UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 भारतीय संस्कृति के अग्रदुत भारतीर (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 भारतीय संस्कृति के अग्रदुत भारतीर (महान व्यक्तित्व)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 भारतीय संस्कृति के अग्रदुत भारतीर (महान व्यक्तित्व).

पाठ को सारांश

महर्षि अगस्त्य-इनको जन्म काशी में हुआ। ये काशी के विश्वनाथ मन्दिर में पूजा-पाठ करते थे। इन्होंने विंध्याचल पार कर सुदूर दक्षिण भारत में शैव मत का प्रचार किया। स्थानीय लोगों को शिष्य बनाकर विंध्याचल के घने जंगल कटवाए और यहाँ नगरों और आश्रमों की स्थापना की। यहाँ के लोगों को कला-कौशल सिखाया। पाण्ड्य देश के राजा इन्हें देवता की तरह (UPBoardSolutions.com) पूजते थे। भारतीय संस्कृति और शैव धर्म के प्रचार के लिए ये भारत से बाहर कम्बोडिया, जावा, सुमात्रा, बोर्नियो आदि द्वीपों तक गए। कहा जाता है कि ये समुद्र पी गए थे। कम्बोडिया के एक शिलालेख के अनुसार इनमें अलौकिक शक्ति थी। ये कम्बोडिया में भुदेश्वर नामक शिवलिंग की पूजा-अर्चना बहुत समय तक करते रहे। यहीं पर इनका स्वर्गवास हुआ। भारत के बाहर सुदूर देशों तक जाकर भारतीय संस्कृति और शैव धर्म का प्रचार करने वाले महर्षि अगस्त्य प्रथम व्यक्ति थे।

महर्षि पतञ्जलि – महर्षि पतञ्जलि पाटलिपुत्र के राजा पुष्यमित्र शुंग के समकालीन थे। इनके दो कार्य प्रसिद्ध हैं- प्रथम तो व्याकरण की पुस्तक ‘महाभाष्य’ के लिए तथा दूसरे पाणिनि के ‘अष्टध्यायी’ की टीका लिखने के लिए। महाभाष्य व्याकरण ग्रन्थ है, इसमें साहित्य, धर्म, भूगोल, समाज तथा रहन-सहन के तथ्य भी मिलते हैं। पतञ्जलि के बाद यह पुस्तक लुप्त हो गई थी। इसे कश्मीर के राजा जयादित्य ने खोज करके पुनः लिखवाया। पतञ्जलि ने संस्कृत भाषा को वैज्ञानिक स्वरूप प्रदान किया। प्राचीन काल में किसी भी देश में व्याकरण का ऐसा विद्वान नहीं हुआ।

ऋषि याज्ञवल्क्य – इस नाम के दो विद्वान हुए हैं-पहले राजा जनक के समय में और दूसरे युधिष्ठिर काल में। यहाँ दूसरे याज्ञवल्क्य का विवरण है। इन्होंने ‘याज्ञवल्क्य-स्मृति’ नामक धर्मशास्त्र की रचना की जिसे याज्ञवल्क्य-संहिता भी कहा जाता है। स्मृति प्राचीन काल में ऐसे धर्मशास्त्र को कहा जाता था जिसमें आचार-व्यवहार, नियम-कानून (UPBoardSolutions.com) आदि की व्यवस्था दी जाती थी। याज्ञवल्क्य-स्मृति के एक हजार बारह श्लोक तीन अध्यायों में विभक्त हैं। इस ग्रन्थ पर अनेक टीकाएँ की गई हैं, जिनमें मिताक्षरा और दायभाग प्रसिद्ध हैं। हिन्दू कानून के लिए यह पुस्तक प्रामाणिक मानी जाती है। याज्ञवल्क्य ने शास्त्रार्थ में अनेक पण्डितों को हराया था। उन्होंने भारतीय संस्कृति को अमर बनाने की चेष्टा की।

