UP Board Class 12 Sociology Model Papers Paper 3

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject Sociology
Model Paper Paper 3
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 12 Sociology Model Papers Paper 3

समय  : 3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णाक :  100

निर्देश :
प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
नोट :

  • सभी प्रश्न अनिवार्य है। सभी प्रश्नों के अंक उन अहिा हैं।
  • प्रश्न संख्या 1 से 10 त म ल्पीय है। प्रश्न -11 से 18 अति उत्तरीय हैं, जिस प्रकार 15 शब्दों में देना है। प्रश्न होण्या-19 से 24 तक नए तरीय हैं, जिनकी शब्द सीमा 50 शब्द हैं। प्रश्न शख्यिा 25 ते 27 तक दीर्घ उत्तरीय हैं, जिनका ये र 150 शब्दों में देना है।

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न में से कौन-सी संस्था अपराध निवारण से सम्बन्धित है? [1]
(a) प्राचीरविहीन बन्दी गृह
(b) आदर्श बन्दी गृह
(c) प्रतिप्रेषण गृह
(d) उद्धार गृह

प्रश्न 2.
‘सोशल डिसऑर्गेनाइजेशन’ पुस्तक के लेखक कौन हैं? [1]
(a) सदरलैण्ड
(b) मैकाइवर एवं पेज
(c) इलियट एवं मैरिल
(d) जिसबर्ग

प्रश्न 3.
“जाति एक बन्द वर्ग है।” यह किसने कहा है? [1]
(a) कूले
(b) मजूमदार एवं मदान
(c) घुरिये
(d) जिसबर्ग

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से कौन-सा भौगोलिक पर्यावरण का आवश्यक तत्त्व [1]
(a) मूलभूत आवश्यकताएँ।
(b) आर्थिक क्रियाएँ।
(c) राजनैतिक संगठन
(d) जलवायु दशाएँ

प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से कौन-सी मानवकृत आपदा है? [1]
(a) भूकम्प
(b) भू-स्खलन
(c) निर्वनीकरण
(d) बाढ़

प्रश्न 6.
“परिवार व्यक्तित्व का पालना है।” यह कथन किसका है? [1]
(a) रूसेक
(b) बोगाड्र्स
(c) मैकाइवर
(d) मैक्स वेबर

प्रश्न 7.
निम्न में से किस राज्य में विपणन समितियों को विशेष सफलता मिली है? [1]
(a) महाराष्ट्र
(b) उत्तर प्रदेश
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 8.
निम्न में से किसकी रिपोर्ट के आधार पर ‘सहकारी साख समिति अधिनियम’ लाया गया? [1]
(a) मॉरिश कमेटी
(b) हैरिक कमेटी
(c) सी. आर. फे, कमेटी
(d) एडवर्ड लॉ कमेटी

प्रश्न 9.
मनरेगा के तहत कितने प्रतिशत कार्यों का निष्पादन ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाता है? [1]
(a) 25%
(b) 50%
(c) 75%
(d) 100%

प्रश्न 10.
“नव प्रवर्तन उद्यमिता का महानायक है।” यह कथन किसका है? [1]
(a) वी. आर. गायकवाड़
(b) जोसेफ ए. शुम्पीटर
(c) पीटर ड्रकर,
(d) फ्रान्ज

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
एक सफल महिला उद्यमी के किन्हीं दो सामाजिक गुणों पर प्रकाश डालिए। [3]

प्रश्न 12.
समाज कल्याण की कोई दो विशेषताएँ बताइए। [3]

प्रश्न 13.
प्राकृतिक पर्यावरण को उपयुक्त उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए। [3]

प्रश्न 14.
‘राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण’ पर टिप्पणी कीजिए। [3]

प्रश्न 15.
संयुक्त परिवार विघटन के दुष्परिणाम बताइए। [3]

प्रश्न 16.
प्राथमिक समूह की दो विशेषताएँ लिखिए। [3]

प्रश्न 17.
महिला उत्पीड़न रोकने के दो उपाय लिखिए। [3]

प्रश्न 18.
पंचायतों को सफल बनाने के कोई दो सुझावों को लिखिए। [3]

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 19.
सहकारी आन्दोलन की धीमी (मन्द) गति अथवा इसकी असफलता के कारणों का उल्लेख कीजिए। [6]

प्रश्न 20.
भारत में महिला उद्यमियों के मार्ग में क्या बाधाएँ हैं? [6]

प्रश्न 21.
विभिन्न कालों में महिलाओं की परिस्थिति एवं स्थिति पर टिप्पणी कीजिए। [6]

प्रश्न 22.
भारतीय समाज पर नगरीकरण के कुप्रभावों को बताइए। [6]

प्रश्न 23.
भारत में अनुसूचित जातियों से सम्बन्धी प्रमुख समस्याएँ बताइए।  [6]

प्रश्न 24.
ग्रामीण सहकारी बैंक से लाभ बताइए। [6]

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 25.
भारत में सामाजिक क्षेत्र के विकास में महिलाओं के योगदान की विवेचना कीजिए। [10]
अथवा
ग्रामीण जीवन में सहकारिता के महत्त्व पर प्रकाश डालिए।  [10]

प्रश्न 26.
भारत में समाज कल्याण पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए।  [10]
अथवा
भारतीय जन जातियों में विवाह के विभिन्न तरीकों का वर्णन कीजिए।  [10]

प्रश्न 27.
सांस्कृतिक विलम्बना पर एक लेख लिखिए।  [10]
अथवा
पर्यावरण क्या है? भौगोलिक पर्यावरण का मनुष्य के सामाजिक तथा सांस्कृतिक जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?   [10]

उत्तरमाला

उत्तर 1.
(d) उद्धार गृह

उत्तर 2.
(c) इलियट एवं मैरिल

उत्तर 3.
(b) मजूमदार एवं मदान

उत्तर 4.
(d) जलवायु दशाएँ

उत्तर 5.
(c) निर्वनीकरण

उत्तर 6.
(a) रूसेक

उत्तर 7.
(d) एडवर्ड लॉ कमेटी

उत्तर 8.
(b) 50%

उत्तर 9.
(b) 50%

उत्तर 10.
(b) जोसेफ ए, शुम्पीटर

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UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 1 मुक्तियज्ञ

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 1 मुक्तियज्ञ (सुमित्रानन्दन पन्त) are part of UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 1 मुक्तियज्ञ (सुमित्रानन्दन पन्त).

Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 11
Subject Samanya Hindi
Chapter Chapter 1
Chapter Name मुक्तियज्ञ (सुमित्रानन्दन पन्त)
Number of Questions 4
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi खण्डकाव्य Chapter 1 मुक्तियज्ञ (सुमित्रानन्दन पन्त)

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, कानपुर, कानपुर देहात, जौनपुर, फैजाबाद, एटा, ललितपुर जनपदों के लिए। नवसृजित जनपदों के विद्यार्थी अपने जनपद में निर्धारित खण्डकाव्य के सम्बन्ध में अपने विषय-अध्यापक से जानकारी प्राप्त कर ले

प्रश्न 1.
‘मुक्तियज्ञ’ की कथावस्तु (कथानक) संक्षेप में लिखिए।
या
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य का कथासार अपने शब्दों में लिखिए।
या
” ‘मुक्तियज्ञ’ में गाँधी युग के स्वर्ण-इतिहास का काव्यात्मक आलेख है।” प्रस्तुत कथन के आधार पर ‘मुक्तियज्ञ’ की कथावस्तु की व्याख्या कीजिए।
या
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य के आधार पर भारतीय स्वतन्त्रता-संग्राम की विशिष्ट (प्रमुख) घटनाओं का वर्णन कीजिए।
या
‘मुक्तियज्ञ’ की देशभक्ति की भावनाओं की विवेचना कीजिए।
या
“‘मुक्तियज्ञ’ सन् 1921 से लेकर सन् 1947 तक के स्वतन्त्रता संग्राम की कहानी है। इस उक्ति पर प्रकाश डालिए।
या
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य के कथानक का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य सुमित्रानन्दन पन्त द्वारा विरचित ‘लोकायतन’ महाकाव्य का एक अंश है। इस अंश में भारत के स्वतन्त्रता आन्दोलन की गाथा है। ‘मुक्तियज्ञ’ की कथावस्तु संक्षेप में निम्नवत् है| गाँधी जी साबरमती आश्रम से अंग्रेजों के नमक-कानून को तोड़ने के लिए चौबीस दिनों की यात्रा पूर्ण करके डाण्डी गाँव पहुँचे और सागरतट पर नमक बनाकर ‘नमक कानून तोड़ा-

वह प्रसिद्ध डाण्डी यात्रा थी, जन के राम गये थे फिर वन।
सिन्धु तीर पर लक्ष्य विश्व का, डाण्डी ग्राम बना बलि प्रांगण॥

गाँधी जी का उद्देश्य नमक बनाना नहीं था, वरन् इसके माध्यम से वे अंग्रेजों के इस कानून का विरोध करना और जनता में चेतना उत्पन्न करना चाहते थे। यद्यपि उनके इस विरोध के आधार सत्य और अहिंसा थे, किन्तु अंग्रेजों का दमन-चक्र पहले की भाँति ही चलने लगा। गाँधी जी तथा अन्य नेताओं को अंग्रेजों ने कारागार में डाल दिया। जैसे-जैसे दमन-चक्र बढ़ता गया, वैसे-वैसे ही मुक्तियज्ञ श्री तीव्र होता गया। गाँधी जी ने भारतीयों को स्वदेशी वस्तु के प्रयोग और विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए प्रोत्साहित किया। सम्पूर्ण देश में यह आन्दोलन फैल गया। समस्त देशवासी स्वतन्त्रता आन्दोलन में एकजुट होकर गाँधी जी के पीछे हो गये। इस प्रकार गाँधी जी ने भारतीयों में एक अपूर्व उत्साह एवं जागृति उत्पन्न कर दी।

गाँधी जी ने अछूतों को समाज में सम्मानपूर्ण स्थान दिलवाने के लिए आमरण अनशन आरम्भ किया। महात्मा गाँधी के नेतृत्व में भारतीयों ने अंग्रेजों से संघर्ष का निर्णय किया। सन् 1927 ई० में साइमन कमीशन भारत आया। भारतीयों द्वारा इस कमीशन का पूर्ण बहिष्कार किया गया। मैक्डॉनल्ड एवार्ड के द्वारा केन्द्र एवं प्रान्त की सीमाओं से सम्पूर्ण भारतवर्ष को विभिन्न साम्प्रदायिक टुकड़ों में विभक्त कर दिया गया। इससे असन्तोष और भी ज्यादा बढ़ गया। काँग्रेस ने विभिन्न प्रान्तों में कुछ नेताओं के समर्थन से मन्त्रिमण्डल बनाना स्वीकार किया। शीघ्र ही विश्वयुद्ध छिड़ गया। काँग्रेस के सहयोग की शर्ते ब्रिटिश सरकार को मान्य नहीं थीं। फलतः गाँधी जी ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन शुरू कर दिया। जापान के विश्वयुद्ध में सम्मिलित हो जाने से भारत में भी खतरे की सम्भावनाएँ उत्पन्न होने लगीं। ऐसी स्थिति में ब्रिटिश सरकार ने भारत की समस्याओं पर विचार करने के लिए ‘क्रिप्स मिशन’ भेजा, जिसका भारतीय जनता ने विरोध किया। सन् 1942 ई० में गाँधी जी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो’ का नारा लगा दिया। उसी रात्रि में गाँधी जी व अन्य नेतागण बन्दी बना लिये गये और अंग्रेजों ने बालकों, वृद्धों और स्त्रियों तक पर भीषण अत्याचार आरम्भ कर दिये। इन अत्याचारों के कारण भारतीयों में और अधिक आक्रोश उत्पन्न हो उठा। चारों ओर हड़ताल और तालाबन्दी हो गयी। अंग्रेजी शासन इस आन्दोलन से हिल गया। कारागार में ही गाँधी जी की पत्नी कस्तूरबा का देहान्त हो गया। पूरे देश में अंग्रेजों के विरुद्ध प्रबल आक्रोश एवं हिंसा भड़क उठी थी।

आजाद हिन्द सेना के संगठनकर्ता सुभाषचन्द्र बोस ने भी भारत को अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराने की योजना बनायी। न् 1945 ई० में सारे बन्दी बनाये गये नेता छोड़ दिये गये। इससे जनता में उत्साह की लहर पुनः उमड़ने लगी। इसी समय सुभाषचन्द्र बोस का वायुयान दुर्घटना में निधन हो गया।

सन् 1942 ई० में ही भारत की पूर्ण स्वतन्त्रता की माँग की गयी थी। अंग्रेजों के प्रोत्साहन पर मुस्लिम लीग ने भारत विभाजन की माँग की। अन्ततः 15 अगस्त, 1947 ई० को अंग्रेजों ने भारत को मुक्त कर दिया। अंग्रेजों ने भारत और पाकिस्तान के रूप में देश का विभाजन करवा दिया। एक ओर तो देश में स्वतन्त्रता का उत्सव मनाया जा रहा था, दूसरी ओर नोआखाली में हिन्दू और मुसलमानों के बीच संघर्ष हो गया। गाँधी जी ने इससे दु:खी होकर आमरण उपवास रखने का निश्चय किया।

