UP Board Solutions for Class 12 Civics Chapter 22 India and the World

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject Civics
Chapter Chapter 22
Chapter Name India and the World
(भारत और विश्व)
Number of Questions Solved 14
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 12 Civics Chapter 22 India and the World (भारत और विश्व)

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (6 अंक)

प्रश्न 1.
1971 ई० के उपरान्त भारत-पाक सम्बन्धों का विवेचन कीजिए। या भारत और पाकिस्तान के सम्बन्धों का वर्तमान सन्दर्भ में परीक्षण कीजिए। [2016]
उत्तर :
15 अगस्त, 1947 को भारत को अंग्रेजी दासता से मुक्ति प्राप्त हुई तथा दो स्वतन्त्र राष्ट्र ‘भारत व पाकिस्तान’ अस्तित्व में आये। पाकिस्तान का निर्माण साम्प्रदायिकता की पृष्ठभूमि पर आधारित था तथा अपने शैशवकाल से ही यह भारत व भारतीयों के प्रति घृणा व द्वेष की भावना रखने लगा। इस अमित्रतापूर्ण वातावरण के कारण भारत-पाक सम्बन्ध मधुर न रहे।

पाकिस्तान द्वारा 1947 ई० में कश्मीर पर आक्रमण के बाद कश्मीर को भारत में विलय हो गया, परन्तु पाकिस्तान ने इस विलय को पूर्ण अवैधानिक बताते हुए अपना वैमनस्य सन् 1965 व सन् 1971 में भारत पर आक्रमण करके प्रदर्शित किया। 1971 ई० के युद्ध के बाद दोनों देशों ने सम्बन्ध सुधारने पर बल दिया तथा इसी कड़ी में 1972 ई० का शिमला समझौता और 1973 ई० का दिल्ली समझौता सम्पन्न हुआ। सन् 1974 ई० में पाकिस्तान ने बांग्लादेश को मान्यता प्रदान की। सन् 1974 व 1976 में भारत-पाक सम्बन्ध मधुर न रह सके। 1976 ई० में टूटे सम्बन्धों को फिर से जोड़ने का प्रयास किया गया। 1978 ई० में भारतीय विदेश मन्त्री की पाकिस्तान यात्रा तथा इसी कड़ी में पाकिस्तानी विदेश सलाहकार श्री आगाशाही को भारत-यात्रा ने सम्बन्धों को मधुर बनाने की दिशा में योगदान दिया। अप्रैल, 1978 में भारत-पाक सलाह जल सन्धि सम्पन्न हुई। यह एक प्रगतिशील व सराहनीय कदम बताया गया।

भारत ने पाकिस्तान के प्रति सदैव सहयोगपूर्ण रवैया अपनाया, परन्तु पाकिस्तान की नीति अनुकूल नहीं रही। पाकिस्तान अपनी सैन्य-शक्ति मात्र भारत के विरुद्ध प्रयोग करने का प्रयास करता रहा है। चीन व अमेरिका इस कार्य में पाकिस्तान की खुले हृदय से सहायता करते रहे। यद्यपि भारत व पाकिस्तान के मध्य वार्ताओं व यात्राओं को क्रम चला आ रहा है, परन्तु मतभेद पूर्णतया दूर नहीं हो सके हैं। सियाचीन विवाद अभी तक समाप्त नहीं हो पाया है।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति जिया उल हक के समय तक भारत-पाक सम्बन्ध तनावपूर्ण ही रहे। बार-बार कश्मीर विषय को उठाया जाता रहा। साथ ही पाकिस्तान ने प्रत्येक सम्भव तरीके से पंजाब में आतंकवाद को प्रोत्साहित किया। यद्यपि कई स्तरों पर राजनीतिक सम्बन्धों में सुधार हुआ। जिया उल हक कई बार भारत यात्रा पर आये। राजीव गाँधी ने भी उनसे कई बार भेंट की तथा सम्बन्ध सुधारे जाने पर बल दिया।

जिया उल हक की मृत्यु के बाद नवम्बर, 1988 में श्रीमती बेनजीर भुट्टो के नेतृत्व में पाकिस्तान में लोकतन्त्रीय शासन-प्रणाली स्थापित हुई। परिवर्तित राजनीतिक परिस्थितियों में आशी बनी कि भारत-पाक सम्बन्ध सुधरेंगे और आपसी द्वेषभाव व वैमनस्य का वातावरण दूर होगा। दिसम्बर, 1988 के अन्तिम सप्ताह में इस्लामाबाद में हुए ‘दक्षेस (सार्क) सम्मेलन के समय दोनों देशों के प्रधानमन्त्रियों के बीच वार्ता हुई और 1 जनवरी, 1989 को दोनों देशों में तीन समझौते हुए पहले समझौते के अनुसार, भारत-पाक एक-दूसरे के परमाणु संयन्त्रों पर हमला नहीं करेंगे; दूसरा समझौता सांस्कृतिक आदान-प्रदान से सम्बन्धित है तथा तीसरे समझौते के द्वारा दोहरी कर-नीति को समाप्त करने की बात कही गयी। भारत के तत्कालीन प्रधानमन्त्री राजीव गाँधी की पाकिस्तानयात्रा इस दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी, ऐसी आशा थी; किन्तु यह आशा निराधार सिद्ध हुई। पाकिस्तान भारत में उग्रवादी गतिविधियों को प्रोत्साहन देता रहा है। पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को भारी मात्रा में अस्त्र-शस्त्र दिये गये, उन्हें प्रशिक्षित किया गया तथा शरण भी दी गयी। इन सबसे भारत-पाक सम्बन्ध प्रभावित हुए।

भारत में सत्ता परिवर्तन हुआ। प्रधानमन्त्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने दोनों देशों के सम्बन्ध मधुर बनाये रखने की इच्छा व्यक्त की, किन्तु पाकिस्तान द्वारा भारत की एकता व अखण्डता को आघात पहुंचाने के प्रयत्नों ने भारत-पाक सम्बन्धों में कटुता पैदा कर दी। पंजाब और कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को पाकिस्तान खुलेआम बढ़ावा दे रहा है। सन् 1990 के मध्य मार्च तक पंजाब से लगी सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिक तैनात थे, जिन्हें धीरे-धीरे जम्मू-कश्मीर मोर्चे पर फैला दिया गया। (उल्लेखनीय है कि 1971 ई० में इसी क्षेत्र में भयंकर टैंक युद्ध हुआ था।) पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो की सरकार परास्त हुई और नवाज शरीफ पाकिस्तान के नये प्रधानमन्त्री बने। उन्होंने भी वही पुरानी नीति अपनायी। 1990 ई० में गठित चन्द्रशेखर सरकार के काल में भी दोनों देशों के सम्बन्धों में कोई परिवर्तन नहीं आया। जून, 1991 में सत्ता में आयी श्री नरसिम्हाराव सरकार के काल में पाकिस्तान के साथ भारत के सम्बन्ध बद से बदतर हो गये। पाकिस्तान द्वारा कश्मीर समस्या का अन्तर्राष्ट्रीयकरण करना, कश्मीर के आतंकवादियों को सशस्त्र समर्थन देना तो जारी था ही, किन्तु जब 1993 ई० में हुए मुम्बई बम-काण्ड में उसका हाथ होने का पता चला तब पूरे विश्व के आगे उसका असली चेहरा सामने आ गया, यहाँ तक कि पाकिस्तान को आतंकवादी राज्य घोषित करने की माँग भी उठने लगी।

1999 ई० का वर्ष भारत-पाक सम्बन्धों की दृष्टि से बड़ा घटनापूर्ण रहा। प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 20-21 फरवरी को बस द्वारा दिल्ली से लाहौर तक शान्ति-यात्रा कर इस बसमार्ग का शुभारम्भ किया, किन्तु मई में कारगिल क्षेत्र में घुसपैठियों की आड़ में पाकिस्तानी फौज ने भारतीय क्षेत्र में कुछ जगह अनाधिकृत कब्जा कर लिया। भारतीय फौज ने अप्रतिम धैर्य, शौर्य और बलिदान द्वारा युद्ध कर कारगिल क्षेत्र मुक्त करा लिया। यह भारत की विजय और पाक की पराजय थी। पाकिस्तान में घटना-चक्र तेजी से बदल गया, वहाँ निर्वाचित सरकार का तख्ता पलटकर तथा प्रधानमन्त्री नवाज शरीफ को गिरफ्तार कर जनरल परवेज मुशर्रफ ने सैनिक तानाशाह के रूप में सत्ता सँभाल ली। उनके भारत विरोधी विचार सर्वविदित हैं।

भारत चाहता था तथा अमेरिका सहित अनेक देश प्रयत्नशील थे कि भारत और पाकिस्तान के बीच शिखर वार्ता हो। अतः जुलाई, 2001 में आगरा में ‘वाजपेयी-मुशर्रफ शिखर सम्मेलन’ आयोजित हुआ। सम्मेलन में भारतीय प्रधानमन्त्री ने भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेद के सभी विषयों पर समग्र बातचीत के प्रयत्न किये, लेकिन मुशर्रफ कश्मीर को केन्द्रीय मुद्दा बतलाते हुए कश्मीर का ही राग अलापते रहे। भारत ने इस बात पर बल दिया कि ‘सीमा पार का आतंकवाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की जड़ है, लेकिन मुशर्रफ ने कश्मीर में पाक प्रायोजित आतंकवाद को स्वतन्त्रता संग्राम की संज्ञा दी। ऐसी स्थिति में 36 घण्टे की ‘कूटनीतिक बाजीगरी’ को असफल होना ही था। अन्त में मुशर्रफ को बिना किसी औपचारिक विदाई के भारत से लौटना पड़ा।