UP Board Solutions

अभ्यास-प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
प्रश्न 1.
महर्षि अगस्त्य ने दक्षिण भारत में कौन से सामाजिक कार्य किए?
उत्तर :
महर्षि अगस्त्य ने विंध्याचल का जंगल कटवाया। यहाँ नगरों और आश्रमों की स्थापना की। लोगों को कला-कौशल सिखाया। आयुर्वेद का प्रचार किया। हिन्दू धर्म, कला, संस्कृति और भाषा का ज्ञान दिया।

प्रश्न 2.
महाभाष्य की रचना किसने और कहाँ की थी?
उत्तर :
महाभाष्य की रचना महर्षि पतञ्जलि ने काशी में की थी।

प्रश्न 3.
महर्षि पतंजलि के लुप्त महाभाष्य की खोज किसने करायी ?
उत्तर :
कश्मीर के राजा जयादित्य ने लुप्त महाभाष्य की खोज कराई।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
ऋषि याज्ञवल्क्य ने किस ग्रन्थ की रचना की थी?
उत्तर :
ऋषि याज्ञवल्क्य ने याज्ञवल्क्य-स्मृति की रचना की थी।

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए- (पूर्ति करके)

  • पाण्ड्य देश के राजा अगस्त्य को देवता की तरह पूजते थे।
  • कम्बोडिया में अगस्त्य ने भुदेश्वर नामक शिवलिंग की बहुत काल तक पूजा की थी।
  • महर्षि पतंजलि पाटलिपुत्र के राजा पुष्यमित्र शुंग के समकालीन थे।
  • न्होंने पाणिनि के अष्टाध्यायी की टीका भी लिखी।।

UP Board Solutions

प्रश्न 6.
पता कीजिए-
नोट – विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिका की सहायता से स्वयं पता करें।

We hope the UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 भारतीय संस्कृति के अग्रदुत भारतीर (महान व्यक्तित्व) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 भारतीय संस्कृति के अग्रदुत भारतीर (महान व्यक्तित्व), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 सावित्री (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 सावित्री (महान व्यक्तित्व)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 सावित्री (महान व्यक्तित्व).

पाठ का सारांश

प्राचीनकाल में हमारे देश के मद्र देश पर अश्वपति नाम के एक राजा राज्य करते थे। इनकी कन्या का नाम सावित्री था। सावित्री बहुत सुन्दर और गुणवती थी। उसके पिता चाहते थे कि सावित्री को बहुत अच्छा पति मिले। एक बार सावित्री तीर्थयात्रा को गई। वन में उसका सत्यवान से परिचय हुआ। सत्यवान के पिता किसी समय शाल्व देश के राजा थे। उस समय वे वन में तपस्या कर रहे थे। दूसरे दिन सावित्री ने अपने पिता से सत्यवान से विवाह करने की अनुमति माँगी।

अश्वपति बड़े प्रसन्न हुए किन्तु जब उन्हें यह पता लगा कि सत्यवान की आयु अब अधिक शेष नहीं है तो वे बहुत दु:खी हुए लेकिन सावित्री अपनी बात पर डटी रही। अन्त में अश्वपति ने विवाह की अनुमति दे दी। सत्यवान और सावित्री का विवाह हो गया। एक बार वन में सत्यवान के सिर में भयंकर दर्द उठा और वह बेहोश हो गया। उसी समय यमराज सत्यवान (UPBoardSolutions.com) के प्राण लेकर चल दिए। सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चल दी। यमराज ने सावित्री को वापस भेजना चाहा किन्तु सावित्री ने यमराज का पीछा न छोड़ा। यमराज ने सावित्री को अनेक वरदान भी दिए किन्तु सावित्री फिर भी यमराज के पीछे-पीछे चलती रही।

