UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi साहित्यिक निबन्ध

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 11
Subject Samanya Hindi
Chapter Name साहित्यिक निबन्ध
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi साहित्यिक निबन्ध

साहित्य और समाज

सम्बद्ध शीर्षक

  • साहित्य समाज का दर्पण है।
  • साहित्य और मानव-जीवन
  • साहित्य समाज की अभिव्यक्ति है।
  • साहित्य और जीवन

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मेरा प्रिय ग्रन्थ  (श्रीरामचरितमानस)

सम्बद्ध शीर्षक

  • मेरी प्रिय पुस्तक
  • हिन्दी की सर्वाधिक लोकप्रिय, अमर साहित्यिक कृति

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UP Board Solutions for Class 12 Home Science Chapter 7 गन्दी बस्तियाँ तथा उनसे उत्पन्न खतरे

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Board UP Board
Class Class 12
Subject Home Science
Chapter Chapter 7
Chapter Name गन्दी बस्तियाँ तथा उनसे उत्पन्न खतरे
Number of Questions Solved 18
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 12 Home Science Chapter 7 गन्दी बस्तियाँ तथा उनसे उत्पन्न खतरे

बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
गन्दी बस्तियों की उत्पत्ति का उत्तरदायी कारण
(a) निर्धनता
(b) औद्योगीकरण
(c) शहरी मकानों का अभाव
(d) ये सभी
उत्तर:
(d) ये सभी

प्रश्न 2.
भौतिक साधनों का अभाव सर्वाधिक होता है।
(a) बड़े मुहल्लों में
(b) बड़े उद्योगों में
(c) गन्दी बस्तियों में
(d) बड़े नगरों में
उत्तर:
(c) गन्दी बस्तियों में

प्रश्न 3.
गन्दी बस्तियों में रहने वाले व्यक्ति वंचित रहते हैं।
(a) धन से
(b) अच्छे घर से
(c) स्वास्थ्य सुविधाओं से
(d) ये सभी
उत्तर:
(d) ये सभी

प्रश्न 4.
गन्दी बस्तियों की मुख्य समस्याएँ
(a) सुविधाओं का न होना
(b) नैतिकता का ह्रास
(c) कुपोषण
(d) ये सभी
उत्तर:
(d) ये सभी

प्रश्न 5.
गन्दी बस्तियों की समस्या का समाधान है।
(a) इन्हें नष्ट कर देना चाहिए।
(b) इनको विकसित ही नहीं होने देना चाहिए
(c) इनके सुधार के अधिक उपाय किए जाने चाहिए
(d) समस्या का समाधान जरूरी नहीं
उत्तर:
(e) इनके सुधार के अधिक उपाय किए जाने चाहिए

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक, 25 शब्द)

प्रश्न 1.
गन्दी बस्तियों से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
गन्दी बस्तियों (स्लम) से आशय ऐसे लोगों के निवास स्थान से है जिनकी आर्थिक स्थिति दयनीय होती है। यहाँ गरीबी, भूखमरी तथा दरिद्रता का वास होता है, जो केवल यहाँ के रहने वाले लोगों के लिए ही नहीं वरन् सम्पूर्ण मानव जाति के स्वास्थ्य, सामाजिक एवं नैतिक विकास में अवरोध उत्पन्न करती है।

प्रश्न 2.
गन्दी बस्तियों की उत्पत्ति का कोई एक मुख्य कारण क्या है?
उत्तर:
गन्दी बस्तियों की उत्पत्ति को एक प्रमुख कारण दरिद्रता अथवा निर्धनता है। इन बस्तियों में रहने वाले लोग श्रमिक वर्ग तथा निम्न आय वर्ग समूह के होते हैं। इनके पास भौतिक साधनों का सर्वथा अभाव होता है।

प्रश्न 3.
क्या औद्योगीकरण स्लम एरिया के लिए उत्तरदायी कारण है?
उत्तर:
गन्दी बस्तियों की उत्पत्ति का एक प्रमुख कारण औद्योगीकरण एवं नगरीकरण भी है। शहरों में प्रायः बड़ी इमारतों के निर्माण तथा औद्योगिक कारखानों में काम करने होते हैं, जिसके कारण वहाँ काम करने वाले मजदूर इन शहरों के आस-पास ही झोपड़ियाँ बना लेते हैं। जहाँ किसी भी तरह की आवश्यक सुविधाएँ नहीं होतीं, केवल गन्दगी ही होती है। यहाँ पानी, बिजली, शुद्ध वायु आदि की कोई व्यवस्था नहीं होती।

प्रश्न 4.
मलिन बस्तियों (Slums) की प्रमुख समस्याएँ क्या हैं? (2018)
उत्तर:
मलिन बस्तियों में सुविधाओं का अभाव, रोगों का प्रसार, कुपोषण एवं नैतिक आचरण का ध्यान सदैव रहता है।

प्रश्न 5.
गन्दी बस्तियों में सर्वाधिक कुपोषण से ग्रसित लोग रहते हैं? संक्षेप में बताइट।
उत्तर:
इन बस्तियों में स्वच्छ व सन्तुलित आहार के अभाव में यहाँ कुपोषण के शिकार लोगों की संख्या भी अधिक होती है। जन्म से ही बच्चों को स्वच्छ वातावरण न मिलने से वह कुपोषित हो जाते हैं। पीलिया, घेघा, पतलापन तथा पोलियो जैसी घातक बीमारियों से ग्रसित होते हैं।

प्रश्न 6.
राष्ट्रीय विघटन को कौन प्रोत्साहित करता है?
उत्तर:
जब समाज में शराब पीने वाले, जुआ खेलने वाले लोगों को तथा पारिवारिक विघटन को प्रोत्साहन मिलने लगता है तब यही सामाजिक विघटन राष्ट्रीय विघटन को प्रोत्साहित करता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न (2 अंक, 50 शब्द)

प्रश्न 1.
गन्दी बस्तियों से होने वाली कोई दो हानियाँ बताइए।
उत्तर:
गन्दी बस्तियों में गन्दगी का ही साम्राज्य होता है, जिससे रोगों का विस्तार ही नहीं होता है बल्कि इससे समाज को निम्नलिखित हानियाँ पहुँचती हैं।
1. पारिवारिक विघटन आवास की समस्या के कारण जो भी व्यक्ति (श्रमिक) इन गन्दी बस्तियों में रहता है उसे अपने परिवार से दूर रहना पड़ता है, क्योंकि आर्थिक तंगी के कारण वह अपने परिवार को साथ नहीं रख सकता। अतः धीरे-धीरे वह अपने परिवार से दूर हो जाता है।

2. सामाजिक विघटन गन्दी बस्तियों से व्यक्ति व परिवार ही नहीं, अपितु समाज की संरचना भी प्रभावित होती है तथा अनेक सामाजिक समस्याओं का जन्म होता है। व्यक्तिगत कार्यों की असफलता ही व्यक्ति के मस्तिष्क में निराशा उत्पन्न करती है। जहाँ वह स्वयं को उपेक्षित महसूस करता है। और समाज की अपेक्षा स्वयं को अधिक महत्त्व प्रदान करता है। जब समाज में सामाजिक मूल्यों एवं मान्यताओं की उपेक्षा की जाती है तो परम्परागत समाज का ढाँचा भी असन्तुलित हो जाता है, जिससे सामाजिक विघटन को प्रोत्साहन मिलता है।

प्रश्न 2.
गन्दी बस्तियों से व्याप्त समस्याओं को दूर करने हेतु कोई दो उपाय लिखिए।
उत्तर:
गन्दी बस्तियों का वातावरण अत्यधिक दूषित होता है, जिसके कारण वहाँ अनेक प्रकार की आर्थिक, सामाजिक एवं पारिवारिक समस्याएँ होती हैं, जिनका समाधान अत्यन्त आवश्यक है। इन बस्तियों की समस्याओं का समाधान निम्नलिखित उपायों द्वारा सम्भव है।
1. रोजगार सुविधाओं में वृद्धि गन्दी बस्तियों की समस्या का एक समाधान यह भी है कि गाँवों में जहाँ कृषि के अतिरिक्त अन्य कोई रोजगार नहीं है, रोजगार के अवसरों में वृद्धि की जाए। जो रोजगार नगरों में स्थापित किए जाते हैं, उन्हें गाँवों में स्थापित किया जाए। इससे ग्रामीण जनता को साधारण प्रयासों से ही रोजगार मिल जाएगा और वे रोजगार की तलाश में नगरों की ओर नहीं भागेंगे। इससे भी गन्दी बस्तियों की समस्या का समाधान करने में मदद मिल सकती है।

