UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 35 पंडित जवाहरलाल नेहरू (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 35 पंडित जवाहरलाल नेहरू (महान व्यक्तिव)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 35 पंडित जवाहरलाल नेहरू (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

पंडित जवाहरलाल नेहरू कुशल राजनीतिज्ञ और उच्चकोटि के विचारक थे। ‘मेरी कहानी’, ‘विश्व इतिहास की झलक’ ‘भारत की खोज’ इनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं। ये खेल, संगीत और कला के लिए भी समय निकाल लेते थे। ये बच्चों को प्रिय थे। उनमें ये ‘चाचा-नेहरू के नाम से लोकप्रिय हैं। 14 नवम्बर को इनका जन्मदिवस ‘बाल-दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

पं० नेहरू का जन्म प्रयाग (इलाहाबाद) में 14 नवम्बर, 1889 ई० को हुआ। इनके पिता मोतीलाल नेहरू प्रसिद्ध वकील थे। माता स्वरूपरानी उदार महिला थीं। नेहरू जी की आरंभिक शिक्षा घर में ही हुई विलायत से (UPBoardSolutions.com) वकालत की शिक्षा पूरी कर इलाहाबाद में इन्होंने वकालत शुरू कर दी। उसी समय इनकी भेंट गांधी जी से हुई। वकालत छोड़कर ये स्वाधीनता संग्राम में देश को आजाद कराने के लिए सक्रिय हो गए।

सन 1919 ई० में जलियाँवाला बाग काण्ड से देश में क्रोध की ज्वाला धधक उठी। सन 1920 ई० में गांधी जी ने असहयोग आन्दोलन शुरू कर दिया। सन 1921 ई० में प्रिंस ऑफ वेल्स भारत आए। उनके स्वागत का बहिष्कार किया गया। इलाहाबाद में विरोध का नेतृत्व नेहरू जी ने किया। ये पहली बार अपने पिता के साथ जेल गए। इसके बाद इन्होंने नौ बार जेलयात्रा की; किंतु ये विचलित नहीं हुए।

अन्ततः 15 अगस्त, 1947 को भारत स्वाधीन हुआ और नेहरू जी प्रथम प्रधानमंत्री बने। देश की जर्जर आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए इन्होंने दूरदर्शिता और कर्मठता से कृषि और उद्योगों के विकास हेतु पंचवर्षीय योजनाओं की आधारशिला रखी। जिसके कारण आज देश में बड़े-बड़े कारखाने, वैज्ञानिक प्रयोगशालाएँ और विशाल बाँध दिखाई देते हैं। (UPBoardSolutions.com) नेहरू जी ने देश के विकास के लिए अनेक कार्य किए। देश को शक्ति सम्पन्न बनाने के लिए इन्होंने परमाणु आयोग की स्थापना की। नेहरू जी ने देश को विज्ञान और तकनीकि के क्षेत्र में समर्थ बनाया। 27 मई, 1964 को इनका निधन हो गया।

UP Board Solutions

अभ्यास

प्रश्न 1.
नेहरू जी ने वकालत छोड़ने का निर्णय क्यों लिया?
उत्तर :
नेहरू जी ने देश को स्वाधीन कराने के लिए वकालत छोड़ने का निर्णय लिया।

प्रश्न 2.
देश के आर्थिक विकास के लिए नेहरू जी ने प्रधानमंत्री के रूप में क्या-क्या कदम उठाए?
उत्तर :
प्रधानमंत्री के रूप में नेहरू जी ने कृषि और उद्योगों के विकास के उद्देश्य से पंचवर्षीय योजनाओं की आधारशिला रखी। इन्होंने देश को शक्ति-सम्पन्न बनाने के लिए परमाणु आयोग की स्थापना की। इन्होंने (UPBoardSolutions.com) देश को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में समर्थ बनाया।

प्रश्न 3.
नेहरू जी को प्रथम बार कब और क्यों जेल जाना पड़ा?
उत्तर :
नेहरू जी को सन 1921 ई० में प्रथम बार जेल जाना पड़ा क्योंकि उन्होंने इलाहाबाद में प्रिंस ऑफ वेल्स के स्वागत के बहिष्कार में क्रांतिकारियों का नेतृत्व किया था।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
‘प्रिंस ऑफ वेल्स’ के भारत आगमन पर उनके स्वागत का विरोध क्यों किया?
उत्तर :
‘प्रिंस ऑफ वेल्स’ के स्वागत का विरोध अँग्रेजों की दमनकारी नीतियों के कारण किया गया।

