होना, गर्दन सीधी व आँखें सामने की ओर खुली रखना। विश्राम की अवस्था में दोनों हाथ पीछे करना, हाथों और पैरों को ढीला छोड़ना। बात करना, पीछे मुड़ना व रूमाल प्रयोग करना मना होता है।

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प्रश्न 2.
राष्ट्र ध्वज में कौन-कौन से रंग होते हैं? ये रंग क्या दर्शाते हैं?
उत्तर :
राष्ट्र ध्वज में तीन रंग होते हैं। ऊपर केसरिया रंग, बीच में सफेद व नीचे हरा रंग होता है। केसरिया रंग त्याग व बलिदान, सफेद रंग शांति व सच्चाई और हरा रंग देश की हरियाली व खुशहाली दर्शाता है।

प्रश्न 3.
राष्ट्रगान की रचना किसने की थी? राष्ट्रगान गाते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
उत्तर :
राष्ट्रगान की रचना गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी। (UPBoardSolutions.com) राष्ट्रगान गाते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए –

  1. राष्ट्रगान के समय सावधान की मुद्रा में खड़ा होना चाहिए।
  2. राष्ट्रगान गाते समये हिलना-डुलना वे बातें करना मना है।
  3. राष्ट्रगान सही-सही गाना चाहिए।
  4. राष्ट्रगान 52 सेकण्ड में पूरा होना चाहिए।

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प्रश्न 4.
खेल भावना से आप क्या समझते हैं?
उत्तर :
जब हम कोई भी खेल खेलते हैं, तो उसमें हारते हैं या जीतते हैं। हमारा पूरा प्रयास होता है कि हम जीते। पर सदैव ऐसा नहीं हो पाता। अगर हम जीतते हैं तो हमें हारने वाले खिलाड़ी के प्रयास की सराहना करनी चाहिए। इसी प्रकार हारने (UPBoardSolutions.com) पर हमें जीतने वाले खिलाड़ी को बधाई देनी चाहिए। हार को विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर पुन: तैयारी में जुट जाना चाहिए। जीतने पर अहंकार नहीं होना चाहिए। हमें प्रतिद्वन्दी खिलाड़ियों के प्रति मन में ईर्ष्या-द्वेष का भाव नहीं रखना चाहिए, बल्कि उनसे सीखने का प्रयास करना चाहिए। यही खेल भावना है।

प्रश्न 5.
खेल में अनुशासन होना क्यों आवश्यक है?
उत्तर :
खेल भावना तथा अनुशासन एक-दूसरे के पूरक हैं। प्रत्येक खेल के कुछ नियम होते हैं। इन नियमों का पालन करते हुए ही हमें खेलकर जीतने का प्रयास करते हैं। अनुशासन हमारे जीवन को व्यवस्थित बनाता है। अतः खेल में अनुशासन होना (UPBoardSolutions.com) अत्यन्त आवश्यक है। हमें खेल, शिक्षा, समाज आदि सभी क्षेत्रों में अनुशासन का परिचय देना चाहिए।

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प्रश्न 6.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए – (पूर्ति करके)
उत्तर :

(क) विंध्य हिमाचल यमुना गंगा, उच्छल जलधि तंरग।।
(ख) किसी भी खिलाड़ी को चोट लगने (UPBoardSolutions.com) पर उपचार की व्यवस्था करना।
(ग) मुख्य अतिथि के निरीक्षण पर आते समय ग्रुप लीडर ग्रुप को ‘सावधान’ को आदेश देगा।

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प्रश्न 7.
‘अ’ समूह का ‘ब’ समूह से सही-सही मिलान कीजिए (मिलान करके) –
उत्तर :

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प्रश्न 8.
राष्ट्र ध्वज का केसरिया रंग प्रतीक है –

(क) त्याग व बलिदान को
(ख) शान्ति का।
(ग) खुशहाली व हरियाली (UPBoardSolutions.com) का
(घ) देश के उन्नति के पथ पर अग्रसर रहने का।

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उत्तर :

(क) त्याग व बलिदान का

प्रश्न 9.
खेल के मैदान में राष्ट्र ध्वज को देखकर आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर :
खेल के मैदान में राष्ट्र ध्वज को देखकर (UPBoardSolutions.com) हमें देशभक्ति, त्याग व बलिदान, ध्वजे के प्रति सम्मान करने की प्रेरणा मिलती है।

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प्रश्न 10.
यदि कहीं राष्ट्रगान हो रहा हो और आप उधर से निकल रहे हो तो आपको उसे समय क्या करना चाहिए?
उत्तर :
यदि कहीं राष्ट्रगान हो रहा हो और हम उधर से निकल (UPBoardSolutions.com) रहे हों, तब हमें चुपचाप सावधान मुद्रा में खड़ा हो जाना चाहिए, जब तक कि राष्ट्रगान समाप्त न हो जाए।

प्रोजेक्ट कार्य :
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

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