2. सामाजिक सुरक्षाओं का विस्तार ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक सुरक्षा और सुविधाओं की कमी है, इससे ग्रामीण व्यक्ति नगरों की ओर पलायन करते हैं। अत: यह आवश्यक है कि ग्रामीण जीवन को नगरों में प्राप्त होने वाली सुविधाओं से युक्त किया जाए। इन सुविधाओं में आवागमन और संचार के साधन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएँ, सुरक्षा, मनोरंजन, पानी, प्रकाश आदि प्रमुख हैं। जब गाँव में ही व्यक्ति को उपरोक्त सुविधाएँ प्राप्त होने लगेगी तो वे नगरों की ओर आकर्षित नहीं होंगे और इस प्रकार गन्दी बस्तियों में रहने की समस्या का समाधान भी स्वतः हो जाएगा।

प्रश्न 3.
कृषि के विकास से गन्दी बस्तियों को और बढ़ने से रोका जा सकता है? इसके कौन-कौन से सुझाव दिए जा सकते हैं?
उत्तर:
कृषि में पर्याप्त पैदावार न होने के कारण ग्रामीण जनसंख्या नगरों की ओर पलायन करती है, जिससे गन्दी बस्तियों का विकास होता है। अत: इस समस्या के समाधान के लिए आवश्यक है कि कृषि व्यवसाय की उन्नति की जाए। भारत में कृषि-व्यवसाय की उन्नति के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं।

  1. कृषि की नई और कुशल रीतियों को अपनाया जाए।
  2. कृषि की भूमि के विभाजन और अपखण्डन पर रोक लगाई जाए।
  3. कृषि शिक्षा का प्रसार किया जाए।
  4. सिंचाई सुविधाओं में विस्तार किया जाए।
  5. कृषि अनुसन्धान कार्यों को प्रोत्साहित किया जाए।
  6. शासकीय कृषि फार्मों की स्थापना की जाए और इनकी सहायता में कृषकों में जागरूकता का प्रसार किया जाए।
  7. अच्छी किस्म के बीज और खाद तथा अच्छी नस्ल के बैलों का कृषि में प्रयोग किया जाए।
  8. विनाशकारी कीड़े-मकोड़ों पर रोक लगाई जाए।
  9. भूमि के कटाव को रोका जाए।
  10. फसलों की पद्धति में आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन किया  जाए।

प्रश्न 4.
गन्दी बस्तियों में सुधार लाने के लिए कुछ पंचवर्षीय योजनाओं में कौन-से कार्यक्रम संचालित किए गए थे?
उत्तर:
भारत में आजादी के पश्चात् शहरों के चारों ओर या बीच में स्थिति इन बस्तियों में आन्तरिक सुधार लाने हेतु कुछ कार्यक्रम संचालित किए, जो इस प्रकार हैं।

  1. द्वितीय पंचवर्षीय योजना के अन्तर्गत 204 योजनाएँ बनाई गईं जिन पर 19 करोड़ की धनराशि का अनुदान दिया गया। यह अनुदान लगभग 58,000 परिवारों के लिए आवासीय सुविधा प्रदान करने हेतु दिए गए थे।
  2. तीसरी पंचवर्षीय योजना में गन्दी बस्तियों को हटाकर नए आवास बनाने का प्रावधान किया गया।
  3. कुपोषण तथा अन्धेपन को दूर करने तथा गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं को सन्तुलित आहार देने का भी प्रावधान बनाया गया।
  4. चौथी एवं पाँचवीं पंचवर्षीय योजनाओं के अन्तर्गत गन्दी बस्तियों में मुख्य रूप से कलकत्ता की एक गन्दी बस्ती के सुधार के लिए धनराशि का प्रावधान किया गया था।

प्रश्न 5.
गन्दी बस्तियों से कौन-कौन सी समस्याएँ होती हैं? अथवी गन्दी बस्तियों की समस्याओं पर संक्षेप में टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
गन्दी बस्तियाँ समस्याओं की जननी होती हैं, वहाँ के लोग आजीवन समस्याओं से ही जूझते रहते हैं। इन बस्तियों की समस्याएँ निम्नलिखित हैं।
1. रोगों का प्रसार गन्दी बस्तियों में शुद्ध वायु एवं शुद्ध पेयजल न मिल पाने के कारण यहाँ रोगों का प्रसार रहता है। यहाँ के दूषित वातावरण के कारण मक्खी, मच्छर उत्पन्न होते हैं, जो भोजन को दूषित कर देते हैं। इस भोजन को ग्रहण करने वाला व्यक्ति हमेशा अस्वस्थ रहता है। हैजा, पेचिश, टी.बी. इत्यादि रोगों से पीड़ित यहाँ बहुत से लोग रहते हैं।

2. कुपोषण स्वच्छ व सन्तुलित आहार के अभाव में यहाँ कुपोषण के शिकार लोगों की संख्या भी अधिक होती है। जन्म से ही बच्चों को स्वच्छ वातावरण न मिलने से वह कुपोषित हो जाते हैं। पीलिया, घेघा पतलापन तथा पोलियो जैसी घातक | बीमारियों से ग्रसित होते हैं।

3. नैतिक आचरण का ह्रास बढ़ती बेरोजगारी एवं महँगाई के कारण इन बस्तियों के लोगों को भोजन नहीं मिल पाती। फलतः चोरी, डकैती, जेब काटना, गुण्डागर्दी इत्यादि अनैतिक आचरणों में वृद्धि होती है तथा नैतिक आचरण का पतन हो जाती है।

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (5 अंक, 100 शब्द)

प्रश्न 1.
गन्दी बस्तियों से क्या आशय है? इसकी उत्पत्ति के लिए कौन-कौन से कारक उत्तरदायी है?
अथवा
गन्दी बस्तियों के विस्तार के लिए कौन-कौन से कारण जिम्मेदार है? संक्षेप में लिखिए।
उत्तर:
गन्दी बस्तियों से आशय
गन्दी बस्तियों (स्लम) से आशय ऐसे लोगों के निवास स्थान से है जिनकी आर्थिक स्थिति दयनीय होती है। यहाँ गरीबी, भूखमारी तथा दरिद्रता का वास होता है, जो केवल यहाँ के रहने वाले लोगों के लिए ही नहीं वरन् सम्पूर्ण मानव जाति के स्वास्थ्य, सामाजिक एवं नैतिक विकास में अवरोध उत्पन्न करती हैं।

उत्पत्ति के कारण
गन्दी बस्तियों की उत्पत्ति के निम्नलिखित कारण है।
1. दरिद्रता/निर्धनता यह गन्दी बस्तियों की उत्पत्ति और विकास का सबसे महत्त्वपूर्ण कारण है। इन गन्दी बस्तियों में श्रमिक (मजदूर) और निम्न आय समूह वाले व्यक्ति रहते हैं। इनके पास भौतिक साधनों का सर्वथा अभाव होता है तथा इनके पास भरपेट भोजन का भी अभाव होता है।

2. मकानों का अभाव गन्दी बस्तियों में मकानों का सर्वथा अभाव होता है। यहाँ छोटी-छोटी कोठरियों या झुग्गियों में एक साथ कई-कई परिवार रहते हैं। इस तरह की बस्तियाँ नगरों के आस-पास अधिक पाई जाती है। नगरों में व्यवसाय एवं उद्योगों के कारण जनसंख्या का आकार बड़ा एवं भूमि छोटी हो जाती है। अत: यहाँ मकान बनाना आसान नहीं होता। मकान के अभाव में ही अधिकांश लोग विवश होकर गन्दे मकानों में रहने को मजबूर हो जाते हैं।

3. अज्ञानता गन्दी बस्तियों के उत्पन्न होने का एक प्रमुख कारण अज्ञानता भी है। यहाँ रहने वाले व्यक्तियों को स्वास्थ्य सुविधाओं, सफाई, बीमारियों और उनके विकास आदि के विषय में कोई ज्ञान ही नहीं होता।

4. औद्योगीकरण गन्दी बस्तियों की उत्पत्ति का एक प्रमुख कारण औद्योगीकरण एवं नगरीकरण भी है। शहरों में प्रायः बड़ी इमारतों के निर्माण होते हैं, जिसके कारण वहाँ काम करने वाले मजदूर इनके आस-पास ही झोपड़ियाँ बना लेते हैं। साथ-ही-साथ औद्योगिक कारखानों में काम करने वाले मजदूर भी इन कारखानों से सटे जगहों पर झोपड़ियाँ बनाते हैं। जहाँ किसी भी तरह की आवश्यक सुविधाएँ नहीं होतीं, केवल गन्दगी ही होती है। यहाँ पानी, बिजली, शुद्ध वायु आदि की कोई व्यवस्था नहीं होती।

5. जनसंख्या में वृद्धि जनसंख्या में होने वाले निरन्तर वृद्धि के कारण भी इन गन्दी बस्तियों का विकास होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती बेरोजगारी ने लोगों को शहरों की ओर पलायन करने को विवश कर दिया है जिसके कारण शहरी जनसंख्या में वृद्धि हुई। आर्थिक संसाधनों की कमी तथा रोजगार न होने की स्थिति में ज्यादातर लोगों को इन्हीं गन्दी बस्तियों में शरण लेनी पड़ती है। अतः शहरी जनसंख्या में वृद्धि हो रही है।
अन्य कारण उपरोक्त कारणों के अतिरिक्त कुछ ऐसे कारण भी हैं, जो इन बस्तियों की उत्पत्ति के लिए उत्तरदायी हैं; जैसे

