UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 19 अन्धेर नगरी

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 19 अन्धेर नगरी

अन्धेर नगरी शब्दार्थ

टका = ताँबे का पुराना सिक्का
कसूर = अपराध, दोष, गलती
हुज्जत = विवाद, बहस, झगड़ा
गुलाम = दास, नौकर
भाजी = साग-सब्जी
सबब = कारण

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 19 अन्धेर नगरी

अन्धेर नगरी पाठ का सारांश

महन्त जी अपने शिष्य गोबर्धनदास और नारायणदास के साथ एक सुन्दर नगरी में आते हैं। नारायणदास गुरु जी से कहता है कि नगरी सुन्दर तभी होगी, जब हमें सुन्दर भिक्षा मिले। गुरुजी के आदेश से नारायणदास पूर्व की ओर तथा गोबर्धनदास पश्चिम की ओर भिक्षा माँगने जाते हैं।

गोवर्धनदास कुंजड़िन से भाजी का भाव पूछता है। वह टके सेर भाजी का भाव बताती है। फिर गोबर्धनदास हलवाई से मिठाई का भाव पूछता है। मिठाई भी टके सेर ही बिकती है। गोबर्धनदास हलवाई से नगरी और राजा का नाम पूछता है। यह बताता है- अन्धेर नगरी, अनबूझ राजा।

गोबर्धनदास वाह वाह करते हुए दोहराता है-अन्धेर नगरी, अनबूझ राजा।
टके सेर भाजी, टके सेर खाजा।

गोबर्धनदास सात पैसे भिक्षा में लाकर साढ़े तीन सेर मिठाई लाता है। गोबर्धनदास गुरु जी को नगरी और राजा के विषय में बताता है। गुरु जी नगरी छोड़कर चले जाते हैं। गोबर्धनदास नहीं जाता। गुरु जी गोबर्धनदास से मुसीबत में याद कर लेने को कहते हैं।

एक दिन एक फरियादी राजा के पास आता है। उसकी बकरी बनिए की दीवार के नीचे दबकर मर गई। बनिया राजा के सामने आकर दीवार बनानेवाले कारीगर का दोष बताता है।

कारीगर आकर, चूनेवाले का दोष बताता है। चूनेवाला ज्यादा पानी डाल देने के कारण भिश्ती का दोष बताता है। भिश्ती ने कसाई का दोष बताया कि उसने बड़ी मसक बना दी। कसाई ने गड़रिए का दोष बताया कि उसने बड़ी भेड़ बेच दी। गड़रिए ने कहा कि कोतवाल का कसूर है। आपकी सवारी निकली। अधिक भीड़ होने से छोटी-बड़ी भेड़ की पहचान नहीं हो सकी। राजा ने कोतवाल को फाँसी लगाने का हुक्म दिया। कोतवाल पतला था। फाँसी का फंदा बड़ा था; अतः राजा ने किसी भी मोटे आदमी को फाँसी का हुक्म दे दिया। सिपाही गोबर्धनदास को पकड़ लाए। वह मिठाई खा-खाकर मोटा हो गया था। उसने फाँसी से बचने के लिए गुरु जी को याद किया। गुरु जी ने आकर उसके कान में कुछ कहा। गोबर्धनदास ने फौरन फाँसी चढ़ने की तैयारी की। गुरु जी ने भी स्वयं को फाँसी लगवानी चाही। पूछताछ के बाद पता चला कि यह घड़ी बहुत शुभ है। इस समय फाँसी चढ़ने वाला सीधा स्वर्ग जाएगा। अंत में राजा ने स्वयं को ही फाँसी लगवाना उचित समझा। राजा को फाँसी लगा दी गई।

अन्धेर नगरी अभ्यास प्रश्न

शब्दों का खेल

प्रश्न १.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कोष्ठक से उपयुक्त शब्द चुन कर करो (चुनकर)
(क) नगर तो बहुत सुन्दर है पर भिक्षा भी सुन्दर मिले तो बहुत आनंद हो। (भोग, रुपये, कपड़े, भिक्षा)
(ख) सात पैसे भीख में मिले थे, उसी से साढ़े तीन सेर मिठाई मोल ली है। 
(तीन सेर, साढ़े तीन किलो, साढ़े तीन सेर)
(ग) अन्धेर नगरी अनबूझ राजा, टके सेर भाजी, टके सेर खाजा। 
(मंत्री, मिठाई, खाजा, सिपाही, अनबूझ राजा)
(घ) इस समय ऐसी शुभ घड़ी में जो मरेगा, सीधा स्वर्ग जाएगा।
 (नरक, सीधा शहर, सीधा स्वर्ग, सीधे अपने घर)

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 19 अन्धेर नगरी

प्रश्न २.
नीचे लिखे शब्दों की वर्तनी शुद्ध करो (वर्तनी शुद्ध करके)
दिवार – दीवार
गणेरिया – गड़रिया
फाँसी – फाँसी
महन्थ – महन्त

गोबर्धनदास – गोबर्धनदास
भिस्ती – भिश्ती
हूज्जत – हुज्जत 

प्रश्न ३.
नीचे कुछ विशेषण दिए गए हैं। उन्हें उनके आगे दिए गए उचित विशेष्य से जोड़ो (जोड़कर)
विशेषण  – विशेष्य
सुन्दर – नगर
चौपट – राजा
बड़ी – भेड़

टका सेर – भाजी
अन्धेर – नगरी
शुभ – घड़ी

बोधप्रश्न

प्रश्न १
उत्तर दो
(क) नगर को अन्धेर नगरी क्यों कहा गया है?
उत्तर:
नगर को अन्धेर नगरी कहा गया; क्योंकि वहाँ का राजा अनबूझ था। वहाँ सब चीजों का एक ही भाव था। वहाँ न्याय और अन्याय में कुछ भी अन्तर नहीं था।