यमराज ने सावित्री को फिर समझाया और उससे एक और वरदान माँगने को कहा। सावित्री ने कहा कि यदि आप प्रसन्न हैं तो मुझे यह वरदान दीजिए कि मैं पुत्रवती हो जाऊँ। यमराज ने यह वरदान भी सावित्री को दे दिया। यमराज अब फिर आगे चल दिए किन्तु सावित्री वापस नहीं लौटी। अब तो यमराज को क्रोध आ गया। उन्होंने फिर सावित्री को लौट जाने को कहा। सावित्री बोली- धर्मराज, आप मुझे पुत्रवती होने का आशीर्वाद दे चुके हैं और मेरे पति को आप अपने साथ लिए जा रहे हैं, तब यह कैसे हो सकता है कि मैं पुत्रवती हो जाऊँ? यमराज को अब अपनी भूल मालूम हुई। उन्होंने सत्यवान (UPBoardSolutions.com) के प्राण छोड़ दिए और सत्यवान जीवित हो गया।

शिक्षा – सावित्री की तरह सच्ची लगन, आत्मविश्वास और दृढ़ विचार वाले कठिन से कठिन कार्य को भी पूर्ण करने में सफल हो जाते हैं।

UP Board Solutions

अभ्यास-प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
सावित्री कौन थीं? उनका विवाह किससे हुआ था ?
उत्तर :
सावित्री राजा अश्वपति की पुत्री थी। उसका विवाह सत्यवान के साथ हुआ।

प्रश्न 2.
सावित्री के पिता सावित्री का विवाह सत्यवान के साथ क्यों नहीं करना चाहते थे?
उत्तर :
सावित्री के पिता सावित्री का विवाह सत्यवान से इसलिए नहीं करना चाहते थे क्योंकि सत्यवान की आयु बहुत कम थी। उसकी आयु और एक साल बची थी।

प्रश्न 3.
सावित्री ने यमराज से कौन-कौन से वर माँगे?
उत्तर :
सावित्री ने प्रथम वरदान में- “मेरे सास और ससुर देखने लगे और उन्हें उनका राज्य मिल जाए।” दूसरे में- “मेरे पिता को सन्तान प्राप्त हो जाए।” तीसरे में- “मैं पुत्रवती हो जाऊँ।”

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
यमराज ने सत्यवान के प्राण क्यों छोड़ दिए?
उत्तर :
यमराज ने सत्यवान के प्राण इसलिए छोड़ दिए (UPBoardSolutions.com) क्योंकि उन्होंने भूल से सावित्री को पुत्रवती होने का वरदान दे दिया था। और यह सत्यवान के बिना संभव नहीं था।

प्रश्न 5.
इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर :
सच्ची लगन, आत्मविश्वास और दृढ़ विचार वाले मनुष्य कठिन कार्य करने में सफलता प्राप्त करते हैं।

We hope the UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 सावित्री (महान व्यक्तित्व) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 सावित्री (महान व्यक्तित्व), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness Chapter 10 खेल : नियम, प्रबन्धन एवं पुरस्कार

UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness Chapter 10 खेल : नियम, प्रबन्धन एवं पुरस्कार

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness. Here we have given UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness Chapter 10 (खेल : नियम, प्रबन्धन एवं पुरस्कार)

Question 1.
खेल प्रबन्धन से तुम क्या समझते हो?
Solution:
खेल प्रबन्धन का तात्पर्य खेल के लिए समुचित व्यवस्था करने से है। खेल-कूद से बौधिक तथा शारीरिक विकास होता है। इसीलिए विद्यालय में विषयों के अध्यापक तथा खेल के समये भी निर्धारित होते हैं। यह (UPBoardSolutions.com) इसलिए होता है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी सुचारु रूप से हो सके। यह विद्यालय प्रबन्ध के अन्तर्गत आता है। इसी तरह विद्यालय में खेलकूद के आयोजन हेतु जब प्रबन्धन किया जाता है तो उसे खेल प्रबन्धन कहते हैं। खेल प्रबन्धन में निम्नलिखित बातों को ध्यान रखा जाता है
(क) खेल का स्थान एवं समय निश्चित करना।
(ख) मैदान के निर्माण हेतु सामग्री व खेल उपकरण उपलब्ध कराना।
(ग) खेलकूद हेतु निर्णायक नियुक्त करना।
(घ) प्राथमिक चिकित्सा एवं सुरक्षा का पूर्ण प्रबन्ध करना।
(ङ) खिलाड़ी, निर्णायकों तथा अतिथिगण के बैठने की व्यवस्था करना।
(च) पीने के पानी एवं जलपान की व्यवस्था करना।
(छ) क्रीड़ा हेतु धन की व्यवस्था करना।
(ज) आवास की व्यवस्था करना।

