UP Board Solutions for Class 8 History Chapter 2 भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना

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भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना

अभ्यास

प्रश्न 1.
बहुविकल्पीय प्रश्न
उत्तर
(1) प्लासी के युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किया था-
(क) क्लाइव ने 
(ख) कार्टिभर ने।
(ग) कैप्टन लाली ने
(घ) हेक्टर मुनरो ने

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(2) मुर्शिदाबाद से मुंगेर अपनी राजधानी स्थानांतरित करने वाला बंगाल का नवाब-
(क) सिराजुद्दौला
(ख) मीरजाफर
(ग) मीर कासिम 
(घ) नज्मुद्दौला

प्रश्न 2.
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
(1) ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी की ताकत बढ़ाने में किसका विशेष योगदान था?
उत्तर
ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी की ताकत बढ़ाने में लार्ड क्लाइव का विशेष योगदान था।

(2) ईस्ट इण्डिया कंपनी नील, कॉफी, चाय के बाग कहाँ लगाती थी?
उत्तर
ईस्ट इण्डिया कंपनी नील, कॉफी, चाय के बागान भारत में लगाती थी।

प्रश्न 3.
लघु उत्तरीय प्रश्न ।
(1) प्लासी का युद्ध किसके बीच हुआ था?
उत्तर
प्लासी का युद्ध क्लाइव और सिराजुद्दौला के बीच हुआ था।

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(2) बक्सर के युद्ध का महत्त्व बताइए?
उत्तर
बक्सर के युद्ध का भारतीय इतिहास में बहुत महत्व है। जहाँ प्लासी की जीत ने अंग्रेजों की आर्थिक स्थिति मजबूत की, वहीं बक्सर की जीत ने अंग्रेजों के पैर भारत में और मजबूत कर दिए।

प्रश्न 4.
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(1) अंग्रेजों के व्यापार के लिए भारत की क्या-क्या चीजें महत्त्वपूर्ण थी?
उत्तर
अंग्रेजों के व्यापार के लिए भारत की निम्न चीजें महत्वपूर्ण थीं-

  • चुंगीकर में छूट तथा सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थानों तक ले जाने की छूट, जिससे उनका सामान दूसरों से सस्ता हो।
  • व्यापार में मनमानी करने, भारतीयों को अपना सामान सस्ता बेचने, कंपनी का माल महँगा खरीदने, प्रतिद्वंद्वी यूरोपीय व्यापारियों को बाहर रखने और कंपनी का व्यापार भारतीय राजाओं की नीतियों से (UPBoardSolutions.com) स्वंतत्र रहकर जारी रखने के लिए मजबूर करना आदि।
  • बंदरगाहों के पास किलेबन्दी करने, पट्टे पर प्राप्त स्थाने का प्रशासन चलाने तथा अपने साथ लाये हुए सोने-चाँदी से भारतीय सिक्के ढालने की अनुमति क्षेत्रीय शासक से प्राप्त करना। इसके बदले क्षेत्रीय राज्य को बंदरगाह से प्राप्त चुंगी का आधा हिस्सा राजा को देना।

ब्रिटिश कंपनी भारत में राजनीतिक सत्ता स्थापित करने के लिए भारतीय राजाओं के साथ इन्हीं हथकण्डों का इस्तेमाल कर बड़ी चतुराई के साथ अपना राज्य बढाती रही। इस तरह एक ऐसा वक्त आया, जब अंग्रेज भारत के राजाओं व नवाबों को हटाकर खुद शासन चलाने लगे।।

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प्रोजेक्ट वर्क – विद्यार्थी स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 19 जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 19 जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी (मंजरी)

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महत्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या
अरे तू लौट ………………………………………….. किताब थी।

संदर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक ‘धर्मवीर भारती हैं।

प्रसंग – लेखक देवदास फिल्म देखने गया। शो छूटने में देर थी। इस बीच लेखक ने ‘देवदास’ नामक पुस्तक किताब काउन्टर पर देखकर उसे दस आने में खरीद लिया और फिल्म न देखकर घर लौट आया।