(ख) महन्त अन्धेर नगरी को क्यों छोड़कर चला गया?
उत्तर:
महन्त नगरी के अन्धेर से बचने के लिए वहाँ से चला गया।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 19 अन्धेर नगरी

(ग) शिष्य अपने गुरु के साथ क्यों नहीं लौटा?
उत्तर:
शिष्य को सस्ते में खूब मिठाई खाने का चाव था। इस कारण वह नहीं लौटा।

(घ) सिपाही गोबर्धनदास को क्यों फाँसी देना चाहते थे?
उत्तर:
गोबर्धनदास की गर्दन मोटी थी, जिसमें फाँसी का फंदा ठीक तरह आ सकता था; इसलिए सिपाही गोबर्धनदास को फाँसी देना चाहते थे।

(ङ) गोबर्धनदास की जान कैसे बची?
उत्तर:
गुरु जी की बताई तरकीब से गोवर्धनदास की जान बची।

(च) इस एकांकी में किन-किन बातों पर व्यंग्य किया गया है?
उत्तर:
इस एकांकी में मूल् की शासन व्यवस्था पर व्यंग्य किया गया है।,

प्रश्न २.
तुम्हारी समझ से बकरी के मरने का वास्तविक दोषी कौन था? छाँटकर लिखो और कारण भी दो
(दीवार, बनिया, गड़रिया, कोतवाल, भिश्ती, चूने वाला, कारीगर, कोई नहीं)
उत्तर:
बकरी मरने का कोई दोषी नहीं था और यदि कोई था, तो बकरीवाला स्वयं था। उसने ध्यान से अपनी बकरी को बाँधकर सुरक्षित क्यों नहीं रखा? उसने बकरी को दीवार के पास जाने ही क्यों दिया?

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 19 अन्धेर नगरी

अब करने की बारी
नोट – विद्यार्थी पाठ का सारांश पढ़कर लिखें।

प्रश्न १.
इस कहानी का जो तुम्हें उचित शीर्षक लगे लिखो।
उत्तर:
शीर्षक – लालची व्यक्ति।

प्रश्न २.
आदमी ने देवता से अंगुली माँगी; क्योंकि- (सही विकल्प ( ✓ ) निशान लगाओ)
(क) उस आदमी के अंगुली न थी।
(ख) उस आदमी को संतोष न था। 
(✓)
(ग) वह अंगुली सोने की थी।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत – प्रेमी पौधा

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत – प्रेमी पौधा

रेवती का संगीत-प्रेमी पौधा शब्दार्थ

वायलिन = एक विशेष प्रकार का वाद्य (बाजा)
पुष्प प्रदर्शनी = फूलों की प्रदर्शनी
कीटनाशक = कीड़ों का नाश करनेवाला
तियोगिता = मुकाबला, किसी कार्य में औरों से आगे बढ़ने का प्रयत्न
तारीफ = प्रशंसा
यकीन = विश्वास
साबित = सिद्ध
संगीत-प्रेमी = संगीत से प्रेम करने वाला

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत - प्रेमी पौधा

रेवती का संगीत – प्रेमी पौधा पाठ का सारांश

रेवती के गमले में एक मुरझाया पौधा था। प्रकाश पाने के लिए रेवती ने उसे बरामदे में रख दिया। जब रेवती अपना प्रिय राग ‘मोहनम’ धीमी लय में बजा रही थी, तो उसका ध्यान पौधे पर गया। पौधा वायलिन की तरफ झुक आया था। रेवती को आश्चर्य हुआ। रेवती ने तेज धुन बजाई। यह पौधे को पसन्द नहीं आई और वह नहीं झुका। रेवती समझ गई कि पौधा नाराज हो गया है।

अब रेवती रोज पौधे को ‘मोहनम’ राग सुनाती थी। पौधा हृष्ट-पुष्ट हो रहा था। उस पर मौसम से पहले ही कलियाँ आ गई थीं, जो शीघ्र ही फूल बननेवाली थी। रेवती खुश इसलिए थी कि दो-तीन दिनों में प्रतियोगिता होनेवाली थी।

प्रतियोगिता के दिन वह सवेरे उठी। उसे पौधा घर में नहीं मिला। रेवती उदास हो गई। इसकी रिपोर्ट थाने में नहीं हो सकती थी। प्रदर्शनी के मैदान में रंग-बिरंगे फूलोंवाले गमले रखे थे। तभी रेवती की नजर उस पौधे पर पड़ी, जिसपर किसी और की पर्ची लगी थी। रेवती ने संयोजक को यह बात बताई। उसने बताया कि मेरा पौधा संगीत सुनकर झूमने लगता है। किसी ने यकीन नहीं किया।

रेवती भागी-भागी वायलिन उठा लाई। उसने धीरे-धीरे ‘मोहनम’ राग बजाया। लोगों के देखते-देखते पौधा रेवती की ओर झुक गया। सभी लोग हक्के-बक्के रह गए। पौधा-चोर महिला ने गलती मान ली। रेवती के पौधे को सर्वश्रेष्ठ ठहराया गया। रेवती पुरस्कार और पौधा लेकर खुशी से घर आ गई।

रेवती का संगीत – प्रेमी पौधा अभ्यास प्रश्न

शब्दों का खेल

प्रश्न १.
(क) संज्ञा शब्दों को विशेषण शब्दों में बदलो (बदलकर )
(ख) विशेषण शब्दों को संज्ञा शब्दों में बदलो (बदलकर)
उत्तर:
(क) संज्ञा शब्द – विशेषण शब्द
सरलता – सरल
नकल – नकलची/नकली
ल्पना – काल्पनिक
रोग – रोगी
प्रसन्नता – प्रसन्न
सुख – सुखी