30 जनवरी, 1948 ई० को नाथूराम गोडसे ने गाँधी जी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दुःखान्त घटना के पश्चात् कवि द्वारा भारत की एकता की कामना के साथ इस काव्य का अन्त हो जाता है।
इस प्रकार इस खण्डकाव्य का आधार-फलकं बहुत विराट् है और उस पर कवि पन्त द्वारा बहुत : सुन्दर और प्रभावशाली चित्र खींचे गये हैं। इसमें उस युग का इतिहास अंकित है, जब भारत में एक हलचल मची हुई थी और सम्पूर्ण देश में क्रान्ति की आग सुलग रही थी। इसमें व्यक्त राष्ट्रीयता और देशभक्ति संकुचित नहीं है। निष्कर्ष रूप में मुक्तियज्ञ गाँधी-युग के स्वर्णिम इतिहास का काव्यात्मक आलेख है।

प्रश्न 2.
‘मुक्तियज्ञ’ के नायक (प्रमुख पात्र) का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘मुक्तियज्ञ’ के आधार पर गाँधी जी की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
या
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य के आधार पर उसके किसी एक प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
” ‘मूक्तियज्ञ’ में महात्मा गाँधी के व्यक्तित्व का वही अंश उभारा गया है, जो भारतीय जनता को शक्ति और प्रेरणा देता है।” स-तर्क प्रमाणित कीजिए।
या
राष्ट्रपिता और राष्ट्रनायक गाँधी ही ‘मुक्तियज्ञ’ के पुरोधा हैं, खण्डकाव्य की कथावस्तु के आधार पर इस कथन की समीक्षा कीजिए और उनको चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘मुक्तियज्ञ’ में कथित उन सिद्धान्तों का उल्लेख कीजिए जिनके आधार पर गाँधी जी ने देश की स्वतन्त्रता के लिए संघर्ष किया।
उत्तर
‘मुक्तियज्ञ’ काव्य के आधार पर गाँधी जी की चारित्रिक विशेषताएँ निम्नवत् हैं

(1) प्रभावशाली व्यक्तित्व-गाँधी जी को आन्तरिक व्यक्तित्व बहुत अधिक प्रभावशाली है। उनकी वाणी में अद्भुत चुम्बकीय प्रभाव था। उनकी डाण्डी यात्रा के सम्बन्ध में केवि ने लिखा है

वह प्रसिद्ध डाण्डी यात्रा थी, जन के राम गये थे फिर वन।
सिन्धु तौर पर लक्ष्य विश्व का, डण्डी ग्राम बना बलि प्रोगण ॥

(2) सत्य, प्रेम और अहिंसा के प्रबल समर्थक–‘मुक्तियज्ञ में गाँधी जी के जीवन के सिद्धान्तों में सत्य, प्रेम और अहिंसा प्रमुख हैं। अपने इन तीन आध्यात्मिक अस्त्रों के बल पर ही गाँधी जी ने अंग्रेज सरकार की नींव हिला दी। इन सिद्धान्तों को वे अपने जीवन में भी अक्षरशः उतारते थे। उन्होंने कठिनसे-कठिन परिस्थिति में भी सत्य, अहिंसा और प्रेम का मार्ग नहीं छोड़ा।

(3) दृढ़-प्रतिज्ञ-‘मुक्तियज्ञ’ के नायक गाँधी जी ने जो भी कार्य आरम्भ किया, उसे पूरा करके ही छोड़ा। वे अपने निश्चय पर अटल रहते हैं और अंग्रेजी सत्ता दमन चक्र से तनिक भी विचलित नहीं होते। उन्होंने नमक कानून तोड़ने की प्रतिज्ञा की तो उसे पूरा भी कर दिखाया

प्राण त्याग दूंगा पथ पर ही, उठा सका मैं यदि ने नमक-कर।
लौट न आश्रम में आऊँगा, जो स्वराज ला सका नहीं घर ॥

(4) जातिवाद के विरोधी-गाँधी जी का मत था कि भारत जाति-पाँति के भेदभाव में पड़करं ही शक्तिहीन हो रहा है। उनकी दृष्टि में न कोई छोटा था, न अस्पृश्य और न ही तुच्छ। इसी कारण वे जातिवाद के कट्टर विरोधी थे

भारत आत्मा एक अखण्डित, रहते हिन्दुओं में ही हरिजन।
जाति वर्ण अघ पोंछ, चाहते, वे संयुक्त रहें भू जनगण॥

(5) जन-नेता-‘मुक्तियज्ञ’ के नायक गाँधी जी सम्पूर्ण भारत में जन-जन के प्रिय नेता हैं। उनके एक संकेत मात्र पर ही लाखों नर-नारी अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तत्पर रहते हैं; यथा—

मुट्ठी-भर हड्डियाँ बुलातीं, छात्र निकल पड़ते सब बाहर।।
लोग छोड़ घर-द्वार, मान, पद, हँस-हँस बन्दी-गृह देते भर॥

भारत की जनता ने उनके नेतृत्व में ही स्वतन्त्रता की लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों को भगाकर ही दम लिया।

(6) मानवता के अग्रदूत-‘मुक्तियज्ञ’ के नायक गाँधी जी अपना सम्पूर्ण जीवन मानवता के कल्याण में ही लगा देते हैं। उनका दृढ़ विश्वास है कि मानव-मन में उत्पन्न घृणा, घृणा से नहीं अपितु प्रेम से मरती है। वे आपस में प्रेम उत्पन्न कर घृणा एवं हिंसा को दूर करना चाहते थे। वे हिंसा का प्रयोग करके स्वतन्त्रता भी नहीं चाहते थे; क्योंकि उनका मानना था कि हिंसा पर टिकी हुई संस्कृति मानवीयता से रहित होगी-

घृणा, घृणा से नहीं मरेगी, बल प्रयोग पशु साधन निर्दय।
हिंसा पर निर्मित भू-संस्कृति, मानवीय होगीन, मुझे भय ॥

(7) लोक-पुरुष-मुक्तियज्ञ’ में गाँधी जी एक लोक-पुरुष के रूप में पाठकों के समक्ष आते हैं। इस सम्बन्ध में कवि कहता है-

संस्कृति के नवीन त्याग की, मूर्ति, अहिंसा ज्योति, सत्यव्रत ।
लोक-पुरुष स्थितप्रज्ञ, स्नेह धन, युगनायक, निष्काम कर्मरत ॥

(8) साम्प्रदायिक एकता के पक्षधर-स्वतन्त्रता-प्राप्ति के समय देश में हिन्दुओं और मुसलमानों में भीषण संघर्ष हुआ। इससे गाँधी जी का हृदय बहुत दुःखी हुआ। साम्प्रदायिक दंगा रोकने के लिए गाँधी जी ने आमरण अनशन कर दिया। गाँधी जी सोच रहे हैं-

मर्म रुधिर पीकर ही बर्बर, भू की प्यास बुझेगी निश्चय।

(9) समद्रष्टा-गाँधी जी सबको समान दृष्टि से देखते थे। उनकी दृष्टि में न कोई बड़ा था और न ही कोई छोटा। छुआछूत को वे समाज का कलंक मानते थे। उनकी दृष्टि में कोई अछूते नहीं था-

