UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 4 वर्षर्तुः (अनिवार्य संस्कृत)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 4 वर्षर्तुः (वर्षा + ऋतुः) (अनिवार्य संस्कृत)

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आकाशं ………………………… सुखकरो वर्तते।

हिन्दी अनुवाद – आकाश में बादल छाए हैं। वर्षा होने वाली है। पानी बरसने से बच्चों और वयस्कों को बहुत खुशी होगी; वृक्षों पर नए पत्ते उग आएँगे; पुराने पत्ते झड़ जाएँगे। वर्षाजल पत्तों पर गिरकर मीठा स्वर उत्पन्न करेगा।

अध्यापक – देवदत्त! तुम कहो, बारिश के बाद किसान कौन-कौन-से कार्य करेंगे? | देवदत्त – गुरुवर! बारिश के बाद किसान खेतों में धान बोएँगे। इससे धान होगा। धान देखकर किसान के हृदय प्रसन्न हो जाएँगे।

अध्यापक – वर्षा के समय अर्थात् बरसात में लोगों को किस तरह के कष्ट का अनुभव होगा?

देवदत्त – गुरुवर! बरसात में धरती कीचड़ से भर जाएगी। इससे लोग गिरने लगेंगे। अधिक बारिश के कारण रास्ते बन्द हो जाएँगे; आवागमन में बाधा होगी; बादल गड़गड़ाएँगे और बिजली भी गिरेगी। इससे लोग डर जाएँगे। यह सब केवल कष्टकारक है; फिर भी यह ऋतु मानवों के लिए अतिशय सुखकारी है।

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अभ्यास

प्रश्न 1.
उच्चारण करें
नोट – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से स्वयं करें

प्रश्न 2.
एक पद में उत्तर दें –

(क) आकाशं कदा मेघाच्छन्नं भवति?
(ख) वृक्षेषु कानि उद्भविष्यन्ति?
(ग) वर्षाजलं किं करिष्यति?
(घ) भूमिः कदा पड्किला भविष्यति?
(ङ) जनाः केन भयभीताः भविष्यन्ति?

उत्तर :

(क) वर्षाकाले।
(ख) नवीनानि पत्राणि।
(ग) मधुरंध्वनिं।
(घ) वर्षाकाले।
(ङ) विद्युत्पातेन।

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प्रश्न 3.
मंजूषा से उचित पदों का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ति करें (पूर्ति करके) –

(क) प्राचीनानि पत्राणि पतिष्यन्ति।
(ख) वर्षाकाले मेघाः गर्जनम् करिष्यन्ति।
(ग) जलस्य अधिकतया मार्गाः अवरुद्धाः भविष्यन्ति।
(घ) गमनागमने बाधा आगमिष्यति।
(ङ) विद्युत्पातेन जनाः भयभीताः भविष्यन्ति।

विशेष

नोट – विद्यार्थी भविष्यति, भविष्यतः, भविष्यन्ति की तरह ‘पठिष्यति, पटिष्यतः, पठिष्यन्ति’, ‘गमिष्यति, गमिष्यतः, गमिष्यन्ति’ आदि रूप स्वयं लिखें।

प्रश्न 4.
रेखांकित पदों के आधार पर प्रश्न निर्माण करें –

(क) वर्षायाः अनन्तरं कृषकाः क्षेत्रेषु धान्यं वपन्ति।
उत्तर :
वर्षायाः अनन्तरं कृषकाः क्षेत्रेषु किं वपन्ति?

(ख) धान्यं दृष्ट्वा कृषकाणां हृदयं प्रफुल्लितं भवति।
उत्तर :
धान्यं दृष्ट्वा केषाम् हृदयं प्रफुल्लितं भवति?

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(ग) वर्षाकाले आकाशं मेघाच्छन्नं भवति।
उत्तर :
कस्मिनुकाले आकाशं मेघाच्छन्नं भवति?

प्रश्न 5.
UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 4 वर्षर्तुः (अनिवार्य संस्कृत) 1

प्रश्न 6.
हिन्दी में अनुवाद करें –
नोट – विद्यार्थी पाठ का अनुवाद पढ़ें।

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UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 भारतीय संस्कृति के अग्रदुत भारतीर (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 भारतीय संस्कृति के अग्रदुत भारतीर (महान व्यक्तित्व)