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत - प्रेमी पौधा

(ख) विशेषण शब्द – संज्ञा शब्द
अनुकरणीय – अनुकरण
स्वतन्त्र – स्वतन्त्रता
भला – भलाई
सफेद – सफेदी
कठोर – कठोरता

प्रश्न २.
नीचे लिखे मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो (प्रयोग करके)
हक्का – बक्का रह जाना = घबरा जाना
शेर को अचानक रास्ते में खड़ा देखकर मैं हक्का-बक्का रह गया।

दाँत खट्टे करना = लज्जित होना
पांडवों ने कौरवों के दाँत खट्टे कर दिए।

पानी-पानी होना = हरा देना
सबके बीच में अपनी बुराई सुनकर वह पानी-पानी हो गया।

घी के दीये जलाना = बहुत खुश होना
राम-सीता और लक्ष्मण के अयोध्या आने पर लोगों ने घी के दीये जलाए।

चेहरे का रंग उड़ना = घबरा जाना
सिपाही को देखकर चोर के चेहरे का रंग उड़ गया।

प्रश्न ३.
नीचे दिए गए शब्दों में कुछ उपसर्गों के योग से बने हैं और कुछ प्रत्ययों के योग से बने हैं
उत्तर:
उपसर्ग युक्त शब्द
भरपेट, दुर्गम, कमजोर, हरघड़ी,
गैरसरकारी, प्रतिदिन, अपमान,
निर्मल, हरसाल, सपूत, बदनाम, कपूत

प्रत्यय युक्त शब्द
मिलावट, लड़ाई, गैरसरकारी
मोरनी, चाँदनी, मधुरता,
गाड़ीवान, दवाखाना

प्रश्न ४.
पढ़ो और समझो

अब तुम करो
नीचे दिए गए अव्यय शब्दों का प्रयोग करते हुए एक-एक वाक्य बनाओ (वाक्य बनाकर )
और – राम और श्याम दोनों अच्छे दोस्त हैं।
अब – अब पछताकर क्या फायदा; समय तो गुजर गया।
वहाँ – वहाँ मत जाओ।
किंतु – बोलो, किंतु सोच-समझकर।
तथा – सुख तथा दुख जीवन के ही अंग है।
इसलिए – इस दुनिया से कोई कुछ नहीं ले जाता; इसलिए पैसों के पीछे जान मत दो।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत - प्रेमी पौधा

बोधप्रश्न

प्रश्न १.
उत्तर दो
(क) रेवती ने दीवार के पास रखे मुरझाए पौधे को बरामदे में क्यों रखा?
उत्तर:
रेवती ने मुरझाए पौधे को हवा, पानी और रोशनी प्राप्त करने के लिए बरामदे में रखा।

(ख) पौधों की देखभाल वह कैसे करती थी?
उत्तर:
पौधों की देखभाल वह बहुत यत्न से करती थी।

(ग) रेवती अचंभे में क्यों पड़ी?
उत्तर:
रेवती का वायलिन सुनकर पौधा उसकी तरफ झुक गया, जिसे देखकर वह अचंभे में पड़ी।

(घ) पौधा चोरी हो जाने का रेवती पर क्या असर पड़ा और उसे कहाँ-कहाँ खोजा?
उत्तर:
पौधा चोरी होने से रेवती निराश हो गई। उसने पौधे को हर एक जगह खोजा।

(ङ) पुष्प प्रदर्शनी में रेवती ने कैसे सिद्ध कर दिया कि पौधा उसी का है?
उत्तर:
पुष्प प्रदर्शनी में रेवती ने सिद्ध कर दिया कि पौधा उसी का है। उसने धीमी गति में ‘मोहनम’ राग बजाया, जिसे सुनकर पौधा वायलिन की तरफ झुक गया। लोगों ने अचंभे से तालियाँ बजाईं।

प्रश्न २.
सोचो और बताओ
(क) पौधों को विकास के लिए क्या-क्या जरूरी होता है?
उत्तर:
विकास के लिए पौधों को प्रकाश, पानी और हवा की जरूरत होती है।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत - प्रेमी पौधा

(ख) वायलिन की मधुर धुन सुनकर पौधा क्यों झूम उठता था?
उत्तर:
पौधा वायलिन सुनना पसन्द करता था; क्योंकि वह अत्यन्त संवेदनशील था।

(ग) रेवती की बात सुनकर लोग क्यों हँस पड़े थे?
उत्तर:
रेवती की बात सुनकर लोग इसलिए हँस पड़े थे; क्योंकि उसने कहा कि मेरा पौधा वायलिन की ध्वनि सुनकर मेरी ओर झुक जाता है।

प्रश्न ३.
सही कथनों पर सही (✓) का निशान लगाओ (निशान लगाकर )
(क) रेवती दिन भर बैठे-बैठे पौधों को संगीत सुनाती थी।    (✓)
(ख) बीमार पौधे की पत्तियों एवं डालियों को वह तोड़कर फेंक देती थी।   
(✗)
(ग), गमलों को बरामदे में इसलिए रख दिया, ताकि उसे प्रकाश मिल सके। (✓)
(घ) रेवती का रोना देखकर लोग मान गए कि पौधा उसी का है।  
(✗)
(ङ) प्रदर्शनी स्थल पर गमलों में पते की पर्चियाँ लगी थीं।   
(✓)

प्रश्न ४.
नीचे दी गई पंक्तियों को कहानी के क्रम में लिखो (क्रम में लिखकर)