इस असफल शिखर वार्ता के बाद पाक-प्रायोजित आतंकवाद ने उग्र रूप ग्रहण कर लिया। पहले तो श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला हुआ तथा इसके बाद 13 दिसम्बर, 2001 को लोकतन्त्र का हृदयस्थल संसद आतंकवादियों के हमले का निशाना बनी। इस हमले में संलग्न पाँचों आतंकवादी मारे गये। अब यह बात पूर्णतया स्पष्ट और प्रमाणित हो चुकी है कि ये पाँचों व्यक्ति पाकिस्तान के नागरिक और पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के निवासी थे। इस प्रकार हमले का पूरा दायित्व पाकिस्तान पर आता है। यह दुस्साहस की पराकाष्ठा थी। ऐसी स्थिति में भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध कूटनीतिक कार्यवाही करते हुए पाकिस्तान स्थित अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने का फैसला कर लिया। 1 जनवरी, 2002 से समझौता एक्सप्रेस ट्रेन व दिल्ली-लाहौर बस सेवा रद्द कर दी गयी तथा भारतीय वायुमण्डल पर पाक विमानों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी। इसके साथ ही भारत ने 20 आतंकवादियों की सूची पाकिस्तान को देते हुए माँग की कि पाकिस्तान द्वारा इन्हें भारत को सौंप दिया जाना चाहिए। ये ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी भारत में आतंकवादी कार्यवाही में प्रमुख भूमिका रही और अभी पाकिस्तान में रह रहे हैं। पाकिस्तान ने अमेरिकी दबाव के कारण आतंकवाद का मौखिक विरोध और कुछ आतंकवादी संगठनों को अवैध घोषित करने जैसी कुछ सतही कार्यवाहियाँ तो कीं, लेकिन वह इन आतंकवादियों को भारत को सौंपने के लिए तैयार नहीं है।

जनवरी, 2002 से मार्च, 2003 तक का 15 महीने का समय भारत और पाक के बीच अत्यधिक तनावपूर्ण सम्बन्धों का रहा, दोनों देश युद्ध के कगार तक पहुँच गये। सितम्बर-अक्टूबर, 2003 में जम्मू-कश्मीर राज्य की विधानसभा के स्वतन्त्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न हुए और अन्ततोगत्वा अप्रैल, 2003 में भारतीय नेतृत्व ने दोनों देशों के आपसी सम्बन्धों में गतिरोध को तोड़ने की पहल की। परन्तु इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। 18 फरवरी, 2007 को आतंकवादियों ने समझौता एक्सप्रेस रेलगाड़ी में बम विस्फोट किया जिसमें लगभग 68 लोग मारे गए। इस कारण इस रेलगाड़ी का संचालन कुछ समय तक के लिए बन्द कर दिया गया। पुनः सन् 2008 में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मुम्बई पर हमला किया जिसमें लगभग 173 लोग मारे गए तथा लगभग 308 लोग घायल हुए। अनेक इमारतें तहस-नहस हो गयीं। विश्वप्रसिद्ध ताज होटल भी उनमें से एक है। इसी प्रकार की घटनाएँ समय-समय पर पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी करते रहते हैं जिस कारण से दोनों देशों के सम्बन्ध मधुर नहीं बन पाते हैं।

अमेरिका और अन्य कुछ देश भी इस बात के लिए निरन्तर चेष्टा करते रहे हैं कि भारत और पाक के बीच वार्ता प्रारम्भ हो। पाकिस्तान सरकार ने अगस्त, 2011 में भारत को व्यापार में सबसे पसंदीदा देश (एम०एफ०एन०) का दर्जा देने पर सहमति जताकर कुछ सकारात्मक रुख दिखाया था। वर्तमान में नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं। भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 27 मई, 2014 को उनसे मुलाकात करके पाकिस्तान के साथ शान्तिपूर्ण, मित्रवत् एवं सहयोगपूर्ण द्विपक्षीय सम्बन्ध बनाने की नीति के रूख को दोहराते हुए कहा कि भारतवर्ष पाकिस्तान के सभी लम्बित मुद्दों को सन् 1972 के शिमला समझौते के दायरे में सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस सन्दर्भ में श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर शान्ति एवं सौहार्द तथा नियन्त्रण रेखा को सुनिश्चित करने के लिए आतंकवाद एवं हिंसा से मुक्त माहौल बनाने पर जोर दिया। हालाँकि पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने हुर्रियत के नेताओं को बुलाकर भारत के समस्त कूटनीतिक प्रयासों पर पानी फेर दिया और 25 अगस्त, 2014 को इस्लामाबाद में होने वाली बातचीत के लिए भारत को विदेश सचिव की यात्रा रद्द करने के लिए मजबूर कर दिया।

आज भी भारत अपनी शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व की घोषित नीति के कारण पाकिस्तान के साथ सम्बन्ध सुधारने को तैयार है, लेकिन यह सम्बन्ध कश्मीर तथा देश की एकता व अखण्डता की कीमत पर सुधारने के लिए भारत का कोई विचार नहीं है। दोनों देशों के बीच सम्बन्ध सामान्य रखने के लिए पहले पाकिस्तान को भारत के अन्दरूनी मामलों में दखल देना बन्द करना होगा तथा भारत की एकता व अखण्डता के विरुद्ध साजिशें रचना बन्द करना होगा तब ही जाकर भारत के पाकिस्तान के बीच सम्बन्ध सामान्य हो सकते हैं।

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प्रश्न 2.
भारत के श्रीलंका के साथ सम्बन्धों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
भारत और श्रीलंका परम्परागत रूप से मित्र रहे हैं। समस्त मित्रता के बावजूद इन दोनों देशों के बीच 1963-72 के वर्षों में कच्चा तीवू विवाद’ था। भारत इस विवाद को शान्तिपूर्ण तरीके से हल करना चाहता था। अत: अप्रैल, 1973 ई० में तत्कालीन भारतीय प्रधानमन्त्री ने श्रीलंका की यात्रा की और सद्भावना का परिचय देते हुए ‘कच्चा तीवू समझौता किया।

श्रीलंका में जातीय तनाव और भारत तथा लंका के बीच विवाद वर्ष 1982 के प्रारम्भ से श्रीलंका में बहुसंख्यक सिंहली जाति और अल्प-संख्यक तमिल जाति के बीच विवाद और कटुता ने उग्र रूप ले लिया। भारत पर इस विवाद के प्रभाव और कुछ परिस्थितियों में भारी प्रभाव होते हैं, ऐसी स्थिति में दोनों देशों के बीच तीव्र और चिन्ताजनक विवाद ने जन्म ले लिया। श्रीलंका सरकार द्वारा बातचीत के आधार पर इस विवाद को हल करने के बजाय, पूरी शक्ति के साथ तमिल उग्रवादियों को कुचलने के प्रयत्न किए गए, जिसमें वह अब तक भी सफल नहीं हो पाई है। भारत ने इस बात से कभी भी इंकार नहीं किया कि तमिल समस्या श्रीलंका का घरेलू मामला है, लेकिन यह श्रीलंका का ऐसा घरेलू मामला है जिसका असर भारत की आन्तरिक स्थिति पर भी पड़ता है।

भारत श्रीलंका को इस समस्या के हल हेतु सहयोग देने की इच्छा रखता है। इसी भावना से 29 जुलाई, 1987 को ‘राजीव जयवर्द्धन समझौता सम्पन्न हुआ तथा श्रीलंका सरकार के आग्रह पर भारत ने श्रीलंका में 1987 में भारतीय शान्ति रक्षक दल’ भेजा। इस दल ने जन और धन की हानि उठाते हुए साहस के साथ शान्ति स्थापना के प्रयास किए। 1988 में नव निर्वाचित राष्ट्रपति रणसिंघे प्रेमदासा ने जब ‘भारतीय शान्ति रक्षक दल’ की भारत-वापसी की माँग की, तब इसे भारत वापस बुला लिया गया।

दोनों पक्षों के बीच ‘स्वतन्त्र व्यापार समझौता’ और तदुपरान्त 27 दिसम्बर, 1988 को श्रीलंका की प्रधानमन्त्री भारत यात्रा पर आईं और महत्त्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दोनों देशों के बीच ‘स्वतन्त्र व्यापार समझौता सम्पन्न हुआ। कुछ बाधाओं को पार करने के बाद यह समझौता मार्च 2000 ई० से लागू हो गया तथा इस समझौते से दोनों देशों के विदेश व्यापार में स्फूर्ति आई। इस प्रकार दोनों देशों के सम्बन्ध मित्रता की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

श्रीलंकी सरकार वर्ष 2000 से ही तमिल समस्या के समाधान हेतु पूरी गम्भीरता के साथ प्रयत्नशील है तथा मई, 2009 में श्रीलंका सरकार और सेना ने तमिले उग्रवादियों का सफाया कर दिया है; लेकिन स्थिति का दूसरा पक्ष यह है कि सारे क्रम में श्रीलंका के तमिल शान्तिप्रिय नागरिकों को भी भारी तबाही का सामना करना पड़ा है। ऐसी स्थिति में तमिल समस्या का समाधाने अभी दूर है। भारतीय हितों की दृष्टि से इस समस्या को संतोषजनक हल आवश्यक है। भारत चाहता है। कि श्रीलंका की एकता और अखण्द्वता बनी रहे, लेकिन साथ ही तमिलों की सुरक्षा के लिए भी कोई भरोसेमन्द व्यवस्था हो जाए। आवश्यकता इस बात की है कि श्रीलंका इस सम्बन्ध में भारतीय दृष्टिकोण को समझे और उसे उचित महत्त्व दे।

