UP Board Solutions for Class 9 Social Science Geography Chapter 2 भारत का भौतिक स्वरूप

UP Board Solutions for Class 9 Social Science Geography Chapter 2 भारत का भौतिक स्वरूप

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पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए –
(i) एक स्थलीय भाग जो तीन ओर से समुद्र से घिरा हो?
(क) तट
(ख) प्रायद्वीप
(ग) द्वीप
(घ) इनमें से कोई नहीं

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(ii) भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वतों का संयुक्त नाम
(क) हिमाचल
(ख) पूर्वांचल
(ग) उत्तराखण्ड
(घ) इनमें से कोई नहीं

(iii) गोवा के दक्षिण में स्थित पश्चिम तटीय पट्टी
(क) कोरोमंडल
(ख) कन्नड़
(ग) कोंकण
(घ) उत्तरी सरकार

(iv) पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर
(क) अनाईमुडी
(ख) महेन्द्रगिरि
(ग) कंचनजंगा
(घ) खासी
उत्तर:
(i) (ख) प्रायद्वीप
(ii) (ख) पूर्वांचल
(iii) (ख) कन्नड़
(iv) (ख) महेन्द्रगिरि

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षेप में उत्तर दीजिए-

  1. भूगर्भीय प्लेटें क्या हैं?
  2. आज के कौन से महाद्वीप गोंडवानालैंड के भाग थे?
  3.  ‘भाबर’ क्या है?
  4. हिमालय के तीन प्रमुख विभागों के नाम उत्तर से दक्षिण के क्रम में बताइए।
  5. अरावली और विंध्याचल की पहाड़ियों में कौन-सा पठार स्थित है?
  6. भारत के उन द्वीपों के नाम बताइए जो प्रवाल भित्ति के हैं।

उत्तर:

  1. पृथ्वी के अंदर से उठने वाली संवहन तरंगों के कारण पृथ्वी का भू-पृष्ठ कई बड़े-बड़े खण्डों में बँट गया है। इन्हीं भूखण्डों को भूगर्भीय प्लेटें कहते हैं।
  2. वर्तमान के दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया तथा अंटार्कटिका महाद्वीप गोंडवानालैण्ड के भाग थे।
  3. वे मैदानी प्रदेश जहाँ नदियाँ पहाड़ों से निकलकर मैदान में प्रवेश करती हैं और अपने साथ लाए रेत, कंकड़, बजरी, पत्थर आदि का निक्षेप करती हैं। भाबर क्षेत्र में नदियाँ भूमि तल पर बहने के बजाय भूमि के नीचे बहती हैं। शिवालिक की तलहटी में एक ऐसा प्रदेश (UPBoardSolutions.com) स्थित है जिसकी चौड़ाई 8 से 16 किमी तक है। प्रायः सभी नदियाँ भाबर प्रदेश में आकर विलुप्त हो जाती हैं।
  4. हिमालय विश्व की सर्वाधिक ऊँची एवं मजबूत बाधाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
    दिशा से दक्षिण की ओर इसे 3 मुख्य भागों में बाँटा जा सकता है-

    1. महान या आंतरिक हिमालय अथवा हिमाद्रि – सबसे उत्तरी भाग जिसे महान या आंतरिक हिमालय अथवा ‘हिमाद्रि’ कहा जाता है।
    2. हिमाचल या निम्न हिमालय – हिमाद्रि के दक्षिण में स्थित श्रृंखला हिमाचल या निम्न हिमालय के नाम से जानी जाती है। यह श्रृंखला मुख्यतः अत्यधिक संपीड़ित कायांतरित चट्टानों से बनी है। पीर पंजाल श्रृंखला सबसे बड़ी एवं सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण श्रृंखला का निर्माण करती है। कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण श्रृंखलाएँ धौलाधार और महाभारत श्रृंखलाएँ हैं।
    3. शिवालिक – हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला को शिवालिक कहा जाता है। यह गिरीपद श्रृंखला है तथा हिमालय के सबसे दक्षिणी भाग का प्रतिनिधित्व करती है।
  5. मालवा पठार अरावली और विंध्याचल की पहाड़ियों के बीच स्थित है।
  6. लक्षद्वीप समूह प्रवाल भित्ति से बनने वाले द्वीप हैं।

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प्रश्न 3.
निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट कीजिए-

  1. अपसारी तथा अभिसारी भूगर्भीय प्लेटें
  2. बांगर और खादर
  3. पूर्वी घाट तथा पश्चिमी घाट

उत्तर:
(i) अपसारी तथा अभिसारी भूगर्भीय प्लेटों में अंतर

अपसारी भूगर्भीय प्लेटें

अभिसारी भूगर्भीय प्लेटें

1. इनसे दरार घाटी तथा ब्लॉक पर्वतों का निर्माण होता है। 1. इस प्रक्रिया में वलित पर्वतों का निर्माण होता है।
 2. अपसारी भूगर्भीय प्लेट वह प्लेट है जो एक- भूगर्भीय प्लेट कहलाती है। 2. एक-दूसरे के निकट आने वाली भूगर्भीय प्लेट अभिसारी दूसरे से दूर जाती है।
 3. इन प्लेटों से भ्रंशन क्रिया होती है तथा धरातल पर वलय पड़ जाते हैं। 3. इस प्रकार की प्लेटों से वलन प्रक्रिया होती है तथा धरातल | पर भ्रंश पड़ जाते हैं।

(ii) बांगर व खादर में अंतर 

बांगर

खादेर

 1. बांगर पुरानी जलोढ़ मृदा होती है। 1. नई जलोढ़ मृदा को खादर कहा जाता है।
 2. यह मृदा नदी के बेसिन से दूर पाई जाती है। 2. यह मृदा नदी के बेसिन के पास पाई जाती है।
3. यह भूमि कम उपजाऊ होती है तथा खेती के जाती है। 3. यह मृदा बहुत उर्वर होती है तथा कृषि के लिए आदर्श मानी लिए आदर्श नहीं है।

(iii) पूर्वी एवं पश्चिमी घाट में अंतर

पूर्वी घाट

पश्चिमी घाट

1. यह बंगाल की खाड़ी के समानांतर स्थित है। 1. यह अरब सागर के समानांतर स्थित है।
2. इसकी सबसे अधिक ऊँची पहाड़ियों में बेट्टा शामिल हैं। 2. इसकी सबसे अधिक ऊँची चोटियों में अनाई मुडी एवं डोडा महेन्द्रगिरि व जवादी शामिल हैं।
3. पूर्वी घाट प्रायद्वीपीय भारत की पूर्वी भुजा का निर्माण करता है। 3. पश्चिमी घाट प्रायद्वीपीय भारत की पश्चिमी भुजा का निर्माण करता है।
4. इस घाट की ढलानों पर वर्षा कम है। 4. इस घाट की पश्चिमी ढलानों पर पूर्वी घाट की अपेक्षा वर्षा कम होती है।
  5. पूर्वी घाट कोरोमंडल तट के समानांतर है। 5. पश्चिमी घाट मालाबार तट के समानांतर है।
6. पूर्वी घाट सतत् नहीं है व अनियमित है। बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियों ने जा सकता है। 6. यह सतत् है तथा इसको केवल दरों के द्वारा ही पार किया इसको काट दिया है।

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प्रश्न 4.
बताइए, हिमालय का निर्माण कैसे हुआ था?
उत्तर:
जिस स्थान पर आज हिमालय स्थित है, उस स्थान पर कभी टेथीस नामक सागर हिलोरें लेता था। यह एक लम्बा और उथला सागर था। यह दो विशाल भूखण्डों से घिरा हुआ था। इसके उत्तर में अंगारालैण्ड और दक्षिण में गोंडवानालैण्ड नाम के भूखण्ड थे। ऐसा माना जाता है कि लाखों वर्ष पहले भारत एक बड़े महाद्वीप गोंडवाना भूमि का भाग था। सबसे प्राचीन भूखंड (प्रायद्वीपीय भाग) गोंडवाना भूमि का हिस्सा था। वर्तमान आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका एवं दक्षिण अमेरिका भी इसी भूखंड में शामिल थे। यह दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित था।

संवहनीय धाराओं के कारण इसकी भू-पर्पटी कई टुकड़ों में टूट गई जिससे इंडो-आस्ट्रेलियाई प्लेट गोंडवानालैण्ड से अलग होकर उत्तर की ओर सरक गई। प्लेट विवर्तन सिद्धांत के अनुसार भू-पर्पटी पहले एक ही विशालकाय महाद्वीप था जिसे पैंजिया कहा जाता था। उत्तरी भाग में अंगारा भूमि थी दक्षिणी भाग में गोंडवाना भूमि। भूपर्पटी के नीचे मौजूद पिघले हुए पदार्थ ने भूपर्पटी या लीथोस्फीयर को कई बड़े (UPBoardSolutions.com) टुकड़ों में बाँट दिया जिन्हें लीथोस्फेरिक या टैक्टोनिक प्लेट कहा जाता है। जो अवसादी चट्टान टक्कर के कारण वलित इकड़े हो गए उन्हें टेथीस के नाम से जाना जाता है। गोंडवाना भूमि से अलग होने के बाद इंडोआस्ट्रेलियाई प्लेट उत्तर में यूरेशियन प्लेट की ओर खिसक गई। यह दो प्लेटों में टकराव का कारण बना और इस टकराव के कारण टेथीस की अवसादी चट्टानें वलित होकर पश्चिमी एशिया की पर्वतीय श्रृंखला तथा हिमालय के रूप में उभर गईं।

प्रश्न 5.
भारत के प्रमुख भू-आकृतिक विभाग कौन-से हैं?
हिमालय क्षेत्र तथा प्रायद्वीप पठार के उच्चावच लक्षणों में क्या अंतर है?
उत्तर:
भारत के प्रमुख भू-आकृतिक विभाग-

  1. उत्तर के विशाल पर्वत
  2. उत्तर भारत का मैदान
  3. प्रायद्वीपीय पठार ठार
  4. भारतीय मरुस्थल
  5. तटीय मैदान तथा
  6. द्वीप समूह।

हिमालय क्षेत्र तथा प्रायद्वीपीय पठार के उच्चावच लक्षणों में अंतर

हिमालय क्षेत्र

प्रायद्वीपीय पठार

1. यह सिन्धु व गंगा के मैदान के सिरे पर बना हुआ है। 1. यह दक्कन के पठार के सिरे पर बना हुआ है।
2. शिमला, मंसूरी, दार्जिलिंग, नैनीताल आदि पहाड़ी स्थल हिमालय में पाए जाते हैं। 2. यहाँ कोई विख्यात पहाड़ी स्थल नहीं पाया जाता।
 3. इसकी औसत ऊँचाई 6,000 मी है। 3. इस पठार की औसत ऊँचाई 600-900 मी है।
4. यह नवीन वलित पर्वत है। 4. यह प्राचीनकाल से ही अपरदन के चरण में है।
 5. यह बहुत से महाखड्डू एवं यू आकार की घाटियों से बना हैं। 5. पठार को कई नदियों द्वारा बुरी तरह काट दिया गया है।
 6. इसमें बहुत कम खनिज पाए जाते हैं। 6. यह खनिजों का भंडार है।
 7. सभी बारहमासी नदियों का उद्गम हिमालय से ही होता है। 7. इस पठार से निकलने वाली नदियाँ बरसाती हैं0964
 8. विश्व के सर्वाधिक ऊँचे पर्वतों एवं गहरी मिलकर बना है। 8. चौड़ी एवं छिछली घाटियों तथा गोलाकार पहाड़ियों से घाटियों से मिलकर बना है।
9. इंडो-आस्ट्रेलियाई प्लेट व यूरेशियन प्लेट में टक्कर के कारण बना। 9. गोंडवाना भूमि के टूटने व खिसकने के कारण बना।
 10. तलछटी चट्टानों से बना है। 10. आग्नेय एवं कायांतरित चट्टानों से बना है।
 11. भूवैज्ञानिक दृष्टि से यह अस्थिर क्षेत्र में आता है। 11: भूवैज्ञानिक दृष्टि से यह स्थिर क्षेत्र में आता है।
12. यह विश्व का सर्वाधिक ऊँचा पर्वत हैं। 12. मध्य उच्चभूमि नीची पहाड़ियों से बना है और इसमें कोई भी चोटी विश्वविख्यात ऊँचाई की नहीं है।
13. हिमालय से बहुत-सी प्रसिद्ध नदियाँ निकलती निकलती हैं। 13. नर्मदा व ताप्ती जैसी कुछ ही नदियाँ प्रायद्वीपीय पठार से हैं जैसे सिन्धु, गंगा व ब्रह्मपुत्र।

प्रश्न 6.
भारत के उत्तरी मैदान का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत का उत्तरी मैदान उत्तर में हिमालय तथा दक्षिण में प्रायद्वीपीय पठार से निकलने वाली नदियों द्वारा बहाकर लायी गयी मिट्टी से बना है। इस मिट्टी को जलोढ़क कहते हैं। इसीलिए इस मैदान को जलोढ़ मैदान कहते हैं। इस मैदान के उत्तर में हिमालय पर्वत स्थित है और दक्षिणी भाग में पठार का विस्तार है। यह मैदान 7 लाख वर्ग किमी में फैला हुआ है। यह मैदान 2400 किमी लंबा तथा 240-320 किमी चौड़ा है। समृद्ध मृदा के आवरण, भरपूर पानी की आपूर्ति एवं अनुकूल जलवायु ने उत्तरी मैदान को कृषि की दृष्टि से भारत का अत्यधिक उपजाऊ भाग बना दिया है। इसी कारण यहाँ का जनसंख्या घनत्व भारत के सभी भौगोलिक (UPBoardSolutions.com) विभाजनों की अपेक्षा इस क्षेत्र में सर्वाधिक है। उत्तरी मैदान के पश्चिमी भाग को पंजाब कहा जाता है। गंग का मैदान घग्घर एवं तिस्ता नदियों के बीच स्थित है। यह उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों जैसे हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार तथा झारखण्ड के कुछ भाग एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व में फैला हुआ है।
उत्तरी मैदान का निर्माण दो नदी तंत्रों के सहयोग से हुआ है ।

  1. पश्चिम में सिन्धु नदी तंत्र द्वारा,
  2. पूर्व में गंगा-ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र द्वारा।

1. सिंधु नदी तंत्र

  1. उत्तरी मैदान के उत्तरी-पश्चिमी भाग की रचना सिंधु और उसकी सहायक नदियों ने की है। सतलुज, व्यास, राबी, चिनाब और झेलम इसकी प्रमुख नदियाँ हैं।
  2. इस मैदान का विस्तार दक्षिण-पश्चिम में अरब सागर से लेकर पश्चिमी हिमालय के गिरिपाद तक है। यह 1,200 किलोमीटर की लंबाई में फैला है।
  3. सिंधु नदी तंत्र द्वारा निर्मित मैदान को दो भागों में बाँट सकते हैं-पश्चिमी मरुभूमि और पंजाब का मैदान।

2. गंगा-ब्रह्मपुत्र का नदी तंत्र 
उत्तर के मैदान का अधिकांश भाग गंगा-ब्रह्मपुत्र नदियों की ही देन है। गंगा-ब्रह्मपुत्र मैदान को दो भागों में बाँटा जा सकता है-गंगा का मैदान तथा ब्रह्मपुत्र को मैदान।

  1. गंगा का मैदान सबसे अधिक विस्तृत है। इसका निर्माण गंगा और गंगा की सहायक नदियों द्वारा लाई गई मिट्टी के जमाव से हुआ है। इस मैदान का ढाल पूर्व की ओर है। उत्तर प्रदेश, बिहार तथा पश्चिमी बंगाल पूर्णतः तथा हरियाणा, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश राज्यों के अधिकांश मैदानी भाग गंगा तन्त्र की देन हैं।
  2. ब्रह्मपुत्र का मैदान उत्तर का विशाल पूर्वी भाग है। इसका विस्तार असोम और मेघालय राज्यों में है। इसका निर्माण  ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों के द्वारा लाए गए अवसादों के जमाव से हुआ है।

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प्रश्न 7.
निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए-

  1. मध्ये हिमालय
  2. मध्य उच्च भूमि
  3. भारत के द्वीप समूह।

उत्तर:
(1) मध्य हिमालय – मध्य हिमालय हिमाद्रि (महान हिमालय) के दक्षिण में फैला हुआ है। इस पर्वत की औसत चौड़ाई लगभग 50 किमी तथा ऊँचाई 3,700 से 4,500 मीटर तक है। कश्मीर की पीर पंजाल श्रेणी तथा जम्मू-कश्मीर और हिमालय प्रदेश में फैली धौलाधार श्रेणी मध्य हिमालय के ही भाग हैं। नेपाल की महाभारत श्रेणी भी इसी का अंग है। डलहौजी, धर्मशाला, शिमला, मसूरी, नैनीताल, दार्जिलिंग आदि सभी प्रमुख पर्वतीय नगर मध्य हिमालय में ही स्थित हैं।

(2) मध्य उच्च भूमि – प्रायद्वीपीय पठार को नर्मदा नदी ने दो भागों में विभाजित किया है। प्रायद्वीपीय क्षेत्र का वह भाग जो नर्मदा नदी के उत्तर में पड़ता है और मालवा के पठार के एक बड़े हिस्से पर फैला है उसे मध्य उच्चभूमि कहा जाता है। यह दक्षिण में विंध्य श्रेणी और उत्तर-पश्चिम में अरावली की पहाड़ियों से घिरा है। आगे जाकर यह पश्चिम में भारतीय मरुस्थल से मिल जाता है जबकि पूर्व दिशा में इसका विस्तार छोटानागपुर के पठार द्वारा प्रकट होता है। इस क्षेत्र में नदियाँ दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर बहती हैं। इस क्षेत्र के पूर्वी (UPBoardSolutions.com) विस्तार को स्थानीय रूप से बुन्देलखण्ड, बघेलखण्ड और छोटानागपुर पठार कहा जाता है। छोटानागपुर पठार आग्नेय चट्टानों से बना है। आग्नेय चट्टानों में खनिज भरपूर मात्रा में होते हैं और इसलिए इस पठार को खनिजों का भण्डार कहा जाता है।

(3) भारत के द्वीप समूह – केरल तट के पश्चिम में अरब सागर में छोटे-छोटे अनेक द्वीप हैं। इनका निर्माण अल्पजीवी सूक्ष्म प्रवाल जीवों के अवशेषों के जमाव से हुआ है। इनमें से अनेक द्वीपों की आकृति घोड़े की नाल या अंगूठी के समान है। इसलिए इन्हें प्रवालद्वीप वलय कहते हैं। पहले लक्षद्वीप को लकादीव, मीनीकाय तथा एमीनदीव के नाम से जाना जाता था। 1973 ई. में इनका नाम लक्षद्वीप रखा गया। लक्षद्वीप का प्रशासनिक मुख्यालय कावारत्ती में है। यह द्वीप समूह छोटे प्रवाल द्वीपों से बना है। यह 32 वर्ग किमी के छोटे से क्षेत्र में फैला हुआ है। इस द्वीप समूह पर पौधों एवं जीवों की बहुत सी प्रजातियाँ पाई जाती हैं। बंगाल की खाड़ी में भी (UPBoardSolutions.com) भारत के अनेक द्वीप हैं। इन्हें अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह के नाम से पुकारते हैं। ये द्वीप बड़े भी हैं और संख्या में अधिक हैं। ये जल में डूबी हुई पर्वत श्रृंखलाओं पर स्थित हैं। इन द्वीपों में से कुछ की उत्पत्ति ज्वालामुखी के उद्गार से हुई है। भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी इन्हीं द्वीपों पर स्थित है।

मानचित्र कार्य

भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित दिखाइए-

  1. पर्वत शिखर-के-2, कंचनजंगा, नंगा पर्वत, अनाईमुडी
  2. पठार-शिलांग, छोटानागपुर, मालवा तथा बुंदेलखंड
  3. थार मरुस्थल, पश्चिमी घाट, लक्षद्वीप समूह, गंगा-यमुना दोआब तथा कोरोमंडल तट
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मानचित्र : भारत-मुख्य भौगोलिक वितरण

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क्रियाकलाप

प्रश्न 1.