UP Board Solutions

Question 2.
खेल नियोजन क्यों आवश्यक है?
Solution:
किसी भी कार्य को व्यवस्थित एवं सुचारु रूप से चलाने के लिए उसकी रूपरेखा या योजना बनाना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है। खेल का आयोजन करने से पहले ही उसकी योजना बना लेना आवश्यक (UPBoardSolutions.com) होता है, जिससे खेल को बिना किसी विघ्न-बाधा के सुचारु रूप से सम्पन्न किया जा सके। खेल नियोजन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखा जाता है।
(क) विद्यालय में उपलब्ध भौतिक संसाधन।
(ख) मानवीय संसाधन (कुशल शिक्षक) की उपलब्धता।
(ग) खेल सामग्री की उपलब्धता।।
(घ) ऋतु, मौसम तथा परिवेश के अनुकूल खेल।

Question 3.
खेल समिति के पद बताइए।
Solution:
खेल नियोजन के लिए गठित की गई मुख्य समिति में निम्नलिखित चार पद होते हैं
(क) अध्यक्ष
(ख) उपाध्यक्ष
(ग) सचिव
(घ) कोषाध्यक्ष ।

Question 4.
अर्थ व्यवस्था समिति का कार्य बताइए।
Solution:
खेल के आयोजन में आने वाले सभी खर्चे के लिए धन का प्रबन्ध करने वाली समिति को अर्थ व्यवस्था समिति कहते हैं। यह खेल आयोजन के लिए धन एकत्रित करने के साथ-साथ बजट भी बनाती है तथा बजट के अनुसार खर्च करती है। यह खेल के आयोजन में खर्च किए गए पूरे धन का लेखा-जोखा रखती है।

UP Board Solutions

Question 5.
खेल उपकरण समिति क्या कार्य करती है?
Solution:
खेल उपकरण समिति सहायक समिति होती है। यह खेल (UPBoardSolutions.com) के मैदान को सही तरीके से व्यवस्थित कराती है। मैदान को साफ-सुथरा तथा खेलने योग्य बनाती है। यह खिलाड़ियों के लिए सभी उपकरणों की व्यवस्था भी करती है।

Question 6.
प्रतियोगिता कितने प्रकार की होती हैं?
Solution:
प्रतियोगिता दो प्रकार की होती है
(क) अंत: विद्यालयीय क्रीड़ा प्रतियोगिता।
(ख) अन्तर विद्यालयीय क्रीड़ा प्रतियोगिता।

Question 7.
अन्तर विद्यालयीय प्रतियोगिता से होने वाले लाभ बताइए।
Solution:
अन्तर विद्यालय प्रतियोगिता दो या इससे अधिक विद्यालयों के बीच होती है। अन्तर विद्यालयीय प्रतियोगिताओं से अत्यधिक लाभ होता है। इससे बच्चों में मैत्रीभाव तो बढ़ता ही है, साथ-साथ आपसी सम्बन्ध परस्पर सहयोग के गुण भी विकसित होते हैं। इससे परोक्ष रूप से भी मानवीय गुणों की शिक्षा मिलती है। ऐसी प्रतियोगिताओं से भेद-भाव कम होता है तथा भाई-चारे में वृद्धि होती है। इससे खेल भावना विकसित होती है अर्थात जीत पर अहंकार न करना एवं हार सहर्ष स्वीकार (UPBoardSolutions.com) करना। यह निम्नलिखित स्तरों पर आयोजित की जाती है
(क) स्कूल स्तर पर (विभिन्न कक्षाओं के मध्य)
(ख) न्याय पंचायत स्तर (N.P.R.c.)(विभिन्न स्कूलों के मध्य)
(ग) ब्लॉक स्तर पर (B.R.C.) (विभिन्न पंचायतों के मध्य)
(घ) जिला स्तर पर (विभिन्न ब्लॉकों के मध्य)
(ङ) मण्डल स्तर पर (विभिन्न जिलों के मध्य)
(च) प्रदेश स्तर पर (विभिन्न मण्डलों के मध्य)
(छ) राष्ट्रीय स्तर पर (विभिन्न प्रदेशों के मध्य)