छुआछूत का भूत भगाने, किया व्रती ने दृढ आन्दोलन,
हिले द्विजों के रुद्र हृदय पर, खुले मन्दिरों के जड़ प्रांगण।

इस प्रकार ‘मुक्तियज्ञ’ के नायक गाँधी जी महान् लोकनायक; सत्य, अहिंसा और प्रेम के समर्थक; दृढ़-प्रतिज्ञ, निर्भीक और साहसी पुरुष के रूप में सामने आते हैं। कवि ने गाँधी जी में सभी लोककल्याणकारी गुणों का समावेश करते हुए उनके चरित्र को एक नया स्वरूप प्रदान किया है।

प्रश्न 3.
‘मुक्तियज्ञ’ में निरूपित आजाद हिन्द सेना की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
उत्तर
द्वितीय विश्वयुद्ध के काल में अपने घर में ही नजरबन्द सुभाषचन्द्र बोस अंग्रेजों को चकमा देकर जनवरी सन् 1941 में नजरबन्दी से निकल भागे तथा अफगानिस्तान, जर्मनी होते हुए जापान पहुँच गये। दिसम्बर 1941 में जापान ने विश्वयुद्ध में प्रवेश किया। उस समय मलाया में अमेरिकी, ऑस्ट्रेलियन और अंग्रेजी सैन्य विभागों के साथ लगभग 60,000 भारतीय सैनिक और उच्च पदाधिकारी भी नियुक्त थे। पराधीन देश के सैनिक होने के कारण उनके तथा अन्य देश के सैनिकों में वेतन और अन्य सुविधाओं की दृष्टि से बहुत भेदभाव रखा गया था। जापानियों ने बड़ी आसानी से मैलाया पर अधिकार कर लिया। इन्हीं दिनों बंगाल के क्रान्तिकारी नेता श्री रासबिहारी बोस ने जापानी सैन्य अधिकारियों से मिलकर युद्ध में बन्दी भारतीय सिपाहियों की एक देशभक्त सेना बनायी। सितम्बर सन् 1942 में भारतीय सेनानायकों के नेतृत्व में ‘आजाद हिन्द सेना’ बनी। मलाया, बर्मा, हाँगकाँग, जावा आदि देशों के अनेक प्रवासी भारतीय भी उसमें सम्मिलित हुए। सुभाषचन्द्र बोस के नेतृत्व में ‘आजाद हिन्द सेना’ एक महत्त्वपूर्ण और बलशाली सैन्यसंगठन बन गया। 26 जून, सन् 1945 को भारत के प्रति रेडियो सन्देश भेजते हुए आजाद हिन्द रेडियो से उन्होंने घोषित किया था कि आजाद हिन्द सेना कोई पराधीन और शक्तिहीन सेना नहीं थी। इसके नायक धुरी राष्ट्रों की सहायुता से भारत को अंग्रेजी दासता से मुक्त कराने की योजना बना रहे थे।

मई, 1945 में विश्वयुद्ध समाप्त हुआ और जून में कांग्रेस के बन्दी नेता छोड़ दिये गये। सारे देश में उत्साह की लहर छा गयी। इन्हीं दिनों लाल किले में बन्दी आजाद हिन्द सेना के नायकों पर मुकदमा चलाया गया। मुकदमे के दौरान जब इन वीरों की शौर्य गाथाएँ जनता के सामने आयीं, तब समस्त भारतीय जनता का प्यार उन पर उमड़ पड़ा। इसी समय हवाई दुर्घटना में हुई सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु के समाचार से सम्पूर्ण भारत पर अवसाद (निराशा) के बादल छा गये। उनके कठिन प्रवास की दु:खद कहानियों को सुन-सुनकर जनता का यह अवसाद क्रोध में बदल गया। इस प्रकार युद्ध समाप्त होते-होते सम्पूर्ण भारत में फिर क्रान्ति की उत्तेजना व्याप्त हो गयी।

प्रश्न 4.
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य के अन्तर्गत कवि ने जिन प्रमुख राजनैतिक घटनाओं को स्थान दिया है, उनका संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
उत्तर
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य के अन्तर्गत कवि ने निम्नलिखित राजनैतिक घटनाओं को स्थान दिया है—

  1. साइमन-कमीशन का बहिष्कार,
  2. पूर्ण स्वतन्त्रता की मॉग,
  3. नमक आन्दोलन (डाण्डी यात्रा),
  4. शासन को आतंकित करने को आन्दोलन,
  5. देशभक्तों को फाँसी,
  6. मैक्डोनाल्ड पुरस्कार,
  7. कॉग्रेस मन्त्रिमण्डलों की स्थापना,
  8. द्वितीय विश्व युद्ध,
  9. सविनय अवज्ञा आन्दोलन,
  10. सन् 1942 ई० की क्रान्ति (भारत छोड़ो आन्दोलन),
  11. आजाद हिन्द फौज की स्थापना,
  12. स्वतन्त्रता की प्रप्ति,
  13. देश का विभाजन तथा
  14. बापू का बलिदान।।

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UP Board Class 12 Sanskrit Model Papers Paper 4

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Model Paper Paper 4
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UP Board Class 12 Sanskrit Model Papers Paper 4

समय : 3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णांक : 70

निर्देश प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।

प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्य खण्ड पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (2 × 5 = 10)
एवं कथयित्वा भगवान् जाबालिः स्मितं कृत्वा हारीतप्रमुखान् सर्वान् अवादीत् “दृष्टं कथारसस्य चित्ताक्षेपसामर्थ्यम्। यत् कथयितुं प्रवृत्तोऽस्मि तत् परित्यज्यैव कथारसात् अतिदूरम् अतिक्रान्तोऽस्मि। यः स कामोपहतचेताः स्वयं कृतादेव अविनयात् दिव्यलोकत: परिभेश्य, मर्त्यलोके वैशम्पायननामा शुकनाससूनुः अभवत्, स एवैष पुन: स्वयंकृतेन अविनयेन अस्यां शुकजातौ पतितः” इति। एवं वदत्येव भगवति जाबालौ सुप्तप्रबुद्धस्येव में पूर्वजन्मोपार्जिताः सर्वाः विद्या: जिह्वाग्रे अभवन्। मनुजस्येव चेयं विस्पष्टा भारती समुत्पन्ना। मनुष्यशरीरात् ऋते सर्वमन्यत् महाश्वेतानुरागादिकम् उपगतम्। अथ भगवान् जाबालिः “अहो प्रभातप्राया रजनी” इत्युक्त्वा गोष्ठीं भङ्क्त्वा उदतिष्ठत्।
(i) स्मितं कृत्वा सर्वान् क; अवादीत्।
(ii) भगवान् जाबालिः पुत्रः कः आसीत्।
(iii) वैशम्पायनः कस्य पुत्रः आसीत्?
(iv) सर्वा:विद्याः कस्य जिह्वाग्रे अभवन्?
(v) “अहो प्रभात प्रायी रजनी” इत्युक्त्वा कः उदतिष्ठत्?

