UP Board Solutions for Class 12 Home Science Chapter 12 व्यक्ति के व्यक्तित्व पर बाल्यावस्था का प्रभाव

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Board UP Board
Class Class 12
Subject Home Science
Chapter Chapter 12
Chapter Name व्यक्ति के व्यक्तित्व पर बाल्यावस्था का प्रभाव
Number of Questions Solved 14
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 12 Home Science Chapter 12 व्यक्ति के व्यक्तित्व पर बाल्यावस्था का प्रभाव

बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
व्यक्तित्व की अवधारणा में निहित है।
या
व्यक्ति के व्यक्तित्व की पहचान कैसे करेंगे?
(a) यति याविक गुण
(b) व्यक्ति के बाम गुण
(c) की के आन्तरिक र बाह्न गुण
(d) उपरीका में से कोई नहीं
उतर:
(c) गत अक और बाहा गुम।

प्रश्न 2.
वंशानुक्म किस रूप में व्यक्तित्व को प्रभावित करता है?
(a) लिंग निर्धारण
(b) शारीरिक विशेषताएँ
(c) शैक्षिक प्रतिभा
(d) ये सभी
उतर:
(d) ये सभी

प्रश्न 3.
बाल्यावस्था मानी जाती हैं
(a) 1 से 6 वर्ष
(b) 6 से 12 वर्ष
(c) 13 से 18 वर्ष
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(b) 6 से 12 वर्ष

प्रश्न 4.
व्यक्ति के व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक है।
(a) परिवार का प्रभाव
(b) स्कूल का प्रभाव
(c) माता-पिता का प्रभाव
(d) ये सभी
उत्तर
(d) ये सभी

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
व्यक्तित्व का अर्थ बताते हुए परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
व्यसा की आतरिक एवं बाह्य विशेषताओं का समन्वित एवं संगठित रूप ही व्यक्तित्व है। आँपोर्ट के अनुसार, “कात के अन्दा न मनोदैहिक गुणों का
त्यात्मक संगठन है, जो परिवेश के प्रति होने वाली अपुर्व अभियोजना का निर्णय

प्रश्न 2.
श्रेष्ठ व्यक्तित्व की चार मुख्य विशेषताओं को बताएँ। (2013)
अथव 
सन्तुलित व्यक्तित्व की विशेषताएँ लिखिए। 
(2007)
उत्तर:
सन्तुलित एवं श्रेष्ठ व्यक्तित्व की मुख्य विशेषताएँ निम्न हैं।

  • उत्तम मानसिक स्वास्थ्य
  • उत्म शारीरिक स्वास्थ्य
  • संवेगात्मक सन्तुलन
  • सामाजिकता
  • उतम चरित्र
  • महत्ता के साथ-साथ सन्तोष हो

प्रश्न 3.
बालक के व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले दो मुख्य कारक कौन-कौन से हैं? 
(2012)
उत्तर:
बालक के व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले दो मुख्य कारक निम्न हैं।

  • वंशानुक्रम
  • पयावरण

प्रश्न 4.
व्यक्तित्व के विकास की विभिन्न अवस्था लिखिए। (2014)
उत्तर:
व्यक्तित्व के विकास को मात्र चार अवस्थाएँ हैं ।

  • शैशवावस्था
  • बाल्यावस्था
  • किशोरावस्था
  • प्रौढ़ावस्था

प्रश्न 5.
परिवार में बालक के व्यक्तित्व पर सर्वाधिक प्रभाव किसका पड़ता है। (2004)
उत्तर:
परिवार में बालक के व्यक्तित्व पर सर्वाधिक प्रभाव माता-पिता का पड़ता है। इसके अतिरिका यासक के अक्तित्व के विकास पर तावरण का भी प्रभव पड़ता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न (2 अंक)

प्रश्न 1. अच्छे व्यक्तित्व की क्या-क्या विशेषताएँ हैं? (2013)
उतर:
श्रेष्ठ व्यक्तित्व की प्रमुख विशेषताएँ प्रेत तितत्व की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं।

  1. सुदुङ मानसिक स्वास्थ्य समस्छ मन, एक अच्छे व्यक्तित्व की अभिन्न विशेषता है। स्वस्थ मन से आशय व्यक्ति की बुद्धि सामान्य होने, सदैव प्रसन्नचित रहने एवं समुचित मानसिक शक्तियों से सम्पन्न रहने से है।
  2. उत्तम शारीरिक स्वास्थ्य एक अच्छे व्यक्तित्व के लिए अवश्यक है कि शारीरिक गठन आयु एवं लिंग आदि के समानुपाती हो तथा शरीर स्वस्थ एवं रोगमुक्त हो।
  3. सामाजिकता व्यक्ति समाज के साथ जितना अच्छा समायोजन करने की | रियत में होता है, उन्ह ही उसका अक्व श्रेष्ठ माना जाता है।
  4. संवेगात्मक सन्तुलन संवेगात्मक रूप से सन्तुलित होने का अभिप्राय है। कि व्यक्ति न तो अति संवेगी हो और न ही सग शून्य हो। श्रेष्ठ किवि के लिए संवेगों का विकास सन्तुलित रूप से होना आवश्यक हैं।
  5. अच्छे लक्ष्य श्रेष्ठ व्यमित्व के लिए साक्ष्य सदैव अच्छ, स्वस्थ एवं व्यावहारिक होने चाहिए।
  6. चरित्रवान व्यक्तित्व चारित्रिक गुणों; जैसे-झूठ न बोलना, धोखा । देना, कोरी न करना, बेईमानी न करना आदि से सम्पन्न व्यक्ति का व्यक्तित्व उत्तम माना जाता है।
  7. सन्तोषी एवं महत्वाकांक्षी श्रेष्ठ व्यक्तित्व के लिए सन्तोष एवं महत्वाकांक्षा के बीच सन्तुलन स्थपित होना आवश्यक है। व्यक्ति को निरन्तर प्रगति को और प्रयत्नशील रहना चाहिए, किन्तु अपने प्रयत्नों में असफल होने पर भी उसे दुःख, चिन्ता या भग्नाशी का शिकार नहीं होना चाहिए।

प्रश्न 2. आनुवंशिकता से आप क्या समझते हैं? (2008, 10)
उतर:
आनुवंशिकता से आशय आनुवंशिक बालकों के किच के निर्माण एवं विकास को प्रभावित करती है। आनुवंशिकता का अग्रेजी शब्द हेरेरैडिटी (Heredity) होता है। तैटिन भाषण से निर्मित इस शब्द का आशय उस पूँजी से है, जो बच्चों को माता-पिता से उत्तराधिकार के रूप में प्राप्त होती है अर्थात् आनुवंशिकता का अर्थ व्यक्तियों में पढ़ी-दर-पीढ़ी संधारित होने वाले शारीरिक, बौद्धिक तथा अन्य व्यक्तित्व सम्बन्धी गुणों से है। इस मान्यता के अनुसार बरु मा सन्तान के विभिन्न गुण एवं लक्षण अपने माता-पिता के समान होते हैं।

उदाहरणस्वरूप गोरे माता-पिता की सतान अधिकांशतः गोरी ही होती है। इस प्रकार हम कह सो हैं कि प्रजनन की प्रक्रिया के माध्यम से संचारित होने ने जैविकोय एवं अन्य गुणों से आनुशक माना जाता है। आनुवंशिकता के यह जीन्स होते है। आनुबंशिक के ही परिणामस्वरूप विभिन्न पीढ़ियों में समानता होती हैं।

प्रश्न 3.
टिप्पणी लिखिए बयों के विकास में खेल का महत्व। 
(2006, 13)
उत्तर:
खेल का बच्चों के सर्वांगीण विकास में बहुत योगदान है, क्योंकि खेलने से बच्चों के शरीर के सभी अगों का सही प्रकार से विकास होता है। इसके अतिरिक्त खेलते समय बच्चे में स्वस्थ प्रतिस्पर्ला कसा, टीम भावना, सहयोग, त्याग, हार के समय भी मुस्कुराना, अनुशासन आदि गुणों का विकास होता है। परिणामत: बच्चे का उत्तम प्रकार का समाजौकाण होता है। जहाँ तक संवेगात्मक गुणों के विकास का प्रश्न हैं, खेलने से अच्चे का तनाव दूर होता है। एवं उसमें संवेगात्मक स्थिरता आती हैं। इस प्रकार कह सकते हैं कि बच्चों के विकास में खेल का अत्यन्त महत्व है।

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (5 अंक)

प्रश्न 1.
व्यक्तित्व को परिवार तथा वातावरण वैसे प्रभावित करता है? विवेचना कीजिए। 
(2015)
अथवा
मनुष्य के व्यक्तित्व पर वातावरण किस प्रकार प्रभाव डालता है? (2008)
अथवा
ऊध बालक के व्यक्तित्व के विकास में आनुवंशिकता तथा पर्यावरण का क्या महत्त्व है? 
(2018)
अथवा
बालक के यक्तित्व को प्रभावित करने वाले तत्व वौन-कौन 
(2003, 06)
अथवा 
व्यक्तित्व निर्माण में किन कारकों का योगदान होता है? 
(2006, 08, 09, 14)
उत्तर:
बालक के व्यक्तित्व निर्माण में आनुवंशिकता एवं पर्यावरण को प्रमुख योगदान होता है। आनुवंशिकता के अन्तर्गत वे समस्त कारक निहित होते हैं, जो बालक को अपने माता-पिता तथा पूर्वजों से प्राप्त होते हैं। बालक के शारीरिक गुण तथा अन्य विभिन्न जन्मजात गुण आनुशिकता से ही निघांरित होते हैं।

इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए हम कह सकते हैं कि बालक के व्यक्तित्व के विकास में आनुवंशिकता का विशेष महत्व होता है। पर्यावरण में आशय उन् समस्त बाहरी कारकों से है, जो जम के उपरान्त बालक के जीवन को प्रभावित करते हैं। ये कारण भी अनेक है तथा इनका बालक के ग्यक्तित्व के त्रिकास में अत्यधिक योगदान होता है। उत्तम पर्यावरण बालक के विकास में सहायक तथा प्रतिकूल पर्यावरण आधिक होता है।

व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक

ऐसे अनेक कारक है, जो जातक के व्यक्तित्व निर्माण में प्रभाव डालते हैं। बालक के व्यक्तित्व पर प्रभाव टालने वाले तत्व निम्नलिखित हैं।
1. शारीरिक बनावट का प्रभाव व्यक्ति के व्यक्तित्व पर उसके। आ
कार का प्रभाव जाने कारक पड़ता है। यह देखा जाता है कि गोल मटोल आदमो हास्यप्रिय, आरामपसन्द एवं सामाजिक होते हैं, जबकि दुबले-पतले। माता-पिता का प्रमा आदमी संयमी होते हैं। व्यक्ति। अपर आ सकतात ज भाव के शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान। आर्थिक स्तेि का प्रमा में रखते हुए। अन्य व्यक्ति। भी उसके प्रति अपने व्यवहार प्रतिमान का निर्धारण करते हैं। भव्य एवं आकर्षक शारीरिक गठन वाले व्यक्ति के प्रति सम्मान क व्यवहार किया जाता है।