  • दी गई वर्ग पहेली में कुछ शिखरों, दरों, श्रेणियों, पठारों, पहाड़ियाँ एवं घाटियों के नाम छुपे हैं। उन्हें ढूंढ़िए।
  • ज्ञात कीजिए कि ये आकृतियाँ कहाँ स्थित हैं? आप अपनी खोज क्षैतिज, ऊर्ध्वाधर या विकर्णीय दिशा में कर सकते हैं।

नोट – पहेली के उत्तर अंग्रेजी के शब्दों में हैं।
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उत्तर:
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ऊध्र्वाधर (Down)

  • छोटानागपुर (CHOTANAGPUR)
  • कोंकण (KONKAN)
  • मालवा (MALWA)
  • शिपकिला (SHIPKILA)
  • बोम्डिला (BOMDILA)
  • सतपुरा (SATPURA)
  • अरावली (ARAVALI)
  • जयंतिया (JAINTIA)
  • नीलगिरि (NILGIRI)
  • विंध्य (VINDHYA)
  • शहयाद्री (SAHYADRI)

क्षैतिज (Across)

  • नथुला (NATHULA)
  • गारो (GARO)
  • अनाईमुडी (ANAIMUDI)
  • पाटली (PATLI)
  • कामोम (CARDEMOM)
  • कंचनजंगा (KANCHENJUNGA)
  • एवरेस्ट (EVEREST)
  • थार (THAR)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
पूर्वी एवं पश्चिमी हिमालय की तुलना कीजिए।
उत्तर:
पूर्वी एवं पश्चिमी हिमालय में निम्नलिखित अन्तर

हैपूर्वी हिमालय

पश्चिमी हिमालय

 1. पटकाईबुम, नागा, लुशाई, गारो, खासी,श्रेणियाँ हैं। इस क्षेत्र का नंगा पर्वत सबसे ऊँचा है। इसकी ऊँचाई 8,576 मीटर है। 1. लद्दाख और जास्कर पश्चिमी हिमालय की प्रमुख पर्वत जयंतिया पूर्वी हिमालय की प्रमुख शाखाएँ हैं।
2. पूर्वी सिरे की कम ऊँचाई वाली पहाड़ियाँ घने के वनों से ढकी हैं।  ये वन बहुत उपयोगी हैं। 2. ये पर्वतीय भाग अधिक ऊँचे तथा परिवहन की कम सुविधा  कारण अपेक्षाकृत कम उपयोगी हैं।
 3. पश्चिमी बंगाल, सिक्किम, भूटान तथा अरुणाचल प्रदेश में फैले हिमालय को पूर्वी हिमालय कहते हैं। 3. जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश में फैले हिमालय को पश्चिमी हिमालय कहते हैं।
4. सिक्किम और भूटान में स्थित हिमालय पर्वत मालाएँ अधिक ऊँची हैं। पूर्व की ओर इनकी ऊँचाई कम होती जाती है। 4. पश्चिमी हिमालय अपेक्षाकृत अधिक ऊँचा है।

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प्रश्न 2.
गॉर्ज एवं रिफ्ट में अंतर बताइए।
उत्तर:
गॉर्ज एवं रिफ्ट में निम्नलिखित अन्तर

हैंगॉर्ज

रिफ्ट

1. हिमालय पर्वतीय प्रदेश में सिंधु तथा ब्रह्मपुत्र  नदियों ने कई गहरे गॉर्ज को जन्म दिया है। 1. रिफ्ट घाटी का निर्माण आंतरिक प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप होता है। भारत के प्रायद्वीपीय पठार की पश्चिम की ओर बहने (UPBoardSolutions.com) वाली नर्मदा व ताप्ती तथा यूरोप की राइन नदी रिफ्ट घाटी से बहती हैं।
 2. नदी अपरदन प्रक्रिया द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में बनी बहुत गहरी और संकरी घाटी को गॉर्ज कहते हैं।  2. दो समानांतर दरार अथवा भ्रंश पड़ने के बीच की भूमि के नीचे धंस जाने से बनी खड़े किनारों वाली घाटी को रिफ्ट घाटी कहते हैं। इसका दूसरा नाम दरार या भ्रंश घाटी है।
 3. गॉर्ज बाह्य प्रक्रियाओं के फलस्वरूप बनते हैं। नदी की ऊपरी घाटी में अपरदन की क्रिया तेज होती है। नदी द्वारा बहाकर लाए गए कंकड़ पत्थरों से तली घिसकर, गहरी होती रहती है। 3. दरार या भ्रंश धरातल पर खिंचाव तथा क्षितिज गति के परिणामस्वरूप पड़ती है।

प्रश्न 3.
भारतीय मरुस्थल की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
भारतीय मरुस्थल की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-

  1. शुष्क जलवायु के कारण इस क्षेत्र में वनस्पति की न्यूनता पायी जाती है।
  2. यह क्षेत्र बालू के डिब्बों में आच्छादित एक तरंगित मैदान है।
  3. इस क्षेत्र में 150 मिमी से भी कम वार्षिक वर्षा होती है।

प्रश्न 4.
किन विवर्तनिक प्लेटों के सम्मिलन से भूपर्पटी का निर्माण होता है?
उत्तर:
सात बड़ी विवर्तनिक प्लेटों से मिलकर भूपर्पटी का निर्माण होता है-

  1. प्रशांत महासागरीय प्लेट,
  2. उत्तर अमेरिकी प्लेट,
  3. दक्षिण अमेरिकी प्लेट,
  4. यूरेशियन प्लेट,
  5. अफ्रीकन प्लेट,
  6. इंडो-आस्ट्रेलियन प्लेट,
  7. अंटार्कटिक प्लेट।

प्रश्न 5.
पश्चिमी तटवर्ती मैदान को कितने भागों में बाँटा जाता है?
उत्तर:
पश्चिमी तटवर्ती मैदानों को तीन प्रमुख भागों में बाँटा जा सकता है-

  1. कोंकण तट,
  2. कन्नड़ का मैदान,
  3. मालाबार तट।

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प्रश्न 6.
भारत में बरकान के समूह कहाँ पाए जाते हैं?
उत्तर:
भारत में बरकान के समूह ज्यादातर राजस्थान के जैसलमेर में पाए जाते हैं।

प्रश्न 7.
पूर्वी तटीय मैदानों के कोई दो लक्षण बताइए।
उत्तर:

  1. इस मैदान में नदियों द्वारा उपजाऊ डेल्टा का निर्माण किया जाता है।
  2. यह मैदान पूर्वी घाट एवं बंगाल की खाड़ी के मध्य स्थित है।

प्रश्न 8.
भ्रंश घाटी किसे कहते हैं?
उत्तर:
पृथ्वी की आंतरिक हलचलों के कारण पृथ्वी पर भ्रंश पड़ जाते हैं। इन भ्रंशों के किनारे ऊपर उठने तथा बीच का भाग नीचे धंसने से भू-भ्रंश घाटी का निर्माण होता है।

प्रश्न 9.
पश्चिमी घाट का सबसे ऊँचा शिखर तथा इसकी ऊँचाई बताइए।
उत्तर:
अनाईमुडी पश्चिमी घाट का सर्वोच्च शिखर है जिसकी ऊँचाई 2,695 मीटर है।

प्रश्न 10.
जलोढ़ मैदान किसे कहते हैं?
उत्तर:
नदियों द्वारा बहाकर लायी मिट्टी से बने मैदान को जलोढ़ मैदान कहते हैं। जलोढ़ मैदान की मिट्टी महीन पंक जैसी होती है जिसे जलोढ़क भी कहते हैं। इसीलिए इसे (UPBoardSolutions.com) मिट्टी से बने मैदान को जलोढ़ मैदान कहा जाता है।

प्रश्न 11.
शिवालिक के कोई दो प्रमुख लक्षण बताइए।
उत्तर:

  1. इस भाग में अक्सर भूकंप आते रहते हैं तथा भूस्खलन भी होते रहते हैं। हिमालय की इसी श्रेणी में सर्वाधिक मृदा अपरदन भी होता है।
  2. यह पर्वत श्रेणी जलोढ़ अवसादों से निर्मित है। इसीलिए इसकी शैलें कमजोर हैं।

प्रश्न 12.
भारत के छह भौतिक विभाग कौन-से हैं?
उत्तर:
भारत के छह भौतिक विभाग इस प्रकार हैं-

  1. उत्तर के विशाल मैदान,
  2. उत्तर भारत के मैदान,
  3. प्रायद्वीपीय पठार,
  4. भारतीय मरुस्थल,
  5. तटीय मैदान,
  6. द्वीपीय समूह।

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प्रश्न 13.
तराई प्रदेश किसे कहते हैं? इसकी दो विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
तराई प्रदेश भाबर के दक्षिण में स्थित है विशेषताएँ-

  1. यह क्षेत्र घने वनों से आच्छादित है।
  2. यह प्रदेश दलदली भूमि से युक्त है।

प्रश्न 14.
उत्तरी मैदानों को किन नदी तन्त्रों में बाँटा जा सकता है?
उत्तर:
उत्तरी मैदानों को निम्नलिखित दो नदी तन्त्रों में बाँटा जा सकता है-

  1. पूर्व में गंगा-ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र
  2. पश्चिम में सिंधु नदी तंत्र।

प्रश्न 15.
गंगा के मैदान का विस्तार किन क्षेत्रों में है?
उत्तर:
गंगा के मैदान का विस्तार घग्घर तथा तिस्ता नदियों के बीच है। यह उत्तरी भारत के राज्यों हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड के कुछ भाग, तथा पश्चिम बंगाल में फैला है। ब्रह्मपुत्र का मैदान इसके पश्चिम विशेषकर असोम में स्थित है।

प्रश्न 16.
प्राकृतिक विभिन्नता के आधार पर उत्तरी मैदान को कितने भागों में बाँटा जा सकता है?
उत्तर:
प्राकृतिक विभिन्नता के आधार पर उत्तरी मैदान को चार भागों में बाँटा जा सकता है-

  1. भाबर क्षेत्र
  2. तराई क्षेत्र
  3. भांगर क्षेत्र
  4. खादर क्षेत्र।

प्रश्न 17.
प्रायद्वीपीय पठार का निर्माण किन शैलों से हुआ है?
उत्तर:
प्रायद्वीपीय पठार एक मेज की आकृति वाला स्थल है जो पुराने क्रिस्टलीय, आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से बना है। यह गोंडवाना भूमि के टूटने एवं अपवाह के कारण बना था। यही कारण है कि यह प्राचीनतम भूभाग का एक हिस्सा है।

प्रश्न 18.
हिमालय भारत के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है?
उत्तर:
हिमालय का महत्त्व –

  1. भारत और चीन के बीच एक प्राकृतिक सीमा का निर्माण करता है और हमारे देश की शत्रुओं से रक्षा करता है।
  2. भिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ उपलब्ध कराता है।
  3. हिम से ढकी हुई चोटियाँ पूरे वर्ष पानी उपलब्ध कराने वाले स्रोत का काम करती हैं।

प्रश्न 19.
गोंडवाना भूमि, वितरिकाएँ, दून का अर्थ बताएँ।
उत्तर:

  1. गोंडवाना भूमि – प्राचीन विशाल महाद्वीप पैंजिया का दक्षिणतम भाग है जिसके उत्तरी भाग में अंगारा भूमि है।
  2. वितरिकाएँ – जब नदी अपने निचले भाग में जाकर गाद के जमा होने के कारण कई धाराओं में बँट जाती है तो उन्हें वितरिकाएँ कहते हैं।
  3. दून – निम्न हिमाचल एवं शिवालिक के बीच स्थित लंबवत् घाटी को दून के नाम से जाना जाता है।

प्रश्न 20.
उत्तरी मैदान का निर्माण किस प्रकार हुआ है?
उत्तर:
उत्तरी मैदान तीन प्रमुख नदी प्रणालियों-सिंधु, गंगा एवं ब्रह्मपुत्र तथा इनकी सहायक नदियों से बना है। लाखों वर्षों में हिमालय के गिरिपाद में स्थित बहुत बड़े बेसिन में जलोढ़ों का निक्षेप हुआ जिससे इस उपजाऊ मैदान का निर्माण हुआ है।

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प्रश्न 21.
प्रायद्वीपीय पठार की तीन विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:
प्रायद्वीपीय पठार की तीन विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

  1. यह तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है।
  2. इसके कुछ भागों में काली मृदा पायी जाती है।
  3. प्रायद्वीपीय पठार असमतल है।

प्रश्न 22.
मध्य उच्च भूमि के विस्तार के बारे में वर्णन करें।
उत्तर:
यह उच्च भूमि मालवा के पठार के अधिकतर भागों में फैली हुई है। विंध्य श्रृंखला दक्षिण में मध्य उच्च भूमि तथा उत्तर पश्चिम में अरावली से घिरी है। पश्चिम में यह धीरे-धीरे राजस्थान के बलुई तथा पथरीले मरुस्थल से मिल जाता है। इस पठार के पूर्वी विस्तार को स्थानीय रूप से बुंदेलखंड (UPBoardSolutions.com) तथा बघेलखंड के नाम से जाना जाता है। इसके और पूर्व के विस्तार को दामोदर नदी द्वारा अपवाहित छोटानागपुर पठार दर्शाता है।

प्रश्न 23.
पूर्वांचल पहाड़ियों के निर्माण तथा विस्तार के बारे में बताइए।
उत्तर:
पूर्वांचल पहाड़ियाँ मजबूत बलुआ पत्थरों जो अवसादी शैल हैं से बनी हैं। ये घने जंगलों से ढकी हैं तथा अधिकतर समानांतर श्रृंखलाओं एवं घाटियों के रूप में फैली हैं। पूर्वांचल से पटकाईबूम, नागा, लुसाई, मिजो तथा मणिपुर पहाड़ियाँ शामिल हैं।

प्रश्न 24.
अंडमान-निकोबार द्वीप समूहों की उत्पत्ति कैसे हुई है?
उत्तर:
अंडमान-निकोबार द्वीप जलमग्न पहाड़ियों पर स्थित हैं। इनमें से कुछ की उत्पत्ति ज्वालामुखी उद्गारों से हुई है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
उत्तर एवं दक्षिण भारत के पर्वतों में अंतर बताइए।
उत्तर:
उत्तर एवं दक्षिण भारत के पर्वतों में निम्नलिखित अन्तर हैं-

उत्तर भारत के पर्वत

दक्षिण भारत के पर्वत

 1. ये पर्वत बहुत विस्तृत हैं। इसका पूर्व-पश्चिम विस्तारै अर्थात् लंबाई 3,000 किलोमीटर है।ये 150 से 400 किलोमीटर की चौड़ाई में फैले हैं। 1. इन पर्वतों का विस्तार सीमित है। ये पतली पट्टी के रूप में विस्तृत हैं।
 2. इन पर्वतों से वर्षभर बहने वाली तथा पर्याप्त जलधारी नदियों का जन्म हुआ है। इनमें सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र प्रमुख हैं। ये नदियाँ डेल्टा बनाती हैं। 2. इन पर्वतों से कई नदियाँ निकलती हैं। कई नदियाँ शुष्क ऋतु में सूख जाती हैं और शेष की जलधारा बहुत ही पतली  ” हो जाती है। इनमें महानदी, गोदावरी, कृष्णा व कावेरी नदियाँ हैं। नर्मदा तथा ताप्ती या तापी रिफ्ट घाटी में बहती हैं।
3. उत्तर भारत के पर्वत नवीन वलित पर्वत हैं। इनमें हिमालय पर्वत श्रेणी प्रमुख है। 3. दक्षिण भारत के पर्वत बहुत प्राचीन हैं। इनमें नीलगिरि, पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट प्रमुख हैं।
4. ये पर्वत बहुत ऊँचे हैं। हिमालय का एवरेस्ट शिखर संसार में सबसे ऊँचा है। उसकी ऊँचाई 8,848 मीटर है। 4. ये पर्वत बहुत कम ऊँचाई वाले हैं। इन पर्वतों में सबसे ऊँची चोटी अनाईमुडी है, जिसकी ऊँचाई मात्र 2,695 मीटर है।
 5. इन पर्वतों के शिखर वर्षभर हिम से ढके रहते हैं। 5. इन पर्वत श्रेणियों पर हिम के दर्शन नहीं होते।