अथवा
तस्मिन्नेव चान्तरे दक्षिणानिलं प्रर्वतयन् मन्मथोल्लासकारी परावर्तत सुरभिमासः। तेन च पर्याकुलितड्दया कादम्बरी सायाने स्नात्वा निर्वर्तितकामदेवपूजा चन्द्रापीडम् सुरभिशीतलैः स्नायित्वाम्भोभिः विलिष्य हरिचन्दनेन पुष्पैः अलंकृत्य भावार्द्रया दृशा सुचिरम् अलोक्य निर्भर कण्ठे जग्राह। तेन कादम्बरीकण्ठग्रहेण, चन्द्रापीडतस्य कण्ठस्थानं। पुनर्जीवितं प्रत्यपद्यत। सच्च एवं उच्छ्वसितं हृदयम्। उन्मीलन्चक्षुः एव च सुप्तप्रतिबुद्ध इव प्रत्यापनसर्वाङ्गचेष्टः चन्द्रापीडः कादम्बरी दोभ्यम् आबध्नन् अवादीत्-भीरु ! परित्यजयतां भयम् ।
(i) कादम्बरी स्नात्वा कस्य पूजा अकरोत्।
(ii) कः मास परावर्तत?
(iii) किं परित्यज्यता?
(iv) क; उर्मीलच्चक्षुः?
(v) चन्द्रापीडः काम् दोभ्या॑म् आबध्नन्?

प्रश्न 2.
अपनी पाठ्य-पुस्तक के आधार पर किसी एक पात्र का हिन्दी में चरित्र-चित्रण कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द) [4]
(i) तारापीड
(ii) कपिंजल
(iii) महाश्वेता

प्रश्न 3.
बाणभट्ट की भाषा-शैली का विवेचन हिन्दी अथवा संस्कृत में कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द) [4]

प्रश्न 4.
निम्नलिखित विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए। (1)
(अ) कपिञ्जल एवं वैमानिक-शापवशात् अभवत्?
(i) तारापीडः
(ii) इन्द्रायुधः
(iii) शूद्रकः
(iv) हलायुषः

(आ) कादम्बर्याम् मन्त्री शुकनासः कस्मै उपदेशं ददाति?
(i) तारापीडाय
(ii) चन्द्रापीडाय
(iii) पुण्डरीकाय
(iv) शूद्रकाय

प्रश्न 5.
निम्नलिखित श्लोकों में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(अ) एकतिपत्रं जगतः प्रभुत्वं नवं वयः कान्तमिदं वपुश्च।
अल्पस्य हेतोबेहु हातुमिच्छन् विचारमूढः प्रतिभसि में त्वम्।
अथवा
(आ) वत्सस्य होमार्थविधेश्च शेष् मृषेरनुज्ञामधिगम्य मातः।
ऊधस्यमिच्छामि तवोपभोक्तुं षष्ठांशमुर्त्या इव रक्षितायाः।।

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(अ) भूतानुकम्पा तव चेदियं गौ रेको भवेत्स्वस्तिमती त्वदन्ते।
जीवन्पुनः शश्वदुषप्लवेभ्यः प्रजाः प्रजानाथ ! पितेव पासि।।
अथवा
(आ) तथेति गामुक्तवते दिलीपः सद्यः प्रतिष्टम्भविमुक्तबाहुः।
स न्यस्तशस्त्रो हरये स्वदेह मुपानयत् पिण्डमिवामिषस्य।।

प्रश्न 7.
कालिदास के नाटकों का उल्लेख हिन्दी अथवा संस्कृत में कीजिए। (4)

प्रश्न 8.
निम्नलिखित विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) रघुवंशे कति सर्गाः विद्यन्ते? [1]
(i) 19
(ii) 18
(iii) 21
(iv) इनमें से कोई नहीं

(आ) नन्दिनी कस्य गौः आसीत्? [1]
(i) वशिष्ठस्य
(ii) अजस्य
(iii) दिलीपस्य
(iv) कालिदासस्य

प्रश्न 9.
निम्नलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(अ) भूत्वा चिराय चतुअन्तमहीसपत्नी
दौष्यन्तिमप्रतिरचं तनयं निवेश्य।
भत्र तदर्पितकुटुम्बभरेण सार्ध
शान्ते करिष्यसि पदं पुनराश्रमेऽस्मिन्।।
अथवा
(आ) शममेष्यति मम शोकः कथं नु वत्से त्वया रचितपूर्वम्।
उटजद्वारविरुदं नौवारबलिं विलोकतः।।

प्रश्न 10.
निम्नलिखित में से किसी एक सूक्ति की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए। (2 + 5 = 7)
(i) अर्थे हि कन्या परकीय एव।
(ii) ओदकान्तं स्निग्धो जनोऽनु गन्तयः।
(iii) शान्ते करिष्यसि पदं पुनराश्रमेऽस्मिन्।

प्रश्न 11.
कालिदास की नाट्यकला का निरूपण हिन्दी अथवा संस्कृत में कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द)

प्रश्न 12.
निम्नलिखित में दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) शकुन्तलां पतिकुलं विसृज्य काश्यपेन प्राप्तम्
(i) सुखम्
(ii) दुःखम्
(iii) स्वास्थ्यम्
(iv) अस्वास्थ्य म्

(आ) पंरकीयोऽर्थः
(i) ऋणम्
(ii) कुसीदम्
(iii) कन्या
(iv) पत्नी

प्रश्न 13.
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर संस्कृत में 10 पंक्तियों में निबन्ध लिखिए। (10)
(i) विद्याधनं सर्वधन प्रधानम्
(ii) परोपकारायः
(iii) अहिंसा परमोधर्म;
(iv) उद्यमेन हिसिष्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।

प्रश्न 14.
उपमा अलंकार की परिभाषा हिन्दी अथवा संस्कृत में सोदाहरण लिखिए। [3]
अथवा
रूपक अलंकार की परिभाषा हिन्दी अथवा संस्कृत में लिखिए।

प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार वाक्यों को संस्कृत में अनुवाद कीजिए। (2 × 4 = 8)
(i) ब्राह्मण की कुटिया नदी के पास हैं।
(ii) गाँव के दोनों ओर उद्यान हैं।
(iii) राम ने रावण को बाण से मारा।
(iv) वह पैर से लँगड़ा है।
(v) विद्या से नम्रता आती है।
(vi) देवदत्त को लड्डू अच्छे लगते हैं।

प्रश्न 16.
(अ) निम्नलिखित रेखांकित पदों में से किन्हीं दो में नियम-निर्देशपूर्वक विभक्ति का उल्लेख कीजिए। [2]
(i) बालकेन सह आगतः पिता।
(ii) चक्षुषा काणः अस्ति।
(iii) ऋते ज्ञानात न मुक्तिः।