  1. ग्रामीण रोजगार का अभाव
  2. गतिशीलता (देशान्तर गमन)
  3. प्राकृतिक आपदाएँ
  4. नगरों में सामाजिक सुरक्षा
  5. पारिवारिक कलह एवं सामाजिक बहिष्कार
  6. नगर नियोजन का आभाव

प्रश्न 2.
गन्दी बस्तियों से क्या हानियाँ हैं? इनके सुधार हेतु कौन-कौन से समाधान किए गए हैं? विस्तार से समझाइए।
अथवा
स्लम एरिया से कौन-कौन सी हानियाँ होती हैं? विस्तार से समझाइए।
उत्तर:
गन्दी बस्तियों में गन्दगी का ही साम्राज्य होता है, जिससे रोगों का विस्तार ही नहीं होता, बल्कि इससे समाज को हानि पहुँचती है; जैसे
1. व्यक्तिगत विघटन यह बस्तियाँ व्यक्तिगत जीवन को विघटित कर देती है, | क्योंकि यहाँ रहकर व्यक्ति सामान्य जीवनयापन नहीं कर सकता। मद्यपान, मादक द्रव्यों का सेवन, जुआ खेलना तथा आत्महत्या जैसी व्यक्तिगत विघटन की प्रमुख घटनाएँ यहाँ सर्वाधिक होती हैं।

2. पारिवारिक विघटन आवास की समस्या के कारण जो भी व्यक्ति (श्रमिक) इन गन्दी बस्तियों में रहता है, उसे अपने परिवार से दूर रहना पड़ता है, क्योंकि आर्थिक तंगी के कारण वह अपने परिवार को साथ नहीं रख सकता। अतः धीरे-धीरे वह अपने परिर से दूर हो जाता है।

3. सामाजिक विघटन गन्दी बस्तियों से व्यक्ति व परिवार ही नहीं, अपितु समाज की संरचना भी प्रभावित होती है तथा अनेक प्रकार की सामाजिक समस्याओं का जन्म होता है। व्यक्तिगत कार्यों की असफलता ही व्यक्ति के मस्तिष्क में निराशा उत्पन्न करती है। जहाँ वह स्वयं को उपेक्षित महसूस करता है और समाज की अपेक्षा स्वयं को अधिक महत्त्व प्रदान करता है। जब समाज में सामाजिक मूल्यों एवं मान्यताओं की उपेक्षा की जाती है तो परम्परागत समाज का ढाँचा भी असन्तुलित हो जाता है, जिससे सामाजिक विघटन को प्रोत्साहन मिलता है।

4. राष्ट्रीय विघटन जब समाज में शराब पीने वाले, जुआ खेलने वाले लोगों को तथा पारिवारिक विघटन को प्रोत्साहन मिलने लगता है, तब यही सामाजिक विघटन राष्ट्रीय विघटन को प्रोत्साहित करता है।

5. अज्ञानता को प्रोत्साहन अज्ञानता भी गन्दी बस्तियों का दुष्परिणाम है। यहाँ रहने वाले व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, जिससे उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती। यह बच्चे दिनभर बस्ती की गन्दी गलियों में घूमते रहते हैं, जिससे उनमें अज्ञानता का ही विकास होता है।

6. नैतिकता का ह्रास गन्दी बस्तियाँ नैतिकता को प्रभावित करती हैं। यहाँ रहने वाले व्यक्ति के समक्ष आर्थिक परेशानियाँ ही इतनी प्रबल होती हैं कि वे अन्य किसी बात पर नैतिक या अनैतिकता में भेद नहीं कर पाते। चोरी करनी, जुआ खेलना, शराब व सिगरेट पीना जैसी बुरी आदतें इनके लिए सामान्य बातें हैं। इन सबका परिणाम यह होता है कि व्यक्ति नैतिक पतन की ओर अग्रसर होता है।

7. स्वास्थ्य पर प्रभाव गन्दी बस्तियाँ लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव ही डालती हैं। यहाँ का वातावरण शुद्ध न होने के कारण अनेक प्रकार की भयंकर बीमारियाँ फैलती हैं, जो स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं।

गन्दी बस्तियों की समस्या के समाधान हेतु उपाय

गन्दी बस्तियों में व्याप्त समस्याओं के समाधान हेतु निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं।

1. जनसंख्या वृद्धि पर रोक इस समस्या के समाधान का सर्वप्रथम उपाय यह है कि बढ़ती हुई जनसंख्या पर रोक लगाई जाए। जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगा देने से ग्रामीण जनसंख्या में वृद्धि होगी। इससे गाँवों से नगरों की ओर भागने वाले व्यक्तियों की संख्या कम हो जाएगी।

2. रोजगार सुविधाओं में वृद्धि गन्दी बस्तियों की समस्या का एक समाधान यह भी है कि गाँवों में जहाँ कृषि के अतिरिक्त अन्य कोई रोजगार नहीं है, रोजगार के अवसरों में वृद्धि की जाए। जो रोजगार नगरों में स्थापित किए। जाते हैं, उन्हें गाँवों में स्थापित किया जाए। इससे ग्रामीण जनता को साधारण प्रयासों से ही रोजगार मिल जाएगा और वे रोजगार की तलाश में नगरों की ओर नहीं भागेंगे। इससे भी गन्दी बस्तियों की समस्या का समाधान करने में मदद मिल सकती है।

3. सामाजिक सुरक्षाओं का विस्तार ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक सुरक्षा और सुविधाओं की कमी है, इससे ग्रामीण व्यक्ति नगरों की ओर पलायन करते हैं, इसलिए ग्रामीण जीवन को नगरों में प्राप्त होने वाली सुविधाओं से युक्त किया जाए। इन सुविधाओं में आवागमन और संचार के साधन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएँ, सुरक्षा, मनोरंजन, पानी, प्रकाश आदि प्रमुख हैं। जब गाँव में ही व्यक्ति को उपयुक्त सारी सुविधाएँ प्राप्त होने लगेंगी तो वे नगरों की ओर आकर्षित नहीं होंगे और इस प्रकार गन्दी बस्तियों में रहने की समस्या का समाधान भी स्वतः हो जाएगा।

4. कृषि की उन्नति कृषि में पर्याप्त पैदावार न होने के कारण ग्रामीण जनसंख्या नगरों की ओर पलायन करती है, जिससे गन्दी बस्तियों का विकास होता है। अत: इस समस्या के समाधान के लिए आवश्यक है कि कृषि व्यवसाय की उन्नति की जाए। भारत में कृषि व्यवसाय की उन्नति के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं ।

  1. कृषि की नई और कुशल रीतियों को अपनाया जाए।
  2. कृषि की भूमि के विभाजन और अपखण्डन पर रोक लगाई जाए।
  3. कृषि शिक्षा का प्रसार किया जाए।
  4. सिंचाई सुविधाओं को विस्तार किया जाए।
  5. कृषि अनुसन्धान कार्यों को प्रोत्साहित किया जाए।

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UP Board Solutions for Class 12 Computer Chapter 11 ऐरेज

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject Computer
Chapter Chapter 11
Chapter Name ऐरेज
Number of Questions Solved 25
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 12 Computer Chapter 11 ऐरेज

बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1
किसी ऐरे के तत्त्व को किससे पहचाना जाता है? .
(a) सबस्क्रिप्ट से
(b) वैरिएबल के नाम से
(C) क्रम संख्या से
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(a) ऐरे में, ऐरे के नाम के बाद सबस्क्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 2
सबस्क्रिप्टेड वैरिएबल को क्या कहा जाता है?
(a) फंक्शन
(b) क्लास
(c) ऑब्जेक्ट
(d) ऐरे
उत्तर:
(d) ऐरे

प्रश्न 3
यदि = द्विविमीय ऐरे है, तो =[3] [4] सूचित करता है कि x में है। [2016]
(a) 3 कॉलम व 4 रो
(b) 4 कॉलम व 3 रो
(c) 34 एलीमेण्ट्स
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(b) 4 कॉलम व 3 रो

प्रश्न 4
int marks[3][2] क्या प्रदर्शित करता है?
(a) वैरिएल
(b) द्विविमीय ऐरे
(c) एकविमीय ऐरे
(d) फंक्शन।
उत्तर:
(b) द्विविमीय ऐरे में, ऐरे को घोषित करने का प्रारूप
data_type array_name[rows][columns];

प्रश्न 5
Arr[5][8], मैमोरी में कितने तत्त्वों के लिए स्थान सुरक्षित करेगा?
(a) 40
(b) 400
(c) 58
(d) 13
उत्तर:
(a) Arr[5][8] में, पंक्तियों (Rows) की संख्या 5 तथा स्तम्भों (Columns) की संख्या 8 है तथा यह कुल मिलाकर (5 x 8 =) 40 तत्वों के लिए स्थान सुरक्षित करेगा।