मई, 2009 में लिट्टे की समाप्ति के बाद भी श्रीलंका की तमिल समस्या का स्थायी समाधान दूर है। इस समय भारत व श्रीलंका के मध्य दो प्रमुख मुद्दे हैं। प्रथम, श्रीलंका में आन्तरिक रूप से विस्थापित तमिलों का पुनस्र्थापन, जिसके बारे में भारत समय-समय पर मानवीय सहायता के राहत सामग्री उपलब्ध कराता रहा है। जनवरी, 2009 में भारत के विदेश मन्त्री ने श्रीलंका की यात्रा की जिसका प्रमुख उद्देश्य श्रीलंका के तमिलों को मानवीय सहायता उपलब्ध कराना था। दूसरा मुद्दा तमिल समस्या के समाधान का है। भारतीय प्रधानमन्त्री राजीव गांधी की 1991 में तमिल आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या के बाद भारत ने तमिल आतंकवादी संगठन का विरोध करना आरम्भ कर दिया था। यद्यपि इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार को भारत के तमिल समूहों का विरोध भी सहना पड़ता है। भारत, श्रीलंका के संविधान व राष्ट्रीय एकता के अन्तर्गत तमिल समस्या का राजनीतिक समाधान चाहता है जिसमें तमिलों को स्वायत्तता दिए जाने का मुद्दा भी शामिल है। अगस्त, 2008 में कोलम्बो में सम्पन्न सार्क सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमन्त्री ने श्रीलंका की यात्रा की।

वर्ष 2009 में दोनों देशों के मध्य 3.27 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार सम्पन्न हुआ। वर्तमान में भारत श्रीलंका का सबसे बड़ा विदेशी निवेशक देश है। सम्बन्धों को प्रगाढ़ बनाने की दृष्टि से 8-11 जून, 2010 में की गई श्रीलंका के राष्ट्रपति की भारत यात्रा अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। इस यात्रा के दौरान भारत द्वारा जहाँ तमिल विस्थापितों के लिए 50,000 मकान बनाने का वचन दिया गया वहीं दोनों देशों में सांस्कृतिक क्षेत्र में व्यापक सहयोग बढ़ाने के लिए समझौता किया। भारत इस समय श्रीलंका के कनकनसेनथुराई बन्दरगाह पर पुनर्निर्माण का कार्य कर रहा है। इस सम्बन्ध में वर्ष 2010 में भारत के नौसेना प्रमुख ने श्रीलंका की यात्रा की। इसके बाद दोनों देशों के प्रमुख नेता और उच्च अधिकारीगण एक-दूसरे देशों की निरन्तर यात्रा कर रहे हैं तथा आपसी बातचीत के जरिए अपनी समस्याओं का हल खोजने व आपसी सहयोग को प्रयासरत हैं। कुल मिलाकर लिट्टे की समाप्ति के बाद दोनों देशों में नए सिरे से सम्बन्धों का आरम्भ हो रहा है। भारत, तमिलों के लिए श्रीलंका में अधिक राजनीतिक स्वायत्तता देने का पक्षधर है।

लघु उत्तरीय प्रश्न (शब्द सीमा : 50 शब्द) (2 अंक)

प्रश्न 1.
भारत-पाक सम्बन्धों को प्रभावित करने वाले दो प्रमुख मुद्दों को स्पष्ट कीजिए। [2015, 16]
या
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के प्रमुख कारणों का वर्णन कीजिए। [2014]
उत्तर :
भारत-पाक सम्बन्ध सामान्य नहीं हैं, बल्कि वे चिरकाल से तनावपूर्ण चले आ रहे हैं। भारत- पाक सम्बन्धों को प्रभावित करने वाले दो प्रमुख मुद्दे निम्नवत् हैं –

1. जम्मू-कश्मीर समस्या – पाकिस्तान के द्वारा अक्टूबर, 1947 ई० में कश्मीर पर असफल आक्रमण किया गया। इसके बाद कश्मीर का भारत में विलय हो गया, लेकिन पाकिस्तान के द्वारा इस पूर्णतया वैधानिक और राजनीतिक तथ्य को कभी स्वीकार नहीं किया गया। पाकिस्तान के इसी रवैये के कारण 1965 और 1971 ई० में भारत-पाक युद्ध हुए। कश्मीर का मुद्दा आज भी भारत-पाक सम्बन्धों को प्रभावित कर रहा है।

2. पाकिस्तान का आतंकवाद के रूप में अघोषित युद्ध – पाकिस्तान समर्थक उग्रवादी दस्ते भारत में आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त हैं। आये दिन आगजनी, विस्फोट तथा हत्याएँ की जा रही हैं। सामूहिक हत्याकाण्ड, सैनिक बलों पर लुक-छिप आक्रमण तथा तोड़-फोड़, साधारण घटनाएँ हो गई हैं। ये आतंकवादी गतिविधियाँ भी दोनों देशों के सम्बन्धों को प्रभावित कर रही हैं।

प्रश्न 2.
शिमला समझौते के चार उपबन्ध बताइए।
उत्तर :
जुलाई, 1972 ई० को सम्पन्न हुए शिमला समझौते के निम्नलिखित चार मुख्य उपबन्ध थे –

  1. दोनों देशों की सरकारों ने यह निश्चय किया कि दोनों देश परस्पर उन संघर्षों को समाप्त करते हैं, जिससे दोनों देशों के सम्बन्धों में बिगाड़ उत्पन्न हुआ था।
  2. दोनों ही सरकारें अपनी सामर्थ्य के अनुसार एक-दूसरे के प्रति घृणित प्रचार नहीं करेंगी।
  3. दोनों देशों के आपसी सम्बन्धों में समानता लाने के लिए दोनों देशों के मध्य डाक, तार सेवा, जल, थल, वायुमार्गों द्वारा पुनः संचार व्यवस्था स्थापित की जाएगी। दोनों देशों के नागरिक एक-दूसरे के और निकट आयें, इसलिए नागरिकों को आने-जाने की सुविधाएँ दी जाएँगी।
  4. जहाँ तक सम्भव हो सके, व्यापारिक तथा आर्थिक मामलों में सहयोग का सिलसिला शीघ्र| से-शीघ्र प्रारम्भ हो।

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
भारत और श्रीलंका में तनाव का मुख्य कारण क्या रहा?
उत्तर :
तमिल समस्या भारत और श्रीलंका के बीच तनाव का मुख्य कारण रहा है।

प्रश्न 2.
भारत और पाकिस्तान में तनावपूर्ण सम्बन्धों के दो कारण बताइए।
उत्तर :

  1. कश्मीर की समस्या तथा
  2. सिक्ख उग्रवादियों को पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षण और सहायता देना।

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प्रश्न 3.
1987 ई० तक भारत और चीन में सीमा विवाद हल करने के लिए कई बार बातचीत हुई। क्या बातचीत की कोई ठोस परिणाम निकला?
उत्तर :
सात बार बातचीत हुई, किन्तु कोई ठोस परिणाम नहीं निकला।

प्रश्न 4.
बाँग्लादेश का निर्माण कब हुआ?
उत्तर :
1971 ई० में बाँग्लादेश का निर्माण हुआ।

प्रश्न 5.
ताशकन्द समझौता कब हुआ था?
उत्तर :
ताशकन्द समझौता 1966 ई० में हुआ था।

प्रश्न 6.
भारत के चार पड़ोसी देशों के नाम लिखिए। [2013, 15]
उत्तर :
भारत के चार पड़ोसी देशों के नाम निम्नवत् हैं –

  1. नेपाल
  2. भूटान
  3. पाकिस्तान
  4. चीन।

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
भारत-चीन युद्ध कब हुआ था?
(क) 1956 ई० में
(ख) 1962 ई० में
(ग) 1965 ई० में
(घ) 1971 ई० में

प्रश्न 2.
प्रथम भारत-पाकिस्तान युद्ध कब हुआ था?
(क) 1962 ई० में
(ख) 1965 ई० में
(ग) 1971 ई० में
(घ) 1948-49 ई० में

प्रश्न 3.
ताशकन्द समझौता कब हुआ था ?
(क) 1950 ई० में
(ख) 1962 ई० में
(ग) 1966 ई० में
(घ) 1972 ई० में

प्रश्न 4.
शिमला समझौता कब सम्पन्न हुआ था?
(क) 1962 ई० में
(ख) 1965 ई० में
(ग) 1971 ई० में
(घ) 1972 ई० में

उत्तर :

  1. (ख) 1962 ई० में
  2. (घ) 1948-49 ई० में
  3. (ग) 1966 ई० में
  4. (घ) 1972 ई० में।

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UP Board Class 10 Commerce Model Papers Paper 1

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Class Class 10
Subject Commerce
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 10 Commerce Model Papers Paper 1

समय : 3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णांक : 70

निर्देश :

  • प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
  • सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
  • सभी प्रश्न हेतु निर्धारित अंक उनके सम्मुख अंकित हैं।

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प चुनकर अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखिए।
(i) चालू सम्पत्तियों में सम्मिलित नहीं किया जाता है।
(a) व्यापारिक रहतिया
(b) रोकड़
(C) फर्नीचर
(d) अग्रिम भुगतान

(ii) तलपट के नीचे जो सूचनाएँ दी होती हैं, उन्हें किस नाम से जानते हैं? [1]
(a) जर्नल
(b) समायोजन
(C) खाताबही
(d) इनमें से कोई नहीं

(iii) प्राप्य बिल एक ………… खाता है।
(a) वास्तविक
(b) व्यक्तिगत
(c) नाममात्र।
(d) इनमें से कोई नहीं

(iv) अनुग्रह दिवस के रूप में कितने दिन स्वीकार किए जाते हैं? [1]
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार

(v) बैंक समाधान विवरण तैयार किया जाता है। [1]
(a) लाभ ज्ञात करने के लिए
(b) लाभ-हानि ज्ञात करने के लिए
(c) रोकड़ पुस्तक के शेष का पास बुक के शेष से मिलान करने के लिए
(d) रोकड़ पुस्तक का शेष ज्ञात करने के लिए

प्रश्न 2.
(i) अन्तर्राष्ट्रीय कॉल क्या है?
(ii) संकेत कार्ड क्या है?[1]
(iii) अनुक्रमणिका का एक लाभ लिखिए।
(iv) चैक पर किसके हस्ताक्षर होते हैं?

