UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 8 स्वतंत्रता दिवसः

UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 8 स्वतंत्रता दिवसः (स्वतंत्रता दिवास)

स्वतंत्रता दिवसः शब्दार्थाः

त्रिवर्णम् = तिरंगा/तीन रंगों वाला
ध्वजम् = झंडे को
परिधाय = धारण करके
मिष्टान्नं = मिठाई को
भुक्त्वा = खाकर
अभवत् = हुआ

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स्वतंत्रता दिवसः अभ्यासः

मौखिक:

प्रश्न १.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर बताइए
(क) स्वतंत्रतादिवसे कः ध्वजं आरोहयति?
उतर:
स्वतंत्रतादिवसे देशस्य प्रधानमंत्री ध्वजं आरोहयति।

(ख) छात्राः किं गायन्ति?
उत्तर:
छात्राः राष्ट्रगानं गायन्ति।

(ग) अन्ते किं वितरणं भवति?
उत्तर:
अन्ते मिष्टान्न वितरणं भवति।

लिखितः

प्रश्न २.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके)
उत्तर:
(क) अस्मिन् दिवसे देशस्य प्रधानमंत्री त्रिवर्णं ध्वजं आरोहयति ।
(ख) विद्यालये प्रधानाचार्यः ध्वजारोहणं करोति।
(ग) अन्ते मिष्टान्नवितरणं भवति
(घ) मिष्टान्नं भुक्त्वा छात्रः हर्षपूर्वक स्वगृहं गच्छन्ति।

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UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 7 बाल-क्रीड़ा

UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 7 बाल-क्रीड़ा (बालक्रीड़ा)

बाल-क्रीड़ा शब्दार्थाः

कन्दुकेन = गेंद
अपसर = दूर हटो
हस्ताघातम् = हाथों का आघात/प्रहार
मृदुलम् = कोमल
एकः एकः = अकेले-अकेले
सकुलम् = समूह के साथ
गुरुणा दत्तम् = गुरु जी ने दिया है/गुरु जी द्वारा दिया गया
मह्यं तु क्रीडार्थम् = मेरे खेलने के लिए
अत्र न तिष्ठ = यहाँ मत 
बैठो
गच्छ त्वं पठनार्थम् = पढ़ने जाओ
नहि कलहं कुर्वन्ति बालकाः = लड़के/बच्चे नहीं झगड़ते 

UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 7 बाल-क्रीड़ा

बाल-क्रीड़ा अभ्यासः

प्रश्न १.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(क) कन्दुकं केन दत्तम्?
उत्तर:
कन्दुकं गुरुणा दत्तम् ।

(ख) बालकाः शिशु-छात्रं कि कथयन्ति?
उत्तर:
बालकाः शिशु-छात्रं कथयन्ति, अपसर-अपसर, अत्र न तिष्ठ, गच्छ त्वं 
पठनार्थम।

(ग) कन्दुकं किं वहति?
उत्तर:
कन्दुकं मृदुलं वहति ।

(घ) बालकाः किं न कुर्वन्ति?
उत्तर:
बालकाः कलहं न कुर्वन्ति ।

नोट – विद्यार्थी पाठ में दिए गए बालगीत का सस्वर वाचन करें।

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UP Board Class 4 Hindi निबंध रचना

UP Board Class 4 Hindi निबंध रचना

हमारा विद्यालय

मेरे विद्यालय का नाम ‘प्राथमिक विद्यालय’ है। यह शहर के अच्छे विद्यालयों में से एक है। मेरा विद्यालय शहर में ही स्थित है। यह पक्की सड़क के पास है। इसके समीप ही एक उद्यान भी है। यहाँ हमें साफ हवा मिलती है इस सड़क पर मोटरें व बसें नहीं चलती; अतः छोटे-छोटे बच्चे आसानी से आ-जा सकते हैं और वाहन से दुर्घटना हो जाने का भय नहीं रहता।

मेरे विद्यालय की इमारत बहुत ही आलीशान है। इसमें पाँच कमरे हैं। सभी कमरे हवादार हैं। प्रत्येक कमरे में बिजली के पंखे लगे हैं; पास में ही खेल का मैदान है, जहाँ हम सभी खेलते हैं।

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दीपावली

दीपावली का त्योहार प्रकाश का त्योहार कहा जाता है। भारत में हर वर्ग के लोग इसे बहुत उमंग और उत्साह से मनाते हैं। इसी दिन भगवान श्री राम लंका के राजा रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे थे। इसी उपलक्ष्य पर यह त्योहार मनाया जाता है। घरों को दीप और झालरों से सजाया जाता है। श्री गणेश और लक्ष्मी जी की पूजा होती है। व्यापारी नए खाते का शुभारंभ करते हैं। कहावत है, ‘लक्ष्मी जी इसी दिन आधी रात को घर में प्रवेश करती हैं। दीपावली का पर्व हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने की प्रेरणा देता है। हमें चाहिए कि इस पर्व पर फैली बुराइयों को दूर करें तथा नए उमंग और उल्लास के साथ इसे मनाएँ।