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पाठ को सारांश

महर्षि अगस्त्य-इनको जन्म काशी में हुआ। ये काशी के विश्वनाथ मन्दिर में पूजा-पाठ करते थे। इन्होंने विंध्याचल पार कर सुदूर दक्षिण भारत में शैव मत का प्रचार किया। स्थानीय लोगों को शिष्य बनाकर विंध्याचल के घने जंगल कटवाए और यहाँ नगरों और आश्रमों की स्थापना की। यहाँ के लोगों को कला-कौशल सिखाया। पाण्ड्य देश के राजा इन्हें देवता की तरह (UPBoardSolutions.com) पूजते थे। भारतीय संस्कृति और शैव धर्म के प्रचार के लिए ये भारत से बाहर कम्बोडिया, जावा, सुमात्रा, बोर्नियो आदि द्वीपों तक गए। कहा जाता है कि ये समुद्र पी गए थे। कम्बोडिया के एक शिलालेख के अनुसार इनमें अलौकिक शक्ति थी। ये कम्बोडिया में भुदेश्वर नामक शिवलिंग की पूजा-अर्चना बहुत समय तक करते रहे। यहीं पर इनका स्वर्गवास हुआ। भारत के बाहर सुदूर देशों तक जाकर भारतीय संस्कृति और शैव धर्म का प्रचार करने वाले महर्षि अगस्त्य प्रथम व्यक्ति थे।

महर्षि पतञ्जलि – महर्षि पतञ्जलि पाटलिपुत्र के राजा पुष्यमित्र शुंग के समकालीन थे। इनके दो कार्य प्रसिद्ध हैं- प्रथम तो व्याकरण की पुस्तक ‘महाभाष्य’ के लिए तथा दूसरे पाणिनि के ‘अष्टध्यायी’ की टीका लिखने के लिए। महाभाष्य व्याकरण ग्रन्थ है, इसमें साहित्य, धर्म, भूगोल, समाज तथा रहन-सहन के तथ्य भी मिलते हैं। पतञ्जलि के बाद यह पुस्तक लुप्त हो गई थी। इसे कश्मीर के राजा जयादित्य ने खोज करके पुनः लिखवाया। पतञ्जलि ने संस्कृत भाषा को वैज्ञानिक स्वरूप प्रदान किया। प्राचीन काल में किसी भी देश में व्याकरण का ऐसा विद्वान नहीं हुआ।

ऋषि याज्ञवल्क्य – इस नाम के दो विद्वान हुए हैं-पहले राजा जनक के समय में और दूसरे युधिष्ठिर काल में। यहाँ दूसरे याज्ञवल्क्य का विवरण है। इन्होंने ‘याज्ञवल्क्य-स्मृति’ नामक धर्मशास्त्र की रचना की जिसे याज्ञवल्क्य-संहिता भी कहा जाता है। स्मृति प्राचीन काल में ऐसे धर्मशास्त्र को कहा जाता था जिसमें आचार-व्यवहार, नियम-कानून (UPBoardSolutions.com) आदि की व्यवस्था दी जाती थी। याज्ञवल्क्य-स्मृति के एक हजार बारह श्लोक तीन अध्यायों में विभक्त हैं। इस ग्रन्थ पर अनेक टीकाएँ की गई हैं, जिनमें मिताक्षरा और दायभाग प्रसिद्ध हैं। हिन्दू कानून के लिए यह पुस्तक प्रामाणिक मानी जाती है। याज्ञवल्क्य ने शास्त्रार्थ में अनेक पण्डितों को हराया था। उन्होंने भारतीय संस्कृति को अमर बनाने की चेष्टा की।

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अभ्यास-प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
प्रश्न 1.
महर्षि अगस्त्य ने दक्षिण भारत में कौन से सामाजिक कार्य किए?
उत्तर :
महर्षि अगस्त्य ने विंध्याचल का जंगल कटवाया। यहाँ नगरों और आश्रमों की स्थापना की। लोगों को कला-कौशल सिखाया। आयुर्वेद का प्रचार किया। हिन्दू धर्म, कला, संस्कृति और भाषा का ज्ञान दिया।

प्रश्न 2.
महाभाष्य की रचना किसने और कहाँ की थी?
उत्तर :
महाभाष्य की रचना महर्षि पतञ्जलि ने काशी में की थी।

प्रश्न 3.
महर्षि पतंजलि के लुप्त महाभाष्य की खोज किसने करायी ?
उत्तर :
कश्मीर के राजा जयादित्य ने लुप्त महाभाष्य की खोज कराई।

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प्रश्न 4.
ऋषि याज्ञवल्क्य ने किस ग्रन्थ की रचना की थी?
उत्तर :
ऋषि याज्ञवल्क्य ने याज्ञवल्क्य-स्मृति की रचना की थी।

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए- (पूर्ति करके)

  • पाण्ड्य देश के राजा अगस्त्य को देवता की तरह पूजते थे।
  • कम्बोडिया में अगस्त्य ने भुदेश्वर नामक शिवलिंग की बहुत काल तक पूजा की थी।
  • महर्षि पतंजलि पाटलिपुत्र के राजा पुष्यमित्र शुंग के समकालीन थे।
  • न्होंने पाणिनि के अष्टाध्यायी की टीका भी लिखी।।