प्रश्न 5.
सही का मिलान कीजिए –
UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 35 पंडित जवाहरलाल नेहरू (महान व्यक्तिव) 1

प्रश्न 6.
(क) 14 नवंबर को बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?
उत्तर :
14 नवंबर, यानी बाल दिवस चिल्डेंस डे। बच्चे देश के उज्जवल भविष्य हैं। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित नेहरू भारत की आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री बने। 14 नवंबर को भारत में इनके जन्मदिन को ही बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

(ख) जवाहर लाल नेहरू को “चाचा नेहरू” क्यों कहते हैं?
उत्तर :
जवाहरलाल नेहरू एक कुशल राजनीतिज्ञ व उच्च कोटि के विचारक थे। ये खेल, संगीत, कला के बहुत प्रेमी थे। ये बच्चों को बहुत प्रिय थे। बच्चों से उनके लगाव के कारण ही बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के नाम से पुकारते थे।

UP Board Solutions

प्रश्न 7.
अपने स्कूल में 14 नवंबर को साथियों के साथ मिलकर एक मेले का आयोजन कीजिए। इसके लिए कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं –

(क) यह तय कीजिए कि मेले में क्या-क्या होगा- खेल, प्रतियोगिताएँ, वाद-विवाद, नाटक,, सांस्कृतिक कार्यक्रम….
(ख) साथियों के बीच जिम्मेदारियाँ बाँटें- कौन क्या करेगा?
(ग) मेले में गाँव वालों (अपने माता-पिता) को भी साझीदार कैसे बनाएँगे ?
(घ) अपनी बनाई हुई चीजों की प्रदर्शनी लगवाएँ। (UPBoardSolutions.com)
(ड.) शिक्षिका/शिक्षक के साथ चर्चा कीजिए कि और क्या-क्या हो सकता है?

नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 35 पंडित जवाहरलाल नेहरू (महान व्यक्तिव) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 35 पंडित जवाहरलाल नेहरू (महान व्यक्तिव), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 8 Agricultural Science chapter 5 बागवानी एवं वृक्षारोपण

UP Board Solutions for Class 8 Agricultural Science Chapter 5 बागवानी एवं वृक्षारोपण

These Solutions are part of UP Board Solutions for 8 Agricultural Science. Here we have given UP Board Solutions for Class 8 Agricultural Science Chapter 5 बागवानी एवं वृक्षारोपण

इकाई-5  बागवानी एवं वृक्षारोपण
अभ्यास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों में सही उत्तर के सामने सही (✔) का निशान लगाइए (निशान लगाकर) 
उत्तर :
(क) बाग लगाने के लिए सबसे अच्छी भूमि होती है

  1. दोमट भूमि     (✔)
  2. विकी भूमि
  3. बलुई भूमि ।
  4. रेतीली भूमि ।

UP Board Solutions

(ख) फल वृक्ष लगाने का सर्वोत्तम समय होता है

  1. जनवरी
  2. जुलाई (✔)
  3. अप्रैल
  4. अक्टुवर

(ग) बाग में सिंचाई की उत्तम विधि है

  1. सिंचाई
  2. ड्रिप सिंवाई (✔)
  3. कूड विधि
  4. उपर्युदन कोई नहीं

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके)
उत्तर :

(क) बाग में पतझड़ वाले पौधे दिसम्बर से फरवरी में लगाना चाहिए।
(ख) बाग लगाने का गड्ढा खोदने का सर्वोत्तम समय मई-जून है।
(ग) बाग में पौधे लगाने का सर्वोत्तम समय जुलाई-अगस्त है।
(घ) बाग में पौधों की सुरक्षा की दृष्टि से चारों तरफ बाड़ लगाते हैं।
(ङ) चश्मा लगाना कायिक प्रवर्धन की विधि है।

UP Board Solutions

प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों में स्तम्भ ‘क’ को स्तम्भ ‘ख’ से सुमेल कीजिए (सुमेल करके)
उत्तर :
UP Board Solutions for Class 8 Agricultural Science chapter 5 बागवानी एवं वृक्षारोपण image 1

प्रश्न 4.
निम्न कथनों में सही के सामने सही (✔) तथा गलत के सामने गलत (✘)  निशान लगाइए (निशान लगाकर)
उत्तर :
(क) आम के बाग हमेशा ईंट के भट्ठों के पास लगाने चाहिए।                    (✘)
(ख) सदाबहार पत्तियों वाले वृक्ष बाग में हमेशा बीच में लगाने चाहिए।       (✔)
(ग) बाग में गर्म हवाओं तथा लू से बचने के लिए वायु वृत्ति लगाते हैं।          (✔)
(घ) बाग में पौधे लगाने के लिए मई, जून में गड्ढे खोद लेने चाहिए।             (✔)