  • रेवती संगीत की छात्रा थी।
  • रेवती प्रतिदिन पौधे की देखभाल करती थी।
  • प्रदर्शनी में वह अपना प्यारा पौधा ले जाना चाहती थी।
  • प्रदर्शनी के एक दिन पहले उसका पौधा चोरी चला गया।
  • चोरी हुए पौधे को रेवती ने पहचान लिया।
  • रेवती ने संयोजक को बताया मेरा पौधा संगीत सुनकर झूमता है।
  • वह भागी-भागी गई और घर से वायलिन उठा लाई।
  • वायलिन की मधुर-ध्वनि पर पौधा धीरे-धीरे झूमने लगा।
  • पौधा चुरानेवाली महिला ने अपनी गलती स्वीकार की।
  • सर्वश्रेष्ठ पौधे का पुरस्कार रेवती को मिला।

तुम्हारी कलम से
प्रश्न
‘पौधों में भी जीवन है’- इस विषय पर पाँच पंक्तियाँ लिखो।
उत्तर:
ये पौधे हरे-भरे होते हैं। ये खाद और पानी से विकसित होते हैं। ये छोटे से बड़े हो जाते हैं। ये निश्चित अवधि के बाद सूख जाते हैं। ये प्रतिक्रिया करते हैं।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत - प्रेमी पौधा

अब करने की बारी
(क) कहानी का सारांश अपने शब्दों में लिखो।
नोट – विद्यार्थी पाठ का सारांश पढ़ें।

(ख) एक गमले में लगे पौधे का चित्र बनाओ।
नोट – विद्यार्थी स्वयं चित्र बनाएँ।

इसे भी जानो – विद्यार्थी स्वयं पढ़ें।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 17 घर

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 17 घर

घर शब्दार्थ

धूमधाम = उल्लासपूर्ण चहल-पहल
आराम = विश्राम

पापा क्यों…………………………………………………….. न्यारा घर।

संदर्भ – यह पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘कलरव’ के ‘घर’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचयिता “दिविक रमेश’ हैं।

प्रसंग – इस कविता में कवि घर की विशेषताओं का वर्णन करता है।

भावार्थ – बच्चा अपने पिता जी से पूछता है कि अपना घर क्यों प्यारा लगता है। घूमते-फिरते या खेल-कूद करने के बाद सब अपने घर की राह लेते हैं। कोई उसे भूलता नहीं। फिर बच्चा पिता से कहता है कि अपना घर माता की गोदी के समान है। इससे सबको स्वाभाविक लगाव होता है, ममत्व होता है। अपना घर बहुत सुन्दर और अनोखा लगता है।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 17 घर

थककर ………………………………………….…………….. नहीं है घर?

भावार्थ – जब हम, बाहर से (किए गए परिश्रम के कारण) थककर घर आते हैं; तब घर में बिछौना बिछाकर आराम करते हैं। घर में हम आराम करते हैं और खेलते-कूदते हैं। इस प्रकार घर नवीन ताजगी और स्फूर्ति देता है। घर की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए बच्चा अपने पिता जी से एक बात पूछता है। वह यह है कि घर सबके पास नहीं होता। वे बच्चे, जिनके पास घर नहीं होते, बहुत परेशानी अनुभव करते होंगे।

घर अभ्यास प्रश्न

भाव बोध

प्रश्न १.
उत्तर दो
(क) अपना घर क्यों अच्छा लगता है?
उत्तर:
अपना घर माँ की गोद के समान होता है; इसलिए अच्छा लगता है।

(ख) घर तुम्हें क्या-क्या देता है?
उत्तर:
घर हमें, आराम, शांति, सुख-चैन आदि की सुविधा देता है।

(ग) बच्चे ने अपने पिता से घर के विषय में क्या पूछा?
उत्तर:
बच्चे ने पिता से घर के विषय में पूछा कि सबके पास घर होते हैं या नहीं। जिन बच्चों के घर नहीं होते, वे कैसे गुजारा करते होंगे!

(घ) हमें अपना घर क्यों नहीं भूलता?
उत्तर:
परिश्रम करने के बाद आराम और भोजन चाहिए। ये चीजें घर में आकर ही मिलती हैं। इस कारण घर को नहीं भुलाया जा सकता।

(ङ) घर क्या केवल ईंट-पत्थर, दीवारों का घेरा होता है अथवा और कुछ?
उत्तर:
घर में सबसे महत्त्वपूर्ण होते हैं वहाँ रहनेवाले प्राणी। बिना रहनेवाले के तो खाली घर जंगल नजर आता है। घर के सदस्यों में आपसी संबंध, स्नेह एवं सुख-दुख में बराबर की भागीदारी होती है। इस प्रकार घर केवल भौतिक सुख-सुविधा का स्थान नहीं होता।

प्रश्न २.
इन पंक्तियों का भाव स्पष्ट करो
नोट – विद्यार्थी भाव स्पष्ट हेतु पाठ का भावार्थ भाग पढ़ें। .

प्रश्न ३.
कविता में घर के लिए आए विशेषणों को ढूँढकर लिखो, जैसे-गोदी-सा
उत्तर:
कविता में घर के लिए विशेषण- अच्छा, प्यारा, न्यारा, सुन्दर।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 17 घर

प्रश्न ४.
इस कविता में एक जैसे शब्दों की आवृत्ति हुई है, जिससे कविता की सुन्दरता बढ़ गई है। उनको ढूँढ़कर लिखो, जैसे- प्यारा-प्यारा
उत्तर:
प्यारी-प्यारी, सुन्दर-सुन्दर और बिछ-बिछ।

तुम्हारी कलम से
नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

किन्नौर देश की ओर शब्दार्थ

किन्नौज देश = हिमाचल प्रदेश का एक रमणीक भाग, जो तिब्बत की सीमा पर बसा है
ठमकना = चलते-चलते रुक जाना
खानाबदोश = जिनका कोई घर, ठौर-ठिकाना न हो
सत्कार = आदर-सम्मान
अत्युक्ति = बढ़ा-चढ़ा कर कहना
अभ्यस्त = जिसने अभ्यास किया हो/ जिसे अभ्यास हो कुशल
अस्तबल = घुड़साल
भार्या = पत्नी
गत = दशा
माहात्म्य = महानता
चश्मा = झरना
वृक्ष संकुल = वृक्षों से भरा।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