व्याख्यो – लेखक द्वारा फिल्म ने देखकर घर वापस लौटने पर माँ ने पूछा कि उसने फिल्म क्यों नहीं देखी। लेखक ने सारी बात बताई और फिल्म देखने के स्थान पर खरीदी हुई ‘देवदास’ किताब दिखाई। माँ पुत्र की भावना समझ गई और उसकी आँखों में आँसू आ गए। ये आँसू सुख के थे या दुख के, लेखक को मालूम नहीं था। दोनों ही कारण हो (UPBoardSolutions.com) सकते थे-पुत्र की अच्छी आदत के कारण फिल्म न देखना सुख का कारण और आर्थिक संकट के कारण उसका फिल्म न देख सकना- दुख का कारण।

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पाठ का सार (सरंस)

लेखक के पिता आर्य समाज, रानीमण्डी के प्रधान थे। माँ ने स्त्रियों की शिक्षा के लिए एक आदर्श कन्या पाठशाला स्थापित की थी। लेखक को बचपन में पत्र-पत्रिकाएँ पढ़ने का शौक था। उनकी प्रिय पुस्तक स्वामी दयानन्द की जीवनी की किताब थी। जिसमें स्वामी जी ने समाज की रूढ़ियों का खण्डन किया था। उन्होंने अन्त में अपने हत्यारे को क्षमा करके उसे सहारा दिया था। ये बातें लेखक के बालमन को रोमांचित करती थीं। माँ स्कूली पढ़ाई पर जोर देती थी। पाँचवें दर्जे में लेखक कक्षा में प्रथम आया। माँ की आँखों में खुशी के आँसू आ गए। अँग्रेजी में सबसे अधिक नम्बर आने पर दो किताबें इनाम में मिलीं।

इन किताबों ने लेखक के लिए नई दुनिया का द्वार खोल दिया- पक्षियों से भरी आकाश और रहस्यों से भरा समुद्रा लेखक ने अपने मुहल्ले की लाइब्रेरी हरिभवन में जाना शुरू कर दिया। वह लाइब्रेरी खुलते ही वहाँ पहुँचता और बन्द होने पर अनिच्छा से उठता। इण्टर पास करने पर पाठ्यपुस्तक बेचकर बी०ए० की किताबें खरीदी और दो रुपये बच गए। उन दो रुपयों को लेकर माँ की सहमति से ‘देवदास’ फिल्म देखने गया। बुक काउन्टर पर एक पुस्तक देखी- ‘देवदास’ लेखक शरत् चन्द्र चट्टोपाध्याय, (UPBoardSolutions.com) दाम केवल एक रुपया। लेखक ने दस आने में वह पुस्तक खरीद ली। माँ के पूछने पर बताया कि फिल्म नहीं देखी। उसने खरीदी हुई पुस्तक दिखाई। माँ की आँखों में आँसू आ गए। यह पुस्तक लेखक द्वारा अपने पैसों से खरीदी गई और उसकी निजी लाइब्रेरी की पहली पुस्तक थी।

प्रश्न-अभ्यास

कुछ करने को
प्रश्न 1.
आर्य समाज संस्था ने भारतीय समाज में फैली रूढ़ियों एवं आडम्बरों को दूर करने का प्रयास किया। वह भारत का नव जागरण काल था। आर्य समाज के अतिरिक्त ब्रह्म समाज, प्रार्थनासमाज, थियोसॉफिकल सोसाइटी जैसी अनेक संस्थाओं ने भी समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने का प्रयास किया था। इन संस्थाओं के संस्थापकों के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर :
ब्रह्म समाज-ब्रह्म समाज के संस्थापक .राजाराम मोहन राय थे। राजाराम मोहन राय अपने समय के विशिष्ट समाज सुधारक थे। उन्हें भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत और आधुनिक भारत का जनक कहा जाता था। उनका जन्म बंगाल में 22 मई 1772 में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने बाल-विवाह, सती–प्रथा, जातिवाद, कर्मकांड, परदा-प्रथा आदि का भरपूर विरोध किया। राजाराम मोहन राय ने ब्रह्म मैनिकल मैग्जीन, संवाद, कौमुदी, मिरात-उल-अखबार, बंगदूत जैसे स्तरीय पत्रों का संपादन-प्रकाशन भी किया। 27 सितंबर 1833 को इनका देहांत हो गया था।