प्रश्न 5.
शाकवाटिका के मुख्य दो उद्देश्य लिखिए।

उत्तर :
शाकवाटिका के मुख्य दो उद्देश्य|

(i) परिवार के लोगों को पूरे वर्ष ताजी सब्जियों की आपूर्ति करना
(ii) खाली समय का सदुपयोग व वातावरण स्वच्छता

UP Board Solutions

प्रश्न 6.
एक आदर्श शाकवाटिका के लिए कम से कम कितनी लम्बी-चौड़ी भूमि होनी चाहिए?
उत्तर :
25 x 10 मी0 भूमि चाहिए।

प्रश्न 7.
बाग में वायु वृत्ति किन-किन दिशाओं में लगाना उचित होता है?

उत्तर :
बाग के उत्तर-पश्चिम दिशा में ऊँचे उठान वाले पेड़ लगाकर, (UPBoardSolutions.com) बाग को बचाया जाता है। आम, शीशम, महुआ, यूकेलिप्टस आदि वायुरोधी वृक्ष लगाते हैं।

प्रश्न 8.
पौधे लगाने का सबसे उचित समय कौन-सा है? कृपया समझाइए।

उत्तर :
पौधे लगाने का सबसे अच्छा समय जुलाई-अगस्त का महीना होता है, क्योंकि इस महीने में वर्षा होने के। कारण मिट्टी में नमी रहती है, जिससे पौधे लगाने में आसानी होती है। पतझड़ वाले पेड़ों को दिसम्बर से फरवरी के बीच ! लगाना चाहिए।

UP Board Solutions

प्रश्न 9.
बाग में पौधा लगाते समय किन-किन बिन्दुओं पर ध्यान देना जरूरी है?

उत्तर :
बाग में पौधे लगाते समय निम्न बिन्दुओं पर ध्यान देना जरूरी है

  1. उपयुक्त समय
  2. मिट्टी की किस्म
  3. फल तथा फूल के पौधों को लगाते समय एक-दूसरे के बीच निश्चित दूरी
  4. पर्याप्त पानी की व्यवस्था।

प्रश्न 10.
उद्यान के कितने प्रकार होते हैं?

उत्तर :

1. पृष्य उद्यान
2. शाक उद्यान
3. फल उद्यान

प्रश्न 11.
शाकवाटिका के लिए कोई चार फसल चक्र लिखिए।
उत्तर :
सब्जियों के चार फसल चक्र निम्न हैं

  1. मूली (जुलाई-अगस्त), मटर (अक्टूबर-मार्च), करेला (मार्च-जून)
  2. बैंगन (अगस्त-मार्च), टिंडा (मार्च-अगस्त)
  3. लौकी (जुलाई-नवम्बर), टमाटर (दिसम्बर-मई)
  4. मूली (जून-सितम्बर), मटर (अक्टूबर-मार्च), भिंडी (मार्च-जून)

UP Board Solutions

प्रश्न 12.
कद्दू वर्ग में कौन-कौन सी सब्जियाँ आती हैं?
उत्तर :
कद्दू वर्ग में कोहड़ा, लौकी, तोरई, करेला, टिंडा, चिचिंडा, नेनुआ आती हैं।

प्रश्न 13.
बाग लगाने से पूर्व किन-किन प्रारम्भिक तैयारियों की जरूरत होती हैं? इन तैयारियों के न करने से बाग लगाने में क्या असुविधा होगी?
उत्तर :
बाग लगाने से पूर्व कुछ प्रारम्भिक तैयारियाँ करनी जरूरी होती है जो निम्नलिखित हैं

  1. भूमि समतल करना :  ऐसा करने से मृदा कटाव नहीं होता।
  2. भूमि में खाद डालना :  गर्मी के दिनों में जुताई करके सड़ी गोबर (कम्पोस्ट) की खाद डालनी चाहिए।
  3. पानी का प्रबन्ध करना :  सिंचाई का प्रबन्ध प्राथमिक जरूरत है।
  4. जंगली जानवरों का अनावश्यक प्रवेश रोकना।
  5. वायुरोथी पौधे लगाना।
  6. श्रमिक आवास एवं सड़कों का निर्माण।
  7. जल निकास का प्रबंध
  8. क्षेत्रों का विभाजन
  9. खाद के गुड्ढे बनाना