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प्रश्न 2.
हिमालय पर्वत का विवेचन कीजिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वत श्रृंखला, विश्व की सबसे ऊँची श्रृंखला है। इस युवा वलित पर्वत का भारत की उत्तरी सीमा पर 2,400 किमी तक विस्तार है। हिमालय का उच्चावच अत्यधिक अनियमित है। इसमें ऊँचे पर्वत शिखर तथा गहरी घाटियाँ दोनों पाएँ जाते हैं। यह पर्वत श्रृंखला पश्चिम-पूर्व दिशा में (UPBoardSolutions.com) सिन्धु नदी से ब्रह्मपुत्र की ओर जाती हैं। हिमालय विश्व की सर्वाधिक ऊँची एवं मजबूत बाधाओं का प्रतिनिधित्व करता है। यह एक अर्द्धवृत्त जैसा आकार बनाता है जो 2,400 किमी दूर तक फैली है। इनकी चौड़ाई कश्मीर में 400 किमी से लेकर अरुणाचल प्रदेश में 150 किमी तक है।
हिमालय पर्वत श्रृंखला अपने देशांतरीय विस्तार में तीन समानांतर श्रृंखलाओं से मिलकर बना है –

  1. महान या आंतरिक हिमालये अथवा हिमाद्रि,
  2. हिमाचल या निम्न हिमालय,
  3. शिवालिक अथवा बाहरी हिमालय।

प्रश्न 3.
दक्कन के पठार से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
दक्कन का पठार एक तिकोना भूखण्ड है, जो नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है। उत्तर की ओर इसके चौड़े आधार पर सतपुड़ा की श्रृंखला स्थित है जबकि कैमूर की पहाड़ियाँ, मैकाल की श्रृंखला एवं महादेव इसका पूर्वी विस्तार है। दक्कन का पठार पश्चिम में ऊँचा तथा पूर्व में कम ढलान वाला है। इस पठार का एक भाग उत्तर-पूर्व में भी देखा जाता है जिसे स्थानीय रूप से ‘मेघालय’, ‘कार्बी एंगलौंग पठार’ तथा ‘उत्तर कचार पहाड़ी’ के नाम से जाना जाता है। यह एक भ्रंश के द्वारा छोटा नागपुर पठार से अलग हो गया है। पश्चिम से पूर्व की ओर तीन महत्त्वपूर्ण श्रृंखलाएँ गारो, खासी तथा जयंतिया हैं। दक्कन के पठार के पूर्वी एवं पश्चिमी सिरे पर क्रमशः पूर्वी तथा पश्चिमी घाट स्थित हैं।

प्रश्न 4.
पूर्वी तटीय मैदान एवं पश्चिम तटीय मैदान में अंतर कीजिए।
उत्तर:
पूर्वी एवं पश्चिमी तटीय मैदान के बीच अंतर इस प्रकार हैं-

पूर्वी तटीय मैदान

पश्चिमी तटीय मैदान

 1. पूर्वी तट पर भली प्रकार विकसित डेल्टा हैं। 1. इस तट पर मालाबार तट क्षेत्र में सुंदर झीलें हैं।
2. इसकी मुख्य नदियाँ महानदी, गोदावरी, कावेरी और कृष्णा हैं। 2. इसकी मुख्य नदियाँ तापी, नर्मदा, मांडवी एवं जुआरी हैं।
3. ये मैदान चौड़े हैं जिनमें पूर्ण विकसित डेल्टा हैं। 3. इन मैदानों का क्षेत्र सँकरा है जिसमें पहाड़ी भाग छिटका हुआ है।
4. ये मैदान बंगाल की खाड़ी और पश्चिमी घाट के बीच स्थित हैं। 4. ये मैदान अरब सागर और पश्चिमी घाट के बीच स्थित हैं।

प्रश्न 5.
हिमालय की हिमाद्रि एवं शिवालिक श्रेणियों की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
हिमाद्रि की विशेषताएँ-

  1. इस क्षेत्र में वर्षपर्यन्त बर्फ जमीं रहती है।
  2. हिमाद्रि हिमालय की सबसे ऊँची उत्तरी पर्वत श्रृंखला है जिसकी औसत ऊँचाई 6,000 मी से अधिक है।
  3. विश्व की सर्वोच्च पर्वत श्रृंखला एवरेस्ट इसी श्रेणी में स्थित है।

शिवालिक की विशेषताएँ-

  1. भूकम्प और भूस्खलन इस श्रेणी की सामान्य घटना है। यह सबसे नवीन पर्वत श्रेणी है। अतः इसमें मृदा अपरदन भी सबसे अधिक होता है।
  2. यह पर्वत श्रृंखला जलोढ़ चट्टानों से निर्मित है इसलिए यह अधिक कठोर नहीं है।
  3. यह हिमालय की दक्षिणतम चोटी है। इसे बाह्य हिमालय भी कहते हैं।

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प्रश्न 6.
सर्वोच्च हिमालय किसे कहते हैं? इसकी विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
हिमालय की सबसे उत्तरी श्रेणी को सर्वोच्च हिमालय कहते हैं। इस श्रेणी को हिमाद्रि भी कहते हैं।
सर्वोच्च हिमालय की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं-

  1. विश्व का सर्वोच्च पर्वत शिखर एवरेस्ट इसी श्रेणी में स्थित है।
  2. यह पर्वत श्रेणी सदैव हिमाच्छादित रहती है इसलिए इसे हिमाद्रि भी कहते हैं।
  3. हिमालय की यह सर्वोच्च पर्वत श्रेणी है जिसकी औसत ऊँचाई 6,000 मीटर है।
  4. एवरेस्ट के अतिरिक्त कंचनजंगा, नंदा देवी, नंगा पर्वत आदि सर्वोच्च हिमालय के अन्य प्रमुख पर्वत शिखर हैं।

प्रश्न 7.
लघु हिमालय किसे कहते हैं? इसकी विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
सर्वोच्च हिमालय के दक्षिण में स्थित पर्वत श्रृंखलाओं को लघु हिमालय या मध्य हिमालय भी कहते हैं। लघु हिमालय को हिमाचल श्रेणी भी कहते हैं।
लघु हिमालय की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं-

  1. यह हिमालय पर्वत की मध्यवर्ती श्रृंखला है।
  2. इस श्रेणी में अनेक पर्वतीय नगर पाए जाते हैं। इन पर्वतीय नगरों में डलहौजी, शिमला, धर्मशाला, मसूरी, दार्जिलिंग व नैनीताल स्थित हैं।
  3. कश्मीर की पीर पंजाल श्रेणी, जम्मू-कश्मीर में हिमाचल में विस्तृत धौलाधार श्रेणी लघु हिमालय के ही हिस्से हैं।

प्रश्न 8.
डेल्टा की निर्माण प्रक्रिया बताइए। गंगा-ब्रह्मपुत्र के डेल्टा की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
नदी जल में प्रवाह की गति के अनुरूप अवसाद परिवहन की अपार क्षमता होती है। नदी अपने प्रवाह के क्रम में अपने साथ भारी मात्रा में कंकड़, पत्थर, बजरी, बालू, मिट्टी, गाद आदि बहाकर लाती है। नदी के प्रवाह की गति मंद होने से अवसादों का जमाव होने लगता है। मुहाने के निकट जिन नदियों की गति मंद होती है वे नदियों अपने मुंहानों पर बारीक से बारीक तलछट जमा करने को बाध्य हो जाती हैं। यही जमाव नदी के मार्ग में अवरोध बनकर उसे विभिन्न शाखाओं में विभाजित कर देता है। इस प्रकार विभिन्न शाखाओं के द्वारा अवसाद का जमाव विस्तृत भू-भाग पर त्रिभुजाकार रूप ले लेता है। मुहाने पर बने त्रिभुजाकार मैदान को डेल्टा कहते हैं। डेल्टा बहुत समतल और उपजाऊ मैदान है। गंगा-ब्रह्मपुत्र का डेल्टा विश्व में सबसे बड़ा डेल्टा है।
गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा की विशेषताएँ-

  1. यह संसार का सबसे बड़ा डेल्टा है। इसका विस्तार बांग्लादेश और भारत के पश्चिमी बंगाल में है।
  2. यह बहुत ही उपजाऊ डेल्टा है।
  3. यह संसार के घने आबाद क्षेत्रों में से है।
  4. डेल्टा का निचला भाग दलदली है। यहाँ सुन्दर वन स्थित है।

प्रश्न 9.
पश्चिम तटीय मैदान की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
पश्चिम तटीय मैदान की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-

  1. यह तटीय प्रदेश अधिक वर्षा वाला है। वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनों से होती है।
  2. इस मैदान की मुख्य उपज नारियल, केला, कहवा और चावल है।
  3. इस तट पर देश के कई प्रमुख प्राकृतिक पत्तन हैं।
  4. पश्चिमी तटीय मैदान का विस्तार गुजरात से केरल तक पश्चिम घाट और अरब सागर के मध्य स्थित है।
  5. इसका विस्तार एक संकरी पट्टी के रूप में है।
  6. इसके उत्तरी भाग को कोंकण तट तथा दक्षिणी भाग को मालाबार तट के नाम से पुकारते हैं।
  7. इसके उत्तर भाग में ज्वारनद मुख है और दक्षिणी भाग में लैगून और पाश्चे जल के क्षेत्र पाए जाते हैं।

प्रश्न 10.
हिमालय पर्वतों का क्षेत्रीय वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वत श्रृंखला पश्चिम से पूर्व की ओर क्षेत्र के आधार पर बाँटी गयी है-

  1. सिंधु तथा सतलुज नदी के मध्य के हिमालय के भाग को पारंपरिक रूप से पंजाब हिमालय के नाम से जाना जाता है। लेकिन क्षेत्रीय रूप से इसे क्रमशः कश्मीर और हिमाचल हिमालय के नाम से जाना जाता है।
  2. काली नदी और सतलुज नदी के बीच के क्षेत्र को कुमाऊँ हिमालय के नाम से जाना जाता है।
  3. काली और तिस्ता नदी के बीच का क्षेत्र नेपाल हिमालय के नाम से एवं तिस्ता व दिहांग नदी के बीच का क्षेत्र असम हिमालय के नाम से विख्यात है।
  4. दिहांग महाखड्डू के बाद हिमालय पर्वत तेजी से दक्षिण दिशा में मुड़ता है और भारत की पूर्वी सीमा के साथ फैल जाता है। इसे पूर्वांचल या पूर्वी पहाड़ियों एवं पर्वतों के नाम से जाना जाता है। पूर्वांचल में पटकाई, नागा, मणिपुर एवं मीजो पहाड़ियाँ आती हैं।

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प्रश्न 11.
‘प्रवाल पॉलिप्स’ को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
कम समय तक जीवित रहने वाले सूक्ष्म प्राणी जो समूहों में रहते हैं, को प्रवाल पॉलिप्स कहते हैं। प्रवाल पॉलिप्स का विकास छिछले वे गर्म जल में होता है। इनसे कैल्सियम कार्बोनेट का स्राव होता है। प्रवाल स्राव एवं प्रवाल अस्थियाँ टीले के रूप में निक्षेपित होती हैं।
ये तीन प्रकार के होते हैं-

  1. प्रवाल रोधिका,
  2. तटीय प्रवाल भित्ति,
  3. प्रवाल वलय द्वीप।

आस्ट्रेलिया को ‘ग्रेट बैरियर रीफ’ प्रवाल रोधिका का अच्छा उदाहरण है। प्रवाल वलय द्वीप गोलाकार या हार्स-शू आकार वाले रोधिका होते हैं।

प्रश्न 12.
उत्तर के मैदान को उच्चावच विशेषताओं के आधार पर विभाजित कीजिए।
उत्तर:
उत्तर के मैदान को विभिन्न उच्चावच विशेषताओं के आधार पर निम्न चार भागों में बाँटा गया है-

  1. खादर क्षेत्र – बाढ़ के मैदानों में नए तथा युवा निक्षेपों को खादर कहा जाता है। लगभग प्रत्येक वर्ष इनका नवीकरण हो जाता है। ये बहुत उर्वर होते हैं तथा गहन कृषि के लिए आदर्श माने जाते हैं।
  2. बांगर क्षेत्र – इन मैदानों का निर्माण पुरानी जलोढ़ मृदा से होता है। ये नदियों के बाढ़ के मैदानों के ऊपर स्थित । हैं तथा वेदिका जैसी आकृति प्रदर्शित करते हैं। ये मैदान नदी के बेसिन से दूर पाए जाते हैं। इस क्षेत्र में चूनेदार निक्षेप पाए जाते हैं जिन्हें स्थानीय भाषा में कंकड़’ कहा जाता है और यह कम उपजाऊ होती है।
  3. भाबर क्षेत्र – इन मैदानों का निर्माण तंग पट्टी में कंकड़ों के जमा होने से होता है जो शिवालिक की ढलान के समानांतर पाई जाती हैं। इस पट्टी का निर्माण पहाड़ियों से नीचे उतरते समय विभिन्न नदियों द्वारा किया जाता है। सभी नदियाँ भाबर पट्टी में आकर विलुप्त हो जाती हैं।
  4. तराई क्षेत्र – यह क्षेत्र भाबर के बाद आती है और नए जलोढ़ से बना होता है। इस क्षेत्र का निर्माण नदियों के पुनः प्रकट होने से होता है जिसके कारण नदियाँ नम एवं दलदली क्षेत्र का निर्माण करती हैं जिसे तराई कहा जाता है। यह क्षेत्र गहन जंगलों वाला एवं जंगली जानवरों से भरपूर होता है। किन्तु विभाजन के उपरांत पाकिस्तान से आए प्रवासियों के लिए कृषि योग्य भूमि बनाने हेतु जंगलों को साफ कर दिया गया है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
तटीय मैदानों का संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
रल के पूर्व में बंगाल की खाड़ी तथा पश्चिम में अरब सागर के किनारों पर तटीय मैदान एक पट्टी के आकार में फैले हुए हैं। बल की खाड़ी के किनारे मैदान चौड़ा और समतल है। उत्तरी भाग में इसे उत्तरी सिरकार कहा जाता है जबकि दक्षिी भाग को कोरोमण्डल तट कहा जाता है। बड़ी नदियाँ (UPBoardSolutions.com) जैसे महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी इस तट पर एक बड़ा डेल्टा बनाती हैं। चिल्का झील (भारत की सबसे बड़ी नमकीन पानी की झील जो ओडिशा में स्थित है) पूर्वी तट की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता है।
भारत के इन तटीय भागों को 3 भागों में बाँटा गया है-

  1. महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के दक्षिण भाग में कींकड़ तट का विस्तार है।
  2. कर्नाटक में कन्नड़ तट का विस्तार है।
  3. केरल में मालाबार तट का विस्तार है।

प्रश्न 2.
“भारत एक सुगठित भौगोलिक इकाई है।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
भारत को तीन भौतिक भागों में बाँटा गया है–उत्तर का विशाल हिमालय पर्वत, उत्तर का विशाल मैदान तथा प्रायद्वीपीय पठार। इनका न केवल आपस में एक-दूसरे से सम्बद्ध हैं, बल्कि ये एक-दूसरे के पूरक भी हैं। इस तरह इन भौतिक विभागों ने मिलकर भारत को एक सुगठित भौगोलिक इकाई बनाने में अपना योगदान दिया है। इन तीनों प्रमुख खण्डों का वर्णन इस प्रकार है-

भारत का प्रायद्वीपीय पठारी प्रदेश  – यहाँ लौह-अयस्क, कोयला, ताँबा, बॉक्साइट, मैंगनीज, अभ्रक आदि खनिजों के अपार भंडार हैं। खनिजों पर आधारित उद्योगों के विकास के कारण आज भारत विश्व के प्रमुख औद्योगिक देशों में गिना जाता है। कहवा, रबड़, गर्म मसाले आदि की उपज के निर्यात द्वारा देश को विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है। इस प्रकार यह स्पष्ट हो जाता है कि भारत एक सुगठित भौगोलिक इकाई है तथा देश को ऐसा बनाने में उसके विभिन्न भौतिक विभागों ने पूर्ण योगदान दिया है।

उत्तरी विशाल मैदान – ये मैदान हिमालय पर्वतीय प्रदेश से निकलने वाली नदियों के द्वारा लाई गई जलोढ़ मिट्टी से बने हैं। ये मैदान बहुत उपजाऊ हैं। यहाँ विभिन्न खाद्यान्न फसलों के साथ-साथ व्यापारिक फसलें, जैसे-गन्ना, कपास तथा पटसन पैदा की जाती हैं जिन पर यहाँ के कई उद्योग (UPBoardSolutions.com) निर्भर करते हैं। जीविकोपार्जन की सुविधाएँ सुलभ होने के कारण देश की आधी से अधिक जनसंख्या इस मैदानी भाग में रहती है।

विशाल हिमालय पर्वत – हिमालय पर्वत का प्रदेश उत्तर दिशा में भारत के प्रहरी का कार्य करता है। इस प्रकार शांति व सुरक्षा के साथ प्रगति करने का अवसर देता है। ऐतिहासिक काल से ऐसा होते रहने से ही भारत अपनी संस्कृति व सभ्यता का विकास कर पाया। हिमालय पर्वत के कारण ही देश को मानसूनी एकता प्राप्त हुई। वर्ष के विभिन्न समयों में ऋतु क्रम की एकता व फसलें पैदा करने के लिए पूरे वर्ष का वर्धन काल भी इसी भौतिक विभाग की देन है। हिमालय पर्वत अपार जल संपदा तथा वन संपदा के लिए जाने जाते हैं। यहाँ अनेक प्रकार के फल, जड़ी-बूटियाँ तथा चाय के भण्डार हैं, जो देश के अन्य भौतिक भागों में रहने वाले लोगों द्वारा उपयोग में लाए जाते हैं।

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प्रश्न 3.
प्रायद्वीपीय पठार का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्रायद्वीपीय पठार पुराने क्रिस्टलीय, आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से बना है। यह गोंडवाना भूमि के टूटने एवं अफवाह के कारण बना था इसीलिए यह प्राचीनतम भू-भाग का हिस्सा है। इस पठारी भाग में चौड़ी तथा छिछली घाटियाँ एवं गोलाकार पहाड़ियाँ हैं। इस पठार के दो मुख्य भाग हैं-‘मध्य उच्च भूमि तथा ‘दक्कन का पठार।

1. मध्य उच्चभूमि – नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों पर फैला है उसे मध्य उच्चभूमि के नाम से जाना जाता है। विंध्य श्रृंखला दक्षिण में मध्य उच्चभूमि तथा उत्तर-पश्चिम में अरावली से घिरी है।

2. दक्कन का पठार – यह एक तिकोना भूखंड है जो नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है। उत्तर में इसके चौड़े आधार पर सतपुड़ा की श्रृंखला है जबकि महादेव, कैमूर की पहाड़ियाँ एवं मैकाल श्रृंखला इसके पूर्वी विस्तार हैं। दक्कन के पठार के पूर्वी एवं पश्चिमी सिरे पर क्रमशः पूर्वी तथा पश्चिमी घाट स्थित हैं। पठारी क्षेत्र बहुत पुरानी स्थलाकृति है जिसका क्षेत्र बहुत विशाल है।

इस पठार की एक प्रमुख विशेषता काली मिट्टी है जिसे दक्कन टैप कहा जाता है। इसका उद्गम ज्वालामुखीय है और इसलिए चट्टानें आग्नेय हैं। पूरा दक्कन का पठार विषुवतीय क्षेत्र में स्थित है। इसमें वर्षा मध्यमे होती है। दक्कन टैप काली लावा मिट्टी से बना है जो कपास की खेती के लिए बहुत (UPBoardSolutions.com) लाभदायक है। प्रायद्वीपीय पठार के पश्चिमी एवं उत्तर पश्चिमी छोर पर अरावली पहाड़ियाँ स्थित हैं। ये गुजरात से दिल्ली तक दक्षिण-पश्चिम-उत्तरपूर्व दिशा में फैली हुई हैं।

प्रश्न 4.
उत्तर के विशाल मैदान का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर:
हिमालय के पर्वतीय प्रदेश तथा प्रायद्वीपीय पठार के बीच में उत्तर का विशाल मैदान स्थित है। पश्चिम में राजस्थान वे पंजाब से लेकर असम तक इसका विस्तार है। यह मैदान 2,400 किमी. लंबा तथा 240 से 320 किमी. तक चौड़ा है। इस मैदान का निर्माण हिमालय पर्वत तथा प्रायद्वीपीय पठार से निकलने वाली नदियों द्वारा बहाकर लायी गयी जलोढ़क के जमाव से हुआ है। इसे विश्व के सर्वाधिक समतल एवं उपजाऊ मैदानों में शामिल किया जाता है। यह 7 लाख वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला हुआ है। इसका निर्माण दो नदी तंत्रों-पश्चिम में सिंधु नदी तंत्र और पूर्व में गंगा-ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र द्वारा सम्मिलित रूप से किया गया है।

सिंधु नदी तंत्र-

  1. उत्तरी मैदान के उत्तरी – पश्चिमी भाग की रचना सिंधु और उसकी सहायक नदियों ने की है। सतलुज, व्यास, राबी, चिनाब और झेलम इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।
  2. इस मैदान का विस्तार दक्षिण – पश्चिम में अरब सागर से लेकर पश्चिमी हिमालय के गिरपाद तक है। यह 1,200 किलोमीटर की लंबाई में फैला है। | सिंधू नदी तंत्र द्वारा निर्मित मैदान को दो भागों में बाँट सकते हैं
    1. पश्चिमी मरुभूमि और
    2. पंजाब का मैदान।
  3. गंगा-ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र – उत्तर के मैदान का अधिकांश भाग गंगा-ब्रह्मपुत्र नदियों की ही देन है। गंगा-ब्रह्मपुत्र मैदान को दो भागों में बाँटा जा सकता है-
    1. गंगा का मैदान तथा
    2. ब्रह्मपुत्र का मैदान।

प्रश्न 5.
भारत की सुरक्षा, जलवायु विभाजक, जल एवं वन संपदा के लिए हिमालय की उपयोगिता प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर:
सुरक्षा – हिमालय भारत की उत्तरी सीमा पर प्रहरी की भाँति प्राचीनकाल से भारत की निरंतर सुरक्षा करता आ रहा है। हिमालय की उच्च पर्वत श्रृंखलाओं को पार करना कठिन है, इसीलिए विदेशी आक्रान्ताओं ने इस ओर से भारत को अतिक्रमण करने का साहस नहीं किया। किन्तु आधुनिक सैन्य उपकरणों और अस्त्र-शस्त्रे के चलते यह अब अभेद्य नहीं रह गया है।

जलवायु विभाजक – भारत का दक्षिणी भाग उष्ण कटिबंध में और उत्तरी भाग शीतोष्ण कटिबंध में स्थित है, परंतु हिमालय की स्थिति के कारण ही सम्पूर्ण भारत की जलवायु उष्ण कटिबंधीय है। हिमालय पर्वत श्रेणी के कारण भारत में स्पष्ट रूप से ऋतुचक्र चलता है। हिमालय शीत ऋतु में उत्तर-पूर्वी एशिया से आने वाली ठंडी और शुष्क पवनों को रोककर भारत को अधिक ठंडा और शुष्क होने से बचाता है। दूसरी ओर, ग्रीष्म ऋतु में दक्षिण-पश्चिम मानसून पवनों को रोककर, भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा करने में सहायक होता है। इस प्रकार हिमालय पर्वत जलवायु विभाजक का काम करे, भारत को एक विशिष्ट रूप प्रदान करता है।

जल संपदी का भण्डार – हिमालय हिम का घर है। हिमानियाँ मीठे जल का प्रमुख स्रोत हैं। ये हिमानियाँ भारत की प्रमुख नदियों की उद्गम स्थल हैं। अतः इन नदियों में सदैव पानी बना रहता है। ये नदियाँ न केवल पेय जल का स्रोत हैं, अपितु सिंचाई व जल विद्युत के निर्माण में भी ये बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। हिमालय से निकलने वाली नदियों में देश की कुल संभावित जल शक्ति की 60 प्रतिशत क्षमता है। इसके विकास से कृषि तथा उद्योगों के विकास में मदद मिलती है।

वन-संपदा का भण्डार – हिमालय प्रदेश में संसार की सभी प्रकार की वनस्पति के दर्शन होते हैं। निम्न ढाल वाले क्षेत्र घने वनों से ढके हैं। हिमालय क्षेत्र में कठोर तथा मुलायम दोनों प्रकार की लकड़ी विपुल मात्रा में मिलती है। वनों की सघनता एवं विविधती पर्याप्त मात्रा में विविध प्रकार की लकड़ी प्रदान करती है। वन वन्य प्राणियों के घर हैं। आज इन क्षेत्रों में दुर्लभ वन्य प्राणियों के भी दर्शन होते हैं। इन वनों में अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियाँ भी प्राप्त होती हैं।

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प्रश्न 6.
हिमालय की समानान्तर श्रेणियों का विवरण प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वत श्रृंखला अपने देशान्तरीय विस्तार में तीन समानांतर श्रेणियों के सम्मिलने से बना है, जो इस प्रकार है-
(i) महान हिमालय (हिमाद्रि) – हिमालय पर्वत श्रृंखला के सबसे उत्तरी भाग में स्थित श्रृंखला को महान् (आंतरिक हिमालय या हिमाद्रि) हिमालय कहते हैं। इस श्रृंखला की औसत ऊँचाई 6,000 मी0 है। इस श्रेणी के बीच में अनेक गहरी घाटियाँ भी हैं। सभी प्रमुख हिमालयी चोटियाँ इस श्रेणी के अंतर्गत आती हैं। यह क्षेत्र वर्ष भर हिमाच्छादित रहता है।

(ii) निम्न हिमालय (हिमाचल) – महान हिमालय के दक्षिण में स्थित श्रृंखला हिमालय पर्वत श्रृंखला में सबसे अधिक असम है और हिमाचल या मध्य या निम्न हिमालय के नाम से जानी जाती है। यह श्रृंखला मुख्यतः अत्यधिक संपीड़ित कायांतरित चट्टानों से बनी है। पीर पंजाल श्रृंखला सबसे बड़ी एवं सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण श्रृंखला का निर्माण करती है। कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण श्रृंखलाएँ धौलाधार और महाभारत श्रृंखलाएँ हैं। इसी श्रृंखला में कश्मीर की घाटी तथा हिमाचल के कांगड़ा एवं कुल्लू की घाटियाँ स्थित हैं। इस क्षेत्र को पहाड़ी नगरों जैसे शिमला, नैनीताल, मसूरी, दार्जीलिंग, श्रीनगर एवं कांगड़ा आदि के लिए जाना जाता है।

(iii) बाह्य हिमालय (शिवालिक) – हिमालय की बाह्य श्रृंखला को शिवालिक कहा जाता है। इसका विस्तार 1050 किमी0 की चौड़ाई में है और ऊँचाई 900 मी0 से 1,100 मी0 के बीच है। यह हिमालय की सबसे कम ऊँचाई की पर्वत श्रृंखला है। ये श्रृंखलाएँ उत्तर में स्थित मुख्य हिमालय की (UPBoardSolutions.com) श्रृंखलाओं से नदियों द्वारा लायी गयी असंपीडित अवसादों से बनी हैं। ये घाटियाँ बजरी तथा जलोढ़ की मोटी परत से ढकी हुई हैं। निम्न हिमाचल तथा शिवालिक के बीच में स्थित लंबवत् घाटी को दून के नाम से जाना जाता है। दून इस श्रेणी की विशेषता हैं। कुछ प्रसिद्ध दून हैं-देहरादून, कोटलीदून एवं. पाटलीदून।

मानचित्र कार्य

प्रश्न 1.
(i) भारत के रेखा-मानचित्र में निम्नलिखित पर्वत श्रेणियों को प्रदर्शित कीजिए और उनके नाम लिखिए-

  1. अरावली पर्वत श्रेणी
  2. विंध्याचल पर्वत श्रेणी
  3. सतपुड़ा
  4. नीलगिरि
  5. कराकोरम
  6. नागा पर्वत
  7. पटकोई
  8. मिजो
  9. पूर्वी घाट
  10. शिवालिक
  11. बृहत हिमालय
  12. भारत की राष्ट्रीय राजधानी, नाम सहित।
    UP Board Solutions for Class 9 Social Science Geography Chapter 2 भारत का भौतिक स्वरूप

उत्तर:
विद्यार्थी अपने विषय अध्यापक की सहायता से नीचे दिए गए मानचित्र की सहायता से प्रश्नों के उत्तर ढूँढ़ें।

Hope given UP Board Solutions for Class 9 Social Science Geography Chapter 2 are helpful to complete your homework.

If you have any doubts, please comment below. UP Board Solutions try to provide online tutoring for you.

 

UP Board Class 10th English Chapter 4 Question Answer Socrates (Rhoda Power) [Adapted].

Class 10 English Prose Chapter 4 Questions and Answers UP Board Socrates (Rhoda Power) [Adapted].

कक्षा 10 अंग्रेजी पाठ 4 प्रश्न उत्तर

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 10 English. Here we have given UP Board Solutions for Class 10 English Prose Chapter 4 Socrates (Rhoda Power) [Adapted].

Comprehension Questions on Paragraphs

In the examination paper, there are asked only two questions from each paragraph. Given below are some more questions for extra practice. Read the following passages and answer the questions put thereupon :

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(1) Socrates lived inAthens ………………………. honourable undjust. [From passage I [2009]]

Question .
1. Describe the physical appearance of Socrates.
(सुकरात की आकृति का वर्णन कीजिए।)
2. Why was Socrates always shabbily dressed ?
(सुकरात सदा गन्दे कपड़े क्यों पहने रहता था ?) ।
3. What were the most important lessons at school ? What other subjects did Socrates learn at school ?
(स्कूल में मुख्य पाठ क्या पढ़ाये जाते थे ? सुकरात ने स्कूल में अन्य कौन-से विषय सीखे ?)
4. Why was Socrates called a thoughtful child ?
(सुकरात को विचारशीले बच्चा क्यों कहा जाता था ?)
5. What kind of attitude did Socrates develop as he grew older ?
(जैसे ही सुकरात बड़े हुए उन्होंने जीवन के प्रति कैसा दृष्टिकोण अपनाया ?)
                            Or
What happened when Socrates grew older ?
(सुकरात जब बड़े हो गये तब क्या हुआ ?)
6. How did Socrates watch his companions ?
(सुकरात अपने साथियों का अवलोकन किस प्रकार करते थे ?)
Answer:
1. Socrates was ugly, undersized and had a flat nose and bulging eyes.
(सुकरात बदसूरत और बौने थे तथा उसकी नाक चपटी और आँखें बाहर को उभरी हुई थीं।)
2. Socrates was always shabbily dressed because his father was a poor stone-cutter.
(सुकरात सदा गन्दे कपड़े पहने रहता था क्योंकि उसके पिता गरीब पत्थर तराशने वाले थे।)
3. The most important lessons at school (UPBoardSolutions.com) were music and gymnastics. Socrates learned science, mathematics and little about stars at school.
(विद्यालय में मुख्य पाठ संगीत और व्यायाम के पढ़ाये जाते थे। सुकरात ने स्कूल में विज्ञान, गणित और तारों के बारे में कुछ पढ़ा।)
4. Socrates was called a thoughtful child because he watched his companions all the time.
(सुकरात को विचारशील बालक इसलिए कहा जाता था, क्योंकि वह प्रत्येक समय अपने साथियों को देखता रहता था।)
5. As Socrates grew older he began to think very little of bodily comfort and pleasure. He gave his mind to all that was noble, honourable and just.
(जैसे ही सुकरात बड़े हुए उन्होंने अपने शारीरिक आराम और आनन्द के बारे में सोचना छोड़ दिया। उन्होंने अपना चित्त उन बातों में लगा लिया जो आदर्श, सम्मान-योग्य तथा उचित थीं।)
6. Socrates watched his companions all the time and allowed very few things to escape his notice.
(सुकरात अपने साथियों का हर समय अवलोकन करता रहता था और बहुत कम ही ऐसी चीजें थीं जो उसकी निगाह से बच पाती थीं।)

(2) Socrates did not have……….them in the open streets.
                                  Or
Socrates went round….was right and noble. [From passage I [2009, 12, 14, 17]]

Question .
1. Why did Socrates wander along the streets and stand in the market places ?
(सुकरात सड़कों पर क्यों घूमता था तथा बाजारों में क्यों खड़ा हो जाता था ?)
2. How, according to Socrates, should man use his reason?
(सुकरात के अनुसार मनुष्य को अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग कैसे करना चाहिए ?) .
                                  Or
What did Socrates teach his countrymen ?
(सुकरात ने अपने देशवासियों को क्या सिखाया ?)
3. What were the changes in the life of Socrates as he grew older ?
(जबे सुकरात बड़ा हुआ तब उसके जीवन में क्या परिवर्तन आए?)
4. What power can every man develop by using reason according to Socrates ?
(सुकरात के अनुसार अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग करके प्रत्येक व्यक्ति कौन-सी शक्ति विकसित कर सकता है ?)
5. What was the aim of Socrates ?
(सुकरात का उद्देश्य क्या था ?)
Answer:
1. Socrates wandered along the streets and stood in the market places to talk to the people who greeted him.
(सुकरात उन व्यक्तियों से बात करने को सड़कों (UPBoardSolutions.com) पर घूमता और बाजार में खड़ा हो जाता था जो उसका अभिवादन करते थे।)
2. Socrates taught his countrymen that everyone must learn to think for him self because by using his reason, he would have the power to see what was right, just, true and beautiful.
(सुकरात ने अपने देशवासियों को सिखाया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने लिए सोचना सीखना चाहिए, क्योंकि अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग करने से उसे यह देखने की शक्ति प्राप्त होगी कि क्या ठीक,
उचित, सत्य और सुन्दर है।)
3. When Socrates grew older he began to think very little of bodily comfort and pleasure. He began to think about that was noble, honourable and just.
(जैसे-जैसे सुकरात बड़े हुए उन्होंने अपने शारीरिक सुख और आराम की ओर सोचना बन्द कर दिया। वह केवल उन्हीं बातों के विषय में सोचने लगे जो अच्छी, सम्मानजनक और न्यायोचित थीं। )
4. By using reason every man can develop the power to see what is right, just, true and beautiful.
(अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग करके प्रत्येक व्यक्ति यह देखने की शक्ति विकसित कर सकता है कि क्या ठीक, उचित, सत्य और सुन्दर है।)
5. Socrates’ aim was to make Athens a perfect state.
(सुकरात का उद्देश्य एथेन्स को पूर्ण राज्य बनाना था।)

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(3) Socrates told his country men………………him as their guest. [From passage I]