किन्नौर देश की ओर पाठ का सारांश

लेखक राहुल सांकृत्यायन ने किन्नौर की यात्रा की। १७ मई को ये रामपुर शहर से सराहन डाक बँगले के लिए चले। इन्होंने दो खच्चर पहाड़ पर सामान ले जाने हेतु लिए। अट्ठाईस मील की यात्रा करके शाम को सराहन डाक बंगले पर पहुँचे। मुश्किल से चाबी मिली; क्योंकि चौकीदार मेला देखने गया था। दूसरे दिन इन्होंने सराहन से आगे किन्नौर देश में प्रवेश किया। किन्नौरी स्त्रियाँ ऊर्ण सारियाँ पहने और टोपी लगाए हुई थीं। रास्ता हिंदुस्तान-तिब्बत सड़क का था।

शोलडिंग खड्ड पार करके एक दुकान की छाया में आराम किया। शाम तक इन्हें नचार पहुँचना था। नचार से पहले सुन्दर देवदार वृक्षों से छाया हुआ रास्ता था। तेईस मीलों की यात्रा के बाद साढ़े पाँच बजे ये नचार पहुँचे। वहाँ बँगले में ढिल्लन साहब मिले। दूसरे दिन ये वांगतू बंगले पर पहुँचे। आगे आठ मीलों की और चढ़ाई थी। बांगतु में विश्राम किया और खाना न खाकर केवल पानी पीया।

चार घंटे विश्राम के बाद लेखक राहुल जी ने आगे यात्रा शुरू की। समुद्र तल से दो सौ फुट की ऊँचाई पर वागंतू लोहे का पुल। पुल पार करने के बाद सतलज के दाएँ किनारे पर चलना था। यहाँ सतलज बहुत ऊँचे पहाड़ को तिरछा काटकर बह रही है। ऊपर चीनी घाटी में कम वर्षा होती है, लेकिन सूखे जलवायु के फल अधिक मिलते हैं। वस्पा में अधिक वर्षा के कारण अंगूर के बाग नहीं लगाए जाते।

किन्नौर देश की ओर अभ्यास प्रश्न

शब्दों का खेल

प्रश्न १.
नीचे लिखे शब्दों को पढ़ो और अपनी कॉपी में लिखो
नोट – विद्यार्थी दिए गए शब्दों को स्वयं पढ़ें व लिखें।

प्रश्न २.
उदाहरण के अनुसार उपयुक्त शब्दों को जोड़कर वाक्य पूरा करो- (वाक्य पूरा करके)
उत्तर:
पानी बरसने लगा
पक्षी चहकने लगे
कुत्ते भौंकने लगे
कोयल गाने लगी 
बादल गरजने लगे 
मेढक टर्राने लगे

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

प्रश्न ३.
नीचे दिए गए शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो- (प्रयोग करके)
उत्तर:
शब्द – 
वाक्य प्रयोग अकेला
अकेला – चना भाड़ नहीं फोड़ता।
निश्चिंत – निश्चिंत होकर भगवान का भजन करो।
विश्राम – 
कठिन परिश्रम करने के बाद विश्राम करना चाहिए।
अभ्यस्त – 
आदिवासी तीर चलाने के अभ्यस्त होते हैं।
खानाबदोश – खंपा लोग खानाबदोश होते हैं।
हिमालय – हिमालय अति विशाल पर्वत है।

प्रश्न ४.
नीचे दिए गए वाक्यों को ठीक करो
ले नहीं जाया जा सकता पहाड़ में अकेला खच्चर।
उत्तर:
पहाड़ में अकेला खच्चर नहीं ले जाया जा सकता।

मालूम हुआ मेले में गए हुए हैं चौकीदार साहब।
उत्तर:
मालूम हुआ चौंकीदार साहब मेले में गए हुए हैं।

पहाड़ पर सराहन नीचे तक काफी ढलवाँ बसा हुआ है।
उत्तर:
सराहन पहाड़ पर काफी नीचे तक ढलवाँ बसा हुआ है।

धीरे-धीरे आगे बढ़े हम।
उत्तर:
हम धीरे-धीरे आगे बढ़े।

प्रश्न ५.
पढ़ो, समझो और करो
उत्तर:
ऊँची और नीची – ऊँची-नीची
आगे और पीछे – आगे-पीछे
अंदर और बाहर – अंदर-बाहर
रात और दिन – रात-दिन 

आस और पास – आस-पास
राजा और रानी – राजा-रानी

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

बोध प्रश्न

प्रश्न १.
बताओ
(क)लेखक ने किस स्थान की यात्रा की और वह कहाँ स्थित है? उसे मानचित्र में भी देखो।
उत्तर:
लेखक ने किन्नौर की यात्रा की, जो हिमालय का सबसे उत्तरी जिला है और तिब्बत से मिला है।

(ख) यात्रा में उसने यातायात के किस साधन का उपयोग किया और क्यों?
उत्तर:
लेखक ने यात्रा में खच्चर का, क्योंकि पहाड़ में खच्चर ही सबसे उपयुक्त होता है।

(ग) थोड़ी दूर चलते ही क्या घटना घटी और इससे लेखक के किस गुण का पता चलता है?
उत्तर:
थोड़ी दूर चलते ही लेखक को घोड़ा मिला, लेकिन उसकी कमर कटी थी। उसने उसे वापस लौटाया। लेखक पैदल चलने लगा। इससे उसके साहस और धैर्य का पता चलता है।

