UP Board Class 6 Hindi Model Paper हिन्दी : मंजरी, महान व्यक्तिव

UP Board Class 6 Hindi Model Paper are part of UP Board Class 6 Model Papers. Here we have given UP Board Class 6 Hindi Model Paper.

Board UP Board
Class Class 6
Subject Hindi
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 6 Hindi Model Paper हिन्दी : मंजरी, महान व्यक्तिव

सत्र परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-हिन्दी ( मंजरी, अनिवार्य संस्कृत एवं महान व्यक्तित्व पर आधारित )

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
कवि किसका प्रेमी बनना चाहता है?
उत्तर:
जो समान रूप से मनुष्य की भलाई करने वाला हो।

प्रश्न 2.
जादूगर की माँ और पिता किन परिस्थितियों में थे?
उत्तर:
जादूगर की माँ और पिता पूरी तरह प्रतिकूल परिस्थितियों में थे। माँ बीमार थी तो पिता सत्याग्रह के कारण जेल में बन्द थे।

प्रश्न 3.
कबीर मधुर वाणी की तुलना किससे करता है?
उत्तर:
औषधि से।

प्रश्न 4.
रामप्रसाद बिस्मिल ने अपनी माता की तुलना किससे की हैं?
उत्तर:
मेजिनी की माता से।

प्रश्न 5.
मोइना को पोस्ट मास्टर जी ने कौन-सा नाम दिया?
उत्तर:
क्यों-क्यों लड़की।

प्रश्न 6.
रहीम के अनुसार हमें अपना दुख किसी से क्यों नहीं कहना चाहिए?
उत्तर:
लोग हमारे दुख की कहानी सुनकर हमारा मजाक उड़ाते हैं, इसलिए हमें अपना दुख किसी से नहीं कहना चाहिए।

प्रश्न 7.
‘आप भले तो जगभला’ के लेखक कौन हैं?
उत्तर:
श्रीमन्नारायण

प्रश्न 8.
बिस्मिल की माँ ने पढ़ना-लिखना कैसे सीखा?
उत्तर:
‘बिस्मिल’ की माँ ने घर पर ही सहेलियों की मदद से पढ़ना-लिखना सीखा।

प्रश्न 9.
राहुल के उत्तर से उसके स्वभाव के विषय में क्या पता चलता है?
उत्तर:
राहुल के उत्तर से पता चलता है कि उसका स्वभाव निष्पक्ष, विचारशील और दयाभाव रखने वाला था।

प्रश्न 10.
प्रधानाध्यापकः पुरस्काररूपेण किम् वितरन्ति?
उत्तर:
कन्दुक।

लघु उत्तरीय प्रश्न ।

प्रश्न 11.
नीचे लिखे वाक्य से सम्बन्धित दोहे लिखिए
(i) दुर्बल व्यक्ति को नहीं सताना चाहिए
(ii) परोपकारियों के साथ रहने मात्र से ही परोपकार का पुण्य मिल जाता हैं।
उत्तर:
(i) दुर्बल को…………… वैजाय।
(ii) वे रहीम………को रंग।
किताब से कबीर और रहीम का दोहा ले।

प्रश्न 12.
गाँधी जी ने अपने आश्रम को प्रयोगशाला क्यों कहा?
उत्तर:
गाँधी जी के आश्रम में केवल सैद्धांतिक बाते नहीं होती थी; वहाँ उनका व्यावहारिक प्रयोग भी होता था; जिसमें उनकी अहिंसात्मक प्रवृत्ति बहुत उपयोगी होती थी। यही कारण है कि उन्होंने अपने आश्रम को प्रयोगशाला कहा है।

प्रश्न 13.
वानरः कां हन्तुम् खगेन् प्रहारम् अकरोत्?
उत्तर:
वानर: मक्षिकाम् हन्तुम् खड्गन् प्रहारम् अकरोत्।

प्रश्न 14.
रामराज्य को आदर्श राज्य क्यों कहा गया है?
उत्तर:
रामचंद्र जी ने शासन की उत्तम व्यवस्था की। उन्होंने जनता की सुख-सुविधा का इतना प्रबंध किया कि किसी को कोई कष्ट नहीं था। सब स्वस्थ, सुखी व आनंदपूर्वक जीवन व्यतीत करते थे। इसलिए रामराज्य को आदर्श राज्य कहा गया है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
निम्न दोहों का भावार्थ लिखिए
बुरा जो ……………… न कोय।
जो बड़ेन को ………………… नाहि।
उत्तर:
कबीरदास जी कहते हैं कि में दूसरे लोगों में बुराई देखने चला; परन्तु मुझे कोई बुरा आदमी नहीं मिल सका। जब मैंने अपने दिल में झाँककर देखा; तब मुझे पता चला कि में सबसे बुरा हूँ; क्योंकि मुझमें अनेक अवगुण हैं। आशय यह है कि दूसरों की बुराई देखना ठीक नहीं। अपनी बुराई (दोष) देखकर उसे दूर करना चाहिए।
रहीम जी कहते हैं कि अगर कोई योग्य व्यक्ति की बुराई करता है तो वह अपनी हीनता को ही प्रदर्शित करता है क्योंकि जो वास्तव में अच्छा है वह किसी के कहने भर से बुरा नहीं हो जाएगा। अतः हमें किसी की बुराई नहीं करनी चाहिए।

प्रश्न 16.
दुनिया ……………………….. हितकर होगा। इस कथन की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
प्रसंग – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘आप भले तो जग भला’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक श्रीमन्नारायण हैं। प्रस्तुत गद्यांश में लेखक ने बताया है कि आप दूसरों से जिस प्रकार का व्यवहार करेंगे, दूसरे मनुष्य भी वैसा ही व्यवहार आपके साथ करेंगे।

व्याख्या – लेखक कहता है कि सारा संसार काँच के महल जैसा है। जिस प्रकार, काँच के महल में अपना रूप साफ-साफ दिखाई देता है, उसी प्रकार, हमारी आदत को छाया ही हमें दिखाई देती है। आप अगर खुश हों, तो संसार भी विनम्र भाव और प्रेम से बात करेगा। अगर आप दूसरों को गलतियाँ ही देखते रहेंगे, उन्हें अपना शत्रु समझते रहेंगे, उनकी ओर भौंका करेंगे, तो वे भी आपकी ओर गुस्से से दौड़ेंगे। अँग्रेजी में एक कहावत है कि अगर आप खुश रहेंगे, तो दुनिया भी आपका साथ देने को तैयार रहेगी। यदि आपको गुस्सा करना और रोना हो, तो दुनिया से दूर किसी जंगल में चले जाना ही कल्याणकारी होगा।