उपरोक्त प्रकार की तैयारियाँ न करने पर उसकी सजा अन्तिम समय तक भुगतनी पड़ती है।

प्रश्न 14.
बाग में पौधे किन-किन विधियों से लगाए जाते हैं? उनमें से किसी एक का वर्णन कीजिए। 
उत्तर :
बाग लगाने की विधियाँ निम्नलिखित हैं

  1. वर्गाकार विधि  : यह अच्छी और सरल विधि है। इसमें दो पंक्तियों के चार पौधे वर्ग बनाते हैं।
  2. आयताकार विधि : पंक्ति से पंक्ति की दूरी पौधों की आपसी दूरी से अधिक होती है।
  3. त्रिकोण विधि : वर्गाकार विधि जैसी ही है। अन्तर यह है कि दूसरी पंक्ति में पौधों को पहली के पौधों के सामने न रखकर उनके बीच त्रिकोण रूप में लगाते हैं।
  4. पंचभुजाकार विधि: इस विधि में चार पौधों के (UPBoardSolutions.com) मध्य एक पौधा लगाया जाता है जो अस्थायी होता है। इसे बाद में काट दिया जाता है। इसे पूरक विधि भी कहते हैं।
  5. षट्कोण विधि: इसमें वर्गाकार से 15% पौधे अधिक लगाए जाते हैं। यह विधि शहर के पास की भूमि के लिए अधिक उपयुक्त होती है। इस विधि को समद्विबाहु त्रिभुज विधि भी कहते हैं।

UP Board Solutions

प्रश्न 15.
वृक्षारोपण करने से क्या लाभ हैं? सविस्तार वर्णन कीजिए।
उत्तर :
वृक्षारोपण में फल वृक्षों के अलावा कुछ विशेष स्थानों पर विशेष तरह के वृक्षों को लगाया जाता है। इन वृक्षों की पर्यावरण प्रदूषण को नियन्त्रित करने में अहम भूमिका होती है। वृक्षारोपण करने से और भी कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। इनसे इमारती लकड़ी, ईंधन, यात्रियों को छाया, भू-क्षरण पर रोक, कागज उद्योग को कच्चा माल के अलावा कई (UPBoardSolutions.com) प्रकार की दवाइयाँ भी प्राप्त होती हैं। सरकार वृक्षारोपण करने के लिए वनमहोत्सव का आयोजन करती है। सड़कों, नहरों, रेल पटरियों के किनारे सार्वजनिक स्थलों पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण में सुधार किया जा सकता है।

प्रश्न 16.
बाग लगाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? विस्तृत वर्णन कीजिए।

उत्तर :
बाग लगाते समय निम्नलिखित बिन्दुओं पर ध्यान देना आवश्यक है।

  1. स्थान का चयन (भूमि की । किस्म)- बाग लगाने के लिए दोमट मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है।
  2. सिंचाई की सुविधा- पौधों के सुचारु रूप से वृद्धि के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।
  3. जल निकास की व्यवस्था- वर्षा ऋतु में पानी न रुके, इसके लिए जल निकास की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
  4. जलवायु- जलवायु के अनुसार ही फल-वृक्षों का चयन (UPBoardSolutions.com) करना चाहिए।
  5. यातायात की सुविथा- यातायात की सुविधा होनी चाहिए, जिससे फलों को बाजार तक आसानी से पहुँचा जा सके।
  6. बाजार की निकटता- बाजार, बाग से निकट होना चाहिए, जिससे बाग से प्राप्त फलों को आसानी से बेचा जा सके।
  7. कुशल श्रमिक की उपलब्धता- कुशल अनुभवी मजदूर उपलब्ध होने से खेती में कृषि कार्य से लेकर फल तोड़ाई तक किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होती है।

UP Board Solutions

प्रश्न 17.
शाकवाटिका का निर्माण कैसे किया जाता है? वर्णन करो।
उत्तर :
शाकवाटिका का निर्माण – एक शाकवाटिका के लिए 25 मी लम्बी तथा 10 मी चौड़ी भूमि पर्याप्त होती है। चारों ओर से मेड़बन्दी करके किनारे पर बाड़ लगानी चाहिए। कँटीले तार या खंभे लगाए जा सकते हैं। वाटिका में आने-जाने का रास्ता होना चाहिए। रास्ते के किनारे सिंचाई की नाली होनी चाहिए। वाटिका के एक कोने में कम्पोस्ट गड्ढा होना (UPBoardSolutions.com) चाहिए। कद्दू वर्ग की सब्जियाँ बाड़ के सहारे उगानी चाहिए। जाड़ों में तीन ओर मटर उगाई जा सकती है। प्रवेश द्वार के पास सेम उगाई जा सकती है। जड़ वे कन्दवाली सब्जियाँ क्यारियों की मेड़ों पर उगाई जा सकती हैं। वाटिका में फूलों के साथ-साथ पपीता, नींबू, अंगूर, फालसा भी लगाए जा सकते हैं। पर्याप्त भूमि होने पर आँवले का पेड़ भी लगाया जा सकता है।