(घ) सराहन के डाक बंगले पर पहुँचते समय लेखक की दशा का वर्णन करो।
उत्तर:
बंगला बन्द था। चौकीदार मेला देखने गया था। गेट से चाबी मिलने पर लेखक बेखटके सोया; क्योंकि वह बहुत थका हुआ था और अगले दिन की कठिन यात्रा सामने थी।

(ङ) लेखक के मन में खंपा लोगों को देखकर क्या विचार आया?
उत्तर:
खंपा लोगों को देखक लेखक को ख्याल आया कि मैं भी इन्हीं की भाँति निद्वन्द्व हो गधा, खच्चर और तंबू लिए एक देश से दूसरे देश घूमूं। काश! मै बीस बरस का हो जाता, फिर इसी तरुण से कहता- लो दोस्त! अब मुझे भी अपने परिवार में शामिल कर लो।

(च) देवदारों के घने वन में चलते समय लेखक के मन में क्या-क्या विचार आ रहे थे?
उत्तर:
देवदारों के घने वन में चलते समय लेखक विचार कर रहा था कि यह रास्ते का सबसे सुन्दर भाग है। सारा पर्वत सदाबहार देवदार वृक्षों से ढंका है। इन पेड़ों के सघन वन में चलने में बहुत आनंद आ रहा था।

(छ) वस्या में अंगूर क्यों नहीं लगाते हैं?
उत्तर:
अधिक वर्षा होने के कारण वस्पा में अंगूर नहीं लगाते हैं।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

प्रश्न २.
लिखो
(क) किन्नौर. प्रदेश की स्त्रियों के पहनावे की विशेषताएँ।
उत्तर:
किन्नौर प्रदेश की स्त्रियाँ ऊर्ण सारी पहनती हैं और किन्नौरी टोपियाँ लगाती हैं। ऊर्ण सारी काफी लंबा चौड़ा पतला कंबल होता है।

(ख) उन बँगलों के नाम, जिनमें लेखक ने विश्राम किया।
उत्तर:
गौरा डाक बँगला, सराहन डाक बँगला।

(ग) पाठ के वे स्थल, जो तुम्हें सबसे अच्छे लगे।
उत्तर:
सराहन का डाक बँगला और नचार से पहले सदाबहार देवदार वृक्षों से ढंका हुआ रास्ता ये दोनों अच्छे लगे।

तुम्हारी कलम से
नोट – विद्यार्थी स्वयं लिखें।

अब करने की बारी
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

इसे भी जानो
नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

कितना सीखा – ३

प्रश्न १.
नीचे लिखे शब्दों का शुद्ध उच्चारण करते हुए अर्थ बताओ’
शब्द – अर्थ
देशभक्त – देश से प्रेम करनेवाला
साहसी – हिम्मती
समस्या – परेशानी
कोटिक – करोड़ों
परहित – परोपकार
विदित – ज्ञात
अवकाश – छुट्टी
परिश्रम – मेहनत
निद्वन्द्व — निश्चित

सिंहगर्जना – ऊँचे स्वर में घोषणा करना
नेतृत्व – मार्गदर्शन
तनख्वाह – वेतन
नसाहीं – मिटता/मिटती है
अधमाई – नीचता
अतिथि – मेहमान
व्याख्यान – भाषण
चेतना – जान 

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

प्रश्न २.
वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखो (एक शब्द लिखकर)
साहस से युक्त – साहसी
जिसके पास धन ना हो – निर्धन
सत्य बोलनेवाला – सत्यवादी
जो सबको प्रिय हो – सर्वप्रिय
विद्या प्राप्त करनेवाला – विद्यार्थी
शिक्षा देनेवाला – शिक्षक

प्रश्न ३.
नीचे लिखे शब्दों की वर्तनी ठीक करो (ठीक करके)
लिखा शब्द – सही शब्द
सत्यागृह – सत्याग्रह
आर्शीवाद – आशीर्वाद
सुबह – सुबह
सून्दर – सुन्दर
देशभगत – देशभक्त
अभियूक्त – अभियुक्त
अतीथी – अतिथि

प्रश्न ४.
वाक्य बनाओ (वाक्य बनाकर )
उत्तर:
(क) जिसमें ‘और’ ‘लेकिन’ शब्दों का प्रयोग हुआ हो। – राम और मैं पिक्चर देखने जाते; लेकिन बारिश होने लगी।
(ख) जो प्रश्नवाचक हो। वह कहाँ जा रहा है?
(ग) जिसमें क्रिया विशेषण शब्द का प्रयोग हुआ हो। – मोटर साइकिल तेज दौड़ती है।
(घ) जिसमें सर्वनाम शब्द का प्रयोग हुआ हो। 
वह स्कूल जाती है।

प्रश्न ५.
नीचे लिखे दो दो वाक्यों को जोड़कर एक वाक्य बनाओ
(क) बाहर तेज धूप है। अभी खेलने मत जाओ।
बाहर तेज धूप है; इसलिए अभी खेलने मत जाओ।

(ख) वह बहुत देर तक सोता रहा। उसे स्कूल पहुँचने में देर हो गई।
वह बहुत देर तक सोता रहा; जिससे उसे स्कूल पहँचने में देर हो गई।

प्रश्न ६.
नीचे लिखे शब्दों से उपसर्ग और प्रत्यय छाँटकर लिखो (लिखकर)
उत्तर:
UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर 1

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

प्रश्न ७.
उत्तर दो
(क) सरदार पटेल को किस कार्य के लिए सदैव याद किया जाएगा?
उत्तर:
छह सौ देशी रियासतों का भारतीय संघ में एकीकरण के लिए सरदार पटेल को सदैव याद किया जाएगा।

(ख) चींटी ने चिड़िया की किस प्रकार मदद की?
उत्तर:
चींटी ने हाथी को डरा कर चिड़िया की मदद की।