Question .
1. Why should everyone think for himself ?
(प्रत्येक व्यक्ति को स्वचिन्तन क्यों करना चाहिए ?)
2. Why did Socrates talk to the people on the streets ?
(सुकरात लोगों से सड़कों पर बातें क्यों करता था ?)
3. Why did people invite Socrates to their houses ?
(लोग सुकरात को अपने घर क्यों निमन्त्रित करते थे ?)
Answer:
1. Socrates told his countrymen that everyone should learn to think for himself because by using his reason, he would have the power to see what was right, just, true and beautiful.
(सुकरात अपने देशवासियों को बताता था कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वचिन्तन के विषय में सोचना चाहिए, क्योंकि अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग करके उसे यह देखने की शक्ति प्राप्त होगी कि क्या
ठीक, उचित, सत्य और सुन्दर है।)
2. Socrates talked to the people on (UPBoardSolutions.com) the streets to tell them that questioning and discussing would help them to educate their own mind to see what was right and noble.
(सुकरात लोगों से यह बताने के लिए सड़कों पर बातें करता था कि प्रश्न करना और वाद-विवाद करना उनकी सहायता करेगा ताकि वे अपने मस्तिष्क को यह देखने के लिए शिक्षित कर सकें कि
क्या सही और श्रेष्ठ है।)
3. The people invited Socrates to their houses because they felt honoured to have him as their guest. (लोग सुकरात को अपने घर निमन्त्रित करते थे, क्योंकि वे उसे अपना मेहमान बनाने में सम्मान का अनुभव करते थे।)

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(4) when Socrates was an…………………us Socrates himself. [From passage]   [2014]]

Question .
1. What happened when Socrates grew old?
(जब सुकरात बूढ़ा हो गया तब क्या हुआ ?)
2. Who was the true pupil of Socrates? What did he do and what did he become later on?
(सुकरात का सच्चा शिष्य कौन था ? बाद में उसने क्या किया और वह क्या हो गया ?)
Answer:
1. When Socrates grew old, his fame spread far and wide. Many rich men invited him as their guest.
(जब सुकरात बूढ़ा हुआ तब उनकी प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैल गई। अनेकों धनी व्यक्तियों ने उसे
अपने मेहमान के रूप में निमंत्रित किया।)
2. Plato was the true pupil of Socrates. He treasured every word spoken by his master Socrates. Later on he also became a famous teacher like Socrates.
(प्लेटो सुकरात का सच्चा शिष्य था। उसने अपने (UPBoardSolutions.com) स्वामी के बोले हुए प्रत्येक शब्द को याद रखा। बाद में वह भी सुकरात के समान एक प्रसिद्ध गुरु बन गया।)

(5) But although many people…………………………… minds with doubt.[ From passage II [2013]]

Question .
1. Why did some people not like Socrates ? ।
(कुछ व्यक्ति सुकरात को पसन्द क्यों नहीं करते थे ?)
2. Why did many people love Socrates ? ।
(कुछ व्यक्ति सुकरात को क्यों पसन्द करते थे ?)
                       Or
How did many people behave with Socrates ?
(कुछ व्यक्ति सुकरात से कैसा व्यवहार करते थे ?)
3. What idea of Socrates seemed to some people new and wicked ?
(सुकरात का कौन-सा विचार कुछ व्यक्तियों को नयी और शरारतपूर्ण लगा ?)
4. What did the old man teach?
(वृद्ध व्यक्ति क्या सिखाता था ?)
                        Or
What did Socrates say to the people ?
(सुकरात लोगों से क्या कहना चाहता था ?)
5. What did many people of Greece think about the old man ?
(यूनान के बहुत-से लोग वृद्ध व्यक्ति के विषय में क्या सोचते थे ?)
Answer:
1. Some people did not like Socrates because they did not approve of his views.
(कुछ व्यक्ति सुकरात को पसन्द नहीं करते (UPBoardSolutions.com) थे, क्योंकि वे उसके विचारों को नहीं मानते थे।)
2. Many people loved Socrates because they took delight in his wisdom.
(कुछ व्यक्ति सुकरात से प्रेम करते थे क्योंकि उन्हें उसकी बुद्धिमानी की बातों में आनन्द आता था।)
3. Socrates thought that man’s own mind influenced his conduct more than Gods. Some people thought this idea of Socrates new and wicked. (सुकरात सोचता था कि मनुष्य का अपना मस्तिष्क उसके अपने व्यवहार को देवताओं की तुलना में अधिक प्रभावित करता है। कुछ लोगों को सुकरात का यह विचार नया और शरारतपूर्ण लगा।)
4. The old man taught that man’s own mind influenced his conduct more than the Gods.
(वृद्ध व्यक्ति सिखाता था कि मनुष्य का अपना मस्तिष्क देवी-देवताओं की अपेक्षा उसके आचरण को अधिक प्रभावित करता है।)
5. Many people of Greece thought that the old man was leading the young astray and was filling their minds with doubts.
(बहुत-से व्यक्ति सोचते थे कि वृद्ध व्यक्ति नवयुवकों को गलत राह पर ले जा रहा है और उनके मस्तिष्क को सन्देह से भर रहा है।)

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(6) The men who were …………….. believed to be right. [ From passage II [2009, 11]]

Question .
1. Who summoned Socrates to appear before them and to stand his trial ?
(सुकरात को अपने समक्ष उपस्थित होने और न्यायिक जाँच से गुजरने के लिए किसने बुलाया ?)
2. What did Socrates’s friends beg him for ? |
(सुकरात के मित्रों ने उससे क्या प्रार्थना की ?)
3. What did Socrates tell the Athenians ?
(सुकरात ने एथेन्सवासियों को क्या बताया ?)
                              Or
What did he say to the governors of Athens during his trial ?
(अपनी न्यायिक जाँच के दौरान उसने एथेन्स के शासकों से क्या कहा ?)
4.
Why did Socrates not escape or hide to avoid punishment ?
(सुकरात दण्ड से बचने के लिए क्यों नहीं भागा या छिपा ?)
5. What qualities of Socrates do you come to know after reading the passage ?
(गद्यांश को पढ़ने के बाद आपको सुकरात के किन गुणों का पता चलता है ?)
6. Why was Socrates not afraid of facing the governors of Athens ?
(सुकरात एथेन्स के प्रशासकों के सम्मुख आने से क्यों नहीं डरता था ?)
7. Why did the people respect him even though he was shabbily dressed ?
(यद्यपि सुकरात मैले-कुचैले वस्त्र पहनता था फिर भी लोग उसका आदर क्यों करते थे ?)
8. What do we come to know about Socrates from the given passage ?
(दिये गये गद्यांश से हमें सुकरात के बारे में क्या जानकारी प्राप्त हुई ?)
9. Who made a powerful and dignified speech ?
(एक सशक्त और शानदार भाषण किसने दिया ?)
Answer:
1. The rulers of Athens summoned Socrates to appear before them and to stand his trial.
(एथेन्स के शासकों ने सुकरात को अपने समक्ष (UPBoardSolutions.com) उपस्थित होने और न्यायिक जाँच से गुजरने के लिए बुलाया।)
2. Socrates’ friends begged him to escape or to hide until the storm had blown away.
(सुकरात के मित्रों ने उससे भाग जाने या छिप जाने की प्रार्थना की जब तक कि तूफान थम न जाए।)
3. Socrates told the Athenians that they would get nothing by taking away his | life.
(सुकरात ने एथेन्स के निवासियों को बताया कि उसका जीवन लेकर उन्हें कुछ नहीं मिलेगा।)
4. Socrates did not escape or hide because he was not a coward. He thought that he was right in his teachings.
(सुकरात भागा या छिपी नहीं, क्योंकि वह कायर नहीं था। वह सोचता था कि वह अपनी शिक्षाओं में सही है।)
5. Socrates was a great preacher, a keen observer of things, very wise and fear less.
(सुकरात महान उपदेशक, तीक्ष्ण पर्यवेक्षक, अत्यन्त बुद्धिमान तथा निडर था।)
6. Socrates was not afraid of facing the governors of Athens because he was not a coward. He knew that he had done nothing wrong and that he had only taught what he believed to be just, true and honourable.
(एथेन्स के शासकों के सम्मुख जाने से सुकरात नहीं डरते थे, क्योंकि वे कायर नहीं थे। वे जानते थे कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है और उन्होंने लोगों को वही सिखाया है जिसे उन्होंने उचित, सत्य व
सम्मानपूर्ण समझा।)

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7. Though Socrates was shabbily dressed, people respected him for his noble heart that beat under the garments.
(यद्यपि सुकरात मैले-कुचैले वस्त्र पहनते थे, लोगों ने उनको उस उत्तम हदय के लिए सम्मान दिया
जो उन वस्त्रों के नीचे धड़कता था।)
8. We come to know about Socrates that a noble heart beats under the shabby garments.
(हमें सुकरात के विषय में यह जानकारी मिलती है (UPBoardSolutions.com) कि मैले-कुचैले वस्त्रों में रहने वाले एक व्यक्ति में योग्य उत्तम हृदय धड़कता है।)
9. Socrates made a powerful and dignified speech.
(सुकरात ने एक सशक्त और शानदार भाषण दिया।)।

(7) The judges listened to ………………….. treasured in their hearts. [From passage II]

Question .
1.Wrtite the name of the lesson from which the above passage has been taken. Who is the writer of this lesson?
(उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से लिया गया है। उनका नाम लिखिए। इस पाठ का लेखक कौन है?)
2. What did Socrates whisper to Critio’?
(सुकरात ने ‘क्रीटो’ से धीरे से क्या कहा?)
3. How did the judges try the old man ? What punishment was given to him?
(जजों ने बूढ़े आदमी पर कैसे मुकदमा चलाया ? उसे क्या दण्ड दिया गया ?)
4. How did the old man react to the judgement ?
(बूढ़े आदमी ने निर्णय पर क्या प्रतिक्रिया की ?)
5. What did the old man say to his pupils in the courtroom after hearing the judgement?
(निर्णय सुनने के बाद बूढ़े आदमी ने अपने शिष्यों से क्या कहा ?)
6. What punishment was given to Socrates by the judges ?
(न्यायाधीशों के द्वारा सुकरात को क्या दण्ड दिया गया ?)
7. What procedure was adopted by the judges in holding the trial of Socrates ?
(सुकरात पर मुकदमा चलाने के लिए न्यायाधीशों ने कौन-सी प्रक्रिया अपनायी ?)
Answer:
1. The name of the lesson from which the above passage has been taken is Socrates. The name of the lesson is Phoda Power.
(उपर्युक्त गद्यांश जिस पाठ से लिया गया है उसका नाम ‘Socarates’ है। इसके लेखक ‘RhodaPower’ हैं।)
2. Socrates which pered to Crito, “cannote de me a favour? awe a cock to Aesculapius will you pay the debts”.
(सुकरात ने क्रीटो से कहा, “क्या आप मुझ पर (UPBoardSolutions.com) एक एहसान कर सकते हो? मैं ऐस्कलेपियस का एक
मुर्गे (की भेंट) का ऋणी हूँ। क्या तुम उस ऋण को चुका दोगे?”
3. The judges listened to him, questioned him and condemned him to death.
(जजों ने उसकी बात को ध्यान से सुना, प्रश्न पूछे तथा उसे मृत्युदण्ड दिया।)
4. The old man accepted the judgement without any complaint.
(बिना किसी शिकायत के बूढ़े आदमी ने निर्णय को स्वीकार कर लिया।)
5. The old man said to his pupils, “No evil can happen to a good man either in life or after death. So be of good cheer.”
(वृद्ध व्यक्ति ने अपने शिष्यों से कहा, “एक भले आदमी का इस जीवन में या मृत्यु के बाद बुरा नहीं हो सकता। अतः प्रसन्न रहो।”)
6. The judges condemned Socrates to death.
(न्यायाधीशों ने सुकरात को मृत्युदण्ड दिया।)
7. In holding the trial of Socrates, the judges adopted the procedure of questioning and discussing.
(सुकरात. का मुकदमा चलाने में न्यायाधीशों ने प्रश्न करने और वाद-विवाद करने की प्रक्रिया अपनायी।)

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(8) Then the soldiers came ……………..our lives us orphans.”[From passage II]

Question .
1. who took Socrates to prison ?
(सुकरात को जेल में कौन ले गया?)
2. Who followed Socrates when he was taken to the prison ?
(जब सुकरात को जेल ले जाया जा रहा था तब उसके पीछे कौन गया ?)
3. Why were the friends of Socrates sad ?
(सुकरात के मित्र दुःखी क्यों थे ?)
Answer:
1. Soldiers took Socrates to prison.
(सुकरात को सिपाही जेल ले गए।)
2. Many of his favourite followers followed Socrates when he was taken to prison.
(जब सुकरात को जेल ले जाया गया तब उसके (UPBoardSolutions.com) अनेक प्रिय शिष्य उसके साथ गए।)
3. The friends of Socrates were sad because they knew Socrates would die Soon.
(सुकरात के मित्र दु:खी थे क्योंकि वे जानते थे कि सुकरात शीघ्र ही मर जाएगा।)

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9. In Athens, when people………………Will out pay the debt?” [From passage II [2018]]

Question .
1. Write the name of the lesson from which the above passage has been taken. Who is the writer of this lesson?
(उपर्युक्त गद्यांश जिस पाठ से लिया गया है उसका नाम लिखिए। इस पाठ का लेखक कौन है?)
2. What did Socrates whisper to ‘Critio?
(सुकरात ने ‘क्रीटो’ से धीरे से क्या कहा?)
3. what did the jailor say in praise of Socrates ?
(सुकरात की प्रशंसा में जेलर ने क्या कहा ?)
                         Or
What feelings did the jailor express to Socrates while giving him the cup of poison ?
(जब जेलर सुकरात को जहर का प्याला दे रहा था तब उसने क्या भावनाएँ प्रकट कीं ?)
4. Why did the jailor burst into tears ?
(जेलर फूट-फूटकर क्यों रो पड़ा ?)
                         Or
Why was the jailor sad while offering a cup of poison to Socrates ?
(सुकरात को जहर का प्याला देते समय जेलर दु:खी क्यों था?)
5. What did Socrates tell his pupils(UPBoardSolutions.com) in the court ?
(सुकरात ने कोर्ट में अपने शिष्यों को क्या बताया ?)
6. What did Socrates wish before lifting the cup to his lips ?
(प्याले को अपने होठों से लगाने से पूर्व सुकरात ने क्या इच्छा व्यक्त की ?)
                        Or
What were the words of Socrates while lifting the cup of poison to his lips ?
(जहर का प्याला होठों से लगाते समय सुकरात ने क्या कहा ?)
7. What was given to drink the people who were condemned to death in Athens ?
(एथेन्स में ज़िन लोगों को मृत्युदण्ड मिलता था, उन्हें पीने के लिए क्या दिया जाता था ?)
                        Or
How was the sentence to death carried out in Athens ?
(एथेन्स में मृत्यदण्ड कैसे दिया जाता था ?)
8. Why did Socrates nod to the jailor ? |
(सुकरात ने जेलर को अपनी स्वीकृति क्यों दे दी ?)
9. Why was the jailor unwilling to offer the cup of poison to Socrates ?
(जेलर सुकरात को जहर का प्याला देने के लिए इच्छुक क्यों नहीं था ?)
Answer:
1. The name of the lesson from which the above passage has been taken is Socrates. The name of the writer is Rhoda Power.
(उपर्युक्त गद्यांश जिस पाठ से लिया गया है उसका नाम ‘Socurates’ हैं। इसके लेखक Rhoda Power’ हैं।)
2. Socrates whispered to Crito, “Can (UPBoardSolutions.com) you do me a favour? I awe a cock to Aesculapius. Will you pay the debts.
(सुकरात ने क्रीटो से कहा, “क्या आप मुझ पर एक एहसान कर सकते हो? मैं ऐस्कलेपियस का एक मुर्गे (की भेंट) का ऋणी हूँ। क्या तुम उस ऋण को चुका दोगे?”
3. The jailor praised Socrates, saying that he was the noblest, gentlest and best of all whoever came to that place.
(जेलर ने सुकरात की यह कहकर प्रशंसा की कि उस स्थान पर जितने भी व्यक्ति आये, उनमें वे
सर्वश्रेष्ठ, सज्जन और सर्वोत्तम व्यक्ति हैं।)
4. The jailor was not guilty and was sad because he was going to give Socrates a cup of poison to drink. He burst into tears.
(जेलर दोषी नहीं था और दु:खी था, क्योंकि वह सुकरात को जहर का प्याला देने जा रहा था। इसलिए वह रो पड़ा।) ।
5. In the court Socrates told his pupils, “I have heard that a man should die in peace. You mustn’t cry. Be silent and have patience.”
(कोर्ट में सुकरात ने अपने शिष्यों से कहा, “मैंने सुना है कि मनुष्य को शान्ति से मरना चाहिए, आपको रोना नहीं चाहिए। शान्त हो जाइए और धैर्य रखिए।”)
6. Before lifting the cup to his lips, Socrates said, “May the Gods prosper my journey from this to the other world.” (
प्याले को होठों से लगाने से पूर्व सुकरात ने कहा, “देवता इस संसार से दूसरे संसार की मेरी यात्रा को सुखद बनाएँ।”)
7. A cup of poison was given to drink to the people who were condemned to death in Athens.
(एथेन्स में जिन लोगों को मृत्युदण्ड दिया जाता था, उन्हें जहर का प्याला पीने के लिए दिया जाता था।)
8. Socrates nodded to the jailor because he knew all about the death sentence and he was willing to die for what he believed to be right. (सुकरात ने अपना सिर हिलाकर जेलर को अपनी सहमति दे दी, क्योंकि वह मृत्युदण्ड के बारे में सब कुछ जानता था और जिस बात को वह ठीक समझता था, उसके लिए वह मरने को तैयार था।)
9. The jailor was unwilling to offer the cup of poison to Socrates because in his Socrates was the noblest, greatest and best of all whoever came in his prison.
(जेलर सुकरात को जहर का प्याला देने को इसलिए इच्छुक नहीं था, क्योंकि उसके विचार में सुकरात उस जेल में आने वाले सभी व्यक्तियों में सर्वाधिक कुलीन, सज्जन और श्रेष्ठ था।)

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LONG ANSWER TYPE QUESTIONS

Answer the following questions in about 60 words :

Question 1.
who was Socrates ? What did he teach the people ? Why did he become famous ? [2012]
(सुकरात कौन था ? उसने लोगों को क्या सिखाया ? वह प्रसिद्ध क्यों हुआ ?)
                                               Or
Why does the author call Socrates ‘the greatest of all the Greeks’?
(लेखक सुकरात को ‘सभी यूनानियों में महान्’ कहकर क्यों पुकारता है?) [2012, 15, 17]
                                               Or
Who was Socrates ? Why was he loved by many youngmen in his country? What were his teachings ?
(सुकरात कौन था? उसे उसके देश के अनेक नवयुवक क्यों प्यार करते थे ? उसकी क्या शिक्षाएँ थीं ?)
                                               Or
What great qualities of Socrates are brought out in the lesson ‘Socrates’ ?
(Socrates’ पाठ के अन्तर्गत सुकरात के किन महान् गुणों को प्रकट किया गया है ?)
                                                Or
Who was Socrates and what were his teachings ? [2011, 14, 15, 16, 17, 18]
(सुकरात कौन था और उसकी क्या शिक्षाएँ थीं ?)
                                                Or
who was Socrates ? Write some of his great qualities? [2015]
(सुकरात कौन था? उसके कुछ महान गुणों को लिखिए)
                                                Or
Who was Socrates? Where did he live? [2017]
(सुकरात कौन था? वह कहाँ रहता था?)
Answer:
Socrates was a preacher in the streets of Athens. He lived there about 400 B.Ç. He was a keen observer and allowed very few things to escape from his notice. He said that there were higher and nobler deeds than making sacrifices to Athene and the other Gods of Greece. He preached people to know themselves and asked them to see what was right, just, true and beautiful. Socrates became famous because he chose the streets for talking to people. He would question them, argue with them and then would leave them to think for themselves. His fame had spread far and wide. A special group of pupils like Plato gathered around him and followed him wherever he went.
(सुकरात एथेन्स की सड़कों के एक उपदेशक थे। वे वहाँ लगभग 400 ईसा पूर्व में रहते थे। वे एक तीक्ष्ण पर्यवेक्षक थे और उनकी दृष्टि से कोई चीज़ बच नहीं पाती थी। उनका विचार था कि एथीन तथा अन्य देवताओं के लिए बलिदान करने से भी अधिक महत्त्व के अन्य कार्य हैं, जो उच्च श्रेणी के हैं तथा आदर्श हैं। उन्होंने लोगों को उपदेश दिया कि वे स्वयं परख करें कि क्या सही, न्यायोचित, सत्य एवं सुन्दर है। सुकरात इस कारण प्रसिद्ध हो गये क्योंकि उन्होंने लोगों से वार्तालाप करने के लिए सड़कों को चुना। वे लोगों से प्रश्न पूछते, उनसे वाद-विवाद करते तथा उन पर ही छोड़ देते कि वे स्वयं सोच-समझकर निष्कर्ष निकालें। उनकी ख्याति दूर-दूर तक फैल गयी। उनके अनुयायियों का एक दल, जिनमें प्लेटो भी था, उनके साथ रहने लगा। वे जहाँ भी जाते, अनुयायी उनके पीछे-पीछे जाते थे।)

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Question 2.
who was Socrates ? Describe his physical features and early education.
(सुकरात कौन था ? उसकी शारीरिक रचना तथा प्रारम्भिक शिक्षा का विवरण दीजिए।)
Answer:
Socrates lived in Athens about four hundred years before Jesus Christ was born. He was a fearless philosopher and spoke what seemed right to him. The men who governed Athens did not like him and he was ultimately made to drink a cup of poison. As a boy, he was ugly, short and had a flat nose and bulging eyes. Like other boys of his age, he went to school where he had to learn music and gymnastics. He also learned some science and mathematics and a little about the stars. He did not learn much history and geography.
(ईसा के जन्म से लगभग चार सौ वर्ष पूर्व सुकरात एथेन्स में रहते थे। वह एक निडर दार्शनिक थे और वही कॅहते थे जो उन्हें सत्य प्रतीत होते थे। जो लोग उस समय एथेन्स पर शासन करते थे, वे उन्हें पसन्द नहीं करते थे। अन्त में उनको जहर का (UPBoardSolutions.com) प्याला पीकर अपनी जीवन-लीला समाप्त करनी पड़ी। एक बालक के रूप में वे कुरूप थे, छोटे कद के थे, उनकी नाक चपटी थी तथा उनकी आँखें बाहर को निकली हुई थीं।। अपनी आयु के दूसरे बालकों की तरह वे स्कूल गए, जहाँ उन्होंने गायन तथा जिमनास्टिक्स की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने विज्ञान, गणित तथा नक्षत्रों के विषयों में भी पढ़ाई की। उन्होंने इतिहास एवं भूगोल अधिक नहीं पढ़ा।)

Question 3.
Why was Socrates summoned to the court? What advice was given to him by his friends ? Did he listen to their advice ?
(सुकरात को न्यायालय में क्यों बुलाया गया ? उसके मित्रों ने उसे क्या सलाह दी ? क्या उसने उनकी सलाह पर ध्यान दिया ?)
Answer:
Socrates taught the people that a good conduct was better than worshipping Gods and Goddesses. He said that there were higher and nobler deeds than making sacrifices to Athene and other Gods. At this many people thought that he was leading the young astray. So Athenian government filed a suit against him. He was ordered to appear before the court and to stand his trial. His friends advised him to run away or hide for some time. But he did not listen to his friends’ advice because he knew that he had done nothing wrong. He had only taught what he believed to be just, true and honourable.
(सुकरात लोगों को शिक्षा देता था कि देवी-देवताओं की पूजा करने की अपेक्षा उत्तम आचरण अधिक अच्छा है। उसने कहा कि एथीन और अन्य देवताओं के लिए बलिदान करने की अपेक्षा संसार में अनेकों उच्च और श्रेष्ठ कार्य हैं। इस पर बहुत-से व्यक्तियों ने सोचा कि वह नवयुवकों को मार्ग से भटका रहा है। अत: एथेन्स की सरकार ने उसके विरुद्ध मुकदमा दायर कर दिया। उसे कोर्ट के सम्मुख उपस्थित होकर अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए (UPBoardSolutions.com) कहा गया। उसके मित्रों ने उसे सलाह दी कि वह या तो भाग जाये या कुछ समय के लिए छिप जाये। किन्तु उसने अपने मित्रों की सलाह को नहीं सुना, क्योंकि वह जानता था कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है। उसने केवल वही सिखाया है जो उचित, सत्य और सम्मानजनक है।)

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Question 4.
Why was Socrates tried in the court and what happened at the trial ?
(सुकरात पर क्यों मुकदमा चलाया गया और उस मुकदमे में क्या हुआ ?)
                                Or
Describe the trial and death of Socrates.
(सुकरात पर मुकदमे का और उसकी मृत्यु का वर्णन कीजिए।)
                               Or
Why and how was Socrates tried in the court ? [2009]
(सुकरात के ऊपर न्यायालय में क्यों और किस प्रकार मुकदमा चलाया गया ?
                                Or
what was Socrates accused of ? How did he face his trial? [2014, 16]
(सुकरात पर क्या दोष लगाया गया ? उसने मुकदमे का मुकाबला कैसे किया?)
Answer:
Socrates told his countrymen that everyone must learn to think for himself so that by using his reason he would have the power to see what was right, just, true and beautiful, and so shape his own conduct. But although many people loved the old man and delighted in his wisdom, there were some who did not approve of him. His ideas seemed to some people a new wicked idea. These people thought that he was leading the young astray. During the trial, Socrates made a powerful and dignified speech. The judges listened to him, questioned him and condemned him to death. The old man made no complaint.
(सुकरात ने अपने देशवासियों से कहा कि उनमें से प्रत्येक को आत्मचिन्तन करना चाहिए जिससे कि उनकी बुद्धि-विवेक उनको यह देखने की शक्ति देगा कि क्या उचित, सत्य एवं सुन्दर है और वैसे ही उनका आचरण निश्चित होगा। यद्यपि अनेक व्यक्ति इस बूढ़े व्यक्ति की सूझ-बूझ वाली बातें सुनकर आनन्दित होते थे, लेकिन उनमें से कुछ ऐसे भी व्यक्ति थे जो उसकी बातों से सहमत नहीं थे। सुकरात के विचार उनको पापयुक्त नजर आते थे। (UPBoardSolutions.com) उनका मानना था कि सुकरात नवयुवकों को पथ-भ्रष्ट कर रहा है। मुकदमे के दौरान सुकरात ने सम्मानजनक एवं प्रभावशाली भाषण दिया। न्यायाधीशों ने उसकी बातें सुनीं, उससे प्रश्न पूछे और उसे मृत्युदण्ड दिया। वृद्ध व्यक्ति ने उनसे कोई शिकायत नहीं की।)

Question 5.
Why was Socrates condemned to death ? How did he react to the sentence of death ?
(सुकरात को मृत्युदण्ड क्यों दिया गया ? मृत्युदण्ड पर उसने क्या प्रतिक्रिया की ?)
                                 Or
What punishment was given to Socrates by the judges? What was Socrates’ reaction against it? [2017]
(जज ने सुकरात को क्या दण्ड दिया? इस पर सुकरात की क्या प्रतिक्रिया थी?)
Answer:
Socrates was condemned to death for leading the young astray. According to him man’s own mind influenced his conduct more than the gods. This seemed to some people a new and wicked idea. Socrates used to ask question and argue the young men to make them realise what is right and wrong. Some people thought that he was leading the young astray. Socrates was condemned to death for impiety and corrupting the minds of Athenians. After the death sentence, Socrates made no complaint. He told his pupils that no harm could come to a good man in life or after death. He asked his pupils to be of good cheer’.
(सुकरात को नवयुवकों को भटकाने के लिए मृत्युदण्ड दिया गया था। उनका कहना था मनुष्य के आचरण को देवताओं की अपेक्षा उसका अपना मस्तिष्क अधिक प्रभावित करता है। यह विचार कुछ लोगों को एक नया तथा पाप से पूर्ण लगा। सुकरात नवयुवकों से प्रश्न पूछा करते थे तथा वाद-विवाद करते थे जिससे नवयुवक स्वयं अनुभव करें कि क्या न्यायोचित है तथा क्या अन्यायपूर्ण। कुछ लोगों को लगा कि वे नवयुवकों को पथ-भ्रष्ट (UPBoardSolutions.com) कर रहे हैं। सुकरात को नास्तिकता तथा नवयुवकों को पथ– भ्रष्ट करने के कारण मृत्युदण्ड दिया गया। मृत्युदण्ड के पश्चात् सुकरात ने कोई शिकायत नहीं की। उन्होंने अपने अनुयायियों को समझाया कि नेक आदमी का न तो उसके जीवन में और न ही मृत्यु के पश्चात् कोई बुरा हो सकता है। उसने अपने शिष्यों से प्रसन्नचित्त रहने को कहा।)

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Question 6.
Give a character sketch of Socrates. [2010, 11]
(सुकरात का चरित्र-चित्रण कीजिए।)
                             Or
Why does the writer call Socrates “The greatest of all the Greeks’?
(लेखक सुकरात को सभी यूनानियों में सबसे महान् क्यों कहता है ?)
Answer:
Introduction : Socrates was a Greek philosopher. He lived in Athens. He was ugly, undersized and had a flat nose and bulging eyes. He had a short neck and plain face. The writer calls him “The greatest of all the Greeks’ due to his following qualities :
His Early Life : Like other boys of his age, Socrates also went to school. There he learn music, gymnastics, science, mathematics, etc. He was a very thoughtful and wise child.
A Good Teacher : Socrates loved to talk to the young men in the street. He questioned them, argued with them and would leave them to think for themselves. The people gathered around him and followed him wherever he Went.
A Bold and Courageous Man: A suit was filed against him for leading the young astray. He was condemned to death. But he made no complaint. He drank the cup of poison joyfully and became immortal.
(परिचय–सुकरात एक यूनानी दार्शनिक था। वह एथेन्स में रहता था। वह बदसूरत, बौना और चपटी नाक वाला तथा उभरी हुई आँखों वाला व्यक्ति था। उसकी गर्दन छोटी और चेहरा सपाट था। उसके अग्रलिखित गुणों के कारण लेखक उसे यूनानियों में सबसे महान् कहता हैउसका प्रारम्भिक जीवन-अपनी आयु के अन्ये लड़कों के समान सुकरात भी स्कूल गया। वहाँ उसने संगीत, जिमनास्टिक, विज्ञान, गणित, आदि सीखे। वह (UPBoardSolutions.com) अत्यन्त विचारशील तथा बुद्धिमान बालक था। एक अच्छा अध्यापक-सुकरात नवयुवकों से सड़क पर बातें करना पसन्द करता था। वह उनसे प्रश्न करता था, वाद-विवाद करता था और उन्हें स्वयं सोचने के लिए छोड़ देता था। लोग उसके चारों ओर इकट्ठा होने लगे और जहाँ भी वह जाता था, लोग उसके पीछे-पीछे जाते थे। एक बहादुर और साहसी व्यक्ति-नवयुवकों को पथ-भ्रष्ट करने का उस पर आरोप लगाया गया, उसे मृत्युदण्ड दिया गया। किन्तु उसने कोई शिकायत नहीं की। उसने प्रसन्नतापूर्वक जहर का प्याला पी लिया और अमर हो गया।)

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SHORT ANSWER TYPE QUESTIONS

Answer the following questions in about 25 words :

Question 1.
Where did Socrates live ? Describe his physical appearance.
(सुकरात कहाँ रहता था ? उसकी शारीरिक आकृति का वर्णन कीजिए।)
Answer:
Socrates lived in Athens. He was ugly, undersized, and had a flat nose and bulging eyes. He had a short neck and plain face.
(सुकरात एथेन्स में रहता था। वह बदसूरत और बौना था। उसकी नाक चपटी और आँखें उभरी हुई थीं। उसकी गर्दन छोटी और चेहरा समतल था।)

Question 2.
what was Socrates’ aim in talking to the people ? [2011, 13, 16]
(लोगों से बातचीत करने में सुकरात का क्या उद्देश्य था ?)
                              Or
What did Socrates try to teach the people by talking to them? [2016]
(लोगों से बातचीत करके सुकरात ने उन्हें क्या सिखाने की कोशिश की ?)
Answer:
Socrates’ aim in talking to people was to educate (UPBoardSolutions.com) their mind to see what was right and noble, true and beautiful and to shape their own conduct accordingly.
(लोगों से बातचीत करने में सुकरात का उद्देश्य उनके मस्तिष्क को शिक्षित करना था जिससे वे उचित, आदर्श, सत्य एवं सुन्दर का भेद समझकर अपना आचरण गढ़ सकें।)

Question 3.
How, according to Socrates, should man use his reason?
(सुकरात के अनुसार मनुष्य को अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग कैसे करना चाहिए?)
Answer:
According to Socrates, man should use his reason to find out what is right, just, true and beautiful and so shape his conduct. (सुकरात के अनुसार व्यक्ति को यह पता लगाने के लिए अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग करना चाहिए कि क्या ठीक, न्यायसंगत, सत्य और सुन्दर है और उसी प्रकार अपने व्यवहार को बनाना चाहिए।)

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Question 4.
who was Socrates ? what were his teachings ?
(सुकरात कौन था? उसकी शिक्षाएँ क्या थीं ?)
                               Or
What did Socrates try to teach the people by talking to them? [2009]
(सुकरात बातचीत द्वारा उन्हें क्या शिक्षा देने की कोशिश करता था ?)
Answer:
Socrates was a Greek philosopher. Many young men in his country loved him for his wisdom. He taught his countrymen that everyone must learn to think for himself so that by using his reason he would (UPBoardSolutions.com) have the power to see what was right, just, true and beautiful.
(सुकरात एक यूनानी दार्शनिक था। उसके देश के अनेक नवयुवक उसे उसकी बुद्धिमत्ता के कारण प्यार करते थे। उसने अपने देशवासियों को शिक्षा दी थी कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी बुद्धि का प्रयोग कर तथ्यों को जाँचना चाहिए तथा अपने विवेक से निर्णय लेना चाहिए कि क्या उचित, न्यायपूर्ण, सत्य और सुन्दर है।)

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Question 5.
What was Socrates accused of? Who summoned him to appear before them to stand his trial ? [2010,18]
(सुकरात पर क्या दोष लगाया गया ? सुकरात को अपने मुकदमे की पैरवी हेतु अपने सामने प्रस्तुत होने
के लिए किसने बुलाया ?)
                                Or
Why did Socrates go to the court ?
(सुकरात न्यायालय में क्यों गए?)
Answer:
Socrates was accused of leading the young astray and filling their minds with doubts about old beliefs by asking questions. Thus, he was corrupting them. Athenian Government summoned him to appear before them to stand a trial.
(सुकरात पर नवयुवकों को भड़काने और उनके मस्तिष्क को प्रश्न पूछकर पुराने (UPBoardSolutions.com) विश्वासों के प्रति सन्देह से भरने का दोष लगाया गया था। इस प्रकार वह लोगों को भ्रष्ट कर रहा था। अत: एथेन्स की सरकार ने उसे अपने मुकदमे की पैरवी करने के लिए अपने समक्ष प्रस्तुत होने को बुलाया।)