प्रश्न 3.
(i) चैक का रेखांकन किसे कहते हैं? रेखांकन के दो उद्देश्य बताइए। [1+1]
(ii) विनिमय-विपत्र का नमूना दीजिए। [2]
UP Board Class 10 Commerce Model Papers Paper 1 image 1
(iii) लाभ-हानि खाते के डेबिट पक्ष में लिखी जाने वाली दो मदों को लिखिए। [1+1]
(iv) हुण्डी से क्या आशय है? इसकी दो विशेषताएँ बताइए। [1+1]
(v) चीन और जापान के मध्य होने वाले व्यापार का नाम बताइए तथा इसे | परिभाषित कीजिए। [1+1]
(vi) समाशोधन-गृह की परिभाषा दीजिए। [2]

प्रश्न 4.
निम्न विवरण से 31 मार्च, 2015 को बैंक समाधान विवरण-पत्र बनाइए।  [4]
(i) रोकड़ बही के बैंक खाते का क्रेडिट शेष (अधिविकर्ष) ₹ 14,400 है।
(ii)₹ 6,160 के चैक बैंक में जमा कराए गए, परन्तु राशि जमा नहीं हुई।
(iii) देनदारों को ₹ 2,880 के चैक जारी किए गए, किन्तु भुगतान के लिए प्रस्तुत नहीं किए गए।
(iv) बैंक ने ₹ 200 अपना बैंक व्यय लगाया।
(v) ₹ 4,000 एक ग्राहक ने व्यापारी के बैंक खाते में सीधे जमा करवाए।

प्रश्न 5.
तार से क्या तात्पर्य है? तार के कोई चार भेदों का वर्णन कीजिए। [2+2]

प्रश्न 6.
(अ) (i) साधारण कमीशन व परिशोध कमीशन से क्या आशय है? [1+1]
(ii) थोक व्यापारी के कोई चार कार्य बताइए। [2]

(ब) (i) देशी व्यापार और विदेशी व्यापार में कोई दो अन्तर लिखिए।[1+1]
(ii) भारतीय स्टेट बैंक के वर्जित कार्य बताइए। [2]

प्रश्न 7.
समायोजनाओं से आप क्या समझते हैं? अन्तिम खाते तैयार करते समय की जाने वाली छः प्रकार की समायोजनाओं की विवेचना कीजिए व उनसे सम्बन्धित जर्नल प्रविष्टियाँ भी कीजिए। [2+6]
अथवा
श्री नारायण के निम्नलिखित तलपट से 31 मार्च, 2014 को समाप्त होने
वाले वर्ष के लिए व्यापार खाता, लाभ-हानि खाता तथा इसी तिथि का आर्थिक चिट्ठा तैयार कीजिए। [2+3+3]
UP Board Class 10 Commerce Model Papers Paper 1 image 2
अन्तिम खाते बनाने से पूर्व निम्नलिखित समायोजनाएँ करना आवश्यक है|
(i) अन्तिम रहतिया को मूल्य ₹ 50,000 था।
(ii) बीमा व कर के हैं  100 अदत्त हैं।
(iii) विज्ञापन के ₹ 50 पूर्वदत्त हैं।
(iv) भवन, फिक्चर्स व फिटिंग्स पर 5% की दर से ह्रास लगाना है।
(v) देनदारों पर 5% की दर से अशोध्य ऋण संचिति कीजिए।
(vi) पूँजी पर 5% वार्षिक ब्याज लगाइए।

प्रश्न 8.
उत्पादन से आप क्या समझते हैं? उत्पादन के प्रकार या उपयोगिता वृद्धि की रीतियों का विस्तार से वर्णन कीजिए। [2+6]
अथवा
निम्नलिखित सूचनाओं के आधार पर आवश्यक कल्पनाएँ करते हुए बीजके बनाइए। [8]
(i) विक्रेता जोधपुर में कपड़े का एक थोक व्यापारी है।
(ii) क्रेता जयपुर में कपड़े का एक खुदरा व्यापारी है।
(iii) चालू वर्ष में 20 मार्च को निम्नलिखित माल बेचा और भेजा गया
UP Board Class 10 Commerce Model Papers Paper 1 image 3
(iv) विक्रेता द्वारा निम्नलिखित व्यय किए गए
(a) पैकिंग बेचे गए माल के कुल मूल्य का एक प्रतिशत
(b) ढुलाई पैकिंग व्यय का 20%
(c) बीमा पैकिंग व्यय का 100%
(d) रेलभाड़ा उपरोक्त तीनों व्ययों के योग का 1/4 भाग व्यापारिक एवं नकदी छूट की दरें क्रमशः 10% एवं 5% हैं। माल नकद बेचा गया। रेलवे रसीद इलाहाबाद बैंक के माध्यम से भेजी जाती है।
बीजक पर साझेदार हस्ताक्षर करता है।
बीजक का नम्बर OP-7579 है।
यह माल आदेश संख्या 105 के अनुसार बेचा गया था।

प्रश्न 9.
केन्द्रीय बैंक से क्या आशय है? इसके द्वारा किए जाने वाले साख नियन्त्रण के उपायों को लिखिए। [2+6]
अथवा
हमारे देश में सहकारी बैंक की असफलता के क्या कारण हैं? इन्हें उपयोगी बनाने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए? [4+4]

प्रश्न 10.
बैंकों द्वारा खोले जाने वाले बचत खाते व चालू खाते का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए। [4+4]
अथवा
बचत से आशय बताइए। इसके महत्त्व को भी स्पष्ट कीजिए। [3+5]

Solutions

उत्तर 1.
(i) (c) फर्नीचर
(ii) (a) समायोजन
(iii) (d) वास्तविक
(iv) (c) तीन
(v) (c) रोकड़ पुस्तक के शेष का पास बुक के शेष से मिलान करने के लिए।

उत्तर 2.
(i) जब एक देश में रहने वाला व्यक्ति दूसरे देश में रहने वाले व्यक्ति से टेलीफोन पर सीधे बातचीत करता है, तो इसे अन्तर्राष्ट्रीय कॉल कहा जाता है।

(ii) ये कार्ड मोटे व सख्त कागज के बने होते हैं। इन पर संख्या, अक्षर, विषय या नगर का नाम अंकित होता है। इनको दराज में फोल्डर हूँढने या दराजों को कई भागों में बाँटने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।

(iii) अनुक्रमणिका के द्वारा पत्रों को शीघ्रता व सुगमतापूर्वक फाइल किया जा सकता है।

(iv) चैक पर लेखक के हस्ताक्षर होते हैं।

(v) रिज़र्व बैंक का राष्ट्रीयकरण 1 जनवरी, 1949 को किया गया।

उत्तर 3.
(i) चैक का रेखांकन जब चेक को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से इसके मुख्य पृष्ठ पर दो समानान्तर तिरछी रेखाएँ खींच दी जाती हैं, तो इसे चैक का रेखांकन करना कहा जाता है। चैक के रेखांकन के उद्देश्य चैक के दो उद्देश्य निम्नलिखित हैं

1. रेखांकन से भुगतान सुरक्षित रूप से किया जा सकता है।
2. रेखांकित चैक को भुगतान का पक्का प्रमाण माना जाता है।

(ii) विनिमय-विपत्र का नमूना
UP Board Class 10 Commerce Model Papers Paper 1 image 4
(iii) लाभ-हानि खाते के डेबिट पक्ष में लिखी जाने वाली दो मदें निम्नलिखित हैं1. वेतन कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन का लेखा लाभ-हानि खाते के डेबिट (ऋणी) पक्ष में लिखा जाता है। 2. विज्ञापन व्यय व्यापार के विक्रय की वृद्धि करने व व्यवसाय के विस्तार | हेतु किए गए विज्ञापन व्ययों को लाभ-हानि खाते के डेबिट (ऋणी) पक्ष में लिखा जाता है।

(iv) डॉ. गणतन्त्र कुमार गुप्ता के अनुसार, “हुण्डी भारतीय भाषा में लिखा गया एक साख-पत्र होता है, जिसमें लिखने वाला किसी निश्चित व्यक्ति को आदेश देता है कि वह उसमें लिखित धनराशि का भुगतान स्वयं को या किसी आदेशित व्यक्ति को या उनके आदेशानुसार धारक को कर दे।” हुण्डी की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं

1. निश्चित संख्या प्रत्येक हुण्डी में एक निश्चित संख्या अंकित की जाती | है, जो इसके ऊपर बाईं ओर लिखी जाती है।
2. लेखक के हस्ताक्षर इसके अन्त में दाईं ओर लेखक के हस्ताक्षर होते हैं।

(v) चीन और जापान के मध्य किए जाने वाले व्यापार को विदेशी व्यापार के नाम से जाना जाता है। परिभाषा दो अलग-अलग देशों के मध्य किया जाने वाला व्यापार विदेशी व्यापार कहलाता है।

(vi) प्रो. टॉजिंग के अनुसार, “समाशोधन-गृह (Clearing House) किसी एक स्थान के बैंकों का ऐसा सामान्य संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य बैंकों द्वारा निर्मित परस्पर दायित्व का चैकों द्वारा निपटारा या भुगतान करना होता है।”

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UP Board Class 12 History Model Papers Paper 1

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject History
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 12 History Model Papers Paper 1

समय: 3 घण्टे 15 मिनट
पूणक: 100
निर्देश
प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
नोट

  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • इस प्रश्न-पत्र में पाँच खण्ड हैं।
  • खण्ड ‘क’ में 10 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं, खण्ड ‘ख’ में 05 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 50 शब्द) हैं।
  • खण्ड ‘ग’ में 06 लघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 100 शब्द) हैं।
  • खण्ड ‘घ’ में 03 विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (लगभग 500 शब्द) हैं।
  • खण्ड ‘ङ’ में ऐतिहासिक तिथियों व मानचित्र से सम्बन्धित 05 प्रश्न हैं। शब्द सीमा में (कम या ज्यादा) 10% की छूट अनुमन्य है।
  • सभी प्रश्नों के निर्धारित अंक उनके सम्मुख अंकित हैं।