प्रश्न 6
स्ट्रिंग में प्रयुक्त चिह्न 10 क्या कहलाता है?
(a) नल कैरेक्टर
(b) स्पेशल कैरेक्टर
(c) गारबेज कैरेक्टर
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(a) नल कैरेक्टर

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1
ऐरे को परिभाषित कीजिए। [2013, 03]
अथवा
ऐरे को केवल एक वाक्य में व्यक्त कीजिए। [2018]
उत्तर:
एक प्रकार के डाटा के समूह को एक साथ प्रदर्शित करने के लिए जिस तकनीक का प्रयोग किया जाता है, उसे ऐरे कहते हैं।

प्रश्न 2
एकविमीय ऐरे को घोषित करने का प्रारूप लिखिए।
उत्तर:
Largest data_type array_name [size] ;

प्रश्न 3
ऐरे कितने प्रकार के होते हैं? [UP 2003]
उत्तर:
ऐरे दो प्रकार के होते हैं

  • एकविमीय ऐरे
  • द्विविमीय ऐरे

प्रश्न 4
एकविमीय ऐरे से डाटा कितने प्रकार से पढ़ सकते हैं?
उत्तर:
एकविमीय ऐरे से डाटा को दो प्रकार से पढ़ सकते हैं

  • लूप का प्रयोग करके
  • बिना लूप के।

प्रश्न 5
द्विविमीय ऐरे में प्रारम्भिक मान कैसे दे सकते हैं?
उत्तर:
द्विविमीय ऐरे में प्रारम्भिक मान देने का प्रारूप data_type array_name [rows] [columns]
= {value1, value2, …, valueN};

प्रश्न 6
स्ट्रिग को घोषित करने का प्रारूप क्या होता है?
उत्तर:
char string_name [size];

लघु उत्तरीय प्रश्न I (2 अंक)

प्रश्न 1
ऐरे की उदाहरण सहित संक्षिप्त व्याख्या कीजिए। [2018]
उत्तर:
एक प्रकार के डाटा के समूह को एक साथ प्रदर्शित करने के लिए जिस तकनीक या वैरिएबल का प्रयोग किया जाता है, उसे ऐरे (Array) या सबस्क्रिप्टेड वैरिएबल (Subscripted variable) कहते हैं। ऐसा ऐरे, जिसमें ऐरे एलीमेण्ट की संख्या को व्यक्त करने के लिए केवल एक ही सबस्क्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है, एकविमीय ऐरे कहलाता है।
एकविमीय ऐरे को घोषित करना
अन्य वैरिएबल की तरह, ऐरे को भी प्रोग्राम में प्रयोग करने से पहले घोषित करना होता है।

प्रारूप
data type array_name [size];
उदाहरण
int age [100];
float salary [15];

द्विविमीय ऐरे में, डाटा सारणी के रूप में संग्रहीत किया जाता है, जिसमें पंक्तियों (Rows) तथा स्तम्भों (Columns) का संयोजन (Combination) होता है। द्विविमीय ऐरे को मैट्रिक्स (Matrix) के नाम से भी जाना जाता है।

द्विविमीय ऐरे को घोषित करना
प्रारूप
data_type array_name [rows][columns);
उदाहरण
int x [3] [4];
float matrix [20] [25];
पहली स्टेटमेण्ट में से 3 व कॉलम 4 है, इसलिए ऐरे का साइज (3 x 4 =) 12 होगा।

प्रश्न 2
ऐरे को कैसे घोषित किया जाता है?
उत्तर:
ऐरे को घोषित करने के लिए सबसे पहले ऐरे का डाटा टाइप बताना होता है। कि वह int, chart, float आदि में से किस टाइप का है। फिर ऐरे का नाम और उसके साथ पैरेनथेसिस ([ ]) में ऐरे की संख्या लिखनी होती है। प्रारूप data_type array_name [size] ।

प्रश्न 3
एकविमीय ऐरे का प्रारम्भिक मान रखना आवश्यक क्यों होता है?
उत्तर:
ऐरे को घोषित करने के बाद उसका प्रारम्भिक मान रखना आवश्यक होता है अन्यथा उसमें निरर्थक मान (Garbage value) भर जाता है, इसलिए ऐरे को कम्पाइल करते समय ही उसका प्रारम्भिक मान दे सकते हैं, जिससे उसमें निरर्थक मान न आए। प्रारम्भिक मान देते समय, यदि सूची के मानों की संख्या ऐरे के साइज से कम है तो केवल उतने ही तत्त्वों (Elements) को प्रारम्भिक मान दिया जाएगा और शेष का मान शून्य रख दिया जाएगा।

प्रश्न 4
एकविमीय ऐरे में लूप की सहायता से डाटा इनपुट कीजिए।
उत्तर:
एकविमीय ऐरे में लूप की सहायता से डाटा इनपुट निम्न उदाहरण द्वारा समझा जा सकता है।
void main( )
{
int rollno [5];
for (int i = 0; 1 < 5; i++)
{
cout<<“Enter the Roll No.” <<end1; cin>>rollno[i];
}
}

प्रश्न 5
स्ट्रिग से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
चिह्न (” “) (Quotation marks) के अन्तर्गत लिखा गया कोई भी संख्यात्मक, शाब्दिक तथा विशेष चिह्न स्ट्रिग कहलाता है। C++ में, वर्गों की संख्या या स्ट्रिग को वर्गों का ऐरे माना जाता है, जिसे एक अलग डाटा टाइप का नाम न देकर char ऐरे ही कहा जाता है। स्ट्रिग के अन्त में नल कैरेक्टर (NO) लगा होता है, जो स्ट्रिग की समाप्ति को प्रदर्शित करता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न II (3 अंक)

प्रश्न 1
द्विविमीय ऐरे से डाटा को कैसे पढ़ा जाता है?
उत्तर:
द्विविमीय ऐरे से डाटा को पढ़ने के लिए दो लूपों की आवश्यकता होती है।
उदाहरण:
void main( )
int arr [2] [3] , r, c;
for(r = 0; r < 2; r++)
{
for(c = 0; c < 3; c++)
{
cout<<“Enter the value”<<end1; cin>>arr[r][c];
}
}
for(r = 0; r < 2; r++)
{
for(c = 0; c < 3; c++)
{
cout<<“Array”<<endl<<arr[r] [c];
}
}
}

प्रश्न 2
एक C++ का प्रोग्राम लिखिए, जिसमें 5 परीक्षार्थियों की उम्र और ग्रेड इनपुट किए जाते हैं। यदि छात्रों की उम्र 20 वर्ष से अधिक हो और ग्रेड ‘B’ हो, उनकी उम्र व ग्रेड प्रिण्ट करें।
उत्तर:
#include
void main( )
{
int age [5], i;
char grade [6];
for (i=0; i<5; i++)
cout<<“Enter age and grade of student”<<i+1<<“:”; cin>>age[i]>>grade [i];
}
for (i=0; i<5; i++) { if ( (age [1]>=20) && (grade[i]==’B’))
{
cout<<“\n age=”< }
}
}

आउटपुट
Enter age and grade of student 1: 25 A
Enter age and grade of student 2:25 B
Enter age and grade of student 3:33 A
Enter age and grade of student 4:24 A
Enter age and grade of student 5:12 A
age = 25 grade = B

प्रश्न 3
इनपुट स्ट्रिग में उपस्थित अक्षरों की संख्या बताने हेतु C++ में एक प्रोग्राम लिखिए। [2010]
उत्तर:
#include
#include
#include
void main( )
{
clrscr( );
int charcnt=0, i;
char ch, str[125];
cout<<“Enter a string:”;
gets (str);
for (i=0; str [i] != “\0′;i++)
charcnt=i;
cout<<“\nTotal Characters:”
<<charcnt+1;
getch( );
}

आउटपुट
Enter a string : Arihant
Total Characters : 7

प्रश्न 4
स्ट्रिग को प्रारम्भिक मान देने की प्रक्रिया लिखिए।
उत्तर:
स्ट्रिग को प्रारम्भिक मान देना आवश्यक होता है। C++ में, स्टिगों को दो विधियों द्वारा प्रारम्भिक मान दिया जा सकता है।
उदाहरण
char name [30]= “RAHUL SHARMA”;
अथवा
char name [30] = { ‘R’, ‘A’, ‘H’, ‘U’, ‘L’,’ ‘, ‘s’, ‘H’, ‘A’, ‘R’, ‘M’, ‘A’, ‘\0’ };
दूसरे उदाहरण में ‘\0′ (Null character) का प्रयोग किया गया है जो स्ट्रिग के अन्त को दर्शाता है, परन्तु पहले उदाहरण में ‘\0’ प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि स्ट्रिग का मान कोटेशन चिह्नों ( ” “) में दिया है, जिसे कम्पाइलर स्वत: ही स्ट्रिंग मान लेगा।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 अंक)