2. अन्त:स्रावी ग्रन्थियाँ ये प्रन्थियों अपना रस रक्त में छोड़ देती हैं एवं रक्त इसे सम्पूर्ण शरीर में ले जाता है। यदि ये प्रन्थियाँ पर्याप्त मात्रा में रक्त को अपना रस देना बन्द कर दें, तो शरीर, बुद्धि एवं भाव में परिवर्तन हो आता है। यदि पीयूष ग्रन्थि आदि अपना काम मन्द गति से करती है, तो व्यक्ति की। लम्बाई नहीं बढ़ती तथा वह बौना हो जाता है, यदि ये अन्य तीव्र गति से कार्य करती हैं, तो व्यक्ति या लम्या हो जाता है।

3. स्नायविक संगठन निरीक्षण द्वारा यह देखा गया है कि यदि जल्यावस्था में क्ति के मस्तिष्क को किसी प्रकार का आघात लगता है, तो उसके व्यक्तित्व में विभिन्न प्रकार के परिवर्तन आ जाते है। इसके साथ-साथ विशिष्ट प्रकार के स्नायविक संगठन का भी व्यक्तित्व पर उल्लेखनीय प्रभाव

4. माता-पिता का प्रभाव माता-पिता का भय बच्चों पर बहुत अधिक पड़ता है, जो माता-पिता कठोर स्वभाव के होते हैं एवं अपने बच्चों को अधिक प्यार नहीं करते, ऐसे बच्चों में अन्तर्मुखी प्रवृत्ति बढ़ जाती हैं। वे एकान्त में रहने लगते हैं तथा हमेशा कल्पनाशील रहते हैं, जो माता-पिता अपने बच्चों को अधिक प्यार करते हैं, उन बच्चों में आत्मनिर्भरता के गुणों का अभाव पाया जाता है, वे बच्चे परावलम्बी हो जाते हैं। इस प्रकार उपरोक्त दोनों प्रकार के बच्चों का व्यक्तित्व स्वाभाविक तथा सामान्य नहीं होता है। अत: माता-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों के प्रति किए गए आचरण में प्यार एवं नियन्त्रण का सन्तुलन बना रहे।

5. बालक के जन्म-क्रम का प्रभाव परिवार में बच्चा जब तक इकलौता रहता है, तो उसके अधिकार को छीनने वाला कोई नहीं होता और न कोई उसकी सुख-सुविधाओं में हिस्सा में आता है, इसलिए यह निर्दी हो जाता है। इससे भिन्न परिवार में सबसे छोटा बच्चा, बों परिवार में सभी का स्नेह प्राप्त करता है एवं उत्तरदायित्वों से मुक्त होता है, हमेशा सहायता के लिए दूसरे की और ही देखता है।

6. क्रीड़ा-समूह का व्यक्तित्व पर प्रभाव जब बच्चा चलने-फिरने योग्य हो आता है, तो वह अन्य बच्चों के साथ मिलता-जुलता है। खेलकूद के लिए बच्चों का एक क्लौड़ा समूह बन जाता है। में अपना अपना कार्य बाँट लेते हैं। कार्यों के आधार पर ही व्यक्तित्व का विकास होता हैं।

7. आर्थिक स्थिति का प्रमाण परिवार की आर्थिक स्क्यिति व्यक्तित्व विकास को प्रभवित करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। सामान्य रूप से यह देखा गया है। कि जे बालक आर्थिक अभाओं में पलते हैं, वे प्रायः अपराधी प्रवृत्ति के बन् आते हैं, जयके सम्पन्न परिवारों के बालकों का विकास सुचारु रूप से होता है।

प्रश्न 2.
“बाल्यावस्था अछी आदतों के निर्माण की उत्तम अवस्था है।” इस कधन की पुष्टि कीजिए। 
(2015, 18)
उत्तर:
बाल्यावस्था सामान्यतः 2 से 12 वर्ष तक मानी जाती है। इस अवस्था को अच्छी आदतों के निर्माण की उत्तम अवस्था माना जाता है, क्योकि इस अवस्था में बालक के व्यक्तित्व के सभी घरों का विकास स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होने लगता हैं। इस कथन की विवेचना निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत की जा सकती है
1. शारीरिक विकास बाल्यावस्था के दौरान बालकों को शारीरिक क्षमता बढ़ 
जाती है। वे कार्यों को स्वतन्त्र रूप से कर सकते हैं, लक्ष्यों का निर्धारण कर सकते है तथा यह को अपेक्षाओं को पूरा कर सकते हैं। इस अवस्था में बालक शौच एवं नींद जैसी प्राथमिक क्रियाओं पर नियंत्रण करना सीखता है। नियमित रूप से मल त्याग को आदत एवं समय पर सोना व जागना ऐसौ आदतें हैं, जो बाल्यावस्था में निरन्तर अभ्यास करने से जीवनभर के लिए स्थायी हो जाती हैं। इस अवस्था में बालक पेशीय कौशलों में भी प्रमुख उपलब्धियाँ प्राप्त करता है। इस अवस्था में हाथ, भुजा एवं शरीर में सभी, आँख को गति के साथ समन्वित होते हैं। यालक तेज दौड़ने, उतने, कूदने आदि में सक्षम रहता है। अत: इस अवस्था में बालक में अपने शरीर को चुस्त दुरत रखने एवं नियमित मायाम करने की आदत हाली जा सकती है।

2. मानसिक विकास सामान्यतः 7 से 11 वर्ष की आयु में बच्चे में किसी वस्तु की विभिन्न विशेषताओं का ध्यान देने की क्षमता किसित होती है। यह क्षमता बच्चे की इस बात को समझने में सहायक होती है कि चीजों को देखने या समझने के भिन्न-भिन्न तरीके होते हैं, इसके परिणामस्वरूप बच्चे दूसरों के दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करते हैं। चिन्तन अधिक सचीला हो गता है और समस्या समाधान करते समय बच्चे विकल्पों के बारे में सोच सकते हैं। स्पतः इस अवस्था में माता-पिता एवं शिक्षक बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करने में अपिक सफल होते हैं, क्योंकि वे बच्चों के समक्ष तार्किक उदाहरण प्रस्तुत कर उन्हें अच्छी आदतों के लाभ का ज्ञान करा सकते हैं, जिससे बच्चा स्वयं उन आदतों का अनुकरण करने की ओर उन्मुख होता है।

3. सामाजिक-सांवेगिक विकास बच्चे में विकसित हो रहे स्वतन्त्रता के बोध के कारण वह कार्यों को अपने तरीके से करता है। बच्चे की इन स्वरित क्रियाओं के प्रति माता-पिता जिस प्रकार में प्रक्रिया करते हैं वह पहलाक्ति बोध या अपराध बोध को विकसित करता है। उदाहरणत: यदि उन्हें यह अनुभव कराया जाता है कि उनके प्रश्न अनुपयोगी हैं तथा उनके द्वारा खेले गए खेल मूर्खतापूर्ण हैं, तो सम्भव है कि बच्चों में स्वय के प्रति दोष भावना विकसित हो। अतः बच्चों में कुछ नया रचनात्मक करने की एवं पहल करने की आदत का विकास, उनके कार्यों के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया से हो मारा है।

बाल्यावस्था में सांवेगिक विकास का दूसरा पक्ष बच्चो के आत्मबोध से जुड़ा है। इस अवस्था में बच्चे स्वयं को सामाजिक समूहों के सन्दर्भ में देखना शुरू करते हैं; जैसे विद्यालय के संगत क्लब, पर्यावरण काय आदि का सदस्य होना। इसके अतिरिक्त बाल्यावस्था में बच्चे अपनी लिंग भूमिका के प्रति जागरुक होते है। अतः इस अवस्था में बालक में दूसरे समूह अथवा दूसरे लिंग के व्यक्ति के अस्तित्व को स्वीकार की मनोवृत्ति पैदा की जा सकती है। बम्नतः बाल्यावस्था में सामाजिक रूप से सने का संसार विस्तृत हो जाता है एवं इसमें माता-पिता के अतिरिक्त परिवार तथा पास-पड़ोस एवं विशालय के प्रौढ़ व्यक्ति भी सम्मिलित हो जाते हैं। सामाजिक-सांवेगिक विकास का यह चरण बालक में अनुकरण, सहानुभूति, धेिश महशीलता आदि के विकास को प्रसाहित करता है।

4. नैतिक विकास इस अवस्था में बालक माता-पिता अथवा समाज के नियमों के आधार पर अपने नैतिक र्को को विकसित करता है। बच्चे इन नियमों को स्वयं के नियमों के रूप में स्वीकृत करते हैं। दूसरों की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए इन नियमों को आत्मसात् कर लिया जाता है। बच्चे इन नियमों को ऐसे सुनिश्चित दिशा-निर्देश के रूप में देखते हैं, जिनका अनुसरण किया जाना चाहिए।

उपरोका विवेचन के आधार पर कहा जा सकता है कि बाल्यावस्था अच्छी आदतों के विकास की उत्तम अवस्था है।

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UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi अनेकार्थी शब्द

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi अनेकार्थी शब्द are part of UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi अनेकार्थी शब्द.

Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 11
Subject Samanya Hindi
Chapter Chapter 3
Chapter Name अनेकार्थी शब्द
Number of Questions 16
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi अनेकार्थी शब्द

नवीनतम पाठ्यक्रम में अनेकार्थी शब्दों को भी सम्मिलित किया गया है, जिसके लिए 2 अंक निर्धारित हैं।

प्रत्येक भाषा में ऐसे बहुत-से शब्द होते हैं, जो एकाधिक अर्थों का बोध कराते हैं। प्रसंग के अनुसार भिन्न-भिन्न स्थलों पर इनके भिन्न-भिन्न अर्थ प्रतीत होते हैं। भाषा को समझने और समझाने में इस प्रकार के शब्दों का ज्ञान बहुत उपयोगी होता है। इस प्रकार के शब्दों को ‘अनेकार्थी शब्द कहते हैं। हिन्दी भाषा में भी इस प्रकार के अनेकानेक शब्द हैं। अध्ययन में सुगमता की दृष्टि से हिन्दी भाषा के ऐसे कुछ एक शब्द और उनके एकाधिक अर्थ दिये जा रहे हैं। छात्रों को इन्हें याद कर लेने का प्रयास करना चाहिए।
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बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न (क) निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए|

प्रश्न 1.
‘गो’ शब्द का अर्थ नहीं है—
(क) गाय
(ख) किरण
(ग) पृथ्वी
(घ) हाथी
उत्तर:
(घ)

प्रश्न 2.
वर्ण’ शब्द का अर्थ नहीं है—
(क) अक्षर
(ख) रंग
(ग) काला
उत्तर:
(ग)

प्रश्न 3.
‘कर’ शब्द के अन्य अर्थ हैं—
(क) सोना
(ख) हाथ
(ग) घोड़ा।
(घ) किरण
(ङ) चन्द्रमा
(च) सँड़
उत्तर:
(ख), (घ), (च)