UP Board Solutions

Question 8.
क्षेत्रीय खेदकूद प्रतियोगिता क्यों आयोजित की जाती है?
Solution:
ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को खेल के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिताएँ सम्पन्न कराई जाती हैं। ये प्रतियोगिताएँ खेल निदेशालय द्वारा निम्नलिखित स्तरों पर आयोजित कराई जाती हैं
(क) ब्लॉक स्तर पर प्रतियोगिता।
(ख) जिला स्तर पर प्रतियोगिता।
(ग) मण्डल स्तर पर प्रतियोगिता।
(घ) प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता।

Question 9.
भारत में खेले जाने वाले प्रमुख खेलों के नाम लिखिए।
Solution:
भारत में खेले जाने वाले प्रमुख खेलों में कबड्डी, क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, खो-खो, दौड़, लम्बी कूद, टेनिस, बैडमिंटन, गोलाफेक व तैराकी आदि हैं।

Question 10.
खो-खो खेल के एक टीम में कितने खिलाड़ी होते हैं?
Solution:
खो-खो खेल के एक टीम में बारह खिलाड़ी होते हैं। खेलते समय नौ खिलाड़ी प्रत्येक टीम में खेलते हैं। तीन खिलाड़ी अतिरिक्त होते हैं।

Question 11.
सही जोड़े बनाओ ( बनाकर )
UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness Chapter 10 खेल नियम, प्रबन्धन एवं पुरस्कार 1
Solution:
UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness Chapter 10 खेल नियम, प्रबन्धन एवं पुरस्कार 2

Question 12.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके)–
(क) द्रोणाचार्य पुरस्कार ___ को दिया जाता है।
(ख) अर्जुन पुरस्कार ___ को दिया जाता है।
Solution:
(क) द्रोणाचार्य पुरस्कार उत्कृष्ट प्रशिक्षकों को दिया जाता है।
(ख) अर्जुन पुरस्कार अच्छे खिलाड़ियों को दिया जाता है।

UP Board Solutions

Question 13.
सही (✓) और गलत (✗) का निशान लगाइए (निशान लगाकर)
(क) कबड्डी में साँस टूटने पर खिलाड़ी आउट नहीं होता।
(ख) अर्जुन पुरस्कार प्रशिक्षकों को दिया जाता है।
(ग) खो-खो में खेलते समय प्रत्येक टीम में 9 खिलाड़ी खेलते हैं। ।
Solution:
(क) कबड्डी में साँस टूटने पर खिलाड़ी आउट नहीं होता। (✗)
(ख) अर्जुन पुरस्कार प्रशिक्षकों को दिया जाता है। (✗)
(ग) खो-खो में खेलते समय प्रत्येक टीम में 9 खिलाड़ी खेलते हैं। (✓)

प्रोजेक्ट वर्क : नोट- विद्यार्थी स्वयं करें।

We hope the UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness Chapter 10 (खेल : नियम, प्रबन्धन एवं पुरस्कार) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 8 Sports and Fitness Chapter 10 (खेल : नियम, प्रबन्धन एवं पुरस्कार), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 26 मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 26 मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (महान व्यक्तित्व)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 26 मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (महान व्यक्तित्व).