खण्ड-‘क’

बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
तुजुक-ए-बाबरी’ को रचयिता था? [1]
(a) बाबर
(b) फैजी
(c) हुमायूँ
(d) फरिश्ता

प्रश्न 2.
औरंगजेब ने शाहजहाँ को कहाँ कैद कर रखा था?  [1]
(a) आगरा में
(b) दिल्ली में
(c) शाहजहानाबाद में
(d) फिरोजाबाद

प्रश्न 3.
मुगल साम्राज्य का अन्तिम सम्राट कौन था?  [1]
(a) बहादुरशाह प्रथम
(b) बहादुरशाह द्वितीय
(c) शाहआलम
(d) मुहम्मदशाह

प्रश्न 4.
शिवाजी की राजधानी थी?  [1]
(a) पुरन्दर
(b) रायगढ़
(c) सिंहगढ़
(d) पुणे

प्रश्न 5.
1833 ई. का चार्टर किस गर्वनर जनरल के समय पास हुआ? [1]
(a) लॉर्ड क्लाइव
(b) लॉर्ड वेलेजली
(c) लॉर्ड-कॉर्नवालिस
(d) लॉर्ड विलियम बैंण्टिक

प्रश्न 6.
ब्रह्म समाज के संस्थापक कौन थे  [1]
(a) राजाराम मोहन राय
(b) स्वामी विवेकानन्द
(c) स्वामी दयानन्द सरस्वती
(d) रामकृष्ण परमहंस

प्रश्न 7.
बंगाल विभाजन के समय भारत का वायसराय था   [1]
(a) लॉर्ड कर्जन
(b) लॉर्ड मिन्टो
(c) लॉर्ड रिपन,
(d) लॉर्ड डफरिन

प्रश्न 8.
निम्नलिखित में से गरम दल के नेता थे  [1]
(a) दादा भाई नौरोजी
(b) फिरोज शाह मेहता।
(c) बाल गंगाधर तिलक
(d) ए.ओ. ह्युम

प्रश्न 9.
निम्न में से कौन-सा आन्दोलन गाँधी जी से सम्बन्धित नहीं था? [1]
(a) असहयोग आन्दोलन
(b) होमरूल आन्दोलन
(c) सविनय अवज्ञा आन्दोलन
(d) भारत छोड़ो आन्दोलन

प्रश्न 10.
गाँधी जी ने डाण्डी मार्च प्रारम्भ किया था   [1]
(a) अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए कहने हेतु
(b) नमक कानून तोड़ने हेतु
(c) विदेशी सामानों के बहिष्कार हेतु
(d) हिन्दू मुस्लिम एकता हेतु

खण्ड-‘ख’

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न 
प्रश्न 11.
राणा सांगा की पराजय के क्या परिणाम हुए? [2]

प्रश्न 12.
शेरशाह को ‘शेर खाँ’ की उपाधि क्यों दी गई?  [2]

प्रश्न 13.
पुरन्दर की सन्धि किस-किस के मध्य हुई? [2]

प्रश्न 14.
फ्रांसीसियों के विरुद्ध अंग्रेजों की सफलता के किन्हीं दो कारणों का उल्लेख कीजिए? [2]

प्रश्न 15.
वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट क्या था? [2]

खण्ड-‘ग’

लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 16.
“हुमायूँ स्वयं अपना शत्रु था” स्पष्ट कीजिए?   [5]

प्रश्न 17.
‘अष्ट्र प्रधान के विषय में आप क्या जानते हैं?  [5]

प्रश्न 18.
1857 ई. की क्रान्ति का तात्कालिक कारण क्या था? [5]

प्रश्न 19.
खिलाफत आन्दोलन के उद्देश्यों की विवेचना कीजिए? [5]

प्रश्न 20.
1947 के अधिनियम की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए? [5]

प्रश्न 21.
गुटनिरपेक्षता का क्या महत्त्व है? [5]

खण्ड-‘घ’

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 22.
“अकबर मुगल साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक था, इस कथन की विवेचना कीजिए। [10]
अथवा
“शाहजहाँ का काल मुगल साम्राज्य का स्वर्ण युग था’ क्या आप सहमत हैं? विवेचना कीजिए। [10]

प्रश्न 23.
(i) बक्सर के युद्ध के कारण तथा परिणामों पर प्रकाश डालिए [10]
अथवा
(ii) बंगाल के द्वैध-शासन के पक्ष-विपक्ष पर प्रकाश डालिए? [10]

प्रश्न 24.
‘भारत सरकार अधिनियम 1935’ की प्रमुख धाराओं का वर्णन कीजिए?  [10]
अथवा
1919′ के अधिनियम की प्रमुख धाराओं का उल्लेख कीजिए। [10]

खण्ड-‘ङ’

प्रश्न 25.
निम्नलिखित ऐतिहासिक तिथियों से सम्बन्धित घटनाओं का उल्लेख कीजिए। [10]
1. 1658 ई.
2. 1659 ई.
3. 1742 ई.
4. 1798 ई.
5. 1856 ई.
6. 1875 ई.
7. 1885 ई.
8. 1798 ई.
9. 1932 ई.
10. 1956 ई.

प्रश्न 26.
मानचित्र सम्बन्धी प्रश्न
दिए गए भारत के रेखा-मानचित्र में निम्नलिखित स्थानों का अंकन
(अ) चिह्न द्वारा दर्शाइए तथा उनके नाम भी लिखिए। सही नाम तथा सही स्थान दर्शाने के लिए 1+ 1 अंक निर्धारित है। |
(i) वह स्थान जहाँ से 1857 ई. की क्रान्ति की शुरुआत हुई। । [2]
(ii) वह स्थान जहाँ कांग्रेस का पहला अधिवेशन हुआ। । [2]
(iii) वह स्थान जहाँ जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड हुआ। । [2]
(iv) ‘राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956′ द्वारा 1 मई 1960 में किए गए परिवर्तन द्वारा गठित नया राज्य। [2]
(v) ‘2000 ई. में संसद द्वारा पारित विधेयक द्वारा गठित कोई एक राज्य। [2]

Answers

उत्तर 1.
(a) बाबर

उत्तर 2.
(b) दिल्ली में

उत्तर 3.
(c) शाहआलम

उत्तर 4.
(b) रायगढ़

उत्तर 5.
(d) लॉर्ड विलियम बैंण्टिक

उत्तर 6.
(a) राजाराम मोहन राय

उत्तर 7.
(a) लॉर्ड कर्जन

उत्तर 8.
(c) बाल गंगाधर तिलक

उत्तर 9.
(b) होमरूल आन्दोलन

उत्तर 10.
(b) नमक कानून तोड़ने हेतु

उत्तर 11.
राणा सांगा मेवाड़ के राजपूत शासक थे। 17 मार्च 1527 ई. को हुए खानवा के युद्ध में वे मुगल शासक बाबर से पराजित हो गए। इस | पराजय के निम्नलिखित परिणाम हुए।

  •  भारत पर मुगल साम्राज्य की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ।
  •  राजपूत सत्ता की पकड़ कमजोर हुई।

उत्तर 12.
शेरशाह को ‘शेर खाँ’ की उपाधि दक्षिण बिहार के सूबेदार बहार खाँ लोहानी के द्वारा एक शेर को मारने के उपलक्ष्य में प्रदान की गई थी। शेरशाह की बहादुरी से प्रभावित होकर लोहानी ने शेरशाह को अपने पुत्र जलाल खाँ का संरक्षक भी नियुक्त किया था।

उत्तर 13.
पुरन्दर की सन्धि शिवाजी और मुगल शासक औरंगजेब के मध्य 24 जून, 1665 को हुई। इस सन्धि के अनुसार, शिवाजी को अपने 33 में से 23 किले मुगलों को देने पड़े। उनके पुत्र शम्भाजी को मुगल दरबार में 5000 का मनसब दिया गया तथा शिवाजी ने मुगलों की तरफ से बीजापुर के विरुद्ध युद्ध एवं सेवा करने का वचन दिया। इस सन्धि के समय मनूची भी उपस्थित था।

उत्तर 14.
फ्रांसीसियों एवं अग्रेजों के मध्य तीन कर्नाटक युद्ध हुए। जिनमें फ्रांसीसियों की पराजय हुई। इन युद्धों में अंग्रेजों की सफलता के दो कारण निम्नलिखित थे।

(i) फ्रांसीसी सेनापति डुप्ले, बुसी, लाली की तुलना में अंग्रेज सेनापति क्लाइव, लॉरेन्स तथा आयरकूट की कुशलता।
(ii) इंग्लैण्ड की नौ-सेना की सर्वोच्चता।

उत्तर 15.
लॉर्ड लिटन के समय वर्ष 1878 में लागू वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट भारतीय भाषाओं में छपने वाले समाचार-पत्रों की स्वतन्त्रता को प्रतिबन्धित करने वाला एक कानून था। यह राष्ट्रवादी विचारों के प्रसार को रोकने के लिए लाया गया था। लॉर्ड रिपन ने 1882 ई. में इस एक्ट को रद्द कर दिया।

उत्तर 20.
1947 को अधिनियम ब्रिटिश संसद द्वारा पारित अधिनियम है, जिसके आधार पर भारत एवं पाकिस्तान में विभाजन किया गया। तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउण्ट बेटन की योजना पर आधारित यह विधेयक 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश संसद में पेश किया गया और 18 जुलाई 1947 को शाही संस्तुति मिलने के बाद अधिनियम बना। इस अधिनियम की मुख्य विशेषताएँ निम्न प्रकार हैं।