(आ) ‘तिलेषु तैलम्’ वाक्य के रेखांकित पद में प्रयुक्त विभक्ति कौन-सी है? [1]
(i) तृतीया
(ii) पञ्चमी
(iii) सप्तमी
(iv) प्रथमा

प्रश्न 17.
(अ) निम्नलिखित में से किसी एक पद में विग्रह कीजिए। (2)
(i) पंचतन्त्रम्
(ii) अथिहरि
(iii) उपगंगम्।

(आ) त्रिफला में प्रयुक्त समास का नाम लिखिए। [1]
(i) द्विगु
(ii) अव्ययीभाव
(iii) बहुव्रीहि
(iv) द्वन्द्व

प्रश्न 18.
(अ) ‘सच्चरितम्’ का सन्धि विधायक सुत्र लिखिए।
(आ) दोग्धा का सन्धि विच्छेद होगा।
(i) दोग + धा
(ii) दो + ग्धा
(iii) दोध् + धा
(iv) दोक् + श्रा

प्रश्न 19.
(अ) ‘सर्व’ पद में सर्वेण’ प्रातिपदिक की किस विभक्ति एवं वचन का रूप है? [2]
(आ) ‘इदम्’ पद ‘इयम्’ प्रातिपदिक को किस विभक्ति एवं वचन का रूप है? [2]
(i) प्रथमा विभक्ति एकवचन
(ii) द्वितीया विभक्ति, बहुवचन
(iii) चतुर्थी विभक्ति, एकवचन
(iv) पंचमी विभक्ति, द्विवचन

प्रश्न 20.
(अ) ‘नयति’ क्रियापद का पुरुष और वचन लिखिए। [2]
(आ) ‘नी” धातु ललकार, मध्यम पुरुष, एकवचन का रूप होगा [1]
(i) नय
(ii) नयातु
(iii) नयात
(iv) नयस

प्रश्न 21.
(अ) ‘भवनम्’ में प्रयुक्त प्रकृति प्रत्यय है। [1]
(i) भू + ल्युट्
(ii) भू + क्त्वा
(iii) भू + अन
(iv) भू + अनीयर्

(आ) ‘पा’ धातु में क्त्वा प्रत्यय लेगाने पर रूप होता है। [1]
(i) पीतम्
(ii) पीतः
(iii) पीत्वा
(iv) पातुम्

प्रश्न 22.
निम्नलिखित में से किसी एक वाक्य का वाच्य परिवर्तन कीजिए। (2)
(i) अश्वः मार्गे धावत्।
(ii) समः पत्र लिखति।
(iii) अहं पुस्तकं पठ्यते।

Solutions

उत्तर 4.
(अ) (ii) इन्द्रायुधः
(आ) (ii) चन्द्रापीद्धाय

उत्तर 8.
(अ) (i) 19
(आ) (i) वशिष्ठस्य

उत्तर 12.
(अ) (i) सुखम्
(आ) (iii) कन्या

उत्तर 16.
(आ) (iii) सप्तमी

उत्तर 17.
(आ) (i) द्विगु

उत्तर 18.
(आ) (iv) दोक् + धा

उत्तर 19.
(आ) (i) प्रथमा विभक्ति, एकवचन

उत्तर 20.
(अ) ललकार प्रथम पुरुष एकवचन
(आ) (iv) नयसि

उत्तर 21.
(अ) (i) भू + ल्युट्
(आ) (iii) पौत्वा

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UP Board Class 12 Sociology Model Papers Paper 2

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject Sociology
Model Paper Paper 2
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 12 Sociology Model Papers Paper 2

समय  : 3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णाक :  100

निर्देश :
प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
नोट :

  • सभी प्रश्न अनिवार्य है। सभी प्रश्नों के अंक उन अहिा हैं।
  • प्रश्न संख्या 1 से 10 त म ल्पीय है। प्रश्न -11 से 18 अति उत्तरीय हैं, जिस प्रकार 15 शब्दों में देना है। प्रश्न होण्या-19 से 24 तक नए तरीय हैं, जिनकी शब्द सीमा 50 शब्द हैं। प्रश्न शख्यिा 25 ते 27 तक दीर्घ उत्तरीय हैं, जिनका ये र 150 शब्दों में देना है।

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रदूषण की श्रृंखला में सबसे बड़ा अभिशाप है [1]
(a) मृदा प्रदूषण
(b) ध्वनि प्रदूषण
(c) रेडियोधर्मी प्रदूषण
(d) जल प्रदूषण

प्रश्न 2.
परिवार में परिवर्तन है। [1]
(a) संरचनात्मक
(b) प्रकार्यात्मक
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 3.
व्यक्तिगत विघटन की चरम सीमा क्या है? [1]
(a) अपराध
(b) हत्या
(c) पागलपन
(d) आत्महत्या

प्रश्न 4.
‘श्वेतवसनापराध’ या ‘व्हाइट कॉलर क्रिमिनैलिटी’ के लेखक कौन [1]
(a) गिलिन एवं गिलिन
(b) ऑगबर्न एवं निमकॉफ
(c) सदरलैण्ड
(d) मैकाइवर एवं पेज

प्रश्न 5.
अनुसूचित जाति को ‘हरिजन’ किसने कहा है? [1]
(a) जी. एस. घुरिये
(b) डी. एन. मजूमदार
(c) महात्मा गाँधी
(d) दयानन्द सरस्वती

प्रश्न 6.
भारतीय समाज के किस युग में महिलाओं की स्थिति अच्छी रही? [1]
(a) वैदिककाल
(b) उत्त्तर वैदिककाल
(c) मध्यकल
(d) आधुनिककल

प्रश्न 7.
सती प्रथा के उन्मूलन में किनका योगदान महत्त्वपूर्ण है? [1]
(a) राजा राममोहन राय
(b) दयानन्द सरस्वती
(c) ईश्वर चन्द विद्यासागरे
(d) विवेकानन्द

प्रश्न 8.
क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है? [1]
(a) 4 वर्ष
(b) 5 वर्ष
(c) 6 वर्ष
(d) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 9.
सामाजिक नियन्त्रण का अनौपचारिक साधन कौन-सा है? [1]
(a) धर्म
(b) परिवार
(c) शिक्षा
(d) प्रथाएँ

प्रश्न 10.
पर्यावरण अधिनियम, 1986 के अन्तर्गत निम्नलिखित में से कितने उद्योगों के लिए पर्यावरण मानक अधिसूचित किए गए हैं? [1]
(a) 24
(b) 30
(c) 32
(d) 35

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
प्रदूषण के चार कुप्रभाव बताइए। [3]

प्रश्न 12.
प्राकृतिक आपदाओं को वर्गीकृत कीजिए। [3]

प्रश्न 13.
समूह के दो प्रकार बताइएँ। [3]

प्रश्न 14.
साइबर अपराध के प्रकारों के नाम बताइए। [3]

प्रश्न 15.
सांस्कृतिक परिवर्तन के दो उदाहरण दीजिए। [3]