पाठ का सारांश

मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जन्म 11 नवम्बर, 1888 ई० को मक्का नगर में हुआ। इसके पिता मौलाना खैरुद्दीन अरबी के विद्वान थे। माता मदीना के मुफ्ती की पुत्री थी। सन् 1907 में मौलाना का परिवार कोलकाता आ गया। ये कुशाग्र बुद्धि के थे। इन्होंने साहित्य, गणित और दर्शन का गहन अध्ययन किया। इन्हें शायरी और गद्य लेखन का शौक था। 12 वर्ष की उम्र में इन्होंने ‘नैरंगे आलम’ पहली पत्रिका निकाली। इसके बाद ‘लिसानुल सिदक’ दूसरा पत्र प्रकाशित किया। इस्लाम के लाहौर अधिवेशन में 15-16 वर्ष के मौलाना ने सधी और संयत भाषा में करीब ढाई घण्टे वक भाषण दिया। इसके बाद इन्होंने कई पत्रिकाओं का सम्पादन किया। । सन् 1912 ई० में इन्होंने अपना प्रसिद्ध साप्ताहिक अखबार ‘अलहिलाल’ निकाला, जिसने लोगों में जागृति की लहर पैदा कर दी। सरकार के खिलाफ लिखने के जुर्म में राँची (झारखण्ड) में चार वर्ष तक इन्हें कैद में रहना पड़ा।

सन् 1920 ई० से ये महात्मा गांधी के सम्पर्क में आए। राष्ट्रीय गतिविधियों में सक्रिय होने के कारण इन्हें कई बार जेल जाना पड़ा। इन्होंने गांधी जी के असहयोग को पूरा सहयोग दिया। इन्होंने हिन्दू एकता, (UPBoardSolutions.com) शान्ति, अनुशासन और बलिदान के लिए देशवासियों को आमन्त्रित किया। सन् 1923 ई० में इन्हें कांग्रेस के विशेष अधिवेशन का अध्यक्ष चुना गया। वे फिर 1940 ई० में कांग्रेस के अध्यक्ष बने और स्वतन्त्रता प्राप्ति के दौर में अँग्रेजों से हुई विभिन्न वार्ताओं में शामिल हुए।

अगस्त 1947 को भारत के स्वतन्त्र होने पर इन्हें शिक्षामंत्री बनाया गया। मौलाना ने शिक्षा, कला, संगीत और साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। उन्होंने प्रौढ़ शिक्षा और महिला शिक्षा पर अत्यधिक बल दिया। राष्ट्रीय एकता, धार्मिक सहिष्णुता और देशप्रेम का आदर्श प्रस्तुत करके यह यशस्वी और साहसी, साहित्यकार, पत्रकार और उच्चकोटि का राजनेता 22 फरवरी, 1958 ई० को स्वर्ग सिधार गया।

UP Board Solutions

अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1.
अबुल कलाम आजाद के बचपन के खेल किस भावना को प्रदर्शित करते थे?
उत्तर :
अबुल कलाम आजाद के बचपन के खेल उनकी नेतृत्व क्षमता, वाक्पटुता और पत्रकारिता के क्षेत्र में रुचि प्रदर्शित करते थे।

प्रश्न 2.
‘अल हिलाल’ अखबार की जमानत क्यों जब्त कर ली गई?
उत्तर :
सरकार के खिलाफ लिखने के जुर्म में ‘अलहिलाल’ की (UPBoardSolutions.com) जमानत जब्त कर ली गई।

प्रश्न 3.
“वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महान नेताओं में से एक हैं।” आजाद के बारे में। यह बात किसने और क्यों कही?
उत्तर :
“वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महान नेताओं में से एक है।” आजाद के बारे में यह बात गांधी जी ने कही। आजाद राष्ट्रीयता की भावना का विस्तार और हिन्दू-मुस्लिम एकता के पक्षधर थे।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
मौलाना अबुल कलाम आजाद द्वारा लिखित पुस्तकों तथा पत्रिकाओं के नाम लिखिए।
उत्तर :
नैरंगे आलम’, ‘लिसानुल-सिदक’, ‘अलहिलाल’, ‘अलनदवा’ और ‘वकील’।

प्रश्न 5.
अबुल कलाम आजाद के व्यक्तित्व के प्रमुख गुण बताइए।
उत्तर :
आजाद के व्यक्तित्व के प्रमुख गुण निम्न हैं