प्रश्न 1
एकविमीय ऐरे को उदाहरण सहित विस्तार से समझाइए।
उत्तर:
ऐसा ऐरे, जिसमें ऐरे एलीमेण्ट की संख्या को व्यक्त करने के लिए केवल एक ही सबस्क्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है, एकविमीय ऐरे कहलाता है।

एकविमीय ऐरे को घोषित करना
अन्य वैरिएबल की तरह, ऐरे को भी प्रोग्राम में प्रयोग करने से पहले घोषित करना होता है।

प्रारूप
data type array_name [size]
उदाहरण
int age [100];
float salary[15];

एकविमीय ऐरे का प्रारम्भिक मान रखना
ऐरे को घोषित करने के बाद उसका प्रारम्भिक मान रखना आवश्यक होता है। अन्यथा उसमें निरर्थक मान (Garbage value) भर जाता है, इसलिए ऐरे को कम्पाइल करते समय ही उसका प्रारम्भिक मान दे सकते हैं।
प्रारूप
data_type array_name [size] = {valuel, value2, …, valueN);
उदाहरण
int marks [5]={50,70, 89,90,75};

उदाहरण
एकविमीय ऐरे की सहायता से डाटा इनपुट करना व उसका रिवर्स ऑर्डर (Order) प्रिण्ट कराना।
#include<iostream.h>
#include<conio.h>
void main( )
{
clrscr( );
int A[5], i, n=5;j = n-1, temp;
cout<<“Enter the array element”<<end1;
for (i=0;i<n; i++) { cin>>A[i];
}
for(i=0, j = n-1;i<n/2;i++,j–)
{
temp=A[i];
A[i]=A[j];
A[j] =temp;
}
cout<<“Reverse array”<<end1;
for (i=0;i<n;i++)
{
cout<<A[i]<<” “;
}
getch( );
}

आउटपुट
Enter the array element
4
5
6
2
6
Reverse array
6  2  6  5  4

प्रश्न 2
द्विविमीय ऐरे को उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
द्विविमीय ऐरे में, डाटा सारणी के रूप में संग्रहीत किया जाता है, जिसमें पंक्तियों (RowB) तथा स्तम्भों (Columns) का संयोजन (Combination) होता है। द्विविमीय ऐरे को मैट्रिक्स (Matrix) के नाम से भी जाना जाता है।

द्विविमीय ऐरे को घोषित करना
प्रारूप: data_type array_name [rows] {columns ] ;
उदाहरण int x [3] [4] ;
float matrix [20] [25];

पहली स्टेटमेण्ट में से 3 व कॉलम 4 है, इसलिए ऐरे का साइज (3 x 4 =) 12 होगा।
द्विविमीय ऐरे को प्रारम्भिक मान देना
एकविमीय ऐरे की तरह द्विविमीय ऐरे में भी उसका प्रारम्भिक मान रखना आवश्यक होता है, इसलिए ऐरे को कम्पाइल करते समय ही उसका प्रारम्भिक मान दे सकते हैं।

प्रारूप data_type array_name (rows] [columns] ={value1, value2, …, valueN);
अथवा
data_type array_name[rows] [columns] ={{value of 1st row}, {value of 2nd row},….};

उदाहरण

int x [3] [4] = (1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9,10, 11, 12}},
अथवा
int x [3][4] = ( 1, 2, 3, 4), (5, 6, 7, 8}, (9, 10, 11, 12} };

उदाहरण
मैट्रिक्स को प्रिण्ट करना
#include<iostream.h>
void main ( )
{
int m, n, A[10] [10],i,j;
cout<<“Enter the number of rows: “; cin>>m;
cout<<“Enter the number of columns : “; cin>>n;
cout<<“Enter the elements of the matrix” <<end1;
for(i=0;i<m; i++)
{
for(j=0; j<n; j++) { cin>>A[i][j];
}
}
cout<<“Matrix”<<end1;
for (i=0; i<m;i++)
{
for(j=0; j<n; j++)
{
cout<<A[i][j]<<” “;
}
cout<<end1;
}
}

आउटपुट
Enter the number of rows : 3
Enter the number of columns :3
Enter the elements of the matrix
5
6
7
8
9
5
6
4
3
Matrix
5 6 7
8 9 5
6 4 3

प्रश्न 3
ऐरे से आप क्या समझते हैं? एकविमीय तथा द्विविमीय ऐरे में अन्तर उदाहरण सहित समझाइए। [2007]
अथवा
एकविमीय ऐरे तथा द्विविमीय ऐरे में अन्तर उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए। [2010]
उत्तर:
एक प्रकार के डाटा के समूह को एक साथ प्रदर्शित करने के लिए जिस तकनीक का प्रयोग किया जाता है, उसे ऐरे कहते हैं।
एकविमीय ऐरे तथा द्विविमीय ऐरे में अन्तर

एकविमीय ऐरे द्विविमीय ऐरे
इस ऐरे में, एलीमेण्ट की संख्या व्यक्त करने के लिए केवल एक ही सबस्क्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है। इस ऐरे में, एलीमेण्ट की संख्या व्यक्त करने के लिए दो सबस्क्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है।
प्रारूप
data_type array_name[size];
प्रारूप
data_type array_name[rows] [columns];
उदाहरण int age [50]; उदाहरण int a [3] [4];

उदाहरण
एकविमीय ऐरे की सहायता से डाटा इनपुट करना व उसका रिवर्स ऑर्डर (Order) प्रिण्ट कराना।
#include<iostream.h>
#include<conio.h>
void main( )
{
clrscr( );
int A[5], i, n=5;j = n-1, temp;
cout<<“Enter the array element”<<end1;
for (i=0;i<n; i++) { cin>>A[i];
}
for(i=0, j = n-1;i<n/2;i++,j–)
{
temp=A[i];
A[i]=A[j];
A[j] =temp;
}
cout<<“Reverse array”<<end1;
for (i=0;i<n;i++)
{
cout<<A[i]<<” “;
}
getch( );
}

आउटपुट
Enter the array element
4
5
6
2
6
Reverse array
6 2 6 5 4

प्रश्न 4
C++ में, दस संख्याओं की ऐरे में सबसे छोटी तथा सबसे बड़ी संख्या छापने हेतु प्रोग्राम लिखिए। [2009]
उत्तर:
#include<iostream.h>
void main( )
{
int Arr[100], n, i, small, large;
cout<<“Enter number of elements that you want to insert:”; cin>>n;
for (i=0; i<n; i++)
{
cout<<“Enter element “<<i+1<<“:”; cin>>Art [i];
}
small = Arr[0];
large = Arr [0];
for (1=0; i<n; i++)
{
if (Arr[i]<small) small=Arr[i]; if (Arr[i]>large)
large=Arr[i];
}
cout<<“\nLargest element is:” <<large;
cout<<“\n Smallest element is:” <<small;
getch( );
}

आउटपुट
Enter number 1elements that you want to insert: 10
Enter element 1: 23
Enter element 2: 65
Enter element 3: 34
Enter element 4: 89
Enter element 5: 76
Enter element 6: 45
Enter element 7: 44
Enter element 8: 65
Enter element 9: 23
Enter element 10:12
Largest element is : 89
Smallest element is: 12

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UP Board Solutions for Class 12 Computer Chapter 15 कन्स्ट्रक्टर्स एण्ड डिस्ट्रक्टर्स

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 12
Subject Computer
Chapter Chapter 15
Chapter Name कन्स्ट्रक्टर्स एण्ड डिस्ट्रक्टर्स
Number of Questions 18
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 12 Computer Chapter 15 कन्स्ट्रक्टर्स एण्ड डिस्ट्रक्टर्स

बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
प्रोग्राम में क्या, ऑब्जेक्ट के निर्माण के समय स्वतः ही क्रियान्वित हो जाता है?
(a) कन्स्ट्रक्टर
(b) डिस्ट्रक्टर
(c) क्लास
(d) फंक्शन
उत्तर
(a) कन्स्ट्रक्टर

प्रश्न 2.
C++ में, कन्स्ट्रक्टर्स कितने प्रकार के होते हैं?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
उत्तर
(b) C++ में तीन प्रकार के कन्स्ट्रक्टर्स-डिफॉल्ट, पैरामीटराइज्ड तथा कॉपी होते हैं।

प्रश्न 3.
कॉपी कन्स्ट्रक्टर का प्रारूप क्या है?
(a) class_name object 2 = object 1;
(b) class_name object 1 = object 2;
(c) class_name object 2:
(d) class_name object 2();
उत्तर
(a) class_name object 2 = object 1;

प्रश्न 4.

class_name ()
{
constructor_definition;
};

उपरोक्त प्रारूप है
(a) कॉपी कन्स्ट्रक्टर का
(b) पैरामीटराइज्ड कन्स्ट्रक्टर को
(c) डिफॉल्ट कन्स्ट्रक्टर का
(d) डिस्ट्रक्टर का
उत्तर
(c) डिफॉल्ट कन्स्ट्रक्टर का

प्रश्न 5.
आरग्यूमेण्ट वाले कन्स्ट्रक्टर को क्या कहा जाता है?
(a) कॉपी कन्स्ट्रक्टर
(b) डिफॉल्ट कन्स्ट्रक्टर
(c) फंक्शन कन्स्ट्रक्टर
(d) पैरामीटराइज्ड कन्स्ट्रक्टर
उत्तर
(d) पैरामीटराइज्ड कन्स्ट्रक्टर

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
डिफॉल्ट कन्स्ट्रक्टर किसे कहते हैं?
उत्तर
जिस कन्स्ट्रक्टर फंक्शन में कोई आरग्यूमेण्ट नहीं होता, उसे डिफॉल्ट कन्स्ट्रक्टर कहा जाता है।

प्रश्न 2.
पैरामीटराइज्ड कन्स्ट्रक्टर को घोषित करने का प्रारूप लिखिए।
उत्तर
class_name object_name = constructor, name (arguments);

प्रश्न 3.
कॉपी कन्स्ट्रक्टर को समझाइए।
उत्तर
कॉपी कन्स्ट्रक्टर एक ऐसा कन्स्ट्रक्टर है, जिसके द्वारा किसी ऑब्जेक्ट के प्रारम्भिक मान रखने में उसी क्लास के किसी अन्य ऑब्जेक्ट के मानों का प्रयोग किया जाता है।

लघु-उत्तरीय प्रश्न। (2 अंक)

प्रश्न 1.
कन्स्ट्रक्टर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2010, 08)
अथवा
कन्स्ट्रक्टर शब्द का अर्थ समझाइए। (2014)
उत्तर
प्रोग्राम में किसी क्लास टाइप को कोई ऑब्जेक्ट बनाने के लिए कम्पाइलर उसके लिए स्थान सुरक्षित करने के लिए एक फंक्शन को कम्पाइल करता है, जिसे कन्स्ट्रक्टर कहा जाता है। कन्स्ट्रक्टर किसी भी प्रकार की कोई वैल्यू रिटर्न नहीं करता। यह स्वतः ही कॉल होता है जब क्लास का ऑब्जेक्ट बनता है। इसका नाम क्लास के नाम के समान ही होता है।

प्रश्न 2.
डिस्ट्रक्टर का अर्थ समझाइए। (2013, 08)
अथवा
डिस्ट्रक्टर की व्याख्या संक्षेप में कीजिए। (2018) उत्तर डिस्ट्रक्टर किसी क्लास का एक विशेष सदस्य फंक्शन होता है, जो तब क्रियान्वित होता है जब उस क्लास का ऑब्जेक्ट सीमा (Scope) से बाहर जाता है। डिस्ट्रक्टर का नाम भी क्लास के नाम के समान ही होता है, परन्तु इसमें पहले टाइल्ड (~) प्रीफिक्स का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 3.
कन्स्ट्रक्टर तथा डिस्ट्रक्टर में अन्तर बताइए। (2012, 06)
उत्तर
कन्स्ट्रक्टर तथा डिस्ट्रक्टर में निम्न अन्तर है

कन्स्ट्र क्टर डिस्ट्रक्टर
ये स्वतः ही कॉल होते हैं, जब ऑब्जेक्ट बनता है। ये स्वतः ही कॉल होते हैं, जब ऑब्जेक्ट सीमा (Scope) से बाहर जाता है।
कन्स्ट्रक्टर का नाम क्लास के नाम के समान होता हैं। हिस्ट्रक्टर का नाम क्लास के नाम के समान होता है, परन्तु उसमें पहले टाइल्या (~) प्रीफिक्स का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 4.
डिस्ट्रक्टर की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर
डिस्ट्रक्टर की विशेषताएँ निम्न हैं –

  1. एक डिस्ट्रक्टर के पास डिफॉल्ट आरग्यूमेण्ट हो सकते हैं।
  2. डिस्ट्रक्टर अपनी क्लास के सदस्य फंक्शन को कॉल कर सकता है।
  3. ये स्टैटिक नहीं हो सकते।
  4. ये स्वतः कॉल होते हैं, जब ऑब्जेक्ट्स सीमा (Scope) से बाहर जाते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न।। (3 अंक)

प्रश्न 1.
कन्स्ट्रक्टर फंक्शन को कैसे इनव्रोक किया जाता है? कन्स्ट्रक्टर | फवशन की चार विशेषताओं को सूचीबद्ध करें। (2006)
उत्तर
कन्स्ट्रक्टर फंक्शन को इनवोक करना

#include
class Student
{
public:
Student ()
{
cout<<end1<<"Constructor Function";
}
};
void main ()
{
Student stu;
}

कन्स्ट्रक्टर फंक्शन Student () ऑब्जेक्ट stu के बनते ही स्वत: कॉल हो जाएगा, जो निम्न आउटपुट प्रिण्ट करेगा
Constructor Function
कन्स्ट्रक्टर फंक्शन की विशेषताएँ निम्न हैं –

  1. कन्स्ट्रक्टर्स स्वतः ही कॉल होते हैं, जब ऑब्जेक्ट बनता है।
  2. कन्स्ट्रक्टर्स स्टैटिक नहीं हो सकते।
  3. कन्स्ट्रक्टर्स के पास डिफॉल्ट आरग्यूमेण्ट होते हैं।
  4. कन्स्ट्रक्टर अपनी क्लास के सदस्य फंक्शन को कॉल कर सकता है।

प्रश्न 2.
कन्स्ट्रक्टर को डिक्लेयर करने के नियम बताइए।
उत्तर
कन्स्ट्रक्टर को डिक्लेयर करते समय निम्नलिखित नियमों पर ध्यान देना चाहिए –

  1. कन्स्ट्रक्टर का नाम वही होना चाहिए जो क्लास का नाम है।
  2. कन्स्ट्रक्टर्स में पैरामीटर हो सकते हैं।
  3. कन्स्ट्रक्टर, फंक्शन को ओवरलोड कर सकता है।
  4. जिस कन्स्ट्रक्टर में कोई आरग्यूमेण्ट नहीं होता, वह डिफॉल्ट कन्स्ट्रक्टर होता हैं।
  5. कन्स्ट्रक्टर का एक्जीक्यूशन स्वयं होता हैं।
  6. कन्स्ट्रक्टर को public सेक्शन में डिक्लेयर किया जाता है।
  7. कन्स्ट्रक्टर का एड्रेस किसी को रेफर नहीं किया जा सकता।
  8. कन्स्ट्रक्टर स्वतः ही डिफॉल्ट तथा कॉपी कन्स्ट्रक्टर उत्पन्न कर सकता है।

प्रश्न 3.
डिस्ट्रक्टर को कैसे घोषित किया जाता है? समझाइए।
उत्तर
डिस्ट्रक्टर को दो प्रकार से घोषित किया जा सकता है, जो निम्न प्रकार हैं।
(i) क्लास के अन्दर डिस्ट्रक्टर

class Teacher
{
public:
Teacher ()
{
cout<<"Teacher is Present";
}
~Teacher ()
{
cout<<"Teacher is Absent";
}
};

(ii) क्लास के बाहर डिस्ट्रक्टर

class Teacher
{
public:
Teacher ()
{
cout<<"Teacher is Present";
}
~Teacher ();
};
Teacher :: ~ Teacher ()
{
cout<<"Teacher is Absent";
}

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 अंक)

प्रश्न 1.
कन्स्ट्रक्टर क्या है? इसे कैसे डिक्लेयर करते हैं? इसकी विशेषताएँ बताइट। (2008)
उत्तर
प्रोग्राम में किसी क्लास टाइप का कोई ऑब्जेक्ट बनाने के लिए कम्पाइलर उसके लिए स्थान सुरक्षित करने के लिए एक फंक्शन को कम्पाइल करता है, जिसे कन्स्ट्रक्टर कहा जाता है। कन्स्ट्रक्टर किसी भी प्रकार की कोई वैल्यू रिटर्न नहीं करता। यह स्वतः ही कॉल होता है जब क्लास का ऑब्जेक्ट बनता है। इसका नाम क्लास के नाम के समान ही होता है। कन्स्ट्रक्टर की विशेषताएँ निम्न हैं –

  1. कन्स्ट्रक्टर्स स्वतः ही कॉल होते हैं, जब ऑब्जेक्ट बनता है।
  2. कन्स्ट्रक्टर्स स्टैटिक नहीं हो सकते।
  3. कन्स्ट्रक्टर्स के पास डिफॉल्ट आरग्यूमेण्ट होते हैं।
  4. कन्स्ट्रक्टर अपनी क्लास के सदस्य फंक्शन को कॉल कर सकता है।

कन्स्ट्रक्टर को घोषित करना
जब कन्स्ट्रक्टर क्रियान्वित होता है तो यह वैल्यू रिटर्न नहीं करता। कन्स्ट्रक्टर को घोषित करने का प्रारूप,
class_name (argument_list);
(i) क्लास के अन्दर कन्स्ट्रक्टर

class Emp
{
public:
int sal;
Emp ()
{
cout<<"Employee Salary"
}
};