प्रश्न 17.
निम्न का संस्कृत में अनुवाद कीजिए
(i) मेरी नाव कागज से बनी है।
(ii) मेरी नाव आगे चली गई।
(iii) छात्रों में खेल प्रतियोगिता हो रही है।
(iv) प्रधानाध्यापक मिठाई बाँटते हैं।
(v) रमेश गाँव जाते हैं।
उत्तर :
(i) पत्रनिर्मिती मम नौका।
(ii) मम नौका अग्ने चलिता।
(iii) छात्राणाम् परस्परम् क्रीडा प्रतियोगिता प्रचलति।
(iv) प्रधानाध्यापक: मिष्ठान्नम् वितरति।
(v) रमेशः ग्रामम् गच्छति।

प्रश्न 18.
भारत के महान खगोलविद् आर्यभट्ट पर अनुच्छेद लिखिए।

अर्द्धवार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-हिन्दी ( मंजरी अनिवार्य संस्कृत एवं महान व्यक्तित्व पर आधारित )

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
लेखक सुदर्शन का वास्तविक नाम क्या था?
उत्तर:
बद्रीनाथ भट्ट।

प्रश्न 2.
“हिन्द महासागर में छोटा-सा हिन्दुस्तान’ किसके लिए कहा गया है?
उत्तर:
मॉरीशस के लिए।

प्रश्न 3.
हामिद के पास कितने पैसे थे?
उत्तर:
तीन पैसे।

प्रश्न 4.
मॉरीशस की राष्ट्रभाषा क्या है?
उत्तर:
अंग्रेजी।

प्रश्न 5.
हामिद ने चिमटा क्यों खरीदा?
उत्तर:
रोटी पकाते समय दादी की अंगुलियाँ जलने से बचाने के लिए हामिद ने चिमटा खरीदा।

प्रश्न 6.
आप भले तो जग भला’ का क्या आशय हैं?
उत्तर:
जो जिसके साथ जैसा व्यवहार करता है, वह बदले में वैसा ही पाता है।

प्रश्न 7.
बाबा भारती से घोड़ा लेने के लिए डाकू खड्गसिंह ने क्या किया?
उत्तर:
डाकू ने लँगडे भिखारी का वेश धारण कर बावा से सहानुभूति ली और घोड़े को छीन लिया।

प्रश्न 8.
बाबा भारती की प्रार्थना से डाकू खड्गसिंह पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
बाबा की बात से डाकू का हृदय पिघला और अन्त में उसने घोड़ा वापस कर दिया।

प्रश्न 9.
मॉरीशस के शिवालय में क्या होता हैं?
उत्तर:
रामचरितमानस का पाठ होता है।

प्रश्न 10.
नृपस्य नासिकायाः उपरि का उपविशत्?
उत्तर:
मक्षिका।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
लेखक ने मॉरीशस को ‘छोटे पैमाने पर भारत’ ही कहा है, क्यों?

प्रश्न 12.
ईय और इक प्रत्यय वाले पाँच-पाँच शब्द लिखिए।
उत्तर:
ईय प्रत्यय वाले शब्द – अकथनीय, अतुलनीय, दर्शनीय, असहनीय च सम्मानीय।
इक प्रत्यय वाले शब्द – सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, वार्षिक व मासिक।

प्रश्न 13.
बाबा भारती ने खड्गसिंह से इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करने के लिए क्यों कहा?

प्रश्न 14.
राजेन्द्र चोल के समय गाँवों की व्यवस्था कैसी थी?

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 

प्रश्न 15.
हामिव महँगे खिलौने न खरीद सकने पर अपने आपको कैसे समझा रहा था?

प्रश्न 16.
“मूर्खसेवकः’ पाठ का अनुवाद कीजिए।

प्रश्न 17.
‘हार की जीत’ पाठ का सारांश लिखिए।

प्रश्न 18.
अमीर खुसरो का परिचय अपने शब्दों में लिखिए।

 

वार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-हिन्दी (मंजरी) एवं अनिवार्य संस्कृत

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
भगत सिंह किस आर्मी के सदस्य थे?
उत्तर:
हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी।

प्रश्न 2.
लोकगीत किन-किन रागों पर आधारित होते हैं?
उत्तर:
ये पीलू, सारंग, दुर्गा, सावन, सोरठ आदि पर।

प्रश्न 3.
बारहमासा किसे कहते हैं?
उत्तर:
चैत्र से लेकर फाल्गुन तक के बारह महीनों का गीत।

प्रश्न 4.
कवि ने खग के माध्यम से मनुष्य को कौन-सा संदेश दिया है?
उत्तर:
जीवनभर क्रियाशील रहने का।

प्रश्न 5.
ज्यौनार क्या है?
उत्तर:
विवाह के समय खाना खाने की रस्म।

प्रश्न 6.
भगत सिंह को किस जुर्म में फाँसी दी गई?
उत्तर:
पुलिस अधीक्षक सांडर्स को गोली मारने तथा अदालत में बम फेंकने के जुर्म में।

प्रश्न 7.
साप्ताहिक धमाका क्यों निकाला गया?
उत्तर:
मोहल्ले में फैले भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए साप्ताहिक धमाका निकाला गया।

प्रश्न 8.
इन्कलाब जिन्दाबाद का नारा किसने दिया?
उत्तर:
भगत सिंह ने।

प्रश्न 9.
लोकगीत कब गाए जाते हैं?
उत्तर:
त्योहारों और विशेष अवसरों पर।

प्रश्न 10.
कस्य भवने बहवः पशवः आसन्?
उत्तर:
राज्ञस्य भवने बहवः पशवः आसन्।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
कैसे लोग जीवन भरी संसार की उपेक्षा और उपहास झेलते हैं?
उत्तर:
कार्य को बिना पूरा किए हुए छोड़कर लौट आने वाले लोग जीवन भर संसार की उपेक्षा और उपहास झेलते हैं।

प्रश्न 12.
पाठ के आधार पर रिक्त स्थानों की पूर्ति करें (पूर्ति करके)।
(क) भोजनान्ते तक्र पिबेत्।
(ख) जीवने दुर्व्यसनं कदापि न कुर्यात्।।
(ग) तमालसेवनं सदा परिहरेत्।
(घ) दुर्जनानां सङ्गम् त्यजेत्।

प्रश्न 13.
सोहर, चैता तथा कजरी कब गाए जाते हैं?
उत्तर:
सोहर विवाह या बच्चे के जन्म आदि अवसर पर गाए जाते हैं। चैता चैत महीने में और कजरी बरसात के महीनों में गाई जाती है।

प्रश्न 14.
लोकगीतों में लोगों की दिलचस्पी कम होने से हमें क्या क्षति हो सकती है?
उत्तर:
लोकगीतों में लोगों की दिलचस्पी कम होने से हम अपनी सभ्यता, संस्कृति और ग्राम्य जीवन की सीधी-सरस शैली से दूर हो जाएँगे।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
डॉ० विश्वेश्वरैया को आधुनिक भारत का भगीरथ क्यों कहा जाता है?