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UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 6 बुद्धिबलम्

UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 6 बुद्धिबलम् (बुद्धिबल)

बुद्धिबलम् शब्दार्थाः

बुद्धिर्यस्य बलंतस्य = बुद्धिमान ही बलवान होता है
वारः = बारी
आयातः = आया/आई
अवरोधम् = रुकावट/बाधा
कूपस्य = कुएँ के
प्रतिबिंब = परछाईं को
अकूर्दत् = कूद गया
साधूक्तम् (साधु + उक्तम्) = ठीक ही कहा गया है
अपृच्छत् = पूछा
द्रष्टुम् = देखने के लिए
अनयत् = लाया

UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 6 बुद्धिबलम्

बुद्धिबलम् अभ्यासः

मौखिक:

प्रश्न १.
उपर्युक्त (पाठ में दी गई) कहानी अपने शब्दों में सुनाइए।
उत्तर:
किसी जंगल में एक सिंह रहता था। वह प्रतिदिन कई पशुओं का वध कर देता था। एक बार सभी पशुओं ने फैसला किया कि हममें से कोई-न-कोई रोज सिंह के पास शिकार के रूप में प्रस्तुत होगा। इससे हम प्राणियों की अनावश्यक हत्या नहीं होगी। इस निर्णय से सिंह भी खुश था। उसे बैठे-बिठाए शिकार मिलने की सुविधा मिल गई थी।

एक दिन एक छोटे-से खरगोश की बारी आई। उसने इस समस्या से सदा के लिए छुटकारा पाने का उपाय ढूँढ़ लिया। वह बहुत देर से सिंह के पास पहुँचा। सिंह ने गरजकर विलंब से आने का कारण पूछा, तो उसने दूसरे सिंह द्वारा रोक लिए जाने की बात कही। भूखा सिंह गुस्से में खरगोश के साथ चल पड़ा। खरगोश उसे एक कुएँ के निकट ले गया और दूसरे सिंह के उसमें छिपे होने की बात कहने लगा। क्रोध में अंधे हो चके सिंह ने कएँ में अपनी परछाई को ही दूसरा सिंह समझ उस पर छलाँग लगा दी और वह कुएँ में गिरकर मर गया।

ठीक कहा गया है कि बुद्धिमान ही बलवान होता है।

लिखितः

प्रश्न २.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में लिखिए
(क) सिंहः कुत्र आसीत् ?
उत्तर:
सिंह: एकस्मिन् वने आसीत् ।

(ख) सः किम् अकरोत् ?
उत्तर:
सः प्रतिदिनं पशूनां वधं अकरोत् ।

(ग) शशकः विलम्बस्य किम् कारणम् अवदत्?
उत्तर:
शशक: मार्गे अन्य सिंहेन अवरोधं विलम्बस्य कारणम् अवदत् ।

(घ) शशकः सिंह कुत्र अनयत्?
उत्तर:
शशकः सिंह एकस्य कूपस्य समीपम् अनयत् ।

प्रश्न ३.
संस्कृत में अनुवाद कीजिए
(क) बालक पढ़ता है।
अनुवाद:
बालकः पठति।

(ख) वह खाता है।
अनुवाद:
सः खादति।

(ग) वे हँसते हैं।
अनुवाद:
ते हसन्ति।

UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 6 बुद्धिबलम्

(घ) राधा खेलती है।
अनुवाद:
राधा खेलति।

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UP Board Class 4 Hindi प्रार्थना पत्र (पत्र – लेखन)

UP Board Class 4 Hindi प्रार्थना पत्र (पत्र – लेखन)

पिता जी को पत्र

222/ए-4
सुभाष नगर दिल्ली
दिनांक : 17 मार्च, 20xx

पूज्यवर पिता जी,

सादर प्रणाम!
मैं कुशलपूर्वक हूँ तथा सारे परिवार की कुशलता के लिए सदैव ईश्वर से प्रार्थी हूँ। पिता जी, अगले महीने मेरी वार्षिक परीक्षा है, मैं मेहनत से पढ़ रहा हूँ। परीक्षा समाप्त होने पर आप सबके दर्शन कर सकूँगा। माता जी को प्रणाम, छोटे भाई-बहन को प्यार।

आपका आज्ञाकारी पुत्र
राहुल

बीमारी के कारण अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र

सेवा में,
प्रधानाध्यापक महोदय,
प्राथमिक विद्यालय,
मेरठ महोदय,

निवेदन यह है कि मुझे कल रात से बुखार आ रहा है, जिसके कारण मैं स्कूल नहीं आ सकूँगा; अतः आपसे प्रार्थना है कि आप मुझे दो दिनों का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। मैं आपका आभारी रहूँगा।

आपका आज्ञाकारी शिष्य
दिनांक:10 जून, 20xx
गौतम कुमार
कक्षा-4

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