प्रश्न 16.
मनरेगा के किन्हीं दो नकारात्मक सामाजिक प्रभावों का वर्णन करें। [3]

प्रश्न 17.
सहकारी उपभोक्ता भण्डारों के क्या उद्देश्य होते हैं? [3]

प्रश्न 18.
किसने सामाजिक परिवर्तन की विवेचना संस्कृति में परिवर्तन के रूप में की है? [3]

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 19.
“अपराधी जन्मजात नहीं होते वरन् बनाए जाते हैं।” व्याख्या कीजिए। [6]

प्रश्न 20.
सामाजिक संगठन तथा सामाजिक विघटन में अन्तर स्पष्ट कीजिए। [6]

प्रश्न 21.
अन्त: समूह एवं बाह्य समूह का वर्गीकरण किसने किया है? इसे स्पष्ट कीजिए। [6]

प्रश्न 22.
भारत में सामाजिक सुधार आन्दोलन में आर्य समाज की भूमिका की चर्चा कीजिए। [6]

प्रश्न 23.
भारत में महिला उद्योग किन क्षेत्रों में विकसित हो रहे हैं? [6]

प्रश्न 24.
सामाजिक नियन्त्रण में व्यवहारों की क्या भूमिका है? [6]

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 25.
निर्धनता क्या है? भारत में निर्धनता दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए। [10]
अथवा
बाल अपराध की समस्या को दूर करने का उपाय बताइए। [10]

प्रश्न 26.
सामाजिक विकास में महिला उद्यमिता के महत्त्व की विवेचना कीजिए। [10]
अथवा
नैतिकता की विशेषताओं को विस्तार से बताइए। [10]

प्रश्न 27.
सांस्कृतिक पर्यावरण क्या है? इसके विभिन्न प्रभावों का उल्लेख कीजिए। [10]
अथवा
पर्यावरणीय प्रदूषण से आप क्या समझते हैं? इसे समाप्त करने के अपने सुझाव दीजिए। [10]

उत्तरमाला

उत्तर 1.
(c) रेडियोधर्मी प्रदूषण

उत्तर 2.
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों

उत्तर 3.
(d) आत्महत्या

उत्तर 4.
(c) सदरलैण्ड

उत्तर 5.
(c) महात्मा गाँधी

उत्तर 6.
(a) वैदिककाल

उत्तर 7.
(a) राजा राममोहन राय

उत्तर 8.
(b) 5 वर्ष

उत्तर 9.
(c) शिक्षा

उत्तर 10.
(a) 24

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UP Board Class 12 History Model Papers Paper 3

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Subject History
Model Paper Paper 3
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 12 History Model Papers Paper 3

समय: 3 घण्टे 15 मिनट
पूणक: 100
निर्देश
प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
नोट

  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • इस प्रश्न-पत्र में पाँच खण्ड हैं।
  • खण्ड ‘क’ में 10 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं, खण्ड ‘ख’ में 05 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 50 शब्द) हैं।
  • खण्ड ‘ग’ में 06 लघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 100 शब्द) हैं।
  • खण्ड ‘घ’ में 03 विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (लगभग 500 शब्द) हैं।
  • खण्ड ‘ङ’ में ऐतिहासिक तिथियों व मानचित्र से सम्बन्धित 05 प्रश्न हैं। शब्द सीमा में (कम या ज्यादा) 10% की छूट अनुमन्य है।
  • सभी प्रश्नों के निर्धारित अंक उनके सम्मुख अंकित हैं।

खण्ड-‘क’

बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में तुलगुमा युद्ध प्रणाली का प्रणेता कौन था? [1]
(a) शेरशाह सूरी
(b) बाबर
(c) हुमायूँ
(d) अकबर

प्रश्न 2.
हुमायूँ की मृत्यु कब हुई थी? [1]
(a) 1555 ई. में
(b) 1556 ई. में
(c) 1557 ई. में।
(d) 1558 ई. में

प्रश्न 3.
दिल्ली में लाल किले का निर्माण किसने करवाया था? [1]
(a) शाहजहाँ।
(b) जहाँगीर
(c) अकबर
(d) औरंगजेब

प्रश्न 4.
एतमाउद्दौला का मवंबरा किसके शासनकाल में बनाया गया था? [1]
(a) अकबर
(b) हुमायूँ
(c) शेरशाह
(d) जहाँगीर

प्रश्न 5.
मनसबदारी शब्द का अर्थ होता हैं?  [1]
(a) पद
(b) भूमि
(c) जागीर
(d) घुड़सवार

प्रश्न 6.
किस मुगल सेनापति ने शिवाजी को पुरन्दर की सन्धि हेतु बाध्य किया?  [1]
(a) शाइस्ता खान
(b) जसवन्त सिंह
(c) बैरम खान .
(d) जय सिंह

प्रश्न 7.
अंग्रेजों ने कहाँ के किले का नाम फोर्ट विलियम रखा?  [1]
(a) कोलकता
(b) मद्रास
(c) बम्बई
(d) पाण्डिचेरी

प्रश्न 8.
भारत में रेलवे को प्रारम्भ किसके शासनकाल में हुआ? [1]
(a) लॉर्ड डलहौजी
(b) लॉर्ड कर्जन
(c) लॉर्ड रिपन
(d) लॉर्ड लिटन

प्रश्न 9.
महात्मा गाँधी के नेतृत्व में असहयोग आन्दोलन कब शुरू किया था?  [1]
(a) 1918 ई.
(b) 1919 ई.
(c) 1920 ई.
(d) 1921 ई.

प्रश्न 10.
भारत विभाजन के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था? [1]
(a) लॉर्ड इरविन |
(b) लॉर्ड लिनलिथगो
(c) लॉर्ड मेयो।
(d) इनमें से कोई नहीं

खण्ड -‘ख’

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 11.
आगरा की मोती मस्जिद पर टिप्पणी लिखिए। [2]

प्रश्न 12.
मराठों के उत्कर्ष के दो प्रमुख कारण लिखिए। [2]

प्रश्न 13.
लॉर्ड रॉबर्ट क्लाइव की दो सैन्य उपलब्धियों पर प्रकाश डालिए। [2]

प्रश्न 14.
आर्य समाज के प्रमुख सिद्धान्त कौन-से हैं? [2]

प्रश्न 15.
पंचशील के पाँच सिद्धान्त कौन-से हैं? [2]

खण्ड-‘ग’

लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 16.
हुमायूँ की प्रारम्भिक कठिनाइयों का वर्णन कीजिए। [5]

प्रश्न 17.
शेरशाह के जनकल्याणकारी कार्यों का उल्लेख कीजिए। [5]

प्रश्न 18.
शाहजहाँ के स्थापत्य कला की दो विशेषताओं का वर्णन कीजिए। [5]

प्रश्न 19.
प्लासी को युद्ध क्यों हुआ? [5]