(i) भारतीय रियासतों को यह अधिकार दिया गया की वे अपनी इच्छानुसार भारत या पाकिस्तान में रह सकती हैं।
(ii) जब तक नया संविधान नहीं बन जाता, तब तक दोनों राज्यों का शासन भारत सरकार अधिनियम 1935 के द्वारा ही चलाया जाएगा।
(iii) भारत का विभाजन उसके स्थान पर भारत तथा पाकिस्तान नामक दो अधिराज्यों में होगा।
(iv) दोनों अधिराज्यों के पास अधिकार सुरक्षित होगा की वे इच्छानुसार राष्ट्रमण्डल में बने रहें या अलग हो जाएँ।
(v) ब्रिटेन में भारत ने मन्त्री के पद को समाप्त कर दिया गया।
(vi) 15 अगस्त, 1947 से भारत और पाकिस्तान में अलग-अलग गवर्नर जनरल कार्य करेंगे।
(vii) जब तक नए प्रान्तों में चुनाव नहीं हो जाते, उस समय तक प्रान्तों में पुराने विधानमण्डल कार्य कर सकेंगे।

उत्तर 23.
(ii) भारत में 17वीं शताब्दी तक ईस्ट-इण्डिया कम्पनी अपनी व्यापारिक स्थिति मजबूत कर चुकी थी। इसके बाद कम्पनी ने भारत के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप करना प्रारम्भ कर दिया। कम्पनी के राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण ही बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला तथा कम्पनी के मध्य सम्बन्ध कटु हो गए। जिसके कारण 1757 ई. में इनके मध्य प्लासी का युद्ध हुआ और सिराजुद्दौला की हार हुई। इस जीत के बाद कम्पनी ने अपनी इच्छानुसार बंगाल में नवाब बदलने प्रारम्भ कर दिए।

सिराजुद्दौला के पश्चात् मीर जाफर बंगाल का शासक बना था, जो अंग्रेजों और इस कम्पनी के फायदे के लिए कार्य करता रहता था। तीन वर्ष पश्चात् कम्पनी ने मीर जाफर को पदच्युत करके मीर कासिम को नवाब बनाया जो मीर जाफर का दामाद था।

मीर कासिम एक योग्य व्यक्ति था, इसने बंगाल का नवाब बनते ही अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए प्रशासनिक कदम उठाए। जिसके कारण मीर कासिम और कम्पनी के सम्बन्ध बिगड़ गए, जिसके कारण 1764 ई. में बक्सर का युद्ध हुआ, जिसमें ब्रिटिशों ने मुगल सम्राट शाह आलम बंगाल के नवाब मीर कासिम एवं अवध के नवाब सिजाउद्दौला को पराजित किया। इसके बाद भारत में ब्रिटेन की ताकत और बढ़ गई एवं इस जानकारी के बाद ब्रिटेन ने दुबारा लार्ड क्लाइव को बंगाल का गवर्नर बनाकर भारत भेजा।

लॉर्ड क्लाइव ने यहाँ प्रशासनिक सुधारों के अतिरिक्त 12 अगस्त 1765 ई. में मुगल सम्राटशाह आलम ने इलाहाबाद की सन्धि की इस सन्धि के द्वारा बंगाल में दोहरी सरकार अथवा द्वैध-शासन की स्थापना हुई। इससे कम्पनी को दीवानी और निजामत के अधिकार मिल गए थे, परन्तु कर्मचारी को मालगुजारी वसूल करने तथा | शासन चलाने का अनुभव नहीं था, इसलिए उन्होंने अधिकारों का विभाजन कर दिया। क्लाइव द्वारा स्थापित दोहरी शासन प्रणाली जटिल थी इस व्यवस्था में बंगाल का समस्त कार्य नवाब के नाम से चलता था, परन्तु उसके पास शक्ति नाममात्र की थी। नवाब कम्पनी के पेंशनर थे, परन्तु कम्पनी उन्हें खर्च के लिए निश्चित राशि देती थी। कम्पनी शासन कार्य में नवाब का निर्देशन करती थी, परन्तु रक्षा के लिए जिम्मेदार नहीं थी। कम्पनी एक तरफ बंगाल के नवाब के अधीन होने का दिखावा करती थी तो दूसरी तरफ वास्तविक शक्ति ही कम्पनी के हाथों में थी।

क्लाइव की इस प्रणाली को द्वैध-शासन प्रणाली कहा जाता है। इसके पक्ष एवं विपक्ष में प्रमुख बातें निम्न प्रकार हैं।

पक्ष

(i) कम्पनी के कार्यों के लिए ऐसे कर्मचारियों की कमी थी, जो भारतीय भाषाओं तथा रीति-रिवाजों से परिचित हो, ऐसी स्थिति में कम्पनी ने शासन का उत्तरदायित्व भारतीयों पर डाल दिया, जिससे कम्पनी का शासन सुव्यवस्थित ढंग से चलने लगा एवं भारतीय खुश हो गए।
(ii) उस समय भारत के साथ युरोपीय, पुर्तगाली एवं फ्रांसीसी भी व्यापार करते थे, जो ईस्ट-इण्डिया कम्पनी के विरोधी थे, परन्तु क्लाइव ने द्वैध-शासन की सहायता से बंगाल के नवाब को समक्ष रखकर इन सभी से व्यापार किया और अपनी स्थिति भी मजबूत
की जिसके कारण संघर्ष की स्थिति उत्पन्न न हो सकी। |
(iii) द्घ-शासन के कारण ही कम्पनी मराठों की शक्ति से बच गई एवं इसे मराठों का सामना नहीं करना पड़ा। |
(iv) द्वैध-शासन के पूर्व कम्पनी तथा बंगाल नवाब के बीच परस्पर झगड़े होते रहते थे। जिससे जनता भी नाराज थी इस शासन व्यवस्था के बाद यह राजनीतिक संघर्ष बन्द हो गए। इसके बदले बंगाल नवाब को 53 लाख रुपए पेन्श्न के रूप में नवाब को दिए जाते थे, जो शासन चलाने के लिए काफी न थे।
(v) द्वैध-शासन के कारण भारतीय देशी राजाओं में किसी सन्देह की स्थिति उत्पन्न नहीं हो सकी जिससे कम्पनी एवं जनता को संघर्ष की अग्नि में नहीं जलना पड़ा।

विपक्ष

(i) कम्पनी के पास वास्तविक शक्ति एवं नवाब के पास नाममात्र की शक्ति के कारण कम्पनी नवाबों को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करती थी, जिससे बंगाल की जनता के कल्याण सम्बन्धी कार्यों में बाधा उत्पन्न हुई।
(ii) द्वैध-शासन के कारण कम्पनी शासन प्रबन्ध की जिम्मेदार नहीं थी।
(iii) कम्पनी ने अपनी आय में वृद्धि के लिए करों की मात्रा में वृद्धि की जिससे कम्पनी के प्रति अराजकता एवं बंगाल में अव्यवस्था एवं अष्टाचार में वृद्धि हुई।
(iv) द्वैध-शासन के कारण कम्पनी ने सैन्य प्रशासन अपने हाथों में ले । लिया जिससे ब्राह्य युद्ध और शान्ति के लिए नवाब कम्पनी की प्रतिक्षा करता था।
(v) बंगाल में वैष-शासन के कारण न्याय व्यवस्था भंग हो गई, क्योंकि कम्पनी न्याय व्यवस्था में भी हस्तक्षेप करने लगी।
(vi) द्वेष-शासन के उद्योग एवं व्यापार को बहुत हानि हुई तथा बंगाल का सूती-वस्त्र उद्योग बर्बाद हो गया।
(vii) भूमि कर वसूली का कार्य ठेकेदार को सौंप दिया गया, जिससे बचत करने के लिए ठेकेदार कार्य करते थे, इसके कारण ही कृषि व्यवस्था भी बन्द हो गई।

उत्तर 25.
महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक तिथियाँ एवं उनका घटनाक्रम

1. 1658  ई. औरंगजेब एवं मुराद द्वारा सामूगद के युद्ध में दारा की सेना पर निर्णायक विजया औरंगजेब को सिंहासनारोहण/शाहजहाँ का बन्दी बनाया जाना।
2. 1659  ई. शिवाजी द्वारा अफजल खाँ का बधा। औरंगजेब का द्वितीय (औपचारिक) राज्याभिषेक|
3. 1742  ई. व्यापारिक हित हेतु फ्रांसीसियों का भारत के | राजनीतिक क्षेत्र में हस्तक्षेप|
4. 1798  ई. हैदराबाद के निजाम द्वारा सहायक सन्धि को स्वीकार करना।
5. 1856  ई. विधवा पुनर्निवाह अधिनियम पारित किया गया।
6. 1875  ई. बम्बई में स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा आर्य समाज की स्थापना, अलीगढ़ में मोहम्मडन एंग्लो ऑरिएण्टल कॉलेज की सर सैयद अहमद खाँ द्वारा स्थापना, न्यूयॉर्क में थियोसॉफिकल सोसायटी की स्थापना।
7. 1885  ई. अवकाश प्राप्त अंग्रेज अधिकारी एलन अक्टोवियन ह्यूम (ए. ओ. ह्यूम) द्वारा मुम्बई (बम्बई) में कांग्रेस की स्थापना
8. 1929  ई. दिसम्बर 1929 में कांग्रेस के लाहौर | अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की माँग की गई।
9. 1932  ई. साम्प्रदायिक निर्णय के विरुद्ध गाँधीजी का | अनशन। गाँधीजी तथा बी. आर. अम्बेडकर के बीच पूना समझौता
10. 1956  ई. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम 1956 पारित किया गया।

उत्तर 26.
(i) मेरठ
(ii) बम्बई (मुम्बई)
(iii) अमृतसर
(iv) गुजरात
(v) झारखण्ड
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UP Board Class 12 Sanskrit Model Papers Paper 2