प्रश्न 16.
वर्षर्तुः पाठ का हिन्दी में अनुवाद कीजिए।

प्रश्न 17.
‘साप्ताहिक धमाका’ पाठ का सारांश लिखिए।

प्रश्न 18.
मंगल पाण्डे का जीवन परिचय लिखिए।

We hope the UP Board Class 6 Hindi  Model Paper, help you. If you have any query regarding UP Board Class 6 Hindi Model Paper, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी (रामेश्वर शुक्ल अञ्चल) are part of UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी (रामेश्वर शुक्ल अञ्चल).

Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 11
Subject Samanya Hindi
Chapter Chapter 5
Chapter Name त्यागपथी (रामेश्वर शुक्ल अञ्चल)
Number of Questions 4
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी (रामेश्वर शुक्ल अञ्चल)

उत्तर प्रदेश के आगरा, गोरखपुर, गाजीपुर, बरेली, सुल्तानपुर, जालौन, लखीमपुर, गोंडा, शाहजहाँपुर, फिरोजाबाद, महाराजगंज, बाराबंकी जनपदों के लिए। नवसृजित जनपदों के विद्यार्थी अपने जनपद में निर्धारित खण्डकाव्य के सम्बन्ध में अपने विषय-अध्यापक से जानकारी प्राप्त कर लें।

प्रश्न 1.
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य की कथावस्तु (कथानक) को संक्षेप में अपने शब्दों में लिखिए।
या
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य के प्रथम एवं द्वितीय सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
या
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखिए।
या
‘त्यागपथी’ काव्यग्रन्थ की प्रमुख घटनाओं का क्रमबद्ध उल्लेख कीजिए।
या
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग का सारांश लिखिए।
या
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य के चौथे सर्ग के आधार पर राज्यश्री, हर्षवर्द्धन और दिवाकर मित्र के वार्तालाप का सारांश लिखिए।
या
‘त्यागपथी’ के प्रथम तीन सर्यों के आधार पर सम्राट हर्षवर्द्धन के जीवन की कहानी लिखिए।
या
‘त्यागपथी’ के पंचम (अन्तिम) सर्ग की कथा अपनी भाषा में लिखिए। ‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य में पंचग सर्ग में वर्णित घटनाओं को अपने शब्दों में लिखिए।
या
आपको ‘त्यागपथी’ का कौन-सा सर्ग रुचिकर प्रतीत होता है और क्यों ? उस सर्ग का कथानक अपनी भाषा में लिखिए।
या
‘त्योगपथी’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग का सारांश लिखिए।
या
‘त्यागेपथी’ खण्डकाव्य के पंचम संर्ग’ की कथावस्तु का उल्लेख कीजिए।
या
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य के द्वितीय संर्ग’ की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
या
‘त्यागपथी’ में वर्णित भारत की राजनीतिक उथल-पुथल का वर्णन कीजिए।
[ संकेत : प्रथम, द्वितीय व तृतीय सर्ग का सारांश संक्षेप में लिखें। ]

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-1

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-2

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-3

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-4

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-5

प्रश्न 2.
‘त्यागपथी’ के प्रमुख पात्रों का परिचय देते हुए बताइए कि आपकी कौन-सा पात्र सर्वाधिक प्रभावित करता है और क्यों ?
उत्तर
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य में प्रभाकरवर्द्धन तथा उनकी पत्नी यशोमती, उनके दो पुत्र (राज्यवर्द्धन और हर्षवर्द्धन), एक पुत्री (राज्यश्री), कन्नौज, मालव, गौड़ प्रदेश के राजाओं के अतिरिक्त आचार्य दिवाकर, सेनापति भण्ड आदि अनेक पात्र हैं। खण्डकाव्य का नायक हर्षवर्द्धन है तथा काव्य की नायिका होने का गौरव उसकी बहन राज्यश्री को प्राप्त हुआ है। इन सभी पात्रों में मुझे हर्षवर्द्धन का चरित्र सबसे अधिक प्रभावित करता है; क्योंकि वह एक आदर्श भाई एवं पुत्र; देश-प्रेमी, अजेय-योद्धा, श्रेष्ठ शासक, महान् त्यागी, धर्मपरायण और महादानी है।

प्रश्न 3.
‘त्यागपथी’ के नायक अथवा प्रमुख पात्र (हर्षवर्द्धन) का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘त्यागपथी’ काव्य के आधार पर हर्षवर्द्धन की चारित्रिक विशेषताएँ बताइट। ”
या
‘त्यागपथी के हर्षवर्द्धन का चरित्र देशप्रेम. का प्रखरतम (आदर्श) उदाहरण है।”
या
उपयुक्त उदाहरण देते हुए इस कथन को प्रमाणित कीजिए।
या
“‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य में सम्राट् हर्षवर्द्धन का चरित्र ही केन्द्र है और उसी के चारों ओर कथानक का चक्र घूमता है।” इस कथन की समीक्षा कीजिए।
या
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य के नाम को ध्यान में रखकर हर्षवर्द्धन का चरित्रांकन कीजिए। हर्षवर्द्धन का चरित्र, आचरण का संवाहक है। सिद्ध कीजिए।
या
“‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य में हर्ष एक इतिहास पुरुष के रूप में चित्रित है।” इस उक्ति के आलोक में हर्ष का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘त्यागेपथी के हर्षवर्द्धन का चरित्र आज के युवकों पर कितना प्रभावकारी है ?
या
“हर्ष ऐक सच्चा त्यागपथी था।” उक्ति के आधार पर हर्ष का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
“शौर्य था साकार नृप में अवतरित था ज्ञाना” कथन के आधार पर ‘त्यागपथी’ के हर्षवर्द्धन के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-6

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-7

बड़े भाई राज्यवर्द्धन के प्रति भी उनका अपार प्रेम है-

बाहर चले जब राज्यवर्द्धन हर्ष पीछे चल पड़े।
ज्यों वन-गमन में राम के पीछे चले लक्ष्मण अड़े ॥

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-8

शान्ति शुभता का व्रती था हर्ष का शासन ।
था लिया जिसने प्रजा-हित राजसिंहासन ॥
थी सकल साम्राज्य में सुख श्री उमड़ आयी।
थी चतुर्दिक न्याय समता की विभा छायी ॥

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-9

दिये सम्राट् ने निज वस्त्रे आभूषण वहाँ पर ।
बहिन से भीख में माँग वसन पहिना वहाँ पर ॥

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-10

मैं स्वयं जाऊँगा बहिन को ढूंढने वन प्रान्त में,
पाए बिना उसको न क्षण भर हो सकेंगा शान्त मैं।

भाई की छल से की गयी हत्या का समाचार सुनकर उन्होंने जो प्रतिज्ञा की थी, उससे उनके दृढ़निश्चय का पता चलता है-

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-11

प्रश्न 4.
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य के आधार पर राज्यश्री का,चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘त्यागपथी’ के प्रमुख नारी-पात्र राज्यश्री की चारित्रिक विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
या
‘त्यागपथी’ में निरूपित राज्यश्री की चारित्रिक छवि पर सोदाहरण प्रकाश डालिए।
या
“‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य में राज्यश्री एक श्रेष्ठ नारी पात्र है।” स्पष्ट कीजिए।

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-12

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-13

काँगी साथ उनके मैं हमेशा राष्ट्र-साधन ।
अहिंसा नीति का होगा सभी विधिपूर्ण पालन ॥
X                          X                                 X

प्रजा के हित समर्पित है व्रती जीवन तुम्हारा ।
सभी का हित सभी का सुख, तुम्हें दिन-रात प्यारा ॥

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-14

लुटाती थी बेहन भी पास का सबै तीर्थस्थल में,
पहिन दो वस्त्र केवल दीपती थी छवि विमल में ।।

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी img-15

We hope the UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी (रामेश्वर शुक्ल अञ्चल) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 5 त्यागपथी (रामेश्वर शुक्ल अञ्चल), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण) are the part of UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit. Here we have given UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण).

Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 9
Subject Sanskrit
Chapter Chapter 5
Chapter Name समास-प्रकरण (व्याकरण)
Number of Questions Solved 36
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

समास का अर्थ है-संक्षेप। दो या दो से अधिक पदों को इंसे प्रकार मिलाना कि उनके आकार में कमी आ जाये और अर्थ भी पूरा-पूरा निकल आये, को समास कहते हैं; जैसे-नराणां पतिः = नरपतिः। यहाँ पर ‘नराणां पति:’ का वही अर्थ है, जो ‘नरपति:’ का है, किन्तु ‘नरपतिः’ आकार में छोटा हो गया है। समास किये गये पदों को ‘सामासिक पद’ या ‘समस्त पद’ कहते हैं। सामासिक पदों को अलग-अलग करने की विधि को ‘समास-विग्रह’ कहते हैं। उपर्युल्लिखित नरपतिः’ समस्त पद या सामासिक पद है तथा नराणां पति:’ उसका विग्रह है।

यह ध्यान रखना चाहिए कि समस्त पद दो या अधिक पदों से मिलकर बनते हैं, उपसर्ग या प्रत्ययों के योग से नहीं। समास में कम-से-कम दो पदों का होना आवश्यक है। समास के निम्नलिखित छः भेद होते हैं

(1) अव्ययीभाव समास,
(2) तत्पुरुष समास,
(3) कर्मधारय समास,
(4) द्विगु समास,
(5) बहुब्रीहि समास तथा
(6) द्वन्द्व समास।

समास के उपर्युक्त छ: प्रकारों को स्मरण रखने के लिए निम्नलिखित श्लोक को कण्ठस्थ करें

द्वन्द्वो द्विगुरपि चाहूं मद्गेहे नित्यमव्ययीभावः।
तत्पुरुष कर्मधारय येनाहं स्यां बहुब्रीहिः॥

विशेष- नवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में केवल तत्पुरुष, द्वन्द्व और कर्मधारय समास ही निर्धारित हैं, किन्तु भाषा-बोध व एक-दूसरे से सम्बद्धता की दृष्टि से सभी समासों को यहाँ दिया जा रहा है। समासों का यह सम्पूर्ण अध्ययन छात्रों को अगली कक्षाओं में अध्ययन करते समय भी सहायक होगा।

UP Board Solutions

अव्ययीभाव समास

सूत्र-‘पूर्वपदप्रधानः अव्ययीभावः
जिस समास में पहला पद प्रधान होता है और सम्पूर्ण शब्द क्रिया-विशेषण होकर अव्यय की भाँति प्रयुक्त होता है, वह अव्ययीभाव समास होता है; येथा—उपकूलम् = कुलस्य समीपम् (किनारे के समीप)। इसमें प्रथम पद प्रायः अव्यय और द्वितीय पद कोई संज्ञा शब्द होता है। समस्त पद अव्यय होता है और नपुंसकलिंग एकवचन के तुल्य प्रयुक्त होता है। इस समास में समस्त पद का विग्रह करते समय समस्त पद में प्रयुक्त व्यय के अर्थ का ही प्रयोग किया जाता है; यथा-उपर्युक्त उदाहरण में विग्रह में ‘उप’ का अर्थ ‘समीप ही प्रयुक्त हुआ है। उदाहरण–
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

अव्ययं विभक्तिसमीपसमृद्धिव्यूद्ध्यर्थाभावात्ययासम्प्रतिशब्दप्रादुर्भावपश्चात् यथाऽनुपूर्व्ययौगपद्यसादृश्यसम्पत्तिसाकल्याऽन्तवचनेषु।” के अनुसार अव्ययीभाव समास निम्नलिखित अर्थों में होता है
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

तत्पुरुष समास

सूत्र- ‘उत्तरपदार्थप्रधानः तत्पुरुषः जिस समास में उत्तर पद के अर्थ की प्रधानता हो, उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। वाक्य-प्रयोग में लिंग, विभक्ति तथा वचन का प्रयोग भी उत्तर पद के अनुसार ही होता है। तत्पुरुष समास का विग्रह करने पर पूर्व पद में द्वितीया आदि विभक्तियाँ होती हैं-समास करने पर पूर्व पद की विभक्तियों को लोप हो जाता है; जैसे—देवानां मन्दिरम् = ‘देवमन्दिरम्’, इसमें ‘मन्दिरम्’ (उत्तर पद) प्रधान है। समास करने पर देवानां की षष्ठी विभक्ति का लोप हो जाता है।

तत्पुरुष समास के भेद-पूर्व पद की विभक्ति के लोप के आधार पर तत्पुरुष के छः भेद होते।

(1) द्वितीया तत्पुरुष- इसमें पूर्व पद द्वितीया विभक्ति का होता है और समास करने पर द्वितीया विभक्ति का लोप हो जाता है। उदाहरण–
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 5

(2) तृतीया तत्पुरुष- 
इस समास में पूर्व पद तृतीया विभक्ति का होता है और समास करने पर तृतीया विभक्ति का लोप हो जाता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

(3) चतुर्थी तत्पुरुष- जहाँ पूर्व पद चतुर्थी विभक्ति का होता है और समास करने पर चतुर्थी विभक्ति का लोप हो जाता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

(4) पञ्चमी तत्पुरुष- जहाँ पूर्व पद पञ्चमी विभक्ति का होता है और समास करने पर पञ्चमी विभक्ति का लोप हो जाता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

(5) षष्ठी तत्पुरुष- इसमें पूर्व पद षष्ठी विभक्ति का होता है और समास करने पर षष्ठी विभक्ति | का लोप हो जाता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

(6) सप्तमी तत्पुरुष- इसमें पूर्वपद सप्तमी विभक्ति का होता है और समास करने पर सप्तमी विभक्ति का लोप हो जाता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

कर्मधारय समास

सूत्र- ‘विशेषणं विशेष्येण बहुलम्।यह तत्पुरुष समास का उपभेद है। इसका पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य होता है। विग्रह करते समय विशेष्य के लिंग, विभक्ति और वचन ही विशेषण में भी प्रयुक्त होते हैं। विशेष्य के लिंग, विभक्ति और वचन के अनुसार ही तत्, एतत् तथा इदम् के रूपों का प्रयोग होता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 14

द्विगु समास

जब कर्मधारय समास का पूर्व पद संख्यावाचक होता है तो वह द्विगु समास कहलाता है; जैसे–त्रिभुवनम्। यहाँ पर ‘त्रि’ शब्द संख्यावाचक है। इस समास का विग्रह करते समय अन्त में ‘समाहारः’ शब्द जोड़ते हैं और प्रायः षष्ठी विभक्ति का प्रयोग करते हैं। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

बहुव्रीहि समास

सूत्र-‘अनेकमन्य पदार्थे।’
जहाँ पर अनेक पद होते हैं, परन्तु वे किसी अन्य पद के विशेषण होते हैं। इसमें अन्य पद के अर्थ की प्रधानता होती है। जिस समास में न तो पूर्व पद प्रधान होता है और न उत्तर पद, अपितु ये पद अपना स्वतन्त्र अर्थ न देकर अन्य पद के लिए विशेषण का कार्य करते हैं, वहाँ बहुव्रीहि समास होता है। इसमें विग्रह करते समय यत्’ शब्द के रूपों (यस्य, येन, यस्मै आदि) का प्रयोग किया जाता है; जैसे-पीताम्बर:-पीतम् अम्बरं यस्य सः (कृष्ण:)। यहाँ पर पीत और अम्बर पदों की प्रधानता न होकर ‘कृष्णः’ पद की प्रधानता है और समस्त पद ‘कृष्ण:’ का विशेषण है। | बहुव्रीहि समास के चार भेद होते हैं–
(क) समानाधिकरण बहुव्रीहि,
(ख) व्यधिकरण बहुव्रीहि,
(ग) तुल्ययोग बहुव्रीहि,
(घ) व्यतिहार बहुव्रीहि।

UP Board Solutions

(क) समानाधिकरण बहुव्रीहि- जिस समास के दोनों या अधिक पदों में समान विभक्ति हो, उसे समानाधिकरण बहुव्रीहि कहते हैं। इसका विग्रह करते समय ‘यत्’ शब्द के द्वितीय, तृतीया आदि विभक्ति के रूपों का प्रयोग होता है और समस्त पद विशेषण का कार्य करता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 18

द्वन्द्व समास

सूत्र- ‘चार्थे द्वन्द्वः।उभयपदप्रधानो द्वन्द्वः।’ जिस समास में दो या अधिक पद जुड़े हुए हों और सभी पद प्रधान हों, वह द्वन्द्व समास कहलाता है। इसमें ‘च’ का अर्थ छिपा रहता है। विग्रह करते समय प्रत्येक पद के बाद ‘च’ लगाया जाता है। यह समासु तीन प्रकार का होता है-
(क) इतरेतर,
(ख) समाहार,
(ग) एकशेष।

(क) इतरेतर द्वन्द्व- इस समास में दो या अधिक पदों का योग होता है। दो पदों के लिए द्विवचन और अधिक पदों के लिए बहुवचन का प्रयोग होता है। लिंग अन्तिम पद के समान प्रयोग किया जाता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

(ख) समाहार द्वन्द्व- जिस समास में अनेक पदों के समूह (समाहार) का बोध होता है, उसे समाहार द्वन्द्व कहते हैं। इसमें समास करते समय नपुंसकलिंग एकवचन का प्रयोग होता है। प्राणी, वाद्य, सेना और शरीर के अंगों, स्वाभाविक वैर रखने वाले प्राणियों में यह समास होता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

(ग) एकशेष द्वन्द्व- जिस सामासिक पद में समान रूप से प्रयुक्त होने वाले शब्दों (पदों) में से केवल एक पद शेष रह जाता है और अपने भाव को विभक्ति व वचन के अनुसार प्रकट करता है, वहाँ एकशेष द्वन्द्व समास होता है। उदाहरण
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

लघु उतरिय प्रश्ननोतर संस्कृत व्याकरण से

तत्पुरुष समास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित पदों में समास-विग्रह करते हुए समास का नाम बताइए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

प्रश्न 2.
निम्नलिखित वाक्यों का हिन्दी में अनुवाद कीजिए—
उपगृहं भवतो मम मन्दिरम्। संसारे सर्वे सङ्कटापन्नाः। ज्ञाने पापं न भवति। योगी निर्जनं वनमगात्। कोलाहलं नगरे न तु कानने।
उत्तर:
आपके घर के निकट मेरा घर है। संसार में सभी संकटों से घिरे हुए हैं। ज्ञान होने पर पाप नहीं होता है। योगी निर्जन वन को गया। कोलाहल (शोर) नगर में होता है न कि वन में।

UP Board Solutions

प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों में समास कीजिए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

कर्मधारय समास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित पदों में विग्रह करते हुए समास बताइए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

प्रश्न 2.
निम्नलिखित पदों में समास कीजिए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

द्विगु समास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में विग्रह निर्देश करते हुए समास बताइए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

नञ् तत्पुरुष

प्रश्न 1.
निम्नलिखित पदों में विग्रह करते हुए समास का नाम बताइए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

प्रश्न 2.
निम्नलिखित पदों में समास कीजिए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

द्वन्द्व समास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित पदों में विग्रह बतलाते हुए समास बताइए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 30
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

इतरेतर द्वन्द्व

प्रश्न 2.
निम्नलिखित पदों में समास कीजिए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

बहुव्रीहि समास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों में विग्रहसहित समास बताइए
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण)

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

अधोलिखित प्रश्नों में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर रूप में चार विकल्प दिये गये हैं। इनमें से एक विकल्प शुद्ध है। शुद्ध विकल्प का चयन कर अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखिए
प्रश्न 1.
समास से क्या भाव व्यक्त होता है?
(क) पदों के मेल का
(ख) पदों के संक्षिप्तीकरण का
(ग) पदों का विस्तारीकरण का
(घ) पदों के दीर्धीकरण का

UP Board Solutions

प्रश्न 2.
समास के कुल कितने भेद होते हैं?
(क) छः
(ख) पाँच
(ग) तीन
(घ) चार

प्रश्न 3.
उत्तरपद की प्रधानता और पूर्वपद की विभक्ति के लोप वाला समास कहलाता है
(क) तत्पुरुष
(ख) कर्मधारय
(ग) बहुव्रीहि
(घ) द्विगु

प्रश्न 4.
विभक्ति लोप के अनुसार तत्पुरुष समास के कितने भेद होते हैं?
(क) आठ
(ख) सात
(ग) पाँच
(ग) पाँच
(घ) छः

प्रश्न 5.
‘शरणागतः’ का समास-विग्रह क्या होगा?
(क) शरणाय आगतः
(ख) शरणे आगतः
(ग) शरणम् आगतः।
(घ) शरणेषु आगतः

प्रश्न 6.
‘चौरभयम्’ में तत्पुरुष समास का कौन-सा भेद है?
(क) द्वितीया तत्पुरुष
(ख) चतुर्थी तत्पुरुष’
(ग) पञ्चमी तत्पुरुष
(घ) सप्तमी तत्पुरुष