प्रश्न 20.
1857 ई. की क्रान्ति के तात्कालिक कारण क्या थे? [5] |

प्रश्न 21.
खिलाफत आन्दोलन से आप क्या समझते हैं? भारतीय राजनीति में इसके महत्त्व का उल्लेख करें। [5]

खण्ड-‘घ’

दीर्घ उत्तरीय (विस्तृत उत्तरीय) प्रश्न
प्रश्न 22.
“बाबर एक विजेता था न कि साम्राज्य संस्थापक’ इस कथन की समीक्षा कीजिए। [10]
अथवा
अकबर की धार्मिक नीति का वर्णन कीजिए। उसके क्या परिणाम हुए?   [10]

प्रश्न 23.
उत्तराधिकार के युद्ध में औरंगजेब की सफलता के क्या कारण [10]
अथवा
मुगलकालीन चित्रकला के विकास पर प्रकाश डालिए। [10]

प्रश्न 24.
1857 ई. की क्रान्ति का स्वरूप स्पष्ट कीजिए। [10]
अथवा
हैदर अली के जीवन, चरित्र तथा उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।  [10]

खण्ड- ‘ड’

प्रश्न 25.
निम्नलिखित तिथियों के ऐतिहासिक महत्त्व का उल्लेख कीजिए। [10]
1. 1526 ई.
2. 1556 ई.
3. 1563 ई.
4. 1628 ई.
5. 1665 ई.
6. 1761 ई.
7. 1758 ई.
8. 1764 ई.
9. 1905 ई.
10. 1916 ई.

मानचित्र सम्बन्धी प्रश्न
प्रश्न 26.
दिए गए भारत के मानचित्र में चार स्थान (.) दर्शाए गए हैं, इनकी पहचान कर इनके नाम लिखिए। सही नाम तथा सही स्थान दर्शाने के लिए 1+1 अंक निर्धारित है।
(i) वह स्थान जहाँ सेण्ट्रले हिन्दू कॉलेज की स्थापना की गई ची। [2]
(ii) वह स्थान जहाँ मुस्लिम विश्वविद्यालय स्थित है। [2]
(iii) वह नगर जहाँ जनसमूह द्वारा पुलिस स्टेशन में आग लगा देने के कारण गाँधीजी ने असहयोग आन्दोलन स्थगित कर दिया था। [2]
(iv) वह स्थान जहाँ गाँधीजी ने नमक कानून भंग किया। [2]
(v) वह स्थान जहाँ गुजरात की राजधानी स्थित है। [2]

Answers

उत्तर 1.
(b) बाबर

उत्तर 2.
(b) 1556 ई. में

उत्तर 3.
(a) शाहजहाँ।

उत्तर 4.
(d) जहाँगीर

उत्तर 5.
(a) पद

उत्तर 6.
(c) बैरम खान

उत्तर 7.
(a) कोलकता

उत्तर 8.
(a) लॉर्ड डलहौजी

उत्तर 9.
(a) 1918 ई.

उत्तर 10.
(d) इनमें से कोई नहीं

उत्तर 11.
आगरा की मोती मस्जिद का निर्माण शाहजहाँ ने 1654 ई. में आगरा के किले में सफेद संगमरमर से करवाया था। इसका निर्माण शाहजहाँ ने अपनी पुत्री जहाँआरा के सम्मान में करवाया था। इसके बाहर लाल पत्थर अन्दर संगमरमर का प्रयोग किया गया है।

उत्तर 12.
मराठों के उत्कर्ष के दो प्रमुख कारण निम्न हैं।

(i) महाराष्ट्र की भौगोलिक स्थिति ने मराठों के उत्थान में महत्त्वपूर्ण योगदान किया। |
(ii) मराठों को शिवाजी के रूप में शाहसी एवं योग्य नेतृत्व किया।

उत्तर 13.
लॉर्ड रॉबर्ट क्लाइव की दो सैन्य उपलब्धियाँ निम्न हैं।

(i) अर्काट की विजय 1751 ई. में रॉबर्ट क्लाइव ने मात्र 210 सैनिकों के साथ कर्नाटक की राजधानी अकट जीत ली। कर्नाटक के नवाब चाँदा साहब ने अर्काट को मुक्त कराने के लिए 4000 सैनिक भेजे, परन्तु वे असफल रहे।
(ii) प्लासी की विजय क्लाइव ने अपनी कूटनीति से बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के सेनापति मीरजाफर को अपनी ओर मिला लिया तथा 1757 ई. के प्लासी के युद्ध में नवाब को सरलता से पराजित कर दिया।

उत्तर 14.
आर्य समाज के प्रमुख सिद्धान्त स्वामी दयानन्द सरस्वती ने धर्म को प्रतिष्ठित करने के लिए निम्न सिद्धान्त दिए, जो इस प्रकार हैं। • सत्य केवल वेदों में निहित है। अतः वेदों का अध्ययन परम आवश्यक है।

  • वेद मन्त्रों के आधार पर हवन किया जाना चाहिए।
  •  मूर्ति पूजा का विरोध किया।
  •  अवतारवाद तथा तीर्थयात्राओं का विरोध किया।
  •  कर्म सिद्धान्त तथा आवागमन का समर्थन किया।
  •  ईश्वर निराकार तथा एक है।
  •  विशेष परिस्थितियों में विधवा-विवाह का समर्थन किया।
  •  बाल-विवाह, बहु-विवाह का विरोध किया।
  •  हिन्दी और संस्कृत भाषा का प्रचार किया।

उत्तर 15.
वर्ष 1969 में इसकी उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे मान्यता प्रदान की। इसके पाँच निम्न सिद्धान्त हैं।

(i) सभी देशों द्वारा अन्य देशों की क्षेत्रीय अखण्डता और प्रभुसत्ता का सम्मान करना।
(ii) दूसरे देश के आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप करना।
(iii) शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व की नीति का पालन करना।
(iv) दूसरे देश पर आक्रमण न करना।
(v) परस्पर सहयोग एवं लाभ को बढ़ावा देना।

उत्तर 25.
महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक तिथियाँ एवं उनका घटनाक्रम

1. 1526 ई. पानीपत का प्रथम युद्ध।
2. 1556 ई. हुमायूँ की मृत्यु।
3. 1563 ई. अकबर ने तीर्थ यात्रा कर को समाप्त किया।
4. 1628 ई. शाहजहाँ का सिंहासनारोहण
5. 1665  ई. शिवाजी के मुगलों के बीच पुरन्दर की सन्धि।
6. 1761  ई. पानीपत का तीसरा युद्ध
7. 1758  ई. कर्नाटक का तीसरा युद्ध आरम्भ।
8. 1764  ई. बक्सर का युद्ध अंग्रेजों एवं बंगाल के नवाब मीर कासिम के बीच
9. 1905 ई. बंगाल विभाजन
10. 1916 ई. लखनऊ पैक्ट के तहत कांग्रेस व मुस्लिम लीग में समझौता

 

उत्तर 26.
UP Board Class 12 History Model Papers Paper 3 image 1

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