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UP Board Class 12 Sanskrit Model Papers Paper 2

समय : 3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णांक : 70

निर्देश प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।

प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्य खण्ड पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (2 × 5=10)
उषसि च उत्थाय तस्य रविडधार्मिकस्य मनोरथं धनविसरैः पूरयित्वा, रमणीयेषु प्रदेशेषु कृतवसतिः अल्पैरेवाहेभिः उज्जयिनीम् आगाम्। तत्र पौराणां नमस्कारालिसहस्त्राणि प्रतीचछन् विवेश नगरीम्। दृष्ट्वा च पितरं दूरादेव अवतीर्य वाजिनः मौलिना महीम् अगच्छत्। अथ प्रसारितभुजेन ‘एसेहि’ इत्याहूय, पित्रा सुचिरं गाढम्, उपगूढः, करे गृहीत्वा विलासवतीभवनम् अनीयत राज्ञा। तयापि तथैव प्रत्युद्गम्य अभिनन्दितागमनः दिग्विजयसंबद्धाभिरेव ‘कथाभि: कंचित् कालं स्थित्वा, शुकनासं द्रष्टुम् आययौ। तत्रापि अमुनैव क्रमेण सुचिरं स्थित्वा, निवेद्य वैशम्पायनं स्कन्धावारवर्तिनं कुशलिनम् आलोक्य च मनोरमाम् आगत्य विलासवतीभवने एव सर्वाः स्नानादिकाः क्रियाः निरवर्तयत्।
(i) चन्द्रापीडः जरविड़धार्मिकं किं दत्तवान्?
(ii) पौराणां नमस्कारराञ्जलिसहस्त्राणि प्रतीच्छन् चन्द्रापीडः कुत्र – प्रविवेश?
(iii) करे गृहीत्वा पित्रा चन्द्रापीडं कुत्र अनयत्?
(iv) चन्द्रापीडः कं द्रष्टुम् आययौ?
(v) चन्द्रापीड: कुत्र आजगाम?

अथवा
प्रविश्य च गुहाद्वार एव धवलशिलातले समुपविष्टाम् अधोमुखीम् कथमपि तरलिकया विधृतशरीराम् महाश्वेताम् अपश्यत्। दृष्ट्वा च किमेतदिति तरलिकाम् अपृच्छत्। अथ महाश्वेतैव प्रत्यवादीत्-महाभाग! श्रुयताम्-केयूरकात् भवद्गमनम् आकर्य, विदीर्णमानसा समुत्पन्नानेक गुणवैराग्या पुनः कष्टतरतपश्चरणाय यावत् अत्रैवाहम् आयाता, तावत्र महाभागस्यैव तुल्याकृतिं ब्राह्मणयुवानम् अपश्यम् स तु माम् उपसृत्य अदृष्टपूर्वोऽपि प्रत्यभिजानन्निव सुचिरम् आलोक्य अब्रवीत्-“वरतनु, सवों जनो जगति वयसः सदृशम् आचरति। तव पुनः विसदृशानुष्ठाने कोऽयं प्रत्यनः? यदियं मालतीमालवे कण्ठप्रणयैकयोग्यता तनुः अनुचितेन अनेन तप:करणक्लेशेन ग्लानिम् उपनीयते” इति।
(i) गुहाद्वारे प्रविश्य चन्द्रापीडः कां पश्यति?
(ii) तरलिकां महाश्वेता विषये प्रश्नं कः पृच्छति?
(iii) चन्द्रापीइस्य प्रश्नोत्तरम् का ददाति?
(iv) धवलशिलातले का समुपविष्टाम?
(v) महाश्वेता कम् अपश्यत्?

प्रश्न 2.
अपनी पाठ्य-पुस्तक के आधार पर किसी एक पात्र का हिन्दी में चरित्र चित्रण कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द) (4)
(i) शुकनास
(ii) कादम्बरी
(iii) चन्द्रापीड

प्रश्न 3.
बाणभट्ट का जीवन परिचय हिन्दी अथवा संस्कृत में दीजिए। (4)

प्रश्न 4.
निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) शुकः’ कादम्बर्याम् पूर्वजन्मनि कः आसीत् ?
(i) श्वेतकेतु
(ii) कपिञ्जल:
(iii) वैशम्पायनः
(iv) चन्द्रापोड:

(आ) पुण्डरीकस्य पिता कः?
(i) श्वेतकेतुः
(ii) अश्वकेतुः
(iii) सूर्यकेतुः
(iv) चन्द्रकेतुः

प्रश्न 5.
निम्नलिखित श्लोकों में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(अ) स त्वं मदीयेन शरीरवृत्तिं देहेन निर्वर्तयितुं प्रसीद।
दिनावसानोत्सुकबालवत्सा विसृज्यतां धेनुरियं महर्षेः।।
अथवा
(आ) तस्मिन् क्षणे पालयितुः प्रजाना मुत्पश्यत: सिंहनिपातमुत्रम्।
अवाङ्मुखस्योपरि पुष्पवृष्टिः पपात विद्याधरहस्तमुक्ता।।

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(अ) निशम्य देवानुचरस्य वाचं मनुष्यदेवः पुनरप्युवाच।
धेन्वा तदध्यासितकातक्ष्या निरीक्ष्यमाणः सुतरां दयालुः।।
अथवा
(आ) पुरन्दर श्री; पुरमुत्पताक, प्रविश्य पौरैरभिनन्द्यमानः।
भुजे भुजङ्गेन्द्रसमानसारे, भूयः स भूमेधुरमाससञ्ज

प्रश्न 7.
कालिदास का संक्षिप्त जीवन परिचय हिन्दी या संस्कृत में दीजिए। (4)
अथवा
कालिदास की काव्यशैली संक्षेप में हिन्दी अथवा संस्कृत में लिखिए।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित में दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) रघुवंशे समुपवर्णित: अन्तिमः राजा अस्ति
(i) चन्द्रकेतुः
(i) अग्निवर्णः
(iii) मलयकेतुः
(iv) अजः

(आ) नन्दिनी ग द्वाविंशे दिवसे कुत्र प्रविष्टा?
(i) कानने
(ii) देवालये
(iii) गुहायाम्
(iv) वने

प्रश्न 9.
निम्नलिखित में से किसी एक की हिन्दी में ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(अ) रम्यान्तर: कमलिनीहरितैः सरोभि
श्छायाद्रुमैर्नियमितामयूखतापः।
भूयात् कुशेशयरजोमृदुरेणुरस्याः
शान्तानुकूलपवनश्च शिवश्च पन्थाः।।

अथवा
(आ) शुश्रूवस्व गुरुन् कुरु प्रियसखीवृत्तिं सपत्नीज़ने
भर्तर्विप्रकृताऽपि रोषणतया मा स्म प्रतीपं गमः।
भूयिष्ठं भव दक्षिणा परिजने भाग्येष्वनुत्सेकिन
यान्तयेवं गृहिणीपदं युवतयो वामाः कुलस्याधयः।।

प्रश्न 10.
निम्नलिखित में से किसी एक सूक्ति की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(i) अति स्नेह: पापशही।
(ii) वनौकसोऽपि सन्तो लौकिकज्ञा वयम्। वामाः कुलस्याधायः।
(iii) अपसृत पाण्डुपत्रा मुञ्चन्तयश्रूणीव लताः

प्रश्न 11.
महाकवि कालिदास की नाट्य शैली का परिचय हिन्दी या संस्कृत में दीजिए। [4]

प्रश्न 12.
निम्नलिखित दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) दुष्यन्तस्य नाट्यशास्त्रीय श्रेणी अस्ति [1]
(i) मीरललितः
(ii) धीरप्रशान्तः
(iii) धीरोदात्तः
(iv) धीर गंभीर:

(आ) अभिज्ञानशाकुन्तले कति ऋषयः सन्ति?
(i) त्रयः
(ii) पञ्च
(iii) षट्
(iv) द्वौ

प्रश्न 13.
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर संस्कृत में 10 पंक्तियों में निबन्ध लिखिए। (10)
(i) जनसंख्याः
(ii) मेरा प्रिय कविः कलिदासः
(iii) परोपकार:
(iv) महात्मा गाँधी

प्रश्न 14.
उपमा अलंकार की परिभाषा (हिन्दी अथवा संस्कृत) में सोदाहरण लिखिए।
अथवा
उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा संस्कृत में लिखिए। [3]

प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार का संस्कृत में अनुवाद कीजिए। (8)
(i) साधु की कुटिया नदी के पास है।
(ii) गाँव के चारों ओर वृक्ष हैं।
(iii) राम ने रावण को बाण से मारा।
(iv) सुरेश पैर से लँगड़ा है।
(v) विद्या से नम्रता आती है।
(vi) हरि को लड्डू अच्छे लगते हैं।

प्रश्न 16.
(अ) निम्नलिखित रेखांकित पदों में से किन्हीं दो में नियम-निर्देशपूर्वक विभक्ति का उल्लेख कीजिए। (2)
(i) रामाय नमः
(ii) दिलीप: नरेषु श्रेष्ठः आसीत्।।
(iii) स: अक्ष्गा काणः।

(आ) ‘सः चौरात् बिभेति’ इस वाक्य में ‘चौरात्’ पद में विभक्ति है?
(i) द्वितीया
(ii) पञ्चमी
(iii) सप्तमी
(iv) षष्ठी

प्रश्न 17.
(अ) निम्नलिखित पदों में से किसी एक पद में विग्रह कीजिए। (3)
(i) मातरौ
(ii) यथाशक्ति
(iii) प्रतिदिनम्

(आ) नवरात्र में प्रयुक्त समास का नाम है।
(i) द्विगु
(ii) अव्ययीभाव
(iii) द्वन्द्व कर्मधारयः