प्रार्थना समाज – प्रार्थना समाज के संस्थापक आत्माराम पांडुरंगा तथा केशवचंद्र सेन थे। आत्माराम का जन्म 1823 ई. में हुआ था। वे एक चिकित्सक तथा समाज सुधारक थे। वे मुंबई प्राकृतिक (UPBoardSolutions.com) इतिहास सोसाइटी के संस्थापकों में से एक थे। उनकी मृत्यु 1898 में हुई थी। केशवचंद्र सेन का जन्म 19 नवंबर 1838 को कोलकाता में हुआ था। वे बंगाल के हिंदू दार्शनिक, धार्मिक उपदेशक एवं समाज सुधारक थे। उनकी मृत्यु 8 जनवरी 1884 में हुई।

थियोसॉफिकल सोसाइटी – थियोसॉफिकल सोसाइटी की संस्थापिका डॉ० एनी बेसैण्ट थीं। उनको जन्म 1 अक्टूबर 1847 में लंदन में हुआ था लेकिन आगे चलकर वे भारत की नागरिक बन गई थीं। श्रीमति एनी बेसैण्टे अग्रणी आध्यात्मिक महिला अधिकारों की समर्थक, लेखिका, वक्ता एवं भारत प्रेमी महिला थीं। सन 1947 में वे राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष भी बनी। सितंबर 1916 में उन्होंने होमरूल लीग (स्वराज्य संघ) की स्थापना की थी। 20 सितंबर 1953 को उनकी मृत्यु हो गई थी।

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प्रश्न 2.
वर्तमान समय में प्रकाशित होने वाली किन्हीं चार बाल पत्रिकाओं के नाम लिखिए।
उत्तर :
चंपक, नंदन, सुमन सौरभ, बालभास्कर।

प्रश्न 3.
नोट – 
विद्यार्थी स्वयं करें।

विचार और कल्पना- नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

संस्मरण से

प्रश्न 1.
बचपन में लेखक के घर कौन-कौन सी पत्रिकाएँ आती थीं?
उत्तर :
‘आर्यमित्र’, ‘साप्ताहिक’, ‘वेदोदय’, ‘सरस्वती’ और ‘गृहिणी’ पत्रिकाएँ आती थीं।

प्रश्न 2.
बचपन में लेखक को स्वामी दयानन्द जी की जीवनी क्यों पसन्द थी?
उत्तर :
बचपन में लेखक को स्वामी दयानन्द की जीवनी इसलिए पसन्द थी क्योंकि उसमें स्वामी जी ने समाज की रूढ़ियों का खण्डन किया था और अन्त में अपने हत्यारे को भी क्षमा कर उसे सहारा दिया था।

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प्रश्न 3.
लेखक को अँग्रेजी में सबसे अधिक अंक पाने के बाद उपहार में कौन-सी दो पुस्तकें मिली थीं और उनसे लेखक को क्या जानकारी प्राप्त हुई?
उत्तर :
एक किताब पक्षियों की जानकारी से सम्बन्धित और दूसरी किताब में पानी के जहाजों की कथाएँ थीं। इनसे लेखक को पक्षियों से भरे आकाश और रहस्यों से भरे समुद्र की जानकारी मिली।

प्रश्न 4.
पुस्तकों को पढ़ना एक अच्छी आदत है। बच्चों का मन कहानियों में खूब लगता है। दूसरी भाषाओं के उपन्यास और कहानियों के हिन्दी अनुवाद भी उपलब्ध हैं। नीचे लिखी पुस्तकों के लेखकों के नाम बताइए (नाम बताकर )
उत्तर :
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 19 जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी (मंजरी) 1
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 19 जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी (मंजरी) 2

प्रश्न 5.
लेखक ने ‘देवदास’ फिल्म क्यों नहीं देखी?
उत्तर :
लेखक ने फिल्म देखने के पीछे से अपनी मनपसंद पुस्तक खरीद ली। इस कारण लेखक ने फिल्म नहीं देखी।।

प्रश्न 6.
क्या आपने कोई फिल्म देखी है? कौन-सी? उस फिल्म में आपको क्या अच्छा लगा, क्या नहीं?
उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं करें।

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भाषा की बात

प्रश्न 1.
‘वेदोदय’, तथा ‘दुर्गेश’ शब्द क्रमशः वेद+उदय तथा दुर्ग+ईश की सन्धि से बने हैं। इसमें अ + उ = ओ तथा अ + ई = ए हो गया है। इसी प्रकार निम्नलिखित शब्दों को सन्धि-विग्रह करें
उत्तर :
वीरोचित = वीर + उचित
देवोचित = देव + उचित
रमेश = रमा + ईश
सुरेश = सुर + ईश

प्रश्न 2.
इस पाठ में लाइब्रेरी, ईस्ट इण्डिया, थियेटर, पिक्चर आदि अंग्रेजी के शब्द आए हैं। इनके लिए प्रयुक्त होने वाले हिन्दी शब्दों को लिखिए।
उत्तर :
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 19 जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी (मंजरी) 3

प्रश्न 3.
नीचे कुछ वाक्य दिए गए हैं, इनमें साधारण, संयुक्त तथा मिश्र-तीनों प्रकार के वाक्य हैं उन्हें पहचान कर वाक्यों के सामने नाम लिखिए।
उत्तर :
(क) मेरे पिता आर्य समाज, रानी मण्डी के प्रधान थे और माँ ने स्त्री शिक्षा के लिए आदर्श कन्या पाठशाला की स्थापना की थी। संयुक्त वाक्य
(ख) माँ स्कूली पढ़ाई पर जोर देती थीं। (UPBoardSolutions.com) साधारण वाक्य
(ग) जल्दी-जल्दी घर लौट आया और दो रुपये में से एक रुपया छह आना माँ के हाथ में रख दिये संयुक्त वाक्य
(घ) उनका आशीर्वाद था या मेरा जी-तोड़ परिश्रम कि तीसरे-चौथे में मेरे अच्छे नम्बर आए और पाँचवें दर्जे में तो मैं फस्र्ट आया मिश्रित वाक्य
(ङ) उस साल इण्टरमीडिएट पास किया था। साधारण वाक्य

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प्रश्न 4.
निम्नलिखित वाक्य को ध्यान से पढ़िए और बताइए कि इसमें कर्ता, क्रिया, कर्म में से किसका लोप है
उत्तर :
पिता जी ने (कर्ता) लोकनाथ की दुकान से ताजा अनार का शर्बत मिट्टी के कुल्हड़ में मुझे (कर्म अप्रत्यक्ष ) पिलाया और सर पर हाथ रखकर बोले- तुम
(कर्ता) वायदा करो कि पाठ्यक्रम ” की किताबें भी इतने ही ध्यान से पढोगे, तुम (कर्ता) माँ की चिन्ता मिटाओगे।

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UP Board Solutions for Class 8 Geography Chapter 3 भारत : खनिज सम्पदा

UP Board Solutions for Class 8 Geography Chapter 3 भारत : खनिज सम्पदा

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भारत : खनिज सम्पदा

अभ्यास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(क) खनिज किसे कहते हैं?
उत्तर
वे वस्तुएँ जो खोदकर धरातल से निकाली जाती हैं, उन्हें खनिज कहते हैं।

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(ख) लौह अयस्क कितने प्रकार के होते हैं? उनके नाम लिखिए।
उत्तर
लौह अयसक चार प्रकार के होते हैं-मैग्नेटाइट, हेमाटाइट, लिमोनाइट तथा सिडेराइट।

(ग) भारत में मैंगनीज के दो सबसे प्रमुख उत्पादक राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर
मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र

(घ) हमारे जीवन में एल्युमीनियम धातु का क्या उपयोग है?
उत्तर
हमारे जीवन में एल्युमीनियम धातु के कई उपयोग हैं; जैसे-बरतन, वायुयान, विद्युततार, मशीनों के कलपुर्ज तथा वाहन के निर्माण में एल्युमीनियम धातु का प्रयोग किया जाता है।

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प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
उत्तर
(क) खनिज पदार्थों को धरातल से खोदकर निकाला जाता है।
(ख) बॉक्साइट एल्युमीनियम धातु का अयस्क है।
(ग) उच्च ताप की भट्ठियों के निर्माण में बॉक्साइट धातु का प्रयोग होता है।
(घ) हीरा मध्यप्रदेश राज्य से प्राप्त होता है।

प्रश्न 3.
सही जोड़े बनाइए-
उत्तर
UP Board Solutions for Class 8 Geography Chapter 3 भारत खनिज सम्पदा img-1

प्रश्न 4.
सही पर सही का चिह्न (✓) और गलत पर (✗) का चिह्न लगाइए-
उत्तर
UP Board Solutions for Class 8 Geography Chapter 3 भारत खनिज सम्पदा img-2

भौगोलिक कुशलताएँ-
भारत के रिक्त मानचित्र पर निम्नलिखित खनिज पदार्थों के उत्पादक राज्यों को अंकित कीजिए-UP Board Solutions for Class 8 Geography Chapter 3 भारत खनिज सम्पदा img-3UP Board Solutions for Class 8 Geography Chapter 3 भारत खनिज सम्पदा img-4

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UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 12 पहरुए सावधान रहना (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 12 पहरुए सावधान रहना (मंजरी)

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समस्त पाशों की व्याख्या

आज जीत की रात ……………………………………………. सावधान रहना।

संदर्भ – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक मंजरी’ के ‘पहरुए सावधान रहना’ कविता से उद्धृत हैं। इसके रचयिता “गिरिजाकुमार माथुर’ हैं।

प्रसंग – 
प्रस्तुत कविता में कवि ने स्वतन्त्रता-प्राप्ति के बाद देश के रक्षक और सीमा के पहरेदारों को देश की सुरक्षा और नव-निर्माण के लिए प्रेरित किया है।

व्याख्या – 
देश के रक्षक पहरेदारो! आज विजय की रति है। देश की सुरक्षा के लिए सतर्क रहो। स्वतन्त्रता-प्राप्ति के कारण देश के बैन्द दरवाजे खुल गए हैं। उसमें तुम अंचल दीपक बनकर प्रकाश करो। यह स्क्तन्त्रता नए स्वर्ग को प्राप्त करने की पहली मंजिल है। जनता के आन्दोलन से यह सुनहरा अवसर रत्न से भरी जल तरंग जैसा है। अभी हमें (UPBoardSolutions.com) जीवन की समृद्धि व देश के नवनिर्माण के लिए बहुत कुछ करना है। फ्राधीनता से देश की हानि की काली छाया पूरी तरह दूर नहीं हुई है। नए युग की नाव फतवार को लेकर तुम समुद्र के समान महान बनकर देश की सावधानी से रक्षा करो।

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विषय श्रृंखलाएँ ……………………………………………. सावधान रहना।

संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत्।

व्याख्या – पराधीनता के समय जो विषम परिस्थितियाँ बाधा बनी हुई थीं, अब दूर हो चुकी हैं और हम सब दिशाओं में विचरण करने के लिए स्वतन्त्र हैं। चिरकाल से बँधी हवाएँ अब खुलकर चलने लगी हैं। (UPBoardSolutions.com) हमारी अतिक्रमण की गई सीमाएँ प्रश्नचिहन बनकर खड़ी हो गई हैं। पुराने विदेशी शासन की प्रतिमाएँ टूटकर, नए प्रतीक उनकी जगह ले रहे हैं। प्रगति के तूफान को तुम चन्द्रमा की तरह दीप्तिमान होकर आगे बढ़ाओ और सावधानी से देश की सुरक्षा करो।।

ऊँची हुई मशाले ……………………………………………. सावधान रहना।

संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत्।

व्याख्या – स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद देश की प्रगति के लिए हमें कठिन रास्ते पर चलना है। इस रास्ते को देखने के लिए हमने मशाल ऊँची कर दी है। शत्रु चला गया है परन्तु फिर भी हमें उसकी छाया से सावधान रहना है। शोषण के कारण हमारा समाज मृत और हमारा देश अभावग्रस्त (कमजोर है किन्तु स्वतन्त्रता मिलने पर नए जीवन में हमें प्रगति करना हैं। ऐसा हमारा अटल विश्वास है। जनता . रूपी गंगा में ज्वार आया है (अर्थात् लोगों में नया उत्साह है) और तुम लहर बनकर इसे अच्छी तरह प्रवाह दो। देश के रक्षको! सावधानी से देश की सुरक्षा करो।

प्रश्न-अभ्यास

कुछ करने को
नोट- प्रश्न 1 व 2 विद्यार्थी स्वयं करें।

प्रश्न 3.
दी गई पंक्तियों के आधार पर कविता को आगे बढ़ाइए (आगे बढ़ाकर)
उत्तर :
सुनो-सुनो हे भाई-बहना
हरदम सावन तुम रहना
दुश्मन के प्रति सचेत रहना
देश-प्रगति तुम्हारा गहना।

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विचार और कल्पना

प्रश्न 1.
नए युग की पतवार किनके हाथों में है?
उत्तर :
नए युग की पतवार सतर्क, सावधान देश के रक्षकों के हाथों में है।

प्रश्न 2.
स्वतन्त्रता के बाद आज भी अनेक ऐसी समस्याएँ हैं, जो देश को तोड़ने में लगी हुई हैं। बताइए
– ये समस्याएं कौन-कौन सी हैं?
– आप इनको सुलझाने में क्या सहयोग दे सकते हैं?
उत्तर :
तन्त्रता के बाद देश को तोड़ने वाली कुछ प्रमुख समस्याएँ हैं- आतंकवाद, क्षेत्रवाद, जातिवाद और साम्प्रदायिकता आदि। हम साम्प्रदायिक सौहार्द कायम रखकर अपना सहयोग दे सकते हैं।

प्रश्न 3.
हमें अपने जीवन में कई चीजों से सावधान रहने के लिए कहा जाता है। सोचकर लिखिए आपको किन-किन बातों के प्रति सावधान रहने को कहा जाता है?
उत्तर  :
हमें जीवन में बुरी आदतों एवं बुरे लोगों की संगति से बचने या इनसे सावधान रहने के लिए कहा जाता है। हमें स्वयं के संसाधनों से संतुष्ट रहने के लिए एवं किसी भी प्रकार के लालच (UPBoardSolutions.com) से बचने के लिए कहा जाता है। हमें अपने शत्रुओं से सावधान रहने को भी कहा जाता है। हमें नशे की लत से भी सावधान रहने को कहा जाता है।

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कविता से

प्रश्न 1.
‘जीत की रात’ से कवि का क्या तात्पर्य है?
उत्तर :
जीत की रात से कवि का तात्पर्य स्वतन्त्रता-प्राप्ति की रात से है।

प्रश्न 2.
‘ले युग की पतवार’ किसके लिए कहा गया है?
उत्तर :
सीमा के पहरेदारों के लिए कहा गया है।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित पंक्तियों को भाव स्पष्ट कीजिए
(क) खुले देश के द्वारा अचल दीपक समान रहना।
भाव – देश स्वतन्त्र हो गया। दीपक के समान अचल रहकर इसे प्रकाशित करना नागरिकों का कर्तव्य है।

(ख)
क्योंकि नहीं मिट पाई दुख की विगत साँवली कोर।।
भाव – पराधीनता के समय में हुआ देश का शोषण तथा अभाव और हानि दूर नहीं हो पाई।

(ग) ले युग की पतवार बने अम्बुधि महान रहना।
भाव – समुद्र के समान महान बनकर नए युग में स्वतन्त्र देश का मार्गदर्शन करना और उसे आगे बढ़ाना।

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प्रश्न 4.
कवि पहरुओं को सावधान रहने के लिए क्यों कह रहा है?
उत्तर :
कवि देश की सुरक्षा करने के लिए पहरुओं (पहरेदारों) को सावधान रहने के लिए कह रहा है।

प्रश्न 5.
कविता की रिक्त पंक्तियों को पूरा कीजिए (पूरा करके)
उत्तर :
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 12 पहरुए सावधान रहना (मंजरी) 1

भाषा की बात
प्रश्न 1.
दीप्तिमान’ में दीप्ति’ शब्द में ‘मान’ प्रत्यय जुड़ा है। मान/मती, वान/वती के जुड़ने से संज्ञा शब्द विशेषण बन जाता है। नीचे लिखे शब्दों में मान/वान जोड़कर नया शब्द बनाइए
उत्तर :
बुद्धि-बुद्धिमान, गति-गतिमान, गुण-गुणवान, (UPBoardSolutions.com) शक्ति-शक्तिमान, रूप-रूपवान।

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UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 15 एक स्त्री का पत्र (मंजरी)

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समस्त गद्यांशों की व्याख्या

जिसे लोग ………………………………………………….. खड़ी हूँ।

संदर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के एक स्त्री का पत्र’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक ‘रबीन्द्रनाथ ठाकुर’ हैं। यह उनकी लघु कथाओं में से एक है।

प्रसंग – लेखक ने घर गृहस्थी के बन्धन, रीति-रिवाजों का वर्णन करते हुए एक सुन्दर बुद्धिमान स्त्री का मार्मिक रूप से चित्रण किया है।

व्याख्या – मझली बहु सुन्दर और बुद्धिमान थी। घर-गृहस्थी को रीति-रिवाजों के बन्धनों में बँधकर निर्वाह करती हुई, वह जीवन व्यतीत कर रही थी। बिन्दू (अनाथ लड़की) ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली। (UPBoardSolutions.com) घर परिवार की आन्तरिक परेशानियों से ऊबकर मझली बह तीर्थ करने आ गई। दख, कष्ट जो उसने उठाए उन्हें छिपा रही थी क्योंकि वह बुद्धिमान थी। उसके घर में परिश्रमी होने से कोई कमी नहीं थी।

पति अच्छा था लेकिन जेठ का चरित्र कुछ और तरह का था। बिन्दू को मझली बहु अनाथ होने के कारण बहुत प्यार करती थी। उसकी आत्महत्या के लिए समाज जिम्मेदार था। मझली बहु इससे विरक्त हो गई। अब उसने गृहस्थी में न जाने का निश्चय कर लिया। उसे गृहस्थी में लिपटी औरत का पूर्ण परिचय मिल चुका था, जिसकी इस विरक्ति की दशा में कोई जरूरत उसने अनुभव न की।

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पाठ का सार (सारण)

यह मृणाल (परिवार की मझली बहू) का लिखा पत्र है। वह सुन्दर थी और बुद्धि में तेज थी। वह छिपकर साधारण-सी कविताएँ लिखती थी जो रीति-रिवाज के बन्धनों से मुक्त होती थीं। वह बारह साल की आयु में बहू बनकर आई और शादी को पन्द्रह साल हो गए थे। अपनी नन्ही बेटी के मर जाने से वह माँ कहलाने का सुख न पा सकी थी। ससुराल के घर का माहौल रूखा और घुटन भरा था। उसे गाय-भैंस की सानी-पानी में जीवन बिताना ही पसन्द था। जेठानी की छोटी बहन माँ के मरने पर अनाथ होने पर बेहन के पास आ गई।

लेकिन उस असुन्दर, गरीब, अनाथ लड़की के साथ रूखा व्यवहार देखकर मझली बहू (मृणाल) ने उसे अपने पास रख लिया। बिन्दू मझली बहू से बहुत प्यार करती थी। परिवार वालों को जलन होती थी। अनाथ बिन्दू पर चोरी और चेचक हो जाने के दोष लगाए गए। अन्त में एक पागल लड़के से उसकी शादी कर दी गई। बेरहम सास और पागल पति से छुटकारा पाकर बिन्दू गौशाला में आकर मझली बहू को सोती मिली। असलियत मालूम होने पर मझली बहू ने उसे प्यार दिया और ढाढ़स बंधाया लेकिन घरवालों ने उसे झूठा बताया और ससुराल वालों के दुबारा आने पर उसे फिर ससुराल भेज दिया।