Question 6.
What did socrates say to the judges in the court ? [2015]
(सुकरात ने कोर्ट में जजों से क्या कहा ?)
Answer:
Socrates told the judges in the court that they would gain nothing by taking away the last few years of his life, but he was willing to die many deaths for what he believed to be right.
(सुकरात ने जजों से कहा कि उनके जीवन के अन्तिम कुछ वर्ष लेकर उन्हें कोई लाभ नहीं होगा, परन्तु जिस बात को वे उचित समझते हैं उसके लिए वे अनेक बार मरने को तैयार हैं।)

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Question 7.
What did socrates’ friends advise him ? Why did he not listen to his friends’ advice ? [2009]
सुकरात के मित्रों ने उसे क्या सलाह दी ? उसने अपने मित्रों की सलाह क्यों नहीं मानी ?)
                                Or
Why did Socrates not listen to his friends’ advice either to escape or hide until the storm
had blown over ? [2015, 18]
(सुकरात ने अपने मित्रों की भाग जाने या छिप जाने की, जब तक कि तूफान थम न जाए, सलाह क्यों नहीं मानी ?)
Answer:
Socrates’ friends advised him to escape or hide. Socrates did not listen to his friends’ advice because he knew that he had done nothing wrong and he was not a coward.
(सुकरात के मित्रों ने उसे भाग जाने या छिपने की सलाह दी। सुकरात ने (UPBoardSolutions.com) अपने मित्रों की सलाह को नहीं सुना, क्योंकि वह जानता था कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह कायर नहीं था।)

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Question 8.
Why was Socrates condemned to death ? What was his reaction to the death sentence ?
(सुकरात को मृत्युदण्ड क्यों दिया गया ? मृत्युदण्ड पर उसकी क्या प्रतिक्रिया थी ?)
Answer:
Socrates was condemned to death because he was leading the.young astray and corrupting them. On death sentence, Socrates made no complaint.
(सुकरात को मृत्युदण्ड दिया गया, क्योंकि वह नवयुवकों को पथ-भ्रष्ट कर रहा था। (UPBoardSolutions.com) मृत्युदण्ड पर सुकरात ने कोई शिकायत नहीं की।)

Question 9.
What did Socrates advise his pupils in the court after hearing the death sentence ?
(मृत्युदण्ड सुनने के पश्चात् सुकरात ने अपने शिष्यों को क्या सलाह दी ?)
Answer:
After hearing the death sentence in the court, Socrates advised his pupils, “No evil can happen to a good man either in life or after death. So be of good cheer.”
(कोर्ट में मृत्युदण्ड सुनने के पश्चात् सुकरात ने अपने शिष्यों को शिक्षा दी, “एक भले व्यक्ति के साथ इस जीवन में या मृत्यु के बाद कुछ बुरा नहीं हो सकता। अत: प्रसन्न रहो।”)

Question 10.
why were Socrates’ pupils sad ? What did they think about Socrates ?
सुकरात के शिष्य दु:खी क्यों थे ? वे सुकरात के विषय में क्या सोचते थे ?)
Answer:
Socrates’ pupils were sad because they knew that he would die soon. They thought that they were about to pass their life as orphans. (सुकरात के शिष्य दु:खी थे, क्योंकि वे जानते थे कि वह शीघ्र ही मर जाएगा। वे सोचते (UPBoardSolutions.com) थे कि उन्हें अब अपना जीवन अनाथों के समान बिताना है।)

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Question 11.
what did the jailor say to Socrates ?
(जेलर ने सुकरात से क्या कहा ?)
Answer:
Giving the cup of poison to Socrates, the jailor told him that he would not be angry with him because others, and not he, were responsible for it. (सुकरात को विष का प्याला देते हुए जेलर ने उससे कहा कि वे उससे नाराज नहीं होंगे, क्योंकि इसके लिए वह नहीं बल्कि और लोग जिम्मेदार हैं।)

Question 12.
What happened when Socrates was given to drink the cup of poison ?
(जब सुकरात को जहर का प्याला पीने के लिए दिया गया तब क्य’ हुआ ?)
Answer:
When Socrates was given to drink the cup of poison, one of his pupils sobbed aloud. Others also could not control and soon the room was filled with the sound of weeping.
(जब सुकरात को जहर का प्याला पीने के लिए दिया गया तब उसका (UPBoardSolutions.com) एक शिष्य जोर से रो पड़ा। अन्य भी नियन्त्रण नहीं कर सके और शीघ्र ही पूरा कमरा रोने की आवाज से भर गया।)

Question 13.
who was Crito ? What did socrates request Crito ?
(क्रीटो कौन था ? सुकरात ने क्रीटो से क्या प्रार्थना की ?)
Answer:
Crito was one of the pupils of Socrates. With the unfinished cup of poison in his hand, Socrates remembering something requested Crito to give a cock to Aesculapius which he owed to him.
(क्रीटो सुकरात के शिष्यों में से एक था। हाथ में विष का अधूरा प्याला लिए, सुकरात को कुछ याद आया और उन्होंने क्रीटो से अनुग्रह किया कि वे एस्क्लेपियस को एक मुर्गा वापस दे दें जो कर्ज के रूप में उसकी ओर बाकी था।)

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Question 14.
What great qualities of Socrates brought out in the lesson appeal | to you most ?
(सुकरात के कौन-से महान् गुणों ने इस पाठ में आपको बहुत प्रभावित किया है ?)
Answer:
Socrates did not want wealth or comfort. He gave his (UPBoardSolutions.com) mind to noble and just thinking. He was fearless and a noble soul. He loved Athens and wanted it to be a perfect state.
(सुकरात धन और आराम नहीं चाहता था। उसने अपना मस्तिष्क अच्छे और न्यायसंगत विचारों में लगाया। वह निडर और सज्जन हृदय वाला व्यक्ति था। वह एथेन्स से प्रेम करता था और इसे पूर्ण राज्य बनाना चाहता था।)

Question 15.
What did Socrates often talk to the people of Athens
(एथेन्स के लोगों से सुकरात प्राय: क्या बात करता था ?)
Answer:
Socrates told his countrymen that everyone must learn to think for himself so that by using his reason he would have the power to see what was right, just, true and beautiful.
(सुकरात ने अपने देश के निवासियों से कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्वचिन्तन की योग्यता का विकास करना चाहिए, जिससे वह अपनी तर्क-शक्ति का प्रयोग करके यह जान सके कि क्या उचित, न्यायपूर्ण, सत्य और सुन्दर है।)

Question 16.
What did Socrates want Athens to be ? What did he ask Athenians to do to
achieve this aim ? [2011, 16]  
(सुकरात एथेन्स को क्या बनाना चाहता था ? इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए उसने एथेन्सवासियों से क्या करने को कहा ?)
                             Or
What did Socrates tell his countryman to do to make Athens a perfect state ? [2015] 
(एथेन्स को एक पूर्ण आदर्श राज्य बनाने के लिए सुकरात ने अपने देशवासियों से क्या करने को कहा ?)
Answer:
Socrates wanted Athens to be a perfect state. He told (UPBoardSolutions.com) Athenians that this could only happen if every citizen educated his mind to see what was right and noble.
(सुकरात एथेन्स को एक पूर्ण आदर्श राज्य देखना चाहते थे। उन्होंने एथेन्सवासियों से कहा कि वे अपने मस्तिष्क को यह जानने के लिए शिक्षित करें कि क्या सही और श्रेष्ठ है।)

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Question 17.
How was sentence to death carried out in Athens ? [2012]
(एथेन्स में मृत्युदण्ड कैसे दिया जाता था ?)
Answer:
In Athens, sentence to death was carried out by givi: .g a cup of poison to the culprit to drink.
(एथेन्स में अपराधी को पीने के लिए जहर का प्याला देकर मृत्युदण्ड दिया जाता था।)

Question 18.
What did the jailor say to Socrates before giving him a cup of poison ? [2013]
(सुकरात को विष का प्याला देने से पहले जेलर ने क्या कहा ?)
Answer:
Before giving Socrates’ a cup of poison the jailor said, “You, Socrates, whom I know to be the noblest and gentlest and best of all who ever came to this place, will not be angry with me when I ask you (UPBoardSolutions.com) to drink the poison for others, and not i are the guilty cause.”
(सुकरात को विष का प्याला देने से पहले जेलर ने कहा, “आप सुकरात, जिसे मैं इस स्थान पर अब तक आने वाले सभी व्यक्तियों में सबसे उदार, सज्जन और श्रेष्ठ समझता हूँ, मुझ पर नाराज तो नहीं होंगे जब मैं आपको विष पीने के लिए कहूँगा, क्योंकि इसका दोषी मैं नहीं, बल्कि अन्य व्यक्ति हैं।’

VOCABULARY

(a) Match the words in List ‘A’ with their nearest meaning in List ‘B’:
UP Board Solutions for Class 10 English Prose Chapter 4 Socrates (Rhoda Power) [Adapted]

UP Board Solutions for Class 10 English Prose Chapter 4 Socrates (Rhoda Power) [Adapted]

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(b) Fill in the blanks with proper words from those given below :
conduct, argue, accept, departure
Answer:

  1. Some persons argue on useless topics.
  2. Every student should have a good moral conduct.
  3. The hour of my departure (UPBoardSolutions.com) has arrived.
  4. We should accept our mistakes.

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(c) Use the following words and phrases in your own sentences so as to make their
meanings clear :

shabby, treasured, dignified, condemned to death, fame, distressed, far and wide
Answer:

  1. Govinda always wore shabby clothes.
  2. Students should treasure every word of his teacher.
  3. Our prime minister made a powerful and dignified speech.
  4. Ranga & Billa were condemned to death.
  5. When Vivekananda was a young man his fame spread far and wide.
  6. The news of his (UPBoardSolutions.com) failure distressed his parents very much.
  7. Rajnish’s teachings made him famous far and wide.

Hope given UP Board Solutions for Class 10 English Prose Chapter 4 are helpful to complete your homework.

If you have any doubts, please comment below. UP Board Solutions try to provide online tutoring for you.

Class 11 English Chapter 2 Question Answer UP Board The Scholar

UP Board Class 11th English Short Poem Chapter 2 Questions and Answers

कक्षा 11 अंग्रेजी पाठ 2 के प्रश्न उत्तर

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 11 English. Here we have given UP Board Solutions for Class 11 English Poetry Short Poem Chapter 2 The Scholar.

About the Poet : Robert Southey was born in 1774. He was a well-known writer of verse and prose. He was a close friend of S. T. Coleridge.

About the Poem: The poem is about a scholar who passes most of his time in reading books of dead authors. He feels as if he is enjoying their company. He loves the virtues of these authors and condemns their vices. He learns a lot from them. He hopes to travel with these authors till eternity and to be immortal like them.

Central Idea

In this poem the poet assumes himself a scholar. He passes most of his time in reading the books of great authors who are now dead. He feels as if he were enjoying their company. He regards them as his best friends. He loves their virtues and condemns their vices. He learns a lot from them. He hopes that people will read his books also like the books of these authors and will remember him till eternity. Thus he will become immortal. [M. Imp.]

(इस कविता में कवि स्वयं को एक विद्वान् मान लेता है। वह अपना अधिकांश समय उन महान् लेखकों की पुस्तकें पढ़ने में व्यतीत करता है जो मर गए हैं। वह ऐसा अनुभव करता है मानो वह उनकी संगति में आनन्द ले रहा हो। वह सच्चे मित्र के समान उनका सम्मान करता है। वह उनके सद्गुणों से प्रेम करता है और उनके दुर्गुणों को त्याग देता है। वह उनसे बहुत कुछ सीखता है। वह आशा करता है कि लोग उसकी पुस्तकों को भी इन लेखकों के समान ही पढ़ेंगे और अनन्त-काल तक उसे याद रखेंगे। इस प्रकार वह अमर हो जाएगा।)

EXPLANATIONS (With Meanings & Hindi Translation)
1. My Days among the Dead are past;
Around me I behold,
Where’er these casual eyes are cast,
The mighty minds of old :
My never-failing friends are they,
With whom I converse day by day.

[Word-meanings : days = सम्पूर्ण जीवन entire life; dead = मृत लेखक dead authors;
behold = देखता हूँ see; casual eyes are cast = संयोग से दृष्टि पड़ती है by chance I look at; mighty minds of old = पुराने समय के महान् विचारक great thinkers of old time; never failing = सच्चे true; converse = बातचीत करता हूँ talk.]

भावार्थ- विद्वान् व्यक्ति कहता है कि उसका सारा जीवन उन लेखकों की पुस्तकें पढ़ने में व्यतीत हुआ है। जो मर गए हैं। जहाँ कहीं भी उसकी दृष्टि पड़ती है वहीं अपने चारों ओर वह उन लेखकों की पुस्तकें पाता है। जिनके मस्तिष्क बहुत महान् थे और जिन्होंने उत्तम कोटि की पुस्तकें लिखी हैं। विद्वान् व्यक्ति कहता है कि मृत लेखक मेरे सच्चे मित्र हैं और मैं प्रतिदिन उनसे बातचीत करता हूँ अर्थात् विद्वान् व्यक्ति उन महान् लेखकों से उनकी महान् पुस्तकों के माध्यम से अपने विचारों का आदान-प्रदान करता है।

Reference : This stanza has been taken from the poem ‘The Scholar’ composed by Robert Southey.
[ N.B. : The above reference will be used for all the explanations of this poem.]

Context: In these lines the poet thinks himself a scholar. He is fond of reading books of great authors and exchanging his views with them. So he regards these books as his true friends. He also describes the likes and dislikes, aspirations and dreams of a scholar.

Explanation : The poet has a small library which contains many books of great authors. He spends much of his time in reading these books. He gets a great joy and exchanges his views with them through the medium of these books. He feels as if he were enjoying the company of those great authors. So he regards them as his true friends.

(कवि के पास एक छोटा पुस्तकालय है जिसमें महान् लेखकों की बहुत-सी पुस्तकें हैं। वह अपना अधि- कांश समय इन पुस्तकों को पढ़ने में व्यतीत करता है। वह इसमें बहुत आनन्द प्राप्त करता है और इन पुस्तकों के माध्यम से अपने विचारों का उनके विचारों से आदान-प्रदान करता है। वह ऐसा अनुभव करता है मानो। इन लेखकों की संगति का आनन्द ले रहा हो। इसलिए वह उन्हें अपना सच्चा मित्र मानता है।)

2. With them I take delight in weal
And seek relief in woe;
And while I understand and feel
How much to them I owe,
My cheeks have often been bedew’d
With tears of thoughtful gratitude.

[ Word-meanings : delight = आनन्द  joy; weal = सुख-समृद्धि  prosperity; seek = ढूंढता हूँ।  find;
relief = चैन ; woe = दुःख sorrow, understand = समझना ; owe = ऋणी हूँ am ndebted;
cheek = गाल ; often = बहुधा many times; bedew’d = भीग गये wet; thoughtful = विचारपूर्ण full of thoughts; gratitude = कृतज्ञता gratefulness. ]

भावार्थ- विद्वान् कहता है कि इन पुस्तकों को पढ़कर समृद्धि एवं सम्पन्नता में उसे आनन्द प्राप्त होता है और दु:ख में उनसे उसे सान्त्वना मिलती है (इसलिए वे मेरी मित्र हैं)। विद्वान् व्यक्ति कहता है कि जब मैं इस बात पर विचार करता हूँ, तब मुझे अनुभव होता है कि मैं उनका कितना ऋणी हूँ। कृतज्ञता के ऐसे विचार मेरे मन में आते हैं तब मेरे आँसू बहने लगते हैं और मेरे गाल आँसुओं से भीग जाते हैं।

Context: In these lines the poet thinks himself to be a scholar. He is fond of reading books of great authors and exchanging his views with them. So he regards these books as his true friends. He also describes the likes and dislikes, aspirations and dreams of a scholar.

Explanation : In this stanza the poet says that the books serve him as a true friend. Whenever he is in a happy mood, he gets joy in reading them. Whenever he is sad and melancholy, he gets comfort and consolation. Thus the books are his companions of joys as well as of sorrows. When he thinks it, he feels himself very much indebted to the writers of these books. He becomes emotional and tears of gratitude begin to flow and make his cheeks wet.

(इस पद्यांश में कवि कहता है कि पुस्तकें उसके लिए सच्चे मित्र के समान कार्य करती हैं। जब भी वह प्रसन्न मुद्रा में होता है तब उसे उन्हें पढ़ने में आनन्द प्राप्त होता है। जब कभी वह दु:ख की मुद्रा में होता है। तब उसे आराम और सान्त्वना मिलती है। इस प्रकार पुस्तकें उसकी आनन्द की भी और दुःख की भी साथी हैं। जब वह इस बात को सोचता है तब वह स्वयं को इन पुस्तकों के लेखकों का बहुत ऋणी मानता है। वह भावुक हो जाता है और एहसान के आँसू बहने लगते हैं तथा उसके गाल भीग जाते हैं।)

3. My thoughts are with the Dead; with them
I live in long-past years,
Their virtues love, their faults condemn,
Partake their hopes and fears,
And from their lessons seek and find
Instruction with an humble mind.

[ Word-meanings : dead = मृत लेखका dead authors; virtues = गुण qualities; faults = दोष evils;
condemn = त्यागना, अनदेखा करना overlook; partake = हिस्सा बँटाना share; lessons = बुद्धिमानी से भरे पाठ lessons full of wisdom; instruction = शिक्षा advice; an humble mind = विनम्रता से with extreme humility.]