प्रश्न 4.
‘अंक’ शब्द का अर्थ नहीं है—
(क) गोद
(ख) संख्या
(ग) नाटक का एक अंश
(घ) अन्य
उत्तर:
(घ)

प्रश्न 5.
‘हार’ शब्द के सही अर्थों को चुनकर लिंखिए—
(क) गले का आभूषण
(ख) पराजय
(ग) घबराना
(घ) दुःख
उत्तर:
(क), (ख)

प्रश्न 6.
द्विज का अर्थ है—
(क) ब्राह्मण
(ख) पशु
(ग) सिंह
(घ) क्षत्रिय
उत्तर:
(क)

प्रश्न 7.
‘अंबर’ शब्द का कौन-सा अर्थ नहीं है ?—
(क) आकाश
(ख) वस्त्र
(ग) आम
(घ) केसर
उत्तर:
(ग)

प्रश्न 8.
‘अकाल’ शब्द का अर्थ नहीं है।—
(क) दुर्भिक्ष
(ख) मृत्यु
(ग) कमी
(घ) असमय
उत्तर:
(ग)

प्रश्न 9.
‘तारा’ शब्द का अर्थ है—
(क) नक्षत्र
(ख) चन्द्र
(ग) लेखनी
(घ) रश्मि
उत्तर:
(क)

प्रश्न 10.
‘उदधि’ शब्द का कौन-सा अर्थ सही नहीं है?—
(क) उत्तम दधि
(ख) समुद्र
(ग) सागर
(घ) जलधि
उत्तर:
(क)

प्रश्न 11.
‘करि’ शब्द के सही अर्थों को चुनकर लिखिए—
(क) हाथी
(ख) सँड वाला
(ग) करने वाला
(घ) चोर
उत्तर:
(ख)

प्रश्न 12.
‘अमृत’ शब्द का अर्थ नहीं है—
(क) अमर होना
(ख) जल
(ग) दूध; अन्न
(घ) स्वर्ग
उत्तर:
(ख)

प्रश्न 13.
‘ईश्वर’ का अर्थ है—
(क) राजा
(ख) प्रेम
(ग) ईर्ष्या
(घ) जलन
उत्तर:
(ख)

प्रश्न 14.
‘बाण’ शब्द का अर्थ नहीं है—
(क) तीर
(ख) आदत
(ग) महाकवि बाण
(घ) चतुर
उत्तर:
(ख)

प्रश्न (ख)
निम्नलिखित में से किन्हीं दो के दो-दो अर्थ लिखिए—
(क) अक्षत
(ख) हार
(ग) द्विज
(घ) काल
उत्तर:
(क) अक्षत – अखण्डित, क्षतहीन।
(ख) हार – गले का आभूषणे, पराजय।
(ग) द्विज – ब्राह्मण, दाँत।
(घ) काल – समये, मृत्यु।

प्रश्न (ग)
निम्नलिखित शब्दों में से कोई एक शब्द चुनिए और उसके एकाधिक अर्थ लिखिए—
(क) अम्बरे
(ख) पत्र
(ग) वर
उत्तर:
(क) अम्बर – आकाश, वस्त्र, केसर।
(ख) पत्र – पत्ता, चिट्ठी, पंख।।
(ग) वर – दूल्हा, श्रेष्ठ, वरदान।

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UP Board Class 8 English Model Paper

UP Board Class 8 English Model Paper are part of UP Board Class 8 Model Papers. Here we have given UP Board Class 8 English Model Paper.

Board UP Board
Class Class 8
Subject English
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 8 English Model Paper

Term-Examination (सत्र-परीक्षा)
Class – 8
Subject – English (Rainbow)

अति लघु उत्तरीय प्रश्न
(Very Short Answer Type Questions)

Question 1.
Why do we wish for another chance?
Answer:
To correct our mistakes in order to make a new beginning, we wish for another chance.

Question 2.
Why was Mini called a chatterbox?
Answer:
Mini was called a chatterbox because she could not live without chatting all the time.

Question 3.
What was Mukesh eager to do?
Answer:
Muhesh was eager to use his eletrical tool hit to pair his table lamp.

Question 4.
Name the book written by Stephen Hawking?
Answer:
A Brief History of Time’s’

Question 5.
Where was the child sitting?
Answer:
The child was sitting outside in the dust.

Question 6.
Write the antonyms of the given words: success never
Answer:
failure, always.

Question 7.
Unscramble the letters to forms new wards: cavaonits riousculy
Answer:
Vacations, curiously

Question 8.
Write two rhyming words for the given words: dust think
Answer:
dust – rust, must
think – wink, drink

Question 9.
Write the Hindi meaning of the given words: Chatterbox, sternly
Answer:
बातूनी, कठोरतापूर्वक

Question 10.
Write the English meaning of the given words:  उद्घाटन, दाढ़ीवाला
Answer:
Inauguration, Bearded

लघु उत्तरीय प्रश्न
(Short Answer Type Questions)

Question 11.
Why should we never give up in despair?
Answer:
We should never give up in despair because there is always a hope to start everything a fresh and there is a new tomorrow.

Question 12.
Why was the Kabuliwallah arrested?
Answer:
Rehman, the Kabuliwallah, had stabbed a man who owed him money. For this crime, he was arrested.

Question 13.
Why was the Kabuliwallah shocked to see Mini?
Answer:
He was shocked to see Mini, the little girl he had known, had grown into such a beautiful woman.

Question 14.
What makes the “differently abled” people stronger, according to the aouthor.
Answer:
According to the author, the thing that makes “differently abled” people stronger is seeing somebody like them, achieving something huge.

Question 15.
Write a suitable word for each of the given sentences.
(a) A persen who loves his country
(b) One who can not see
(c) A persen who takes too much
(d) One who can not hear
Answer:
(a) patriot
(b) blind
(c) chatterbox
(d) deaf

Question 16.
Complete the given sentences using lets on let’s:
(a) ………. hope for the best
(b) He ……….. his dog to out.
Answer:
(a) Let’s
(b) Lets

Question 17.
Write the meaning of th given phrsal verb. Called out, take up, set up, get beak.
Answer:
Calledout-ask somebody to come take up-learn, setup-to start get back-to return.

Question 18.
Tick the correct statements and cross the wrong one.
(a) Rehman was a big bearded pathan. (✓)
(b) Mini did not forget the kabuliwallah. (✗)

Question 19.
Make adverbs from the given adjectives: brave, curious, eager, stern
Answer:
bravely, curiously, eagerly, strenly.

Question 20.
Frame sentences from the given wards. Always, sometimes
Answer:
Always Her clothes are always dirty
Sometimes – Sometimes she lay on the floor.

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(Long Answer Type Questions)

Question 21.
What lesson do we learn from the poem ‘Another Chance’?
Answer:
Although we commit mistakes and face failures.there is always a hope for a next chance in our lives. We must have a strong desire to try and make our life and our world better.

Question 22.
Mention the n’man qualities that you observe in the story ‘The Kabuliwallah’.
Answer:
This chapter narrates a story between an attachment and human bonding between Mini and the Kabuliwallah. There is a mention of the girl’s lively interaction and love with her father. At the end, Mini’s father shows a superior human quality of kindness by giving the kabuliwallah money so he could visit his daughter.

Question 23.
Write about the famous festival of Assam.
Answer:
Bihu is the famous festival of Assam. It is celebrated in the month of April. People from all religions take part in the celebraions. The celebrations go on for the whole month. Young men and women wear gold coloured silk dresses and do a special dance called “Bihu Dance.” Boat race are also held during Bihu.

Question 24.
Explain the given words and frame sentences: literate, illiterate, dumb, optimist
Answer:

  • Literate – One who can read and write – Mrs. Gupta is a literate lady.
  • Illeterate -One who can not read and write -I am not an illeterate person.
  • Optimist – One who looks at the bright side of the thing – Sima is an optimist.
  • Dumb – One who can not speak – Helen was dumb.

Question 25.
Translate into English.

  • मिनी बहुत बातूनी थी। वह अकेली रहना चाहता था। उसकी छुट्टियाँ शुरू होने वाली थीं। तुम बहुत प्रतिभाशाली हो। मैं जानता था कि तुम इसे कर सकोगे। अपना समय बर्बाद मत करो।

Answer:
Mini was very talkative. He wanted to live alone. His vacation was about to begin. You are very talented. I kew you would be able to do it. Do not waste your time.

 

Half Yearly-Examination (अर्द्धवार्षिक परीक्षा)
Class – 8
Subject – English (Rainbow)

अति लघु उत्तरीय प्रश्न
(Very Short Answer Type Questions)

Question 1.
Name the institute in which Mukesh got admission.
Answer:
Mukesh got admission in Technical Training Institute.

Question 2.
With which disease Firdous Kanga was born?
Answer:
Firdous Kanga was born with the disease brittle bones.

Question 3.
What is not working in Mukesh’s roon?
Answer:
The table lamp

Question 4.
Who repaired the table lamp?
Answer:
Mukesh repaired the table lamp.

Question 5.
What is the name of Kabuliwallah?
Answer:
Rehman.

Question 6.
Who was Abdul Hamid?
Answer:
Abdul Hamid was a Company Quarter Master Havildar in the Indian Army

Question 7.
When and where was APJ Abdul Kalam born?
Answer:
APJ Abdul Kalam was born on 15th October, 1931, at Rameshwaram in Tamil Nadu.

Question 8.
Write the Hindi meaning of the given words: raisins, twig
Answer:
किशमिश, टहनी .

Question 9.
Write the English meaning of the given words:
कुलअधिपति, दृष्टि
Answer:
Chancellor, vision

लघु उत्तरीय प्रश्न
(Short Answer Type Questions)

Question 10.
What do you understand by the phrase “the sea of desire”?
Answer:
Every grown up man seeks many desires and keeps roaming on his weak boat, trying to fulfil all the desires that are a never ending sea.

Question 11.
Name the states which are known as the ‘Seven Sisters’.
Answer:
States called the Seven Sisters’ are-Assam, Arunachal Pradesh, Manipur, Mizoram, Nagaland, Tripura and Meghalaya.

Question 12.
How did Hamid fight the enemies and what happend to him?
Answer:
Hamid destroyed three tanks of the enemy with his gun. He fought bravely. One of the enemy’s shell hit his jeep and killed him.

Question 13.
Why is Dr Kalam known as the ‘Missile Man of India’?
Answer:
Dr Kalam is known as the ‘Missile Man of India’ for his work on the development of ballistic missile and launch vehicle technology.

Question 14.
Why does the poet want to know where the teachers go at four O’clock?
Answer:
By four O’clock, the school gets over. For the poets the teachers are not ordinary but special. So he wants to know where they go at four O’clock.

Question 15.
List the awards by which APJ Abdul Kalam was honoured.
Answer:

  • Padma Bhushan (1981).
  • Padma Vibhushan (1990).
  • Bharat Ratna, Indira Gandhi Award for National Integration ( 1997).

Question 16.
UP Board Class 8 English Model Paper 1

Question 17.
Add-ly to the given words and make adverb: silent, bright, careful, neat.
Answer:
silent+ly silently
bright + ly = brightly
careful + ly = carefully
neat + ly = neatly

Question 18.
Frame sentences using for give words: too, too much, too many
Answer:
Too – The smell of this flower is too strong.
Too much – Don’t buy this oil. It has too much fat in it.
Too many – She has too many friends.

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(Long Answer Type Questions)

Question 19.
How do you feel about Abdul Hamid after reading the story of his bravery?
Answer:
Abdul Hamid was a brave soldier of Indian army. He did not fear the see so many powerful enemy tanks coming towards him. For him, his country’s security was more important than his own life.

Question 20.
Write the Hindi meaning of the given stanza of poem ‘Play Things’.
Answer:
Child, how happy …………… .. ………… . …………………………… mud pies.
हिन्दी अनुवाद – बच्चे, तुम कितने खुश हो मिट्टी में बैठे हुए. सुबह से टूटी टहनी से खेलते हुए। तुम्हें छोटी से टूटी हुई टहनी से खेलता देख मैं मुस्कुराता हूँ। में अपने लेखा-जोखा में व्यस्त हैं, संख्याओं को इस समय जोड़ने में। शायद तुम मुझे देखते हो और सोचते हो, “अपनी सुबह को खराब करने के लिए कितना बकवास खेल है।” बच्चे, मैं इंडियों और मिट्टी के ढेलों में खो जाने की कला भूल चुका है।

Question 21.
Write ten lines about the state Assam
Answer:

  1. Assam is a state located in the north eastern part of India.
  2. It is situated just below the eastern Himalayan foothills.
  3. Dispur is the capital of Assam.
  4. Assam is a land full of natural beauty.
  5. It has blue hills, dense forests with diverse flora and fauna, big rivers and fertile valleys, Agriculture is the main occupation here.
  6. Rice, fruits, jute, sugarcane and tea are the chief agricultural produce of the state.
  7. The state is also rich in natural rescources such as oil, gas. coal and limestone.
  8. The traditional craft like pottery and terracotta work, brass craft, jewellery bamboo craft, silk and cotton wearing are some major sources of selfemployment.
  9. The people of Assam speaks Assamiya
  10. Bihu is the main festival of Assam.

Question 22.
Frame sentences with the given conjunetive.
And but, or become.
Answer:
And – Go and rest for a while
But – The stick was thin but it was strong.
Or – You can have a tea or coffee
Because – He could not buy this grain because he had not muney

Question 23.
Rewrite the following sentences after inserting the necessary punctuation marks:
(a) will you help me
(b) delhi the capital of India stands on the banks of river Yamuna.
(c) how beautiful the sky is
(d) where do you want to go asked meera
Answer:
(a) Will you help me?
(b) Delhi, the capital of India, stands on the banks of river Yamuna
(c) How beautiful the sky is!
(d) “Where do you want to go?” asked Meera.

 

Annual-Examination (वार्षिक-परीक्षा)
Class – 8
Subject – English (Rainbow)

अति लघु उत्तरीय प्रश्न
(Very Short Answer Type Questions)

Question 1.
How does the poet Peter Dixon plan to find out? What will he do once he finds out?
Answer:
The poet Peter Dixon plans to follow a teacher while going back home, to find out the answers of his questions. Once he finds out about them, he will make a poem out of his collected information for all the read or hear.

Question 2.
What were the Pakistani tanks like?
Answer:
The Patton Tanks of the Pakistani Army were very powerful and dangerous.

Question 3.
What did APJ Kalam do to help his family?
Answer:
APJ Kalam sold tamarind seeds and News papers to support his family.

Question 4.
Who was Stephen Hawking?
Answer:
A scientist and an astrophysicist.

Question 5.
How did the king help the hermit?
Answer:
The king took the spade from the tired hermit and started digging the ground.

Question 6.
Who wounbded the bearded man?
Answer:
The king’s bodyguards had wounded the bearded man.

Question 7.
Name the aviation service setup by JRD.
Answer:
Tata Aviation Service.

Question 8.
Who is known as the Golden Girl of Indian Badminton?
Answer:
Saina Nehwal is known as the ‘Golden Girl of Indian Badminton’.

Question 9.
What do you mean by the term ‘harmony”?
Answer:
“Harmony’ means co-operation, balance and co-ordination.

Question 10.
Name the capital of Assam.
Answer:
Dispur.

लघु उत्तरीय प्रश्न
(Short Answer Type Questions)

Question 11.
In which part of Indian is Assam located?
Answer:
Assam is located in the north eastern part of India

Question 12.
Why is Dr. Kalam known as the ‘Missile Man of India’?
Answer:
Dr Kalam is known as the ‘Missile Man of India’ for his work on the development of ballistic missile and launch vehicle technology

Question 13.
Why did Swami’s father ask him to sleep in his office room?
Answer:
Swami’s father wanted Swami to show his courage and not be afraid of darkness. So, he asked Swami to sleep in his office.

Question 14.
Why did Kaki feel insulted?
Answer:
When Rupe saw Kaki sitting close to the Kadhai, she became angry and shook Kaki with both her hands and shouted abuses. Kaki felt insulted.

Question 15.
Why did Rupa apologise to Kaki? Did Kaki forgive her?
Answer:
Rupa apologised for commiting a blunder by not serving food to Kaki when so many guests had enjoyed the feast. Yes, Kaki forgive her.

Question 16.
How should old people be treated?
Answer:
Old people need care, love and affection too. They should be treated with respect and good words.

Question 17.
What different areas did JRD excel in?
Answer:
Besides being an excellent aviator, he was a philanthropist, educationist, sportsman, poet and sculptor,

Question 18.
What qualities can be learned on the sports ground?
Answer:
Qualities like team spirit, leadership, decision making ability and flexibility can be better learned on the sports ground.

Question 19.
What are the main factors which disturb ‘World Peace”?
Answer:
The first factor which disturbs World Peace’ is war and terrorism. The other factor is fighting on the basis of caste, creed, colour and religion.

Question 20.
What can we do in order to keep peace in our surroundings?
Answer:
We must consider this world as our family and all people around us as family members. We should avoid any type of argument or fight and would discourage others to do it.

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(Long Answer Type Questions)

Question 21.
What was the incident which showed Swami’s bravery?
Answer:
When Swami was alone in the dark office room, he sensed something moving. Thinking it was a ghost, he hugged it with all his might and bit on its ankle. It was a notorious thief who was injured and then was caught by police. This incident proved Swami’s bravery.

Question 22.
Why did Pandit Buddhiram become red with anger and what did he do?
Answer:
When Kaki crept into the courtyard where guests were having dinner, one of the guests felt disgusted and raised an alarm that all should be careful of her. Looking at this, Pandit Buddhiram became furious. He caught Kaki with his hands and dragged her into the room.

Question 23.
Combine each pair of sentences, using ‘ing’ phrase. One has been done for you:
Example. The girls saw the teacher. They stopped talking.
Seeing the teacher. the girls stopped talking.
(a) Shravana carried his blind parents. He went from place to place.
(b) She sought permission from the mother. She went to the party.
(c) The robbers saw the policeman. They ran away.
(d) Sheena concentrated on the target. She shot the arrow.
(e) The teacher looked at the painting. The teacher praised it.
Answer:
(a) Carrying his blind parents, Shravana went from place to place.
(b) Seeking permission from her mother, she went to the party.
(c) Seeing the policeman, the robbers ran away.
(d) Concentrating on the target, Sheena shot the arrow
(e) Looking at the painting, the teacher praised it.

Question 24.
Write the questions to which the words underlined are the answers:
(a) Indu reached home at 4.00p.m.
(b) He became successful by working hard.
(c) The want to sell their old car.
(d) Meetu’s parents are going to the museum.
Answer:
(a) When did Indu reach home?
(b) How did he become successful?
(c) What do they want to sell?
(d) Where are Meetu’s parestes going?

Question 25. Change the following Direct Speech
(i) Madhu said, “I am very busy now.”
(ii) He said, “I go to school every day.”
(iii) Ram said, “Anand is a good boy.”
(iv) The girl said, “I like singing”
Answer:
(i) Madhu said that she was very busy then.
(ii) He said that he went to school everyday.
(iii) Ram said that Anand was a good boy.
(iv) The girl said that she liked singing.

We hope the UP Board Class 8 English  Model Paper, help you. If you have any query regarding UP Board Class 8 English Model Paper, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 10 Commerce Chapter 15 भारतीय रिजर्व बैंक

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Board UP Board
Class Class 10
Subject Commerce
Chapter Chapter 15
Chapter Name भारतीय रिजर्व बैंक
Number of Questions Solved 25
Category UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 10 Commerce Chapter 15 भारतीय रिजर्व बैंक

बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
रिज़र्व बैंक की स्थापना हुई
(a) सन् 1901 में
(b) सन् 1919 में
(c) सन् 1935 में
(d) सन् 1949 में
उत्तर:
(c) सन् 1935 में

प्रश्न 2.
भारतीय रिज़र्व बैंक के निदेशक मण्डल में सदस्य होते हैं।
(a) 15
(b) 20
(c) 25
(d) 30
उत्तर:
(b) 20

प्रश्न 3.
भारतीय रिज़र्व बैंक का मुख्य कार्यालय ……….. में है।
(a) मुम्बई
(b) दिल्ली
(c) कोलकाता
(d) चेन्नई
उत्तर:
(a) मुम्बई

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प्रश्न 4.
भारत में नोट निर्गमन का अधिकार किस बैंक को है?
(a) सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया
(b) भारतीय रिज़र्व बैंक
(c) सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक
(d) स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया
उत्तर:
(b) भारतीय रिज़र्व बैंक

प्रश्न 5.
साख नियन्त्रण का कार्य निम्न में से किसका है?
(a) भारतीय स्टेट बैंक
(b) भारतीय रिज़र्व बैंक
(c) जिला सहकारी बैंक
(d) सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया
उत्तर:
(b) भारतीय रिज़र्व बैंक

प्रश्न 6.
“पाँच सौ रुपये के नोट का विमुद्रीकरण ………. हुआ था। (2018)
(a) 15 अगस्त, 2016 को
(b) 2 अक्टूबर, 2016 को
(c) 8 नवम्बर, 2016 को
(d) 30 दिसम्बर, 2016 को
उत्तर:
(c) 8 नवम्बर, 2016 को

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निश्चित उत्तरीय प्रश्न (1 अंक)

प्रश्न 1.
भारतीय रिज़र्व बैंक ने सन् 1934/1935 में केन्द्रीय बैंक के रूप में कार्य करना आरम्भ कर दिया था। (2009)
उत्तर:
सन् 1935 में

प्रश्न 2.
भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रतिनिधि बैंक का नाम लिखिए। (2014, 12)
उत्तर:
भारतीय स्टेट बैंक

प्रश्न 3.
सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया भारत का केन्द्रीय बैंक है/नहीं है। (2010)
उत्तर:
नहीं है

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प्रश्न 4.
भारत में नोट निर्गमन का कार्य भारतीय रिज़र्व बैंक/स्टेट बैंक करता है। (2008, 07)
उत्तर:
भारतीय रिज़र्व बैंक