प्रश्न 18.
(अ) जगदीशः का सन्धि विधायक सूत्र लिखिए। [1]
(आ) वागीश;’ का विच्छेद हैं। [1]
(i) चाक् + गीशः
(ii) वाम् + ईशः
(iii) वाग् + ईशः
(iv) वाग् + एश:

प्रश्न 19.
(अ) वारिणा पद में ‘वारिणी’ प्रातिपदिक के किस विभक्ति एवं वचन का रूप हैं? (2)
(आ) ‘वारिणि’ पद में ‘चारि’ प्रातिपदिक के किस विभक्ति व वचन का रूप हैं? (1)
(i) तृतीया, एकवचन
(ii) चतुथीं, द्विवचन
(iii) सप्तमी, एकवचन
(iv) प्रचमा, एकवचन

प्रश्न 20.
(अ) ‘नयामि’ क्रियापद का पुरुष और वचन लिखिए। (1)
(आ) ‘नी’ धातु के लोट्लकार उत्तमपुरुष एकवचन का रूप लिखिए। (1)
(i) नयानि
(ii) नेष्ये
(iii) नयै
(iv) अनये

प्रश्न 21.
(अ) ‘पठन्’ प्रयुक्त प्रकृति एवं प्रत्यय है। [1]
(i) पठ् + ल्युट्
(ii) पद् + क्त्वा
(iii) पद् + शनिच्
(iv) पद् + अनीयर्

(आ) ‘नी’ धातु में ल्युट् प्रत्यय लगाने पर रूप होता है।
(i) नयनम्
(ii) नयन्
(iii) नयमान:
(iv) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 22.
अधोलिखित वाक्यों में से किसी एक का वाच्य परिवर्तन कीजिए। (2)
(i) बालक ग्रामं गच्छति
(ii) रमा पुस्तकम् पठति
(iii) तेन हस्यते

Solutions

उत्तर 1.
(i) चन्द्रापीडः जरद्रविडधार्मिकं धनराशिं दत्तवान्।
(ii) पौराणां नमस्काराञ्जलिसहस्त्राणि प्रतीच्छन् चन्द्रापीड: उज्जयिन्याम् प्रविवेश।
(iii) करें गृहीत्वा पित्रा चन्द्रापीड विलासवती भवनं अनयत्।
(iv) चन्द्रापीछः शुकनासं द्रष्टुम आययौ।
(v) चन्द्रापीडः उज्जयिनीम् आजगाम्।

अथवा
(i) गुहाद्वारे प्रविश्य चन्द्रापीडः महाश्वेतां पश्यति।
(ii) तरलिको महाश्ता विषये प्रश्नं चन्द्रापीडः पृच्छति।
(iii) चन्द्रापीडस्य प्रश्नोत्तरम् महाश्वेता ददाति।
(iv) धवलशिलातले महाश्वेता समुपविष्टाम आसीत्।
(v) चन्द्रापस्यैव तुल्याकृति ब्राह्मण युवानम् अपश्यत्

उत्तर 4.
(अ) (iii) वैशम्पायनः,
(आ) (i) श्वेतकेतुः

उत्तर 8.
(अ) (ii) अग्निवर्णः
(आ) (iii) गुहायाम्

उत्तर 12.
(अ) (iii) धीरोदात्तः
(आ) (i) त्रयः

उत्तर 18.
(अ) ‘झलां जशोऽन्ते’
(आ) (i) वाक् + गीशः

उत्तर 19.
(अ) द्वितीया विभक्ति, द्विवचन
(आ) (iii) सप्तमी, एकवचन

उत्तर 20.
(अ) इस प्रश्न के उत्तर के लिए पृष्ठ संख्या 84-94 देखें।
(आ) नयानि

उत्तर 21.
(अ) (i) पठ् + ल्युट्
(आ) (i) नयनम्

उत्तर 22.
(i) बालकेन ग्रामः गम्यते।
(ii) रमया पुस्तकं पठ्यते।
(iii) स; इसति।

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UP Board Class 12 Pedagogy Model Papers Paper 2

UP Board Class 12 Pedagogy Model Papers Paper 2 are part of UP Board Class 12 Pedagogy Model Papers. Here we have given UP Board Class 12 Pedagogy Model Papers Paper 2.

Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject Pedagogy
Model Paper Paper 2
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 12 Pedagogy Model Papers Paper 2

समय :
3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णांक :
100

निर्देश :
प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
नोट

  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • प्रश्न संख्या 1 वस्तुनिष्ठ प्रकार का है। प्रश्न संख्या 2 से 8 तक निश्चित उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रश्न संख्या 7 से 12 तक अतिलघु उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनमें से प्रत्येक का उत्तर लगभग 25 शब्दों में, प्रश्न संख्या 13 से 18 तक लघु उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनमें से प्रत्येक का उत्तर लगभग 50 शब्दों में तथा प्रश्न संख्या 19 से 21 तक विस्तृत उत्तरीय प्रश्न हैं, जिनमें से प्रत्येक का उत्तर लगभग 250 शब्दों के अन्तर्गत लिखना है।
  • सभी प्रश्नों के निर्धारित अंक उनके सम्मुख अंकित हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
(क) सामान्य विषयों तथा लौकिक विषयों को शिक्षा में शामिल करना किस धर्म के शिक्षा पद्धति में की गई थी? [1]
(a) वैदिककालीन
(b) मध्यकालीन
(c) बौद्धकालीन
(d) जैनकालीन

(ख) भारत में आधुनिक विश्वविद्यालय की स्थापना का सुझाव दिया गया था। [1]
(a) 1813 के आज्ञा-पत्र द्वारा
(b) 1833 के आज्ञा-पत्र द्वारा
(c) 18:35 के मैकाले के विवरण-पत्र द्वारा
(d) 1854 के वुड़ के घोषण-पत्र द्वारा

(ग) मुस्लिम काल में बिस्मिल्लाह संस्कार के समय बालक की आयु क्रितनी होती थी? [1]
(a) 5 वर्ष 5 माह 5 दिन
(b) 8 वर्ष 8 माह 8 दिन
(c) 2 वर्ष 2 माह 2 दिन
(d) 4 वर्ष 4 माह एवं 4 दिन

(घ) निम्न में से कौन एक गाँधीजी की शिक्षा योजना नहीं थी? [1]
(a) बेसिक शिक्षा
(b) वर्धा योजना
(c) नई तालीम
(d) हस्तशिल्प शिक्षा

(ङ) प्राचीन काल में उच्च शिक्षा प्राप्त स्त्रियों को क्या कहा जाता था? [1]
(a) ब्रह्मवादिनी
(b)दुर्गावादिनी
(c) वैदवादिनी
(d) सप्तगयादिनी

निश्चित उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 2.
मुस्लिम काल में उच्च शिक्षा की व्यवस्था किन संस्थाओं में होती थी? [1]

प्रश्न 3.
भारत में निरक्षरता दूर करने के लिए किस प्रकार की शिक्षा की आवश्यकता है? [1]

प्रश्न 4.
आग लगने का केन्द्रित कारक कौन होता है?  [1]

प्रश्न 5.
भारत की नई जनसंख्या नीति कब घोषित की गई? [1]

प्रश्न 6.
सामूहिक अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण किन लोगों के लिए होता है?  [1]

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 7.
भारत में सामाजिक शिक्षा के उद्देश्य और लक्ष्य बताइए। [4]

प्रश्न 8.
पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ है। [4]

प्रश्न 9.
उपलब्धि परीक्षण के क्या उद्देश्य हैं। [4]

प्रश्न 10.
मानसिक स्वास्थ्य को महत्त्व लिखिए। [4]

प्रश्न 11.
प्राकृतिक आपदा से क्या आशय है? [4]

प्रश्न 12.
थॉर्नडाइक के अनुसार उपलब्धि परीक्षण क्या है? [4]

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 13.
भूकम्प आने से क्या-क्या हानियाँ होती हैं? [6]

प्रश्न 14.
शिक्षा के प्रसार के लिए राज्य सरकार द्वारा क्या क्या प्रयास किए जा रहे हैं? [6]

प्रश्न 15.
निर्देशन और परामर्श में अन्तर स्पष्ट कीजए। [6]

प्रश्न 16.
मानसिक स्वास्थ्य तथा मानसिक विज्ञान में अन्तर स्पष्ट कीजिए। [6]

प्रश्न 17.
शिक्षा में अवरोधन के क्या कारण है? [6]

प्रश्न 18.
जनसंख्या विस्फोट क्या है? भारत में जनसंख्या वृद्धि के क्या कारण है? [6]

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 19.
वैदिककाल तथा बौद्ध शिक्षा की समानताओं तथा असमानताओं का वर्णन कीजिए। [10]
अथवा
मध्यकालीन मुस्लिम शिक्षा की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। [10]

प्रश्न 20.
सीखना क्या है? थॉर्नडाइक के अनुसार सीखने के मुख्य नियमों का वर्णन कीजिए। [10]
अथवा
बुद्धिलब्धि क्या है? इसे कैसे निकला जाता है? शिक्षा में इसकी क्या उपयोगिता है? [5 + 5]

उत्तरमाला

उत्तर 1 :
(c) बौद्धकालीन
(c) बौद्धकालीन
(d) 4 वर्ष 4 माह एवं 4 दिन
(c) नई तालीम
(a) ब्रह्मवादिनी

उत्तर 2 :
मुस्लिम काल में उच्च शिक्षा की व्यवस्था मदरसों में होती थी।

उत्तर 3 :
अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा तथा प्रौढ़-शिक्षा की व्यवस्था की आवश्यकता हैं।

उत्तर 4 :
आग लगने के पीछे मनुष्य केन्द्रित कारक होता है।

उत्तर 5 :
भारत की नई जनसंख्या नीति 15 फरवरी, 2000 को प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा घोषित की गई।

उत्तर 6 :
मुख्यतः अनपढ़ तथा मानसिक रूप से पिछड़े बच्चों का परीक्षण करने के लिए।

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