(ग) ‘आप चिड़िया की बात सुन लीजिए’ यह बात किसने किससे कही?
उत्तर:
यह बात हाथी ने राजा से कही।

(घ) रसखान ने कौए को भाग्यशाली क्यों कहा?
उत्तर:
क्योंकि कौआ भगवान के हाथ से रोटी और मक्खन छीनकर ले गया था।

(ङ) आलसी क्या पुकारते रहते हैं?
उत्तर:
आलसी दैव-दैव पुकारते रहते हैं।

(च) सबसे बड़ा धर्म क्या है?
उत्तर:
परोपकार सबसे महान धर्म है।

(छ) अमेरिका से किसने किसको पत्र लिखा?
उत्तर:
अमेरिका से विवेकानन्द जी ने शशि को पत्र लिखा।

(ज) विवेकानन्द ने तारक को क्या संदेश दिया?
उत्तर:
तारक को आलस्य छोड़कर मद्रास में काम करने को कहा।

(झ) किन्नौर देश की स्त्रियों का पहनावा क्या है?
उत्तर:
किन्नौर देश की स्त्रियों का पहनावा ऊर्ण सारी और किन्नौरी टोपियाँ हैं।

(ञ) खंपा लोगों को देखकर लेखक के मन में क्या विचार आए?
उत्तर:
खंपा लोगों को देखकर लेखक के मन में विचार आया कि काश! मैं भी इन्हीं की तरह खानाबदोश जिंदगी गुजारता।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

प्रश्न ८.
नीचे लिखी पंक्तियों का भाव स्पष्ट करो
(क) काग के भाग बड़े सजनी, हरि हाथ सों लै गयो माखन रोटी।
भाव:
कवि ने कौए के भाग्य को सराहा है, क्योंकि वह भगवान के हाथ से मक्खन और रोटी छीनकर ले गया।

(ख) कोटिक ये कलधौत के धाम, करील की कुँजन ऊपर वारौ।
भाव:
रसखान करील के बगीचे (उपवन) की सुंदरता पर सोने के करोड़ों महल निछावर करते हैं।

(ग) पर उपदेस कुसल बहुतेरे, जे आचरहिं ते नर न घनेरे।
भाव:
दूसरों को उपदेश देनेवाले बहुत होते हैं; परन्तु उसपर स्वयं अमल करनेवालों की संख्या अत्यंत कम होती है।

(घ) परहित सरिस धरम नहिं भाई, पर पीड़ा सम नहिं अधमाई।
भाव:
परोपकार से बढ़कर धर्म नहीं होता और दूसरों को कष्ट देने से बढ़कर नीचता नहीं होती।

(ङ) उठो, जागो और जब तक लक्ष्य तक न पहुंच जाओ, न रुको।।
भाव:
विवेकानन्द जी ने अपने देशवासियों को संदेश दिया कि कार्य पूरा करने तक उसमें लगे रहो। आलस्य न करो।

प्रश्न ९.
सुनाओ
अपनी याद की गई किसी कविता की आठ पंक्तियाँ।
अपनी याद की गई कोई कहानी।
नोट – विद्यार्थी स्वयं सुनाएँ।

लिखो – ‘बड़े होकर तुम क्या करना चाहते हो’- इस विषय पर अपने विचार लिखो।
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

प्रश्न १०
ढूँढ़कर लिखो तो जानें (लिखकर)
UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर 2
(क) कम से कम १० सार्थक शब्दों को
उत्तर:
रूप, संन्यासी, राष्ट्र, चक्र, उज्ज्वल, इकट्ठा, रुपया, शृंखला, आशीर्वाद, रूमाल।

(ख) उ तथा ऊ की मात्रा लगे शब्दों को
उत्तर:
रूप, रुपया और रूमाल।

(ग) अनस्वार लगे शब्दों को
उत्तर:
संन्यासी, संकट और श्रृंखला।

(घ) चन्द्रबिंदु लगे शब्दों को
उत्तर:
रँगना।

(ङ) ‘ऋ’ की मात्रा लगे शब्दों को
उत्तर:
मातृ और श्रृंखला

(च) र से युक्त चार तरह के शब्दों को
उत्तर:
राष्ट्र, चक्र और आशीर्वाद

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर

अपने आप – ३

साक्षात्कार

  • तुम भी ले सकते हो साक्षात्कार
  • तय करो
    • तुम्हें किसका साक्षात्कार लेना है?
    • क्या-क्या बातें पूछनी हैं?

नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 15 पत्र

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 15 पत्र

पत्र शब्दार्थ

कार्य क्षेत्र = कर्म करने की जगह
नियाग्रा = एक जल प्रपात जो संयुक्त राज्य अमेरिका में है
भोग-भूमि = सुख-दुख भोगने की धरती
शोक-संवाद = मृत्यु का समाचार
व्याख्यान – भाषण
विदित = मालूम
बेशुमार = अनगिनत
वस्त्रादि = कपड़े आदि,
अनिश्चित = जिसका निश्चय न हो
विज्ञानवेत्ता = विज्ञान के जानकार
महोत्सव = बहुत महत्त्वपूर्ण त्योहार, महान उत्सव।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 15 पत्र

पत्र अभ्यास प्रश्न

शब्दों का खेल

प्रश्न १.
नीचे लिखे शब्दों के प्रचलित जोड़े बनाओ- (जोड़े बनाकर)
तन – मन
स्त्री – पुरुष

धूम – धाम
रात – दिन

प्रश्न २.
नीचे लिखे शब्दों की वर्तनी शुद्ध करके लिखो। (लिखकर )
महाप्ररुष – महापुरुष
मख्खन – मक्खन
अतीथी – अतिथि
आइसकृम – आइसक्रीम