प्रश्न 5.
बैंकों के बैंकर का नाम लिखिए। (2013)
उत्तर:
भारतीय रिज़र्व बैंक

प्रश्न 6.
एक रुपये का नोट भारतीय रिज़र्व बैंक/केन्द्रीय सरकार निर्गमित . करता/करती है। (2011, 09, 08)
उत्तर:
केन्द्रीय सरकार (UPBoardSolutions.com) निर्गमित करती है।

प्रश्न 7.
क्या सभी नोटों का निर्गमन भारतीय रिज़र्व बैंक करता है? (2017)
उत्तर:
नहीं

प्रश्न 8.
रिज़र्व बैंक में कोई भी व्यक्ति अपना खाता खोल सकता है/नहीं खोल – सकता है। (2008, 07)
उत्तर:
नहीं खोल सकता है।

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प्रश्न 9.
भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्तमान गवर्नर का नाम लिखिए। (2016)
उत्तर:
उर्जित पटेल

प्रश्न 10.
भारत के वर्तमान वित्तमंत्री का नाम लिखिए। (2018)
उत्तर:
अरुण जेटली

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (2 अंक)

प्रश्न 1.
भारत के केन्द्रीय बैंक और केन्द्रीय बैंक के प्रतिनिधि बैंक के नामों को लिखिए। (2013)
उत्तर:
भारत के केन्द्रीय बैंक का नाम ‘भारतीय (UPBoardSolutions.com) रिज़र्व बैंक’ है। केन्द्रीय बैंक के प्रतिनिधि बैंक का नाम भारतीय स्टेट बैंक’ है।

प्रश्न 2.
भारतीय रिज़र्व बैंक के किन्हीं चार कार्यों को लिखिए। (2016,12)
उत्तर:
भारतीय रिज़र्व बैंक के चार कार्य निम्नलिखित हैं

  1. यह न्यूनतम कोष पद्धति के अन्तर्गत नोटों का निर्गमन करता है।
  2. यह शीर्ष बैंक होने के कारण बैंकों का बैंक के रूप में कार्य करता है।
  3. साख का नियमन व नियन्त्रण करता है।
  4. समाशोधन-गृहों का संचालन करता है।

UP Board Solutions

प्रश्न 3.
बैंक दर नीति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
बैंक दर, वह दर होती है, जिस पर देश का केन्द्रीय बैंक प्रथम श्रेणी प्रतिभूतियों तथा अनुमोदित ऋणपत्रों की जमानत के आधार पर व्यापारिक बैंकों को ऋण प्रदान करता है। यह बैंक अपनी बैंक दर नीति के द्वारा साख-मुद्रा की मात्रा व उसकी लागत पर प्रभाव डालकर देश में साख-मुद्रा का नियमन करता है।

प्रश्न 4.
वैधानिक तरलता अनुपात में परिवर्तन द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक किस प्रकार साख नियन्त्रण करता है?
उत्तर:
भारत के प्रत्येक अनुसूचित बैंक को अपनी कुल सम्पत्ति (UPBoardSolutions.com) का 20% भाग तरल कोष में रखना पड़ता है। भारतीय रिज़र्व बैंक इस तरलता कोषानुपात में वृद्धि करके साख नियन्त्रण करता है।

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लघु उत्तरीय प्रश्न (4 अंक)

प्रश्न 1.
भारतीय रिज़र्व बैंक के पाँच प्रमुख कार्यों का वर्णन कीजिए। (2009)
अथवा
देश के केन्द्रीय बैंक के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यों का वर्णन कीजिए। (2011,07,06)
उत्तर:
भारतीय रिज़र्व बैंक (केन्द्रीय बैंक) से आशय भारतीय रिज़र्व बैंक देश का सर्वोच्च बैंक है। यह देश की बैंकिंग व्यवस्था पर नियन्त्रण करता है। यह अन्य बैंकों का सहयोगी तथा पथ-प्रदर्शक होता है। यह देश की साख और मुद्रानीति का संचालक भी होता है। कैण्ट के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक वह संस्था है, जिसे सामान्य जनहित में मुद्रा की मात्रा में विस्तार तथा संकुचन की व्यवस्था करने का दायित्व सौंपा गया है।”

बैंक ऑफ इण्टरनेशनल सैटलमेण्ट के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक वह बैंक है, जो देश में चलन तथा साख-मुद्रा की मात्रा का नियमन करे।” लिप्सी के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक वह बैंक है, जिसका मुख्य कार्य अर्थव्यवस्था में मुद्रा तथा साख के प्रवाह को नियमित करना है।” शों के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक देश की मुद्रा का नियन्त्रण करने वाला बैंक है।” भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्य भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यों को निम्नलिखित दो भागों में बाँटा गया है

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I. केन्द्रीय बैंकिंग सम्बन्धी कार्य

भारतीय रिज़र्व बैंक के केन्द्रीय बैंकिंग सम्बन्धी कार्य निम्नलिखित हैं-

  1. नोटों का निर्गमन भारतीय रिज़र्व बैंक को नोट निर्गमन का एकाधिकार प्राप्त है। एक रुपये के नोट को छोड़कर बाकी सभी प्रकार की पत्र-मुद्रा भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ही निर्गमित की जाती है।
  2. बैंकों का बैंक शीर्ष बैंक होने के नाते भारतीय रिज़र्व बैंक बैंकों का बैंक के रूप में कार्य करता है। यह सभी अनुसूचित एवं गैर-अनुसूचित बैंकों पर नियन्त्रण भी रखता है।
  3. साख नियन्त्रण देश के आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक व्यापारिक बैंकों की साख नीति पर नियन्त्रण करता है।
  4. समाशोधन कार्य बैंकों के आपसी लेन-देन का (UPBoardSolutions.com) निपटारा करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समाशोधन-गृहों का संचालन किया जाता है। देश के प्रमुख 14 केन्द्रों पर भारतीय रिज़र्व बैंक स्वयं समाशोधन-गृहों का प्रबन्ध देखता है।
  5. सरकार का बैंकर, अभिकर्ता एवं सलाहकार भारतीय रिज़र्व बैंक केन्द्रीय तथा राज्य सरकारों के बैंकर, अभिकर्ता तथा वित्तीय सलाहकार के रूप में कार्य करता है। यह बैंक केन्द्रीय तथा राज्य सरकार की ओर से भुगतान स्वीकार करता है।
  6. विदेशी विनिमय नियन्त्रण भारतीय रिज़र्व बैंक देश के बहुमूल्य धातु कोषोंतथा विदेशी विनिमय कोषों को अपने पास सुरक्षित रखता है।
  7. बैंकिंग प्रणाली का नियमन भारतीय रिज़र्व बैंक का यह कर्त्तव्य होता है कि वह देश की बैंकिंग प्रणाली का नियमन इस तरह करे, जिससे कि लोगों का बैंकिंग में विश्वास बना रहे।
  8. आँकड़ों का संकलन व प्रकाशन यह बैंक मुद्रा, साख, अधिकोषण, विदेशी विनिमय और कृषि सम्बन्धी आँकड़ों को एकत्रित करके उनका प्रकाशन भी करता है।

II. सामान्य बैंकिंग सम्बन्धी कार्य

भारतीय रिज़र्व बैंक के सामान्य बैंकिंग सम्बन्धी कार्य निम्नलिखित हैं-

  1. जमाएँ प्राप्त करना भारतीय रिज़र्व बैंक केन्द्रीय व राज्य सरकार, गैर-सरकारी संस्थाओं, आदि से जमाएँ स्वीकार करता है।
  2. ऋण देना भारतीय रिज़र्व बैंक व्यापारिक बैंकों, सहकारी बैंकों तथा राज्य व केन्द्रीय सरकार को अल्पावधि के लिए ऋण प्रदान करता है।
  3. कृषि बिलों का क्रय-विक्रय भारतीय रिज़र्व बैंक 15 माह तक की अवधि के कृषि बिलों का क्रय-विक्रय व उनकी पुनर्कटौती आदि का कार्य करता है।
  4. विदेशी प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय भी करता है।
  5. विनिमय बिलों का क्रय-विक्रय भारतीय रिज़र्व बैंक व्यापारिक बिलों का क्रय-विक्रय व उनकी कटौती का कार्य करता है, लेकिन उनकी परिपक्वता अवधि 90 दिन से कम होनी चाहिए।
  6. अल्पावधि ऋण प्राप्त करना भारतीय रिज़र्व बैंक किसी देश (UPBoardSolutions.com) के बैंक या विदेशी बैंक से 30 दिन के लिए ऋण ले सकता है।
  7. विपत्रों को भुनाना भारतीय रिज़र्व बैंक भारत में लिखे गए व्यापारिक विपत्रों को भुनाने का कार्य भी करता है।

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प्रश्न 2.
भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्जित कार्यों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्जित कार्य भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम की धारा 18 के अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक निम्नलिखित कार्य नहीं कर सकता है

  1. व्यापार या व्यवसाय पर रोक भारतीय रिज़र्व बैंक किसी प्रकार का व्यापार या व्यवसाय नहीं कर सकता है।
  2. जमाओं पर ब्याज न देना यह अपने कोष में जमा राशि पर ब्याज नहीं देता है।
  3. सावधि बिलों पर प्रतिबन्ध भारतीय रिज़र्व बैंक सावधि बिल नहीं लिख सकता है और न ही उन्हें भुना सकता है।
  4. अंशों के क्रय व उनकी जमानत पर ऋण देने पर रोक यह न तो किसी कम्पनी के अंशों को क्रय कर सकता है और न ही अंशों की जमानत पर ऋण दे सकता है।
  5. प्रतिभूति रहित ऋणों पर प्रतिबन्ध भारतीय रिज़र्व बैंक प्रतिभूति रहित ऋण नहीं दे सकती है।

प्रश्न 3.
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा साख नियन्त्रण किस प्रकार किया जाता है? समझाइए।
उत्तर:
रिज़र्व बैंक साख नियन्त्रण के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाता है-

1. बैंक दर नीति बैंक दर, वह देर होती है, जिस पर देश का केन्द्रीय बैंक प्रथम श्रेणी प्रतिभूतियों तथा अनुमोदित ऋणपत्रों की जमानत के आधार पर व्यापारिक बैंकों को ऋण प्रदान करता है। यह बैंक अपनी बैंक दर नीति के द्वारी साख-मुद्रा की मात्रा व उसकी लागत पर प्रभाव डालकर देश में साख-मुद्रा का नियमन करता है।

2. खुले बाजार की क्रियाएँ खुले बाजार की क्रियाओं से तात्पर्य केन्द्रीय बैंक द्वारा साख नियन्त्रण के उद्देश्य से सरकारी प्रतिभूतियों के प्रथम श्रेणी के बिलों व प्रतिज्ञा-पत्रों के क्रय-विक्रय से होता है।

3. प्रत्यक्ष साख नियन्त्रण की नीति भारतीय रिज़र्व बैंक किसी भी बैंक के बैंकिंग व्यवसाय को रोक सकता है। रिज़र्व बैंक को बैंकों की साख सम्बन्धी नीति को निर्धारित करने का भी अधिकार होता है।
4. नकद कोषानुपात में परिवर्तन भारतीय रिज़र्व बैंक (UPBoardSolutions.com) अनुसूचित बैंकों के नकद कोष के प्रतिशत को बढ़ाकर भी साख नियन्त्रण कर सकता है।