भावार्थ- इस पद्यांश में विद्वान् व्यक्ति उन लोगों का वर्णन करता है जो उसे पुस्तकें पढ़ने से प्राप्त होते हैं। जब वह मृत लेखकों की पुस्तकें पढ़ता है तब उसके विचार भी उन्हीं जैसे हो जाते हैं और वह ऐसा अनुभव करता है मानो उनके जीवन-काल के दिनों में उन्हीं के साथ रह रहा है अर्थात् उसे भूतकाल के विषय में भी पूर्ण ज्ञान प्राप्त हो जाता है। विद्वान् व्यक्ति उनके गुणों से प्यार करता है और उन्हें अपनाता है तथा उनके दोषों की ओर ध्यान नहीं देता। वह उनकी आशाओं तथा भय में हिस्सा बँटाता है। अत: विद्वान् व्यक्ति बड़ी विनम्रता से उनके बुद्धिमानी से भरे पाठों से शिक्षा प्राप्त करता है।)

Context: In these lines the poet says that he has a small library having books of great authors. He regards them as his friends and exchanges his views with them. He gets joy and consolation in reading them. So he thinks himself to be very grateful to them.

Explanation: In this stanza the scholar says that whenever he reads the books of great authors, his ideas also become the same as of those authors. He feels as if he were living with them in those past days. He gets the knowledge of past days. The poet accepts their noble qualities and hates their evils. Whenever he reads the lesson full of wisdom in these books, he learns a lot from them with extreme humility.

(इस पद्यांश में विद्वान् कहता है कि जब कभी वह महान् लेखकों की पुस्तकें पढ़ता है तब उसके विचार भी उन लेखकों के समान ही हो जाते हैं। वह ऐसा अनुभव करता है मानो वह भूतकाल के दिनों में उन्हीं के साथ रह रहा हो। उसे भूतकाल के दिनों का ज्ञान प्राप्त होता है। कवि उनके अच्छे गुणों को स्वीकार करता है और उनकी बुराइयों से घृणा करता है। जब कभी वहे पुस्तकों में बुद्धिमानी भरे पाठ पढ़ता है तब वह उनसे बड़ी विनम्रता के साथ ढेर सारी बातें सीखता है।)

4. My hopes are with the Dead; anon
My place with them will be,
And I with them shall travel on
Through all Futurity;
Yet leaving here a name, I trust,
That will not perish in the dust.               [Imp.]

[ Word-meanings : anon = शीघ्र soon; travel on = जीवित रहना remain alive; futurity = अनन्त भविष्य eternal future; perish = अन्त होना, समाप्त होना die.]

भावार्थ- विद्वान् व्यक्ति कहता है कि मेरी आकांक्षाएँ भी मृत लेखकों के समान ही हैं और शीघ्र ही मेरा स्थान भी उनके साथ ही हो जाएगा अर्थात् मैं शीघ्र ही मर जाऊँगा और अनन्त भविष्य में मैं भी उन्हीं के साथ यात्रा करूंगा। संसार के सभी स्थानों पर उसकी पुस्तकें भी इन लेखकों के समान ही पढ़ी जाएँगी। वह आशा करता है कि उसकी मृत्यु के पश्चात् लोग उसे भी नहीं भूलेंगे और उसका नाम भी अमर हो जाएगा।

Context: In this poem the poet says that he has a small library having books of great authors. He reads them and exchanges his views with them. He gets joy and consolation in reading them. So he thinks himself to be very grateful to them.

Explanation: In this concluding stanza the scholar says that his ambitions are similar to those of dead authors. He will also die soon and he will be in the line of dead authors. The people will read his books also as they read the books of dead authors. His thoughts will also travel from one place to another in the form of books. The scholar will become immortal just as his favourite authors are. The coming generations will not forget him.

(इस अन्तिम पद्यांश में विद्वान् कहता है कि उसकी अभिलाषाएँ भी मृत लेखकों के समान ही हैं। वह भी शीघ्र ही मर जाएगा और मृत लेखकों की पंक्ति में आ जाएगा। लोग उसकी पुस्तकों को भी उसी प्रकार पड़ेंगे जिस प्रकार वे मृत लेखकों की पुस्तकें पढ़ते हैं। उसके विचार भी पुस्तकों के रूप में एक स्थान से दूसरे स्थान तक । यात्रा करेंगे। विद्वान् व्यक्ति भी उसी प्रकार अमर हो जाएगा जिस प्रकार उसके प्रिय लेखक अमर हुए हैं। आने वाली पीढ़ियाँ उसे भूलेंगी नहीं।)

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Save Water; Save Life Class 7 English Chapter 16 Question Answer UP Board Solutions

UP Board Class 7th English Chapter 16 Save Water; Save Life Questions and Answers

कक्षा 7 अंग्रेजी पाठ 16 के प्रश्न उत्तर

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 7 English. Here we have given UP Board Solutions for Class 7 English Chapter 16 Save Water; Save Life.

Save Water; Save Life

TRANSLATION OF THE LESSON (पाठ का हिन्दी अनुवाद)

Akash lives in…………………………………Akash.
हिन्दी अनुवाद- आकाश एक गाँव में रहता है। उसके गाँव में पानी की कमी है। ग्रामीणों में बरसात के मौसम में प्रत्येक पानी की बूंद को बचाने का निर्णय लिया। उन्होंने जैसे ही बरसात शुरू हो इस उपाय को क्रियान्वित करने का निर्णय किया। (UPBoardSolutions.com) यह समाचार अखबारों में छप गया। आकाश को इस सदंर्भ में अपनी चचेरी बहन पूजा का पत्र मिला। वह उसको शीघ्रता से उत्तर देता है:

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ग्राम अथवा पोस्ट बिसरा
तहसील सिराथु
जिला कौशाम्बी

27 अक्टूबर, 2017
मैं बहुत प्रसन्न हूँ तुम्हारे जल सरंक्षण के उपायों पर लिखे पत्र से। तुम्हारे आसपास घट रही घटनाओं से तुम जागरूक हो। मैं तुम्हारी प्राकृतिक संसाधनों को लेकर उत्सुकता और चिंता की सराहना करता हूँ। इसे जारी रखो। ये गुण तुम्हें अवश्य एक ज़िम्मेदार नागरिक बनने में मदद करेंगे। तुमने सही अनुमान लगाया कि मैं अपने गाँव के ‘जल संरक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में सम्मिलित हुआ।

संरक्षण शब्द का अर्थ है किसी चीज़ को बचाना। यह कोई प्राकृतिक संसाधन जैसे- पानी, ऊर्जा, मिट्टी, पौधे और जानवर हो सकता है। जल सरंक्षण का अर्थ है तालों, कुँओ और मैदानों का जल भूमिगत जल स्तर बढ़ाकर संरक्षित करना। | हम एक चुनौतीपूर्ण युग में रह रहे हैं। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और जंगलों के विनाश का परिणाम अल्पवर्षा हुआ है। इससे जल की लगभग हर जगह कमी हो गई है जो फसलों की खेती को बुरी (UPBoardSolutions.com) तरह प्रभावित कर रही है। प्यासी मिट्टी से हम कैसे खुश हो सकते हैं? अगर खेतों को अधिक मात्रा में पानी नही मिलता है, तो भोजन का उत्पादन प्रभावित होता है और गाँववासी शहरों की तरफ बसना शुरू कर देते हैं। शहरों में लोग ठसाठस भर जाते हैं जिसके परिणामस्वरूप वायु और जल प्रदूषण होता है।

सरकार ने समाज के सभी वर्गों को आगे आने और पानी की प्रत्येक बूंद को बचाने के लिए प्रेरित किया है। हम खाली होती और सूखती नदियों, तालाबों, कुँओं और ट्यूबवैलों के साक्षी हैं। हमें शांत नहीं बैठना चाहिए। ‘जल संरक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत हम सभी स्तरों पर वर्षा जल संचयन के प्रयास कर रहे हैं।

किसानों को उनके खेतों के चारों तरफ ‘मेड़’ या ‘बँध’ बनाकर पानी को इकट्ठा करने को कहा जाएगा। इसी तरह जल स्रोत जैसे कुँओं और तालाबों को और गहरा एवं साफ किया जाएगा। पुराने बाँधो की मरम्मत होगी और नदियों के ऊपर नए बाँध बनाए जाएगें ताकि हम और अधिक जल संरक्षित कर सकें। कितना अद्भुत दृश्य होगा जब हमारे कुँए, तालाब और नदियाँ पानी से भरे होंगे और बच्चे अपने गाँव के तालाबों में तैराकी (UPBoardSolutions.com) करते दिखाई देंगे। टयूबवैल अपने आप ही भर जाएँगे और पूरे साल हमें निरंतर पानी देते रहेंगे।

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मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि सरकार सब कुछ अकेले नहीं कर सकती। इसी प्रकार, नारे लगाने से भी कोई मदद नहीं मिलेगी। पानी सभी लोगों के लिए अति आवश्यक है। इसलिए हम बच्चों के साथ-साथ सभी को ‘जल संरक्षण कार्यक्रम’ में भाग लेना चाहिए। मैंने सभी लोगों को स्वेच्छापूर्वक आगे आते और इस नेक काम में साथ-साथ काम करते देखा है। आशा करता हूँ कि जो मैंने इस पत्र में लिखा है तुम्हें इससे लाभ होगा। इसे (UPBoardSolutions.com) अपने दोस्तों के साथ भी बाँटना। अन्य ज्वलंत विषयों पर जानकारी पाने के लिए पत्र लिखती रहना।
कृपया परिवार में सभी को मेरा सम्मान दे देना।
तुम्हारा भाई
आकाश

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EXERCISE (अभ्यास)

Comprehension Questions

Question 1.
Answer the following questions:
Answer:
Question a.
Where does Akash live?
Answer:
Akash lives in Bisara village.

Question b.
What was the problem of the (UPBoardSolutions.com) villagers? What did they decide to do?
Answer:
There was a shortage of water in the village. The villagers decided to save each and every water drop during the monsoon.

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Question c.
Which programme was launched in the village?
Answer:
‘Water Conservation Programme’ was launched in the village.

Question d.
What is meant by the word conservation?
Answer:
The word conservation means to save something. (UPBoardSolutions.com) It can be a natural resource like-water, energy, soil, plants or animals.

Question e.
What activities have been done under the ‘Water Conservation Programme’?
Answer:
The following activities have been done under this programme:

  1. Farmers will be made to store water in their fields.
  2. Wells and ponds will be deepened and cleaned.
  3. Old dams will be repaired and new dams (UPBoardSolutions.com) will be constructed across rivers.

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Question 2.
Choose the correct option:
Answer:
a. A dam is a –
(i) river
(ii) big wall across a river (✓)
(iii) pond
(iv) well

b. A’slogan’ means –
(i) words or phrases giving message (✓)
(ii) sentences used in a (UPBoardSolutions.com) newspaper
(iii) dialogues in a film oloques in a film .
(iv) a kind of game

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c. The word conservation means to –
(i) waste something
(ii) use something
(iii) save something (✓)
(iv) make something

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Word Power

Question 1.
Choose the correct nouns from the box and (UPBoardSolutions.com) write in the spaces given below. One has been done for you:
Answer:
UP Board Solutions for Class 7 English Chapter 16 Save Water; Save Life 1

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Question 2.
Fill in the blanks with the words given, (UPBoardSolutions.com) to complete the paragraph.
UP Board Solutions for Class 7 English Chapter 16 Save Water; Save Life 2
Answer:
One morning, when Geeta’s mother went to the kitchen and turned on the tap, there was no water. *How can I make tea without water?”, she complained. Soon, father woke up. He also turned on the tap. “There’s no water”, he said, “How can I bathe without water?” The door bell rang and the maid came in. She began to grumble, “How (UPBoardSolutions.com) will I wash the dishes and clothes, and mop the floor ?”. By then Geeta was ready for school. She could not fill her water bottle and cried, “I’ll be thirsty all day.” Just then the water began to flow from the tap. Mother smiled and everyone began to do all that they were wanting to do.

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Language Practice

Question 1.
Make sentences with more than’ and fewer than using the table given below:
UP Board Solutions for Class 7 English Chapter 16 Save Water; Save Life 3
Answer:
→ There are more books on this desk than on that desk.
→ There are fewer books on this desk than on that desk.
→ There are more letters in this word than in that word.
→ There are fewer letters in this word (UPBoardSolutions.com) than in that word.
→ There are more boys in our class than in the other class.
→ There are fewer boys in our class than in the other class.

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UP Board Class 9th English Supplementary Chapter 4 Question Answer On A Winter’s Night (Based on Munshi PremChand’s Story) (Poos Ki Raat)

Class 9 English Supplementary Reader Chapter 4 Questions and Answers UP Board On A Winter’s Night (Based on Munshi PremChand’s Story) (Poos Ki Raat)

कक्षा 9 अंग्रेजी पाठ 4 प्रश्न उत्तर

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 9 English. Here we have given UP Board Solutions for Class 9 English Suplementary Reader Chapter 4 On A Winter’s Night (Based on Munshi PremChand’s Story) (Poos Ki Raat)

(A) SHORT ANSWER TYPE QUESTIONS AND THEIR ANSWERS
Answer the following questions in not more than 25 words each :

Question 1.
Why did Halku not buy a blanket?
हल्कू ने कम्बल क्यों नहीं खरीदा?
Answer:
Halku did not buy a blanket because he wanted to pay his debt first.
हल्कू ने कम्बल इसलिए नहीं खरीदा क्योंकि वह पहले अपना कर्ज चुकाना चाहता था।

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Question 2.
Why did Halku want to give the money to Sohana?
हल्कू सोहन के रुपये क्यों देना चाहता था?
Answer:
Halku wanted to give the money to Sohana because he did not like that Sohana should abusehim for debt.
हल्कू सोहन के रुपये इसलिए देना चाहता था क्योंकि (UPBoardSolutions.com) वह नहीं चाहता था कि सोहन उसे कर्ज के लिए गाली दे।

Question 3.
What did Halku’s wife want him to do after giving up farming?
हल्कू की पत्नी उससे खेती छोड़ने के बाद क्या करने को कह रही थी?
Answer:
Halku’s wife wanted him to work as labourer after giving up farming.
हल्कू की पत्नी चाहती थी कि वह खेती का काम छोड़कर मजदूर के रूप में काम करें।

Question 4.
Who enjoyed the fruits of labour of the farmers?
किसानों के परिश्रम के फल का आनन्द कौन उठाता था?
Answer:
The rich land-owners enjoyed the fruits of labour of the farmers.
धनी जमींदार किसानों के परिश्रम के फल का आनन्द उठात थे।

Question 5.
Name three things that Halku did to keep himself warm that night.
वे तीन कार्य बताइये जो हल्कू ने उस रात अपने को पं रखने के लिए किये थे।
Answer:
Halku did the following things to keep himself warın :
हल्कू ने अपने को गर्म रखने के लिए निम्नलिखित कार्य किये–
(i) He smoked his clay-pipe ten times.
उसने अपनी चिलम को दस बार पिया।
(ii) He kept Jhabra sleep next to him.
उसने झबरा को अपने बगल में सुलाया।
(iii) He lit fire in the orchard.
उसने बगीचे में आग जलायी।

Question 6.
Give one example to show that Jhabra loved Halku.
एक उदाहरण देकर बताइये कि झबरा हल्कू से प्यार करता था।
Answer:
Jhabra slept beside Halku and it barked at cattle when they entered his field. This shows that Jhabra loved Halku.
झबरा हल्कू के बगल में सोया और जब जानवर उसके खेत में घुसे थे तब वह उन पर भौंक रहा था। यह प्रदर्शित करता है कि झबरा हल्कू से प्रेम करता था।

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Question 7.
“I had severe stomach ache!” Why did Halku say this to his wife?
मेरे पेट में जोर का दर्द था।” हल्कू ने अपनी पत्नी से क्यों कहा?
Answer:
Halku said these words to his wife so that she might not be angry for not driving the cattle away.
हल्कू ने अपनी पत्नी से इसलिये कहे ताकि वह (UPBoardSolutions.com) जानवरों को न भगाने के लिए उससे नाराज न हो।

(B) MULTIPLE CHOICE QUESTIONS
1.Select the most suitable alternative to complete each of the following statements :
निम्नलिखित कथनों में से प्रत्येक को पूरा करने के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प चुनिए :
(i) Halku’s wife gave three rupees to Halku because :
(a) she wanted to invest them in the land
(b) she wanted to eat her bread in peace
(c) Halku wanted to buy some bread with them
(d) Halku was ill-treated by the money-lender
(ii) Halku’s wife wanted him to :
(a) pay all his debts
(b) give up farming
(c) invest money in the land
(d) work hard
(iii) Halku went out unwillingly because :
(a) he had no money to buy a blanket
(b) his wife had not treated him well
(c) he did not want to part with his savings
(d) he wanted to pay his debts
(iv) Halku could not sleep because :
(a) Jhabra lay under his cot
(b) he had only an old cotton sheet to wrap himself with
(c) the dog was barking
(d) the cattle were eating his crop
Answers:
(i) (d) Halku was ill-treated by the money-lender.
(ii) (b) give up farming
(iii) (d) he wanted to pay bis debts.
(iv) (b) he had only an old cotton sheet to wrap himself with.
(C) Say whether each of the following statements is ‘true’ or ‘false’ :
बताइये कि निम्नलिखित कथनों में से प्रत्येक ‘सत्य’ है अथवा ‘असत्य’ :
(i) Sohana, the money-lender, owed money to Halku.
(ii) Sohana demanded some money from his wife to buy a blanket.
(iii) Halku and his wife were very poor and were under heavy debt.
(iv) Halku’s wife did not want anyone to abuse her husband.
(v) Jhabra and Halku kept on sleeping while the cattle kept on eating his crop.
(vi) Halku could not sleep in the night because he had a stomachache.
(vii) Halku lit a fire in the orchard to frighten away the cattle.
(viii) Jhabra loved his master very much.
(ix) Halku was poor but not dishonest.
Answers:
(i) F, (ii) F, (iii) T,(iv) T, (v) F,(vi) F, (vii) F,(viii) T,(ix) T.

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ASSIGNMENT ( कार्य) :
(D) Fill in the blanks with missing letters to complete the spelling of the following words :
निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी को पूरा करने के लिए लुप्त अक्षरों की सहायता से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
sh-v-r; ab-s–; 1-mb; inst–d; rel–f
Answers:
shiver; abuses; numb; instead; relief