We hope the UP Board Solutions for Class 8 Agricultural Science Chapter 5 बागवानी एवं वृक्षारोपण help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 8 Agricultural Science Chapter 5 बागवानी एवं वृक्षारोपण , drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 11 अशोक महान (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 11 अशोक महान (महान व्यक्तिव)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 11 अशोक महान (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

अशोक महान का नाम भारत के इतिहास में दयालुता और करुणा के लिए विशेष प्रसिद्ध है। अशोक ने कलिंग पर विजय प्राप्त कर उसे अपने अधीन कर लिया। इस युद्ध में लगभग एक लाख लोग मारे गए। अशोक ने मारे गए सिपाहियों, रोती-बिलखती स्त्रियों तथा बच्चों को देखा। इन सबको देखकर उसका हृदय द्रवित हो उठा; तब उसने निर्णय किया कि अब मैं कभी तलवार नहीं उठाऊँगा।

अशोक प्रजा को अपनी सन्तान के समान समझता था। वह दीन-दुखियों,.वृद्धों और अपाहिजों को ध्यान रखता था। सभी से प्रेमपूर्ण व्यवहार करता था। उसने राज्य के अधिकारियों को आदेश दे रखा था कि (UPBoardSolutions.com) प्रजा की सुरक्षा का सदैव ध्यान रखें।

अशोक बौद्ध धर्म का अनुयायी था, किंतु सभी धर्मों का आदर करता था। वह दयालुता का व्यवहार करता था। उसने बौद्ध धर्म का प्रचार किया। धर्म प्रचार के लिए उसने साम्राज्य के सुदूर भागों में धर्म प्रचारकों को भेजा। उसने बौद्ध धर्म का प्रचार विदेशों में भी किया। उसने अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को भी धर्म के प्रचार के लिए भेजा। अशोक ने बौद्ध धर्म के सिद्धांतों तथा उपदेशों को शिलाओं, स्तम्भों और गुफाओं में अंकित कराया। उसने गौतम बुद्ध के जन्म स्थान लुंबिनी वने में भी एक लाट लगवाई। हमारे राष्ट्रध्वज के मध्य का चक्र सारनाथ के अशोक स्तम्भ से ही लिया गया है। भारतीय शासकों में अशोक का स्थान बहुत ऊँचा है।

UP Board Solutions

अभ्यास

प्रश्न 1.
सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद युद्ध न करने का निश्चय क्यों किया?
उत्तर :
कलिंग के युद्ध में अशोक ने मारे गए सिपाहियों, रोती-बिलखती स्त्रियों और बच्चों को देखा। इससे उसका हृदय द्रवित हो उठा और उसने भविष्य में युद्ध न करने का निश्चय किया।

प्रश्न 2.
अशोक को जीत क्यों महँगी पड़ी?
उत्तर :
अशोक कलिंग की जनता पर अपनी प्रशासन क्षमता का प्रभाव छोड़ना चाहता था, लेकिन विजय के पश्चात् उसे केवल शवों के ढेर और पीड़ित अबलाओं, मासूमों, घायलों आदि का आर्तनाद मिला। इस आधार पर उसे जीत महँगी पड़ी।

प्रश्न 3.
अशोक के संदेशों को संक्षेप में लिखिए।
उत्तर :

  1. अशोक ने मनुष्यों को सदाचार की शिक्षा दी। उसने प्रजा को प्रेम, मृदुलता एवं दयालुता के उपदेश दिए।
  2. पशुओं पर दया करो। पशु की हत्या कभी मत करो।
  3. अशोक ने अहिंसा एवं सत्य पर बल दिया। (UPBoardSolutions.com)
  4. मनुष्यों को बड़ों का आदर तथा छोटों पर दया करनी चाहिए और सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
अशोक ने बौद्ध धर्म के सिद्धान्तों और उपदेशों को जनमानस तक कैसे पहुँचाया?
उत्तर :
अशोक ने शिलालेखों, स्तम्भलेखों, स्तूपों, लाटों, प्रचारकों, प्रतिनिधियों आदि के द्वारा बौद्ध धर्म के सिद्धांत और उपदेश जनमानस तक पहुँचाए।

प्रश्न 5.
अशोक को युग पुरुष कहना क्यों उचित है?
उत्तर :
प्राचीन भारत के शासकों में अशोक का स्थान बहुत ऊँचा है। अशोक के कार्य अपनी पीढ़ी और युग से आगे थे। इसलिए अशोक को युग पुरुष कहना उचित है।

प्रश्न 6.
सही तथ्यों के सामने सही (✓) तथा गलत के सामने गलत (✗) को निशाने लगाएँ (निशान लगाकर) –

(क) अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद कभी युद्ध न करने का निर्णय लिया। (✓)
(ख) अशोक बौद्ध थे, वे सभी धर्मों का आदर नहीं करते थे। (✗)
(ग) अशोक ने सिंहल द्वीप, चीन, जापान आदि देशों में प्रचारक भेजे थे। (✓)
(घ) हमारे राष्ट्र ध्वज के मध्य का चक्र सारनाथ के अशोक स्तंभ से लिया गया है। (✓)

UP Board Solutions

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 11 अशोक महान (महान व्यक्तिव) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 11 अशोक महान (महान व्यक्तिव), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 34 डॉ० विश्वेश्वरैया (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 34 डॉ० विश्वेश्वरैया (महान व्यक्तिव)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 34 डॉ० विश्वेश्वरैया (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

डॉ० विश्वेश्वरैया का जन्म मैसूर प्रदेश के मुद्देनल्ली गाँव में 15 सितम्बर, सन् 1861 में हुआ था। इनका पूरा नाम मोक्षगुडम् विश्वेश्वरैया था। ये कुशल इंजीनियर, विख्यात स्थापत्यविद् नए नए उद्योगों और धन्धों के जन्मदाता, शिक्षाशास्त्री, राजनीतिज्ञ एवं देशभक्त थे।

1893 में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने विश्वेश्वरैया की परीक्षा ली। मुंबई सरकार की सक्कर जल योजना जिसे वह यथाशीघ्र पूरा करना चाहती थी, परन्तु उस काम की देखरेख कर रहे अँग्रेज इंजीनियर की मृत्यु हो गई। तब विश्वेश्वरैया ने बड़ी योग्यता एवं कर्मठता से इस कार्य को समय पर पूरा कर दिया। इन्होंने मूसा नदी पर बाँध बाँधकर जलाशयों का निर्माण कराया, जिससे जन-धन का विनाश करने वाली मूसा नदी हैदराबाद के लिए वरदान सिद्ध हुई। इन्होंने तत्कालीन मैसूर राज्य में बैंक, (UPBoardSolutions.com) मैसूर चैम्बर ऑफ कामर्स, चन्दन तेल कारखाना, सरकारी साबुन कारखाना आदि उद्योगों की स्थापना की। भद्रावती के प्रसिद्ध लोहा और इस्पात कारखाने की योजना डॉ० विश्वेश्वरैया ने ही तैयार की थी। ये जीवन भर शिक्षा के प्रचार-प्रसार के प्रति प्रयत्नशील रहे। इन्होंने ही मैसूर विश्वविद्यालय की नींव डाली। ये बाह्य आडम्बरों का विरोध करते थे। भारतीय संस्कृति और आचार-विचार में इनकी महान आस्था थी।

जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो देश ने इस महान रत्न का हार्दिक सम्मान किया। अँग्रेजों ने इन्हें ‘सर’ की उपाधि दी थी। भारत सरकार ने इन्हें सर्वोच्च ‘भारत रत्न’ की उपाधि से अलंकृत किया। (UPBoardSolutions.com)

सन् 1962 में डॉ० विश्वेश्वरैया का स्वर्गवास हो गया। आज भी इनके महान कार्यों के कारण भारतवासी इन्हें याद करते हैं।

UP Board Solutions

अभ्यास

प्रश्न 1.
डॉ० विश्वेश्वरैया को आधुनिक भारत का भगीरथ क्यों कहा जाता है?
उत्तर :
डॉ० विश्वेश्वरैया को आधुनिक भारत का भगीरथ इसलिए कहा जाता है क्योंकि महाराज भगीरथ की भाँति ही डॉ० विश्वेश्वरैया ने अपनी योग्यता और कर्मठता से जन-धन का विनाश करनेवाली मूसा (UPBoardSolutions.com) नदी को हैदराबाद के लिए वरदान बना दिया। उन्होंने करोड़ों एकड़ बंजर धरती को उर्वर बनाया और तेज बहनेवाली अनेक नदियों पर बाँध बँधवाए।