  1. ओजपूर्ण वक्ता,
  2. यशस्वी साहसी साहित्यकार,
  3. पत्रकार, (UPBoardSolutions.com)
  4. उच्चकोटि का राजनेता और
  5. शिक्षाशास्त्री और समाज सुधारक।

प्रश्न 6.
महिलाओं की शिक्षा के विषय में आजाद के क्या विचार थे?
उत्तर :
मौलाना ने महिलाओं की शिक्षा पर विशेष बल दिया क्योंकि वे मानते थे कि शिक्षित महिला पूरे परिवार को शिक्षित बना सकती है।

UP Board Solutions

प्रश्न 7.
निम्नलिखित गद्यांश में रिक्त स्थानों की पूर्ति नीचे दिए गए शब्दों की सहायता से कीजिए ( पूर्ति करके)| सक्रिय, असहयोग, विस्तार, मिशन, विश्वास, असीमित
उत्तर :
आजाद को कई बार जेल जाना पड़ा। महात्मा गांधी के असहयोग (UPBoardSolutions.com) आन्दोलन को उन्होंने अपना पूरा समर्थन दिया। ‘राष्ट्रीयता की भावना का विस्तार’ तथा ‘हिन्दू मुस्लिम एकता’ उनके मिशन के अंग थे। इससे उन्हें राष्ट्रीय नेताओं का भरपूर सक्रिय विश्वास और असीमित प्यार मिला।

We hope the UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 26 मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (महान व्यक्तित्व) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 26 मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (महान व्यक्तित्व), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 25 सर्वपल्ली डॉ० राधाकृष्णन (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 25 सर्वपल्ली डॉ० राधाकृष्णन (महान व्यक्तित्व)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 25 सर्वपल्ली डॉ० राधाकृष्णन (महान व्यक्तित्व).

पाठ का सारांश

डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर, 1888 ई० को तमिलनाडु के तिरुतानी गाँव में हुआ था। यह दिन प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इनके पिता का नाम सर्वपल्ली वीरास्वामी और माता का नाम सीतम्मा था। इन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कालेज से एम०ए० किया। 17 वर्ष की आयु में इनका विवाह शिवकमुअम्मा से हुआ। सन् 1909 ई० में मद्रास प्रेसीडेंसी कालेज में उन्होंने शिक्षक जीवन की शुरुआत की। इसके बाद अध्यापन कार्य करते हुए ये कई विश्वविद्यालयों के कुलपति, रूस में भारत के राजदूत, 10 वर्ष तक भारत के उपराष्ट्रपति और अन्त में 1962 से 1967 तक भारत के राष्ट्रपति रहे। इस प्रकार इन्होंने देश की अनेक सेवाएँ की परन्तु सर्वोपरि वे एक शिक्षक के रूप में रहे। इनके द्वारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकें हैं- द एथिक्स ऑफ वेदान्त, द फिलॉसफी ऑफ रबीन्द्र नाथ टैगोर, माई सर्च फॉर टूथ, दे रेन ऑफ कंटम्परेरी फिलॉसफी, रिलीजन एण्ड सोसाइटी, इण्डियन फिलॉसफी, द एसेंसियल ऑफ सायकॉलजी आदि।

काशी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के भारत छोड़ो आन्दोलन में हिस्सा लेने से गवर्नर ने इसे अस्पताल बना देने की धमकी दी थी। राधाकृष्णन ने दिल्ली जाकर वायसराय को प्रभावित कर समस्या हल की। गवर्नर द्वारा (UPBoardSolutions.com) आर्थिक सहायता रोकने पर उन्होंने धन जुटाकर विश्वविद्यालय चलाया। शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए 1954 ई० में इन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। सन् 1949 ई० में इन्हें मास्को में भारत का राजदूत चुना गया। मास्को में भारत की प्रतिष्ठा इन्हीं की देन है।