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प्रश्न 6.
पता कीजिए-
नोट – विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिका की सहायता से स्वयं पता करें।

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UP Board Solutions for Class 9 English Suplementary Reader Chapter 3 Letter to the Children of India (Chacha Nehru)

UP Board Solutions for Class 9 English Suplementary Reader Chapter 3 Letter to the Children of India (Chacha Nehru)

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(A) SHORT ANSWER TYPE QUESTIONS AND THEIR ANSWERS
Answer the following questions in not more than 25 words each :

Question 1.
What does Pandit Nehru like to do with children?
पं० नेहरू बच्चों के साथ क्या करना पसन्द करते हैं?
Answer:
Pandit Nehru likes being with children and talking to them and even more playing with them.
पं० नेहरू बच्चों के साथ रहना, उनसे बातें करना तथा इससे भी अधिक उनके साथ खेलना पसन्द करते हैं।

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Question 2.
Why does Pandit Nehru like being with children?
पं० नेहरू बच्चों के साथ रहना क्यों पसन्द करते हैं?
Answer:
Pandit Nehru likes being with children because for a moment he forgets that he is terribly old among them.
पं० नेहरू बच्चों के साथ रहना इसलिए पसन्द करते हैं (UPBoardSolutions.com) क्योंकि क्षण भर के लिए वे भूल जाते हैं कि वे उनके बीच में अत्यधिक बूढ़े है।

Question 3.
“The world itself is the greatest fairy tale.” What does the word ‘fairy tale’ mean here?
विश्व स्वयं ही सबसे अधिक सुन्दर परियों की कहानी है।’ यहाँ पर परियों की कहानी शब्द का क्या तात्पर्य है?
Answer:
The word ‘fairy tale’ means on account of strange incidents and stories about fairies here.
परियों की कहानी का तात्पर्य परियों के बारे में विचित्र घटनाओं और कहानियों से है।।

Question 4.
How can we make friends with the objects of nature?
हम प्रकृति की वस्तुओं के साथ किस प्रकार मित्रता कर सकते हैं?
Answer:
If we go to the objects of nature affectionately and with friendship, we can make them friends.
यदि हम प्रकृति की वस्तुओं के पास प्रेमपूर्वक एवं मित्रतापूर्वक जायें तो हम उनसे मित्रता कर सकते हैं।

Question 5.
That was much more interesting than many of my talks with the grown ups. What does the word ‘that here refer to?
व्यस्क व्यक्तियों के साथ मेरी बातों की अपेक्षा वह कहीं अधिक रुचिकर था। यहाँ पर वह शब्द क्या सन्दर्भित करता हैं?
Answer:
Pandit Nehru found the children in America, Canada and England very like the children of India. So he made friends and played with them a little. The word ‘that’ refers to the playing with the children of those countries.
पं० नेहरू ने अमेरिका, कनाडा और इंग्लैण्ड में बच्चों को भारत के बच्चों की ही तरह पाया। इसलिए उन्होंने उनके साथ मित्रता की और थोड़ा सा खेले भी। वह शब्द उन (UPBoardSolutions.com) देशों के बच्चों के साथ खेल को सन्दर्भित करता है।

Question 6.
In the sentence ‘I found the children there very like the children here’. Which place do there’ and ‘here’ refer to?
मैंने वहाँ पर बच्चों को यहाँ के बच्चों जैसा पाया।” वाक्य में वहाँ और यहाँ किस स्थान को सन्दर्भित करते हैं?
Answer:
The word ‘there’ refers to the countries of United States of America, Canada and England and ‘here’ stands for India.
‘वहाँ’ शब्द संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और इंग्लैण्ड देशों को सन्दर्भित करता है तथा यहाँ’ शब्द भारत के लिए

Question 7.
What do the grown ups imagine about themselves? What is its result?
व्यस्क लोग अपने विषय में क्या कल्पना करते हैं? इसका परिणाम क्या होता है?
Answer:
The grown ups imagine about themselves that they are different from the people of other countries. Its result is that they deliberately make themselves different from others.
वयस्क लोग अपने विषय में कल्पना करते है कि वे दूसरे देशों के लोगों से भिन्न है। इसका परिणाम यह है कि वे जान-बूझकर अपने को दूसरों से भिन्न बना लेते हैं।

Question 8.
What did the children of Japan ask Pandit Nehru to send them?
जापान के बच्चों ने पं० नेहरू से अपने लिए क्या भेजने को कहा?
Answer:
The children of Japan asked Pandit Nehru to send them an elephant.
जापान के बच्चों ने पं० नेहरू से अपने लिए एक हाथी भेजने को कहा।

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Question 9.
Where did the elephant come from? How was the elephant sent to Japan?
हाथी कहाँ से आया था? हाथी को जापान किस प्रकार भेजा गया?
Answer:
The elephant came from Mysore and it was sent to Japan by sea.
हाथी मैसूर से आया था तथा इसे समुद्री मार्ग से जापान भेजा गया।

Question 10.
How are children all over the world outwardly different and yet so very like one another?
पूरे विश्व में बच्चे बाह्य रूप से भिन्न तथा फिर भी एक दूसरे से बहुत समान किस प्रकार हैं?
Answer:
Children all over the world outwardly are different as they speak different languages andwear different kinds of clothes. But they are very like one another as they play and quarrel like.
सम्पूर्ण विश्व में बच्चे बाह्य रूप से भिन्न हैं क्योंकि वे भिन्न-भिन्न भाषाएँ बोलते हैं और विभिन्न प्रकार के वस्त्र पहनते हैं किन्तु वे एक दूसरे के बहुत समान हैं क्योंकि वे समान (UPBoardSolutions.com) रूप से खेलते और झगड़ा करते हैं।

Question 11.
Where does Pandit Nehru wish to go with young children?
पं० नेहरू छोटे बच्चों के साथ कहाँ जाना चाहते हैं?
Answer:
Pandit Nehru likes to go to all the nooks and corners of India with young children.
पं० नेहरू छोटे बच्चों के साथ भारत के कोने-कोने में जाना चाहते हैं।

Question 12.
What are the two simple truths that Pandit Nehru talks about in the letter?
वे दो साधारण सत्य क्या हैं जिनके विषय में पं० नेहरू अपने पत्र में बताते हैं?

Answer:
According to Pandit Nehru, there are two suple truths that Nehru talks about in the letter :
(i) If we meet other people in friendly way, they also become friendly.
(ii) If we show our dislike to them, they behave in the same manner.
पं० नेहरू के अनुसार दो साधारण (UPBoardSolutions.com) सत्य जिनके विषय में वे अपने पत्र में बताते हैं, हैं—
(i) यदि हम दूसरे लोगों से मित्रवत् मिलें तो वे भी मित्रवत् हो जाते हैं।
(ii) यदि हम उनके प्रति घृणा प्रदर्शित करते हैं तो वे भी उसी ढंग से व्यवहार करते हैं।

Question 13.
What is sometimes the attitude of the people of one country towards the people of other countries?
कभी-कभी एक देश के लोगों की दृष्टिकोण दूसरे देशों के लोगों के प्रति किस प्रकार का होता है?
Answer:
Sometimes the attitude of the people of one country towards people of other countries is hateful and learful.
कभी-कभी एक देश के लोगों का दृष्टिकोण दूसरे देशों के लोगों के प्रति घृणा एवं भययुक्त होता है।

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(B) MULTIPLE CHOICE QUESTIONS
Select the most suitable alternative to complete each of the following statements :
निम्नलिखित कथनों में से प्रत्येक को पूरा करने के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प चुनिये—-

(i) Pandit Nehru found the children of U.S.A., Canada and England :
(a) better than the children of India
(b) quite different from the children of India
(c) very like the children of India
(d) worse than the children of India
(ii) Pandit Nehru wanted to go with young children to :
(a) big factories of India
(b) mountains, forests and big rivers of India
(c) great cities of India
(d) big towns of India
Answers:
(i) (c) very like the children of India
(ii) (b) mountains, forests and big rivers of India

(C) Say whether each of the following statements is ‘true’ or ‘false’:
बताइये कि निम्नलिखित कथनों में से प्रत्येक ‘सत्य’ है अथवा ‘असत्य’—
(i) Pandit Nehru loved to talk to children and play with them.
(ii) The children of Japan wrote to Pandit Nehru to send a Bengal tiger.
(iii)Children of different countries are quite different.
(iv) People of one country hate the people of another country because they are afraid of them.
(v) Children should be wiser.
Answers:
(i) T, (ii) F, (iii) F, (iv) T, (v)T.

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(D)Look up each of the following words in the dictionary and pick out the meaning in which it is used in the text :
निम्नलिखित शब्दों में से प्रत्येक को शब्दकोश में खोजिए और उनका अर्थ उस प्रसंग में बताइये जिसमें उनका प्रयोग इस पाठ में  हुआ हैं—
moment; surround; deliberately, visit; vast; discover
Answers:
moment                                             a very brief period of time
surround                                            shut in on all sides (चारों ओर से घिरा हुआ)
deliberately                                       intentionally (जानबूझकर)
visit                                                     see (देखना)
visit                                                     huge (विशाल)
discover                                             search (खोजना)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 सावित्री (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 सावित्री (महान व्यक्तित्व)

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पाठ का सारांश

प्राचीनकाल में हमारे देश के मद्र देश पर अश्वपति नाम के एक राजा राज्य करते थे। इनकी कन्या का नाम सावित्री था। सावित्री बहुत सुन्दर और गुणवती थी। उसके पिता चाहते थे कि सावित्री को बहुत अच्छा पति मिले। एक बार सावित्री तीर्थयात्रा को गई। वन में उसका सत्यवान से परिचय हुआ। सत्यवान के पिता किसी समय शाल्व देश के राजा थे। उस समय वे वन में तपस्या कर रहे थे। दूसरे दिन सावित्री ने अपने पिता से सत्यवान से विवाह करने की अनुमति माँगी।

अश्वपति बड़े प्रसन्न हुए किन्तु जब उन्हें यह पता लगा कि सत्यवान की आयु अब अधिक शेष नहीं है तो वे बहुत दु:खी हुए लेकिन सावित्री अपनी बात पर डटी रही। अन्त में अश्वपति ने विवाह की अनुमति दे दी। सत्यवान और सावित्री का विवाह हो गया। एक बार वन में सत्यवान के सिर में भयंकर दर्द उठा और वह बेहोश हो गया। उसी समय यमराज सत्यवान (UPBoardSolutions.com) के प्राण लेकर चल दिए। सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चल दी। यमराज ने सावित्री को वापस भेजना चाहा किन्तु सावित्री ने यमराज का पीछा न छोड़ा। यमराज ने सावित्री को अनेक वरदान भी दिए किन्तु सावित्री फिर भी यमराज के पीछे-पीछे चलती रही।

यमराज ने सावित्री को फिर समझाया और उससे एक और वरदान माँगने को कहा। सावित्री ने कहा कि यदि आप प्रसन्न हैं तो मुझे यह वरदान दीजिए कि मैं पुत्रवती हो जाऊँ। यमराज ने यह वरदान भी सावित्री को दे दिया। यमराज अब फिर आगे चल दिए किन्तु सावित्री वापस नहीं लौटी। अब तो यमराज को क्रोध आ गया। उन्होंने फिर सावित्री को लौट जाने को कहा। सावित्री बोली- धर्मराज, आप मुझे पुत्रवती होने का आशीर्वाद दे चुके हैं और मेरे पति को आप अपने साथ लिए जा रहे हैं, तब यह कैसे हो सकता है कि मैं पुत्रवती हो जाऊँ? यमराज को अब अपनी भूल मालूम हुई। उन्होंने सत्यवान (UPBoardSolutions.com) के प्राण छोड़ दिए और सत्यवान जीवित हो गया।

शिक्षा – सावित्री की तरह सच्ची लगन, आत्मविश्वास और दृढ़ विचार वाले कठिन से कठिन कार्य को भी पूर्ण करने में सफल हो जाते हैं।

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अभ्यास-प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
सावित्री कौन थीं? उनका विवाह किससे हुआ था ?
उत्तर :
सावित्री राजा अश्वपति की पुत्री थी। उसका विवाह सत्यवान के साथ हुआ।

प्रश्न 2.
सावित्री के पिता सावित्री का विवाह सत्यवान के साथ क्यों नहीं करना चाहते थे?
उत्तर :
सावित्री के पिता सावित्री का विवाह सत्यवान से इसलिए नहीं करना चाहते थे क्योंकि सत्यवान की आयु बहुत कम थी। उसकी आयु और एक साल बची थी।

प्रश्न 3.
सावित्री ने यमराज से कौन-कौन से वर माँगे?
उत्तर :
सावित्री ने प्रथम वरदान में- “मेरे सास और ससुर देखने लगे और उन्हें उनका राज्य मिल जाए।” दूसरे में- “मेरे पिता को सन्तान प्राप्त हो जाए।” तीसरे में- “मैं पुत्रवती हो जाऊँ।”

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प्रश्न 4.
यमराज ने सत्यवान के प्राण क्यों छोड़ दिए?
उत्तर :
यमराज ने सत्यवान के प्राण इसलिए छोड़ दिए (UPBoardSolutions.com) क्योंकि उन्होंने भूल से सावित्री को पुत्रवती होने का वरदान दे दिया था। और यह सत्यवान के बिना संभव नहीं था।

प्रश्न 5.
इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर :
सच्ची लगन, आत्मविश्वास और दृढ़ विचार वाले मनुष्य कठिन कार्य करने में सफलता प्राप्त करते हैं।

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UP Board Solutions for Class 10 Hindi Chapter 9 जीवन-सूत्राणि (संस्कृत-खण्ड)

UP Board Solutions for Class 10 Hindi Chapter 9 जीवन-सूत्राणि (संस्कृत-खण्ड)

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अवतरणों का ससन्दर्भ हिन्दी अनुवाद

प्रश्न (1-2)
किंस्विद् गुरुतरं भूमेः किंस्विदुच्चतरं च खात् ?
किंस्विद् शीघ्रतरं वातात् किंस्विद् बहुतरं तृणात् ? ॥1॥
माता गुरुतरा भूमेः खात् पितोच्चतरस्तथा ।।
मनः शीघ्रतरं वातात् चिन्ता बहुतरी तृणात् ॥2॥ [2009, 13, 15]
उत्तर
[ किंस्विद् = क्या। गुरुतरं = अधिक भारी। उच्चतरं = ऊँचा है। खात् = आकाश से। वातात् = वायु . से। तृणात् = तिनके से।।

सन्दर्भ–प्रस्तुत श्लोक हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिन्दी के संस्कृत-खण्ड के जीवन-सूत्राणि पाठ से उद्धृत है।

[विशेष—इस पाठ के समस्त श्लोकों के लिए भी यही सन्दर्भ प्रयुक्त होगा।] | प्रसंग-इन श्लोकों में यक्ष के प्रश्नों और युधिष्ठिर के उत्तरों के माध्यम से माता-पिता इत्यादि के महत्त्व को दर्शाया गया है।

अनुवाद-(यक्ष युधिष्ठिर से पूछता है) भूमि से महान् क्या है ? (UPBoardSolutions.com) आकाश से ऊँचा कौन है ? वायु से अधिक शीघ्रगामी क्या है ? तिनके से अधिक दुर्बल (क्षीण) बनाने वाली क्या है ?

(युधिष्ठिरं उत्तर देता है) पृथ्वी से अधिक भारी माता है। आकाश से अधिक ऊँचा पिता है। वायु से अधिक शीघ्रगामी मन है। तृण से अधिक दुर्बल बनाने वाली चिन्ता है।

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प्रश्न (3-4)
किंस्वित् प्रवसतो मित्रं किंस्विन् मित्रं गृहे सतः? ।
आतुरस्य च किं मित्रं किंस्विन् मित्रं मरिष्यतः ?॥3॥
सार्थः प्रवसतो मित्रं भार्या मित्रं गृहे सतः ।
आतुरस्य भिषक् मित्रं दानं मित्रं मरिष्यतः ॥4॥ [2012, 17]
उत्तर
[ प्रवसतः = विदेश में रहने वाले का। सतः = होना। आतुरस्य = रोगी का। मरिष्यतः = मरते हुए का। अर्थः = धन। भिषक् = वैद्य।।

प्रसंग-इन श्लोकों में विभिन्न व्यक्तियों के मित्रों के विषय में बताया गया है।

अनुवाद (यक्ष)-प्रवास में रहने वाले का मित्र कौन है ? (UPBoardSolutions.com) घर में रहने वाले का मित्र कौन है ? ” रोगी का मित्र कौन है ? मरने वाले का मित्र कौन है ?

(युधिष्ठिर)-प्रवास में रहने वाले का मित्र या साथी धन होता है। घर में रहने वाले का मित्र पत्नी होती है। रोगी का मित्र वैद्य होता है। मरने वाले का मित्र दान होता है।

प्रश्न (5-6)
किंस्विदेकपदं धर्म्य किंस्विदेकपदं यशः?
किंस्विदेकपदं स्वर्यं किंस्विदेकपदं सुखम् ? ॥ 5 ॥
दाक्ष्यमेकपदं धर्मं दानमेकपदं यशः।
सत्यमेकपदं स्वर्यं शीलमेकपदं सुखम् ॥ 6 ॥ [2012]
उत्तर
[एकपदं = एकमात्र। दाक्ष्यम् = योग्यता, चतुरता।].

प्रसंग-इन श्लोकों में धर्म और सुखादि को परिभाषित किया गया है।

अनुवाद—( यक्ष)-एकमात्र धर्म क्या है ? एकमात्र यश क्या है ? एकमात्र स्वर्ग दिलाने वाला क्या है ? एकमात्र सुख क्या है ?

( युधिष्ठिर) –दक्षता (योग्यता) एकमात्र धर्म है। दान एकमात्र यश है। सत्य एकमात्र स्वर्ग दिलाने वाला है। सदाचार एकमात्र सुख है।

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प्रश्न (7-8)
धान्यानामुत्तमं किंस्विद् धनानां स्यात् किमुत्तमम् ?
लाभानामुत्तमं किं स्यात् सुखानां स्यात् किमुत्तमम् ? ॥7॥
धान्यानामुत्तमं दाक्ष्यं धनानामुत्तमं श्रुतम् ।
लाभानां श्रेयमारोग्यं सुखानां तुष्टिरुत्तमा ॥8॥ [2010, 11, 18]
उत्तर
[ धान्यानाम् = अन्नों में। दाक्ष्यं = चतुरता, निपुणता। (UPBoardSolutions.com) श्रुतम् = शास्त्र-ज्ञान। श्रेय = श्रेष्ठ। तुष्टिः = सन्तोष।]

प्रसंग-इन श्लोकों में अन्न, धन और सुखादि की उत्तमता पर प्रकाश डाला गया है।

अनुवाद–( यक्ष)–अन्नों में उत्तम क्या है ? धनों में उत्तम क्या है ? लाभों में उत्तम क्या है ? सुखों में उत्तम क्या है ?

( युधिष्ठिर)–अन्नों में उत्तम निपुणता है। धनों में श्रेष्ठ शास्त्र-ज्ञान है। लाभों में श्रेष्ठ नीरोगिता है। सुखों में श्रेष्ठ सन्तोष है।

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प्रश्न (9-10)
किं नु हित्वा प्रियो भवति किन्नु हित्वा न शोचति ?
किं नु हित्वार्थवान् भवति किन्नु हित्वा सुखी भवेत्? ॥9॥
मानं हित्वा प्रियो भवति क्रोधं हित्वा ने शोचति।
कामं हित्वार्थवान् भवति लोभं हित्वा सुखी भवेत् ॥10॥ [2009, 12, 16, 17, 18]
उत्तर
[ मानं = अहंकार। हित्वा = त्यागकर। शोचति = शोक करता है। कामं = इच्छा को।]

प्रसंग-इन श्लोकों में विभिन्न त्यागों के महत्त्व को दर्शाया गया है।

अनुवाद-( यक्ष )-मनुष्य क्या छोड़कर प्रिय हो जाता है ? (UPBoardSolutions.com) मनुष्य क्या छोड़कर शोक नहीं करता है ? मनुष्य क्या छोड़कर धनवान् हो जाता है ? मनुष्य क्या छोड़कर सुखी होता है ?

( युधिष्ठिर)–मनुष्य अहंकार को छोड़कर प्रिय हो जाता है। मनुष्य क्रोध को छोड़कर शोक नहीं करता है। मनुष्य इच्छा (कामना) को छोड़कर धनवान् हो जाता है। मनुष्य लोभ को छोड़कर सुखी हो जाता है।

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अतिलघु-उतरीय संस्कृत प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1
भूमेः गुरुतरं किम् अस्ति ? [2011, 12, 15]
उत्तर
माता गुरुतरा भूमेः।

प्रश्न 2
खात् (आकाशात्) उच्चतरं किम् अस्ति ? [2014, 17]
या
पिता कस्मात् उच्चतरः भवति ? [2010]
उत्तर
खात् (आकाशात्) उच्चतरः पिता अस्ति।

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प्रश्न 3
वातात् शीघ्रतरं किम् अस्ति ? [2009, 10, 12, 14, 15, 16]
उत्तर
वातात् शीघ्रतरं मनः (UPBoardSolutions.com) अस्ति।।

प्रश्न 4
तृणात् बहुतरं किम् अस्ति ?
या
तृणात् का बहुतरी अस्ति ?
उत्तर
तृणात् चिन्ता बहुतरी अस्ति।

प्रश्न 5
प्रवसतो (विदेशे) मित्रं किम् अस्ति ?
उत्तर
प्रवसतो (विदेशे) मित्रम् धनम् अस्ति।

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प्रश्न 6
गृहे सतः मित्रम् किं अस्ति ? [2012, 14]
उत्तर
भार्या गृहे सर्त: मित्रम् अस्ति।

प्रश्न 7
मरिष्यतः मित्रं किम् अस्ति ?
उतर
मरिष्यत: मित्रं दानम् अस्ति।

प्रश्न 8
धनानाम् उत्तमं धनं किम् अस्ति ? [2011, 12]
उत्तर
धनानाम् उत्तमं श्रुतम् (विद्या) अस्ति।

प्रश्न 9
लाभानाम् उत्तमं किम् अस्ति ?
उत्तर
लाभानाम् उत्तमम् आरोग्यम् (UPBoardSolutions.com) अस्ति।

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प्रश्न 10
सुखानाम् उत्तमं किं स्यात् ?
उत्तर
तुष्टि; सुखानाम् उत्तमा स्यात्।।

प्रश्न 11
किं हित्वा नरः प्रियो भवति ?
उत्तर
मानं हित्वा नरः प्रियो भवति।

प्रश्न 12
नरः किं हित्वा न शोचति ?
उत्तर
नरः क्रोधं हित्वा न शोचति।

प्रश्न 13
मनुष्यः किं हित्वा सुखी भवति ?
उत्तर
मनुष्यः लोभं हित्वा सुखी भवति।

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प्रश्न 14
सर्वेषु उत्तमं धनं किम् अस्ति ?
या
धनानां उत्तमं धनं किम् अस्ति ?
उतर
श्रुतं सर्वेषु उत्तमं धनम् (UPBoardSolutions.com) अस्ति।

प्रश्न 15
आतुरस्य मित्रं किं अस्ति ? [2011, 12, 13, 14, 16]
उत्तर

आतुरस्य मित्रं वैद्यः अस्ति।

प्रश्न 16
किं त्यक्त्वा न शोचति ?
या
किं हित्वा (त्यक्त्वा) नरः न शोचति ?
उत्तर
क्रोधं त्यक्त्वा न शोचति।।

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प्रश्न 17
आतुरस्य मित्रं कः भवति ? [2015]
या
भिषक् कस्य मित्रं भवति ? [2009]
उत्तर
आतुरस्य मित्रं भिषक् भवति।

प्रश्न 18
किं नु हित्वा सुखी भवेत् ?
उत्तर
लोभं हित्वा सुखी भवेत्।।

प्रश्न 19
किंस्वित् शीघ्रतरं वातात किं स्विद बहुतरं तृणात ?
उत्तर
मनः शीघ्रतरं वातात् चिन्ता (UPBoardSolutions.com) बहुतरी तृणात्।।

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अनुवादात्मक

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिए-
उत्तर
UP Board Solutions for Class 10 Hindi Chapter 9 जीवन-सूत्राणि (संस्कृत-खण्ड) img-1
UP Board Solutions for Class 10 Hindi Chapter 9 जीवन-सूत्राणि (संस्कृत-खण्ड) img-2

व्याकरणत्मक

प्रश्न 1
निम्नलिखित शब्दों के विभक्ति और वचन बताइए-
तृणात्, मित्रम्, धनानाम्, प्रियः, कामम्, वातात्, भूमेः, गृहे, आतुरस्य।
उत्तर
UP Board Solutions for Class 10 Hindi Chapter 9 जीवन-सूत्राणि (संस्कृत-खण्ड) img-3

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प्रश्न 2
‘मृ’ धातु के लृट् लकार तथा ‘भू धातु के विधिलिङ् लकार के तीनों पुरुषों और वचनों के रूप लिखिए।
उत्तर
UP Board Solutions for Class 10 Hindi Chapter 9 जीवन-सूत्राणि (संस्कृत-खण्ड) img-4

प्रश्न 3
निम्नलिखित शब्दों के धातु, लकार, पुरुष एवं वचन बताइए-
भवेत्, मरिष्यतः, स्यात्, शोचति।।
उत्तर
UP Board Solutions for Class 10 Hindi Chapter 9 जीवन-सूत्राणि (संस्कृत-खण्ड) img-5

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श्लोक-लेवन

ध्यातव्य–यहाँ पाठ्य-पुस्तक से चुनकर कुछ श्लोक दिये जा रहे हैं। छात्रों को इन्हें कण्ठस्थ कर इनके शुद्ध लेखन का अभ्यास करना चाहिए।

  1.  रे रे चातक! सावधानमनसा मित्र! क्षणं श्रूयताम् ।
    अम्भोदा बहवो वसन्ति गगने सर्वेऽपि नैतादृशाः ॥
  2. केचिद वृष्टिभिरार्द्रयन्ति वसथां गर्जन्ति केचिद वृथा।
    यं यं पश्यसि तस्य तस्य (UPBoardSolutions.com) पुरतो मा ब्रूहि दीनं वचः ॥
  3. त्रिर्गमिष्यति भविष्यति सुप्रभातं,
    भास्वानुदेष्यति हसिष्यति पङ्कजालिः।
    इत्थं विचिन्तयति कोशगते द्विरेफे,
    हा हन्त! हन्त! नलिनीं गज उज्जहार ॥
  4. उत्तरं यत् समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम् ।
    वर्षं तद् भारतं नाम भारती यत्र सन्ततिः ॥
  5. अपदो दूरगामी च साक्षरो न च पण्डितः ।
    अमुखः स्फुटवक्ता च यो जानाति स पण्डितः ॥
  6. सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।
    सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग् भवेत् ॥
  7. माता गुरुतरा भूमेः खात् पितोच्चतरस्तथा ।
    मनः शीघ्रतरं वातात् चिन्ता बहुतरी तृणात् ॥
  8. सार्थः प्रवसतो मित्रं भार्या मित्रं गृहे सतः ।
    आतुरस्य भिषक् मित्रं दानं मित्रं मरिष्यतः ॥
  9. मानं हित्वा प्रियो भवति क्रोधं हित्वा न शोचति ।।
    कामं हित्वार्थवान् भवति लोभं  हित्वा सुखी भवेत् ॥

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