प्रश्न 2.
कृष्णराज सागर कहाँ बना हुआ है?
उत्तर :
मैसूर राज्य में कावेरी नदी पर ‘कृष्णराज’ सागर बना हुआ है।

प्रश्न 3.
हैदराबाद के लिए मूसा नदी को डॉ० विश्वेश्वरैया ने किस प्रकार वरदान बना दिया?
उत्तर :
विश्वेश्वरैया ने मूसा नदी पर बाँध बाँधकर जलाशयों का निर्माण कराया और जन-धन का विनाश करनेवाली मूसा नदी को हैदराबाद के लिए वरदान बना दिया।

प्रश्न 4.
डॉ० विश्वेश्वरैया के जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर :
डॉ० विश्वेश्वरैया के जीवन से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सदैव परिश्रम एवं लगन से अपने कर्तव्य का पालन करते रहना चाहिए। बाधाओं से नहीं घबराना चाहिए। परिश्रम, कर्तव्य-निष्ठा, धैर्य, बल एवं (UPBoardSolutions.com) शिक्षा ही मानव को उन्नति के मार्ग की ओर ले जाने में समर्थ होती है।

UP Board Solutions

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

(क) डॉ० विश्वेश्वरैया का जीवन साहस, संघर्ष और सफलता की अनुपम कहानी है।
(ख) डॉ० विश्वेश्वरैया की मान्यता थी कि उचित शिक्षा ही देश की आर्थिक दुर्गति दूर करती है।

प्रश्न 6.
नीचे लिखे कथनों का सही मिलान कीजिए (मिलान करके) –
UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 34 डॉ० विश्वेश्वरैया (महान व्यक्तिव) 1

उत्तर :

(क) भारत कैसे उन्नति कर सकता है; जबकि इसकी अस्सी प्रतिशत जनता अनपढ़ है!
(ख) डॉ० विश्वेश्वरैया देशभक्त और स्वाभिमानी व्यक्ति थे।
(ग) डॉ० विश्वेश्वरैया का जन्म मैसूर प्रदेश के मुद्देनल्ली गाँव में 15 सितम्बर, 1861 में हुआ था।
(घ) डॉ० विश्वेश्वरैया का जीवन साहस, संघर्ष और सफलता की अनुपम कहानी है।

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 34 डॉ० विश्वेश्वरैया (महान व्यक्तिव) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 34 डॉ० विश्वेश्वरैया (महान व्यक्तिव), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10 महात्मा बुद्ध (महान व्यक्तिव)

UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10 महात्मा बुद्ध (महान व्यक्तिव)

These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10 महात्मा बुद्ध (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था। ये कपिलवस्तु के राजा शुद्धोदन के पुत्र थे। सिद्धार्थ तीक्ष्ण बुद्धि के थे, ये जिज्ञासु स्वभाव के थे। इनके विषय में विद्वानों ने घोषणा की थी कि ये एक दिन घर-बार त्यागकर संन्यासी हो जाएँगे। पिता नहीं चाहते थे कि उनका पुत्र संन्यासी हो, अतः उन्होंने इनका विवाह यशोधरा के साथ कर दिया। यशोधरा को एक पुत्र हुआ। पुत्र का नाम राहुल रखा गया। सिद्धार्थ का मन परिवार और राजकार्य में नहीं लगता था।

एक दिन सिद्धार्थ नगर भ्रमण के लिए जा रहे थे। इन्होंने एक वृद्ध को देखा, जो बहुत मुश्किल से चल पा रहा था। इस सम्बन्ध में सारथा से पूछने पर ज्ञात हुआ कि एक दिन सभी की यही दशा होती है। एक दिन इन्होंने देखा कि चार व्यक्ति एक मृतक को लिए जा रहे हैं। सारथी से पूछने पर ज्ञात हुआ कि एक दिन सभी को मरना पड़ेगा। तभी सिद्धार्थ ने इस संसार (UPBoardSolutions.com) के माया-मोह। को छोड़ने का निश्चय कर लिया और एक दिन वे अपनी सुन्दर पत्नी और पुत्र को छोड़ रात्रि में ही घर से निकल गए। संन्यासी की भाँति सिद्धार्थ ज्ञान की खोज में घूमते रहे। कुछ दिनों बाद ये गया पहुँचे और ज्ञान प्राप्ति का संकल्प लेकर एक वट वृक्ष के नीचे बैठ गए। छह वर्ष की कठिन । तपस्या के बाद इन्हें ज्ञान प्राप्त हो गया, तब ये गौतम बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए।