5. उपभोक्ता साख नियन्त्रण भारतीय रिज़र्व बैंक उपभोक्ताओं को प्रदान की जाने वाली साख पर नियन्त्रण करने के उद्देश्य से साख की मात्रा व प्रयोग में कमी या वृद्धि करके साख नियन्त्रण कर सकता है।

6. वैधानिक तरलता अनुपात में परिवर्तन भारत के प्रत्येक अनुसूचित बैंक को अपनी कुल सम्पत्ति का 20% भाग तरल कोष में रखना पड़ता है। भारतीय रिज़र्व बैंक इस तरलता कोषानुपात में वृद्धि करके साख नियन्त्रण करता है।

7. साख की राशनिंग साखे नियन्त्रण की इस विधि के अन्तर्गत भारतीय रिज़र्व बैंक वाणिज्य बैंक द्वारा दी जाने वाली कुल साख को विभिन्न उद्योगों, क्षेत्रों एवं व्यवसायों के बीच राशनिंग (वितरण) कर देता है।
8. प्रत्यक्ष कार्यवाही बैंकों द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक की साख नियन्त्रण की सलाह न मानने पर भारतीय रिज़र्व बैंक को प्रत्यक्ष कार्यवाही करने का अधिकार होता है।

UP Board Solutions

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (8 अंक)

प्रश्न 1.
भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यों का वर्णन कीजिए। (2018, 16)
अथवा
भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रमुख कार्यों का संक्षेप में वर्णन कीजिए। (2014, 12, 09, 08, 07, 06)
अथवा
केन्द्रीय बैंक की परिभाषा दीजिए। भारत के केन्द्रीय बैंक के कार्यों का वर्णन कीजिए। (2010)
उत्तर:
भारतीय रिज़र्व बैंक (केन्द्रीय बैंक) से आशय भारतीय रिज़र्व बैंक देश का सर्वोच्च बैंक है। यह देश की बैंकिंग व्यवस्था पर नियन्त्रण करता है। यह अन्य बैंकों का सहयोगी तथा पथ-प्रदर्शक होता है। यह देश की साख और मुद्रानीति का संचालक भी होता है। कैण्ट के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक वह संस्था है, जिसे सामान्य जनहित में मुद्रा की मात्रा में विस्तार तथा संकुचन की व्यवस्था करने का दायित्व सौंपा गया है।”

बैंक ऑफ इण्टरनेशनल सैटलमेण्ट के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक वह बैंक है, जो देश में चलन तथा साख-मुद्रा की मात्रा का नियमन करे।” लिप्सी के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक वह बैंक है, जिसका मुख्य कार्य अर्थव्यवस्था में मुद्रा तथा साख के प्रवाह को नियमित करना है। (UPBoardSolutions.com)” शों के अनुसार, “केन्द्रीय बैंक देश की मुद्रा का नियन्त्रण करने वाला बैंक है।” भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्य भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यों को निम्नलिखित दो भागों में बाँटा गया है

I. केन्द्रीय बैंकिंग सम्बन्धी कार्य

भारतीय रिज़र्व बैंक के केन्द्रीय बैंकिंग सम्बन्धी कार्य निम्नलिखित हैं-

  1. नोटों का निर्गमन भारतीय रिज़र्व बैंक को नोट निर्गमन का एकाधिकार प्राप्त है। एक रुपये के नोट को छोड़कर बाकी सभी प्रकार की पत्र-मुद्रा भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ही निर्गमित की जाती है।
  2. बैंकों का बैंक शीर्ष बैंक होने के नाते भारतीय रिज़र्व बैंक बैंकों का बैंक के रूप में कार्य करता है। यह सभी अनुसूचित एवं गैर-अनुसूचित बैंकों पर नियन्त्रण भी रखता है।
  3. साख नियन्त्रण देश के आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक व्यापारिक बैंकों की साख नीति पर नियन्त्रण करता है।
  4. समाशोधन कार्य बैंकों के आपसी लेन-देन का निपटारा करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समाशोधन-गृहों का संचालन किया जाता है। देश के प्रमुख 14 केन्द्रों पर भारतीय रिज़र्व बैंक स्वयं समाशोधन-गृहों का प्रबन्ध देखता है।
  5. सरकार का बैंकर, अभिकर्ता एवं सलाहकार भारतीय रिज़र्व बैंक केन्द्रीय तथा राज्य सरकारों के बैंकर, अभिकर्ता तथा वित्तीय सलाहकार के रूप में कार्य करता है। यह बैंक केन्द्रीय तथा राज्य सरकार की ओर से भुगतान स्वीकार करता है।
  6. विदेशी विनिमय नियन्त्रण भारतीय रिज़र्व बैंक देश के बहुमूल्य धातु कोषोंतथा विदेशी विनिमय कोषों को अपने पास सुरक्षित रखता है।
  7. बैंकिंग प्रणाली का नियमन भारतीय रिज़र्व बैंक का यह कर्त्तव्य होता है कि वह देश की बैंकिंग प्रणाली का नियमन इस तरह करे, जिससे कि लोगों का बैंकिंग में विश्वास बना रहे।
  8. आँकड़ों का संकलन व प्रकाशन यह बैंक मुद्रा, साख, अधिकोषण, (UPBoardSolutions.com) विदेशी विनिमय और कृषि सम्बन्धी आँकड़ों को एकत्रित करके उनका प्रकाशन भी करता है।

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II. सामान्य बैंकिंग सम्बन्धी कार्य

भारतीय रिज़र्व बैंक के सामान्य बैंकिंग सम्बन्धी कार्य निम्नलिखित हैं-

  1. जमाएँ प्राप्त करना भारतीय रिज़र्व बैंक केन्द्रीय व राज्य सरकार, गैर-सरकारी संस्थाओं, आदि से जमाएँ स्वीकार करता है।
  2. ऋण देना भारतीय रिज़र्व बैंक व्यापारिक बैंकों, सहकारी बैंकों तथा राज्य व केन्द्रीय सरकार को अल्पावधि के लिए ऋण प्रदान करता है।
  3. कृषि बिलों का क्रय-विक्रय भारतीय रिज़र्व बैंक 15 माह तक की अवधि के कृषि बिलों का क्रय-विक्रय व उनकी पुनर्कटौती आदि का कार्य करता है।
  4. विदेशी प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय भी करता है।
  5. विनिमय बिलों का क्रय-विक्रय भारतीय रिज़र्व बैंक व्यापारिक बिलों का क्रय-विक्रय व उनकी कटौती का कार्य करता है, लेकिन उनकी परिपक्वता अवधि 90 दिन से कम होनी चाहिए।
  6. अल्पावधि ऋण प्राप्त करना भारतीय रिज़र्व बैंक किसी (UPBoardSolutions.com) देश के बैंक या विदेशी बैंक से 30 दिन के लिए ऋण ले सकता है।
  7. विपत्रों को भुनाना भारतीय रिज़र्व बैंक भारत में लिखे गए व्यापारिक विपत्रों को भुनाने का कार्य भी करता है।

प्रश्न 2.
रिज़र्व बैंक की स्थापना के क्या उद्देश्य थे? इसकी सफलताओं व असफलताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
रिज़र्व बैंक की स्थापना के उद्देश्य भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना के उद्देश्य निम्नलिखित हैं

  1. कृषि साख की समुचित व्यवस्था करना।
  2. देश में सुव्यवस्थित एवं सन्तुलित रूप से बैंकिंग का विकास करना।
  3. अन्तर्राष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग स्थापित करना।
  4. देश में मुद्रा तथा साख का समुचित प्रबन्ध करना।
  5. सार्वजनिक ऋणों की व्यवस्था करना।
  6. सुसंगठित मुद्रा बाजार का विकास करना।
  7. रुपये के आन्तरिक व बाह्य मूल्य में स्थिरता लाना।

भारतीय रिज़र्व बैंक की सफलताएँ या महत्त्व भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना से लेकर अब तक यह देश के केन्द्रीय बैंक के रूप में कार्य कर रहा है। देश की बैंकिंग व्यवस्था को सदढ़ करने, विकास के लिए वित्त उपलब्ध करवाने और देश की मौद्रिक एवं साख नीति का सफल संचालन करने में भारतीय रिज़र्व बैंक ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारतीय रिज़र्व बैंक की प्रमुख सफलताएँ निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट की जा सकती हैं-

  1. पत्र-मुद्रा निर्गमन पद्धति हमारे देश में भारतीय रिज़र्व बैंक को नोट निर्गमन का अधिकार है। यह न्यूनतम कोष निधि प्रणाली के आधार पर पत्र-मुद्रा का उचित रूप से निर्गमन करता है। रिज़र्व बैंक ने नोट-निर्गमन की उचित नीति का अनुसरण कर सफलता प्राप्त की है। (2010)
  2. सरकारी बैंकर के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक प्रारम्भ से ही सरकारी (UPBoardSolutions.com) बैंक के रूप में कार्य कर रहा है। यह सरकार की सम्पूर्ण जमाएँ अपने पास रखता है। व समय-समय पर ऋण उपलब्ध करवाता है। इस आधार पर यह सरकारी बैंकर के रूप में सफल रहा है।
  3. सरकार के सलाहकार के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक सरकार को समय-समय पर मौद्रिक, वित्तीय एवं साख के मामलों में सलाह प्रदान करता है।
  4. कृषि वित्त व्यवस्था भारत कृषि-प्रधान देश है। अतः कृषि की वित्त व्यवस्था के लिए सरकार ने यह कार्य भारतीय रिज़र्व बैंक को सौंपा है। इसके लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने अलग से सन् 1982 में नाबार्ड बैंक की स्थापना की थी।
  5. धन हस्तान्तरण की सुविधा भारतीय रिज़र्व बैंक केन्द्र, राज्य व अर्द्ध-सरकारी संस्थाओं के धन का नि:शुल्क हस्तान्तरण भी करता है।
  6. समाशोधन-गृहों की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक ने 900 केन्द्रों में समाशोधन-गृहों की स्थापना कर सफल संचालन किया है।
  7. साख नियन्त्रण नीति भारतीय रिज़र्व बैंक ने मौद्रिक स्थिरता को कायम करने के लिए साख नियन्त्रण की नीति अपनाई है, जिसमें वह सफल रहा है।
  8. आँकड़ों का प्रकाशन भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा रिज़र्व बैंक बुलेटिन में मुद्रा, मूल्य, वित्त, आदि से सम्बन्धित अनेक प्रकार के समंक प्रकाशित किए जाते हैं।
  9. रुपये का बाह्य मूल्य स्थिर रिज़र्व बैंक ने रुपये के बाह्य मूल्य को स्थिर रखने में भी सफलता प्राप्त की है।

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भारतीय रिज़र्व बैंक की असफलताएँ भारतीय रिज़र्व बैंक की असफलताएँ निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट की जा सकती हैं

  1. मुद्रा प्रसार को रोकने में असफल भारतीय रिज़र्व बैंक पर यह आरोप है। कि वह देश में मुद्रा प्रसार को रोकने में सफल नहीं हुआ है। इससे देश में वस्तुओं के मूल्यों में लगातार वृद्धि हो रही है।
  2. सुदृढ़ बैंकिंग व्यवस्था का अभाव भारतीय रिज़र्व बैंक अपने कार्यकाल में भारत की बैंकिंग प्रणाली को यथेष्ट सुदृढ़ता प्रदान नहीं कर सका है।
  3. विनिमय दर में अस्थिरता भारतीय रिज़र्व बैंक भारतीय रुपये का मूल्य स्थायी रखने में सफल नहीं हुआ है। इस प्रकार यह विनिमय दर को स्थिर रखने में भी असफल रहा है।
  4. ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं की कमी भारतीय रिज़र्व बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग शाखाओं के विस्तार में असफल रही है।
  5. विकसित बिल बाजार का अभाव भारतीय रिज़र्व बैंक देश में एक सुसंगठित, विकसित तथा विस्तृत बिल बाजार की स्थापना करने में पूर्ण रूप से सफल नहीं हुआ है।
  6. देशी बैंकरों पर नियन्त्रण का अभाव भारतीय रिज़र्व बैंक देशी बैंकरों पर अब तक भी नियन्त्रण नहीं कर सका है, जिससे आज भी मुद्रा बाजार की ब्याज दरों में एकरूपता नहीं पाई जाती है।
  7. विदेशी व्यापार में भारतीय बैंकों की उपेक्षा भारतीय बैंकों का भारत के (UPBoardSolutions.com) विदेशी व्यापार के वित्तीय प्रबन्ध में आज भी नगण्य स्थान है। यह बैंक आज भी भारतीय बैंकों को विदेशी व्यापार में उचित स्थान दिलाने में सफल नहीं हो पाया है।

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UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi समस्यापरक निबन्ध

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Board UP Board
Textbook NCERT
Class Class 11
Subject Samanya Hindi
Chapter Name समस्यापरक निबन्ध
Category UP Board Solutions

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भारत में जनसंख्या-वृद्धि की समस्या

सम्बद्ध शीर्षक

  • जनसंख्या-विस्फोट और निदान
  • जनसंख्या-वृद्धि: कारण और निवारण
  • बढ़ती जनसंख्य: एक गम्भीर समस्या
  • परिवार नियोजन
  • बढ़ती जनसंख्या बनी आर्थिक विकास की समस्या
  • जनसंख्या नियन्त्रण
  • बढ़ती जनसंख्य: रोजगार की समस्या

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आतंकवाद : समस्या एवं समाधान

सम्बद्ध शीर्षक

  • आतंकवाद के निराकरण के उपाय
  • आतंकवाद
  • आतंकवाद की विभीषिका
  • भारत में आतंकवाद की समस्या
  • आतंकवाद : एक समस्या
  • आतंकवाद : कारण और निवारण
  • आतंकवाद का समाधान
  • भारत में आतंकवाद के बढ़ते कदम
  • भारत में आतंकवाद की समस्या और समाधान

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पर्यावरण-प्रदूषण : समस्या और समाधान

सम्बद्ध शीर्षक

  • पर्यावरण और प्रदूषण
  • पर्यावरण का महत्त्व
  • बढ़ता प्रदूषण और उसके कारण
  • बढ़ता प्रदूषण और पर्यावरण
  • प्रदूषण के दुष्परिणाम
  • पर्यावरण संरक्षण का महत्त्व
  • असन्तुलित पर्यावरण : प्राकृतिक आपदाओं का कारण
  • विश्व परिदृश्य में पर्यावरण प्रदूषण
  • धरती की रक्षा : पर्यावरण सुरक्षा
  • पर्यावरण-प्रदूषण : कारण और निवारण
  • पर्यावरण-असन्तुलन

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भारत में बेरोजगारी की समस्या

सम्बद्ध शीर्षक

  • बेरोजगारी : समस्या और समाधान
  • शिक्षित बेरोजगारों की समस्या
  • बेरोजगारी की विकराल समस्या
  • बेरोजगारी की समस्या
  • बेरोजगारी दूर करने के उपाय
  • बेरोजगारी : एक अभिशाप
  • बढ़ती जनसंख्या : रोजगार की समस्या
  • बेरोजगारी : कारण एवं निवारण

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बेलगाम महँगाई

सम्बद्ध शीर्षक

  • महँगाई की समस्या और उसका समाधान
  • महँगाई : समस्या और समाधान
  • बढ़ती महँगाई : कारण और निदान
  • महँगाई की समस्या
  • महँगाई से परेशान : भारत का इंसान
  • महँगाई की समस्या.: कारण और निवारण

प्रमुख विचार-बिन्दु

  1. प्रस्तावना,
  2. महँगाई के कारण
    (क) जनसंख्या में तीव्र वृद्धि;
    (ख) कृषि उत्पादन-व्यय में वृद्धि;
    (ग) कृत्रिम रूप से वस्तुओं की आपूर्ति में कमी;
    (घ) मुद्रा-प्रसार;
    (ङ) प्रशासन में शिथिलता;
    (च) घाटे का बजट,
    (छ) असंगठित उपभोक्ता;
    (ज) धन का असमान वितरण :
  3. महँगाई के फलस्वरूप उत्पन्न होने वाली कठिनाइयाँ,
  4. महँगाई को दूर करने के लिए सुझाव,
  5. उपसंहार

प्रस्तावना-भारत की आर्थिक समस्याओं के अन्तर्गत महँगाई की समस्या एक प्रमुख समस्या है। वस्तुओं के मूल्यों में वृद्धि का क्रम इतना तीव्र है कि जब आप किसी वस्तु को दोबारा खरीदने जाते हैं तो वस्तु का मूल्य पहले से अधिक बढ़ा हुआ होता है। | दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती इस महँगाई की मार का वास्तविक चित्रण प्रसिद्ध हास्य कवि काका हाथरसी की निम्नलिखित पंक्तियों में हुआ है

पाकिट में पीड़ा भरी कौन सुने फरियाद ?
यह महँगाई देखकर वे दिन आते याद॥
वे दिन आते याद, जेब में पैसे रखकर,
सौदा लाते थे बाजार से थैला भरकर॥
धक्का मारा युग ने मुद्रा की क्रेडिट ने,
थैले में रुपये हैं, सौदा है पाकिट में।

महँगाई के कारण-वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि अर्थात् महँगाई के बहुत से कारण हैं। इन कारणों में अधिकांश कारण आर्थिक हैं तथा कुछ कारण ऐसे भी हैं, जो सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था से सम्बन्धित हैं। इन कारणों का संक्षिप्त विवरण निम्नवत् है
(क) जनसंख्या में तीव्र वृद्धि–भारत में जनसंख्या-विस्फोट ने वस्तुओं की कीमतों को बढ़ाने की दृष्टि से बहुत अधिक सहयोग दिया है। जितनी तेजी से जनसंख्या में वृद्धि हो रही है, उतनी तेजी से वस्तुओं का उत्पादन नहीं हो रहा है। इसका स्वाभाविक परिणाम यह हुआ है कि अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं के मूल्यों में निरन्तर वृद्धि हुई है।

(ख) कृषि उत्पादन-व्यय में वृद्धि-हमारा देश कृषि प्रधान है। यहाँ की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। गत वर्षों से कृषि में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों, उर्वरकों आदि के मूल्यों में बहुत अधिक वृद्धि हुई है; परिणामस्वरूप उत्पादित वस्तुओं के मूल्य में भी वृद्धि होती जा रही है। अधिकांश वस्तुओं के मूल्य प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से कृषि पदार्थों के मूल्यों से सम्बद्ध होते हैं। इस कारण जब कृषि-मूल्य में वृद्धि हो जाती है तो देश में अधिकांशतः वस्तुओं के मूल्य अवश्यमेव प्रभावित होते हैं।

(ग) कृत्रिम रूप से वस्तुओं की आपूर्ति में कमी-वस्तुओं का मूल्य माँग और पूर्ति पर आधारित होता है। जब बाजार में वस्तुओं की पूर्ति कम हो जाती है तो उनके मूल्य बढ़ जाते हैं। अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से भी व्यापारी वस्तुओं का कृत्रिम अभाव पैदा कर देते हैं, जिसके कारण महँगाई बढ़ जाती है।

(घ) मुद्रा-प्रसार-जैसे-जैसे देश में मुद्रा-प्रसार बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे ही महँगाई बढ़ती जाती है। तृतीय पंचवर्षीय योजना के समय से ही हमारे देश में मुद्रा-प्रसार की स्थिति रही है, परिणामतः वस्तुओं के मूल्य बढ़ते ही जा रहे हैं। कभी जो वस्तु एक रुपए में मिला करती थी उसके लिए अब लगभग सौ रुपए तक खर्च करने पड़ जाते हैं।

(ङ) प्रशासन में शिथिलता–सामान्यत: प्रशासन के स्वरूप पर ही देश की अर्थव्यवस्था निर्भर करती है। यदि प्रशासन शिथिल पड़ जाता हैं तो मूल्य बढ़ते जाते हैं, क्योंकि कमजोर शासन व्यापारी वर्ग पूर नियन्त्रण नहीं रख पाता। ऐसी स्थिति में वस्तुओं के मूल्यों में अनियन्त्रित और निरन्तर वृद्धि होती रहती है।

(च) घाटे का बजट-विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु सरकार को बहुत अधिक मात्रा में पूँजी की व्यवस्था करनी पड़ती है। पूँजी की व्यवस्था करने के लिए सरकार अन्य उपायों के अतिरिक्त घाटे की बजट प्रणाली को भी अपनाती है। घाटे की यह पूर्ति नये नोट छापकर की जाती है, परिणामत: देश में मुद्रा की पूर्ति आवश्यकता से अधिक हो जाती है। जब ये नोट बाजार में पहुंचते हैं तो वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि करते हैं।

(छ) असंगठित उपभोक्ता-वस्तुओं का क्रय करने वाला उपभोक्ता वर्ग प्रायः असंगठित होता है, जबकि विक्रेता या व्यापारिक संस्थाएँ अपना संगठन बना लेती हैं। ये संगठन इस बात का निर्णय करते हैं। कि वस्तुओं का मूल्य क्या रखा जाए और उन्हें कितनी मात्रा में बेचा जाए। जब सभी सदस्य इन नीतियों का पालन करते हैं तो वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि होने लगती है। वस्तुओं के मूल्यों में होने वाली इस वृद्धि से उपभोक्ताओं को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

(ज) धन का असमान वितरण-हमारे देश में धन का असमान वितरण महँगाई का मुख्य कारण है। जिनके पास पर्याप्त धन है, वे लोग अधिक पैसा देकर साधनों और सेवाओं को खरीद लेते हैं। व्यापारी धनवानों की इस प्रत्ति का लाभ उठाते हैं और महँगाई बढ़ती जाती है। वस्तुतः विभिन्न सामाजिक-आर्थिक विषमताओं एवं समाज में व्याप्त अशान्ति पूर्ण वातावरण का अन्त करने के लिए धन का समान वितरण होना आवश्यक है। कविवरै दिनकर के शब्दों में भी–

शान्ति नहीं तब तक, जब तक
सुख भाग न नर का सम हो,
नहीं किसी को बहुत अधिक हो ।
नहीं किसी को कम हो।

(3) महँगाई के फलस्वरूप उत्पन्न होने वाली कठिनाइयाँ-महँगाई नागरिकों के लिए अभिशाप स्वरूप है। हमारा देश एक गरीब देश है। यहाँ की अधिकांश जनसंख्या के आय के साधन सीमित हैं। इस कारण साधारण नागरिक और कमजोर वर्ग के व्यक्ति अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं कर पाते। बेरोजगारी इस कठिनाई को और भी अधिक जटिल बना देती है। व्यापारी अपनी वस्तुओं का कृत्रिम अभाव कर देते हैं। इसके कारण वस्तुओं के मूल्य में अनियन्त्रित वृद्धि हो जाती है। परिणामत: कम आय वाले व्यक्ति बहुत-सी वस्तुओं और सेवाओं से वंचित रह जाते हैं। महँगाई के बढ़ने से कालाबाजारी को प्रोत्साहन मिलता है। व्यापारी अधिक लाभ कमाने के लिए वस्तुओं को अपने गोदामों में छिपा देते हैं। महँगाई बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाती है।

(4) महँगाई को दूर करने के लिए सुझाव–यदि महँगाई इसी दर से ही बढ़ती रही तो देश के आर्थिक विकास में बहुत-सी बाधाएँ उपस्थित हो जाएँगी। इससे अनेक प्रकार की सामाजिक बुराइयाँ भी जन्म लेंगी; अतः महँगाई के इस दानव को समाप्त करना परम आवश्यक है।

महँगाई को दूर करने के लिए सरकार को समयबद्ध कार्यक्रम बनाने होंगे। किसानों को सस्ते मूल्य पर खाद, बीज और उपकरण आदि उपलब्ध कराने होंगे, जिसमें कृषि उत्पादनों के मूल्य कम हो सकें। मुद्रा-प्रसार को रोकने के लिए घाटे के बजट की व्यवस्था समाप्त करनी होगी अथवा घाटे को पूरा करने के लिए नये नोट छपवाने की प्रणाली को बन्द करना होगा। जनसंख्या की वृद्धि को रोकने के लिए अनवरत प्रयास करने होंगे। सरकार को इस बात का भी प्रयास करना होगा कि शक्ति और साधन कुछ विशेष लोगों तक सीमित न रह जाएँ और धन का उचित रूप में बँटवारा हो सके। सहकारी वितरण संस्थाएँ इस दिशा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। इन सभी के लिए प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त और कर्मचारियों को पूरी निष्ठा तथा कर्तव्यपरायणता के साथ कार्य करना होगा।

(5) उपसंहार-महँगाई की वृद्धि के कारण हमारी अर्थव्यवस्था में अनेक प्रकार की जटिलताएँ उत्पन्न हो गयी हैं। घाटे की अर्थव्यवस्था ने इस कठिनाई को और अधिक बढ़ा दिया है। यद्यपि सरकार की ओर से प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप में किये जाने वाले प्रयासों द्वारा महँगाई की इस प्रवृत्ति को रोकने का 3 निरन्तर प्रयास किया जा रहा है, तथापि इस दिशा में अभी तक पर्याप्त सफलता नहीं मिल सकी है।

यदि समय रहते महँगाई के इस दानव को वश में नहीं किया गया तो हमारी अर्थव्यवस्था छिन्न-भिन्न हो जाएगी और हमारी प्रगति के समस्त मैसर्ग बन्द हो जाएँगे, भ्रष्टाचार अपनी जड़े जमा लेगा और नैतिक मूल्य पूर्णतया समाप्त हो जाएँगे।

गंगा प्रदूषण

सम्बद्ध शीर्षक

  • जल-प्रदूषण
  • देश की भलाई : गंगा की सफाई

रूपरेखा

  1. प्रस्तावना,
  2. गंगा-जल के प्रदूषण के प्रमुख कारण-औद्योगिक कचरा व रसायन तथा मृतक एवं उनकी अस्थियों का विसर्जन,
  3. गंगा प्रदूषण दूर करने के उपाय,
  4. उपसंहार

प्रस्तावना-देवनदी गंगा ने जहाँ जीवनदायिनी के रूप में भारत को धन-धान्य से सम्पन्न बनाया है। वहीं माता के रूप में इसकी पावन धारा ने देशवासियों के हृदयों में मधुरता तथा सरसता का संचार किया है। गंगा मात्र एक नदी नहीं, वरन् भारतीय जन-मानस के साथ-साथ समूची भारतीयता की आस्था का जीवंत प्रतीक है। हिमालय की गोद में पहाड़ी घाटियों से नीचे कल्लोल करते हुए मैदानों की राहों पर प्रवाहित होने : वाली गंगा पवित्र तो है ही, वह मोक्षदायिनी के रूप में भी भारतीय भावनाओं में समाई है। भारतीय सभ्यतासंस्कृति का विकास गंगा-यमुना जैसी अनेकानेक पवित्र नदियों के आसपास ही हुआ है। गंगा-जल वर्षों तक बोतलों, डिब्बों आदि में बन्द रहने पर भी खराब नहीं होता था। आज वही भारतीयता की मातृवत पूज्या गंगा प्रदूषित होकर गन्दे नाले जैसी बनती जा रही है, जोकि वैज्ञानिक परीक्षणगत एवं अनुभवसिद्ध तथ्य है। गंगा के बारे में कहा गया है:

नदी हमारी ही है गंगा, प्लावित करती मधुरस-धारा,
बहती है क्या कहीं और भी, ऐसी पावन कल-कल धारा।

गंगा-जल के प्रदूषण के प्रमुख कारण–पतितपावनी गंगा के जल के प्रदूषित होने के बुनियादी कारणों में से एक कारण तो यह है कि प्रायः सभी प्रमुख नगर गंगा अथवा अन्य नदियों के तट पर और उसके आस-पास बसे हुए हैं। उन नगरों में आबादी का दबाव बहुत बढ़ गया है। वहाँ से मूल-मूत्र और गन्दे पानी की निकासी की कोई सुचारु व्यवस्था न होने के कारण इधर-उधर बनाये गये छोटे-बड़े सभी गन्दे नालों के माध्यम से बहकर वह गंगा या अन्य नदियों में आ मिलता है। परिणामस्वरूप कभी खराब न होने वाला गंगाजल भी आज बुरी तरह से प्रदूषित होकर रह गया है।

औद्योगिक कचरा व रसायन-वाराणसी, कोलकाता, कानपुर आदि न जाने कितने औद्योगिक नगर गंगा के तट पर ही बसे हैं। यहाँ लगे छोटे-बड़े कारखानों से बहने वाला रासायनिक दृष्टि से प्रदूषित पानी, कचरा आदि भी गन्दे नालों तथा अन्य मार्गों से आकर गंगा में ही विसर्जित होता है। इस प्रकार के तत्त्वों ने जैसे वातावरण को प्रदूषित कर रखा है, वैसे ही गंगाजल को भी बुरी तरह प्रदूषित कर दिया है।

मृतक एवं उनकी अस्थियों का विसर्जन–वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि सदियों से आध्यात्मिक भावनाओं से अनुप्राणित होकर गंगा की धारा में मृतकों की अस्थियाँ एवं अवशिष्ट राख तो बहाई जही रही है, अनेक लावारिस और बच्चों के शव भी बहा दिये जाते हैं। बाढ़ आदि के समय मरे पशु भी धारा में आ मिलते हैं। इन सबने भी गंगा-जल-प्रदूषण की स्थितियाँ पैदा कर दी हैं। गंगा के प्रवाह स्थल और आसपास से वनों का निरन्तर कटाव, वनस्पतियों, औषधीय तत्त्वों का विनाश भी प्रदूषण का एक बहुत बड़ा कारण है। गंगा-जल को प्रदूषित करने में न्यूनाधिक इन सभी का योगदान है।

गंगा प्रदूषण दूर करने के उपाय–विगत वर्षों में गंगा-जल का प्रदूषण समाप्त करने के लिए एक योजना बनाई गई थी। योजना के अन्तर्गत दो कार्य मुख्य रूप से किए जाने का प्रावधान किया गया था। एक तो यह कि जो गन्दे नाले गंगा में आकर गिरते हैं या तो उनकी दिशा मोड़ दी जाए या फिर उनमें जलशोधन करने वाले संयन्त्र लगाकर जल को शुद्ध साफ कर गंगा में गिरने दिया जाए। शोधन से प्राप्त मलबा बड़ी उपयोगी खाद का काम दे सकता है। दूसरा यह कि कल-कारखानों में ऐसे संयन्त्र लगाए जाएँ जो उस जल का शोधन कर सकें तथा शेष कचरे को भूमि के भीतर दफन कर दिया जाए। शायद ऐसा कुछ करने का एक सीमा तक प्रयास भी किया गया, पर काम बहुत आगे नहीं बढ़ सका, जबकि गंगा के साथ जुड़ी. भारतीयता का ध्यान रख इसे पूर्ण करना बहुत आवश्यक है।

आधुनिक और वैज्ञानिक दृष्टि अर्पनाकर तथा अपने ही हित में गंगा-जल में शव बहाना बन्द किया जा सकता है। धारा के निकासंस्थल के आसपास वृक्षों, वनस्पतियों आदि का केटाव कठोरता से प्रतिबंधित कर कटे स्थान पर उनका पुनर्विकास कर पाना आज कोई कठिन बात नहीं रह गई है। अन्य ऐसे कारक तत्त्वों का भी थोड़ा प्रयास करके निराकॅरण किया जा सकता है, जो गंगा-जल को प्रदूषित कर रहे हैं। भारत सरकार भी जल-प्रदूषण की समस्यों के प्रति जागरूक है और इसने सन् 1974 में ‘जल-प्रदूषण निवारण अधिनियम’ भी लागू किया है।

उपसंहार- आध्यात्मिक एवं भौतिक प्रकृति के अद्भुत संगम भारत के भूलोक को गौरव तथा प्रकृति का पुण्य स्थल कहा गया है। इस भारत-भूमि तथा भारतवासियों में नये जीवन तथा नयी शक्ति का संचार करने का श्रेय गंगा नदी को जाता है।

“गंगा आदि नदियों के किनारे भीड़ छवि पाने लगी।
मिलकर जल-ध्वनि में गल-ध्वनि अमृत बरसाने लगी।
– सस्वर इधर श्रुति-मंत्र लहरी, उधरे जल-लहरी कहाँ ।
तिस पर उमंगों की तरंगें, स्वर्ग में भी क्या रहा?”

गंगा को भारत की जीवन-रेखा तथा गंगा की कहानी को भारत की.कहानी माना जाता है। गंगा की महिमा अपार है। अत: गंगा की शुद्धता के लिए प्राथमिकता से प्रयास किये जाने चाहिए।

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