1955 ई० में भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में सदन की कार्यवाही का इन्होंने नया आयाम प्रस्तुत किया। सन् 1962 ई० में भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में सेवा की। इन्होंने मतभेदों के बीच समन्वय का (UPBoardSolutions.com) रास्ता ढूँढ़ने की बात सिखाई। सर्वांगीण प्रगति के लिए इन्होंने बताया कि आज हमें अमेरिकी या रूसी तरीके की नहीं वरन मानववादी तरीके की जरूरत है। 1969 ई० में राष्ट्रपति पद से मुक्त होने पर देशवासियों को सुझाव दिया कि हिंसापूर्ण अव्यवस्था के बिना भी परिवर्तन लाया जा सकता है।

डॉ० राधाकृष्णन पटुवक्ता थे। इनके व्याख्यानों से पूर्ण दुनिया के लोग प्रभावित थे। ये राष्ट्रपति पद से मुक्त होकर मई 1967 ई० में चेन्नई (मद्रास) स्थित घर के माहौल में चले गए और अन्तिम आठ वर्ष अच्छी तरह व्यतीत किए। डॉ० राधाकृष्णन 27 अप्रैल, 1975 ई० को स्वर्गवासी हो गए।

UP Board Solutions

अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1.
शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
उत्तर :
5 सितम्बर को शिक्षक दिवस डॉ० राधाकृष्णन के जन्म दिवस होने के कारण मनाया जाता है।

प्रश्न 2.
डॉ० राधाकृष्णन ने किन-किन पदों पर कार्य किया?
उत्तर :
डॉ. राधाकृष्णन ने निम्न पदों पर कार्य किया

  • मद्रास (चेन्नई) के प्रेसीडेन्सी कॉलेज से शिक्षक जीवन की शुरुआत की।
  • मैसूर विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक के रूप में कार्य किए।
  • कोलकाता विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक के रूप में कार्य किया।
  • ऑक्सफड विश्व विद्यालय में अध्यापन कार्य किया।
  • आंध्र विश्वविद्यालय में कुलपति रहे। (UPBoardSolutions.com)
  • काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति रहे।
  • दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति रहे।
  • फिर भारत के उपराष्ट्रपति बने तथा अंत में भारत के राष्ट्रपति बने।

प्रश्न 3.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के लिए डॉ० राधाकृष्णन ने कौन-सा उल्लेखनीय कार्य किया?
उत्तर :
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के लिए डॉ० राधाकृष्णन ने विशेष कार्य किया। काशी के विद्यार्थियों द्वारा ‘भारत-छोड़ो आन्दोलन’ में विशेष सक्रिय भागीदारी से रुष्ट होकर गवर्नर ने विश्वविद्यालय को अस्पताल बना देने की धमकी दी। राधाकृष्णन ने दिल्ली जाकर वायसराय लार्ड लिनालियगो को प्रभावित कर समस्या हल की। गवर्नर द्वारा आर्थिक सहायता रोकने पर इन्होंने जैसे-तैसे धन की व्यवस्था करके विश्वविद्यालय चलाया।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
डॉ० राधाकृष्णन के व्यक्तित्व की विशेषताओं के बारे में पाँच वाक्य लिखिए।।
उत्तर :
डॉ० राधाकृष्णन महान शिक्षाशास्त्री, उत्कृष्ट दार्शनिक, कुशल राजनीतिज्ञ, मानवतावादी और समन्वयवादी थे।

प्रश्न 5.
डॉ० राधाकृष्णन ने अपने आपको शिक्षक से शुरू करके राष्ट्रपति के पद तक पहुँचाया। क्या आपके आस-पास कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने जीवन में सामान्य स्तर से शुरू करके बहुत तरक्की की है? उनके बारे में पता कीजिए और दस वाक्य लिखिए।
उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं करें। (UPBoardSolutions.com)

UP Board Solutions

We hope the UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 25 सर्वपल्ली डॉ० राधाकृष्णन (महान व्यक्तित्व) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 25 सर्वपल्ली डॉ० राधाकृष्णन (महान व्यक्तित्व), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.