गौतम बुद्ध ने लोगों को उपदेश दिया कि जीवन में किसी बात की अति न करो, सन्तुलित जीवन जीयो, अहिंसा का पालन करो, कभी किसी को मत सताओ। किसी प्राणी की हत्या मत करो। सभी के साथ भाई-चारे का जीवन बिताओ। सत्य का पालन करो।

गौतम बुद्ध कहते थे कि दूसरों की भलाई करो। परोपकार से मित्रता करो। इन्होंने लोगों को बताया कि सागर की तरह गम्भीर बनो। मन में अच्छे विचार रखो। इनका कहना था कि स्वास्थ्य से बढ़कर (UPBoardSolutions.com) कोई लाभ नहीं। जाति-पाँति का भेद-भाव ठीक नहीं। बुद्ध का धर्म बौद्ध धर्म के नाम से प्रसिद्ध हुआ। गौतम बुद्ध ने अपने प्रेम बंधन में सभी को बाँध लिया।

UP Board Solutions

अभ्यास

प्रश्न 1.
सिद्धार्थ हिरण पर तीर क्यों नहीं चला सके?
उत्तर :
सिद्धार्थ हिरण पर तीर इसलिए नहीं चला सके, क्योंकि हिर, की माँ अपनी बड़ी-बड़ी आँखों से दया-याचना के भावों से सिद्धार्थ की ओर देख रही थी। उसे देखकर सिद्धार्थ का हृदय द्रवित हो गया और वे लौट गए।

प्रश्न 2.
वे कौन-सी घटनाएँ थीं, जिन्हें देखकर सिद्धार्थ को दुनिया से विरक्ति हो गई?
उत्तर :
एक दिन सिद्धार्थ नगर भ्रमण के लिए घर से निकले। रास्ते में उन्हें एक वृद्ध (बूढ़ा मनुष्य) मिला, वह लाठी के सहारे चल रहा था। सारथी से पूछने पर उसने बताया कि वृद्ध होने पर सबकी यही दशा होती है। यह सुनकर ये बहुत दुखी हुए।

इसी प्रकार, एक दिन इन्होंने शिकार पर जाते समय एक मृतक को देखकर सारथी से पूछा। सारथी ने कहा- “सबको एक दिन अवश्य मरना है।” इन दोनों घटनाओं को देखकरे सिद्धार्थ को दुनिया से विरक्ति हो गई।

प्रश्न 3.
सिद्धार्थ बुद्ध कैसे बने?
उत्तर :
सिद्धार्थ गृह त्यागने के बाद संन्यासी की भांति जगह-जगह घूमते रहे। कुछ दिनों बाद वे गया पहुँचे और ज्ञान प्राप्त करने का संकल्प लेकर एक पीपल के वृक्ष के नीचे बैठ गए। छह वर्ष की कठिन साधना के (UPBoardSolutions.com) बाद उन्हें अनुभव हुआ कि ज्ञान प्राप्त हो गया है और जीवन की समस्याओं को हल मिल गया है। तभी से सिद्धार्थ बुद्ध कहलाने लगे।

UP Board Solutions

प्रश्न 4.
गौतम बुद्ध ने संसार को कौन-कौन सी शिक्षाएँ दीं?
उत्तर :
गौतम बुद्ध ने संसार को बताया कि संसार में दुख ही दुख है। दुख का कारण सांसारिक वस्तुओं के लिए इच्छा और कामना है। दुख से छुटकारा पाने के लिए मनुष्य को अष्टमार्ग पर चलना चाहिए। सब भाई-चारे एवं प्रेम से रहें, पवित्रता से जीवन बिताएँ, सत्य का पालन करें। घृणा को घृणा से नहीं, बल्कि प्रेम से जीतना चाहिए। सदैव दूसरों की भलाई करनी चाहिए। दया, स्नेह एवं करुणा को अपनाना चाहिए। मनुष्य को धैर्यवान बनना चाहिए। उसे किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। मनुष्य (UPBoardSolutions.com) को सन्तोष से काम लेना चाहिए तथा स्वास्थ्य को बनाए रखना चाहिए। जाति-पाँति का भेदभाव दूर करना चाहिए।

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके) –

(क) सिद्धार्थ की पत्नी का नाम यशोधरा था।
(ख) सिद्धार्थ ने सेवक से कहवा दिया कि अब मैं सत्य की खोज करके ही लौगा।
(ग) उन्हें छह वर्ष की कठिन साधना के बाद ज्ञान प्राप्त हुआ।

We hope the UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10 महात्मा बुद्ध (महान व्यक्तिव) help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10 महात्मा बुद्ध (महान व्यक्तिव), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.