प्रश्न ३.
पढ़ो और समझो
महा + उत्सव = महोत्सव
विवाह + उत्सव = विवाहोत्सव
वार्षिक + उत्सव = वार्षिकोत्सव
होलिका + उत्सव = होलिकोत्सव
ज्ञान + उदय = ज्ञानोदय

तुम भी करो
जन्म + उत्सव = जन्मोत्सव
तिलक + उत्सव = तिलकोत्सव
भाग्य + उदय = भाग्योदय
सूर्य + उदय = सूर्योदय
बसंत + उत्सव = वसन्तोत्सव

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 15 पत्र

प्रश्न ४.
पढ़ो और समझो
नोट – छात्र दिए गए शब्दों को स्वयं पढ़ें व समझें।

बोध प्रश्न  

प्रश्न १.
बताओ
(क) विवेकानन्द जी ने महापुरुषों के विषय में अपने पत्र में क्या लिखा है?
उत्तर:
विवेकानन्द जी ने कहा, “महापुरुष शिक्षा देने के लिए आते हैं, नाम के लिए नहीं।”

(ख) विवेकानन्द जी ने तारक दादा को क्या संदेश दिया?
उत्तर:
विवेकानन्द जी ने तारक दादा को संदेश दिया, “तारक दादा, तुम अगर मद्रास में जाकर रहो, तो बड़ा काम हो। आओ! तन-मन से काम में लग जाओ। गप्पें लड़ाने तथा घंटी बजाने का जमाना गया, मेरे बच्चे, समझे? अब काम करना होगा।”

(ग) अमेरिका प्रवास के समय विवेकानन्द जी को होटलों में क्यों नहीं रुकना पड़ता था?
उत्तर:
विवेकानन्द जी को होटलों में नहीं रुकना पड़ता था; क्योंकि लोग उन्हें अपना अतिथि बना लेते थे।

(घ) हेल महोदय की दयालुता के विषय में पत्र में क्या बातें लिखी गई हैं?
उत्तर:
हेल महोदय का परिवार बहुत दयालु था। वह गरीब आदमी को भोजन, वस्त्र और कार्य देने के लिए हर समय तैयार रहता था।

(ङ) अमेरिका में क्या-क्या पैदा होता है और क्या-क्या नहीं?
उत्तर:
अमेरिका में गेहूँ और रुई पैदा होती है; आम और लीची पैदा नहीं होती है; वहाँ औजार और कल-पुर्जे बनते हैं।

(च) अमेरिका के मौसम के बारे में विवेकानन्द जी ने पत्र में क्या लिखा है?
उत्तर:
अमेरिका में सुहावना मौसम होता है। यह जल्दी-जल्दी बदलता रहता है।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 15 पत्र

प्रश्न २.
लिखो
(क) अमेरिकावासियों के खान-पान के संबंध में चार बातें लिखिए।
उत्तर:
अमेरिका में खाने में भात, पावरोटी, मछली और गोश्त की विभिन्न किस्में मिलती हैं। अमेरिकावाले ‘स्पिनाक’ और ‘एस्पेरेगस’ नामक साग का प्रयोग करते हैं। वहाँ लोग उड़द की दाल नहीं जानते। अमेरिका में केले, संतरे, अमरूद, सेब, बादाम, किशमिश, अंगूर आदि खूब मिलते हैं। वहाँ आम, लीची नहीं हैं।

(ख) विवेकानन्द जी पत्र के अंतिम हिस्से में क्या करने का संदेश दे रहे हैं?
उत्तर:
विवेकानन्द जी पत्र के अंतिम हिस्से में संदेश देते हैं, “उठो, जागो और जब तक लक्ष्य तक न पहुँच जाओ, न रुको। जो अपना ही स्वार्थ देखता है, आरामतलब है, आलसी है, उसके लिए नरक में भी जगह नहीं है। जिन्हें अपने आराम की सूझ रही है, जो आलसी हैं, जो अपने सामने सबका सिर झुका देखना चाहते हैं, वे हमारे कोई नहीं हैं।”

(ग) उन फलों के नाम जो अमेरिका में पैदा होते हैं और जो नहीं पैदा होते हैं।
उत्तर:
केले, अमरूद, संतरे आदि होते हैं; लेकिन आम और लीची ये दोनों पैदा नहीं होते।

(घ) तुमने किन-किन के पत्र पढ़े हैं? उनके नाम और संबंध लिखो।
उत्तर:
हमने नेहरू जी का पत्र इंदिरा के नाम पढ़ा है- पिता का पत्र पुत्री के नाम।

प्रश्न ३.
नीचे लिखी पंक्तियों का भाव स्पष्ट करो
(क) यह कार्य क्षेत्र है, भोग-भूमि नहीं।
भाव:
संसार कार्य करने के लिए है, भोग करने के लिए नहीं।

(ख) तन-मन से काम में लग जाओ।
भाव:
शारीरिक और मानसिक रूपों में तैयार होकर ही कार्य करना चाहिए।

(ग) उठो, जागो और जब तक लक्ष्य तक न पहुँच जाओ, न रुको।
भाव:
आलस्य छोड़कर अपना काम करते रहो। जब तक कार्य पूरा न हो जाए, तब तक रुकना नहीं चहिए।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 15 पत्र

प्रश्न ४.
निम्नलिखित पंक्तियों को पूरा करो-(पूरा करके)
(क) यहाँ वाले गरम कपड़े यूरोप और भारत से मँगाते हैं।
(ख) ये लोग गर्मियों में घर छोड़कर विदेश अथवा समुद्र के किनारे चले जाते हैं।
(ग) नियाग्रा-प्रपात सात-आठ दफे तो देख चुका।
(घ) जो अपनी जिद्द के सामने सबका सिर झुका देखना चाहते हैं, वे हमारे कोई नहीं है।

तुम्हारी कलम से
नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

अब करने की बारी
नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav