UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 21 नानक देव (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 21 नानक देव (महान व्यक्तिव)

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पाठ का सारांश

नानकदेव मानवता के परम उपासक थे। बचपन से ही ये धर्म और ईश्वर सम्बन्धी बातों में रुचि लेते थे। जहाँ ये साथियों के साथ भजन-कीर्तन में मस्त रहते थे, वहीं पाठशाला में गुमसुम रहते थे। पिता इन्हें बीमार जानकर इलाज का उपाय खोजने लगे। वैद्य द्वारा नाड़ी देखने से रोग नहीं जाना जा सका, धीरे-धीरे नानकदेव के ज्ञान, सत्संग और भजन आदि गुणों की चर्चा होने लगी। नानक को व्यापार के लिए सुल्तानपुर भेजा गया। वहाँ भी कार्य के साथ-साथ, दीनों को मुफ्त भोजन कराना, साधु-संगति करना (UPBoardSolutions.com) और ईश्वर भजन करना इनकी दिनचर्या में सम्मिलित था। सुलक्षणा देवी से इनका विवाह होने पर श्रीचंद और लक्ष्मीचंद दो पुत्र पैदा हुए। फिर भी नानक का मन परिवार में नहीं लगा।

पिता ने नानक की देखभाल के लिए मरदाना को भेजा। वह नानक का भक्त बन गया। नानक देश-विदेश में घूम-घूमकर ऊँच-नीच के भेद-भाव को दूर करने में प्रयासरत हो गए नानकदेव सामाजिक विषमता पसन्द नहीं करते थे। ये गरीबों को देखकर द्रवित हो उठते थे। इन्होंने अनेक देशों की यात्रा की। ये अफगानिस्तान, काबुल, अरब, तिब्बत आदि देशों में गए और इन्होंने ज्ञान का प्रकाश फैलाया। ये मानव समानता की बात करते थे। इनके अनुसार अत्याचार सहना सबसे घोर पाप है। इनकी मान्यता थी कि ईश्वर एक है और वह सृष्टि का नियंता है। आज भी मानवता के उपासक नानकदेव की ख्याति विश्व में गूंज रही है।

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अभ्यास

प्रश्न 1.
नानक की दृष्टि में सच्चा सौदा क्या था?
उत्तर :
नानकदेव की दृष्टि में साधुओं को भोजन कराना ही सच्चा सौदा था।

प्रश्न 2.
नानक के पिता को क्या चिन्ता थी?
उत्तर :
नानक के पिता को चिन्ता थी कि मेरे व्यापार को कौन सँभालेगा।

प्रश्न 3.
नानक की रुचि किन बातों में थी?
उत्तर :
नानक की रुचि धर्म, ज्ञान और ईश्वर सम्बन्धी बातों में थी।

प्रश्न 4.
सही (✓) अथवा गलत (✗) का निशान लगाइए (निशान लगाकर)

(क) नानक का जन्म तलवण्डी नामक गाँव में हुआ था। (✓)
(ख) नानक को व्यवसाय में आनन्द आने लगा। (✗)
(ग) नानक गरीब एवं दुखियारों को देखकर द्रवित हो उठते थे। (✓)
(घ) नानक चंचल प्रवृत्ति के बालक थे। (✗)

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प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके) –

(क) नानक ने कहा-मैंने तो सच्चा सौदा किया है पिता जी।
(ख) मरदाना भी नानक के पास आकर उनका परम भक्त बन गया।
(ग) नानकदेव ऊँच-नीच के घोर विरोधी थे।
(घ) तलवण्डी अब ननकाना साहब के नाम से प्रसिद्ध है।

प्रश्न 6.
सूची बनाइए –

  • उन कामों की, जो यह पाठ पढ़ने के बाद नहीं करना चाहेंगे।
  • उन आदतों की, जिनमें यह पाठ पढ़ने के बाद बदलाव करना चाहेंगे।

प्रश्न 7.
अपने परिवारजनों व अन्य लोगों से बात करके अपने आस-पास के किसी व्यक्ति के बारे में लिखिए जिसने विशेष उल्लेखनीय कार्य किया हो।

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नोट – प्रश्न 6. एवं 7. विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिका की सहायता से स्वयं करें।

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UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 11 गणतन्त्रदिवस-समारोहः

UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 11 गणतन्त्रदिवस-समारोहः

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शब्दार्थाः –

श्वः = कल (आने वाला),
ह्यः = कल (बीता हुआ),
स्वकीयम् = अपना,
अद्यैव = आज ही,
कुत्र = कहाँ,
भविष्यति = होगा,
यन्त्रालयेषु = कारखानों में,
क्रीडाङ्गणेषु = खेल के मैदान में,
भारतद्वारस्य = भारतद्वार (इंडिया गेट) के,
सम्बोधयिष्यति = सम्बोधित करेंगे,
शोभनम् = सुन्दर,
नेष्यन्ति = ले जाएंगे।

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प्रभाकरः – वयस्य………………………शोभनमु, अतिशोभनम्।।
हिन्दी अनुवाद – प्रभाकर – मित्र जैकब ! कल गणतन्त्र दिवस का समारोह होगा। वह देखने के लिए हम जाएँगे। सलीम कल मुझसे कह रहा था कि हम भी वहाँ जाएँगे। क्या तुम भी वहाँ चलोगे?
जैकब – मित्र! गणतन्त्र दिवस का समारोह किसलिए होता है? ।
प्रभाकर – अहो ! क्या तुम नहीं जानते कि प्रथम गणतन्त्र दिवस से ही स्वतन्त्र भारत का अपना नया संविधान आरम्भ हुआ था?
जैकब – गणतन्त्र दिवस का आरम्भ कब हुआ? |
प्रभाकर – अभी तो हमारे अध्यापक ने गणतन्त्र के विषय में सबको बताया था कि सनू उन्नीस सौ पचास ईसवी के जनवरी माह की छब्बीस तारीख को प्रथम गणतन्त्र दिवस समारोह हुआ; क्योंकि इससे पहले जनवरी माह की छब्बीस तारीख को रावी नदी के तट पर कांग्रेस दल के अधिवेशन में देश (UPBoardSolutions.com) की पूर्ण स्वाधीनता का संकल्प स्वीकृत हुआ था, अतः इसी दिन को गणतन्त्र में बदला गया, इसलिए इसी दिन स्वाधीनता दिवस समारोह होता है। डॉ० राजेन्द्र प्रसाद हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति हुए थे।
जैकब – यह समारोह कहाँ होता है अथवा कल कहाँ होगा ?
प्रभाकर – इस समारोह का सम्पूर्ण देश में लोग उत्साह से आयोजन करते हैं। विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, मंत्रालयों और बाजारों में ध्वजारोहण होता है। विद्यालयों में बालक खेल के मैदान में उत्साह सहित खेलेंगे। इसके बाद शिक्षक सबको लड्डू देंगे।
जैकब – भारत की राजधानी दिल्ली नगर में कल क्या-क्या होगा ?
प्रभाकर – वहाँ इंडिया गेट के एक स्थान पर राष्ट्रपति राष्ट्र को सम्बोधित करेंगे। तत्पश्चातू भारतीय सैनिक विभिन्न समूहों में उनके सम्मुख आकर उनका अभिनन्दन करेंगे।
जैकब – गणतन्त्रदिवस-समारोह में और क्या-क्या होता है?
प्रभाकर – विभिन्न राज्यों से लोग इस समारोह के दर्शन के लिए वहाँ जाते हैं। अपने-अपने राज्य की कलाकृतियाँ भी प्रदर्शित करने के लिए वहाँ ले जाते हैं।
जैकब – क्या दिल्ली में रहने वाले ही इंडिया गेट जाते हैं?
प्रभाकर – नहीं, नहीं, सारे भारतीय शामिल होकर जा सकेंगे। यह समारोह सारे देश का है, इसलिए । आज सर्वत्र अवकाश होता है।
जैकब – तब तो मैं भी वहाँ (UPBoardSolutions.com) शामिल होऊँगा। अपने मित्र हमीद को भी वहाँ ले जाऊँगा।
सलीम – सुन्दर, अति सुन्दर !