(ii) क्लास के बाहर कन्स्ट्रक्टर

class Emp
{
public:
int sal;
Emp ();
};
Emp :: Emp()
cout<<"Employee Salary";
}

प्रश्न 2.
कन्स्ट्रक्टर के प्रकार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2012)
उत्तर
कन्स्ट्रक्टर के प्रकार इसके लिए फास्ट ट्रैक रिविजन में पृष्ठ संख्या 70-71 का अध्ययन करें।

प्रश्न 3.
डिस्ट्रक्टर का अर्थ समझाइए। (2013, 08)
अथवा
डिस्ट्रक्टर को उदाहरण सहित समझाइए। (2011)
उत्तर
यह किसी क्लास का एक विशेष सदस्य फंक्शन होता है, जो तब क्रियान्वित होता है जब उस क्लास का ऑब्जेक्ट सीमा (Scope) से बाहर जाता है।
इसका नाम भी वही होता है, जो क्लास का नाम होता है, परन्तु उसमें पहले टाइल्ड (~) प्रीफिक्स का उपयोग किया जाता है।
उदाह्रण डिस्ट्रक्टर की क्रियाविधि

#include<iostream.h>
#include<conio.h>
class Line
{
private:
double length;
public:
void set Length (double len);
double getLength ();
Line (); //This is the constructor
//declaration
~Line(); //This is the destructor
//declaration
};
Line :: Line () //Constructor definition
{
cout<<"Object is being created"<<end1;
}
Line : : ~Line() //Destructor definition
{
cout<<"Object is being deleted"<<end1;
}
void Line :: set Length (double len)
{
length = len;
}
double Line :: getLength()
{
return length;
}
void main()
{
Line line; line.setLength(6.0); //set line length
cout<<"Length of line";
cout<<line.getLength() <<end1;
getch();
}

आउटपुट
0bject is being created
Length of line 6
Object is being deleted

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UP Board Class 8 Geography Model Paper भूगोल : पृथ्वी और हमारा जीवन

UP Board Class 8 Geography Model Paper are part of UP Board Class 8 Model Papers. Here we have given UP Board Class 8 Geography Model Paper.

Board UP Board
Class Class 8
Subject Geography
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 8 Geography Model Paper भूगोल : पृथ्वी और हमारा जीवन

सत्र-परीक्षा प्रश्न-पत्र
कक्षा-8
विषय-सामाजिक अध्ययन
पृथ्वी और हमारा जीवन

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
लोहा कितने प्रकार का होता है?
उत्तर:
लोहा चार प्रकार का होता है-

  1. मैग्नेटाइट
  2. हेमाटाइट
  3. लिमोनाइट
  4. लेटराइट

प्रश्न 2.
सूर्य का प्रकाश किस प्रकार का संसाधन है?
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधन

प्रश्न 3.
भारत में मैंगनीज का सबसे बड़ा भण्डार किस राज्य में है?
उत्तर:
भारत में मध्यप्रदेश तथा महाराष्ट्र में मैंगनीज के सबसे बड़े भण्डार हैं।

प्रश्न 4.
कुछ प्रमुख खाद्यान्न फसलों के नाम बताइए।
उत्तर:
प्रमुख खाद्यान्न फसलें- गेहूं, चावल, जौ, चना, मटर आदि।

प्रश्न 5.
खनिज पदार्थ किसे कहते हैं?
उत्तर:
वे पदार्थ जो खोदकर धरती से निकाले जाते हैं, खनिज कहलाते हैं।

प्रश्न 6.
भारत में मुख्य कपास उत्पादक राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
भारत में कपास महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, पंजाब आदि राज्यों में होता है।

प्रश्न 7.
गेहूं की पैदावार के लिए कैसी जलवायु की आवश्यकता होती है?
उत्तर:
गेहूं की पैदावार के लिए दोमट मिट्टी और सामान्य वर्षा की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 8.
फसलें कितने प्रकार की होती हैं? नाम सहित लिखिए।
उत्तर:
फसलें मुख्यतः तीन प्रकार की होती हैं- रबी की फसलें, खरीफ की फसलें तथा जायद की फसलें

प्रश्न 9.
नियहि कृषि किसे कहा जाता है?
उत्तर:
जो कृषि केवल स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए की जाती है, उसे निर्वाह कृषि कहते हैं।

प्रश्न 10.
ग्वी की फसलों के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
रबी की फसले- गेहूं, चना।

प्रश्न 11.
नकदी फसलों के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
नकदी फसले- गन्ना, कपास।

प्रश्न 12.
टपक पद्धति सिंचाई किस प्रकार की फसलों के लिए की जाती है?
उत्तर:
टपक पद्धति सिंचाई वागानी फसलों के लिए की जाती है।

प्रश्न 13.
खेती के लिए कौन-सी खाद सर्वोत्तम है?
उत्तर:
खेती के ,लिए कि खाद सोतन है।

प्रश्न 14.
खान किसे कहते हैं?
उत्तर:
अटी ::रात से निज खोदकर निकाला जाता है, उसे खान कहते हैं।

प्रश्न 15.
बॉक्साइट को गलाकर कौन-सा धातु निकाला जाता है?
उत्तर:
बॉक्साइट को गलाकर एल्युमीनियम निकाला जाता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 16.
लौह-अयस्क किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब लौह धातु को अन्य पदार्थों में मिलाया जाता है तब इसे लौह-अयस्क कहते हैं।

प्रश्न 17.
गेहूँ, मटर इत्यादि की सिंचाई किस पद्धति से की जाती है?
उत्तर:
गेहूँ, मटर इत्यादि की सिंचाई स्प्रिंकलर पद्धति द्वारा की जाती है।

प्रश्न 18.
सिंचाई के प्राचीन साधन क्या हैं?
उत्तर:
कुएँ और तालाब सिंचाई के प्राचीन साधन हैं।

प्रश्न 19.
जूट से क्या-क्या बनाया जाता है?
उत्तर:
जूट से थैले, दरियाँ, रस्सी तथा बोरी बनाई जाती है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 20.
हरित क्रान्ति का क्या अर्थ है? इसका क्या उद्देश्य था?

प्रश्न 21.
नवीकरणीय और अनवीकरणीय संसाधन में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
ऐसे संसाधन जो प्रकृति में असममि मात्रा में उपलब्ध हैं। जिनको प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा या मानव द्वारा नवीकृत अथवा पुन:पूरित किया जा सकता है, नवीकरणीय संसाधन कहलाते हैं। सूर्य प्रकाश, पवन, वायु आदि कभी न समाप्त होने वाले नवीकरणीय संसाधन के उदाहरण हैं। ये पृथ्वी पर असीमित मात्रा में उपलब्ध हैं और मनुष्य जितना चाहे इसका उपयोग करे इसकी मात्रा में फर्क नहीं पड़ता। ऐसे प्राकृतिक संसाधन जो भूतकाल में निर्मित हुए हैं तथा जिनका भंडार सीमित मात्रा में है, अनवीकरणीय संसाधन कहलाते हैं। इन संसाधनों का एक बार उपयोग कर लेने के बाद इन्हें पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता। प्रकृति में उपब्ध धातुएँ और जीवाशी ईधन (कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस) अनरणीय संसाधन हैं क्योंकि ऐसे संसाधनों के पुनः निर्मित होने में हजारों वर्ष लग जाते हैं।

प्रश्न 22.
भारी एवं लघु उद्योग में क्या अन्तर है?

अर्द्धवार्षिक-परीक्षा प्रश्न-पत्र
कक्षा-8
विषय-सामाजिक अध्ययन
पृथ्वी और हमारा जीवन

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
यातायात के साधन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिन साधनों द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक व्यक्ति व वस्तुओं का आवागमन होता है, उन्हें यातायात के साधन कहते हैं।

प्रश्न 2.
स्थल मार्ग के साधन क्या है?
उत्तर:
जो साधन जमीन पर चलते हैं, उन्हें स्थलमार्ग के साधन कहते हैं, जैसे- बस, रेल, ताँगा आदि।

प्रश्न 3.
जल मार्ग के साधन क्या हैं?
उत्तर:
जो साधन पानी पर चलते हैं, उन्हें जलमार्ग के साधन कहते हैं, जैसे- पानी के जहाज, नाव आदि।

प्रश्न 4.
वायु मार्ग के साधन क्या हैं?
उत्तर:
जो साधन हवा में चलते हैं, उन्हें वायु मार्ग के साधन कहते हैं, जैसे- हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर आदि।

प्रश्न 5.
जलमार्ग को कितने भागों में बाँटा जाता है?
उत्तर:

  1. आन्तरिक जलमार्ग
  2. समुद्री जलमार्ग।

प्रश्न 6.
व्यापार से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
वस्तुओं के खरीदने व बेचने की प्रक्रिया को व्यापार कहते हैं।

प्रश्न 7.
मुम्बई पत्तन में सबसे अधिक निर्यात क्यों होता है?
उत्तर:
चूंकि मुम्बई भारत की औद्योगिक राजधानी है, इसलिए यहाँ से सबसे अधिक निर्यात होता है।

प्रश्न 8.
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार क्या हैं?
उत्तर:
दो देशों के बीच व्यापार अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है।

प्रश्न 9.
निर्यात किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब हमारा देश आवश्यकता से अधिक पैदा हुई या बनी हुई वस्तु को दूसरे देश को बेचता है, तो उसे निर्यात (Export) कहते हैं।

प्रश्न 10.
मेट्रो रेल मार्ग किसे कहते हैं?
उत्तर:
कोलकाता, दिल्ली आदि महानगरों में यातायात की सुविधा के लिए जमीन के अन्दर रेलमार्ग बनाए गए हैं। इसे मेट्रो रेल मार्ग कहा जाता है।

प्रश्न 11.
भारत का सबसे मुख्य सड़क मार्ग कौन-सा है?
उत्तर:
भारत का सबसे मुख्य सड़क मार्ग कोलकाता से दिल्ली होता हुआ अमृतसर (पंजाब) में पाकिस्तान देश की सीमा तक जाने वाला ‘ग्राण्ड ट्रंक रोड’ (जी० टी० रोड) है।

प्रश्न 12.
अनुकूलतम जनसंख्या किसे कहते हैं?
उत्तर:
अनुकूलतम जनसंख्या, जनसंख्या की वह स्थिति है जो देश में उपलब्ध भूमि, सुविधाओं एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों पर दवाब न डालती हो।

प्रश्न 13.
वायु परिवहन की उपयोगिता लिखिए।
उत्तर:
वायु परिवहन यातायात की सबसे तेजगति का साधन है। इसके द्वारा व्यक्ति देश व विदेश में बहुत कम समय में पहुँच जाता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 14.
देश की प्रगति के लिए आयात-निर्यात दोनों आवश्यक हैं, क्यों?
उत्तर:
किसी देश की प्रगति के लिए आयात-निर्यात अत्यन्त आवश्यक हैं क्योंकि एक देश में सभीप्रकार की वस्तुएँ आवश्यकता के अनुरूप नहीं मिल सकती हैं। इस कारण अपनी आवश्यकता के अनुसार सभी देशों को आयात-निर्यात करना पड़ता है।

प्रश्न 15.
औद्योगीकरण के दो परिणाम लिखिए।
उत्तर:
औद्योगीकरण के दो परिणाम

  1. औद्योगीकरण की वृद्धि के कारण तीव्र जनसंख्या वृद्धि हो रही हैं।
  2. इसके कारण नगरों की ओर ग्रामीण जनसंख्या का स्थानान्तरण हो रहा है।

प्रश्न 16.
किन-किन देशों की जनसंख्या उत्तर प्रदेश से अधिक है?
उत्तर:
‘ सम्पूर्ण विश्व में केवल 4 देश ही ऐसे हैं, जिनकी जनसंख्या उत्तर प्रदेश से अधिक है। ये देश चीन, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका एवं इण्डोनेशिया हैं।

प्रश्न 17.
भारत के तीन सीमेण्ट उत्पादक राज्यों के नाम लिखिए?
उत्तर:
उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, राजस्थान सीमेन्ट उत्पादक प्रदेश हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 18.
यातायात साधनों की उपयोगिता लिखिए।

प्रश्न 19.
जनसंख्या के वितरण में अन्तर क्यों पाया जाता हैं?

प्रश्न 20.
संचार के विभिन्न साधनों की उपयोगिता लिखिए।

वार्षिक-परीक्षा प्रश्न-प्रत्र
कक्षा-8
विषय-सामाजिक अध्ययन
पृथ्वी और हमारा जीवन

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मानव संसाधन के कौन-से मुख्य घटक हैं?
उत्तर:
मानव संसाधन के मुख्य घटक आयु, लिंग, साक्षरता, जीवन स्तर इत्यादि हैं।

प्रश्न 2.
मानव के विकास के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण घटक क्या है?
उत्तर:
मानव के विकास के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण घटक शिक्षा है।

प्रश्न 3.
जन्मदर किसे कहते हैं?
उत्तर:
प्रति एक हजार की जनसंख्या पर जन्मे जीवित बच्चों की संख्या को जन्मदर कहते हैं।

प्रश्न 4.
मृत्युदर किसे कहते हैं?
उत्तर:
प्रति एक हजार की जनसंख्या पर मरने वालों की संख्या को मृत्युदर कहते हैं।

प्रश्न 5.
टैगा प्रदेश के कुछ जीव-जन्तु शीत ऋतु में भूमि के नीचे क्यों चले जाते हैं?
उत्तर:
शीतऋतु में अधिक बर्फ होने के कारण टैगा प्रदेश के जीव जमीन के नीचे चले जाते हैं।

प्रश्न 6.
भूमध्य सागरीय प्रदेश में जाड़े में वर्षा क्यों होती है?
उत्तर:
यहाँ पर पछुआ हवाओं के चलने से शीतऋतु में वर्षा होती है।

प्रश्न 7.
मानसून एशिया के देशों के नाम लिखिए।
उत्तर:
भारत, श्रीलंका, सिंगापुर, नेपाल, पाकिस्तान, चीन, भूटान, अफगानिस्तान आदि।

प्रश्न 8.
मानसून प्रदेश किसे कहते हैं?
उत्तर:
जहाँ मौसमी पवनों द्वारा वर्षा होती है, उन प्रदेशों को मानसूनी प्रदेश कहते हैं।

प्रश्न 9.
मानसून प्रदेश में वर्षा किस ऋतु में अधिक होती है?
उत्तर:
मानसून प्रदेश में वर्षा, वर्षा ऋतु में अधिक होती है।

प्रश्न 10
मानसूनी प्रदेश की मुख्य फसलें कौन-कौन-सी हैं?
उत्तर:
मानसूनी प्रदेश की मुख्य फसलें चावल, दाल, कहवा, गन्ना, जूट, कपास, गेहूँ, जौ, चना आदि हैं।

प्रश्न 11.
मानसूनी प्रवेश के चाय और चावल के प्रमुख वो उत्पादक देश कौन-से हैं?
उत्तर:
चीन और भारत मानसूनी प्रदेश के चाय और चावल के प्रमुख उत्पादक देश हैं।

प्रश्न 12.
‘स्टेपी’ किसे कहते हैं?
उत्तर:
रूस में घास के मैदान को स्टेपी कहते हैं।

प्रश्न 13.
जनगणना कितने वर्षों के अन्तराल पर की जाती है?
उत्तर:
प्रति 10 वर्ष के।

प्रश्न 14.
साधन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिस वस्तु के द्वारा हम कोई कार्य करते हैं, उसे साधन कहते हैं।

प्रश्न 15.
जनसंख्या में परिवर्तन क्यों होता है
उत्तर:
जन्मदर की तुलना में मृत्युदर में परिवर्तन होने के कारण ही जनसंख्या में परिवर्तन होता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 16.
घास प्रदेश में दुग्ध व्यवसाय क्यों विकसित है?
उत्तर:
क्योंकि यहाँ बड़े-बड़े घास के मैदान होने के कारण पशुओं के लिए चारा आसानी से उपलब्ध हो जाता है।

प्रश्न 17.
सर्दियों में साइबेरिया के पक्षी मानसून प्रदेश में क्यों निवास करते हैं?
उत्तर:
सर्दियों में साइबेरिया में अत्यधिक बर्फ पड़ती है। अधिक बर्फ के कारण यहाँ के पक्षी मानसूनी प्रदेश में प्रवास करते हैं।

प्रश्न 18.
भूमध्य सागरीय प्रवेश किस लिए प्रसिद्ध हैं?
उत्तर:
जिस तरह शीतोष्ण घास के मैदान खाद्यान्न उत्पादन एवं दुग्ध उत्पादन के लिए विश्व विख्यात हैं। उसी तरह भूमध्य सागरीय प्रदेश फलों के उत्पादन के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।

प्रश्न 19.
नरौरा परमाणु ऊर्जा केन्द्र कहाँ स्थित है?
उत्तर:
नरौरा परमाणु ऊर्जा केंद्र उत्तर प्रदेश में स्थित है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 20.
उत्तर प्रदेश कृषि एवं पशुपालन की दृष्टि से एक सम्पन्न राज्य क्यों है?

प्रश्न 21.
जनसंख्या वितरण में अन्तर क्यों पाया जाता है?

प्रश्न 22.
कारण बताइए

  1. भूमध्य सागरीय प्रदेश में जाड़े में वर्षा क्यों होती है?
  2. घास प्रदेश में दुग्ध व्यवसाय क्यों विकसित है?
  3. घास प्रदेश के लोग कृषि के लिए मशीनों का प्रयोग न करें तो क्या परिणाम होगा?

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