प्रश्न 7.
‘न्यायनिपुणः’ में तत्पुरुष समास का कौन-सा भेद है?
(क) द्वितीया तत्पुरुष
(ख) चतुर्थी तत्पुरुष
(ग) पञ्चमी तत्पुरुष,
(घ) सप्तमी तत्पुरुष

UP Board Solutions

प्रश्न 8.
जब समस्त पद में पूर्व पद नकारात्मक भाव व्यक्त करता है, तब कौन-सा समास होता है?
(क) कर्मधारय
(ख) अलुक् तत्पुरुष
(ग) नञ् तत्पुरुष
(घ) उपपद तत्पुरुष

प्रश्न 9.
‘दिवंगतः’ का समास-विग्रह क्या होगा?
(क) दिवाय गतः
(ख) दिवसात् गतः
(ग) दिव: गतः
(घ) दिवं गतः

प्रश्न 10.
जब समस्त पद के प्रथम पद की विभक्ति का लोप नहीं होता, तब कौन-सा समास होता है?
(क) नञ् तत्पुरुष
(ख) अलुक् तत्पुरुष
(ग) तृतीया तत्पुरुष
(घ) उपपद तत्पुरुष

प्रश्न 11.
उपपद तत्पुरुष समास में होता है
(क) सम्बोधन का लोप
(ख) समस्त पदों में उपपद क्रिया का प्रयोग
(ग) पूर्वपद की विभक्ति का लोप नहीं
(घ) प्रथम पद नकारात्मक

प्रश्न 12.
‘धनहीनः’ में तत्पुरुष समास का कौन-सा भेद है?
(क) तृतीया तत्पुरुष
(ख) चतुर्थी तत्पुरुष
(ग) पञ्चमी तत्पुरुष,
(घ) षष्ठी तत्पुरुष

प्रश्न 13.
‘भूतबलिः’ का समास-विग्रह होगा
(क) भूतेभ्यः बलिः
(ख) भूतात् बलिः
(ग) भूतं बलिः
(घ) भूतेन बलिः

प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से कौन पञ्चमी तत्पुरुष का उदाहरण नहीं है?
(क) धर्मभ्रष्टः
(ख) सर्पभीतः
(ग) रक्षापुरुषः
(घ) दूरादागत:

प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से कौन षष्ठी तत्पुरुष का उदाहरण है?
(क) दु:खमुक्तः
(ख) स्वर्गस्य फलम्
(ग) पुत्रहितम्
(घ) धनहीनः

प्रश्न 16.
‘विद्यायाम् कुशलः’ में समास करने पर समस्त पद बनेगा? ।
(क) विद्यकुशलः
(ख) विद्याकुशलः
(ग) विद्यां कुशलः
(घ) विद्याकुशलः

UP Board Solutions

प्रश्न 17.
जब समस्त पद के दोनों पदों में विशेषण-विशेष्य का सम्बन्ध पाया जाता है, तब कौन-सा ‘ समास होता है?
(क) तत्पुरुष
(ख) अव्ययीभाव
(ग) बहुव्रीहि
(घ) कर्मधारय

प्रश्न 18.
‘कमलकोमलम्’ का समास-विग्रह होगा–
(क) कमलं कोमलम्
(ख) कमलस्य कोमलम्
(ग) कमलम् इव कोमलम्
(घ) कमलाय कोमलम्

प्रश्न 19.
‘नर इव सिंहः’ में समास करने पर समस्त पद क्या बनेगा?
(क) नरसिंहः,
(ख) नरिवसिंह
(ग) नरेवसिंह
(घ) नरैवसिंहः

प्रश्न 20.
जिस समास में दोनों पद प्रधान होते हैं और विग्रह करने पर दोनों के मध्य ‘च’ जुड़ जाता है, वह कौन-सा समास है?
(क) द्वन्द्व
(ख) अव्ययीभाव।
(ग) द्विगु
(घ) बहुव्रीहि

प्रश्न 21.
द्वन्द्व समास के कुल कितने भेद हैं?
(क) पाँच
(ख) चार
(ग) तीन
(घ) दो

प्रश्न 22.
‘पितरौ’ किस समास का उदाहरण है?
(क) इतरेतर द्वन्द्व का
(ख) एकशेष द्वन्द्व का
(ग) समाहारे द्वन्द्व का
(घ) द्विगु का

प्रश्न 23.
‘शास्त्रप्रवीणः का विग्रह और समास का नाम होगा–
(क) शास्त्रेषु प्रवीणः, सप्तमी तत्पुरुष
(ख) शास्त्राणाम् प्रवीणः, षष्ठी तत्पुरुष
(ग) शास्त्राय प्रवीणः, चतुर्थी तत्पुरुष
(घ) शास्त्रे प्रवीणः, सप्तमी तत्पुरुष

प्रश्न 24.
सुन्दर और कुत्सित अर्थों में ‘सु’ और ‘कु’ का प्रयोग किस समास में होता है?
(क) षष्ठी तत्पुरुष,
(ख) कर्मधारय
(ग) अव्ययीभाव
(घ) बहुव्रीहि

UP Board Solutions

प्रश्न 25.
जिसे समास में अनेक पदों के समूह का बोध होता है, उसे कहते हैं
(क) समाहार द्वन्द्व
(ख) इतरेतर द्वन्द्व
(ग) द्विगु
(घ) एकशेष द्वन्द्व

उत्तर:
1. (ख) पदों के संक्षिप्तीकरण का, 2. (क) छः, 3. (क) तत्पुरुष, 4. (घ) छः, 5. (ग) शरणम् आगतः, 6. (ग) पञ्चमी तत्पुरुष, 7. (घ) सप्तमी तत्पुरुष, 8. (ग) नञ् तत्पुरुष, 9. (घ) दिवं गतः, 10. (ख) अलुक् तत्पुरुष, 11. (ख) समस्त पद में उपपद क्रिया का प्रयोग, 12. (क) तृतीया तत्पुरुष, 13. (क) भूतेभ्यः बलिः, 14. (ग) रक्षापुरुषः, 15. (ख) स्वर्गस्य फलम्, 16. (ख) विद्याकुशलः, 17. (घ) कर्मधारय, 18. (ग) कमलम् इव कोमलम्, 19. (क) नरसिंहः, 20. (क) द्वन्द्व, 21. (ग) तीन, 22. (ख) एकशेष द्वन्द्व का, 23. (क) शास्त्रेषु प्रवीणः, सप्तमी तत्पुरुष, 24. (ख) कर्मधारय, 25. (क) समाहार द्वन्द्व।

We hope the UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 9 Sanskrit Chapter 5 समास-प्रकरण (व्याकरण), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Class 12 Economics Model Papers Paper 3

UP Board Class 12 Economics Model Papers Paper 3 are part of UP Board Class 12 Economics Model Papers. Here we have given UP Board Class 12 Economics Model Papers Paper 3.

Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject  Economics
Model Paper Paper 3
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 12 Economics Model Papers Paper 3

समय: 3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णांक : 100

निर्देश

प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।

नोट

  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • प्रश्न संख्या 1 से 12 तक बहुविकल्पीय प्रश्न हैं, जिनका केवल सही उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है, प्रश्नपंख्या 13 से 16 तक अतिलघु उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनका उत्तर प्रत्येक लगभग 25 शब्दों में लिखना है, प्रश्न संख्या 17 से 22 तक लघु उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनका उत्तर प्रत्येक लगभग 50 शब्दों में लिखना है तथा प्रश्न संख्या 23 से 28 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनका उत्तर प्रत्येकलगभग 150 शब्दों में लिखना है।
  • प्रत्येक प्रश्न के निर्धारित अंक उसके सम्मुख अंकित हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से कौन-सी अपूर्ण प्रतियोगिता की विशेषता है? [1]
(a) वस्तु-विभेद
(b) बाजार का पूर्ण ज्ञान
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 2.
‘ब्याज का तरलता पसन्दगी सिद्धान्त’ किसने प्रतिपादित किया? [1]
(a) हिक्स
(b) कीन्स
(c) फिशर
(d) शुम्पीटर

प्रश्न 3.
वितरण निम्नलिखित में से किससे सम्बन्धित है? [1]
(a) वस्तुओं के उत्पादन से
(b) संयुक्त उत्पादन के साधनों में बँटवारे से
(c) वस्तुओं के उपभोग से
(d) वस्तुओं के कीमत निर्धारण से.

प्रश्न 4.
निम्न में से कौन-से कर को किसी अन्य को हस्तान्तरित नहीं किया जा सकता है? [1]
(a) उत्पादन शुल्क।
(b) व्यापार कर
(C) केन्द्रीय बिक्री कर
(d) आयकर

प्रश्न 5.
सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) है। [1]
(a) सकल घरेलू उत्पाद (GDP) + विदेशों से प्राप्त शुद्ध राष्ट्रीय आय
(b) शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद (NNP) + मूल्य ह्रास
(C) राष्ट्रीय आय + अप्रत्यक्ष कर – अनुदान + मूल्य ह्रास
(d) उपरोक्त सभी

प्रश्न 6.
“मौद्रिक मजदूरी वह वास्तविक मजदूरी है, जो रुपयों में दी जाती है।” परिभाषा दी है। [1]
(a) प्रो. सैलिगमैन
(b) बाटलीबॉय
(C) प्रो. बेन्हम
(d) प्रो. मार्शल

प्रश्न 7.
भारत में नोटों के निर्गमन पर किस बैंक का एकाधिकार है? [1]
(a) भारतीय रिज़र्व बैंक
(b) भारतीय स्टेट बैंक
(C) बैंक ऑफ इण्डिया
(d) सेण्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया

प्रश्न 8.
भारत की ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना कब प्रारम्भ की गई? [1]
(a) 1 अप्रैल, 2010
(b) 1 अप्रैल, 2009
(C) 1 अप्रैल, 2008
(d) 1 अप्रैल, 2007

प्रश्न 9.
इण्टरनेट का प्रयोग सर्वप्रथम कहाँ हुआ था? [1]
(a) रूस के खुफिया विभाग में
(b) फ्रांस के पुलिस विभाग में
(C) भारत के पुलिस विभाग में
(d) अमेरिका के रक्षा अनुसन्धान विभाग में

प्रश्न 10.
निम्नलिखित में से किन दो वर्षों के दौरान भारत का विदेशी व्यापार शेष अनुकूल था? [1]
(a) 1972-73, 1976-77
(b) 1972-73, 1973-74
(C) 1975-76, 1977-78
(d) 1975-76, 1976-77

प्रश्न 11.
शोधकर्ता (अनुसन्धानकर्ता) द्वारा स्वयं एकत्रित किए गए आँकड़ों को कहते हैं। [1]
(a) प्राथमिक आँकड़े
(b) द्वितीयक आँकड़े
(c) तृतीयक आँकड़े
(d) ये सभी

प्रश्न 12.
तोरण (ओजाइव) वक्र का दूसरा नाम है। [1]
(a) आवृत्ति वक्र
(b) आवृत्ति बहुभुज
(C) संचयी आवृत्ति वक्र
(d) लॉरेन्ज वक्र

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 13.
किन्हीं दो नगरीय स्थानीय निकायों को समझाइए। [4]

प्रश्न 14.
राजस्व की विषय-सामग्री का विवरण दीजिए। [4]

प्रश्न 15.
जनसंख्या घनत्व से क्या आशय है? [4]

प्रश्न 16.
सूचकांक की सीमाएँ बताइए। [4]

लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 17.
मौद्रिक लागत व वास्तविक लागत में अन्तर स्पष्ट कीजिए। [5]

प्रश्न 18.
लगान के कोई दो प्रकार बताइए। [5]

प्रश्न 19.
सार्वजनिक आय के साधनों को लिखिए। [5]

प्रश्न 20.
सामाजिक वानिकी का क्या महत्त्व है? [5]

प्रश्न 21.
भारत में दूरसंचार व्यवस्था पर संक्षिप्त लेख लिखिए। [5]

प्रश्न 22.
भारत के भुगतान सन्तुलन के असन्तुलन को दूर करने के उपायों की | चर्चा कीजिए। [5]

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 23.
सीमान्त आय व औसत आय से क्या आशय है? इनमें सम्बन्ध को स्पष्ट कीजिए। [7]
अथवा
अपूर्ण प्रतियोगिता के अन्तर्गत अल्पकाल एवं दीर्घकाल में मूल्य निर्धारण किस प्रकार होता है? सचित्र समझाइए एवं इसकी विशेषताएँ भी बताइए। [7]

प्रश्न 24.
मजदूरी निर्धारण : माँग तथा पूर्ति सन्तुलन की सचित्र व्याख्या कीजिए। [7]
अथवा
वास्तविक मजदूरी को निर्धारित करने वाले तत्वों की व्याख्या कीजिए। [7]

प्रश्न 25.
केन्द्र सरकार द्वारा लगाए जाने वाले प्रमुख करों का वर्णनकीजिए। [7]
अथवा
राष्ट्रीय आय से आप क्या समझते हैं? सकल घरेलू उत्पाद, सकल राष्ट्रीय उत्पाद, शुद्ध घरेलू उत्पाद तथा शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद की अवधारणाओं की व्याख्या कीजिए। [7]

प्रश्न 26.
जनसंख्या वृद्धि के आर्थिक विकास पर होने वाले प्रभाव को समझाइए। [7]
अथवा
रिज़र्व बैंक ऑफ इण्डिया के कार्यों का वर्णन कीजिए। [7]

प्रश्न 27.
ग्रामीण विकास क्या है? इसके घटकों की चर्चा कीजिए। [7]
अथवा
निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए। [7]
(i) ई-कॉमर्स
(ii) इण्टरनेट

प्रश्न 28.
निम्नलिखित समंकों से माध्यिका ज्ञात कीजिए। [7]

प्राप्तांक 0-10 10-20 20-30 30-40 40-50 50-60 60-70 70-80
विद्यार्थियों की संख्था 5 8 7 12 28 20 10 10

अथवा
अथवा निम्न समंकों से समान्तर माध्य की गणना कीजिए। [7]

अंक 0-10 10-20 20-30 30-40 40-50 50-60 60-70
आवृति 7 10 15 20 25 12 10

Answers

उतर 1.
(a)
उतर 2.
(b)

उतर 3.
(b)

उतर 4.
(d)

उतर 5.
(a)

उतर 6.
(a)

उतर 7.
(a)

उतर 8.
(d)

उतर 9.
(d)

उतर 10.
(a)

उतर 11.
(a)

उतर 12.
(c)

उतर 28.
माध्यिका (M) = 46.43
अथवा
समान्तर माध्य (X) = 37.32

We hope the UP Board Class 12 Economics Model Papers Paper 3 will help you. If you have any query regarding UP Board Class 12 Economics Model Papers Paper 3, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त (गुलाब खण्डेलवाल) are part of UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त (गुलाब खण्डेलवाल).

Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 11
Subject Samanya Hindi
Chapter Chapter 4
Chapter Name आलोकवृत्त (गुलाब खण्डेलवाल)
Number of Questions 3
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त (गुलाब खण्डेलवाल)

उत्तर प्रदेश के सहारनपर अलगढ़ इलाहाबाद, फरूखाबाद, मैनपुरी, सातापुर, जनपदों के लिए। नवसृजित जनपदों के विद्यार्थी अपने जनपद में निर्धारित खण्डकाव्य के सम्बन्ध में अपने विषय-अध्यापक से जानकारी प्राप्त कर लें।

प्रश्न 1.
‘आलोकवृत्त’ की कथावस्तु (कथानक अथवा सारांश) पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ के आधार पर द्वितीय सर्ग की कथावस्तु का निरूपण कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ के आधार पर सन् 1942 ई० की जनक्रान्ति पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ काव्य में वर्णित स्वतन्त्रता-प्राप्ति की प्रमुख घटनाओं का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के आधार पर चतुर्थ सर्ग का सारांश लिखिए।
या
‘आलोकवृत्त’ के आधार पर गाँधी जी के अफ्रीका-प्रवास के जीवन पर प्रकाश डालिए।
या
” ‘आलोकवृत्त’ काव्य भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम का संक्षिप्त इतिहास है।” विवेचन कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के सप्तम सर्ग में कथित ‘भारत छोड़ो आन्दोलन पर प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के सप्तम सर्ग’ के कथानक पर प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ के दूसरे एवं तीसरे सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के पंचम सर्ग के आधार पर ‘असहयोग आन्दोलन’ की भूमिका पर सोदाहरण प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के अन्तर्गत प्रथम तथा द्वितीय सर्ग में वर्णित घटनाओं का उल्लेख कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के षष्ठ सर्ग में वर्णित नमक सत्याग्रह के सन्दर्भ में गाँधी जी की दांडी यात्रा का वर्णन कीजिए। ।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के सप्तम सर्ग में निरूपित सन् 1942 ई0 की जनक्रान्ति का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ के अष्टम सर्ग की कथावस्तु प्रस्तुत कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ के अन्तिम सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-1

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-2

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-3

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-4

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-5

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-6

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-7

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-8

प्रश्न 2.
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के आधार पर गाँधी जी की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के नायक (प्रमुख पात्र) गाँधी जी का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के नायक की विशेषताएँ लिखिए। ‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के आधार पर महात्मा गाँधी के जीवन व राष्ट्रीय आदर्शों पर प्रकाश डालिए। ”
या
‘आलोकवृत्त’ में गाँधी जी का कृतित्व ही नहीं उनका जीवन-दर्शन और चिन्तन भी अभिव्यक्त हुआ है।” इस कथन की सार्थकता प्रमाणित कीजिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के आधार पर गाँधी जी के व्यक्तित्व की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-9

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-10

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-11

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त img-12
प्रश्न 3.
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य की रचना के उद्देश्य (शिक्षा-संदेश) पर प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य के नामकरण की सार्थकता को स्पष्ट करते हुए इसके उद्देश्य पर प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य की रचना के उद्देश्य (सन्देश प्रतिपाद्य) पर प्रकाश डालिए।
या
‘आलोकवृत्त’ में निसूचित जीवन के प्रमुख मूल्यों को अपने शब्दों में व्यक्त कीजिए।
उत्तर
‘आलोकवृत्त’ खण्डकाव्य नामकरण (शीर्षक) की सार्थकता—कवि गुलाब खण्डेलवाल ने ‘आलोकवृत्ते में महात्मा गाँधी के सदाचार एवं मानवता के गुणों से प्रकाशित व्यक्तित्व को चित्रित किया है। इस खण्डकाव्य का विषय उद्देश्य एवं मूलभाव यही है। महात्मा गाँधी के जीवन को हम प्रकाश स्वरूप कह सकते हैं, क्योंकि उन्होंने भारतीय संस्कृति की चेतना को अपने सद्गुणों एवं सविचारों से प्रकाशित किया है। उन्होंने विश्व में सत्य, प्रेम, अहिंसा आदि मानवीय भावनाओं को प्रकाश फैलाया। अत: हम इस जीवन वृत्त को आलोकवृत्त कह सकते हैं। इस दृष्टिकोण से यह शीर्षक उपयुक्त है। यह महात्मा गाँधी के जीवन, उनके चरित्र, उनके गुणों, सिद्धान्तों एवं दर्शन को पूर्णरूपेण परिभाषित करता हुआ एक साहित्यिक एवं दार्शनिक शीर्षक है।

आलोकवृत्त का उद्देश्य—कवि गुलाब खण्डेलवाल ने महात्मा गाँधी के जीवन व कार्यों के द्वारा हमें देश-प्रेम, भावात्मक एकता, राष्ट्रीय एकता, लोककल्याण की भावना, मानव मूल्यों की स्थापना, साधनों की पवित्रता, सत्य, अहिंसा और प्रेम की भावना आदि का सन्देश दिया है। प्रस्तुत खण्डकाव्य मनुष्य के जीवन में आशा और आलोक विकीर्ण करता हुआ, उसे मानवता के उच्चतम शिखरों की ओर उन्मुख करता हुआ, उसे मानवता और संस्कृति की चेतना के परिष्कृत रूप में प्रस्तुत करता है। अपने इस उद्देश्य को उन्होंने काव्य के नायक महात्मा गाँधी के मुख से कहलवाया है

यदि मिलकर इस राष्ट्रयज्ञ में सब कर्तव्य निभायें अपना,
एक वर्ष में ही पूरा हो मेरा रामराज्य का सपना ।

 

We hope the UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त (गुलाब खण्डेलवाल) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 4 आलोकवृत्त (गुलाब खण्डेलवाल), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.