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अभ्यासः

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

प्रश्न 2. एकपदेन उत्तरत
(क) गणतन्त्रदिवसस्य समारोहः कदा भवति?
उत्तर – 26-01 दिनाङ्के।
(ख) गणतन्त्रदिवसे कः राष्ट्र सम्बोधयति?
उत्तर – राष्ट्रपति ।।
(ग) अस्माकं देशस्य राजधानी का अस्ति?
उत्तर – दिल्ली नगरी।

प्रश्न 3. एकवाक्येन उत्तरत
(क) गणतन्त्रदिवसस्य समारोहः किमर्थं भवति?
उत्तर– गणतन्त्रदिवसस्य समारोहः स्वाधीन भारतस्य स्वकीयं नवीनं संविधानं आरब्धमार्थं भवति ।
(ख) गणतन्त्र दिवससमारोहस्य आरम्भः कदा अभवत्?
उत्तर– गणतन्त्र दिवससमारोहस्य आरम्भः 26-1-50 इसवीये वर्षे अभवत् ।
(ग) गणतंत्र-दिवसे किं-किं भवति?
उत्तर– गणतन्त्र दिवसे भारतद्वारम् इति स्थाने राष्ट्रपतिः राष्ट्र सम्बोधयिष्यति। तदनन्तरं भारतीय सैनिकाः विभिन्नेषु समूहेषु तस्य सम्मुखम् आगत्य तस्याभिनन्दन करिष्यन्ति।

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प्रश्न 4. मजूषातः उचित पदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत (पूर्ति करके)
UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 11 गणतन्त्रदिवस-समारोहः 1
यथा– अहम् ह्यः गीताम् अपठम् ।।
(क) त्वम् श्वः कुत्र गमिष्यसि?
(ख) अद्य गणतन्त्र दिवसस्य उत्सवः अस्ति।
(ग) अधुना देशः स्वतन्त्रः (स्वाधीनः) अस्ति।

  • विशेष – नोट विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से समझें।

प्रश्न 5. अधोलिखित क्रियापदानां धातुं लकारं पुरुषं वचनं च लिखत (लिखकर)|
UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 11 गणतन्त्रदिवस-समारोहः 2

प्रश्न 6. चित्र-निर्माण कुरुत
राष्ट्रियध्वजः, राष्ट्रिय पक्षी, राष्ट्रियपुष्पम्।।
उत्तर– छात्र स्वयं करें।

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प्रश्न 7. अधोलिखत पदानि प्रयुज्य वाक्यरचनां कुरुत
यथा
समारोहः – श्वः गणतंत्रदिवसस्य समारोहः भविष्यति।
अध्यापकः – अध्यापकः विद्यालयं गच्छति।
ध्वजारोहणम् – प्राचार्यः ध्वजारोहणं करिष्यति।
भारतीयाः – भारतीयाः श्वः दिल्लीनगरं गमिष्यन्ति।।

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UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 18 सन्त रविदास (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 18 सन्त रविदास (महान व्यक्तिव)

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पाठ का सारांश

सन्त रविदास का जन्म काशी में हुआ। इनके पिता का नाम रग्घू और माता का नाम घुरबिनिया था। रविदास पिता की तरह जूते बनाने का कार्य लगन से करते थे। समय-पालन की इनकी आदत और मधुर व्यवहार से लोग खुश रहते थे। रविदास साधुओं को बिना मूल्य जूते दे देते थे। ये अपना खाली समय अपने गुरु रामानन्द के साथ बिताते थे। सन्त रविदास को एक व्यक्ति को जूते बनाकर देने थे। इस कारण ये गंगा स्नान को नहीं जा सके। इन्होंने कहा, “मन चंगा तो : कठौती में गंगा”। ये वचन के पक्के होने और अन्त:करण की शुद्धि पर जोर देते थे।

रविदास के जन्म के समय समाज में अन्धविश्वास, धार्मिक आडम्बर और छुआछूत जैसी बुराइयाँ । व्याप्त थीं, जिन्हें दूर करने का इन्होंने प्रयास किया। इन्होंने बाह्य आडम्बर और भक्ति में अन्तर बताया और (UPBoardSolutions.com)स्वरचित भजन गाए। ईश्वर से मिलने के लिए इन्होंने आचरण की पवित्रता और भक्तिभाव जाग्रत करने को कहा। रविदास कर्म को ही ईश्वर भक्ति मानते थे। खाली समय वे साधु संगति और ईश्वर भजने में बिताते थे।

रविदास के विचार में राम, कृष्ण, करीम, अल्लाह सब एक ईश्वर के नाम हैं। सभी धर्म ईश्वर आराधना पर बल देते हैं। इस कारण ईश्वर नाम पर विवाद व्यर्थ है। सभी मनुष्य ईश्वर की सन्तान हैं और एक समान हैं। मनुष्य को अभिमान छोड़कर परोपकार करना चाहिए। सन्त रविदास के अनुसार मनुष्य जन्म और व्यवसाय से नहीं, वरन् अपने विचारों की श्रेष्ठता, समाज हित के कार्यों और सद्व्यवहार जैसे गुणों से ही महान बनता है।

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अभ्यास

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए –

प्रश्न 1.
सन्त रविदास का पैतृक व्यवसाय क्या था?
उत्तर :
सन्त रविदास का पैतृक व्यवसाय जूते बनाना था।

प्रश्न 2.
सन्त रविदास के समय समाज में कौन-कौन-सी बुराइयाँ फैली थीं?
उत्तर :
सन्त रविदास के समय समाज में अनेक बुराइयाँ फैली थीं, जैसे- अन्धविश्वास, धार्मिक आडम्बर, छुआछूत आदि।

प्रश्न 3.
रविदास ईश्वर से मिलने के लिए कौन-सा तरीका बताते हैं?
उत्तर :
रविदास के अनुसार ईश्वर से मिलने का तरीका (UPBoardSolutions.com)आचरण को पवित्र करना और भक्ति-भाव रखना है।

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प्रश्न 4.
मनुष्य को महान बनाने में कौन-से गुण सहायक हैं?
उत्तर :
विचारों की श्रेष्ठता, समाज हित के कार्य और सद्व्यवहार जैसे गुण मनुष्य को महान बनाने में सहायक होते हैं।

प्रश्न 5.
संत रविदास के मुख्य विचार क्या थे?
उत्तर :
रविदास के विचार –

  • राम, कृष्ण, करीम, राघव, हरि, अल्लाह, एक ही ईश्वर के विविध नाम हैं।
  • सभी धर्मों में ईश्वर की सच्ची अराधना पर बल दिया गया है।
  • वेद, पुराण, कुरान आदि धर्मग्रंथ एक ही परमेश्वर का गुणगान करते हैं।
  • ईश्वर के नाम पर किए जाने वाले विवाद निरर्थक एवं सारहीन हैं।
  • सभी मनुष्य ईश्वर की ही संतान हैं, अतः ऊँच-नीच का भेद-भाव मिटाना चाहिए।
  • अभिमान नहीं अपितु परोपकार की भावना अपनानी चाहिए।
  • अपना कार्य जैसा भी हो वह ईश्वर की पूजा के समान है।

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योग्यतां विस्तार
आपके घर पर क्या कार्य (व्यवसाय.) होता है? आपको यह कार्य कैसा लगता है? और क्यों?
नोट – विद्यार्थी स्वयं करे।

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UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 10 प्रहेलिकाः

UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 10 प्रहेलिकाः

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शब्दार्थाः –

वने = जंगल में, जले में,
अस्थि = हड्डी,
असिवत् = तलवार की भाँति,
= न अक्षर,
तस्य = उस पद के,
आदिः = आरम्भ में,
यः = अक्षर,
मध्ये = बीच में,
तस्यान्तः = उसके अन्त में,
तव अपि अस्ति = तुम्हारे पास भी है,
सः कः? = वह कौन है?,
एकचक्षुः = एक आँख वाला,
पन्नगः = साँप,
क्षीयते = घटता है,
पक्षिराजः = पक्षियों का राजा,
त्रिनेत्रधारी = तीन आँखों वाला,
शूलपाणिः = त्रिशूले जिसके हाथ में है,
त्वग्-वस्त्रधारी = छाल, वस्त्र वाला,
बिभन्न (बिभ्रतु+न) = भरा हुआ नहीं।

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वने वसति…………….गतः।।1।।
हिन्दी अनुवाद – वन में बसता है, कौन वीर है जिसके हड्डी, मांस नहीं है। तलवार. की तरह कार्य करता है, काम करके वन में जाता है।
उत्तर– कुम्हार का डोरा।।

न तस्यादिः…………..तद् वद।।2।।
हिन्दी अनुवाद – जिसका न आदि है, न अन्त है। जिसके मध्य में य बैठा रहता है। जो मेरे पास भी है, तुम्हारे पास भी है। यदि जानते हो, तो बताओ।
उत्तर– नयन |

एकचक्षुर्न…………..चन्द्रमाः ।3।।
हिन्दी अनुवाद – एक नेत्र है, कौआ नहीं है। बिल में रहता है, साँप नहीं है। घटता और बढ़ता है, लेकिन चन्द्रमा और समुद्र नहीं है।
उत्तर– सूई धागा।

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प्रकाशः…………………….सः कः।4।।
शब्दार्थाः – कलाभिः च वर्धते = कलाओं से बढ़ता है, चकोरस्य = चकोर का, वृक्षअग्रवासी = वृक्ष के अगले हिस्से पर रहता है।
हिन्दी अनुवाद – प्रकाश है, शीतल है, कलाओं से बढ़ता है, (UPBoardSolutions.com) सबके ताप हरता है और चकोर को प्रिय है, वह कौन है? ।
उत्तर– चन्द्रमा।

वृक्षाग्रवासी न………………….मेघः।।5।।
हिन्दी अनुवाद – वृक्ष परे रहता है, लेकिन पक्षिराज गरुड़ नहीं। तीन आँखों वाला है, परन्तु त्रिशूलधारी शिव नहीं। छाल के वस्त्र पहनता है, मगर योगी या तपस्वी नहीं। जल धारण किए हुए है, किन्तु बादल नहीं, घड़ा नहीं।
उत्तर– नारियल।

अभ्यासः ।

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

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प्रश्न 2. पूर्णवाक्येन उत्तरत
यथा- कः वीरः असिवत्र कार्यं करोति? – कुम्भकारस्य तन्तु असिवतू कार्य करोति।
(क) यस्य आदी ‘न’ अस्ति तथा अन्ते ‘नः अस्ति एवं मध्ये ‘य’ अस्ति, सः कः अस्ति?
उत्तर– यस्य आदौ ‘न’ अस्ति तथा अन्ते ‘नः’ अस्ति एवं मध्ये ‘य’ अस्ति, सः नयनः अस्ति।
(ख) यस्य प्रकाशः शीतलः अस्ति तथा च कलाभिः वर्धते, सः कः अस्ति?
उत्तर– यस्य प्रकाशः शीतलः अस्ति तथा च कलाभि वर्धते, सः चन्द्रः अस्ति।
(ग) कः वृक्षाग्रवासी अस्ति परं पक्षिराजः नास्ति?
उत्तर– नारिकेलः वृक्षाग्रवासी अस्ति परं पक्षिराज़ः नास्ति।

प्रश्न 3. मञ्जूषातः समानार्थक पदानि चित्वा लिखत (लिखकर)
यथा – समुद्रः – जलधिः, चन्द्रः – शशिः, मेघः – घनः, जलम् – नीरम्, चक्षु – नेत्रम्

प्रश्न 4. विलोमपदानि परस्परं योजयत (जोड़े बनाकर)
वीरः – कायरः,
गतः – आगतः,
प्रकाशः – अन्धकारः,
शीतलः – तप्तः
प्रियः – अप्रियः।

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प्रश्न 5. सन्धि-विच्छेदं कुरुत (करके) –
पदम्                       सन्धि-विच्छेदः।
तस्यान्तः                   तस्य + अन्तः
चैव                          च + एंव
वृक्षाग्रवासी               वृक्ष + अग्रवासी

प्रश्न 6. पाठात् क्रियापदानि चित्वा लिखत –
यथावसति – तिष्ठाति वर्धते क्षीयते हरति कुरुते ।

प्रश्न 7. वाक्यानि पूरयत (पूरा करके)
(क) प्रकाशः शीतलः यस्य यः कलाभिः च वर्धते।
(ख) बृक्षाग्रवाणी न च पक्षिराजः।

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नोट – विद्यार्थी शिक्षण-सङ्केतः शिक्षक की सहायता से करें।

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UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 38 जमशेद जी नसरवान जी टाटा (महान व्यक्तिव)

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पाठ को सारांश

जमशेद जी नसरवान जी टाटा ने भारत के औद्योगिक विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान किया। इनका जन्म गुजरात के पारसी परिवार में 3 मार्च, सन 1839 ई० को हुआ। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा मुम्बई में हुई। आगे की पढाई एलिफिंस्टन कॉलेज में पूरी की। पढ़ाई के दौरान इनका विवाह हीराबाई से हुआ। सन 1856 ई० में इनके पुत्र दोराब जी का जन्म हुआ।

शिक्षा के बाद कुछ दिन वकालत करके इन्होंने उसे छोड़ दिया और अपने पैतृक व्यवसाय व्यापार में रुचि ली। इन्होंने हाँगकाँग और शंघाई जैसे नगरों में अपने व्यापार की शाखाएँ खोलीं। इन्होंने चीन में व्यापार (UPBoardSolutions.com) और अर्थव्यवस्था का अध्ययन किया। इन्होंने चार वर्षों तक लंदन जाकर लंकाशायर और मैनचेस्टर नगरों की यात्रा की, जो वस्त्र उद्योग के केन्द्र थे। वहाँ वस्त्र उद्योग सम्बन्धी समस्याओं का अध्ययन किया।

स्वदेश लौटकर इन्होंने अपना मकान और निजी सम्पत्ति बेचकर कर्ज की अदायगी की और व्यापारियों का विश्वास व अपनी साख बढ़ाई। इससे भावी प्रगति के द्वार खुल गए। जमशेद जी भारत में मैनचेस्टर और लंकाशायर जैसी उन्नत किस्म की मिलें स्थापित करना चाहते थे। इन्होंने देखा कि अँग्रेज भारत से सस्ती खरीदी कपास से बने कपड़ों को भारत में लाकर ऊँचे दाम पर बेच रहे हैं। इससे इन्हें दुख हुआ।

जनवरी 1877 ई० में इन्होंने नागपुर में इंप्रेस मिल की स्थापना की। कपड़ा मिल के स्थापना के बाद सन 1880 ई० में इन्होंने इस्पात उद्योग स्थापित करना चाहा। इस बड़े उद्योग की स्वीकृति अँग्रेज सरकार ने (UPBoardSolutions.com) मुश्किल से दी। जब भूगर्भ विशेषज्ञों का खनिज सर्वेक्षण चल रहा था; तभी इनका निधन हो गया। इनके पुत्रों ने अधूरा कार्य पूरा किया और सन 1911 ई० में लोहा और इस्पात कारखाना की स्थापना के साथ ही टाटा का महान स्वप्न पूरा हुआ। साकची (जमशेदपुर) में टाटा आयरन एण्ड स्टील कारखाना स्थापित हुआ।

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अभ्यास

प्रश्न 1.
जमशेद जी ने चीन और इंगलैंड की यात्रा क्यों की?
उत्तर :
जमशेद जी ने चीन और इंगलैड की यात्रा व्यापार और अर्थव्यवस्था का अध्ययन करने के लिए की।

प्रश्न 2.
जमशेद जी की स्वदेशी मिल की स्थापना का क्या उद्देश्य था?
उत्तर :
जमशेद जी की ‘स्वदेशी मिल’ की स्थापना का उद्देश्य था- देशप्रेम की भावना। वे देश के कच्चे माल का उपयोग देश में ही करना चाहते थे।

प्रश्न 3.
जमशेद जी ने मुख्यतः किन उद्योगों की स्थापना की?
उत्तर :
जमशेद जी ने नागपुर में इंप्रेस नाम की सूती वस्त्र की मिल खोली। (UPBoardSolutions.com) इसके बाद इस्पात उद्योग की स्थापना जमशेदपुर में की।

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प्रश्न 4.
सही (✓) अथवा गलत (✗) का चिह्न लगाइए (चिह्न लगाकर) –

(क) जमशेद जी का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था। (✗)
(ख) नसरवान जी अपना व्यवसाय विदेशों में फैलाना चाहते थे। (✓)
(ग) जमशेद जी की व्यवसाय में रुचि नहीं थी। (✗)
(घ) लंकाशायर और मैनचेस्टर वस्त्र उद्योग के मुख्य केन्द्र थे। (✓)

प्रश्न 5.
समूह से अलग शब्द को छाँटिए (समूह से अलग शब्द को छाँटकर) –

(क) व्यापार, बिक्री, विदेश, बाजार
(ख) प्लास्टिक, कपास, रेशम, ऊन
(ग) लंकाशायर, मेनचेस्टर, नागपुर, जमशेदपुर

उत्तर :

(क) विदेश।
(ख) प्लास्टिक।
(ग) जमशेदपुर।

प्रश्न 6.
सही जोड़े बनाइए (सही जोड़े बनाकर) –
UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 38 जमशेद जी नसरवान जी टाटा (महान व्यक्तिव) 1

प्रश्न 7.
अपने गाँव/नगर के किसी उद्योग के बारे में लिखिए।

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नोट विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिक की सहायता से स्वयं करें।

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