मझली बहू बिन्दू को न रोक सकी। मझली बहू जगन्नाथ पुरी तीर्थ करने गई। अपने भाई शरत् को तीर्थ के लिए बिन्दू को लाने भेजा। उसने बताया कि बिन्दू ने आत्महत्या कर ली। यह सुनकर मझली बहू (UPBoardSolutions.com) विरक्त हो गई और वापस अपनी गृहस्थी में नहीं लौटी। उसने मीराबाई की तरह सारे बन्धन तोड़कर अपने भरोसे विरक्त जीवन बिताने का निश्चय किया। यह था घरवालों के आश्रय से मुक्त, एक स्त्री (मृणाल) मझली बहू का पत्र।

प्रश्न-अभ्यास।

कुछ करने को- नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।
विचार और कल्पना – नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।
पत्र से
प्रश्न 1.
बिन्द को लेकर मझली बहू के घर वाले क्यों चिन्तित हो उठे?
उत्तर :
बिन्दू एक अनाथ लड़की थी। घर वाले उसके साथ रूखा व्यवहार करते थे और उसे अपने लिए बोझ समझते थे।

प्रश्न 2.
बिन्दू का विवाह तय करते समय क्या धोखा किया गया?
उत्तर :
बिन्दू का विवाह धोखे से पागल लड़के से करा दिया गया।

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प्रश्न 3.
बिन्दू को दोबारा बलात् ससुराल भेजने का क्या परिणाम निकला?
उत्तर :
बिन्दू ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली।

प्रश्न 4.
मझली बहू ने पत्र के अन्त में क्या निश्चर्य व्यक्त किया?
उत्तर :
मझली बहू ने पत्र के अन्त में मीराबाई की तरह सारे बन्धन तोड़कर विरक्त जीवन जीने का निश्चय व्यक्त किया।

प्रश्न 5.
कथन के भाव स्पष्ट कीजिए
(क) कविताएँ थीं तो मामूली लेकिन उनमें मेरी आवाज थी?
भाव – कविताओं में गृहस्थ के रीति-रिवाज के विरुद्ध आन्तरिक विचार प्रकट होते थे।

(ख) माँ बनने का दर्द मैंने उठाया, पर माँ कहलाने का सुख न पा सकी?
उत्तर :
मझली बहू की नन्ही बच्ची मर गई थी।

(ग) मैं तुम्हारी चौखट लाँघ चुकी हूँ?
उत्तर :
मझली बह घर छोड़कर तीर्थ करने चली गई थी।

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(घ) मुझे अपने आप पर भरोसा है, मैं जी सकती हूँ। मैं जीऊँगी।
भाव – मझली बहू ने विरक्त होकर जीवन बिताने का निश्चय किया, क्योंकि गृहस्थी के झमेलों ने उसे झकझोर कर रख दिया था।

भाषा की बात
प्रश्न 1.
दिये गये मुहावरों के अर्थ बताते हुए वाक्य प्रयोग कीजिएउत्तर-
(क) चैन की साँस लेना = आराम अनुभव करना। वाक्य प्रयोग-बिन्दू को मझली बहू के पास भेजकर जेठानी ने चैन की साँस ली।
(ख) फूटी आँख न सुहाना = अच्छा न लगना। वाक्य प्रयोग-मझली बहू को बिन्दू के प्रति प्यार घरवालों को फूटी आँख ने सुहाता था।
(ग) सीने पर साँप लोटना = बहुत दुख अनुभव करना। वाक्य प्रयोग-बिन्दू की आत्महत्या की खबर सुनकर मझली बहू के सीने पर साँप लोटने लगे।

प्रश्न 2.

‘दूर’ शब्द का अर्थ ………………………………………………….. जो बहुत दूर हो।

इसी प्रकार ‘सु’ उपसर्ग जोड़कर चार अन्य शब्द बनाइए (शब्द बनाइए)उत्तर- शब्द।
उत्तर :
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 15 एक स्त्री का पत्र (मंजरी) 1

प्रश्न 3.

आज पन्द्रह साल हुए ………………………………………………….. दूसरा क्रमबोधक।

दो अन्य संख्यावाची विशेषण शब्द लिखकर उनका अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर :
इक्कीस –
लड़कों के लिए विवाह की न्यूनतम आयु सीमा इक्कीस वर्ष है।
दूसरा – गीता का दूसरा अध्याय ‘सांख्ययोग’ है।

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